< ܠܘܩܘܣ 1 >

ܡܛܠ ܕܤܓܝܐܐ ܨܒܘ ܕܢܟܬܒܘܢ ܬܫܥܝܬܐ ܕܤܘܥܪܢܐ ܐܝܠܝܢ ܕܚܢܢ ܡܦܤܝܢ ܚܢܢ ܒܗܘܢ 1
बहुतों ने उन बातों का जो हमारे बीच में बीती हैं, इतिहास लिखने में हाथ लगाया है।
ܐܝܟ ܡܕܡ ܕܐܫܠܡܘ ܠܢ ܗܢܘܢ ܕܡܢ ܩܕܝܡ ܗܘܘ ܚܙܝܐ ܘܡܫܡܫܢܐ ܕܝܠܗ ܕܡܠܬܐ 2
जैसा कि उन्होंने जो पहले ही से इन बातों के देखनेवाले और वचन के सेवक थे हम तक पहुँचाया।
ܐܬܚܙܝ ܐܦ ܠܝ ܡܛܠ ܕܩܪܝܒ ܗܘܝܬ ܝܨܝܦܐܝܬ ܠܟܠܗܘܢ ܕܟܠ ܡܕܡ ܒܛܟܤܗ ܐܟܬܘܒ ܠܟ ܢܨܝܚܐ ܬܐܘܦܝܠܐ 3
इसलिए हे श्रीमान थियुफिलुस मुझे भी यह उचित मालूम हुआ कि उन सब बातों का सम्पूर्ण हाल आरम्भ से ठीक-ठीक जाँच करके उन्हें तेरे लिये क्रमानुसार लिखूँ,
ܕܬܕܥ ܫܪܪܐ ܕܡܠܐ ܕܐܬܬܠܡܕܬ ܠܗܝܢ 4
कि तू यह जान ले, कि वे बातें जिनकी तूने शिक्षा पाई है, कैसी अटल हैं।
ܗܘܐ ܒܝܘܡܬܗ ܕܗܪܘܕܤ ܡܠܟܐ ܕܝܗܘܕܐ ܟܗܢܐ ܚܕ ܕܫܡܗ ܗܘܐ ܙܟܪܝܐ ܡܢ ܬܫܡܫܬܐ ܕܒܝܬ ܐܒܝܐ ܘܐܢܬܬܗ ܡܢ ܒܢܬܗ ܕܐܗܪܘܢ ܫܡܗ ܗܘܐ ܐܠܝܫܒܥ 5
यहूदिया के राजा हेरोदेस के समय अबिय्याह के दल में जकर्याह नाम का एक याजक था, और उसकी पत्नी हारून के वंश की थी, जिसका नाम एलीशिबा था।
ܬܪܝܗܘܢ ܕܝܢ ܙܕܝܩܝܢ ܗܘܘ ܩܕܡ ܐܠܗܐ ܘܡܗܠܟܝܢ ܒܟܠܗܘܢ ܦܘܩܕܢܘܗܝ ܘܒܟܐܢܘܬܗ ܕܡܪܝܐ ܕܠܐ ܥܕܠܝ 6
और वे दोनों परमेश्वर के सामने धर्मी थे, और प्रभु की सारी आज्ञाओं और विधियों पर निर्दोष चलनेवाले थे।
ܒܪܐ ܕܝܢ ܠܝܬ ܗܘܐ ܠܗܘܢ ܡܛܠ ܕܐܠܝܫܒܥ ܥܩܪܬܐ ܗܘܬ ܘܬܪܝܗܘܢ ܤܓܝܐܝ ܒܝܘܡܬܗܘܢ ܗܘܘ 7
उनके कोई सन्तान न थी, क्योंकि एलीशिबा बाँझ थी, और वे दोनों बूढ़े थे।
ܗܘܐ ܗܘܐ ܕܝܢ ܟܕ ܡܟܗܢ ܗܘܐ ܒܛܟܤܐ ܕܬܫܡܫܬܗ ܩܕܡ ܐܠܗܐ 8
जब वह अपने दल की पारी पर परमेश्वर के सामने याजक का काम करता था।
ܒܥܝܕܐ ܕܟܗܢܘܬܐ ܡܛܝܗܝ ܕܢܤܝܡ ܒܤܡܐ ܘܥܠ ܠܗܝܟܠܗ ܕܡܪܝܐ 9
तो याजकों की रीति के अनुसार उसके नाम पर चिट्ठी निकली, कि प्रभु के मन्दिर में जाकर धूप जलाए।
ܘܟܠܗ ܟܢܫܐ ܕܥܡܐ ܡܨܠܐ ܗܘܐ ܠܒܪ ܒܥܕܢܐ ܕܒܤܡܐ 10
१०और धूप जलाने के समय लोगों की सारी मण्डली बाहर प्रार्थना कर रही थी।
ܘܐܬܚܙܝ ܠܗ ܠܙܟܪܝܐ ܡܠܐܟܐ ܕܡܪܝܐ ܕܩܐܡ ܡܢ ܝܡܝܢܐ ܕܡܕܒܚܐ ܕܒܤܡܐ 11
