< اعداد 7 >

موسی در روزی که بر پا سازی خیمهٔ عبادت را به پایان رسانید تمامی قسمتهای آن و نیز مذبح و لوازم آن را تدهین و تقدیس نمود. 1
और जिस दिन मूसा घर को खड़ा करने से फ़ारिग़ हुआ और उसको और उसके सब सामान को मसह और पाक किया, और मज़बह और उसके सब मसह को भी मसह और पाक किया;
آنگاه رهبران اسرائیل، یعنی سران قبایل که ترتیب سرشماری را داده بودند، هدایای خود را آوردند. 2
तो इस्राईली रईस जो अपने आबाई ख़ान्दानों के सरदार और क़बीलों के रईस और शुमार किए हुओं के ऊपर मुक़र्रर थे नज़राना लाए।
ایشان شش ارابهٔ سر پوشیده (یک ارابه برای دو رهبر) که هر ارابه را دو گاو می‌کشیدند آورده، در برابر خیمهٔ عبادت به خداوند تقدیم کردند. 3
वह अपना हदिया छ: पर्देदार गाड़ियाँ और बारह बैल ख़ुदावन्द के सामने लाये दो — दो रईसों की तरफ़ से एक — एक गाड़ी और हर रईस की तरफ़ से एक बैल था, इनको उन्होंने घर के सामने हाज़िर किया।
آنگاه خداوند به موسی فرمود: 4
तब ख़ुदावन्द ने मूसा से कहा कि;
«هدایای ایشان را قبول کن و از آنها برای کار خیمۀ ملاقات استفاده نما. آنها را به لاویان بده تا هر کس متناسب با خدمتش از آنها استفاده کند.» 5
“तू इनको उनसे ले ताकि वह ख़ेमा — ए — इजितमा'अ के काम में आएँ, और तू लावियों में हर शख़्स की ख़िदमत के मुताबिक़ उनको तक़सीम कर दे।”
پس موسی، ارابه‌ها و گاوها را در اختیار لاویان گذاشت. 6
तब मूसा ने वह गाड़ियाँ और बैल लेकर उनको लावियों को दे दिया।
دو ارابه و چهار گاو به طایفهٔ جرشون داد تا برای کار خود از آنها استفاده کنند 7
बनी जैरसोन को उसने उनकी ख़िदमत के लिहाज़ से दो गाड़ियाँ और चार बैल दिए।
و چهار ارابه و هشت گاو نیز به طایفهٔ مراری که تحت رهبری ایتامار پسر هارون بودند، داد تا برای کارشان از آنها استفاده کنند. 8
और चार गाड़ियाँ और आठ बैल उसने बनी मिरारी को उनकी ख़िदमत के लिहाज़ से हारून काहिन के बेटे ऐतामर के माताहत करके दिए।
به قهاتیان گاو یا ارابه داده نشد، چون قرار بود ایشان سهم بار خود را از اسباب مقدّس خیمهٔ عبادت، روی دوش حمل کنند. 9
लेकिन बनी क़िहात को उसने कोई गाड़ी नहीं दी, क्यूँकि उनके ज़िम्में हैकल की ख़िदमत थी; वह उसे अपने कन्धों पर उठाते थे,
رهبران در روزی که مذبح تدهین شد هدایایی نیز برای تبرک آن تقدیم کردند و آنها را جلوی مذبح گذاشتند. 10
और जिस दिन मज़बह मसह किया गया उस दिन वह रईस उसकी तक़दीस के लिए हदिये लाए, और अपने हदियों को वह रईस मज़बह के आगे ले जाने लगे।
خداوند به موسی فرمود: «هر روز یکی از رهبران، هدیهٔ خود را جهت تبرک مذبح تقدیم کند.» 11
तब ख़ुदावन्द ने मूसा से कहा, “मज़बह की तक़दीस के लिए एक — एक रईस एक — एक दिन अपना हदिया पेश करे।”
