< लूका 1 >

1 चूँकि बहुतों ने इस पर कमर बाँधी है कि जो बातें हमारे दरमियान वाक़े' हुईं उनको सिलसिलावार बयान करें।
ᎾᏍᎩᏃ ᎠᏂᎪᏗᏳ ᏧᎾᏁᎶᏔᏅ ᎬᏂᎨᏒ ᎢᏳᏅᏁᏗᏱ ᎧᏃᎲᏍᎩ ᏧᏓᎴᏅᏛ ᏄᎵᏍᏔᏂᏙᎸ ᎾᏍᎩ ᎤᏙᎯᏳᎯᏯ ᏦᎪᎯᏳᎭ,
2 जैसा कि उन्होंने जो शुरू' से ख़ुद देखने वाले और कलाम के ख़ादिम थे उनको हम तक पहुँचाया।
ᎾᏍᎩᏯ ᏂᎪᎩᏪᏎᎸ ᎾᏍᎩ ᏗᏓᎴᏂᏍᎬ ᏅᏓᎬᏩᏓᎴᏅᏛ ᎤᏅᏒ ᎤᏂᎪᎯᏙᎸᎯ, ᎠᎴ ᎧᏃᎮᏛ ᎤᎾᎵᏥᏙᏅᎯ ᎨᏒᎢ —
3 इसलिए ऐ मु'अज़्ज़िज़ थियुफ़िलुस! मैंने भी मुनासिब जाना कि सब बातों का सिलसिला शुरू' से ठीक — ठीक मालूम करके उनको तेरे लिए तरतीब से लिखूँ।
ᎾᏍᏉ ᎠᏴ ᎣᏏᏳ ᎠᎩᏰᎸᏅ ᏫᎬᏲᏪᎳᏁᏗᏱ ᎣᏍᏛ ᎠᎩᏰᎢᎸᏍᏗᏱ, ᏂᎯ ᎡᏣᎸᏉᏗ ᏗᎣᏈᎵ, ᎠᎩᏍᏆᏂᏰᏛᏰᏃ ᏂᎦᏛ ᎯᎠ ᏧᏓᎴᏅᏛ ᏗᏓᎴᏂᏍᎬ ᏅᏓᎬᏩᏓᎴᏅᏛ,
4 ताकि जिन बातों की तूने तालीम पाई है उनकी पुख़्तगी तुझे मालूम हो जाए।
ᎾᏍᎩ ᏣᎦᏙᎥᎯᏍᏗᏱ ᎤᏙᎯᏳᎯᏯ ᎨᏒ ᎾᏍᎩ ᎾᎿᎭᏧᏓᎴᏅᏛ ᎡᏤᏲᏅᎢ.
5 यहूदिया के बादशाह हेरोदेस के ज़माने में अबिय्याह के फ़रीके में से ज़करियाह नाम एक काहिन था और उसकी बीवी हारून की औलाद में से थी और उसका नाम इलीशिबा 'था।
ᎾᎯᏳ ᎡᎶᏛ ᎤᎬᏫᏳᎯ ᎨᏎ ᏧᏗᏱ, ᎩᎶ ᎢᏳᏍᏗ ᎡᎮ ᎠᏥᎸ-ᎨᎶᎯ ᏤᎦᎳᏯ ᏧᏙᎢᏛ, ᎾᏍᎩ ᎡᏆᏯ ᎠᎦᏘᏅᏔᏅ ᎨᎳ ᎨᏎᎢ, ᎤᏓᎵᎢᏃ ᎡᎳᏂ ᏧᏪᏥᏛᎯ ᎨᏒ ᏅᏓᏳᏓᎴᏅᎯ ᎨᏎᎢ, ᎠᎴ ᎵᏏ ᏚᏙᎡᎢ.
6 और वो दोनों ख़ुदा के सामने रास्तबाज़ और ख़ुदावन्द के सब अहकाम — ओ — क़वानीन पर बे — 'ऐब चलने वाले थे।
ᎠᎴ ᎢᏧᎳ ᏚᏳᎪᏛ ᏧᏂᎸᏫᏍᏓᏁᎯ ᎨᏎ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᏙᏗᎧᏅᎢ, ᏓᏂᎧᎿᎭᏩᏗᏎ ᏂᎦᏛ ᏗᎧᎿᎭᏩᏛᏍᏗ ᎠᎴ ᎤᎵᏁᏨ ᎢᏯᏛᏁᎵᏓᏍᏗ ᎨᏒ ᏱᎰᏩ ᏧᏤᎵᎦ, ᎤᏐᏅ ᏂᎨᏥᎳᎾᏎᎲᎾ.
7 और उनके औलाद न थी क्यूँकि इलीशिबा' बाँझ थी और दोनों उम्र रसीदा थे।
ᎠᎴ ᏁᎲᎾ ᎨᏎ ᎤᏁᏥ, ᎵᏏᏰᏃ ᎥᏝ ᏱᏓᎷᎸᎥᏍᎨᎢ, ᎠᎴ ᎢᏧᎳ ᎿᎭᏉ ᎠᏂᎦᏴᎵᎨ ᎨᏎᎢ.
8 जब वो ख़ुदा के हुज़ूर अपने फ़रीके की बारी पर इमामत का काम अन्जाम देता था तो ऐसा हुआ,
ᎯᎠᏃ ᏄᎵᏍᏔᏁᎢ, ᎾᏍᎩ ᎠᏥᎸᎨᎶᎯ ᏧᎸᏫᏍᏓᏁᏗ ᎨᏒ ᏚᎸᏫᏍᏓᏁᎮ ᎤᎮᎳᏅᎯ ᎠᎦᏔᎲᎢ, ᎾᎯᏳ ᎤᎵᏱᎶᎸ ᏧᏂᎸᏫᏍᏓᏁᏗᏱ ᎾᎿᎭᎨᎸᎢ,
9 कि इमामत के दस्तूर के मुवाफ़िक़ उसके नाम की पर्ची निकली कि ख़ुदावन्द के हुज़ूरी में जाकर ख़ुशबू जलाए।
ᎾᏍᎩ ᎢᏳᎾᏛᏁᏗ ᎨᏒ ᎠᏥᎸᎠᏁᎶᎯ, ᎾᏍᎩ ᎤᏩᏙᏗ ᏂᎦᎵᏍᏗᏍᎨ ᎠᏜᏓᎦᏩᏒᎩ ᎾᎯᏳ ᏩᏴᎭ ᏱᎰᏩ ᎤᏤᎵ ᎤᏛᏅ-ᏗᎦᎳᏫᎢᏍᏗᏱ.
