< لوقا 20 >

روزی از آن روزها واقع شد هنگامی که او قوم را در هیکل تعلیم و بشارت می‌داد که روسا کهنه و کاتبان با مشایخ آمده، ۱ 1
ଏନ୍‌ ହୁଲାଙ୍ଗ୍‌କଏତେ ମୁସିଙ୍ଗ୍‌ ୟୀଶୁ ମାନ୍ଦିର୍‌ ଅଡ଼ାଃରେ ହଡ଼କକେ ଇତୁକତାନ୍‌ ଆଡଃ ସୁକୁକାଜି ଉଦୁବାକତାନ୍‌ ତାଇକେନ୍‌ରେ ମାରାଙ୍ଗ୍‌ ଯାଜାକ୍‌କ ଆଡଃ ଆଇନ୍‌ ଇତୁକ ପ୍ରାଚିନ୍‌କଲଃ ଇନିଃତାଃତେ ହିଜୁଃଲେନ୍ତେ,
به وی گفتند: «به ما بگو که به چه قدرت این کارها رامی کنی و کیست که این قدرت را به تو داده است؟» ۲ 2
ଇନିଃକେକ କୁଲିକିୟାଃ, “ଆମ୍‌ ଅକ ଆକ୍‌ତେୟାର୍‌ତେ ନେଆଁଁକମ୍‌ ରିକାତାନା? ନେ କାମିକ ରିକାନାଗେନ୍ତେ ଅକଏ ନେ ଆକ୍‌ତେୟାର୍‌ ଏମାକାଦ୍‌ମେଆ?”
در جواب ایشان گفت: «من نیز از شماچیزی می‌پرسم. به من بگویید. ۳ 3
ଇନିଃ ଇନ୍‌କୁକେ କାଜିରୁହାଡ଼ାଦ୍‌କଆଏ, “ଆଇଙ୍ଗ୍‌ହଁ ମିଆଁଦ୍‌ କାଜିଙ୍ଗ୍‌ କୁଲିପେୟା, ଆଡଃ ଆପେ କାଜିରୁହାଡ଼ିଙ୍ଗ୍‌ପେ,
تعمید یحیی ازآسمان بود یا از مردم؟» ۴ 4
ବାପ୍ତିସ୍ମା ଏମଃନିଃ ଯୋହାନ୍‌ଆଃ ବାପ୍ତିସ୍ମା ସିର୍ମାରେନ୍‌ ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ତାଃଏତେ ଚି ମାନୱାତାଃଏତେ ତାଇକେନା?”
ایشان با خود اندیشیده، گفتند که اگر گوییم از آسمان، هرآینه گوید چرا به او ایمان نیاوردید؟ ۵ 5
ଏନ୍ତେ ଇନ୍‌କୁ ଆକ ଆକରେକ ଉଡ଼ୁଃକେଦା, “ଆବୁ, ‘ସିର୍ମାରେନ୍‌ ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ତାଃଏତେ’ ମେନେରେଦ ଇନିଃ ‘ଚିକାନାଙ୍ଗ୍‌ ଯୋହାନ୍‌ରେ କାପେ ବିଶ୍ୱାସ୍‌କେଦା’ ମେତାବୁଆଏ?