११कि प्रभु का एक स्वर्गदूत धूप की वेदी की दाहिनी ओर खड़ा हुआ उसको दिखाई दिया।
ܘܐܫܬܓܫ ܙܟܪܝܐ ܟܕ ܚܙܝܗܝ ܘܕܚܠܬܐ ܢܦܠܬ ܥܠܘܗܝ 12
१२और जकर्याह देखकर घबराया और उस पर बड़ा भय छा गया।
ܘܐܡܪ ܠܗ ܡܠܐܟܐ ܠܐ ܬܕܚܠ ܙܟܪܝܐ ܡܛܠ ܕܐܫܬܡܥܬ ܨܠܘܬܟ ܘܐܢܬܬܟ ܐܠܝܫܒܥ ܬܐܠܕ ܠܟ ܒܪܐ ܘܬܩܪܐ ܫܡܗ ܝܘܚܢܢ 13
१३परन्तु स्वर्गदूत ने उससे कहा, “हे जकर्याह, भयभीत न हो क्योंकि तेरी प्रार्थना सुन ली गई है और तेरी पत्नी एलीशिबा से तेरे लिये एक पुत्र उत्पन्न होगा, और तू उसका नाम यूहन्ना रखना।
ܘܬܗܘܐ ܠܟ ܚܕܘܬܐ ܘܐܪܘܙܐ ܘܤܓܝܐܐ ܢܚܕܘܢ ܒܡܘܠܕܗ 14
१४और तुझे आनन्द और हर्ष होगा और बहुत लोग उसके जन्म के कारण आनन्दित होंगे।
ܢܗܘܐ ܓܝܪ ܪܒ ܩܕܡ ܡܪܝܐ ܘܚܡܪܐ ܘܫܟܪܐ ܠܐ ܢܫܬܐ ܘܪܘܚܐ ܕܩܘܕܫܐ ܢܬܡܠܐ ܥܕ ܗܘ ܒܟܪܤܐ ܕܐܡܗ 15
१५क्योंकि वह प्रभु के सामने महान होगा; और दाखरस और मदिरा कभी न पीएगा; और अपनी माता के गर्भ ही से पवित्र आत्मा से परिपूर्ण हो जाएगा।
ܘܤܓܝܐܐ ܡܢ ܒܢܝ ܐܝܤܪܝܠ ܢܦܢܐ ܠܘܬ ܡܪܝܐ ܐܠܗܗܘܢ 16
१६और इस्राएलियों में से बहुतों को उनके प्रभु परमेश्वर की ओर फेरेगा।
ܘܗܘ ܢܐܙܠ ܩܕܡܘܗܝ ܒܪܘܚܐ ܘܒܚܝܠܐ ܕܐܠܝܐ ܢܒܝܐ ܕܢܦܢܐ ܠܒܐ ܕܐܒܗܐ ܥܠ ܒܢܝܐ ܘܠܐܝܠܝܢ ܕܠܐ ܡܬܛܦܝܤܝܢ ܠܝܕܥܬܐ ܕܟܐܢܐ ܘܢܛܝܒ ܠܡܪܝܐ ܥܡܐ ܓܡܝܪܐ 17
१७वह एलिय्याह की आत्मा और सामर्थ्य में होकर उसके आगे-आगे चलेगा, कि पिताओं का मन बाल-बच्चों की ओर फेर दे; और आज्ञा न माननेवालों को धर्मियों की समझ पर लाए; और प्रभु के लिये एक योग्य प्रजा तैयार करे।”
ܘܐܡܪ ܙܟܪܝܐ ܠܡܠܐܟܐ ܐܝܟܢܐ ܐܕܥ ܗܕܐ ܐܢܐ ܓܝܪ ܐܝܬܝ ܤܒܐ ܘܐܢܬܬܝ ܤܓܝܐܬ ܒܝܘܡܬܗ ܗܝ 18
१८जकर्याह ने स्वर्गदूत से पूछा, “यह मैं कैसे जानूँ? क्योंकि मैं तो बूढ़ा हूँ; और मेरी पत्नी भी बूढ़ी हो गई है।”
ܘܥܢܐ ܡܠܐܟܐ ܘܐܡܪ ܠܗ ܐܢܐ ܐܢܐ ܓܒܪܝܐܝܠ ܕܩܐܡ ܐܢܐ ܩܕܡ ܐܠܗܐ ܘܐܫܬܠܚܬ ܕܐܡܠܠ ܥܡܟ ܘܐܤܒܪܟ ܗܠܝܢ 19
१९स्वर्गदूत ने उसको उत्तर दिया, “मैं गब्रिएल हूँ, जो परमेश्वर के सामने खड़ा रहता हूँ; और मैं तुझ से बातें करने और तुझे यह सुसमाचार सुनाने को भेजा गया हूँ।
