< لوقا 9 >

روزی عیسی دوازده شاگرد خود را فرا خواند و به ایشان قدرت و اقتدار داد تا ارواح پلید را از وجود دیوزدگان بیرون کنند و بیماران را شفا بخشند. 1
फेर उसनै अपणे बारहां चेल्यां ताहीं बुलाकै उननै सारी ओपरी आत्मायाँ अर बिमारियाँ ताहीं दूर करण की सामर्थ अर हक दिया,
آنگاه ایشان را فرستاد تا فرا رسیدن ملکوت خدا را به مردم اعلام نمایند و بیماران را شفا دهند. 2
अर उननै परमेसवर कै राज्य का प्रचार करण अर बिमारां ताहीं आच्छा करण खात्तर भेज्या।
پیش از آنکه به راه افتند، عیسی به آنان فرمود: «در این سفر، هیچ چیز با خود نبرید، نه چوبدستی، نه کوله‌بار، نه خوراک، نه پول و نه لباس اضافی. 3
उसनै उनतै कह्या, “राह खात्तर कुछ ना लियो, ना तो लाठ्ठी, ना झोळी, ना रोट्टी, ना रपिये अर ना दो-दो कुड़ते।
به هر خانه‌ای که وارد شدید، تا هنگام ترک آن محل، در آن خانه بمانید. 4
जिस किसे घर म्ह उतरो, उड़ैए रहो, अर उड़ैए तै बिदा होइयो।
اگر اهالی شهری به پیغام شما توجهی نکردند، به هنگام ترک آن شهر، حتی گرد و خاک آنجا را نیز از پاهایتان بتکانید تا شهادتی بر ضد آنها باشد.» 5
जो कोए थमनै न्ही अपणावै, उस नगर तै जान्दे होए अपणे पायां की धूळ झाड़ दियो के उनपै गवाही होवै।”
پس شاگردان، شهر به شهر و آبادی به آبادی می‌گشتند و پیغام انجیل را به مردم می‌رساندند و بیماران را شفا می‌بخشیدند. 6
आखर म्ह वे लिकड़कै गाम-गाम सुसमाचार सुणान्दे, अर हरेक माणसां नै ठीक करदे होए हांडदे रहे।
وقتی که هیرودیس حکمران جلیل خبر معجزات عیسی را شنید، حیران و پریشان شد، زیرا بعضی درباره عیسی می‌گفتند که او همان یحیای تعمیددهنده است که زنده شده است. 7
चौथाई देश के गलील परदेस का राजा हेरोदेस यो सारा सुणकै घबराग्या, क्यूँके कईयाँ नै कह्या, के यूहन्ना मरे होया म्ह तै जिन्दा होया सै,
عده‌ای دیگر نیز می‌گفتند که او همان ایلیا است که ظهور کرده یا یکی از پیامبران گذشته است که زنده شده است. 8
अर कईयाँ नै न्यू कह्या के एलिय्याह दिख्या सै, अर औरां नै न्यू के पुराणे नबियाँ म्ह तै कोए जिन्दा होया सै।
اما هیرودیس می‌گفت: «من خود سر یحیی را از تنش جدا کردم! پس این دیگر کیست که این داستانهای عجیب و غریب را درباره‌اش می‌شنوم؟» و او می‌کوشید عیسی را ملاقات کند. 9
पर हेरोदेस नै कह्या, “यूहन्ना का तो मन्नै सिर कटवाया, इब यो कौण सै जिसकै बाबत इसी बात सुणु सूं?” अर उसनै उस ताहीं देखण की चाहन्ना करी।
پس از مدتی، رسولان برگشتند و عیسی را از آنچه انجام داده بودند، آگاه ساختند. آنگاه عیسی همراه ایشان، به دور از چشم مردم، به سوی شهر بیت‌صیدا به راه افتاد. 10