10 और लोगों की सारी जमा 'अत ख़ुशबू जलाते वक़्त बाहर दुआ कर रही थी।
ᎤᏂᏣᏘᏃ ᏴᏫ ᏙᏱᏗᏢ ᎠᎾᏓᏙᎵᏍᏗᏍᎨ ᎾᎯᏳ ᎠᏜᏓᎦᏩᏒᎩ ᎬᏙᏗᏱ ᎤᏍᏆᎸᎲ.
11 अचानक ख़ुदा का एक फ़रिश्ता ज़ाहिर हुआ जो ख़ुशबू जलाने की क़ुर्बानगाह के दहनी तरफ़ खड़ा हुआ उसको दिखाई दिया।
ᏱᎰᏩᏃ ᎤᏤᎵ ᏗᎧᎿᎭᏩᏗᏙᎯ ᎬᏂᎨᏒ ᏄᏛᏁᎴ ᎦᏙᎨ ᎠᎦᏘᏏᏗᏢ ᎦᏩᏒᎩ ᎬᏙᏗᏱ ᎪᏢᏒᎢ.
12 उसे देख कर ज़करियाह घबराया और बहुत डर गया।
ᏤᎦᎳᏯᏃ ᎤᎪᎲ, ᎤᏕᏯᏔᏁᎴ ᎠᎴ ᎤᏍᎦᎴᎢ.
13 लेकिन फ़रिश्ते ने उस से कहा, ज़करियाह, मत डर! ख़ुदा ने तेरी दुआ सुन ली है। तेरी बीवी इलीशिबा के बेटा होगा। उस का नाम युहन्ना रखना।
ᎠᏎᏃ ᏗᎧᎿᎭᏩᏗᏙᎯ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎴᎢ; ᏤᎦᎳᏯ ᏞᏍᏗ ᏣᏍᎦᎸᎩ; ᎭᏓᏙᎵᏍᏗᏍᎬᏰᏃ ᎡᏣᏛᎦᏁᎸ; ᎠᎴ ᏣᏓᎵᎢ ᎵᏏ ᏓᏣᎾᏄᎪᏫᏎᎵ ᏤᏥ ᎠᏧᏣ, ᏣᏂᏃ ᏕᎯᏲᎥᎭ.
14 वह न सिर्फ़ तेरे लिए ख़ुशी और मुसर्रत का बाइस होगा, बल्कि बहुत से लोग उस की पैदाइश पर ख़ुशी मनाएँगे।
ᎠᎴ ᎭᎵᎮᎵᎨᏍᏗ ᎠᎴ ᎣᏍᏛ ᏣᏰᎸᏎᏍᏗ; ᎠᎴ ᎤᏂᏣᏘ ᎠᎾᎵᎮᎵᎨᏍᏗ ᎤᏕᏅ ᎢᏳᏍᏗ.
15 क्यूँकि वह ख़ुदा के नज़दीक अज़ीम होगा। ज़रूरी है कि वह मय और शराब से परहेज़ करे। वह पैदा होने से पहले ही रूह — उल — क़ुद्दूस से भरपूर होगा।
ᎠᎴ ᎠᏥᎸᏉᏗᏳ ᎨᏎᏍᏗ ᏱᎰᏩ ᏙᏗᎧᏅᎢ, ᎥᏝ ᎠᎴ ᎤᏗᏔᏍᏗ ᏱᎨᏎᏍᏗ ᎩᎦᎨ-ᎠᏗᏔᏍᏗ ᎠᎴ ᎠᏓᏴᏍᏕᏍᏗᏍᎩ; ᎠᎴ ᎤᎧᎵᏨᎯ ᎨᏎᏍᏗ ᎦᎸᏉᏗᏳ ᎠᏓᏅᏙ, ᎤᏥ ᎤᎾᏅᎪᏫᏒ ᎤᏓᎬᏩᏓᎴᏅᏛ.
16 और इस्राईली क़ौम में से बहुतों को ख़ुदा उन के ख़ुदा के पास वापस लाएगा।
ᎠᎴ ᎤᏂᏣᏘ ᎢᏏᎵ ᏧᏪᏥ ᏙᏛᎪᎸᏏ ᏱᎰᏩ ᎤᎾᏁᎳᏅᎯ ᎢᏗᏢ ᏙᏛᎦᏔᎲᏍᏔᏂ.
17 वह एलियाह की रूह और क़ुव्वत से ख़ुदावन्द के आगे आगे चलेगा। उस की ख़िदमत से वालिदों के दिल अपने बच्चों की तरफ़ माइल हो जाएँगे और नाफ़रमान लोग रास्तबाज़ों की अक़्लमन्दी की तरफ़ फिरेंगे। यूँ वह इस क़ौम को ख़ुदा के लिए तय्यार करेगा।”
ᎠᎴ ᎢᎬᏱ ᏓᏳᏪᏅᎡᎵ [ ᎤᎬᏫᏳᎯ ] ᎢᎳᏯ ᎾᏍᎩᏯ ᎨᏎᏍᏗ ᎤᏓᏅᏙᎩ ᎠᎴ ᎤᎵᏂᎩᏗᏳ ᎨᏒᎢ, ᏧᎦᏔᎲᏍᏗᏱ ᏧᏂᎾᏫ ᎠᏂᎦᏴᎵᎨᎢ ᏗᏂᏲᎵ ᎢᏗᏢ ᏫᏚᎦᏔᎲᏍᏙᏗᏱ, ᎠᎴ ᏄᏃᎯᏳᏒᎾ ᏧᎦᏔᎲᏍᏗᏱ ᎤᎾᏓᏅᏘ ᎠᏂᎦᏔᎿᎭᎥ ᎢᏗᏢ ᏫᏚᎦᏔᎲᏍᏙᏗᏱ; ᏧᏛᏅᎢᏍᏙᏗᏱ ᏴᏫ, ᎤᎬᏫᏳᎯ ᏧᏛᏅᎢᏍᏓᏁᏗᏱ.