پس رهبران، هدایای خود را به ترتیب زیر تقدیم نمودند: روز از قبیله اسم رهبر اول یهودا نحشون پسر عمیناداب دوم یساکار نتنائیل پسر صوغر سوم زبولون الیاب پسر حیلون چهارم رئوبین الیصور پسر شدی‌ئور پنجم شمعون شلومی‌ئیل پسر صوریشدای ششم جاد الیاساف پسر دعوئیل هفتم افرایم الیشمع پسر عمیهود هشتم منسی جملی‌ئیل پسر فدهصور نهم بنیامین ابیدان پسر جدعونی دهم دان اخیعزر پسر عمیشدای یازدهم اشیر فجعی‌ئیل پسر عکران دوازدهم نفتالی اخیرع پسر عینان هدایای تقدیمی هر یک از رهبران که کاملاً مشابه یکدیگر بود عبارت بودند از: یک سینی نقره‌ای به وزن ۱٫۵ کیلوگرم با یک کاسهٔ نقره‌ای به وزن هشتصد گرم (برحسب مثقال عبادتگاه)، که هر دو پر از آرد مرغوب مخلوط با روغن برای هدیهٔ آردی بودند؛ یک ظرف طلایی به وزن ۱۱۰ گرم پر از بخور خوشبو؛ یک گوسالۀ نر، یک قوچ و یک برهٔ نر یک ساله برای قربانی سوختنی؛ یک بز نر برای قربانی گناه؛ دو گاو نر، پنج قوچ، پنج بز نر و پنج برهٔ نر یک ساله برای قربانی سلامتی. 12
इसलिए पहले दिन यहूदाह के क़बीले में से 'अम्मीनदाब के बेटे नहसोन ने अपना हदिया पेश करा।
13
और उसका हदिया यह था: हैकल की मिस्क़ाल के हिसाब से एक सौ तीस मिस्क़ाल चाँदी का एक तबाक़, और सत्तर मिस्क़ाल चाँदी का एक कटोरा, उन दोनों में नज़्र की क़ुर्बानी के लिए तेल मिला हुआ मैदा भरा था;
14
दस मिस्क़ाल सोने का एक चम्मच, जो ख़ुशबू से भरा था;
15
सोख़्तनी क़ुर्बानी के लिए एक बछड़ा, एक मेंढा, एक नर यक — साला बर्रा,
16
ख़ता की क़ुर्बानी के लिए एक बकरा;
17
और सलामती की क़ुर्बानी के लिए दो बैल, पाँच मेंढे, पाँच बकरे, पाँच नर यक — साला बर्रे। यह 'अमीनदाब के बेटे नहसोन का हदिया था।
18
दूसरे दिन ज़ुग़र के बेटे नतनीएल ने जो इश्कार के क़बीले का सरदार था, अपना हदिया पेश करा।
19
और उसका हदिया यह था: हैकल की मिस्क़ाल के हिसाब से एक सौ तीस मिस्क़ाल चाँदी का एक तबाक़, और सत्तर मिस्क़ाल चाँदी का एक कटोरा, उन दोनों में नज़्र की क़ुर्बानी के लिए तेल मिला हुआ मैदा भरा था;
20
दस मिस्क़ाल सोने का एक चम्मच, जो ख़ुशबू से भरा था;
21
सोख़्तनी क़ुर्बानी के लिए एक बछड़ा, एक मेंढा, एक नर यक — साला बर्रा;
22
ख़ता की क़ुर्बानी के लिए एक बकरा;
23
और सलामती की क़ुर्बानी के लिए दो बैल, पाँच मेंढे, पाँच बकरे, पाँच नर यक — साला बर्रे। यह ज़ुग़र के बेटे नतनीएल का हदिया था।
24
और तीसरे दिन हेलोन के बेटे इलियाब ने जो ज़बूलून के क़बीले का सरदार था, अपना हदिया पेश करा।
25
और उसका हदिया यह था: हैकल की मिस्क़ाल के हिसाब से एक सौ तीस मिस्क़ाल चाँदी का एक तबाक़, और सत्तर मिस्क़ाल चाँदी का एक कटोरा, उन दोनों में नज़्र की क़ुर्बानी के लिए तेल मिला हुआ मैदा भरा था;
26
दस मिस्क़ाल सोने का एक चम्मच, जो ख़ुशबू से भरा था;
27
सोख़्तनी क़ुर्बानी के लिए एक बछड़ा, एक मेंढा, एक नर यक — साला बर्रा;
28
ख़ता की क़ुर्बानी के लिए एक बकरा;
29
और सलामती की क़ुर्बानी के लिए दो बैल, पाँच मेंढे, पाँच बकरे, पाँच नर यक — साला बर्रे। यह हेलोन के बेटे इलियाब का हदिया था।