फेर प्रेरितां नै बोहड़कै जो कुछ उननै करया था, उस ताहीं बता दिया, अर वो उननै न्यारे करकै बैतसैदा नामक नगर म्ह लेग्या।
اما بسیاری از مردم از مقصد او باخبر شدند و به دنبالش راه افتادند. عیسی نیز با خوشرویی ایشان را پذیرفت و باز درباره ملکوت خدا ایشان را تعلیم داد و بیماران را شفا بخشید. 11
न्यू जाणकै भीड़ उसकै पाच्छै हो ली, अर वो राज्जी होकै उनतै मिल्या, अर उनतै परमेसवर कै राज्य की बात करण लाग्या, अर जो चंगे होणा चाहवै थे उन ताहीं ठीक करया।
نزدیک غروب، دوازده شاگرد عیسی نزد او آمدند و گفتند: «مردم را مرخص فرما تا به دهات و مزرعه‌های اطراف بروند و خوراک و سرپناهی بیابند، چون در این بیابان، چیزی برای خوردن پیدا نمی‌شود.» 12
जिब दिन छिपण लाग्या तो बारहां नै आकै उसतै कह्या, “भीड़ नै जाणदे के चौगरदे के गाम्मां अर बस्तियाँ म्ह जाकै ठहरै अर खाणे का जुगाड़ करै, क्यूँके हम उरै बियाबान जगहां म्ह सां।”
عیسی جواب داد: «شما خودتان به ایشان خوراک بدهید!» شاگردان با تعجب گفتند: «چگونه؟ ما حتی برای خودمان، چیزی جز پنج نان و دو ماهی نداریم! شاید می‌خواهی که برویم و برای تمام این جمعیت غذا بخریم؟» 13
यीशु नै उनतै कह्या, “थमे उननै खाण नै द्यो।” उननै कह्या, “म्हारै धोरै पाँच रोट्टी अर दो मच्छियाँ नै छोड़कै और कुछ कोनी, पर हाँ, जै हम जाकै इन सारया खात्तर खाणा मोल ल्यावां, फेर हो सकै सै।” वे माणस तो पाँच हजार माणसां कै करीबन थे।
فقط تعداد مردها در آن جمعیت، حدود پنج هزار نفر بود. آنگاه عیسی فرمود: «به مردم بگویید که در دسته‌های پنجاه نفری، بر روی زمین بنشینند.» 14
फेर उसनै अपणे चेल्यां तै कह्या, “उननै पचास-पचास करकै लैणपतार म्ह बिठा द्यो।”
شاگردان همه را نشاندند. 15
उननै न्यूए करया, अर सारया ताहीं बिठा दिया।
عیسی آن پنج نان و دو ماهی را برداشت و به سوی آسمان نگاه کرده، برکت داد. سپس نانها را تکه‌تکه کرد و به شاگردانش داد تا در میان مردم تقسیم کنند. 16
फेर यीशु नै वे पाँच रोट्टी अर दो मच्छियाँ ली, सुर्ग कान्ही लखाकै परमेसवर का धन्यवाद करया, अर रोट्टी तोड़-तोड़कै चेल्यां ताहीं देंदा गया के माणसां ताहीं बांडै।
همه خوردند و سیر شدند و شاگردان از خُرده‌های باقی‌مانده، دوازده سبد برداشتند. 17
फेर सारे खाकै छिकगे, अर चेल्यां नै बचे होड़ टुकड्या तै भरी होई बारहां टोकरी ठाई।
یک روز که عیسی به تنهایی دعا می‌کرد، شاگردانش نزد او آمدند و او از ایشان پرسید: «به نظر مردم، من که هستم؟» 18
जिब वो एक्ले म्ह प्रार्थना करै था अर चेल्लें उसकै गेल्या थे, तो उसनै उनतै बुझ्झया, “माणस मन्नै के कहवै सै?”