و اگر گوییم از انسان، تمامی قوم ما را سنگسار کنند زیرا یقین می‌دارند که یحیی نبی است.» ۶ 6
ମେନ୍‌ଦ ହଡ଼କ ସାଃଏତେ ମେନେରେଦ ସବେନ୍‌ ହଡ଼କ ଆବୁକେ ଚିଦ୍‌ଗିବୁଆକ, ଚିୟାଃଚି ବାପ୍ତିସ୍ମା ଏମଃନିଃ ଯୋହାନ୍‌ ନାବୀ ତାନିଃ ମେନ୍ତେ ଇନ୍‌କୁ ପୁରାଃଗି ଭାର୍‌ସାକାଦାକ ।”
پس جواب دادند که «نمی دانیم از کجا بود.» ۷ 7
ଏନ୍ତେ ଇନ୍‌କୁ କାଜିରୁହାଡ଼୍‌କିୟାକ, “ଏନା କତାଃଏତେ ତାଇକେନା ଏନା କାଲେ ସାରିତାନା ।”
عیسی به ایشان گفت: «من نیز شما را نمی گویم که این کارها را به چه قدرت به‌جا می‌آورم.» ۸ 8
ଏନ୍ତେ ୟୀଶୁ ଇନ୍‌କୁକେ ମେତାଦ୍‌କଆଏ, “ଆଇଙ୍ଗ୍‌ହଁ ଅକ ପେଡ଼େଃତେ ଏନାକଇଙ୍ଗ୍‌ ରିକାତାନା, କାଇଙ୍ଗ୍‌ ଉଦୁବାପେୟା ।”
و این مثل را به مردم گفتن گرفت که «شخصی تاکستانی غرس کرد و به باغبانش سپرده مدت مدیدی سفر کرد. ۹ 9
ୟୀଶୁ ହଡ଼କକେ ନେ ଜନ୍‌କା କାଜି ଏଟେଦ୍‌କେଦ୍‌ଆଏ, “ମିଆଁଦ୍‌ ହଡ଼ ଦାଖ୍‌ବାକ୍‌ଡ଼ି ବାଇକେଦାଏ, କାର୍‌କାମିହଡ଼କକେ କାର୍‌ ଏମ୍‌କେଦ୍‌ତେ ପୁରାଃ ସାମାଏ ଜାକେଦ୍‌ ଏଟାଃ ଦିଶୁମ୍‌ତେ ସେନଃୟାନାଏ ।
و در موسم غلامی نزدباغبانان فرستاد تا از میوه باغ بدو سپارند. اماباغبانان او را زده، تهی‌دست بازگردانیدند. ۱۰ 10
୧୦ଇରୋଃଅ ଦିପିଲିରେ ଇନିଃ ଦାଖ୍‌ବାକ୍‌ଡ଼ିରେୟାଃ ଜ ଏମାଇଙ୍ଗ୍‌ପେ ମେନ୍ତେ ମିଆଁଦ୍‌ ଦାସିକେ କାର୍‌ କାମିହଡ଼କତାଃତେ କୁଲ୍‌କିୟାଏ, ମେନ୍‌ଦ କାର୍‌କାମିହଡ଼କ ଇନିଃକେ ଦାଲ୍‌କିୟାଃକ ଆଡଃ ସାମାତିଃଇଗି କୁଲ୍‌ରୁହାଡ଼୍‌କିୟାଃକ ।
پس غلامی دیگر روانه نمود. او را نیز تازیانه زده بی‌حرمت کرده، تهی‌دست بازگردانیدند. ۱۱ 11
୧୧ଇନିଃ ଏଟାଃ ଦାସିକେ କୁଲ୍‌କିୟାଏ, ଇନ୍‌କୁ ଇନିଃକେହ ଦାଲ୍‌କିୟାଃକ ଆଡଃ ହିଲାଙ୍ଗ୍‌କିଦ୍‌ତେ ସାମାତିଃଇଗି କୁଲ୍‌ରୁହାଡ଼୍‌କିୟାଃକ ।
و بازسومی فرستاد. او را نیز مجروح ساخته بیرون افکندند. ۱۲ 12
୧୨ଇନିଃ ଆଡଃଗି ଆପିୟାନିଃକେହ କୁଲ୍‌କିୟାଏ, ଆଡଃ ଇନ୍‌କୁ ଇନିଃକେ ଘାଅକିଃତେକ ଅଡଙ୍ଗ୍‌ଏଣ୍ଡାଃକିୟାଃ ।
آنگاه صاحب باغ گفت چه کنم؟ پسرحبیب خود را می‌فرستم شاید چون او را بینند احترام خواهند نمود. ۱۳ 13