ܡܟܝܠ ܬܗܘܐ ܫܬܝܩ ܘܠܐ ܬܫܟܚ ܠܡܡܠܠܘ ܥܕܡܐ ܠܝܘܡܐ ܕܗܠܝܢ ܢܗܘܝܢ ܥܠ ܕܠܐ ܗܝܡܢܬ ܠܡܠܝ ܗܠܝܢ ܕܡܬܡܠܝܢ ܒܙܒܢܗܝܢ 20
२०और देख, जिस दिन तक ये बातें पूरी न हो लें, उस दिन तक तू मौन रहेगा, और बोल न सकेगा, इसलिए कि तूने मेरी बातों की जो अपने समय पर पूरी होंगी, विश्वास न किया।”
ܥܡܐ ܕܝܢ ܩܐܡ ܗܘܐ ܘܡܤܟܐ ܠܙܟܪܝܐ ܘܬܡܝܗܝܢ ܗܘܘ ܥܠ ܬܘܚܪܬܗ ܕܒܗܝܟܠܐ 21
२१लोग जकर्याह की प्रतीक्षा करते रहे और अचम्भा करने लगे कि उसे मन्दिर में ऐसी देर क्यों लगी?
ܟܕ ܢܦܩ ܕܝܢ ܙܟܪܝܐ ܠܐ ܡܫܟܚ ܗܘܐ ܕܢܡܠܠ ܥܡܗܘܢ ܘܐܤܬܟܠܘ ܕܚܙܘܐ ܚܙܐ ܒܗܝܟܠܐ ܘܗܘ ܡܪܡܙ ܪܡܙ ܗܘܐ ܠܗܘܢ ܘܩܘܝ ܟܕ ܚܪܫ 22
२२जब वह बाहर आया, तो उनसे बोल न सका अतः वे जान गए, कि उसने मन्दिर में कोई दर्शन पाया है; और वह उनसे संकेत करता रहा, और गूँगा रह गया।
ܘܟܕ ܐܬܡܠܝܘ ܝܘܡܬܐ ܕܬܫܡܫܬܗ ܐܙܠ ܠܒܝܬܗ 23
२३जब उसकी सेवा के दिन पूरे हुए, तो वह अपने घर चला गया।
ܘܗܘܐ ܡܢ ܒܬܪ ܝܘܡܬܐ ܗܢܘܢ ܒܛܢܬ ܐܠܝܫܒܥ ܐܢܬܬܗ ܘܡܛܫܝܐ ܗܘܬ ܢܦܫܗ ܝܪܚܐ ܚܡܫܐ ܘܐܡܪܐ ܗܘܬ 24
२४इन दिनों के बाद उसकी पत्नी एलीशिबा गर्भवती हुई; और पाँच महीने तक अपने आपको यह कह के छिपाए रखा।
ܕܗܠܝܢ ܥܒܕ ܠܝ ܡܪܝܐ ܒܝܘܡܬܐ ܕܚܪ ܒܝ ܠܡܤܒ ܚܤܕܝ ܕܒܝܬ ܒܢܝ ܐܢܫܐ 25
२५“मनुष्यों में मेरा अपमान दूर करने के लिये प्रभु ने इन दिनों में कृपादृष्टि करके मेरे लिये ऐसा किया है।”
ܒܝܪܚܐ ܕܝܢ ܕܫܬܐ ܐܫܬܠܚ ܓܒܪܝܐܝܠ ܡܠܐܟܐ ܡܢ ܠܘܬ ܐܠܗܐ ܠܓܠܝܠܐ ܠܡܕܝܢܬܐ ܕܫܡܗ ܢܨܪܬ 26
२६छठवें महीने में परमेश्वर की ओर से गब्रिएल स्वर्गदूत गलील के नासरत नगर में,
ܠܘܬ ܒܬܘܠܬܐ ܕܡܟܝܪܐ ܠܓܒܪܐ ܕܫܡܗ ܝܘܤܦ ܡܢ ܒܝܬܗ ܕܕܘܝܕ ܘܫܡܗ ܠܒܬܘܠܬܐ ܡܪܝܡ 27
२७एक कुँवारी के पास भेजा गया। जिसकी मंगनी यूसुफ नाम दाऊद के घराने के एक पुरुष से हुई थी: उस कुँवारी का नाम मरियम था।
ܘܥܠ ܠܘܬܗ ܡܠܐܟܐ ܘܐܡܪ ܠܗ ܫܠܡ ܠܟܝ ܡܠܝܬ ܛܝܒܘܬܐ ܡܪܢ ܥܡܟܝ ܒܪܝܟܬ ܒܢܫܐ 28
२८और स्वर्गदूत ने उसके पास भीतर आकर कहा, “आनन्द और जय तेरी हो, जिस पर परमेश्वर का अनुग्रह हुआ है! प्रभु तेरे साथ है!”