جواب دادند: «بعضی‌ها می‌گویند که یحیای تعمید‌دهنده هستی؛ عده‌ای نیز می‌گویند ایلیا و یا یکی از پیامبران گذشته هستی که زنده شده است.» 19
उननै जवाब दिया, “यूहन्ना बपतिस्मा देण आळा, अर कोए एलिय्याह, अर कोए यो के पुराणे नबियाँ म्ह तै कोए जिन्दा होया सै।”
آنگاه از ایشان پرسید: «شما چه؟ شما مرا که می‌دانید؟» پطرس در جواب گفت: «تو مسیحِ خدا هستی!» 20
उसनै उनतै बुझ्झया, “पर थम मन्नै के कहो सो?” पतरस नै जवाब दिया, “परमेसवर का मसीह।”
اما عیسی به ایشان دستور اکید داد که این را به کسی نگویند. 21
फेर उसनै उनतै चिताकै कह्या के यो किसे तै ना कहियो।।
سپس به ایشان فرمود: «لازم است که پسر انسان رنج بسیار بکشد و مشایخ و کاهنان اعظم و علمای دین او را محکوم کرده، بکشند، اما او روز سوم زنده خواهد شد!» 22
फेर उसनै कह्या, “मुझ माणस कै बेट्टे खात्तर जरूरी सै के मै घणा दुख ठाऊँ, अर यहूदी अगुवें, प्रधान याजक अर शास्त्री मन्नै तुच्छ समझकै मार देवै, अर मै तीसरे दिन जिन्दा हो जाऊँगा।”
سپس به همه فرمود: «اگر کسی از شما بخواهد پیرو من باشد باید از خودخواهی دست بردارد و هر روز صلیب خود را بر دوش گیرد و مرا پیروی کند. 23
उसनै सारया तै कह्या, “जो कोए मेरै मेरा चेल्ला बणणा चाहवै, वो अपणी ए इच्छा पूरी ना करै बल्के हरेक दिन अपणे दुखां का क्रूस ठाकै, मेरै पाच्छै हो लेवै।
هر که بخواهد جان خود را نجات دهد، آن را از دست خواهد داد؛ اما هر که جانش را به خاطر من از دست بدهد، آن را نجات خواهد داد. 24
क्यूँके जो कोए अपणी जान बचाणा चाहवैगा वो उसनै खोवैगा, पर जो कोए मेरी खात्तर अपणी जान खोवैगा वोए उसनै बचावैगा।
چه فایده که انسان تمام دنیا را ببرد، اما جانش را از دست بدهد یا آن را تلف کند؟ 25
जै माणस सारी दुनिया नै पा लेवै अर अपणी जान खो दे या उसका नुकसान ठावै, तो उसनै के फायदा?
«و اگر کسی از من و از سخنان من عار داشته باشد، پسر انسان نیز هنگامی که در جلال خود و جلال پدر، با فرشتگان مقدّس بازگردد، از او عار خواهد داشت. 26
जो कोए मेरै तै अर मेरी बात्तां तै सरमावैगा, मै माणस का बेट्टा भी, जिब अपणी अर अपणे पिता की अर पवित्र सुर्गदूत्तां की महिमा सुधां आऊँगा, तो उसतै सरमावैगा।
اما یقین بدانید که در اینجا کسانی ایستاده‌اند که تا ملکوت خدا را نبینند، نخواهند مرد.» 27
“मै थमनै साच्ची कहूँ सूं, के जो याड़ै खड़े सै, उन म्ह तै कुछ इसे सै के जिब ताहीं परमेसवर का राज्य ना देख लेवैं, जद ताहीं मौत उननै कदे छू भी न्ही पावैगी।”
حدود هشت روز پس از این سخنان، عیسی پطرس و یعقوب و یوحنا را برداشت و بر فراز کوهی برآمد تا دعا کند. 28
इन बात्तां कै कोए आठ दिनां पाच्छै वो पतरस, यूहन्ना अर याकूब नै गेल्या लेकै प्रार्थना करण खात्तर पहाड़ पै गया।
به هنگام دعا، ناگهان چهرۀ عیسی نورانی شد و لباسش از سفیدی، چشم را خیره می‌کرد. 29
जिब वो प्रार्थना करै था, तो उसके मुँह का रूप बदल ग्या, अर उसके लत्ते धोळे होकै चमकण लाग्गे।
ناگاه، دو مرد، یعنی موسی و ایلیا، ظاهر شدند و با عیسی به گفتگو پرداختند. 30
अर लखाओ, मूसा नबी अर एलिय्याह नबी ये दो माणस उसकै गेल्या बतळावै थे।
ظاهر ایشان بس پرشکوه بود. گفتگوی ایشان دربارۀ خروج عیسی از این جهان بود، امری که قرار بود در اورشلیم اتفاق بیفتد. 31