୧୩ଏନ୍ତେ ଦାଖ୍‌ବାକ୍‌ଡ଼ିରାଃ ଗମ୍‌କେ ମେନ୍‌କେଦାଏ, ‘ଚିନାଃଇଙ୍ଗ୍‌ ଚିକାୟା? ଆଇଁୟାଃ ଦୁଲାଡ଼୍‌ ହନିଙ୍ଗ୍‌କଡ଼ାକେ କୁଲିୟାଇଙ୍ଗ୍‌, ଇଦୁ ଇନ୍‌କୁ ଇନିଃକେ ମାଇନିୟାକ ।’
اما چون باغبانان او رادیدند، با خود تفکرکنان گفتند، این وارث می‌باشد، بیایید او را بکشیم تا میراث از آن ماگردد. ۱۴ 14
୧୪ମେନ୍‌ଦ କାର୍‌କାମିହଡ଼କ ଇନିଃକେ ନେଲ୍‌କିଦ୍‌ଚି ମେପେନ୍‌ୟାନାକ, ‘ନିଃଗି ଗୁସିୟାଁରାଃ ହନ୍‌ ତାନିଃ ଦଲାବୁ ଗଜିୟା, ତାବ୍‌ଦ ନିୟାଃ ହାନାଟିଙ୍ଗ୍‌ ଆବୁଆଃଗି ହବାଅଆଃ ।’
در حال او را از باغ بیرون افکنده کشتند. پس صاحب باغ بدیشان چه خواهد کرد؟ ۱۵ 15
୧୫ଆଡଃ ଇନ୍‌କୁ ଇନିଃକେ ଦାଖ୍‌ବାକ୍‌ଡ଼ିଏତେ ଅଡଙ୍ଗ୍‌ଏଣ୍ଡାଃକିୟାଃକ ଆଡଃ ଗଏଃକିୟାଃକ । “ୟୀଶୁ କୁଲିକେଦ୍‌କଆ, ‘ନାହାଁଃଦ ଦାଖ୍‌ବାକ୍‌ଡ଼ି ଗମ୍‌କେ ଇନ୍‌କୁକେ ଚିକ୍‌ନାଃଏ ଚିକାକଆ?
اوخواهد آمد و باغبانان را هلاک کرده باغ را به دیگران خواهد سپرد.» پس چون شنیدند گفتندحاشا. ۱۶ 16
୧୬ଇନିଃ ହିଜୁଃକେଦ୍‌ତେ ଏନ୍‌ କାର୍‌କାମିହଡ଼କକେ ଗଏଃକଆଏ ଆଡଃ ଦାଖ୍‌ବାକ୍‌ଡ଼ି ଏଟାଃକକେ ଏମାକଆଏ ।’” ହଡ଼କ ନେଆଁଁ ଆୟୁମ୍‌କେଦ୍‌ତେ ମେନ୍‌କେଦାଃକ, “ଆଲକାଏ ଏନ୍‌କାଅଃକା ।”
به ایشان نظر افکنده گفت: «پس معنی‌این نوشته چیست، سنگی را که معماران ردکردند، همان سر زاویه شده است. ۱۷ 17
୧୭ୟୀଶୁ ଇନ୍‌କୁସାଃ ନେଲ୍‌କେଦ୍‌ତେ କୁଲିକେଦ୍‌କଆଏ, “ତାବ୍‌ଦ ଧାରାମ୍‌ପୁଥିରେୟାଃ ନେ କାଜିରାଃ ମୁଣ୍ଡି ଚିକ୍‌ନାଃ ତାନାଃ?” “‘ଅଡ଼ାଃ ବାବାଇକ ଅକ ଦିରିକେକ ଆତମ୍‌ ଏଣ୍ଡାଃକେଦା, ଏନ୍‌ ଦିରି ଅଡ଼ାଃରାଃ କଚାଦିରି ବାଇୟାକାନା ।’
و هر‌که برآن سنگ افتد خرد شود، اما اگر آن بر کسی بیفتداو را نرم خواهد ساخت؟» ۱۸ 18
୧୮ଏନ୍‌ ଦିରିରେ ଉୟୁଗଃନିଃ ଗୁଣ୍ଡାଅଃଆଏ ଆଡଃ ଏନା ଜେତାଏରେ ଉୟୁଗଃରେଦ ଇନିଃକେ ରିଦିୟାଏ ।”
آنگاه روسای کهنه و کاتبان خواستند که در همان ساعت او را گرفتارکنند. لیکن از قوم ترسیدند زیرا که دانستند که این مثل را درباره ایشان زده بود. ۱۹ 19
୧୯ମାରାଙ୍ଗ୍‌ ଯାଜାକ୍‌କ ଆଡଃ ଆଇନ୍‌ ଇତୁକ ଇନିଃ ନେ ଜନ୍‌କା କାଜି ଆବୁକେ କାଜିୟାଦ୍‌ବୁଆଏ ନେଆଁଁ ସାରିକେଦ୍‌ତେ ଏନ୍‌ ଦିପିଲିରେଗି ଇନିଃକେ ସାସାବ୍ ସାନାଙ୍ଗ୍‌ ତାଇକେନାକ, ମେନ୍‌ଦ ଇନ୍‌କୁ ଗାଦେଲ୍ ହଡ଼କକେ ବରକେଦ୍‌କଆକ ।