30
चौथे दिन शदियूर के बेटे इलीसूर ने जो रूबिन के क़बीले का सरदार था, अपना हदिया पेश करा।
31
और उसका हदिया यह था: हैकल की मिस्क़ाल के हिसाब से एक सौ तीस मिस्क़ाल चाँदी का एक तबाक़, और सत्तर मिस्क़ाल चाँदी का एक कटोरा, उन दोनों में नज़्र की क़ुर्बानी के लिए तेल मिला हुआ मैदा भरा था;
32
दस मिस्क़ाल सोने का एक चम्मच, जो ख़ुशबू से भरा था;
33
सोख़्तनी क़ुर्बानी के लिए एक बछड़ा, एक मेंढा, एक नर यक — साला बर्रा;
34
ख़ता की क़ुर्बानी के लिए एक बकरा;
35
और सलामती की क़ुर्बानी लिए दो बैल, पाँच मेंढे, पाँच बकरे, पाँच नर यक — साला बर्रे। यह शदियूर के बेटे इलीसूर का हदिया था।
36
और पाँचवे दिन सूरीशद्दी के बेटे सलूमीएल ने जो शमौन के क़बीले का सरदार था, अपना हदिया पेश करा।
37
और उसका हदिया यह था: हैकल की मिस्क़ाल के हिसाब से एक सौ तीस मिस्क़ाल चाँदी का एक तबाक़ और सत्तर मिस्क़ाल चाँदी का एक कटोरा, उन दोनों में नज़्र की क़ुर्बानी के लिए तेल मिला हुआ मैदा भरा था;
38
दस मिस्क़ाल सोने का एक चम्मच, जो ख़ुशबू से भरा था;
39
सोख़्तनी क़ुर्बानी के लिए एक बछड़ा, एक मेंढा, एक नर यक — साला बर्रा;
40
ख़ता की क़ुर्बानी के लिए एक बकरा;
41
और सलामती की क़ुर्बानी के लिए दो बैल पाँच मेंढे पाँच बकरे पाँच नर यक — साला बर्रे। यह सूरीशद्दी के बेटे सलूमीएल का हदिया था।
42
और छटे दिन द'ऊएल के बेटे इलियासफ़ ने जो जद्द के क़बीले का सरदार था, अपना हदिया पेश करा।
43
और उसका हदिया यह था: हैकल की मिस्क़ाल के हिसाब से एक सौ तीस मिस्क़ाल चाँदी का एक तबाक़, और सत्तर मिस्क़ाल चाँदी का एक कटोरा, उन दोनों में नज़्र की क़ुर्बानी के लिए तेल मिला हुआ मैदा भरा था;
44
दस मिस्क़ाल सोने का एक चम्मच, जो ख़ुशबू से भरा था;
45
सोख़्तनी क़ुर्बानी के लिए एक बछड़ा, एक मेंढा, एक नर यक — साला बर्रा;
46
ख़ता की क़ुर्बानी के लिए एक बकरा;
47
और सलामती की क़ुर्बानी के लिए दो बैल, पाँच मेंढे, पाँच बकरे, पाँच नर यक — साला बर्रे। यह द'ऊएल के बेटे इलियासफ़ का हदिया था।
48
और सातवें दिन 'अम्मीहूद के बेटे इलीसमा' ने जो इफ़्राईम के क़बीले का सरदार था, अपना हदिया पेश करा।
49
और उसका हदिया यह था: हैकल की मिस्क़ाल के हिसाब से एक सौ तीस मिस्क़ाल चाँदी का एक तबाक़, और सत्तर मिस्क़ाल चाँदी का एक कटोरा, उन दोनों में नज़्र की क़ुर्बानी के लिए तेल मिला हुआ मैदा भरा था;
50
दस मिस्क़ाल सोने का एक चम्मच, जो ख़ुशबू से भरा था;
51
सोख़्तनी क़ुर्बानी के लिए एक बछड़ा एक मेंढा, एक नर यक — साला बर्रा;
52
ख़ता की क़ुर्बानी के लिए एक बकरा;
53
और सलामती की क़ुर्बानी के लिए दो बैल, पाँच मेंढे, पाँच बकरे, पाँच नर यक — साला बर्रे। यह 'अम्मीहूद के बेटे इलीसमा' का हदिया था।
54
और आठवें दिन फ़दाहसूर के बेटे जमलीएल ने जो मनस्सी के क़बीले का सरदार था, अपना हदिया पेश करा।
