< मरकुस 6 >

1 यीशु उत सी निकल क अपनो नासरत नगर म आयो, अऊर ओको चेला भी ओको पीछू गयो।
ཨནནྟརཾ ས ཏཏྶྠཱནཱཏ྄ པྲསྠཱཡ སྭཔྲདེཤམཱགཏཿ ཤིཥྱཱཤྩ ཏཏྤཤྩཱད྄ གཏཱཿ།
2 आराम दिन म ऊ आराधनालय म शिक्षा देन लग्यो, अऊर बहुत सो लोग सुन क अचम्भित होय क कहन लग्यो, “येख या सब बाते कित सी आय गयी? यो कौन सो ज्ञान आय जो ओख दियो गयो हय? कसो सामर्थ को काम येको हाथों सी प्रगट होवय हय?
ཨཐ ཝིཤྲཱམཝཱརེ སཏི ས བྷཛནགྲྀཧེ ཨུཔདེཥྚུམཱརབྡྷཝཱན྄ ཏཏོ྅ནེཀེ ལོཀཱསྟཏྐཐཱཾ ཤྲུཏྭཱ ཝིསྨིཏྱ ཛགདུཿ, ཨསྱ མནུཛསྱ ཨཱིདྲྀཤཱི ཨཱཤྩཪྻྱཀྲིཡཱ ཀསྨཱཛ྄ ཛཱཏཱ? ཏཐཱ སྭཀརཱབྷྱཱམ྄ ཨིཏྠམདྦྷུཏཾ ཀརྨྨ ཀརྟྟཱམ྄ ཨེཏསྨཻ ཀཐཾ ཛྙཱནཾ དཏྟམ྄?
3 ऊ बढ़यी त आय, जो मरियम को बेटा, अऊर याकूब, योसेस, यहूदा, अऊर शिमोन को भाऊ आय? का ओकी बहिन यहां हमरो बीच म नहाय?” येकोलायी उन्न ओको इन्कार करयो।
ཀིམཡཾ མརིཡམཿ པུཏྲསྟཛྙཱ ནོ? ཀིམཡཾ ཡཱཀཱུབ྄-ཡོསི-ཡིཧུདཱ-ཤིམོནཱཾ བྷྲཱཏཱ ནོ? ཨསྱ བྷགིནྱཿ ཀིམིཧཱསྨཱབྷིཿ སཧ ནོ? ཨིཏྠཾ ཏེ ཏདརྠེ པྲཏྱཱུཧཾ གཏཱཿ།
4 यीशु न उन्को सी कह्यो, “भविष्यवक्ता ख अपनो नगर म, अऊर अपनो कुटुम्ब म, अऊर अपनो परिवार ख छोड़ क सब जागा म आदर, मिलय हय।”
ཏདཱ ཡཱིཤུསྟེབྷྱོ྅ཀཐཡཏ྄ སྭདེཤཾ སྭཀུཊུམྦཱན྄ སྭཔརིཛནཱཾཤྩ ཝིནཱ ཀུཏྲཱཔི བྷཝིཥྱདྭཱདཱི ཨསཏྐྲྀཏོ ན བྷཝཏི།
5 ऊ उत कोयी सामर्थ को काम नहीं कर सक्यो, केवल थोड़ो सो बीमारों पर हाथ रख क उन्ख चंगो करयो।
ཨཔརཉྩ ཏེཥཱམཔྲཏྱཡཱཏ྄ ས ཝིསྨིཏཿ ཀིཡཏཱཾ རོགིཎཱཾ ཝཔུཿཥུ ཧསྟམ྄ ཨརྤཡིཏྭཱ ཀེཝལཾ ཏེཥཱམཱརོགྱཀརཎཱད྄ ཨནྱཏ྄ ཀིམཔི ཙིཏྲཀཱཪྻྱཾ ཀརྟྟཱཾ ན ཤཀྟཿ།
6 अऊर यीशु ख लोगों को अविश्वास पर आश्चर्य भयो, अऊर ऊ चारयी तरफ को गांव म शिक्षा दे रह्यो होतो।