ܗܝ ܕܝܢ ܟܕ ܚܙܬ ܐܬܪܗܒܬ ܒܡܠܬܗ ܘܡܬܚܫܒܐ ܗܘܬ ܕܡܢܐ ܗܘ ܫܠܡܐ ܗܢܐ 29
२९वह उस वचन से बहुत घबरा गई, और सोचने लगी कि यह किस प्रकार का अभिवादन है?
ܘܐܡܪ ܠܗ ܡܠܐܟܐ ܠܐ ܬܕܚܠܝܢ ܡܪܝܡ ܐܫܟܚܬܝ ܓܝܪ ܛܝܒܘܬܐ ܠܘܬ ܐܠܗܐ 30
३०स्वर्गदूत ने उससे कहा, “हे मरियम; भयभीत न हो, क्योंकि परमेश्वर का अनुग्रह तुझ पर हुआ है।
ܗܐ ܓܝܪ ܬܩܒܠܝܢ ܒܛܢܐ ܘܬܐܠܕܝܢ ܒܪܐ ܘܬܩܪܝܢ ܫܡܗ ܝܫܘܥ 31
३१और देख, तू गर्भवती होगी, और तेरे एक पुत्र उत्पन्न होगा; तू उसका नाम यीशु रखना।
ܗܢܐ ܢܗܘܐ ܪܒ ܘܒܪܗ ܕܥܠܝܐ ܢܬܩܪܐ ܘܢܬܠ ܠܗ ܡܪܝܐ ܐܠܗܐ ܟܘܪܤܝܗ ܕܕܘܝܕ ܐܒܘܗܝ 32
३२वह महान होगा; और परमप्रधान का पुत्र कहलाएगा; और प्रभु परमेश्वर उसके पिता दाऊद का सिंहासन उसको देगा।
ܘܢܡܠܟ ܥܠ ܒܝܬܗ ܕܝܥܩܘܒ ܠܥܠܡ ܘܠܡܠܟܘܬܗ ܤܘܦ ܠܐ ܢܗܘܐ (aiōn g165) 33
३३और वह याकूब के घराने पर सदा राज्य करेगा; और उसके राज्य का अन्त न होगा।” (aiōn g165)
ܐܡܪܐ ܡܪܝܡ ܠܡܠܐܟܐ ܐܝܟܢܐ ܬܗܘܐ ܗܕܐ ܕܓܒܪܐ ܠܐ ܚܟܝܡ ܠܝ 34
३४मरियम ने स्वर्गदूत से कहा, “यह कैसे होगा? मैं तो पुरुष को जानती ही नहीं।”
ܥܢܐ ܡܠܐܟܐ ܘܐܡܪ ܠܗ ܪܘܚܐ ܕܩܘܕܫܐ ܬܐܬܐ ܘܚܝܠܗ ܕܥܠܝܐ ܢܓܢ ܥܠܝܟܝ ܡܛܠ ܗܢܐ ܗܘ ܕܡܬܝܠܕ ܒܟܝ ܩܕܝܫܐ ܗܘ ܘܒܪܗ ܕܐܠܗܐ ܢܬܩܪܐ 35
३५स्वर्गदूत ने उसको उत्तर दिया, “पवित्र आत्मा तुझ पर उतरेगा, और परमप्रधान की सामर्थ्य तुझ पर छाया करेगी; इसलिए वह पवित्र जो उत्पन्न होनेवाला है, परमेश्वर का पुत्र कहलाएगा।