18 ज़करियाह ने फ़रिश्ते से पूछा, “मैं किस तरह जानूँ कि यह बात सच है? मैं ख़ुद बूढ़ा हूँ और मेरी बीवी भी उम्र रसीदा है।”
ᏤᎦᎳᏯᏃ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎴ ᏗᎧᎿᎭᏩᏗᏙᎯ, ᎦᏙᏃ ᎠᏆᏙᎴᎰᎯᏍᏙᏗ ᎨᏎᏍᏗ ᎾᏍᎩ ᎯᎠ? ᎠᏆᏛᏐᏅᎯᏰᏃ, ᎠᎴ ᎠᏆᏓᎵᎢ ᎿᎭᏉ ᎠᎦᏴᎵᎨᎢ.
19 फ़रिश्ते ने जवाब दिया, “मैं जिब्राईल हूँ जो ख़ुदावन्द के सामने खड़ा रहता हूँ। मुझे इसी मक़्सद के लिए भेजा गया है कि तुझे यह ख़ुशख़बरी सुनाऊँ।
ᏗᎧᎿᎭᏩᏗᏙᎯᏃ ᎤᏁᏨ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎴᎢ; ᎠᏴ ᎨᏈᎵ, ᏥᏥᏙᎪ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎠᎦᏔᎲᎢ; ᎠᎴ ᏨᎩᏅᏒ ᎬᏯᎵᏃᎮᏙᏗᏱ, ᎠᎴ ᎬᎾᏄᎪᏫᏎᏗᏱ ᎯᎠ ᎾᏍᎩ ᎣᏍᏛ ᎧᏃᎮᏛ.
20 लेकिन तूने मेरी बात का यक़ीन नहीं किया इस लिए तू ख़ामोश रहेगा और उस वक़्त तक बोल नहीं सकेगा जब तक तेरे बेटा पैदा न हो। मेरी यह बातें अपने वक़्त पर ही पूरी होंगी।”
ᎠᎴ ᎬᏂᏳᏉ ᏨᎨᏫ ᎨᏎᏍᏗ, ᎠᎴ ᎨᏣᏁᎢᏍᏗ ᏂᎨᏒᎾ ᎨᏎᏍᏗ ᎬᏂ ᎾᎯᏳ ᎢᎦ ᎾᏍᎩ ᎯᎠ ᏂᎦᎵᏍᏔᏅᎭ, ᏅᏗᎦᎵᏍᏙᏗᎭ ᏂᏦᎯᏳᏅᎾ ᎨᏒ ᏥᏁᎬᎢ, ᎾᏍᎩ ᎠᏎ ᎢᏳᎵᏍᏙᏗ ᏥᎩ ᎢᏳᎵᏍᏙᏗᏱ ᎠᏍᏆᎸᎲᎭ.
21 इस दौरान बाहर के लोग ज़करियाह के इन्तिज़ार में थे। वह हैरान होते जा रहे थे कि उसे वापस आने में क्यूँ इतनी देर हो रही है।
ᏴᏫᏃ ᎬᏩᎦᏘᏰ ᏤᎦᎳᏯ, ᎠᎴ ᎤᏂᏍᏆᏂᎪᏍᎨ ᎪᎯᏗᏳ ᏩᏯᎥ ᎤᏛᏅᏗᎦᎳᏫᎢᏍᏗᏱ.
22 आख़िरकार वह बाहर आया, लेकिन वह उन से बात न कर सका। तब उन्हों ने जान लिया कि उस ने ख़ुदा के घर में ख़्वाब देखा है। उस ने हाथों से इशारे तो किए, लेकिन ख़ामोश रहा।
ᏧᏄᎪᏨᏃ ᎥᏝ ᏗᎬᏩᎵᏃᎮᏙᏗ ᏱᎨᏎᎢ; ᎤᎾᏙᎴᎰᏎᏃ ᎤᏁᎳᏫᏎᎸ ᏩᏯᎥ ᎤᏛᏅ-ᏗᎦᎳᏫᎢᏍᏗᏱ. ᏓᏁᎶᏓᏁᎮᏃ ᎠᎴ ᏅᏩᏍᏕᏉ ᎤᏩᎨᏫ ᎨᏎᎢ.
23 ज़करियाह अपने वक़्त तक ख़ुदा के घर में अपनी ख़िदमत अन्जाम देता रहा, फिर अपने घर वापस चला गया।
ᎠᎴ ᎯᎠ ᏄᎵᏍᏔᏁᎢ, ᎾᏍᎩ ᎿᎭᏉ ᎤᏍᏆᏛ ᎠᏎᎸᎯ ᎨᏒ ᎢᎪᎯᏛ ᏧᎸᏫᏍᏓᏁᏗᏱ, ᎤᏪᏅᏎ ᏧᏪᏅᏒᎢ.
24 थोड़े दिनों के बाद उस की बीवी इलीशिबा हामिला हो गई और वह पाँच माह तक घर में छुपी रही।
ᎣᏂᏃ ᎢᏴᏛ ᎤᏓᎵᎢ ᎵᏏ ᎤᏁᎵᏤᎢ, ᎠᎴ ᎤᏗᏍᎦᎳᏁ ᎯᏍᎩ ᎢᏯᏅᏙ, ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎢ,
25 उस ने कहा, “ख़ुदावन्द ने मेरे लिए कितना बड़ा काम किया है, क्यूँकि अब उस ने मेरी फ़िक्र की और लोगों के सामने से मेरी रुस्वाई दूर कर दी।”
ᎯᎠ ᎾᏍᎩ ᎾᏆᏛᏁᎸ ᏱᎰᏩ ᎾᎯᏳ ᎢᎦ ᏕᎠᏆᎧᎿᎭᏅ, ᎠᎩᎲᎡᏗᏱ ᎤᏕᎰᎯᏍᏗ ᎥᏆᏓᏅᏖᏗᏱ ᏴᏫ ᎠᏁᎲᎢ.