و مراقب او بوده جاسوسان فرستادند که خود را صالح می‌نمودند تا سخنی از او گرفته، اورا به حکم و قدرت والی بسپارند. ۲۰ 20
୨୦ଏନାତେ ଇନ୍‌କୁ ୟୀଶୁଆଃ କାଜିରେ ଭୁଲ୍‌ ସାବିନାଙ୍ଗ୍‌ ଚିମିନ୍‌ ହଡ଼କ ଆପାନ୍‌କେ ଧାର୍‌ମାନ୍‌ ମେନ୍ତେ ଉଦୁବେନ୍‌ତାନ୍‌କକେ କୁଲ୍‌କେଦ୍‌କଆକ, ଜେ'ଲେକାଚି ଇନ୍‌କୁ ଇନିଃକେ ସାବ୍‌କେଦ୍‌ତେ ରୋମ୍‌ରେୟାଃ ପେଡ଼େଃ ଆଡଃ ଆକ୍‌ତେୟାର୍‌ ନାମାକାଦ୍‌ ଲାଟ୍‌ସାହେବ୍‌ତାଃରେକ ଜିମାଦାଡ଼ିୟା ।
پس از اوسوال نموده گفتند: «ای استاد می‌دانیم که تو به راستی سخن می‌رانی و تعلیم می‌دهی و از کسی روداری نمی کنی، بلکه طریق خدا را به صدق می‌آموزی، ۲۱ 21
୨୧ଏନାତେ ଇନ୍‌କୁ କୁଲିକିୟାଃକ, “ହେ ଗୁରୁ, ଆମ୍‌ ବୁଗିଲେକାତେମ୍‌ କାଜିତାନା ଆଡଃ ଇତୁତାନା ଆଡଃ ହଡ଼କଆଃ ମେଦ୍‌ମୁହାଁଡ଼୍‌ କାମ୍‌ ନେନେଲାଃ, ମେନ୍‌ଦ ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ରାଃ ହରା ସାର୍‌ତିତେମ୍‌ ଇତୁତାନା, ଏନାଲେ ସାରିତାନା ।
آیا بر ما جایز هست که جزیه به قیصر بدهیم یا نه؟» ۲۲ 22
୨୨କାଜିୟାଲେମ୍‌, ଚିୟାଃ ଆଲେ କାଇସାର୍‌କେ କାର୍‌ ଏମାଇ ଲାଗାତିଙ୍ଗ୍‌ୟାଁଃ ଚି କା?”
او چون مکر ایشان را درک کرد، بدیشان گفت: «مرا برای چه امتحان می‌کنید؟ ۲۳ 23
୨୩ମେନ୍‌ଦ ୟୀଶୁ ଇନ୍‌କୁଆଃ ବେଦା ଆଟ୍‌କାର୍‌କେଦ୍‌ତେ ମେତାଦ୍‌କଆଏ,
دیناری به من نشان دهید. صورت ورقمش از کیست؟ «ایشان در جواب گفتند: «از قیصر است.» ۲۴ 24
୨୪“ମୁସିଙ୍ଗ୍‌ରାଃ ନାଲା ସିକା ଆଉୱାଇଙ୍ଗ୍‌ପେ, ନେଆଁଁ ଅକଏୟାଃ ମୁରୁତ୍‌ ଆଡଃ ଅନଲ୍‌ ତାନାଃ?” ଇନ୍‌କୁ କାଜିରୁହାଡ଼୍‌କିୟାକ, “କାଇସାର୍‌ଆଃ ।”
او به ایشان گفت: «پس مال قیصررا به قیصر رد کنید و مال خدا را به خدا.» ۲۵ 25
୨୫ୟୀଶୁ ଇନ୍‌କୁକେ ମେତାଦ୍‌କଆଏ, “ତାବ୍‌ଦ କାଇସାର୍‌ଆଃ କାଇସାର୍‌କେ ଏମାଇପେ, ଆଡଃ ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ଆଃ ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌କେ ଏମାଇପେ ।”
پس چون نتوانستند او را به سخنی در نظر مردم ملزم سازند، از جواب او در عجب شده ساکت ماندند. ۲۶ 26
