< लूका 23 >

1 तब सारी सभा उठकर यीशु को पिलातुस के पास ले गई।
ତିକ୍କି ସୋବାନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋଞ୍ଜି ଡୋଲନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ପିଲାତନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଓରୋଙେଞ୍ଜି ।
2 और वे यह कहकर उस पर दोष लगाने लगे, “हमने इसे लोगों को बहकाते और कैसर को कर देने से मना करते, और अपने आपको मसीह, राजा कहते हुए सुना है।”
ଆରି, ଆନିଞ୍ଜି ଜିସୁନ୍‌ ଆ ବିରୁଦଲୋଙ୍‌ ଡାବ୍ବୁଡାଲେ ବର୍ରଞ୍ଜି, “ଇନ୍‌ଲେଞ୍ଜି ଏଗିୟ୍‌ଲାୟ୍‌, କେନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରା ଜାତିଲେନ୍‌ ତରଙ୍‌ଆନ୍ନା ଏମ୍ମେଆୟ୍‌ତେ, ଆରି କାଇସରନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ପାନୁନ୍‌ ତନିୟନ୍‌ ଆସନ୍‌ କେନ୍‌ଆନିନ୍‌ ରଙ୍‌ତେ, ଆରି ଆନିନ୍‌ଡମ୍‌ ଞେନ୍‌ ଅବିସେକ ଡେଲିଁୟ୍‌, ଞେନ୍‌ ଅବୟ୍‌ ରାଜା ଗାମ୍‌ଡମ୍‌ତନେ ।”
3 पिलातुस ने उससे पूछा, “क्या तू यहूदियों का राजा है?” उसने उसे उत्तर दिया, “तू आप ही कह रहा है।”
ସିଲତ୍ତେ ପିଲାତନ୍‌, ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବରେନ୍‌, “ଆମନ୍‌ ପଙ୍‌ ଜିଉଦିଞ୍ଜି ଆ ରାଜା?” ଜିସୁନ୍‌ ଜାଲଙ୍‌ଲନେ, “ଆମନ୍‌ ବର୍ତନେ ।”
4 तब पिलातुस ने प्रधान याजकों और लोगों से कहा, “मैं इस मनुष्य में कुछ दोष नहीं पाता।”
ସିଲତ୍ତେ ପିଲାତନ୍‌ ସୋଡ଼ା ରାଓଡ଼ାନ୍‌ ଡ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବରେଞ୍ଜି, “ଞେନ୍‌ କେନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରା ଆମଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଇନ୍ନିଙ୍‌ ଡୋସାନ୍‌ ଅଃଞାଙାୟ୍‌ ।”
5 पर वे और भी दृढ़ता से कहने लगे, “यह गलील से लेकर यहाँ तक सारे यहूदिया में उपदेश दे देकर लोगों को भड़काता है।”
ବନ୍‌ଡ ଆନିଞ୍ଜି ଆରି ଆକ୍ରାନ୍‌ ବର୍ରଞ୍ଜି, “କେନ୍‌ଆନିନ୍‌ ସମ୍ପରା ଜିଉଦା ଡେସାନ୍‌ ଞନଙନ୍‌ ତିୟ୍‌ଲେ ଗାଲିଲିନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଉଲନ୍‌ କେନ୍‌ତେନ୍ନେ ନିୟ୍‌ ଆନିନ୍‌ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ସୁସ୍କାୟ୍‌ତଜି ।”
6 यह सुनकर पिलातुस ने पूछा, “क्या यह मनुष्य गलीली है?”
ବନ୍‌ଡ ପିଲାତନ୍‌ କେନ୍‌ଆତେ ଅମ୍‌ଡଙ୍‌ଡାଲେ ଆରି ବର୍ରନେ, “କେନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରା ଇନି ଗାଲିଲିବାୟ୍‌ ପଙ୍‌?”