26 इलीशिबा छः माह से हामिला थी जब ख़ुदा ने जिब्राईल फ़रिश्ते को एक कुँवारी के पास भेजा जो नासरत में रहती थी। नासरत गलील का एक शहर है और कुँवारी का नाम मरियम था।
ᏑᏓᎵᏁᏃ ᎧᎸᎢ ᏗᎧᎿᎭᏩᏗᏙᎯ ᎨᏈᎵ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᏅᏓᏳᏅᏏᏛ ᎤᎷᏤ ᎦᏚᎲ ᎨᎵᎵ ᎾᏎᎵᏗ ᏧᏙᎢᏛ,
27 उस की मंगनी एक मर्द के साथ हो चुकी थी जो दाऊद बादशाह की नस्ल से था और जिस का नाम यूसुफ़ था।
ᎤᎷᏤᎴ ᎠᏛ ᎾᏍᎩ ᏦᏩ ᏧᏙᎢᏛ ᎠᏍᎦᏯ ᎤᏓᏴᏍᏗ, ᎾᏍᎩ ᏕᏫ ᎤᏁᏢᏔᏅᏛ ᏅᏓᏳᏓᎴᏅᎯ ᎨᏎᎢ; ᎾᏍᎩᏃ ᎠᏛ ᎺᎵ ᏧᏙᎢᏛ ᎨᏎᎢ.
28 फ़रिश्ते ने उस के पास आ कर कहा, “ऐ ख़ातून जिस पर ख़ुदा का ख़ास फ़ज़ल हुआ है, सलाम! ख़ुदा तेरे साथ है।”
ᏗᎧᎿᎭᏩᏗᏙᎯᏃ ᎤᎷᏤᎸ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎢ; ᎬᏲᎵᎦ ᏂᎯ ᎡᏣᎸᏉᏔᏅᎯ, ᏱᎰᏩ ᏫᏗᏣᎧᎿᎭᏩᏗᏓ; ᎠᏂᎨᏴ ᎠᏁᎲ ᏂᎯ ᏭᏓᎪᎾᏛᏗ ᎣᏏᏳ ᎢᏣᎵᏍᏓᏁᏗ.
29 मरियम यह सुन कर घबरा गई और सोचा, यह किस तरह का सलाम है?
ᎤᎪᎲᏃ ᎤᏕᏯᏔᏁᎴ ᎾᏍᎩ ᏄᏪᏎᎸᎢ, ᎠᎴ ᎤᏓᏅᏖᎴ ᏄᏍᏛ ᎤᏰᎸᏛ ᎯᎠ ᎾᏍᎩ ᎤᏲᎵᎸᎢ.
30 लेकिन फ़रिश्ते ने अपनी बात जारी रखी और कहा, “ऐ मरियम, मत डर, क्यूँकि तुझ पर ख़ुदा का फ़ज़ल हुआ है।
ᏗᎧᎿᎭᏩᏗᏙᎯᏃ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎴᎢ; ᎺᎵ ᏞᏍᏗ ᏣᏍᎦᎸᎩ; ᎤᏁᎳᏅᎯᏰᏃ ᎣᏍᏛ ᏣᏰᎸᏗ ᎨᏒ ᏣᏩᏛᎲ.
31 तू हमिला हो कर एक बेटे को पैदा करेगी। तू उस का नाम ईसा (नजात देने वाला) रखना।
ᎠᎴ ᎬᏂᏳᏉ ᏘᏁᎵᏥ, ᎠᎴ ᏘᎾᏄᎪᏫᏏ ᎠᏧᏣ, ᎠᎴ ᏥᏌ ᏙᏘᏲᎢ.
32 वह बड़ा होगा और ख़ुदावन्द का बेटा कहलाएगा। ख़ुदा हमारा ख़ुदा उसे उस के बाप दाऊद के तख़्त पर बिठाएगा
ᎠᏥᎸᏉᏗᏳ ᎨᏎᏍᏗ ᎾᏍᎩ, ᎠᎴ ᏩᏍᏛ ᎦᎸᎳᏗᏳ ᎡᎯ ᎤᏪᏥ ᎠᎪᏎᎮᏍᏗ; ᏱᎰᏩᏃ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᏓᏳᏁᎵ ᎤᏙᏓ ᏕᏫ ᎤᏪᏍᎩᎸᎢ.
33 और वह हमेशा तक इस्राईल पर हुकूमत करेगा। उस की सल्तनत कभी ख़त्म न होगी।” (aiōn g165)
ᎠᎴ ᏫᎾᏍᏛᎾ ᎤᎬᏫᏳᎯ ᎨᏎᏍᏗ ᏤᎦᏈ ᎤᏁᏢᏔᏅᏛ ᎨᏒ ᎠᏁᎲᎢ; ᎠᎴ ᎾᏍᎩ ᎤᎬᏫᏳᎯ ᎨᏒ ᏭᏍᏗᏥᎯᏍᏗ ᏂᎨᏒᎾ ᎨᏎᏍᏗ. (aiōn g165)
34 मरियम ने फ़रिश्ते से कहा, “यह क्यूँकर हो सकता है? अभी तो मैं कुँवारी हूँ।”
ᎺᎵᏃ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎴ ᏗᎧᎿᎭᏩᏗᏙᎯ; ᎦᏙ ᏱᎦᎵᏍᏙᏓ ᎾᏍᎩ ᏱᏂᎦᎵᏍᏓ, ᏂᏥᎦᏔᎲᎾᏃ ᏥᎩ ᎠᏍᎦᏯ?