ܘܗܐ ܐܠܝܫܒܥ ܐܚܝܢܬܟܝ ܐܦ ܗܝ ܒܛܢܐ ܒܪܐ ܒܤܝܒܘܬܗ ܘܗܢܐ ܝܪܚܐ ܕܫܬܐ ܠܗ ܠܗܝ ܕܡܬܩܪܝܐ ܥܩܪܬܐ 36
३६और देख, और तेरी कुटुम्बिनी एलीशिबा के भी बुढ़ापे में पुत्र होनेवाला है, यह उसका, जो बाँझ कहलाती थी छठवाँ महीना है।
ܡܛܠ ܕܠܐ ܥܛܠ ܠܐܠܗܐ ܡܕܡ 37
३७परमेश्वर के लिए कुछ भी असम्भव नहीं है।”
ܐܡܪܐ ܡܪܝܡ ܗܐ ܐܢܐ ܐܡܬܗ ܕܡܪܝܐ ܢܗܘܐ ܠܝ ܐܝܟ ܡܠܬܟ ܘܐܙܠ ܡܠܐܟܐ ܡܢ ܠܘܬܗ 38
३८मरियम ने कहा, “देख, मैं प्रभु की दासी हूँ, तेरे वचन के अनुसार मेरे साथ ऐसा हो।” तब स्वर्गदूत उसके पास से चला गया।
ܩܡܬ ܕܝܢ ܡܪܝܡ ܒܗܘܢ ܒܝܘܡܬܐ ܗܢܘܢ ܘܐܙܠܬ ܒܛܝܠܐܝܬ ܠܛܘܪܐ ܠܡܕܝܢܬܐ ܕܝܗܘܕ 39
३९उन दिनों में मरियम उठकर शीघ्र ही पहाड़ी देश में यहूदा के एक नगर को गई।
ܘܥܠܬ ܠܒܝܬܗ ܕܙܟܪܝܐ ܘܫܐܠܬ ܫܠܡܗ ܕܐܠܝܫܒܥ 40
४०और जकर्याह के घर में जाकर एलीशिबा को नमस्कार किया।
ܘܗܘܐ ܕܟܕ ܫܡܥܬ ܐܠܝܫܒܥ ܫܠܡܗ ܕܡܪܝܡ ܕܨ ܥܘܠܐ ܒܟܪܤܗ ܘܐܬܡܠܝܬ ܐܠܝܫܒܥ ܪܘܚܐ ܕܩܘܕܫܐ 41
४१जैसे ही एलीशिबा ने मरियम का नमस्कार सुना, वैसे ही बच्चा उसके पेट में उछला, और एलीशिबा पवित्र आत्मा से परिपूर्ण हो गई।
ܘܩܥܬ ܒܩܠܐ ܪܡܐ ܘܐܡܪܬ ܠܡܪܝܡ ܡܒܪܟܬܐ ܐܢܬܝ ܒܢܫܐ ܘܡܒܪܟ ܗܘ ܦܐܪܐ ܕܒܟܪܤܟܝ 42
४२और उसने बड़े शब्द से पुकारकर कहा, “तू स्त्रियों में धन्य है, और तेरे पेट का फल धन्य है!
ܐܝܡܟܐ ܠܝ ܗܕܐ ܕܐܡܗ ܕܡܪܝ ܬܐܬܐ ܠܘܬܝ 43
४३और यह अनुग्रह मुझे कहाँ से हुआ, कि मेरे प्रभु की माता मेरे पास आई?