୨୬ଇନ୍‌କୁ ହଡ଼କଆଃ ଆୟାର୍‌ରେ ୟୀଶୁଆଃ କାଜିରେ କାକ ସାବ୍‌ ଦାଡ଼ିକିୟାଃ, ଆଡଃ ଇନିୟାଃ କାଜିରୁହାଡ଼୍‌ତେ ଆକ୍‌ଦାନ୍ଦାଅୟାନ୍‌ଲଃ ହାପାୟାନାକ ।
و بعضی از صدوقیان که منکر قیامت هستند، پیش آمده از وی سوال کرده، ۲۷ 27
୨୭ସାଦୁକିକଏତେ ଚିମିନ୍‌ହଡ଼କ ୟୀଶୁତାଃତେକ ହିଜୁଃୟାନା, ଇନ୍‌କୁଦ ଜୀଉବିନିରିଦ୍‌ ବାନଃଆମେନ୍ତେକ କାଜିୟା, ଆଡଃ ଇନ୍‌କୁ ଇନିଃକେ କୁଲିକିୟାଃକ,
گفتند: «ای استاد، موسی برای ما نوشته است که اگرکسی را برادری که زن داشته باشد بمیرد وبی اولاد فوت شود، باید برادرش آن زن را بگیردتا برای برادر خود نسلی آورد. ۲۸ 28
୨୮“ହେ ଗୁରୁ, ଜେତାଏ ହଡ଼ଆଃ ହନ୍‌ଗାଁଣା ବାନ୍‌କୁୟାନ୍ତେ ଆୟାଃ କୁଡ଼ିତେକେ ଗଏଃବାଗିରେ ହାଗାତେ ଇନିୟାଃ କୁଡ଼ିତେକେ ଆଣ୍‌ଦିୟଃକା ଆଡଃ ହାଗାତେୟାଃ ନୁତୁମ୍‌ତେ ହନ୍‌ ପସାକକାଏ, ନେଆଁଦ ମୁଶା ଆଲେ ନାଗେନ୍ତେ ଅଲାକାଦାଏ ମେନ୍‌କେଦାକ ।
پس هفت برادربودند که اولی زن گرفته اولاد ناآورده، فوت شد. ۲۹ 29
୨୯ନେଲେମେ ସାତ୍‌ ହାଗିୟା ତାଇକେନାକ, ଆଡଃ ମାରାଙ୍ଗ୍‌ନିଃ ଆଣ୍‍ଦିକେଦ୍‍ତେ ବେଗାର୍‌ ହନ୍‌ଗାଁଣାତେ ଗଏଃୟାନାଏ ।
بعد دومین آن زن را گرفته، او نیز بی‌اولاد بمرد. ۳۰ 30
୩୦ଆଡଃ ବାରିୟାନିଃ ଇନିଃକେ ଆଣ୍‌ଦିୟାନାଏ ଆଡଃ ଇନିଃହ ବେଗାର୍‌ ହନ୍‌ଗାଁଣାତେ ଗଏଃୟାନାଏ ।
پس سومین او را گرفت و همچنین تا هفتمین وهمه فرزند ناآورده، مردند. ۳۱ 31
୩୧ଏନ୍ତେ ଆପିୟାନିଃ ଇନିଃକେ ଆଣ୍‌ଦିୟାନାଏ ଆଡଃ ନେ ଲେକାଗି ସାତ୍‌ ହାଗିୟାକହଁ ବେଗାର୍‌ ହନ୍‌ଗାଁଣାତେ ଗଏଃୟାନାକ ।
و بعد از همه، آن زن نیز وفات یافت. ۳۲ 32
୩୨ତାୟମ୍‌ତେ, କୁଡ଼ିୟଗି ଗଏଃୟାନାଏ ।
پس در قیامت، زن کدام‌یک از ایشان خواهد بود، زیرا که هر هفت او راداشتند؟» ۳۳ 33
୩୩ନାହାଁଃଦ ଜୀଉବିନିରିଦ୍‌ ଇମ୍‌ତା ଇନିଃ ଅକଏୟାଃ କୁଡ଼ି ହବାଅଆଃଏ? ଏନ୍‌ ସାତିୟ ହାଗିୟାକଦ ଇନିଃକେ ଆଣ୍‌ଦିୟାକାନ୍‌ ତାଇକେନାକ ।”
عیسی در جواب ایشان گفت: «ابنای این عالم نکاح می‌کنند و نکاح کرده می‌شوند. (aiōn g165) ۳۴ 34
୩୪ୟୀଶୁ ମେନ୍‌ରୁହାଡ଼ାଦ୍‌କଆଏ, “ନେ ଦିପିଲିରେନ୍‌ ହନ୍‌କ ଆଣ୍‌ଦିୟଃତାନା ଆଡଃକ ଆଣ୍‌ଦିକତାନା । (aiōn g165)
لیکن آنانی که مستحق رسیدن به آن عالم و به قیامت از مردگان شوند، نه نکاح می‌کنند و نه نکاح کرده می‌شوند. (aiōn g165) ۳۵ 35