ये महिमा सुधां दिक्खे अर यीशु के मरण का जिक्र करै थे, जो यरुशलेम म्ह होण आळा था।
اما در این هنگام، پطرس و همراهانش به خواب رفته بودند. وقتی بیدار شدند، عیسی و آن دو مرد را غرق در نور و جلال دیدند. 32
पतरस अर उसके साथी नींद म्ह होरे थे, अर जिब ठीक तरियां सोध्दी म्ह आए, तो उसकी महिमा अर उन दो माणसां नै, जो उसकै गेल्या खड़े थे, देख्या।
هنگامی که موسی و ایلیا آن محل را ترک می‌گفتند، پطرس که دستپاچه بود و نمی‌دانست چه می‌گوید، به عیسی گفت: «استاد، چه خوب است ما اینجا هستیم! بگذار سه سایبان بسازیم، برای تو، یکی برای موسی، و یکی دیگر هم برای ایلیا.» 33
जिब वे उसकै धोरै तै जाण लाग्गे, तो पतरस नै यीशु तै कह्या, “हे माल्लिक, म्हारा उरै रहणा भला सै: आखर म्ह हम तीन मण्डप बणावा, एक तेरे खात्तर, एक मूसा नबी खात्तर, एक एलिय्याह नबी कै खात्तर।” उसनै बेरा कोनी था के कह के रह्या सै।
سخن پطرس هنوز تمام نشده بود که ابری درخشان پدیدار گشت و وقتی بر ایشان سایه انداخت، شاگردان را ترس فرا گرفت. 34
वो न्यू कहवैए था के एक बाद्दळ आकै उनपै छाग्या, अर जिब वे उस बाद्दळ तै घिरण लाग्गे तो वे डरगे।
آنگاه از ابر ندایی در رسید که «این است پسر من که او را برگزیده‌ام؛ به او گوش فرا دهید!» 35
फेर उस बाद्दळ म्ह तै या वाणी लिकड़ी, “यो मेरा बेट्टा अर मेरा चुण्या होया सै, इसकी सुणो।”
چون ندا خاتمه یافت، متوجه شدند که عیسی تنهاست. آنان تا مدتها، به کسی دربارۀ این واقعه چیزی نگفتند. 36
या आवाज होन्दे यीशु एक्ला होग्या, अर वे बोल-बाल्ले रहे, अर जो कुछ देख्या था उसकी कोए बात उन दिनां म्ह किसे तै न्ही कही।
روز بعد، وقتی از تپه پایین می‌آمدند، با جمعیت بزرگی روبرو شدند. 37
दुसरे दिन जिब वो पहाड़ तै उतरया तो एक बड्डी भीड़ उसतै आ मिली।
ناگهان مردی از میان جمعیت فریاد زد: «استاد، التماس می‌کنم بر پسرم، که تنها فرزندم است، نظر لطف بیندازی، 38
अर लखाओ, भीड़ म्ह तै एक माणस नै किल्की मारकै कह्या, “हे गुरु, मै तेरे तै बिनती करुँ सूं के मेरे बेट्टे पै दया की निगांह फेर दे, क्यूँके वो मेरा एक्ला बेट्टा सै।
چون یک روح پلید مرتب داخل وجود او می‌شود و او را به فریاد کشیدن وا می‌دارد. این روح پلید او را متشنج می‌کند، به طوری که دهانش کف می‌کند. او همیشه به پسرم حمله می‌کند و به سختی او را رها می‌سازد. 39
अर दे, एक भुंडी ओपरी आत्मा उसनै पकड़ै थी, अर वो चाणचक किल्की मारै था, अर वा उसनै इसा मरोड़ै थी के वो मुँह म्ह तै झाग भर लावै सै, उसनै रोंदकै घणी मुश्किल तै छोड्डै थी।
از شاگردانت درخواست کردم که این روح را از وجود پسرم بیرون کنند، اما نتوانستند.» 40
मन्नै तेरे चेल्यां तै बिनती करी के उसनै लिकाड़ै, पर वे कोनी काढ सके।”
عیسی فرمود: «ای مردم بی‌ایمان و نامطیع! تا کِی باید با شما باشم و رفتار شما را تحمل کنم؟ پسرت را نزد من بیاور!» 41
यीशु नै जवाब दिया, “हे अबिश्वासी अर जिद्दी माणसों, मै कद ताहीं थारे गेल्या रहूँगा अर थारी सहूँगा? अपणे बेट्टे नै उरै लिया।”
در همان هنگام که پسر را می‌آوردند، روح پلید او را به شدت تکان داد و بر زمین زد. پسر می‌غلتید و دهانش کف می‌کرد. اما عیسی به روح پلید نهیب زد و پسر را شفا بخشید و به پدرش سپرد. 42
जिब वो आवै था तो ओपरी आत्मा नै उस ताहीं पटककै मरोड्या, पर यीशु नै उस ओपरी आत्मा ताहीं धमकाया अर छोरे ताहीं ठीक करकै पिता तै थमा दिया।
