< लूका 22 >

1 अख़मीरी रोटी का पर्व जो फसह कहलाता है, निकट था।
ଏଲାୟ୍‌ପୁର୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ଅବୟ୍‌ କମିରନ୍‌ ଏର୍‌ମନାୟ୍‌ ରୁଟିନ୍‌ ଆ ଜୋମ୍‌ଜୋମ୍‌ ଡିନ୍ନାନ୍‌ ତୁୟାଲେ ପାଙ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
2 और प्रधान याजक और शास्त्री इस बात की खोज में थे कि उसको कैसे मार डालें, पर वे लोगों से डरते थे।
ଆରି ସୋଡ଼ା ରାଓଡ଼ାଞ୍ଜି ଡ ସାସ୍ତ୍ରିଞ୍ଜି, ଏଙ୍ଗାଲ୍‌ଡେନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅଜନା ରବ୍ବୁଲେ ରପ୍ତିଏଜି, ତିଆସନ୍‌ ତଙରନ୍‌ ସାଜେଞ୍ଜି, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ମନ୍‌ରାଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବତଙେଞ୍ଜି ।
3 और शैतान यहूदा में समाया, जो इस्करियोती कहलाता और बारह चेलों में गिना जाता था।
ତିଆଡିଡ୍‌ ବାରଜଣଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଇସ୍କାରିତ ଜିଉଦାନ୍‌ ଆ ଉଗର୍‌ଲୋଙ୍‌ ସନୁମନ୍‌ ଗନେନ୍‌ ।
4 उसने जाकर प्रधान याजकों और पहरुओं के सरदारों के साथ बातचीत की, कि उसको किस प्रकार उनके हाथ पकड़वाए।
ଆରି ଆନିନ୍‌ ଜିର୍ରେ ଏଙ୍ଗାଡାଲେ ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ସୋଡ଼ା ରାଓଡ଼ାଞ୍ଜି ଡ ସୋଡ଼ା ସିପ୍ପାୟଞ୍ଜି ଆସିଲୋଙ୍‌ ଅବ୍‌ଞମ୍‌ଞମେଜି ତିଆସନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ସରିନ୍‌ ଇୟ୍‌ଲେ କଡାଡ଼ିନେ ।
5 वे आनन्दित हुए, और उसे रुपये देने का वचन दिया।
ସିଲତ୍ତେ ଆନିଞ୍ଜି ସର୍ଡାଏଞ୍ଜି କି ତଙ୍କାନ୍‌ ଏତିୟ୍‌ତମ୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ବାସାଏଞ୍ଜି ।
6 उसने मान लिया, और अवसर ढूँढ़ने लगा, कि बिना उपद्रव के उसे उनके हाथ पकड़वा दे।
ଆରି ଆନିନ୍‌ ଅଡ଼େଡାଲେ ଅଡ଼୍‌କୋ ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଆ ତେମଡ୍‌ଲୋଙ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଆସିଲୋଙଞ୍ଜି ଅନବ୍‌ଞମ୍‌ଞମନ୍‌ ଆସନ୍‌ ରୟଙନ୍‌ ସାୟ୍‌ଲେ ଡକୋଲନ୍‌ ।
7 तब अख़मीरी रोटी के पर्व का दिन आया, जिसमें फसह का मेम्ना बलि करना अवश्य था।
ତିକ୍କି ଅଙ୍ଗା ଆଡିଡ୍‌ ଏଲାୟ୍‌ପୁର୍‌ ଇଙନ୍‌ ମେଣ୍ଡାଅନନ୍‌ ଅନମଙନ୍‌ ତନିୟନ୍‌ ଡେତେ, କମିରନ୍‌ ଏର୍‌ମନାୟ୍‌ ରୁଟିପୁର୍‌ ଡିନ୍ନାନ୍‌ ଅଡ଼ୋଲାୟ୍‌ ।
8 और यीशु ने पतरस और यूहन्ना को यह कहकर भेजा, “जाकर हमारे खाने के लिये फसह तैयार करो।”
ଜିସୁନ୍‌ ପିତ୍ରନ୍‌ ଡ ଜନନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଏନ୍ନେଲେ ବର୍ରେ ଆପ୍ପାୟେଞ୍ଜି, “ଗାଗାନେଲେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଜିର୍ରେ ଏଲାୟ୍‌ପୁର୍‌ ଜନୋମନ୍‌ ଇୟ୍‌ନବ୍‌ଜାଡାବା ।”
9 उन्होंने उससे पूछा, “तू कहाँ चाहता है, कि हम तैयार करें?”
ସିଲତ୍ତେ ଆନିଞ୍ଜି ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଗାମେଞ୍ଜି, “ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ ଅଙ୍ଗାଲୋଙ୍‌ କେନ୍‌ଆତେ ଏଅବ୍‌ଜାଡାନାୟ୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ଆମନ୍‌ ଲଡୟ୍‌ତମ୍‌?”
10 १० उसने उनसे कहा, “देखो, नगर में प्रवेश करते ही एक मनुष्य जल का घड़ा उठाए हुए तुम्हें मिलेगा, जिस घर में वह जाए; तुम उसके पीछे चले जाना,
ଜିସୁନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଜାଲଙେଞ୍ଜି, “ଗିୟ୍‌ବା, ଆମ୍ୱେନ୍‌ ଗଡ଼ାଲୋଙନ୍‌ ଆଗ୍ରନ୍‌ତେନ୍‌ ଆଡିଡ୍‌, ସୁତ୍ତିଲୋଙନ୍‌ ଡାଆନ୍‌ ଆପ୍ରାଙ୍‌ତେନ୍‌ ଅବୟ୍‌ ମନ୍‌ରାନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଆମ୍ୱେନ୍‌ ଇୟ୍‌ତେ ଏରବାଙେ; ଆନିନ୍‌ ଅଙ୍ଗା ଆସିଂ ଇୟ୍‌ତେ ଗନେ, ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ସଣ୍ଡୋଙ୍‌ଡାଲେ ତି ଆସିଂ ଇୟ୍‌ଲେ ଅସିଙନ୍‌ ଆ ମୁଡ଼ମର୍‌ଆଡଙ୍‌ ଇୟ୍‌ ବର୍ବା,
11 ११ और उस घर के स्वामी से कहो, ‘गुरु तुझ से कहता है; कि वह पाहुनशाला कहाँ है जिसमें मैं अपने चेलों के साथ फसह खाऊँ?’