55
और उसका हदिया यह था: हैकल की मिस्क़ाल के हिसाब से एक सौ तीस मिस्क़ाल चाँदी का एक तबाक़, और सत्तर मिस्क़ाल चाँदी का एक कटोरा, उन दोनों में नज़्र की क़ुर्बानी के लिए तेल मिला हुआ मैदा भरा था;
56
दस मिस्क़ाल सोने का एक चम्मच, जो ख़ुशबू से भरा था;
57
सोख़्तनी क़ुर्बानी के लिए एक बछड़ा, एक मेंढा, एक नर यक — साला बर्रा,
58
ख़ता की क़ुर्बानी के लिए एक बकरा;
59
और सलामती की क़ुर्बानी के लिए दो बैल, पाँच मेंढे, पाँच बकरे, पाँच नर यक — साला बर्रे। यह फ़दाहसूर के बेटे जमलीएल का हदिया था।
60
और नवें दिन जिद'औनी के बेटे अबिदान ने जो बिनयमीन के क़बीले का सरदार था, अपना हदिया पेश करा।
61
और उसका हदिया यह था: हैकल की मिस्क़ाल के हिसाब से एक सौ तीस मिस्क़ाल चाँदी का एक तबाक़, और सत्तर मिस्क़ाल चाँदी का एक कटोरा, उन दोनों में नज़्र की क़ुर्बानी के लिए तेल मिला हुआ मैदा भरा था;
62
दस मिस्क़ाल सोने का एक चम्मच जो ख़ुशबू से भरा था;
63
सोख़्तनी क़ुर्बानी के लिए एक बछड़ा, एक मेंढा, एक नर यक — साला बर्रा;
64
ख़ता की क़ुर्बानी के लिए एक बकरा;
65
और सलामती की क़ुर्बानी के लिए दो बैल, पाँच मेंढे, पाँच बकरे, पाँच नर यक — साला बर्रे। यह जिद'औनी के बेटे अबिदान का हदिया था।
66
और दसवें दिन 'अम्मीशद्दी के बेटे अख़ी'अज़र ने जो दान के क़बीले का सरदार था, अपना हदिया पेश करा।
67
और उसका हदिया यह था: हैकल की मिस्क़ाल के हिसाब से एक सौ तीस मिस्क़ाल चाँदी का एक तबाक़, और सत्तर मिस्क़ाल चाँदी का एक कटोरा, उन दोनों में नज़्र की क़ुर्बानी के लिए तेल मिला हुआ मैदा भरा था;
68
दस मिस्क़ाल सोने का एक चम्मच, जो ख़ुशबू से भरा था;
69
सोख़्तनी क़ुर्बानी के लिए एक बछड़ा, एक मेंढा, एक नर यक — साला बर्रा;
70
ख़ता की क़ुर्बानी के लिए एक बकरा;
71
और सलामती की क़ुर्बानी के लिए दो बैल, पाँच मेंढे, पाँच बकरे, पाँच नर यक — साला बर्रे। यह 'अम्मीशद्दी के बेटे अख़ी'अज़र का हदिया था।
72
और ग्यारहवें दिन 'अकरान के बेटे फ़ज'ईएल ने जो आशर के क़बीले का सरदार था, अपना हदिया पेश करा।
73
और उसका हदिया यह था: हैकल की मिस्क़ाल के हिसाब से एक सौ तीस मिस्क़ाल चाँदी का एक तबाक़, और सत्तर मिस्क़ाल चाँदी का एक कटोरा, उन दोनों में नज़्र की क़ुर्बानी के लिए तेल मिला हुआ मैदा भरा था;
74
दस मिस्क़ाल चाँदी का एक चम्मच, जो ख़ुशबू से भरा था;
75
सोख़्तनी क़ुर्बानी के लिए एक बछड़ा, एक मेंढा, एक नर यक — साला बर्रा;
76
ख़ता की क़ुर्बानी के लिए एक बकरा;
77
और सलामती की क़ुर्बानी के लिए दो बैल, पाँच मेंढे, पाँच बकरे, पाँच नर यक — साला बर्रे। यह 'अकरान के बेटे फ़ज'ईएल का हदिया था।
78
और बारहवें दिन 'एनान के बेटे अख़ीरा' ने जो बनी नफ़्ताली के क़बीले का सरदार था, अपना हदिया पेश करा।
79