7 और यह जानकर कि वह हेरोदेस की रियासत का है, उसे हेरोदेस के पास भेज दिया, क्योंकि उन दिनों में वह भी यरूशलेम में था।
ଆରି, ଆନିନ୍‌ ଏରୋଦନ୍‌ ଆ ରାଜ୍ୟ ଆ ମନ୍‌ରା ଗାମ୍‌ଲେ ଆନିନ୍‌ ଜନାଡାଲେ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଏରୋଦନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଆପ୍ପାୟେନ୍‌, ତିଆଡିଡ୍‌ ଏରୋଦନ୍‌ ନିୟ୍‌ ଜିରୁସାଲମଲୋଙନ୍‌ ଡକୋଲନ୍‌ ।
8 हेरोदेस यीशु को देखकर बहुत ही प्रसन्न हुआ, क्योंकि वह बहुत दिनों से उसको देखना चाहता था: इसलिए कि उसके विषय में सुना था, और उसका कुछ चिन्ह देखने की आशा रखता था।
ଏରୋଦନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଗିୟ୍‌ଲେ ମାଡ୍ଡ ସର୍ଡାଲନ୍‌, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଆ ବର୍ନେନ୍‌ ଆରମ୍‌ଡଙେନ୍‌, ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଗିୟ୍‌ଗିଜନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଆମ୍ମୁଙ୍‌ ମା ସିଲଡ୍‌ ଲଡୟ୍‌ଡାଏନ୍‌, ଆରି ଆମଙନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଇନ୍ନିଙ୍‌ଡେନ୍‌ ସରାନ୍ନିଡାନ୍‌ ଆ କାବ୍ବାଡ଼ା ଗିୟ୍‌ଗିଜନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଏରୋଦନ୍‌ ଆସାଲନ୍‌ ଡକୋଲନ୍‌ ।
9 वह उससे बहुत सारी बातें पूछता रहा, पर उसने उसको कुछ भी उत्तर न दिया।
ତିଆସନ୍‌ ପିଲାତନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଗୋଗୋୟ୍‌ଡମ୍‌ ବର୍ନେଞ୍ଜି ଅପ୍ପୁଙେନ୍‌, ବନ୍‌ଡ ଆନିନ୍‌ ଇନ୍ନିଙ୍‌ ଅଃଜ୍ଜାଲଙ୍‌ଲନେ ।
10 १० और प्रधान याजक और शास्त्री खड़े हुए तन मन से उस पर दोष लगाते रहे।
ଆରି, ସୋଡ଼ା ରାଓଡ଼ାଞ୍ଜି ଡ ସାସ୍ତ୍ରିଞ୍ଜି ତନଙ୍‌ଡାଲେ ଜିସୁନ୍‌ ଆ ବିରୁଦଲୋଙ୍‌ ମାଡ୍ଡ କାୟ୍‌କାୟେଞ୍ଜି ।
11 ११ तब हेरोदेस ने अपने सिपाहियों के साथ उसका अपमान करके उपहास किया, और भड़कीला वस्त्र पहनाकर उसे पिलातुस के पास लौटा दिया।
ଆରି, ଏରୋଦନ୍‌ ଆ ସିପ୍ପାୟଞ୍ଜି ସରିନ୍‌ ମାୟ୍‌ଲନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଡୋସେଲେ ସୟ୍‌ସୟ୍‌ମୁଡାଲେ ଅବୟ୍‌ ମନଙ୍‌ଡମ୍‌ ଆ ଅଙ୍ଗି ଅବ୍‌ରଡାଲେ ଆରି ପିଲାତନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଆପ୍ପାୟେନ୍‌ ।
12 १२ उसी दिन पिलातुस और हेरोदेस मित्र हो गए। इसके पहले वे एक दूसरे के बैरी थे।
ତିଆଡିନ୍ନା ସିଲଡ୍‌ ଏରୋଦନ୍‌ ଡ ପିଲାତନ୍‌ ତର୍ଡମ୍‌ ମାୟ୍‌ମାୟ୍‌ଲଞ୍ଜି; କେନ୍‌ ଆମ୍ମୁଙ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ବାଗୁଞ୍ଜି ବନେରା ଡକୋଲଞ୍ଜି ।
13 १३ पिलातुस ने प्रधान याजकों और सरदारों और लोगों को बुलाकर उनसे कहा,
ତି ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ପିଲାତନ୍‌ ସୋଡ଼ା ରାଓଡ଼ାଞ୍ଜି, ସୋଡ଼ାମରଞ୍ଜି ଡ ଅଡ଼୍‌କୋ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଓଡ୍ଡେଲେ ଅବ୍‌ରୁକ୍କୁଡାଲେ ବରେଞ୍ଜି,
14 १४ “तुम इस मनुष्य को लोगों का बहकानेवाला ठहराकर मेरे पास लाए हो, और देखो, मैंने तुम्हारे सामने उसकी जाँच की, पर जिन बातों का तुम उस पर दोष लगाते हो, उन बातों के विषय में मैंने उसमें कुछ भी दोष नहीं पाया है;