35 फ़रिश्ते ने जवाब दिया, “रूह — उल — क़ुद्दूस तुझ पर नाज़िल होगा, ख़ुदावन्द की क़ुदरत का साया तुझ पर छा जाएगा। इस लिए यह बच्चा क़ुद्दूस होगा और ख़ुदा का बेटा कहलाएगा।
ᏗᎧᎿᎭᏩᏗᏙᎯᏃ ᎤᏁᏨ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎴᎢ; ᎦᎸᏉᏗᏳ ᎠᏓᏅᏙ ᏓᏣᎷᏤᎵ ᎠᎴ ᎤᎵᏂᎩᏗᏳ ᎨᏒ ᏩᏍᏛ ᎦᎸᎳᏗᏳ ᎡᎯ ᏓᏣᏓᏩᏗᏍᏙᏔᏂ; ᎾᏍᎩ ᎢᏳᏍᏗ ᎾᏍᏉ ᎾᏍᎩ ᎦᎸᏉᏗᏳ ᏨᏓᏣᏕᏁᎵ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎤᏪᏥ ᎠᎪᏎᎮᏍᏗ.
36 और देख, तेरी रिश्तेदार इलीशिबा के भी बेटा होगा हालाँकि वह उम्ररसीद है। गरचे उसे बाँझ क़रार दिया गया था, लेकिन वह छः माह से हामिला है।
ᎠᎴ ᎬᏂᏳᏉ ᎢᏍᏗᏠᏱ ᎵᏏ ᎾᏍᏉ ᎠᏧᏣ ᎤᏁᎵᏨ ᎿᎭᏉ ᎠᎦᏴᎵᎨ ᎨᏒᎢ; ᎠᎴ ᎪᎯ ᏥᎩ ᎿᎭᏉ ᏑᏓᎵᏁ ᎧᎳ ᎬᏩᏁᎵᏨᎯ ᎾᏍᎩ ᏗᎷᎸᎥᏍᎩ ᏂᎨᏒᎾ ᏣᎪᏎᎲᎩ.
37 क्यूँकि ख़ुदा के नज़दीक कोई काम नामुमकिन नहीं है।”
ᎤᏁᎳᏅᎯᏰᏃ ᎥᏝ ᎪᎱᏍᏗ ᎤᏄᎸᏗ ᏱᎨᏎᏍᏗ.
38 मरियम ने जवाब दिया, “मैं ख़ुदा की ख़िदमत के लिए हाज़िर हूँ। मेरे साथ वैसा ही हो जैसा आप ने कहा है।” इस पर फ़रिश्ता चला गया।
ᎺᎵᏃ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎢ; ᎬᏂᏳᏉ ᎠᏉ ᎤᏅᏏᏓᏍᏗ ᎠᎨᏴ; ᏱᎰᏩ ᎾᏍᎩᏯ ᏂᏣᏪᏒ ᏫᎾᏆᎵᏍᏓᏏ. ᏗᎧᎿᎭᏩᏗᏙᎯᏃ ᎤᏓᏅᎡᎴᎢ.
39 उन दिनों में मरियम यहूदिया के पहाड़ी इलाक़े के एक शहर के लिए रवाना हुई। उस ने जल्दी जल्दी सफ़र किया।
ᎺᎵᏃ ᎾᎯᏳ ᏚᎴᏁᎢ, ᎤᏩᏅᏤ ᎣᏓᎵ ᎨᏒ ᏭᎶᏎᎢ, ᏧᏗᏱ ᎦᏚᎲ ᏭᎷᏤᎢ;
40 वहाँ पहुँच कर वह ज़करियाह के घर में दाख़िल हुई और इलीशिबा को सलाम किया।
ᎠᎴ ᏭᏴᎴ ᏤᎦᎳᏯ ᎦᏁᎸᎢ, ᎠᎴ ᎤᏲᎵᎴ ᎵᏏ
41 मरियम का यह सलाम सुन कर इलीशिबा का बच्चा उस के पेट में उछल पड़ा और इलीशिबा ख़ुद रूह — उल — क़ुद्दूस से भर गई।
ᎯᎠᏃ ᏄᎵᏍᏔᏁᎢ, ᎾᏍᎩ ᎵᏏ ᎤᏛᎦᏅ ᎺᎵ ᎤᏲᎵᎲᎢ, ᎠᏲᎵ ᎦᏁᎵᏒ ᎤᎵᏖᎸᏁᎢ; ᎠᎴ ᎵᏏ ᎤᎧᎵᏤ ᎦᎸᏉᏗᏳ ᎠᏓᏅᏙ,
42 उस ने बुलन्द आवाज़ से कहा, “तू तमाम औरतों में मुबारिक़ है और मुबारिक़ है तेरा बच्चा!
ᎠᎴ ᎠᏍᏓᏯ ᎤᏁᏤᎢ, ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎢ; ᎠᏂᎨᏴ ᎠᏁᎲ ᏂᎯ ᏭᏓᎪᎾᏛᏗ ᎡᏣᎸᏉᏗᏳ; ᎠᎴ ᎦᎸᏉᏗᏳ ᎾᏍᎩ ᏂᎯ ᏨᏘᎾᏄᎪᏫᏏ.
43 मैं कौन हूँ कि मेरे ख़ुदावन्द की माँ मेरे पास आई!
ᎦᏙᏃ ᏓᎦᎵᏍᏙᏓ ᎠᏴ ᎾᏍᎩ ᏥᎾᏆᎵᏍᏓᏏ, ᎾᏍᎩ ᎠᏆᏤᎵ ᎤᎬᏫᏳᎯ ᎤᏥ ᏣᎩᎷᏥᏏ?
44 जैसे ही मैं ने तेरा सलाम सुना बच्चा मेरे पेट में ख़ुशी से उछल पड़ा।
ᎬᏂᏳᏉᏰᏃ ᎠᏆᏛᎦᏅᏉ ᎯᏁᎬ ᏍᎩᏲᎵᎲᎢ, ᎠᏲᎵ ᏥᏁᎵᏒ ᎤᎵᏖᎸᏅ ᎠᎵᎮᎵᎬᎢ.