ܗܐ ܓܝܪ ܟܕ ܢܦܠ ܩܠܐ ܕܫܠܡܟܝ ܒܐܕܢܝ ܒܚܕܘܬܐ ܪܒܬܐ ܕܨ ܥܘܠܐ ܒܟܪܤܝ 44
४४और देख जैसे ही तेरे नमस्कार का शब्द मेरे कानों में पड़ा वैसे ही बच्चा मेरे पेट में आनन्द से उछल पड़ा।
ܘܛܘܒܝܗ ܠܐܝܕܐ ܕܗܝܡܢܬ ܕܗܘܐ ܫܘܠܡܐ ܠܐܝܠܝܢ ܕܐܬܡܠܠ ܥܡܗ ܡܢ ܠܘܬ ܡܪܝܐ 45
४५और धन्य है, वह जिसने विश्वास किया कि जो बातें प्रभु की ओर से उससे कही गई, वे पूरी होंगी।”
ܘܐܡܪܬ ܡܪܝܡ ܡܘܪܒܐ ܢܦܫܝ ܠܡܪܝܐ 46
४६तब मरियम ने कहा, “मेरा प्राण प्रभु की बड़ाई करता है।
ܘܚܕܝܬ ܪܘܚܝ ܒܐܠܗܐ ܡܚܝܢܝ 47
४७और मेरी आत्मा मेरे उद्धार करनेवाले परमेश्वर से आनन्दित हुई।
ܕܚܪ ܒܡܘܟܟܐ ܕܐܡܬܗ ܗܐ ܓܝܪ ܡܢ ܗܫܐ ܛܘܒܐ ܢܬܠܢ ܠܝ ܫܪܒܬܐ ܟܠܗܝܢ 48
४८क्योंकि उसने अपनी दासी की दीनता पर दृष्टि की है; इसलिए देखो, अब से सब युग-युग के लोग मुझे धन्य कहेंगे।
ܕܥܒܕ ܠܘܬܝ ܪܘܪܒܬܐ ܗܘ ܕܚܝܠܬܢ ܘܩܕܝܫ ܫܡܗ 49
४९क्योंकि उस शक्तिमान ने मेरे लिये बड़े- बड़े काम किए हैं, और उसका नाम पवित्र है।
ܘܚܢܢܗ ܠܕܪܐ ܘܫܪܒܬܐ ܥܠ ܐܝܠܝܢ ܕܕܚܠܝܢ ܠܗ 50
५०और उसकी दया उन पर, जो उससे डरते हैं, पीढ़ी से पीढ़ी तक बनी रहती है।
ܥܒܕ ܙܟܘܬܐ ܒܕܪܥܗ ܘܒܕܪ ܚܬܝܪܝ ܒܬܪܥܝܬܐ ܕܠܒܗܘܢ 51
५१उसने अपना भुजबल दिखाया, और जो अपने मन में घमण्ड करते थे, उन्हें तितर-बितर किया।
ܤܚܦ ܬܩܝܦܐ ܡܢ ܟܘܪܤܘܬܐ ܘܐܪܝܡ ܡܟܝܟܐ 52
५२उसने शासकों को सिंहासनों से गिरा दिया; और दीनों को ऊँचा किया।
ܟܦܢܐ ܤܒܥ ܛܒܬܐ ܘܥܬܝܪܐ ܫܪܐ ܤܦܝܩܐܝܬ 53
५३उसने भूखों को अच्छी वस्तुओं से तृप्त किया, और धनवानों को खाली हाथ निकाल दिया।
ܥܕܪ ܠܐܝܤܪܝܠ ܥܒܕܗ ܘܐܬܕܟܪ ܚܢܢܗ 54
५४उसने अपने सेवक इस्राएल को सम्भाल लिया कि अपनी उस दया को स्मरण करे,
ܐܝܟ ܕܡܠܠ ܥܡ ܐܒܗܝܢ ܥܡ ܐܒܪܗܡ ܘܥܡ ܙܪܥܗ ܠܥܠܡ (aiōn g165) 55
५५जो अब्राहम और उसके वंश पर सदा रहेगी, जैसा उसने हमारे पूर्वजों से कहा था।” (aiōn g165)
ܩܘܝܬ ܕܝܢ ܡܪܝܡ ܠܘܬ ܐܠܝܫܒܥ ܐܝܟ ܝܪܚܐ ܬܠܬܐ ܘܗܦܟܬ ܠܒܝܬܗ 56
५६मरियम लगभग तीन महीने उसके साथ रहकर अपने घर लौट गई।
ܐܠܝܫܒܥ ܕܝܢ ܗܘܐ ܗܘܐ ܠܗ ܙܒܢܐ ܕܬܐܠܕ ܘܝܠܕܬ ܒܪܐ 57