‘ଞନଙ୍‌ତିୟ୍‌ମରନ୍‌ ଆମନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବର୍ତମ୍‌, ଞେନ୍‌ ଞଙ୍‌ନେମର୍‌ଞେଞ୍ଜି ସରିନ୍‌ ଅଙ୍ଗାସିଂଲୋଙ୍‌ ଅନେଲାୟ୍‌ପୁରନ୍‌ ଆ ଜନୋମ୍‌ ପାଡ଼େତନାୟ୍‌, ତି ଆ କନୁଆମର୍‌ସିଂ ଅଡ଼େଙ୍ଗା?’
12 १२ वह तुम्हें एक सजी-सजाई बड़ी अटारी दिखा देगा; वहाँ तैयारी करना।”
ସିଲତ୍ତେ ଆନିନ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ଆଜାଡାଆୟ୍‌ ଅବୟ୍‌ ସୋଡ଼ାଡମ୍‌ ଆସିଂ ତୋଣ୍ଡୋ ମେଡ଼ନ୍‌ଆତେ ଅବ୍‌ତୁୟ୍‌ତବେନ୍‌; ତେତ୍ତେ ଇୟ୍‌ନବ୍‌ଜାଡାବା ।”
13 १३ उन्होंने जाकर, जैसा उसने उनसे कहा था, वैसा ही पाया, और फसह तैयार किया।
ଆରି ଆନିଞ୍ଜି ଜିର୍ରେ, ଜିସୁନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଏଙ୍ଗାଲେ ବରେଞ୍ଜି, ଏତ୍ତେଲେମା ଇୟ୍‌ଲେ ଗିଜେଜି, ତିଆସନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଅନେଲାୟ୍‌ପୁରନ୍‌ ଆ ଜନୋମ୍‌ ଇୟ୍‌ଲେ ଅବ୍‌ଜାଡାଏଜି ।
14 १४ जब घड़ी पहुँची, तो वह प्रेरितों के साथ भोजन करने बैठा।
ଆରି, ଡିନ୍ନାନ୍‌ ଆରଡ଼ୋଲାଞନ୍‌, ଜିସୁନ୍‌ ଅନାପ୍ପାୟଞ୍ଜି ସରିନ୍‌ ଗାଗାନେନ୍‌ ତଙ୍କୁମେଞ୍ଜି ।
15 १५ और उसने उनसे कहा, “मुझे बड़ी लालसा थी, कि दुःख भोगने से पहले यह फसह तुम्हारे साथ खाऊँ।
ଆରି, ଜିସୁନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବରେଞ୍ଜି, “ଞେନ୍‌ ଡଣ୍ଡନ୍‌ ଞରାଙ୍‌ତାଞନ୍‌ ଆମ୍ମୁଙ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ସରିନ୍‌ ମାୟ୍‌ଲନ୍‌ କେନ୍‌ ଅନେଲାୟ୍‌ପୁର୍‌ ଜନୋମନ୍‌ ଜୋମ୍‌ଜୋମନ୍‌ ଆସନ୍‌ ମାଡ୍ଡ ଲଡୟ୍‌ଲିଁୟ୍‌;
16 १६ क्योंकि मैं तुम से कहता हूँ, कि जब तक वह परमेश्वर के राज्य में पूरा न हो तब तक मैं उसे कभी न खाऊँगा।”
ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବର୍ତବେନ୍‌, ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ରାଜ୍ୟଲୋଙ୍‌ କେନ୍‌ ଆ ଗରାମ୍‌ଗାମନ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ଅଣ୍ଡ୍ରଙ୍‌ ଗିୟ୍‌ତାଏନ୍‌ ଜାୟ୍‌ ଞେନ୍‌ ଆଙ୍ଗିୟ୍‌ ଆରି କେନ୍‌ଆତେ ଅଃଜ୍ଜୋମାୟ୍‌ ।”
17 १७ तब उसने कटोरा लेकर धन्यवाद किया और कहा, “इसको लो और आपस में बाँट लो।
ଆରି ଆନିନ୍‌ ଗିଲ୍ଲନ୍‌ ଞମ୍‌ଲେ, ସନେନ୍‌ସେନନ୍‌ ତିୟ୍‌ଲେ ବର୍ରନେ, “କେନ୍‌ଆତେ ପାଙ୍‌ଲେ ରମ୍ମଙ୍‌ ରମ୍ମଙ୍‌ବେନ୍‌ ବନ୍ତାନାବା ।
18 १८ क्योंकि मैं तुम से कहता हूँ, कि जब तक परमेश्वर का राज्य न आए तब तक मैं दाखरस अब से कभी न पीऊँगा।”
ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବର୍ତବେନ୍‌, ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ରାଜ୍ୟ ଅଣ୍ଡ୍ରଙ୍‌ ଜିରାଞନ୍‌ ଜାୟ୍‌ ଞେନ୍‌ ଲଙେ ସିଲଡ୍‌ ଆଙ୍ଗିୟ୍‌ ଆରି ଦ୍ରାକ୍ୟାଡାନ୍‌ ଅଃଗାଆୟ୍‌ ।”
19 १९ फिर उसने रोटी ली, और धन्यवाद करके तोड़ी, और उनको यह कहते हुए दी, “यह मेरी देह है, जो तुम्हारे लिये दी जाती है: मेरे स्मरण के लिये यही किया करो।”
ଆରି, ରୁଟିନ୍‌ ଞମ୍‌ଲେ ସନେନ୍‌ସେନନ୍‌ ତିୟେନ୍‌, ଆରି ତିଆତେ ରେବ୍‌ଲେ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ତିୟ୍‌ଲେ ବର୍ରନେ, “ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଆସନ୍‌ ତନିୟନ୍‌ ଆଡ୍ରେଏନ୍‌ କେନ୍‌ଆତେ ଡଅଙ୍‌ଞେନ୍‌; ଞେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ମନନ୍ନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ କେନ୍‌ଆତେ ଲୁମ୍‌ବା ।”
20 २० इसी रीति से उसने भोजन के बाद कटोरा भी यह कहते हुए दिया, “यह कटोरा मेरे उस लहू में जो तुम्हारे लिये बहाया जाता है नई वाचा है।