45 तू कितनी मुबारिक़ है, क्यूँकि तू ईमान लाई कि जो कुछ ख़ुदा ने फ़रमाया है वह पूरा होगा।”
ᎠᎴ ᎣᏏᏳ ᎢᏳᎵᏍᏓᏁᏗ ᎤᏬᎯᏳᏅᎯ; ᎾᏍᎩᏰᏃ ᏅᏧᏪᏎᎸ ᏱᎰᏩ ᎾᏍᎩ ᎠᏎ ᏅᏓᎦᎵᏍᏔᏂ.
46 इस पर मरियम ने कहा, “मेरी जान ख़ुदा की बड़ाई करती है
ᎺᎵᏃ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎢ, ᎠᏆᏓᏅᏙ ᎤᏣᏘ ᎦᎸᏉᏗᎭ ᏱᎰᏩ,
47 और मेरी रूह मेरे मुन्जी ख़ुदावन्द से बहुत ख़ुश है।
ᎠᎴ ᎠᏆᏓᏅᏙ ᎤᎵᎮᎵᏤᎸ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎠᎩᏍᏕᎵᏍᎩ.
48 क्यूँकि उस ने अपनी ख़ादिमा की पस्ती पर नज़र की है। हाँ, अब से तमाम नसलें मुझे मुबारिक़ कहेंगी,
ᏕᎤᎧᎿᎭᏅᏰᏃ ᎤᏲ ᏄᏛᎿᎭᏕᎬ ᎠᎨᏴ ᎤᏅᏏᏓᏍᏗ; ᎬᏂᏳᏉᏰᏃ ᎪᎯ ᎢᏳᏓᎴᏅᏛ ᎾᎾᏓᏁᏟᏴᏏᏒ ᏴᏫ ᎦᎸᏉᏗᏳ ᎬᏉᏎᎮᏍᏗ.
49 क्यूँकि उस क़ादिर ने मेरे लिए बड़े — बड़े काम किए हैं, और उसका नाम पाक है।
ᎤᎵᏂᎩᏛᏰᏃ ᏥᎩ ᎾᏍᎩ ᎤᏍᏆᏂᎪᏗᏳ ᎾᏆᏛᏁᎸ; ᎠᎴ ᎦᎸᏉᏗᏳ ᎾᏍᎩ ᏕᎤᏙᎥᎢ.
50 और ख़ौफ़ रहम उन पर जो उससे डरते हैं, पुश्त — दर — पुश्त रहता है।
ᎠᎴ ᎤᏓᏙᎵᏍᏗ ᎨᏒ ᏕᎦᎾᏄᎪᏫᏎᎭ ᎬᏩᎾᏰᏍᎩ ᎾᎾᏓᏁᏟᏴᏏᏒᎢ.
51 उसने अपने बाज़ू से ज़ोर दिखाया, और जो अपने आपको बड़ा समझते थे उनको तितर बितर किया।
ᎧᏃᎨᏂ ᎤᏮᏔᏅ ᎤᎾᏄᎪᏫᏒ ᎤᎵᏂᎩᏛ ᎨᏒᎢ; ᎤᎾᏢᏉᏗ ᏙᏧᎾᏓᏅᏛ ᏚᏗᎦᎴᏯᏍᏔᏅ.
52 उसने इख़्तियार वालों को तख़्त से गिरा दिया, और पस्तहालों को बुलन्द किया।
ᏧᎾᎵᏂᎩᏛ ᏚᏪᎧᎲᏒ ᎤᎾᏅᏗᏱ, ᎠᎴ ᎤᏲ ᎢᏳᎾᏛᎿᎭᏕᎩ ᏚᏌᎳᏓᏅ.
53 उसने भूखों को अच्छी चीज़ों से सेर कर दिया, और दौलतमन्दों को ख़ाली हाथ लौटा दिया।
ᎠᎪᏄ ᏧᏂᏲᏏᏍᎩ ᎣᏍᏛ ᎨᏒ ᏚᎧᎵᎢᏍᏔᏅ, ᏧᏁᎿᎭᎢᏃ ᎠᏒᎭ ᏙᎤᏁᏅᏍᏗᏱ ᏂᏚᏩᏁᎸᎩ.
54 उसने अपने ख़ादिम इस्राईल को संभाल लिया, ताकि अपनी उस रहमत को याद फ़रमाए।
ᎢᏏᎵ ᎤᏅᏏᏓᏍᏗ ᎤᏍᏕᎸᎲ ᎠᏅᏓᏗᏍᎬ ᎤᏓᏙᎵᏣᏛᎢ,
55 जो अब्रहाम और उसकी नस्ल पर हमेशा तक रहेगी, जैसा उसने हमारे बाप — दादा से कहा था।” (aiōn g165)
ᎾᏍᎩᏯ ᏂᏚᏪᏎᎸ ᏗᎩᎦᏴᎵᎨᎢ, ᎡᏆᎭᎻ, ᎠᎴ ᎾᏍᎩ ᏧᏁᏢᏔᏅᏛ ᎨᏒ ᏂᎪᎯᎸᎢ. (aiōn g165)
56 और मरियम तीन महीने के क़रीब उसके साथ रहकर अपने घर को लौट गई।
ᎺᎵᏃ ᏦᎢ ᎢᏯᏅᏙ ᎢᏴᏛ ᎵᏏᏱ ᎤᏕᏁᎢ, ᎩᎳᏃ ᎤᏩᏒ ᏧᏪᏅᏒ ᏫᎤᎶᏎᎢ.
57 और इलीशिबा' के वज़'ए हम्ल का वक़्त आ पहुँचा और उसके बेटा हुआ।
ᎵᏏᏃ ᎿᎭᏉ ᎤᏍᏆᎸᎡᎴ ᎤᏕᏗᏱ ᎠᏲᎵ, ᎠᎴ ᎤᎾᏄᎪᏫᏎ ᎠᏧᏣ.