और उसका हदिया यह था: हैकल की मिस्क़ाल के हिसाब से एक सौ तीस मिस्क़ाल चाँदी का एक तबाक़, और सत्तर मिस्क़ाल चाँदी का एक कटोरा, उन दोनों में नज़्र की क़ुर्बानी के लिए तेल मिला हुआ मैदा भरा था;
80
दस मिस्क़ाल सोने का एक चम्मच, जो ख़ुशबू से भरा था;
81
सोख़्तनी क़ुर्बानी के लिए एक बछड़ा, एक मेंढा, एक नर यक — साला बर्रा;
82
ख़ता की क़ुर्बानी के लिए एक बकरा;
83
और सलामती की क़ुर्बानी के लिए दो बैल, पाँच मेंढे, पाँच बकरे, पाँच नर यकसाला बर्रे। यह 'एनान के बेटे अख़ीरा' का हदिया था।
بنابراین، در روزی که مذبح تدهین شد آن را به‌وسیلۀ هدایایی که سران قبایل اسرائیل آورده بودند تبرک کردند. این هدایا عبارت بودند از: دوازده سینی نقره‌ای هر کدام به وزن تقریبی ۱٫۵ کیلوگرم؛ دوازده کاسهٔ نقره‌ای، هر کدام به وزن تقریبی ۸۰۰ گرم برحسب مثقال عبادتگاه (پس وزن تمام نقرهٔ اهدایی حدود ۲۸ کیلوگرم بود)؛ دوازده ظرف طلایی، هر یک به وزن تقریبی ۱۱۰ گرم که وزن کل آنها حدود ۱٫۳ کیلوگرم بود؛ دوازده گاو نر، دوازده قوچ، دوازده بز نر یک ساله (با هدایای آردی همراه آنها) برای قربانی سوختنی، دوازده بز نر برای قربانی گناه؛ بیست و چهار گاو نر جوان، شصت قوچ، شصت بز نر و شصت برهٔ نر یک ساله برای قربانی سلامتی. 84
मज़बह के मम्सूह होने के दिन जो हदिये उसकी तक़दीस के लिए इस्राईली रईसों की तरफ़ से पेश करे गए वह यही थे: या'नी चाँदी के बारह तबाक़, चाँदी के बारह कटोरे, सोने के बारह चम्मच।
85
चाँदी का हर तबाक़ वज़न में एक सौ तीस मिस्क़ाल और हर एक कटोरा सत्तर मिस्क़ाल का था। इन बर्तनों की सारी चाँदी हैकल की मिस्क़ाल के हिसाब से दो हज़ार चार सौ मिस्क़ाल थी।
86
ख़ुशबू से भरे हुए सोने के बारह चम्मच जो हैकल की मिस्क़ाल की तौल के मुताबिक़ वज़न में दस — दस मिस्क़ाल के थे, इन चम्मचों का सारा सोना एक सौ बीस मिस्क़ाल था। सोख़्तनी क़ुर्बानी के लिए कुल बारह बछड़े, बारह मेंढे, बारह नर यक — साला बर्रे अपनी — अपनी नज़्र की क़ुर्बानी के साथ थे; और ख़ता की क़ुर्बानी के लिए बारह बकरे थे;
87
सोख़्तनी क़ुर्बानी के लिए कुल बारह बछड़े, बारह मेंढे, बारह नर यक — साला बर्रे अपनी — अपनी नज़्र की क़ुर्बानी के साथ थे; और ख़ता की क़ुर्बानी के लिए बारह बकरे थे;
88
और सलामती की क़ुर्बानी के लिए कुल चौबीस बैल, साठ मेंढे, साठ बकरे, साठ नर यक — साला बर्रे थे। मज़बह की तक़दीस के लिए जब वह मम्सूह हुआ इतना हदिया पेश करा गया।
وقتی که موسی وارد خیمهٔ ملاقات شد تا با خدا گفتگو کند، از بالای تخت رحمت که روی صندوق عهد قرار داشت یعنی از میان دو کروبی، صدای خدا را که با او سخن می‌گفت شنید. 89
और जब मूसा ख़ुदा से बातें करने को ख़ेमा — ए — इजितमा'अ में गया, तो उसने सरपोश पर से जो शहादत के सन्दूक़ के ऊपर था, दोनों करूबियों के बीच से वह आवाज़ सुनी जो उससे मुख़ातिब थी; और उसने उससे बातें की।

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