ଆଜ୍ରୋମେଞ୍ଜି ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ତିଅନ୍ତମ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଗିଲ୍ଲନ୍‌ ଞମ୍‌ଲେ ବର୍ରନେ, “କେନ୍‌ ଗିଲ୍ଲନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଆସନ୍‌ ଆଜ୍ରତଡେନ୍‌ ମିଞାମ୍‌ଞେନ୍‌ ବାତ୍ତେ ଗନବ୍‌ରିନ୍‌ ଆଡ୍ରେଏନ୍‌ କେନ୍‌ ରଙ୍‌ ଅନଗଡନ୍‌ ।”
21 २१ पर देखो, मेरे पकड़वानेवाले का हाथ मेरे साथ मेज पर है।
“ବନ୍‌ଡ ଗିୟ୍‌ବା, ଆନା ଞେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବନେରାଞ୍ଜି ଆସିଲୋଙ୍‌ ସୋରୋପ୍ପାୟ୍‌ତିଁୟ୍‌, ଆସିନ୍‌ ଞେନ୍‌ ସରିନ୍‌ ତୋଣ୍ଡୋ ମେଜଲୋଙନ୍‌ ଡକୋ ।
22 २२ क्योंकि मनुष्य का पुत्र तो जैसा उसके लिये ठहराया गया, जाता ही है, पर हाय उस मनुष्य पर, जिसके द्वारा वह पकड़वाया जाता है!”
ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଏଙ୍ଗାଲେ ଆଇଡିଡନ୍‌ ଡକୋ, ଏତ୍ତେଲେମା ମନ୍‌ରା ଡାଙ୍ଗଡ଼ାଅନନ୍‌ ରବୁତେ, ବନ୍‌ଡ ଅଙ୍ଗା ମନ୍‌ରା ବନେରାଞ୍ଜି ଆସିଲୋଙ୍‌ ମନ୍‌ରା ଡାଙ୍ଗଡ଼ାଅନନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ସୋରୋପ୍ପାୟ୍‌ତେ, ୟୋଙ୍‌ ତି ଆ ମନ୍‌ରା ପନବ୍‌ରଡନ୍‌ ଞାଙ୍‌ତେ ।”
23 २३ तब वे आपस में पूछताछ करने लगे, “हम में से कौन है, जो यह काम करेगा?”
ତିଆସନ୍‌ ଞଙ୍‌ନେମରଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଆନା କେନ୍‌ଆତେ ଲୁମ୍‌ରୟ୍‌ତେ, ଗାମ୍‌ଲେ ଆନିଞ୍ଜି ତର୍ଡମ୍‌ କଡାଡ଼ିଲଞ୍ଜି ।
24 २४ उनमें यह वाद-विवाद भी हुआ; कि हम में से कौन बड़ा समझा जाता है?
ଆରି, ଞଙ୍‌ନେମରଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ ଆନା ସୋଡ଼ା ଗାମ୍‌ଲେ ଡନିଡିନ୍‌ ଡେତେ, ତିଆସନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ତର୍ଡମ୍‌ ଅଲ୍‌ଡୁଲ୍‌ବାଞେଞ୍ଜି ।
25 २५ उसने उनसे कहा, “अन्यजातियों के राजा उन पर प्रभुता करते हैं; और जो उन पर अधिकार रखते हैं, वे उपकारककहलाते हैं।
ସିଲତ୍ତେ ଜିସୁନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବରେଞ୍ଜି, “ଏର୍‌ଡର୍ନେମରଞ୍ଜି ଆ ରାଜାଜି ମନ୍‌ରାଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ସାସନତଜି, ଆରି ଆନାଜି ମନ୍‌ରାଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ସାସନତଜି ଆନିଞ୍ଜି ‘ସନାୟୁମ୍‌ମର୍‌’ ଗାମ୍‌ଲେ ବର୍ନେନ୍‌ ଡେତେ ।
26 २६ परन्तु तुम ऐसे न होना; वरन् जो तुम में बड़ा है, वह छोटे के समान और जो प्रधान है, वह सेवक के समान बने।
ବନ୍‌ଡ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ତିଅନ୍ତମ୍‌ ଡେଡଙ୍‌ବେନ୍‌ ତଡ୍‌, ସିନା ଅମଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ବେନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଆନା ସୋଡ଼ା, ଆନିନ୍‌ ଆ ସନ୍ନାଗୋ ଡେଏତୋ, ଆରି ଆନା ଆମ୍ମୁଙ୍‌ଗଡ୍‌ମର୍‌ ଆନିନ୍‌ କମ୍ୱାରିମର୍‌ଗୋ ଡେଏତୋ ।
27 २७ क्योंकि बड़ा कौन है; वह जो भोजन पर बैठा है, या वह जो सेवा करता है? क्या वह नहीं जो भोजन पर बैठा है? पर मैं तुम्हारे बीच में सेवक के समान हूँ।
ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆନା ସୋଡ଼ା? ଅଙ୍ଗା ମନ୍‌ରା ତଙ୍କୁମ୍‌ଡାଲେ ଗାଗାତନେ, ଆନିନ୍‌ ସୋଡ଼ା ଅଡ଼େ, ଅଙ୍ଗା ମନ୍‌ରା ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ରୋଜୋମ୍‌ତେ, ଆନିନ୍‌ ସୋଡ଼ା? ଅଙ୍ଗା ମନ୍‌ରା ତଙ୍କୁମ୍‌ଡାଲେ ଗାଗାତନେ ଆନିନ୍‌ ପଙ୍‌ ସୋଡ଼ା ତଡ୍‌? ବନ୍‌ଡ ଞେନ୍‌ ଅମଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ବେନ୍‌ ଅବୟ୍‌ ସାନାକ୍କେମରନ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ଡକୋତନାୟ୍‌ ।”