“କେନ୍‌ଆନିନ୍‌ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ ଗୋଡ଼େନ୍‌ ଅମ୍‌ଡୁଙ୍‌ତାୟ୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି କେନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅମଙ୍‌ଞେନ୍‌ ଏଓରୋଙ୍‌ଲାୟ୍‌; ଆରି ଗିୟ୍‌ବା, ଞେନ୍‌ ତେମଡ୍‌ଲୋଙ୍‌ବେନ୍‌ କେନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବର୍ରାୟ୍‌ ବନ୍‌ଡ ଅଙ୍ଗା ଅଙ୍ଗା ଆ ବର୍ନେଜି କେନ୍‌ ଆ ବିରୁଦଲୋଙନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଅମଙ୍‌ଞେନ୍‌ ଏବର୍ରନେ ତିଅନ୍ତମ୍‌ ଅନ୍ନିଙ୍‌ ଆ ଡୋସା କେନ୍‌ ଆମଙନ୍‌ ଅଃଞାଙ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
15 १५ न हेरोदेस ने, क्योंकि उसने उसे हमारे पास लौटा दिया है: और देखो, उससे ऐसा कुछ नहीं हुआ कि वह मृत्यु के दण्ड के योग्य ठहराया जाए।
ଏରୋଦନ୍‌ ନିୟ୍‌ ଅଃଞାଙ୍‌ଲୋ, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଆରି କେନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅମଙ୍‌ଞେନ୍‌ ଆପ୍ପାୟ୍‌ଲାୟ୍‌; ଆରି ଗିୟ୍‌ବା, କେନ୍‌ଆନିନ୍‌ ରନବୁ ପନବ୍‌ରଡନ୍‌ ଆଞ୍ରାଙ୍‌ତେନ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ଇନ୍ନିଙ୍‌ ଆ ଡୋସା ଅଃଲ୍ଲୁମ୍‌ଲୋ ।
16 १६ इसलिए मैं उसे पिटवाकर छोड़ देता हूँ।”
ତିଆସନ୍‌ ଞେନ୍‌ କେନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ପନବ୍‌ରଡନ୍‌ ତିୟ୍‌ଲେ ଅମ୍‌ରେଙ୍‌ତାୟ୍‌ ।”
17 १७ पिलातुस पर्व के समय उनके लिए एक बन्दी को छोड़ने पर विवश था।
ପୁର୍ପୁର୍‌ ଇଙନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଆସନ୍‌ ରାଜାନ୍‌ ଅବୟ୍‌ ଆବଣ୍ଡିମରନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅମ୍‌ବୁର୍‌ତେ ।
18 १८ तब सब मिलकर चिल्ला उठे, “इसका काम तमाम कर, और हमारे लिये बरअब्बा को छोड़ दे।”
ବନ୍‌ଡ ଆନିଞ୍ଜି ଅଡ଼୍‌କୋଞ୍ଜି ଏକ୍କାନ୍‌ ବାବ୍ବାବ୍‌ଲେ ବର୍ରଞ୍ଜି, “କେନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ରବ୍ବୁବା, ଇନ୍‌ଲେଞ୍ଜି ଆସନ୍‌ ବାରବ୍ବାନ୍‌ ଅମ୍‌ବୁର୍‌ବା ।”
19 १९ वह किसी बलवे के कारण जो नगर में हुआ था, और हत्या के कारण बन्दीगृह में डाला गया था।
ତି ବାରବ୍ବାନ୍‌ ଗଡ଼ାଲୋଙନ୍‌ ଗୋଡ଼େନ୍‌ ଆରମ୍‌ଡୁଙ୍‌ଲାଞନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଡ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଆର୍ରବ୍ବୁଏନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବଣ୍ଡିସିଂଲୋଙନ୍‌ ଡକ୍କୋଏଞ୍ଜି ।
20 २० पर पिलातुस ने यीशु को छोड़ने की इच्छा से लोगों को फिर समझाया।
ବନ୍‌ଡ ପିଲାତନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅନମ୍‌ବୁରନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଲଡୟ୍‌ଡାଲେ ଆନିନ୍‌ ଆରି ମନ୍‌ରାଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ମବ୍‌ଲଞେଞ୍ଜି ।
21 २१ परन्तु उन्होंने चिल्लाकर कहा, “उसे क्रूस पर चढ़ा, क्रूस पर!”