ཨཐ ས ཙཏུརྡིཀྶྠ གྲཱམཱན྄ བྷྲམིཏྭཱ ཨུཔདིཥྚཝཱན྄
7 ओन बारयी चेलावों ख अपनो जवर बुलायो अऊर उन्ख दोय-दोय कर क् भेज्यो; अऊर उन्ख दुष्ट आत्मावों पर अधिकार दियो।
དྭཱདཤཤིཥྱཱན྄ ཨཱཧཱུཡ ཨམེདྷྱབྷཱུཏཱན྄ ཝཤཱིཀརྟྟཱཾ ཤཀྟིཾ དཏྟྭཱ ཏེཥཱཾ དྭཽ དྭཽ ཛནོ པྲེཥིཏཝཱན྄།
8 ओन उन्ख आदेश दियो, “अपनी यात्रा लायी लाठी को अलावा अऊर कुछ मत लेवो नहीं रोटी, नहीं झोली, नहीं पैसा।
པུནརིཏྱཱདིཤད྄ ཡཱུཡམ྄ ཨེཀཻཀཱཾ ཡཥྚིཾ ཝིནཱ ཝསྟྲསཾཔུཊཿ པཱུཔཿ ཀཊིབནྡྷེ ཏཱམྲཁཎྜཉྩ ཨེཥཱཾ ཀིམཔི མཱ གྲཧླཱིཏ,
9 पर चप्पल पहिनो, अऊर पहिन्यो हुयो कुरता को अलावा दूसरों कुरता मत रखो।”
མཱརྒཡཱཏྲཱཡཻ པཱདེཥཱུཔཱནཧཽ དཏྟྭཱ དྭེ ཨུཏྟརཱིཡེ མཱ པརིདྷདྭྭཾ།
10 अऊर ओन उन्को सी कह्यो, “जित कहीं भी तुम कोयी घर म जावो त तुम्हरो स्वागत होवय हय, त उच घर म रहो, जब तक बिदा नहीं करय तब तक ऊ घर ख मत छोड़ो।
ཨཔརམཔྱུཀྟཾ ཏེན ཡཱུཡཾ ཡསྱཱཾ པུཪྻྱཱཾ ཡསྱ ནིཝེཤནཾ པྲཝེཀྵྱཐ ཏཱཾ པུརཱིཾ ཡཱཝནྣ ཏྱཀྵྱཐ ཏཱཝཏ྄ ཏནྣིཝེཤནེ སྠཱསྱཐ།
11 जो गांव को लोग तुम्हरो स्वागत नहीं करय अऊर तुम्हरी नहीं सुनय, त ऊ घर ख छोड़ देवो अऊर उलटो पाय वापस होय जावो। कि उन्को लायी चेतावनी होयेंन।”
ཏཏྲ ཡདི ཀེཔི ཡུཥྨཱཀམཱཏིཐྱཾ ན ཝིདདྷཏི ཡུཥྨཱཀཾ ཀཐཱཤྩ ན ཤྲྀཎྭནྟི ཏརྷི ཏཏྶྠཱནཱཏ྄ པྲསྠཱནསམཡེ ཏེཥཱཾ ཝིརུདྡྷཾ སཱཀྵྱཾ དཱཏུཾ སྭཔཱདཱནཱསྥཱལྱ རཛཿ སམྤཱཏཡཏ; ཨཧཾ ཡུཥྨཱན྄ ཡཐཱརྠཾ ཝཙྨི ཝིཙཱརདིནེ ཏནྣགརསྱཱཝསྠཱཏཿ སིདོམཱམོརཡོ རྣགརཡོརཝསྠཱ སཧྱཏརཱ བྷཝིཥྱཏི།
12 तब उन्न जाय क प्रचार करयो कि पाप करनो छोड़ो, अऊर परमेश्वर को तरफ फिरो।
ཨཐ ཏེ གཏྭཱ ལོཀཱནཱཾ མནཿཔརཱཝརྟྟནཱིཿ ཀཐཱ པྲཙཱརིཏཝནྟཿ།
13 अऊर बहुत सी दुष्ट आत्मावों ख निकाल्यो, अऊर बहुत सो बीमारों पर जैतून को तेल मल क उन्ख चंगो करयो।