مردم همه از قدرت خدا شگفت‌زده شده بودند. در همان حال که همه با حیرت از کارهای عجیب عیسی تعریف می‌کردند، او به شاگردان خود فرمود: 43
फेर सारे माणस परमेसवर कै घणे सामर्थ तै हैरान होए। पर जिब सारे माणस उन सारे काम्मां तै जो वो करै था, हक्के-बक्के थे, तो उसनै अपणे चेल्यां तै कह्या,
«به آنچه می‌گویم، خوب توجه کنید: پسر انسان را به دست مردم تسلیم خواهند کرد.» 44
“थम इन बात्तां पै गौर करो, क्यूँके मै माणस का बेट्टा माणसां कै हाथ्थां म्ह पकड़वाया जाण पै सूं।”
اما شاگردان منظور او را نفهمیدند، چون ذهنشان کور شده بود و می‌ترسیدند در این باره از او سؤال کنند. 45
पर वे इस बात नै कोनी समझै थे, अर या बात उनतै लुक्ही रही के उननै उसका बेरा न्ही पाट्टै, अर वे इस बात कै बारै म्ह उसतै बुझ्झण तै डरै थे।
سپس بین شاگردان عیسی این بحث درگرفت که کدام یک از ایشان بزرگتر است! 46
फेर उन म्ह या बहस होण लाग्गी के म्हारै तै बड्ड़ा कौण सै।
عیسی که متوجه افکار ایشان شده بود، کودکی را نزد خود خواند، 47
पर यीशु नै उनकै मन के विचारां ताहीं पढ़ लिया, अर एक बाळक नै लेकै अपणे धोरै खड्या करया,
و به ایشان فرمود: «هر که به خاطر من این کودک را بپذیرد، مرا پذیرفته است؛ و هر که مرا بپذیرد، فرستندۀ مرا پذیرفته است. زیرا در میان شما کسی واقعاً بزرگتر است که از همه کوچکتر باشد.» 48
अर उनतै कह्या, “जो कोए मेरै नाम तै इस बाळक नै अपणावै सै, वो मन्नै अपणावै सै, अर जो कोए मन्नै अपणावै सै, वो मेरै भेजण आळे नै भी अपणावै सै, क्यूँके जो थारे म्ह सारया म्ह छोट्टे तै छोट्टा सै, वोए बड्ड़ा सै।”
یوحنا، به او گفت: «استاد، مردی را دیدیم که به نام تو ارواح پلید را از مردم بیرون می‌کرد؛ ولی ما به او گفتیم که این کار را نکند چون از گروه ما نبود.» 49
फेर यूहन्ना नै कह्या, “हे स्वामी, हमनै एक माणस ताहीं तेरे नाम तै ओपरी आत्मा लिकाड़दे देख्या, अर हमनै उसतै मना करया, क्यूँके वो म्हारी तरियां तेरा चेल्ला न्ही था।”
عیسی گفت: «مانع او نشوید، چون کسی که بر ضد شما نباشد، با شماست.» 50
यीशु नै उसतै कह्या, “उसनै नाट्टो ना, क्यूँके जो थारे बिरोध म्ह न्ही, वो थारे कान्ही सै।”
هنگامی که زمان بازگشت عیسی به آسمان نزدیک شد، با عزمی راسخ به سوی اورشلیم به راه افتاد. 51
जिब उसके उप्पर ठाए जाण के दिन पूरे होण पै थे, तो उसनै यरुशलेम जाण का विचार पक्का करया।
او چند نفر را جلوتر فرستاد تا در یکی از دهکده‌های سامری‌نشین، محلی برای اقامت ایشان آماده سازند. 52
उसनै अपणे आग्गै दूत भेज्जै। वे सामरियाँ कै एक गाम म्ह गए ताके उसकै खात्तर जगहां त्यार करै।
اما اهالی آن دهکده، ایشان را نپذیرفتند چون می‌دانستند که عازم اورشلیم هستند. (سامریان و یهودیان، دشمنی دیرینه‌ای با یکدیگر داشتند.) 53
पर उन माणसां नै उस ताहीं उतरण कोनी दिया, क्यूँके वो यरुशलेम जावै था।
وقتی فرستادگان برگشتند و این خبر را آوردند، یعقوب و یوحنا به عیسی گفتند: «استاد، آیا می‌خواهی از خدا درخواست کنیم که از آسمان آتش بفرستد و ایشان را از بین ببرد، همان‌گونه که ایلیا نیز کرد؟» 54
न्यू देखकै उसके चेल्लें याकूब अर यूहन्ना नै कह्या, “हे प्रभु, तू के चाहवै सै के हम हुकम देवां, के अकास तै आग गिरकै उननै भस्म करदे?”