ବନ୍‌ଡ ଆନିଞ୍ଜି ସୋଡ଼ା ସର୍ରଙନ୍‌ ବାତ୍ତେ ବର୍ରଞ୍ଜି, “ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଆଅକ୍କାଡଙ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଅମ୍‌ଡାୟ୍‌ବା, ଆଅକ୍କାଡଙ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଅମ୍‌ଡାୟ୍‌ବା ।”
22 २२ उसने तीसरी बार उनसे कहा, “क्यों उसने कौन सी बुराई की है? मैंने उसमें मृत्युदण्ड के योग्य कोई बात नहीं पाई! इसलिए मैं उसे पिटवाकर छोड़ देता हूँ।”
ଆରି, ଆନିନ୍‌ ୟାଗି ତର ବରେଞ୍ଜି, “ଇନିବା ଆନିନ୍‌ ଇନି ଆ ଡୋସା ଲୁମେନ୍‌? ଞେନ୍‌ ଆମଙନ୍‌ ରନବୁ ପନବ୍‌ରଡନ୍‌ ଆଞ୍ରାଙ୍‌ତେନ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ଅନ୍ନିଙ୍‌ ଆ ଡୋସା ଅଃଞାଙ୍‌ଲାୟ୍‌; ତିଆସନ୍‌, ଞେନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ପନବ୍‌ରଡନ୍‌ ତିୟ୍‌ଲେ ଅମ୍‌ରେଙ୍‌ତାୟ୍‌ ।”
23 २३ परन्तु वे चिल्ला चिल्लाकर पीछे पड़ गए, कि वह क्रूस पर चढ़ाया जाए, और उनका चिल्लाना प्रबल हुआ।
ବନ୍‌ଡ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଆଅକ୍କାଡଙ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଅମ୍‌ଡାୟ୍‌ନେତୋ ଗାମ୍‌ଲେ ଆନିଞ୍ଜି ସୋଡ଼ା ସର୍ରଙନ୍‌ ବାତ୍ତେ ବାବ୍ବାବ୍‌ଲେ ଡାବ୍ବିଲେ ଡକୋଲଞ୍ଜି, ଆରି ଆ ବନାବ୍ବାବଞ୍ଜି ମା ଜିନୟେନ୍‌ ।
24 २४ अतः पिलातुस ने आज्ञा दी, कि उनकी विनती के अनुसार किया जाए।
ଆରି, ଆ ଡାବ୍ବିଞ୍ଜି ଅନ୍ତମ୍‌ ଲନୁମନ୍‌ ଡେଏତୋ ଗାମ୍‌ଲେ ପିଲାତନ୍‌ ବର୍ରନେ ।
25 २५ और उसने उस मनुष्य को जो बलवे और हत्या के कारण बन्दीगृह में डाला गया था, और जिसे वे माँगते थे, छोड़ दिया; और यीशु को उनकी इच्छा के अनुसार सौंप दिया।
ବନ୍‌ଡ ଅଙ୍ଗା ମନ୍‌ରା ଗୋଡ଼େନ୍‌ ଆରମ୍‌ଡୁଙ୍‌ଲାଞନ୍‌ ଆ ଡୋସା ଡ ସମ୍ବବ୍‌ମରନ୍‌ ଆ ଡୋସାଲୋଙ୍‌ ବଣ୍ଡିସିଂଲୋଙନ୍‌ ଡକ୍କୋଏଞ୍ଜି, ତି ଆ ମନ୍‌ରାଆଡଙ୍‌ ଅନମ୍‌ବୁରନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଡାବ୍ବିଏଞ୍ଜି, ତି ଆ ମନ୍‌ରାଆଡଙ୍‌ ପିଲାତନ୍‌ ଅମ୍‌ବୁରେନ୍‌, ଆରି ଆଇସ୍ସୁମଞ୍ଜି ବାତ୍ତେ ଆସିଲୋଙଞ୍ଜି ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ସୋରୋପ୍ପାୟେନ୍‌ ।
26 २६ जब वे उसे लिए जा रहे थे, तो उन्होंने शमौन नाम एक कुरेनी को जो गाँव से आ रहा था, पकड़कर उस पर क्रूस को लाद दिया कि उसे यीशु के पीछे-पीछे ले चले।
ଆନିଞ୍ଜି ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଆରୋରୋଙେଞ୍ଜି ଆଡିଡ୍‌ ମାଲ୍ଲେଙ୍‌ରେଙନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଅବୟ୍‌ ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଗଡ଼ାନ୍‌ ଜିର୍ରାୟ୍‌, ଆଞୁମନ୍‌ ସିମନ୍‌ ଆନିନ୍‌ କୁରିଣିବାୟ୍‌, ଆନିନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ ଆଅକ୍କାଡଙ୍‌ ବୋୟ୍‌ଲେ ଜିସୁନ୍‌ ଆ କଣ୍ଡୋଙ୍‌ଗଡ୍‌ ସଣ୍ଡୋଙ୍‌ଲେ ଜନିରନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଆ ତାରଙ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ତିଆତେ ଜଗଃମଗଃ ଅବ୍ବୋୟେଞ୍ଜି ।