58 उसके पड़ोसियों और रिश्तेदारों ने ये सुनकर कि ख़ुदावन्द ने उस पर बड़ी रहमत की, उसके साथ ख़ुशी मनाई।
ᎾᎥᏃ ᎢᏳᎾᏓᎳ ᎠᎴ ᎪᎱᏍᏗ ᏧᏩᎿᎭᎤᎾᏛᎦᏁ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎤᏣᏘ ᎤᏪᏙᎵᏨᎢ, ᎠᎴ ᎢᏧᎳᎭ ᎤᎾᎵᎮᎵᏤᎢ.
59 और आठवें दिन ऐसा हुआ कि वो लड़के का ख़तना करने आए और उसका नाम उसके बाप के नाम पर ज़करियाह रखने लगे।
ᎯᎠᏃ ᏄᎵᏍᏔᏁᎢ, ᎾᏍᎩ ᏧᏁᎵᏁ ᎢᎦ ᎤᏂᎱᏍᏕᏎᎸᎭ ᎠᏲᎵ, ᎠᎴ ᏤᎦᎳᏯ ᏚᏃᎡᎢ, ᎤᏙᏓ ᏚᏙᎥ ᏚᏃᏍᏔᏁᎢ.
60 मगर उसकी माँ ने कहा, “नहीं बल्कि उसका नाम युहन्ना रखा जाए।”
ᎤᏥᏃ ᎤᏁᏨ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎢ; ᎥᏞᏍᏗ; ᏣᏂᏍᎩᏂ ᎠᎪᏎᎮᏍᏗ.
61 उन्होंने कहा, “तेरे ख़ानदान में किसी का ये नाम नहीं।”
ᎯᎠᏃ ᏂᎬᏩᏪᏎᎴᎢ; ᎥᏝ ᎩᎶ ᎢᏥᏠᏱ ᎨᏒ ᎾᏍᎩ ᏱᏄᏍᏗ ᏱᏚᏙᎥ.
62 और उन्होंने उसके बाप को इशारा किया कि तू उसका नाम क्या रखना चाहता है?
ᎤᏙᏓᏃ ᏓᎾᏁᎶᏓᏁᎲ ᎤᎾᏛᏛᏁ ᏄᏍᏛ ᎤᏚᎵᏍᎬ ᏣᎪᏍᏗᏱ.
63 उसने तख़्ती माँग कर ये लिखा, उसका नाम युहन्ना है, और सब ने ता'ज्जुब किया।
ᎤᏔᏲᎴᏃ ᏗᎪᏪᎶᏗᏱ ᎠᎴ ᎤᏬᏪᎳᏁ ᎯᎠ ᏂᎦᏪᏍᎨᎢ; ᏣᏂ ᏚᏙᎥ. ᏂᎦᏛᏃ ᎤᏂᏍᏆᏂᎪᏎᎢ.
64 उसी दम उसका मुँह और ज़बान खुल गई और वो बोलने और ख़ुदा की हम्द करने लगा।
ᎩᎳᏉᏃ ᎢᏴᏛ ᎠᎱᎵ ᎤᎵᏍᏚᎢᏎᎢ, ᎦᏃᎪᏃ ᎤᏕᎵᏌᏕᏎᎢ, ᎠᎴ ᎤᏬᏂᏎ ᎤᎸᏉᏔᏁ ᎤᏁᎳᏅᎯ.
65 और उनके आसपास के सब रहने वालों पर दहशत छा गई और यहूदिया के तमाम पहाड़ी मुल्क में इन सब बातों की चर्चा फैल गई।
ᎾᎿᎭᏃ ᎬᏩᏚᏫᏛ ᏗᏂᏁᎸ ᏂᎦᏛ ᎤᏂᎾᏰᏎᎢ; ᎠᎴ ᏂᎦᏛ ᎾᏍᎩ ᎯᎠ ᏄᎵᏍᏔᏂᏙᎸ ᏚᏃᏣᎶᏤ ᏂᎬᎾᏛ ᎣᏓᎵ ᎨᏒ ᏧᏗᏱ.
66 और उनके सब सुनने वालों ने उनको सोच कर दिलों में कहा, “तो ये लड़का कैसा होने वाला है?” क्यूँकि ख़ुदावन्द का हाथ उस पर था।
ᎾᏂᎥᏃ ᎾᏍᎩ ᎤᎾᏛᎦᏅᎯ ᏧᏂᎾᏫᏱ ᎤᏂᏍᏆᏂᎪᏔᏁᎢ, ᎯᎠ ᎾᏂᏪᏍᎨᎢ; ᎦᏙ ᎤᏍᏕᏍᏗ ᎯᎠ ᎠᏲᎵ? ᏱᎰᏩᏃ ᎤᏍᏕᎸᎯᏙᎮᎢ.
67 और उस का बाप ज़करियाह रूह — उल — क़ुद्दूस से भर गया और नबुव्वत की राह से कहने लगा कि:
ᎤᏙᏓᏃ ᏤᎦᎳᏯ ᎤᎧᎵᏨᎯ ᎨᏎ ᎦᎸᏉᏗᏳ ᎠᏓᏅᏙ, ᎠᎴ ᎤᏙᎴᎰᏎ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎢ;
68 “ख़ुदावन्द इस्राईल के ख़ुदा की हम्द हो क्यूँकि उसने अपनी उम्मत पर तवज्जुह करके उसे छुटकारा दिया।
ᎦᎸᏉᏗᏳ ᎨᏎᏍᏗ ᏱᎰᏩ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎢᏏᎵ ᎤᎾᏤᎵᎦ; ᏚᏩᏛᎰᎸᏰᏃ ᎠᎴ ᏚᎫᏴᎲ ᏧᏤᎵᎦ ᏴᏫ.