اما عیسی ایشان را سرزنش نمود. 55
पर उसनै बोहड़कै उन ताहीं धमकाया (अर कह्या, “थम न्ही जाणदे के थम किसी आत्मा के सो। क्यूँके माणस का बेट्टा लोग्गां नै जान तै मारण कोनी आया, बल्के उननै बचाण आया सै।”)
بنابراین از آنجا به آبادی دیگری رفتند. 56
अर वे किसे दुसरे गाम म्ह चले गये।
در بین راه، شخصی به عیسی گفت: «هر جا بروی، از تو پیروی خواهم کرد.» 57
जिब वे राह म्ह जावै थे, तो किसे नै उसतै कह्या, “जित्त-जित्त तू जावैगा, मै तेरे पाच्छै हो ल्यूँगा।”
اما عیسی به او گفت: «روباه‌ها برای خود لانه دارند و پرندگان، آشیانه؛ اما پسر انسان جایی ندارد که حتی سرش را بر آن بگذارد.» 58
यीशु नै उसतै कह्या, “लोमड़ियां की घुरखाण अर अकास के पंछियाँ के बसेरे हो सै, पर माणस के बेट्टे खात्तर सिर छिपाण की भी जगहां कोनी।”
یکبار نیز او کسی را دعوت کرد تا پیروی‌اش نماید. آن شخص گفت: «سَرورم، اجازه بفرما تا اول به خانه بازگردم و پدرم را دفن کنم.» 59
उसनै दुसरे तै कह्या, “मेरै पाच्छै हो ले।” उसनै कह्या, “हे प्रभु, पैहले मन्नै घर जाणदे, मै अपणे पिता के मरण कै बाद उस ताहीं दफना के आऊँगा, फेर तेरा चेल्ला बणुगाँ।”
عیسی به او گفت: «بگذار مردگان، مردگانِ خود را دفن کنند. وظیفه تو این است که بیایی و مژده ملکوت خدا را در همه جا اعلام نمایی.» 60
उसनै उसतै कह्या, “जो आत्मिक रूप तै मर चुके सै, उननै मुर्दे दफणाण दे। पर तू जाकै परमेसवर कै राज्य की कथा सुणा।”
شخصی نیز به عیسی گفت: «خداوندا، من حاضرم تو را پیروی کنم. اما بگذار اول بروم و با خانواده‌ام خداحافظی کنم!» 61
एक और नै भी कह्या, “हे प्रभु, मै तेरे पाच्छै हो लूँगा, पर पैहल्या मन्नै जाणदे के अपणे घर के माणसां तै बिदा ले आऊँ।”
عیسی به او فرمود: «کسی که آغاز به شخم زدن بکند و بعد، به عقب نگاه کند، لیاقت خدمت در ملکوت خدا را ندارد!» 62
यीशु नै उसतै कह्या, “जो कोए अपणा हाथ हळ पै धरकै पाच्छै देक्खै सै, वो परमेसवर के राज्य कै जोग्गा कोनी।”

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