୩୫ମେନ୍‌ଦ ହିଜୁଃତାନ୍‌ ପାରିୟାରେ ଜୀହୁଦଃ ହଡ଼କ ଆଡଃ ଗଜାକାନ୍‌କଏତେ ଜୀଉବିନିରିଦ୍‌ଲେକାନ୍‌ ହଡ଼କ କାକ ଆଣ୍‌ଦିୟଃଆ ଆଡଃ କାକ ଆଣ୍‌ଦିନାଃ । (aiōn g165)
زیرا ممکن نیست که دیگربمیرند از آن جهت که مثل فرشتگان و پسران خدامی باشند، چونکه پسران قیامت هستند. ۳۶ 36
୩୬ଆଡଃ ଇନ୍‌କୁ ଆଡଃମିସା କାକ ଗଏଃଦାଡ଼ିୟଃଆ, ଚିୟାଃଚି ଇନ୍‌କୁଦ ସିର୍ମାରେନ୍‌ ଦାସିକଲେକା, ଆଡଃ ଜୀଉବିନିରିଦ୍‌ରେନ୍‌ ହନ୍‌କ ହବାୟାନ୍ତେ ଇନ୍‌କୁ ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ଆଃ ହନ୍‌ ତାନ୍‌କୁ ।
و امااینکه مردگان برمی خیزند، موسی نیز در ذکر بوته نشان داد، چنانکه خداوند را خدای ابراهیم وخدای اسحاق و خدای یعقوب خواند. ۳۷ 37
୩୭ମେନ୍‌ଦ ଗଜାକାନ୍‌କ ଜୀଉବିନିରିଦ୍‌ କାଜି ମୁଶାହଁ ଚୁପାଦ୍‌ରେୟାଃ କାଜିତେ ଉଦୁବାକାଦାଏ, ଏନ୍‌ରେ ଇନିଃ ପ୍ରାଭୁକେ କାଜିକିୟାଏ, ‘ଆମ୍‌ ଆବ୍ରାହାମ୍‌ଆଃ ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌, ଆଡଃ ଇସାକ୍‌ଆଃ ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌, ଆଡଃ ଯାକୁବ୍‌ଆଃ ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ ତାନ୍‌ମେ ।’
و حال آنکه خدای مردگان نیست بلکه خدای زندگان است. زیرا همه نزد او زنده هستند.» ۳۸ 38
୩୮ନେଲେମେ ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ ଗଜାକାନ୍‌କଆଃଦ ନାହାଁଲିଃ, ମେନ୍‌ଦ ଜୀହୁଦ୍‌ତାନ୍‌କଆଃ ପାର୍‌ମେଶ୍ୱାର୍‌ ତାନିଃ, ଇନିଃ ନାଗେନ୍ତେଦ ସବେନ୍‌କ ଜୀହୁଦଃତାନାକ ।”
پس بعضی از کاتبان در جواب گفتند: «ای استاد. نیکوگفتی.» ۳۹ 39
୩୯ଆଇନ୍‌ ଇତୁକଏତେ ଚିମିନ୍‌କ କାଜିରୁହାଡ଼୍‌କିୟାକ, “ହେ ଗୁରୁ ଆମ୍‌ ବୁଗିନାମ୍‌ କାଜିୟାକାଦାଃ ।”
و بعد از آن هیچ‌کس جرات آن نداشت که از وی سوالی کند. ۴۰ 40
୪୦ଆଡଃ ଜେତାଏ ଇନିଃକେ ଜେତ୍‌ନାଃ କୁଲିନାଙ୍ଗ୍‌ କାକ ସାହାଁସ୍‌କେଦା ।
پس به ایشان گفت: «چگونه می‌گویند که مسیح پسر داود است ۴۱ 41
୪୧ଏନ୍ତେ ୟୀଶୁ ଇନ୍‌କୁକେ କାଜିୟାଦ୍‌କଆଏ, “ହଡ଼କ ଖ୍ରୀଷ୍ଟ୍‌ ଦାଉଦ୍‌ଆଃ ହନ୍‌ ତାନିଃ ମେନ୍ତେ ଚିନାଃମେନ୍ତେକ କାଜିତାନା?”