५७तब एलीशिबा के जनने का समय पूरा हुआ, और वह पुत्र जनी।
ܘܫܡܥܘ ܫܒܒܝܗ ܘܒܢܝ ܛܘܗܡܗ ܕܐܤܓܝ ܐܠܗܐ ܚܢܢܗ ܠܘܬܗ ܘܚܕܝܢ ܗܘܘ ܥܡܗ 58
५८उसके पड़ोसियों और कुटुम्बियों ने यह सुनकर, कि प्रभु ने उस पर बड़ी दया की है, उसके साथ आनन्दित हुए।
ܘܗܘܐ ܠܝܘܡܐ ܕܬܡܢܝܐ ܘܐܬܘ ܠܡܓܙܪܗ ܠܛܠܝܐ ܘܩܪܝܢ ܗܘܘ ܠܗ ܒܫܡܐ ܕܐܒܘܗܝ ܙܟܪܝܐ 59
५९और ऐसा हुआ कि आठवें दिन वे बालक का खतना करने आए और उसका नाम उसके पिता के नाम पर जकर्याह रखने लगे।
ܘܥܢܬ ܐܡܗ ܘܐܡܪܐ ܠܗܘܢ ܠܐ ܗܟܢܐ ܐܠܐ ܢܬܩܪܐ ܝܘܚܢܢ 60
६०और उसकी माता ने उत्तर दिया, “नहीं; वरन् उसका नाम यूहन्ना रखा जाए।”
ܘܐܡܪܘ ܠܗ ܕܠܝܬ ܐܢܫ ܒܫܪܒܬܟܝ ܕܡܬܩܪܐ ܒܫܡܐ ܗܢܐ 61
६१और उन्होंने उससे कहा, “तेरे कुटुम्ब में किसी का यह नाम नहीं।”
ܘܪܡܙܘ ܠܐܒܘܗܝ ܕܐܝܟܢܐ ܨܒܐ ܕܢܫܡܝܘܗܝ 62
६२तब उन्होंने उसके पिता से संकेत करके पूछा कि तू उसका नाम क्या रखना चाहता है?
ܘܫܐܠ ܦܢܩܝܬܐ ܘܟܬܒ ܘܐܡܪ ܝܘܚܢܢ ܗܘ ܫܡܗ ܘܐܬܕܡܪܘ ܟܠܢܫ 63
६३और उसने लिखने की पट्टी मँगवाकर लिख दिया, “उसका नाम यूहन्ना है,” और सभी ने अचम्भा किया।
ܘܡܚܕܐ ܐܬܦܬܚ ܦܘܡܗ ܘܠܫܢܗ ܘܡܠܠ ܘܒܪܟ ܠܐܠܗܐ 64
६४तब उसका मुँह और जीभ तुरन्त खुल गई; और वह बोलने और परमेश्वर की स्तुति करने लगा।
ܘܗܘܬ ܕܚܠܬܐ ܥܠ ܟܠܗܘܢ ܫܒܒܝܗܘܢ ܘܒܟܠܗ ܛܘܪܐ ܕܝܗܘܕ ܗܠܝܢ ܡܬܡܠܠܢ ܗܘܝ 65
६५और उसके आस-पास के सब रहनेवालों पर भय छा गया; और उन सब बातों की चर्चा यहूदिया के सारे पहाड़ी देश में फैल गई।
ܘܟܠܗܘܢ ܕܫܡܥܘ ܡܬܚܫܒܝܢ ܗܘܘ ܒܠܒܗܘܢ ܘܐܡܪܝܢ ܡܢܐ ܟܝ ܢܗܘܐ ܛܠܝܐ ܗܢܐ ܘܐܝܕܗ ܕܡܪܝܐ ܐܝܬ ܗܘܬ ܥܡܗ 66
६६और सब सुननेवालों ने अपने-अपने मन में विचार करके कहा, “यह बालक कैसा होगा?” क्योंकि प्रभु का हाथ उसके साथ था।
ܘܐܬܡܠܝ ܙܟܪܝܐ ܐܒܘܗܝ ܪܘܚܐ ܕܩܘܕܫܐ ܘܐܬܢܒܝ ܘܐܡܪ 67
६७और उसका पिता जकर्याह पवित्र आत्मा से परिपूर्ण हो गया, और भविष्यद्वाणी करने लगा।
ܡܒܪܟ ܗܘ ܡܪܝܐ ܐܠܗܗ ܕܐܝܤܪܝܠ ܕܤܥܪ ܥܡܗ ܘܥܒܕ ܠܗ ܦܘܪܩܢܐ 68
६८“प्रभु इस्राएल का परमेश्वर धन्य हो, कि उसने अपने लोगों पर दृष्टि की और उनका छुटकारा किया है,
ܘܐܩܝܡ ܠܢ ܩܪܢܐ ܕܦܘܪܩܢܐ ܒܒܝܬܗ ܕܕܘܝܕ ܥܒܕܗ 69