ཨེཝམནེཀཱན྄ བྷཱུཏཱཾཤྩ ཏྱཱཛིཏཝནྟསྟཐཱ ཏཻལེན མརྡྡཡིཏྭཱ བཧཱུན྄ ཛནཱནརོགཱནཀཱརྵུཿ།
14 हेरोदेस राजा न भी ओकी चर्चा सुन्यो, कहालीकि ओको नाम फैल गयो होतो, अऊर लोग कहत होतो, “यूहन्ना बपतिस्मा देन वालो मरयो हुयो म सी जीन्दो भयो हय! येकोलायी ओको सी यो सामर्थ को काम प्रगट होवय हंय।”
ཨིཏྠཾ ཏསྱ སུཁྱཱཏིཤྩཏུརྡིཤོ ཝྱཱཔྟཱ ཏདཱ ཧེརོད྄ རཱཛཱ ཏནྣིཤམྱ ཀཐིཏཝཱན྄, ཡོཧན྄ མཛྫཀཿ ཤྨཤཱནཱད྄ ཨུཏྠིཏ ཨཏོཧེཏོསྟེན སཪྻྭཱ ཨེཏཱ ཨདྦྷུཏཀྲིཡཱཿ པྲཀཱཤནྟེ།
15 पर कुछ लोगों न कह्यो, “यो एलिय्याह आय।” पर कुछ लोगों न कह्यो, “भविष्यवक्ता यां भविष्यवक्तावों म सी कोयी एक को जसो हय।”
ཨནྱེ྅ཀཐཡན྄ ཨཡམ྄ ཨེལིཡཿ, ཀེཔི ཀཐིཏཝནྟ ཨེཥ བྷཝིཥྱདྭཱདཱི ཡདྭཱ བྷཝིཥྱདྭཱདིནཱཾ སདྲྀཤ ཨེཀོཡམ྄།
16 राजा हेरोदेस न यो सुन क कह्यो, “जो बपतिस्मा देन वालो यूहन्ना को मुंड मय न कटवायो होतो! पर उच जीन्दो भयो हय!”
ཀིནྟུ ཧེརོད྄ ཨིཏྱཱཀརྞྱ བྷཱཥིཏཝཱན྄ ཡསྱཱཧཾ ཤིརཤྪིནྣཝཱན྄ ས ཨེཝ ཡོཧནཡཾ ས ཤྨཤཱནཱདུདཏིཥྛཏ྄།
17 हेरोदेस न सैनिकों द्वारा यूहन्ना ख संकली सी बान्ध क जेलखाना म डाल दियो होतो। कहालीकि हेरोदेस न अपनो भाऊ फिलिप्पुस की पत्नी हेरोदियास सी बिहाव कर लियो होतो, येकोलायी यूहन्ना ओख गलत साबित करत होतो।
པཱུཪྻྭཾ སྭབྷྲཱཏུཿ ཕིལིཔསྱ པཏྣྱཱ ཨུདྭཱཧཾ ཀྲྀཏཝནྟཾ ཧེརོདཾ ཡོཧནཝཱདཱིཏ྄ སྭབྷཱཏྲྀཝདྷཱུ རྣ ཝིཝཱཧྱཱ།
18 बपतिस्मा देन वालो यूहन्ना न बार बार हेरोदेस सी कह्यो होतो, “अपनो भाऊ की पत्नी सी बिहाव करनो तोख उचित नहाय।”
ཨཏཿ ཀཱརཎཱཏ྄ ཧེརོད྄ ལོཀཾ པྲཧིཏྱ ཡོཧནཾ དྷྲྀཏྭཱ བནྡྷནཱལཡེ བདྡྷཝཱན྄།