27 २७ और लोगों की बड़ी भीड़ उसके पीछे हो ली: और बहुत सारी स्त्रियाँ भी, जो उसके लिये छाती-पीटती और विलाप करती थीं।
ଆରି, ଗୋଗୋୟ୍‌ଡମ୍‌ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଆ କଣ୍ଡୋଙ୍‌ଗଡନ୍‌ ସଣ୍ଡୋଙ୍‌ଲେ ପାଙେଞ୍ଜି, ଲାଙ୍‌ଲେଡ୍‌ ଆଇମରଞ୍ଜି ଆନିନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଇୟମ୍‌ଡାଲେ ଆ ମାୟଙ୍‌ଲୋଙଞ୍ଜି ତିଡ୍ଡମ୍‌ଲନ୍‌ ୟେଗଡେଞ୍ଜି ।
28 २८ यीशु ने उनकी ओर फिरकर कहा, “हे यरूशलेम की पुत्रियों, मेरे लिये मत रोओ; परन्तु अपने और अपने बालकों के लिये रोओ।
ବନ୍‌ଡ ଜିସୁନ୍‌ ଆମଙ୍‌ଗଡଞ୍ଜି ଆୟର୍‌ଗୁଡ଼ିଃଲନ୍‌ ବର୍ରନେ, “ଏ ଜିରୁସାଲମନ୍‌ ଆ ଡାଙ୍ଗଡ଼ିଅନ୍‌ଜି, ଞେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଏୟେଡଙ୍‌, ଆର୍ପାୟ୍‌ ରମ୍ମଙ୍‌ ରମ୍ମଙ୍‌ ଆସନ୍‌ ଆରି ପସିୟ୍‌ବେଞ୍ଜି ଆସନ୍‌ ୟେବା;
29 २९ क्योंकि वे दिन आते हैं, जिनमें लोग कहेंगे, ‘धन्य हैं वे जो बाँझ हैं, और वे गर्भ जो न जने और वे स्तन जिन्होंने दूध न पिलाया।’
ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଗିୟ୍‌ବା, ‘ଆନାଜି ଆଞ୍ଜେବୟ୍‌ଜି, ଆରି ଆନାଜି ଆଙ୍ଗିୟ୍‌ଜା ଅଣ୍ଡ୍ରଙ୍‌ ତିଲ୍‌କୋଡେଜି ଆରି ଅଣ୍ଡ୍ରଙ୍‌ ମେମେଅନ୍‌ନେଜି, ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ସନେନ୍‌ସେନ୍‌, ସନେନ୍‌ସେନ୍‌,’ ଗାମ୍‌ଲେ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ବର୍ତଞ୍ଜି ତି ଆ ବନେଡ଼ା ଜିର୍ତାୟ୍‌ ।
30 ३० उस समय ‘वे पहाड़ों से कहने लगेंगे, कि हम पर गिरो, और टीलों से कि हमें ढाँप लो।’
ତିଆଡିଡ୍‌ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ବରୁଞ୍ଜି ବର୍ତଜି, ‘ଡଅଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ଲେନ୍‌ ଅବ୍‌ସେଡ୍‌ନାୟ୍‌,’ ଆରି ତଡ଼କୁବଞ୍ଜି ବର୍ତଜି, ‘ଇନ୍‌ଲେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ରୁବ୍‌ଲେନ୍‌ ।’
31 ३१ “क्योंकि जब वे हरे पेड़ के साथ ऐसा करते हैं, तो सूखे के साथ क्या कुछ न किया जाएगा?”
ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆମେଙ୍‌ନୁବନ୍‌ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଏନ୍ନେଏଞ୍ଜି ଡେନ୍‌, ଆସର୍‌ନୁବନ୍‌ ଆରି ଏଙ୍ଗାଗୋ ଅରଃ ଡେଏନ୍‌?”
32 ३२ वे और दो मनुष्यों को भी जो कुकर्मी थे उसके साथ मार डालने को ले चले।
ରନବ୍ବୁନ୍‌ ଆସନ୍‌ ବାଗୁ ଡୋସାମରଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ନିୟ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ ସରିନ୍‌ ଓରୋଙେଞ୍ଜି ।
33 ३३ जब वे उस जगह जिसे खोपड़ी कहते हैं पहुँचे, तो उन्होंने वहाँ उसे और उन कुकर्मियों को भी एक को दाहिनी और दूसरे को बाईं और क्रूसों पर चढ़ाया।
ଆରି, ଆନିଞ୍ଜି “ଆଇଡାଡ଼ା” ଗାମ୍‌ଲେ ଅବୟ୍‌ ବରୁଲୋଙନ୍‌ ତୁଙେଞ୍ଜି କି ତେତ୍ତେ ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଆଅକ୍କାଡଙ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଅମ୍‌ଡାଜେଞ୍ଜି, ଆରି ଡୋସାମରଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଅବୟ୍‌ନେ ଜିସୁନ୍‌ ଆ ଅର୍ଜଡ଼ୋମ୍‌ଗଡ୍‌ ଆରି ଅବୟ୍‌ନେ ଅର୍କାବଡ଼ିଗଡ୍‌ ଆଅକ୍କାଡଙ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଅମ୍‌ଡାଜେଞ୍ଜି ।