६९और अपने सेवक दाऊद के घराने में हमारे लिये एक उद्धार का सींग निकाला,
ܐܝܟ ܕܡܠܠ ܒܦܘܡܐ ܕܢܒܝܘܗܝ ܩܕܝܫܐ ܕܡܢ ܥܠܡ (aiōn g165) 70
७०जैसे उसने अपने पवित्र भविष्यद्वक्ताओं के द्वारा जो जगत के आदि से होते आए हैं, कहा था, (aiōn g165)
ܕܢܦܪܩܢ ܡܢ ܒܥܠܕܒܒܝܢ ܘܡܢ ܐܝܕܐ ܕܟܠܗܘܢ ܤܢܐܝܢ 71
७१अर्थात् हमारे शत्रुओं से, और हमारे सब बैरियों के हाथ से हमारा उद्धार किया है;
ܘܥܒܕ ܚܢܢܗ ܥܡ ܐܒܗܝܢ ܘܥܗܕ ܠܕܝܬܩܘܗܝ ܩܕܝܫܬܐ 72
७२कि हमारे पूर्वजों पर दया करके अपनी पवित्र वाचा का स्मरण करे,
ܘܡܘܡܬܐ ܕܝܡܐ ܠܐܒܪܗܡ ܐܒܘܢ ܕܢܬܠ ܠܢ 73
७३और वह शपथ जो उसने हमारे पिता अब्राहम से खाई थी,
ܕܢܬܦܪܩ ܡܢ ܐܝܕܐ ܕܒܥܠܕܒܒܝܢ ܘܕܠܐ ܕܚܠܐ ܢܦܠܘܚ ܩܕܡܘܗܝ 74
७४कि वह हमें यह देगा, कि हम अपने शत्रुओं के हाथ से छूटकर,
ܟܠܗܘܢ ܝܘܡܬܢ ܒܟܐܢܘܬܐ ܘܒܙܕܝܩܘܬܐ 75
७५उसके सामने पवित्रता और धार्मिकता से जीवन भर निडर रहकर उसकी सेवा करते रहें।
ܘܐܢܬ ܛܠܝܐ ܢܒܝܗ ܕܥܠܝܐ ܬܬܩܪܐ ܬܐܙܠ ܓܝܪ ܩܕܡ ܦܪܨܘܦܗ ܕܡܪܝܐ ܕܬܛܝܒ ܐܘܪܚܗ 76
७६और तू हे बालक, परमप्रधान का भविष्यद्वक्ता कहलाएगा, क्योंकि तू प्रभु के मार्ग तैयार करने के लिये उसके आगे-आगे चलेगा,
ܕܢܬܠ ܡܕܥܐ ܕܚܝܐ ܠܥܡܗ ܒܫܘܒܩܢܐ ܕܚܛܗܝܗܘܢ 77
७७कि उसके लोगों को उद्धार का ज्ञान दे, जो उनके पापों की क्षमा से प्राप्त होता है।
ܒܪܚܡܐ ܕܚܢܢܐ ܕܐܠܗܢ ܕܒܗܘܢ ܢܤܥܪܢ ܕܢܚܐ ܡܢ ܪܘܡܐ 78
७८यह हमारे परमेश्वर की उसी बड़ी करुणा से होगा; जिसके कारण ऊपर से हम पर भोर का प्रकाश उदय होगा।
ܠܡܢܗܪܘ ܠܐܝܠܝܢ ܕܒܚܫܘܟܐ ܘܒܛܠܠܐ ܕܡܘܬܐ ܝܬܒܝܢ ܕܢܬܪܘܨ ܪܓܠܝܢ ܒܐܘܪܚܐ ܕܫܠܡܐ 79
७९कि अंधकार और मृत्यु की छाया में बैठनेवालों को ज्योति दे, और हमारे पाँवों को कुशल के मार्ग में सीधे चलाए।”
ܛܠܝܐ ܕܝܢ ܪܒܐ ܗܘܐ ܘܡܬܚܝܠ ܒܪܘܚܐ ܘܒܚܘܪܒܐ ܐܝܬܘܗܝ ܗܘܐ ܥܕܡܐ ܠܝܘܡܐ ܕܬܚܘܝܬܗ ܕܠܘܬ ܐܝܤܪܝܠ 80
८०और वह बालक यूहन्ना, बढ़ता और आत्मा में बलवन्त होता गया और इस्राएल पर प्रगट होने के दिन तक जंगलों में रहा।

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