28 २८ “परन्तु तुम वह हो, जो मेरी परीक्षाओं में लगातार मेरे साथ रहे;
“ବନ୍‌ଡ ଅଡ଼୍‌କୋ ମନାଲ୍‌ମାଲ୍‌ଲୋଙ୍‌ଞେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଞେନ୍‌ ସରିନ୍‌ ଡକୋଲନ୍‌ ଏଜିର୍ତାୟ୍‌;
29 २९ और जैसे मेरे पिता ने मेरे लिये एक राज्य ठहराया है, वैसे ही मैं भी तुम्हारे लिये ठहराता हूँ।
ତିଆସନ୍‌ ଆପେୟ୍‌ଞେନ୍‌ ଏଙ୍ଗାଲେ ଞେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ରାଜ୍ୟନ୍‌ ସେଡାଏନ୍‌, ତିଅନ୍ତମ୍‌ ଞେନ୍‌ ନିୟ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଆସନ୍‌ ସେଡାତାୟ୍‌,
30 ३० ताकि तुम मेरे राज्य में मेरी मेज पर खाओ-पीओ; वरन् सिंहासनों पर बैठकर इस्राएल के बारह गोत्रों का न्याय करो।
ଆରି ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ରାଜ୍ୟଲୋଙ୍‌ଞେନ୍‌ ମେଜଲୋଙ୍‌ଞେନ୍‌ ଏଗାଗାତନେ, ଆରି ତରଙ୍କୁମ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ତଙ୍କୁମ୍‌ଡାଲେ ବାର କେଜ୍ଜା ଇସ୍ରାଏଲନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଏସାସନତଜି ।”
31 ३१ “शमौन, हे शमौन, शैतान ने तुम लोगों को माँग लिया है कि गेहूँ के समान फटके।
“ସିମନ୍‌, ସିମନ୍‌, ଗିଜା, ଗମ୍ମନ୍‌ ସାଲୁଣିଲୋଙନ୍‌ ଆସ୍ରଲାୟ୍‌ତବନ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌, ସନୁମନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ସନଲ୍ଲାୟନ୍‌ ଆସନ୍‌ ରୟଙନ୍‌ ଞାଙେନ୍‌ ।
32 ३२ परन्तु मैंने तेरे लिये विनती की, कि तेरा विश्वास जाता न रहे और जब तू फिरे, तो अपने भाइयों को स्थिर करना।”
ବନ୍‌ଡ ଡର୍ନେନମ୍‌ ଏଙ୍ଗାଲ୍‌ଡେନ୍‌ ଆଡ଼ଡଙେ ତଡ୍‌, ତିଆସନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଆମନ୍‌ ଆସନ୍‌ ପାର୍ତନାଲନାୟ୍‌; ଆରି ଆମନ୍‌ ୟର୍ରନାୟ୍‌ ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ବୋଞାଙ୍‌ନମ୍‌ଜିଆଡଙ୍‌ ଆୟ୍‌ନବ୍‌ବୋର୍ସାଆଜି ।”
33 ३३ उसने उससे कहा, “हे प्रभु, मैं तेरे साथ बन्दीगृह जाने, वरन् मरने को भी तैयार हूँ।”
ବନ୍‌ଡ ପିତ୍ରନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବରେନ୍‌, “ଏ ପ୍ରବୁ, ଆମନ୍‌ ସରିନ୍‌ ବଣ୍ଡିସିଙନ୍‌ ଜନିରନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଡ ରନବୁନ୍‌ ଆସନ୍‌ ନିୟ୍‌ ଞେନ୍‌ ଆଜାଡା ।”
34 ३४ उसने कहा, “हे पतरस मैं तुझ से कहता हूँ, कि आज मुर्गा बाँग देगा जब तक तू तीन बार मेरा इन्कार न कर लेगा कि मैं उसे नहीं जानता।”
ବନ୍‌ଡ ଜିସୁନ୍‌ ଗାମେନ୍‌, “ଏ ପିତ୍ର, ଞେନ୍‌ ଆମନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବର୍ତମ୍‌, ଲଙେ ଆ ତଗଲ୍‌ କମ୍‌ସିମନ୍‌ ଅଣ୍ଡ୍ରଙ୍‌ ଓଲେନ୍‌ ଆମନ୍‌ ୟାଗି ତର ଞେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ମୁର୍ସେତିଁୟ୍‌ ।”
35 ३५ और उसने उनसे कहा, “जब मैंने तुम्हें बटुए, और झोली, और जूते बिना भेजा था, तो क्या तुम को किसी वस्तु की घटी हुई थी?” उन्होंने कहा, “किसी वस्तु की नहीं।”
ଆରି, ଜିସୁନ୍‌ ଞଙ୍‌ନେମରଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବରେଞ୍ଜି, “ଅଙ୍ଗା ଆଡିଡ୍‌ ଞେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଗାଞ୍ଜିଆନ୍‌, ମୁନାନ୍‌, ପାଣ୍ଡୋୟନ୍‌ ଏର୍‌ପନାଙନ୍‌ ଆପ୍ପାୟ୍‌ଲବେନ୍‌, ତିଆଡିଡ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଇନ୍ନିଙ୍‌ ପଙ୍‌ ଅବାବ ଡେଲବେନ୍‌?” ଆନିଞ୍ଜି ଗାମେଞ୍ଜି, “ଇଜ୍ଜା ଇନ୍ନିଙ୍‌ ତଡ୍‌ ।”
36 ३६ उसने उनसे कहा, “परन्तु अब जिसके पास बटुआ हो वह उसे ले, और वैसे ही झोली भी, और जिसके पास तलवार न हो वह अपने कपड़े बेचकर एक मोल ले।