34 ३४ तब यीशु ने कहा, “हे पिता, इन्हें क्षमा कर, क्योंकि ये जानते नहीं कि क्या कर रहें हैं?” और उन्होंने चिट्ठियाँ डालकर उसके कपड़े बाँट लिए।
ତିଆଡିଡ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ ବର୍ରନେ, “ଏ ଆପେୟ୍‌, କେନ୍‌ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ କେମାନ୍‌ ତିୟାଜି, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ କେନ୍‌ଆନିଞ୍ଜି ଇନି ଲୁମ୍‌ତଜି, ତିଆତେ ଅଃଜ୍ଜନାଏଜି ।” ଆରି ଆନିଞ୍ଜି ଜିସୁନ୍‌ ଆ ଅଙ୍ଗି ବନ୍ତାନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଅବ୍‌କଡ଼ିଏଞ୍ଜି ।
35 ३५ लोग खड़े-खड़े देख रहे थे, और सरदार भी उपहास कर करके कहते थे, “इसने औरों को बचाया, यदि यह परमेश्वर का मसीह है, और उसका चुना हुआ है, तो अपने आपको बचा ले।”
ଆରି, ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ତନଙ୍‌ଡାଲେ ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଗିୟ୍‌ଗିଜେଞ୍ଜି । ଆରି, ସୋଡ଼ାମରଞ୍ଜି ନିୟ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ସୟ୍‌ସୟ୍‌ମୁଡାଲେ ବର୍ରଞ୍ଜି, “ଆନିନ୍‌ ଆନ୍ନାମରଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଡୋବେନ୍‌; ଆନିନ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆସ୍ରେଡାଏନ୍‌ ଆ କ୍ରିସ୍ଟ ଡେନ୍‌, ଆନିନ୍‌ଡମ୍‌ ଡୋବ୍‌ନେତୋ ।”
36 ३६ सिपाही भी पास आकर और सिरका देकर उसका उपहास करके कहते थे।
ଆରି, ସିପ୍ପାୟଞ୍ଜି ନିୟ୍‌ ଆମଙନ୍‌ ଜିର୍ରେ ସବୁର୍‌ଡାନ୍‌ ତିୟ୍‌ଲେ, ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ସୟ୍‌ସୟ୍‌ମୁଲେ ବର୍ରଞ୍ଜି,
37 ३७ “यदि तू यहूदियों का राजा है, तो अपने आपको बचा!”
“ଆମନ୍‌ ଜିଉଦିଞ୍ଜି ଆ ରାଜା ଡେନ୍‌, ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ଆମନ୍‌ଡମ୍‌ ଡୋବ୍‌ନା ।”
38 ३८ और उसके ऊपर एक दोषपत्र भी लगा था: “यह यहूदियों का राजा है।”
ଆରି, ଆବବନ୍‌ ଆ ତୋଣ୍ଡୋ ଏନ୍ନେଲେ ନିୟ୍‌ ଆଇଡିଡନ୍‌ ଡକୋଏନ୍‌, “କେନ୍‌ଆତେ ଜିଉଦିଞ୍ଜି ଆ ରାଜା ।”
39 ३९ जो कुकर्मी लटकाए गए थे, उनमें से एक ने उसकी निन्दा करके कहा, “क्या तू मसीह नहीं? तो फिर अपने आपको और हमें बचा!”
ଆରି, ଆଅକ୍କାଡଙ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଆରମ୍‌ଡାଜେଞ୍ଜି ଡୋସାମରଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଅବୟ୍‌ନେ ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ନିଣ୍ଡୟ୍‌ଡାଲେ ବର୍ରନେ, “ଆମନ୍‌ ପଙ୍‌ କ୍ରିସ୍ଟନ୍‌ ତଡ୍‌? ଆମନ୍‌ଡମ୍‌ ଡୋବ୍‌ନା ଆରି ଇନ୍‌ଲେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଡୋବ୍‌ଲେନ୍‌ ।”
40 ४० इस पर दूसरे ने उसे डाँटकर कहा, “क्या तू परमेश्वर से भी नहीं डरता? तू भी तो वही दण्ड पा रहा है,