69 और अपने ख़ादिम दाऊद के घराने में हमारे लिए नजात का सींग निकाला,
ᎠᎴ ᎢᎩᎾᏄᎪᏫᏎᎸ ᎤᏲᏅ ᎢᎦᎵᏍᏕᎸᏙᏗ, ᏕᏫ ᎤᏅᏏᏓᏍᏗ ᎤᏁᏢᏔᏅᏛ ᎨᏒ ᎠᏁᎲ ᎤᎾᏄᎪᏨ;
70 (जैसा उसने अपने पाक नबियों की ज़बानी कहा था जो कि दुनिया के शुरू' से होते आए है) (aiōn g165)
ᎾᏍᎩᏯ ᏄᏪᏒ ᏕᎬᏗᏍᎬ ᏧᏤᎵ ᎨᏥᎸᏉᏗ ᎠᎾᏙᎴᎰᏍᎩ ᎤᎾᏕᏅᎯ ᏥᎩ ᏗᏓᎴᏂᏍᎬ ᏅᏓᎬᏩᏓᎴᏅᏛ; (aiōn g165)
71 या'नी हम को हमारे दुश्मनों से और सब बुग़्ज़ रखने वालों के हाथ से नजात बख़्शी।
ᎾᏍᎩ ᏗᏓᏚᏓᎳᎡᏗᏱ ᎨᎩᏍᎦᎩ, ᎠᎴ ᎠᏍᏓᏯ ᏂᎨᎬᏅ ᏗᏓᏚᏓᎳᎡᏗᏱ ᏂᎦᏗᏳ ᎨᎩᏂᏆᏘᎯ;
72 ताकि हमारे बाप — दादा पर रहम करे और अपने पाक 'अहद को याद फ़रमाए।
ᎢᏳᏛᏁᏗᏱ ᏚᏚᎢᏍᏓᏁᎸ ᏗᎩᎦᏴᎵᎨ ᏧᏪᏙᎵᏍᏗᏱ, ᎠᎴ ᎤᏅᏓᏗᏍᏗᏱ ᎤᏤᎵ ᎦᎸᏉᏗᏳ ᎧᏃᎮᏛ ᏓᏠᎯᏍᏛᎢ,
73 या'नी उस क़सम को जो उसने हमारे बाप अब्रहाम से खाई थी,
ᎾᏍᎩ ᏧᏎᎵᏔᏁ ᏧᏚᎢᏍᏓᏁᎴ ᎢᎩᎦᏴᎵᎨ ᎡᏆᎭᎻ,
74 कि वो हमें ये बख़्शिश देगा कि अपने दुश्मनों के हाथ से छूटकर,
ᎾᏍᎩ ᎨᏓᏚᏓᎳᎡᎸᎯ ᎨᏒ ᎨᎩᏍᎦᎩ ᎢᎦᎵᏍᎪᎸᏓᏁᏗᏱ ᏂᏗᎾᏰᏍᎬᎾ ᎡᏓᏓᏙᎵᏍᏓᏁᏗᏱ,
75 उसके सामने पाकीज़गी और रास्तबाज़ी से उम्र भर बेख़ौफ़ उसकी इबादत करें
ᏂᏗᏍᎦᏅᎾ ᎠᎴ ᏚᏳᎪᏛ ᎢᎨᏓᏍᏗᏱ ᎠᎦᏔᎲ ᏂᎪᎯᎸ ᎢᏓᎴᏂᏙᎲᎢ.
76 और ऐ लड़के तू ख़ुदा ता'ला का नबी कहलाएगा क्यूँकि तू ख़ुदावन्द की राहें तैयार करने को उसके आगे आगे चलेगा,
ᏂᎯᏃ ᎯᏲᎵ, ᏩᏍᏛ ᎦᎸᎳᏗᏳ ᎡᎯ ᎤᏤᎵ ᎠᏙᎴᎰᏍᎩ ᎡᏦᏎᎮᏍᏗ, ᏂᎯᏰᏃ ᎢᎬᏱ ᏘᏰᏅᎡᎵ ᏱᎰᏩ, ᎯᏯᏛᏅᎢᏍᏓᏁᏗᏱ ᎤᎶᎯᏍᏗᏱ;
77 ताकि उसकी उम्मत को नजात का 'इल्म बख़्शे जो उनको गुनाहों की मु'आफ़ी से हासिल हो।
ᎬᏂᎨᏒ ᎢᏧᏩᏁᏗᏱ ᏧᏤᎵ ᏴᏫ ᎾᏍᎩ ᎤᎾᎵᏍᏕᎸᏙᏗ ᎨᏒᎢ, ᎦᎨᏥᏁᎲ ᎤᏂᏍᎦᏅᏨᎢ,
78 ये हमारे ख़ुदा की रहमत से होगा; जिसकी वजह से 'आलम — ए — बाला का सूरज हम पर निकलेगा,
ᏱᎰᏩ ᎤᏓᏙᎵᏣᏘᏳ ᎨᏒ ᎢᎦᏁᎳᏅᎯ, ᎾᏍᎩ ᏥᏂᎦᎵᏍᏙᏗᎭ ᎢᎦᎦᏘ ᏗᏰᎵᎯᏍᏗᏍᎩ ᎦᎸᎳᏗ ᏅᏓᏳᏓᎴᏅᎯ ᎢᎩᏩᏛᎯᎸᎯ ᏥᎩ,
79 ताकि उनको जो अन्धेरे और मौत के साए में बैठे हैं रोशनी बख़्शे, और हमारे क़दमों को सलामती की राह पर डाले।”
ᎢᎦ ᏧᏘᏍᏓᏁᏗᏱ ᎤᎵᏏᎬ ᎠᎴ ᎠᏲᎱᎯᏍᏗ ᎨᏒ ᎤᏓᏩᏗᏍᏙᏛ ᏣᏂᎾ, ᎠᎴ ᏗᎦᏖᏅᏍᏗᏱ ᏅᏩᏙᎯᏯᏛ ᎦᏅᏅᎢ.
80 और वो लड़का बढ़ता और रूह में क़ुव्वत पाता गया, और इस्राईल पर ज़ाहिर होने के दिन तक जंगलों में रहा।
ᎠᏲᎵᏃ ᎠᏛᏍᎨᎢ ᎠᎴ ᎧᏁᏉᎨ ᎤᎵᏂᎪᏍᎬ ᎤᏓᏅᏛᎢ, ᎠᎴ ᎢᎾᎨᏉ ᎡᎮᎢ ᎬᏂ ᎬᏂᎨᏒ ᏂᏚᏛᏁᎸ ᎢᏏᎵ.

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