ସିଲତ୍ତେ ଜିସୁନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବରେଞ୍ଜି, “ନମି ଆନା ଆମଙ୍‌ ଗାଞ୍ଜିଆନ୍‌ ଡକୋ, ଆନିନ୍‌ ତିଆତେ ପାଙେତୋ, ତିଅନ୍ତମ୍‌ ମୁନାନ୍‌ ନିୟ୍‌ ପାଙେତୋ, ଆରି ଆନା ଆମଙ୍‌ କଡ଼ିବନ୍‌ ଅବୟ୍‌ ତଡ୍‌, ଆନିନ୍‌ ଆ ମାଟନ୍‌ ଅବୟ୍‌ ତମ୍‌ଲେ କଡ଼ିବନ୍‌ ଞିଏତୋ ।
37 ३७ क्योंकि मैं तुम से कहता हूँ, कि यह जो लिखा है, ‘वह अपराधी के साथ गिना गया,’ उसका मुझ में पूरा होना अवश्य है; क्योंकि मेरे विषय की बातें पूरी होने पर हैं।”
ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବର୍ତବେନ୍‌, ଞେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଏନ୍ନେଲେ ଅନିଡଲନ୍‌ ଡକୋ, ‘ଆନିନ୍‌ ଏର୍‍ମଡ଼ିର୍‍ମରଞ୍ଜି ସରିନ୍‌ ଡନିଡିନ୍‌ ଡେଏନ୍‌,’ କେନ୍‌ ଆଇଡିଡନ୍‌ ଆ ବର୍ନେ ଅମଙ୍‌ଞେନ୍‌ ଡେଡମେତୋ; ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଆଇଡିଡନ୍‌ ଆ ବର୍ନେଜି ଡେଡମ୍‌ତେ ।”
38 ३८ उन्होंने कहा, “हे प्रभु, देख, यहाँ दो तलवारें हैं।” उसने उनसे कहा, “बहुत हैं।”
ସିଲତ୍ତେ ଆନିଞ୍ଜି ବର୍ରଞ୍ଜି, “ପ୍ରବୁ ଗିଜା କେନ୍‌ତେନ୍ନେ ବାଗୁ କଡ଼ିବନ୍‌ ଡକୋ ।” ଆରି, ଜିସୁନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବରେଞ୍ଜି, “ଡିୟ୍‌ତେ ସରି ।”
39 ३९ तब वह बाहर निकलकर अपनी रीति के अनुसार जैतून के पहाड़ पर गया, और चेले उसके पीछे हो लिए।
ଡିତାନ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ ଗଡ଼ାନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଡୁଙ୍‌ଲନ୍‌ ଜିତବୁରନ୍‌ ଜିରେନ୍‌, ଆରି ଞଙ୍‌ନେମରଞ୍ଜି ନିୟ୍‌ ଆ କଣ୍ଡୋଙ୍‌ଗଡନ୍‌ ସଣ୍ଡୋଙେଞ୍ଜି ।
40 ४० उस जगह पहुँचकर उसने उनसे कहा, “प्रार्थना करो, कि तुम परीक्षा में न पड़ो।”
ତେତ୍ତେ ତୁଙେଞ୍ଜି କି ଆନିନ୍‌ ଞଙ୍‌ନେମରଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଇୟ୍‌ଲେ ବରେଜି, “ମନାଲ୍‌ମାଲ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଏଙ୍ଗାଲ୍‌ଡେନ୍‌ ଗଲୋଡଙ୍‌ବେନ୍‌ ତଡ୍‌ ତିଆସନ୍‌ ପାର୍ତନାନାବା ।”
41 ४१ और वह आप उनसे अलग एक ढेला फेंकने की दूरी भर गया, और घुटने टेककर प्रार्थना करने लगा।
ଆରି, ଆନିନ୍‌ ଆମଙଞ୍ଜି ସିଲଡ୍‌ ଡାସଙାୟ୍‌ ଜିର୍ରେ ତୁଡ଼ୁମ୍‌ଡାଲେ ଇୟ୍‌ଲେ ପାର୍ତନାନେ,
42 ४२ “हे पिता यदि तू चाहे तो इस कटोरे को मेरे पास से हटा ले, फिर भी मेरी नहीं परन्तु तेरी ही इच्छा पूरी हो।”
“ଏ ଆପେୟ୍‌, ଇସ୍ସୁମ୍‌ନମ୍‌ ଡେଏନ୍‌ ଡେନ୍‌, କେନ୍‌ ଗିଲ୍ଲନ୍‌ ଅମଙ୍‌ଞେନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ସବ୍‌ଙାଜା; ଡେଲୋଜନଙ୍‌ଡେନ୍‌ ଇସ୍ସୁମ୍‌ଞେନ୍‌ ତଡ୍‌, ଆର୍ପାୟ୍‌ ଇସ୍ସୁମ୍‌ନମ୍‌ ଡେଏତୋ ।”
43 ४३ तब स्वर्ग से एक दूत उसको दिखाई दिया जो उसे सामर्थ्य देता था।
ଆରି, ରୁଆଙନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଅବୟ୍‌ ପାଙ୍‌ଲଙ୍‌ବର୍‌ମରନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଅବ୍‌ତୁୟ୍‌ଡାଲନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବୋର୍ସାନ୍‌ ତିୟେନ୍‌ ।
44 ४४ और वह अत्यन्त संकट में व्याकुल होकर और भी हार्दिक वेदना से प्रार्थना करने लगा; और उसका पसीना मानो लहू की बड़ी-बड़ी बूँदों के समान भूमि पर गिर रहा था।
ଆରି ଆନିନ୍‌ ଜବ୍ର ଇୟମ୍‌ଡାଲେ ଆବଲୟନ୍‌ ପାର୍ତନାଲନ୍‌, ଆରି ଆ ଓଞୋଲନ୍‌ ଆ କଜି ମିଞାମନ୍‌ ଆଜ୍ରଡ୍ଡୋୟ୍‌ତେନ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ଲବଲୋଙନ୍‌ ଜାୟ୍‌ତାନ୍‌ ଜତଡେନ୍‌ ।
45 ४५ तब वह प्रार्थना से उठा और अपने चेलों के पास आकर उन्हें उदासी के मारे सोता पाया।