ବନ୍‌ଡ ଆରି ଅବୟ୍‌ନେ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ କଁୟ୍‌ଲେ ବରେନ୍‌, “ଆମନ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ନିୟ୍‌ ଅଃବ୍ବତଙମ୍‌ ପଙ୍‌? ଆମନ୍‌ ତ ଏତ୍ତେଗୋମା ପନବ୍‌ରଡନ୍‌ ଞାଙ୍‌ତେ ।
41 ४१ और हम तो न्यायानुसार दण्ड पा रहे हैं, क्योंकि हम अपने कामों का ठीक फल पा रहे हैं; पर इसने कोई अनुचित काम नहीं किया।”
ଆମନ୍‌ ଡ ଞେନ୍‌ ଡୋସାନ୍‌ ଲୁମ୍‌ଲବୋ, ତିଆସନ୍‌ ପନବ୍‌ରଡନ୍‌ ଞାଙ୍‌ତବୋ, ବନ୍‌ଡ କେନ୍‌ଆନିନ୍‌ ଅନ୍ନିଙ୍‌ ଆ ଡୋସା ଅଃଲ୍ଲୁମ୍‌ଲୋ ।”
42 ४२ तब उसने कहा, “हे यीशु, जब तू अपने राज्य में आए, तो मेरी सुधि लेना।”
ଆରି ଆନିନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବରେନ୍‌, “ଏ ଜିସୁ, ଆମନ୍‌ ରାଜ୍ୟଲୋଙ୍‌ନମ୍‌ ଗନେନ୍‌ ଡେନ୍‌ ଞେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅଜିଡ୍‌ ଇୟମିଁୟ୍‌ ।”
43 ४३ उसने उससे कहा, “मैं तुझ से सच कहता हूँ कि आज ही तू मेरे साथ स्वर्गलोकमें होगा।”
ସିଲତ୍ତେ ଜିସୁନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବରେନ୍‌, “ଞେନ୍‌ ଆମନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଆଜାଡ଼ିଡମ୍‌ ବର୍ତମ୍‌, ଲଙେ ଆମନ୍‌ ଞେନ୍‌ ସରିନ୍‌ ପାରଡେସାନ୍‌ ଜିର୍ତେ ।”
44 ४४ और लगभग दोपहर से तीसरे पहर तक सारे देश में अंधियारा छाया रहा,
ତିଆଡିଡ୍‌ ଅୟମନ୍‌ ବାରଟା ଡେଏନ୍‌, ଆରି, ଓୟୋଙନ୍‌ ଅଃତ୍ତରାଲନ୍‌ ୟାଗି ଗଣ୍ଟା ଜାୟ୍‌ ସମ୍ପରା ଡେସାନ୍‌ ଆଲୋଙଡ୍‌ ଡକୋଲନ୍‌ ।
45 ४५ और सूर्य का उजियाला जाता रहा, और मन्दिर का परदा बीच से फट गया,
ଆରି ସରେବାସିଂଲୋଙନ୍‌ ଆଡ୍ରକୋଏନ୍‌ ଡରଙ୍‌ନେକାବନ୍‌ ବାଗୁ ପାଲ୍‌ପାଲ୍‌ ଡେଲେ ପତେଏନ୍‌ ।
46 ४६ और यीशु ने बड़े शब्द से पुकारकर कहा, “हे पिता, मैं अपनी आत्मा तेरे हाथों में सौंपता हूँ।” और यह कहकर प्राण छोड़ दिए।
ଆରି, ଜିସୁନ୍‌ ସୋଡ଼ା ସର୍ରଙନ୍‌ ବାତ୍ତେ, ଓଡ୍ଡେଲେ ବର୍ରନେ, “ଏ ଆପେୟ୍‌, ଞେନ୍‌ ଅସିଲୋଙ୍‌ନମ୍‌ ପୁରାଡ଼ାଞେନ୍‌ ସୋରୋପ୍ପାୟ୍‌ତାୟ୍‌,” ଏନ୍ନେଲେ ବର୍ରନେ କି ଆନିନ୍‌ ରବୁଏନ୍‌ ।
47 ४७ सूबेदार ने, जो कुछ हुआ था देखकर परमेश्वर की बड़ाई की, और कहा, “निश्चय यह मनुष्य धर्मी था।”
ତେତ୍ତେ ଇନି ଡେଏନ୍‌ ତିଆତେ ସୋଡ଼ା ସିପ୍ପାୟନ୍‌ ଗିୟ୍‌ଲେ, ଇସ୍ୱରନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଗନୁଗୁ ପନେମେଙନ୍‌ ତିୟ୍‌ଲେ ବର୍ରନେ, “କେନ୍‌ଆନିନ୍‌ ଅବୟ୍‌ ଡରମ୍ମମର୍‌ ଡକୋଏନ୍‌ ।”
48 ४८ और भीड़ जो यह देखने को इकट्ठी हुई थी, इस घटना को देखकर छाती पीटती हुई लौट गई।
ଆରି, କେନ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ଗିୟ୍‌ଗିଜନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଡିଅଙ୍ଗା ମନ୍‌ରା ତେତ୍ତେ ଇୟ୍‌ଲେ କୁଡ଼ାୟ୍‌ନେଜି ଆନିଞ୍ଜି କେନ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ଗନଡେଲଞ୍ଜି ଗିୟ୍‌ଲେ ଆ ମାୟଙ୍‌ଲୋଙଞ୍ଜି ତିଡ୍ଡମ୍‌ଲନ୍‌ ୟର୍ରନାଜି ।
49 ४९ और उसके सब जान-पहचान, और जो स्त्रियाँ गलील से उसके साथ आई थीं, दूर खड़ी हुई यह सब देख रही थीं।