و خود داود در کتاب زبور می‌گوید، خداوند به خداوند من گفت به‌دست راست من بنشین ۴۲ 42
୪୨ନେଆଁଁ ଦାଉଦ୍‌ ଆଇଃକ୍‌ଗି ଦୁରାଙ୍ଗ୍‌ ପୁଥିରେ କାଜିତାନାଏ, “‘ପ୍ରାଭୁ ଆଇଁୟାଃ ପ୍ରାଭୁକେ କାଜିୟାଇତାନାଏ, ଆଇଁୟାଃ ଜମ୍‌ତିଃ ସାଃରେ ଦୁବାକାନ୍‌ମେଁ,
تا دشمنان تو راپای انداز تو سازم؟ ۴۳ 43
୪୩ଆଇଙ୍ଗ୍‌ ଆମାଃ ବାଇରିକକେ ପୁରା ଆଉରିଙ୍ଗ୍‌ ହାରାଅକ ଜାକେଦ୍‌ ।’”
پس چون داود او راخداوند می‌خواند چگونه پسر او می‌باشد؟» ۴۴ 44
୪୪“ଦାଉଦ୍‌ଦଃ ଇନିଃକେ ‘ପ୍ରାଭୁ’ ମେତାଇତାନାଏ, ଏନ୍ତେ ଖ୍ରୀଷ୍ଟ୍‌ ଚିଲ୍‌କାତେ ଇନିୟାଃ ହନ୍‌ ତାନିଃ?”
و چون تمامی قوم می‌شنیدند، به شاگردان خود گفت: ۴۵ 45
୪୫ସବେନ୍‌ ହଡ଼କ ଆୟୁମ୍‌ତାନ୍‌ ତାଇକେନ୍‌ରେ, ୟୀଶୁ ଆୟାଃ ଚେଲାକକେ କାଜିୟାଦ୍‌କଆଏ,
«بپرهیزید از کاتبانی که خرامیدن در لباس دراز را می‌پسندند و سلام در بازارها وصدر کنایس و بالا نشستن در ضیافتها را دوست می‌دارند. ۴۶ 46
୪୬“ଆଇନ୍‌ ଇତୁକତାଃଏତେ ଚିର୍ଗାଲାକାନ୍‌ପେ, ଇନ୍‌କୁ ଜିଲିଙ୍ଗ୍‌ ଲିଜାଃ ତୁସିଙ୍ଗ୍‌କେଦ୍‌ତେ ସେନ୍‌ବାଡ଼ା, ଆଡଃ ପିଟ୍‌ ପିଡ଼ିକରେ ଜହାର୍‌ତେଲା ଆଡଃ ସାମାଜ୍‌ ଅଡ଼ାଃକରେ ଆୟାର୍‌ରେ ଦୁବ୍‌ନାଙ୍ଗ୍‌ ଆଡଃ ମାରାଙ୍ଗ୍‌ ଜମ୍‌ନୁଁକରେ ସିଦା ଠାୟାଦ୍‌ରେ ଦୁବ୍‌ନାଙ୍ଗ୍‌ ସୁକୁକଆ ।
و خانه های بیوه‌زنان را می‌بلعند ونماز را به ریاکاری طول می‌دهند. اینها عذاب شدیدتر خواهند یافت.» ۴۷ 47
୪୭ଇନ୍‌କୁ ରାଣ୍ଡିକୁଡ଼ିକଆଃ ଅଡ଼ାଃକ ଉଦେତାନା ଆଡଃ ବେଦାତେ ଜିଲିଙ୍ଗ୍‌ ଜିଲିଙ୍ଗ୍‌ଗିକ ବିନ୍ତିୟା । ଏନ୍‌ଲେକାନ୍‌ ହଡ଼କଦ ଆଦ୍‌କା ସାଜାଇକ ନାମେୟା ।”

< لوقا 20 >