ଆରି ଆନିନ୍‌ ପାର୍ତନାନେନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଡୋଲନ୍‌ ଞଙ୍‌ନେମରଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ ଜିର୍ରାୟ୍‌, ସିଲତ୍ତେ ଆନିଞ୍ଜି ଅନିଃୟମନ୍‌ ବାତ୍ତେ ଆଡିମଡାୟ୍‌ଜି ଇୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ଗିଜେଜି ।
46 ४६ और उनसे कहा, “क्यों सोते हो? उठो, प्रार्थना करो, कि परीक्षा में न पड़ो।”
ଆରି, ଆନିନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବରେଞ୍ଜି, “ଇନିବା ଏଲୁଡ୍‌ତେ? ମନାଲ୍‌ମାଲ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଏଙ୍ଗାଲ୍‌ଡେନ୍‌ ଗଲୋଡଙ୍‌ବେନ୍‌ ତଡ୍‌ ତିଆସନ୍‌ ଡୋଲନ୍‌ ପାର୍ତନାନାବା ।”
47 ४७ वह यह कह ही रहा था, कि देखो एक भीड़ आई, और उन बारहों में से एक जिसका नाम यहूदा था उनके आगे-आगे आ रहा था, वह यीशु के पास आया, कि उसे चूम ले।
ଜିସୁନ୍‌ ଆକ୍ରଡାଡ଼ିଲନ୍‌ ଆଡିଡ୍‌, ଗିୟ୍‌ବା, ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଅଡ଼ୋଲାଜି, ଆରି ବାରଜଣଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଇସ୍କାରିତ ଜିଉଦା ଗାମ୍‌ଲେ ଅବୟ୍‌ ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଆମଙଞ୍ଜି ସିଲଡ୍‌ ଆମ୍ମୁଙ୍‌ଡାଲନ୍‌ ଜିର୍ରେ ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଜନୋର୍ଜୋରନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଇୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
48 ४८ यीशु ने उससे कहा, “हे यहूदा, क्या तू चूमा लेकर मनुष्य के पुत्र को पकड़वाता है?”
ବନ୍‌ଡ ଜିସୁନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବରେନ୍‌, “ଏ ଜିଉଦା, ଜନୋର୍ଜୋରନ୍‌ ବାତ୍ତେ ପଙ୍‌ ମନ୍‌ରା ଡାଙ୍ଗଡ଼ାଅନନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବନେରାଞ୍ଜି ଆସିଲୋଙ୍‌ ସୋରୋପ୍ପାୟ୍‌ତେ?”
49 ४९ उसके साथियों ने जब देखा कि क्या होनेवाला है, तो कहा, “हे प्रभु, क्या हम तलवार चलाएँ?”
ସିଲତ୍ତେ ଇନି ଡେତେ ତିଆତେ ଗିୟ୍‌ଲେ, ଜିସୁନ୍‌ ଆ ସନଣ୍ଡୋଙ୍‌ମର୍‌ଜି ବର୍ରଞ୍ଜି, “ପ୍ରବୁ, ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ ଇନି କଡ଼ିବନ୍‌ ବାତ୍ତେ ଏଅଡାଜି ପଙ୍‌?”
50 ५० और उनमें से एक ने महायाजक के दास पर तलवार चलाकर उसका दाहिना कान काट दिया।
ଆରି, ଆନିଞ୍ଜି ଲୋଙ୍‌ସିଲଡ୍‌ ଅବୟ୍‌ନେ ମୁଡ଼ ରାଓଡ଼ାନ୍‌ ଆ କମ୍ୱାରିମର୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅଡ୍‌ଲେ ଆର୍ଜଡ଼ୋମ୍‌ଲୁଡନ୍‌ ଗଡ୍‌ଲେ ସେଡେନ୍‌ ।
51 ५१ इस पर यीशु ने कहा, “अब बस करो।” और उसका कान छूकर उसे अच्छा किया।
ବନ୍‌ଡ ଜିସୁନ୍‌ ବର୍ରନେ, “ଡିୟ୍‌ତେ ସରି,” ଆନିନ୍‌ ଅବ୍‌ତାଡ଼ନ୍‌ ତି ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଆଲୁଡ୍‌ ସୁଙେଲେ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ମବ୍‌ନଙେନ୍‌ ।
52 ५२ तब यीशु ने प्रधान याजकों और मन्दिर के पहरुओं के सरदारों और प्राचीनों से, जो उस पर चढ़ आए थे, कहा, “क्या तुम मुझे डाकू जानकर तलवारें और लाठियाँ लिए हुए निकले हो?
ଆରି ଜିସୁନ୍‌, ଆ ବିରୁଦଲୋଙ୍‌ ଆରିୟ୍‌ଲାଞଞ୍ଜି ସୋଡ଼ା ରାଓଡ଼ାନ୍‌, ସରେବାସିଙନ୍‌ ଆ ସୋଡ଼ା ସିପ୍ପାୟ୍‌ ଡ ପାପୁର୍‌ମରଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବରେଞ୍ଜି, “ରାଉମରନ୍‌ ଆ ବିରୁଦଲୋଙ୍‌ ଏଡ୍ରୁଙ୍‌ତନାଞନ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ କଡ଼ିବନ୍‌ ଡ ତେଙ୍ଗାନ୍‌ ଞମ୍‌ଲେ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଇନିବା ଡୁଙ୍‌ଲନ୍‌ ଏଜିର୍ରାୟ୍‌?