ବନ୍‌ଡ ଜିସୁନ୍‌ ଆ କୁଲମ୍‌ଜି ଅଡ଼୍‌କୋଞ୍ଜି ଆରି ଗାଲିଲିନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଏକ୍କାନ୍‌ ମାୟ୍‌ଲନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଆସ୍ରଣ୍ଡୋଙେଞ୍ଜି ଆଇମର୍‌ଜି ଡାସଙାୟ୍‌ ଡକୋଡାଲନ୍‌ କେନ୍‌ଆତେଜି ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ଗିୟ୍‌ଗିଜେଞ୍ଜି ।
50 ५० और वहाँ, यूसुफ नामक महासभा का एक सदस्य था, जो सज्जन और धर्मी पुरुष था।
ଆରି ଗିୟ୍‌ବା, ଜିଉଦିଞ୍ଜି ଆ ଗଡ଼ାଲୋଙ୍‌ ଆରାମାତିୟାବାୟ୍‌ ଜୋସେପ ଗାମ୍‌ଲେ ଅବୟ୍‌ ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଡକୋଏନ୍‌, ଆନିନ୍‌ ମନଙ୍‌ମର୍‌ ଆରି ଡରମ୍ମମର୍‌, ଆରି ଆନିନ୍‌ ସୋଡ଼ା ସୋବାନ୍‌ ଆ ମରାୟ୍‌ନେମର୍‌ ।
51 ५१ और उनके विचार और उनके इस काम से प्रसन्न न था; और वह यहूदियों के नगर अरिमतियाह का रहनेवाला और परमेश्वर के राज्य की प्रतीक्षा करनेवाला था।
ଆନ୍ନା ଜିଉଦିଞ୍ଜି, ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ରନବ୍ବୁନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଏରେଞ୍ଜି ଗୋଜେଞ୍ଜି ବନ୍‌ଡ ତିଆତେ ଆନିନ୍‌ ଅଃମ୍ମାୟ୍‌ଲନ୍‌, ଆରି ଆନିନ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ରାଜ୍ୟ ଜଗେଲେ ଡକୋଲନ୍‌ ।
52 ५२ उसने पिलातुस के पास जाकर यीशु का शव माँगा,
ଆନିନ୍‌ ପିଲାତନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଜିର୍ରେ ଜିସୁନ୍‌ ଆ ଡଅଙ୍‌ ଇୟ୍‌ଲେ ବେଡେ ।
53 ५३ और उसे उतारकर मलमल की चादर में लपेटा, और एक कब्र में रखा, जो चट्टान में खोदी हुई थी; और उसमें कोई कभी न रखा गया था।
ଆରି ତିଆତେ ଅପ୍ପଃଡାଲେ ଲମନ୍‌କାବନ୍‌ ବାତ୍ତେ ବଲେଡ୍‌ଲେ, ବରୁଲୋଙନ୍‌ ଆଗାୟ୍‌ଗାୟନ୍‌ ଅବୟ୍‌ ମସାନ୍ନିଲୋଙନ୍‌ ଇୟ୍‌ଲେ ଡକ୍କୋଏଜି, ତି ଆମ୍ମୁଙ୍‌ ତି ଆ ମସାନ୍ନିଲୋଙ୍‌ ଆଙ୍ଗିୟ୍‌ ଆନ୍ନିଙ୍‌ ଅଣ୍ଡ୍ରଙ୍‌ ଡକ୍କୋଏଜି ।
54 ५४ वह तैयारी का दिन था, और सब्त का दिन आरम्भ होने पर था।
ତିଆଡିନ୍ନା ଅବ୍‌ଜାଡା ଡିନ୍ନା ଡକୋଏନ୍‌, ଆରି ଲୋଲୋନେ ଡିନ୍ନାନ୍‌ ତୁୟାଲେ ପାଙ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
55 ५५ और उन स्त्रियों ने जो उसके साथ गलील से आई थीं, पीछे-पीछे, जाकर उस कब्र को देखा और यह भी कि उसका शव किस रीति से रखा गया हैं।
ଆରି, ଗାଲିଲିନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଆଜିର୍ରାଞଞ୍ଜି ଆଇମର୍‌ଜି ସଣ୍ଡୋଙ୍‌ଲେ ପାଙ୍‌ଲେ ମସାନ୍ନିନ୍‌ ଡ ଜିସୁନ୍‌ ଆ ଡଅଙ୍‌ ଏଙ୍ଗାଲେ ଡନକ୍କୋନ୍‌ ଡେଏନ୍‌ ତିଆତେ ଇୟ୍‌ଲେ ଗିଜେଜି ।
56 ५६ और लौटकर सुगन्धित वस्तुएँ और इत्र तैयार किया; और सब्त के दिन तो उन्होंने आज्ञा के अनुसार विश्राम किया।
ଆରି ଆନିଞ୍ଜି ୟର୍ରନ୍‌ ଲଙିଡ୍‌ ମିଞଲନ୍‌ ଡ ମିଞଲନ୍‌ ଇୟ୍‌ଲେ ତୁବେଜି, ଆରି ଆନିଞ୍ଜି ଲୋଲୋନେ ଡିନ୍ନାଇଙନ୍‌ ଲୋଲୋଲଞ୍ଜି, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ତିଆତେ ବନାଁୟ୍‌ବର୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଏତ୍ତେଲେ ଡକୋଏନ୍‌ ।

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