53 ५३ जब मैं मन्दिर में हर दिन तुम्हारे साथ था, तो तुम ने मुझ पर हाथ न डाला; पर यह तुम्हारी घड़ी है, और अंधकार का अधिकार है।”
ଡିତାନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ସରିନ୍‌ ସରେବାସିଂଲୋଙନ୍‌ ଡରକୋଲନାଞନ୍‌ ଆଡିଡ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ବିରୁଦଲୋଙ୍‌ଞେନ୍‌ ଅସିବେନ୍‌ ଏନ୍ନବ୍‌ଡୋଲୋ, ବନ୍‌ଡ ଅଙ୍ଗା ଆଡିଡ୍‌ ଲୋଙଡ୍‌ତେ ତିଆଡିଡ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ରୟଙନ୍‌ ଏଞାଙ୍‌ତେ ।”
54 ५४ फिर वे उसे पकड़कर ले चले, और महायाजक के घर में लाए और पतरस दूर ही दूर उसके पीछे-पीछे चलता था।
ତିକ୍କି ଆନିଞ୍ଜି ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଞମ୍‌ଲେ ପାଙ୍‌ଲେ ମୁଡ଼ ରାଓଡ଼ାନ୍‌ ଆସିଂ ଓରୋଙେଞ୍ଜି; ବନ୍‌ଡ ପିତ୍ରନ୍‌ ଡାସଙାୟ୍‌ ଡକୋଡାଲନ୍‌ ସଣ୍ଡୋଙ୍‌ଲେ ପାଙେଞ୍ଜି ।
55 ५५ और जब वे आँगन में आग सुलगाकर इकट्ठे बैठे, तो पतरस भी उनके बीच में बैठ गया।
ଆରି, ଆନିଞ୍ଜି ମଡ୍ଡି ଡାଣ୍ଡଲୋଙନ୍‌ ତଗୋନ୍‌ ସୟ୍‌ଲେ ଏକ୍କାନ୍‌ ଆତ୍ରଙ୍କୁମେଞ୍ଜି, ପିତ୍ରନ୍‌ ନିୟ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ସରିନ୍‌ ଇୟ୍‌ଲେ ତଙ୍କୁମେ ।
56 ५६ और एक दासी उसे आग के उजियाले में बैठे देखकर और उसकी ओर ताक कर कहने लगी, “यह भी तो उसके साथ था।”
ପିତ୍ରନ୍‌ ତଗୋନ୍‌ ଆ ତୁୟାୟ୍‌ ତଙ୍କୁମ୍‌ଲେ ଆଡ୍ରକୋଲନେନ୍‌ ଆଡିଡ୍‌, ଅବୟ୍‌ କମ୍ୱାରିବଜନ୍‌ ପିତ୍ରନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଗିୟ୍‌ଲେ, ଏର୍‌ସେଡ୍‌ମଡ୍‌ନେନ୍‌ ଆଙାଙ୍‌ଡାଲେ ବର୍ରନେ, “କେନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରା ନିୟ୍‌ ଆନିନ୍‌ ସରିନ୍‌ ମାୟ୍‌ଲନ୍‌ ଡକୋଲନ୍‌ ।”
57 ५७ परन्तु उसने यह कहकर इन्कार किया, “हे नारी, मैं उसे नहीं जानता।”
ବନ୍‌ଡ ପିତ୍ରନ୍‌ ଗାମେନ୍‌, “ଏ ଆଇମର୍‌ ଞେନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଜନା ତଡ୍‌ ।”
58 ५८ थोड़ी देर बाद किसी और ने उसे देखकर कहा, “तू भी तो उन्हीं में से है।” पतरस ने कहा, “हे मनुष्य, मैं नहीं हूँ।”
ଗଡ୍ଡେଃ ଡକୋଡାଲନ୍‌ ଆରି ଅବୟ୍‌ନେ ପିତ୍ରନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଗିୟ୍‌ଲେ ବର୍ରନେ, “ଆମନ୍‌ ନିୟ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଲୋଙ୍‌ସିଲଡ୍‌ ଅବୟ୍‌ନେ ।” ବନ୍‌ଡ ପିତ୍ରନ୍‌ ଗାମେନ୍‌, “ଇଜ୍ଜା ବୋଞାଙ୍‌, ଞେନ୍‌ ତଡ୍‌ ।”
59 ५९ कोई घंटे भर के बाद एक और मनुष्य दृढ़ता से कहने लगा, “निश्चय यह भी तो उसके साथ था; क्योंकि यह गलीली है।”
ଆରି, ବଗଣ୍ଟା ଆ ତିକ୍କି ଆରି ଅବୟ୍‌ନେ ଆକ୍ରାନ୍‌ ବର୍ରନେ, “କେନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରା ନିୟ୍‌ ଆନିନ୍‌ ସରିନ୍‌ ମାୟ୍‌ଲନ୍‌ ଡକୋଲନେ, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଅବୟ୍‌ ଗାଲିଲିମର୍‌ ।”
60 ६० पतरस ने कहा, “हे मनुष्य, मैं नहीं जानता कि तू क्या कहता है?” वह कह ही रहा था कि तुरन्त मुर्गे ने बाँग दी।
ବନ୍‌ଡ ପିତ୍ରନ୍‌ ଗାମେନ୍‌, “ବୋଞାଙ୍‌ ଆମନ୍‌ ଅଙ୍ଗାତେ ବର୍ତନେ, ଞେନ୍‌ ତିଆତେ ଜନା ତଡ୍‌ ।” ସିଲତ୍ତେ ପିତ୍ରନ୍‌ ବର୍ନା ବର୍ନା କମ୍‌ସିମନ୍‌ ଓଲେନ୍‌,
61 ६१ तब प्रभु ने घूमकर पतरस की ओर देखा, और पतरस को प्रभु की वह बात याद आई जो उसने कही थी, “आज मुर्गे के बाँग देने से पहले, तू तीन बार मेरा इन्कार करेगा।”
ଆରି ପ୍ରବୁନ୍‌ ଆୟର୍‌ଗୁଡ଼ିଃଲନ୍‌ ଏର୍‌ସେଡ୍‌ମଡ୍‌ନେନ୍‌ ପିତ୍ରନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଆଙାଙେନ୍‌; ସିଲତ୍ତେ “କମ୍‌ସିମନ୍‌ ଅଣ୍ଡ୍ରଙ୍‌ ଓଲେନ୍‌ ଆମନ୍‌ ୟାଗି ତର ଞେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ମୁର୍ସେତିଁୟ୍‌,” କେନ୍‌ ଅଙ୍ଗା ବର୍ନେ ପ୍ରବୁନ୍‌ ପିତ୍ରନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବରେନ୍‌,
62 ६२ और वह बाहर निकलकर फूट फूटकर रोने लगा।
ତିଆତେ ଆନିନ୍‌ ମନ୍ନେଏନ୍‌, ଆରି ଆନିନ୍‌ ଡୁଆରାନ୍‌ ଜିର୍ରେ ଆକ୍ରାନ୍‌ ଇୟମ୍‌ଡାଲେ ଇୟ୍‌ଲେ ୟେୟେଡାନେ ।
63 ६३ जो मनुष्य यीशु को पकड़े हुए थे, वे उसका उपहास करके पीटने लगे;
ଆରି, ଅଙ୍ଗା ମନ୍‌ରାଜି ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଞମ୍‌ଲେ ଡକ୍କୋଏଞ୍ଜି, ଆନିଞ୍ଜି ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ତିଡ୍‌ଲେ ତିଡ୍‌ଲେ ସୟ୍‌ସୟ୍‌ମୁଏଞ୍ଜି ।
64 ६४ और उसकी आँखें ढाँपकर उससे पूछा, “भविष्यद्वाणी करके बता कि तुझे किसने मारा।”
ଆରି ଆ ମୁକ୍କାନ୍‌ ୟୁମ୍‌ଲେ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବରେଞ୍ଜି, “ଆମନ୍‌ ଅଡ୍ଡେନ୍‌ ପୁର୍ବାଃତେ ବର୍ନେମର୍‌! ବର୍ନା ଲା ଆନା ଆମନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ତିଡ୍‌ଲମ୍‌?”
65 ६५ और उन्होंने बहुत सी और भी निन्दा की बातें उसके विरोध में कहीं।
ଆରି, ଆନିଞ୍ଜି ଜିସୁନ୍‌ ଆ ବିରୁଦଲୋଙ୍‌ ଗୋଗୋୟ୍‌ଡମ୍‌ ବର୍ନେଞ୍ଜି ବର୍ରନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ନିଣ୍ଡୟେଞ୍ଜି ।
66 ६६ जब दिन हुआ तो लोगों के पुरनिए और प्रधान याजक और शास्त्री इकट्ठे हुए, और उसे अपनी महासभा में लाकर पूछा,
ଡୋତାନ୍‌ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି, ପାପୁର୍‌ମରଞ୍ଜି, ଆରି ସୋଡ଼ା ରାଓଡ଼ାଞ୍ଜି ଡ ସାସ୍ତ୍ରିଞ୍ଜି ରୁକ୍କୁଡାଲନ୍‌ ଆ ପନ୍‌ସୁଆତିଲୋଙଞ୍ଜି ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଓରୋଙ୍‌ଡାଲେ ବରେଞ୍ଜି, “ଆମନ୍‌ କ୍ରିସ୍ଟ ଡେନ୍‌, ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ଇନ୍‌ଲେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବର୍ରେନ୍‌ ।”
67 ६७ “यदि तू मसीह है, तो हम से कह दे!” उसने उनसे कहा, “यदि मैं तुम से कहूँ तो विश्वास न करोगे।
ବନ୍‌ଡ ଜିସୁନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଜାଲଙେଞ୍ଜି, “ଞେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବର୍ରବେନ୍‌ ଡେନ୍‌, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ତ ଏଃଡ୍ଡର୍ନେ;
68 ६८ और यदि पूछूँ, तो उत्तर न दोगे।
ଆରି, ଞେନ୍‌ ଅପ୍ପୁଙ୍‌ଲବେନ୍‌ ଡେନ୍‌, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଏଃଜ୍ଜାଲଙିଁୟ୍‌ ।
69 ६९ परन्तु अब से मनुष्य का पुत्र सर्वशक्तिमान परमेश्वर की दाहिनी ओर बैठा रहेगा।”
ବନ୍‌ଡ ନମିଞେନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ମନ୍‌ରା ଡାଙ୍ଗଡ଼ାଅନନ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ବୋର୍ସା ବାତ୍ତେ ଅର୍ଜଡ଼ୋମ୍‌ଗଡ୍‌ ତଙ୍କୁମ୍‌ତେ ।”
70 ७० इस पर सब ने कहा, “तो क्या तू परमेश्वर का पुत्र है?” उसने उनसे कहा, “तुम आप ही कहते हो, क्योंकि मैं हूँ।”
ସିଲତ୍ତେ ଅଡ଼୍‌କୋଞ୍ଜି ବର୍ରଞ୍ଜି, “ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ଆମନ୍‌ ଇନି ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ଡାଙ୍ଗଡ଼ାଅନ୍‌ ପଙ୍‌?” ଜିସୁନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଜାଲଙେଞ୍ଜି, “ଞେନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଏବର୍ତନେ ।”
71 ७१ तब उन्होंने कहा, “अब हमें गवाही की क्या आवश्यकता है; क्योंकि हमने आप ही उसके मुँह से सुन लिया है।”
ତିଆସନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଗାମେଞ୍ଜି, “ଇନ୍‌ଲେଞ୍ଜି ଆସନ୍‌ ସାକିନ୍‌ ଇନିବା ଆରି ସନାୟ୍‌ସାୟ୍‌? ଇନ୍‌ଲେଞ୍ଜି ଆ ତଅଡ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ କେନ୍‌ଆତେ ଅମ୍‌ଡଙ୍‌ଲବୋ ।”

< लूका 22 >