19 कहालीकि हेरोदियास बपतिस्मा देन वालो यूहन्ना सी घृना रखत होती येकोलायी ओख मरवानो चाहत होती पर वा हेरोदेस को वजह सी असो नहीं कर सकी,
ཧེརོདིཡཱ ཏསྨཻ ཡོཧནེ པྲཀུཔྱ ཏཾ ཧནྟུམ྄ ཨཻཙྪཏ྄ ཀིནྟུ ན ཤཀྟཱ,
20 हेरोदेस यूहन्ना सी डरत होतो कहालीकि ऊ एक पवित्र अऊर सच्चो व्यक्ति आय जान क ओख सम्भाल क रखत होतो, पर जब भी ओकी बाते सुनत होतो त ऊ बहुत घबरावत होतो।
ཡསྨཱད྄ ཧེརོད྄ ཏཾ དྷཱརྨྨིཀཾ སཏྤུརུཥཉྩ ཛྙཱཏྭཱ སམྨནྱ རཀྵིཏཝཱན྄; ཏཏྐཐཱཾ ཤྲུཏྭཱ ཏདནུསཱརེཎ བཧཱུནི ཀརྨྨཱཎི ཀྲྀཏཝཱན྄ ཧྲྀཥྚམནཱསྟདུཔདེཤཾ ཤྲུཏཝཱཾཤྩ།
21 जब हेरोदियास ख मौका मिल्यो। तब हेरोदेस न अपनो जनम दिन म अपनो प्रधानों, अऊर सेनापतियों, अऊर गलील को मुख्य लोगों ख जेवन म नेवता दियो।
ཀིནྟུ ཧེརོད྄ ཡདཱ སྭཛནྨདིནེ པྲདྷཱནལོཀེབྷྱཿ སེནཱནཱིབྷྱཤྩ གཱལཱིལྤྲདེཤཱིཡཤྲེཥྛལོཀེབྷྱཤྩ རཱཏྲཽ བྷོཛྱམེཀཾ ཀྲྀཏཝཱན྄
22 त हेरोदियास की बेटी अन्दर आयी, अऊर नाच क हेरोदेस अऊर ओको संग बैठन वालो मुख्य लोगों ख खुश करयो। त राजा न टुरी सी कह्यो, “तय जो चाहवय हय मोरो सी मांग मय तोख देऊ।”
ཏསྨིན྄ ཤུབྷདིནེ ཧེརོདིཡཱཡཱཿ ཀནྱཱ སམེཏྱ ཏེཥཱཾ སམཀྵཾ སཾནྲྀཏྱ ཧེརོདསྟེན སཧོཔཝིཥྚཱནཱཉྩ ཏོཥམཛཱིཛནཏ྄ ཏཏཱ ནྲྀཔཿ ཀནྱཱམཱཧ སྨ མཏྟོ ཡད྄ ཡཱཙསེ ཏདེཝ ཏུབྷྱཾ དཱསྱེ།
23 अऊर मय तुम सी वादा करू हय, “मय अपनो अरधो राज्य तक जो कुछ तय मांगजो मय तोख देऊ।”
ཤཔཐཾ ཀྲྀཏྭཱཀཐཡཏ྄ ཙེད྄ རཱཛྱཱརྡྡྷམཔི ཡཱཙསེ ཏདཔི ཏུབྷྱཾ དཱསྱེ།
24 ओन बाहेर जाय क अपनी माय सी पुच्छ्यो, “मय का मांगू?” वा बोली, “यूहन्ना बपतिस्मा देन वालो को मुंड।”
ཏཏཿ སཱ བཧི རྒཏྭཱ སྭམཱཏརཾ པཔྲཙྪ ཀིམཧཾ ཡཱཙིཥྱེ? ཏདཱ སཱཀཐཡཏ྄ ཡོཧནོ མཛྫཀསྱ ཤིརཿ།
25 वा तुरतच राजा को जवर आयी अऊर ओको सी मांग करी, “मय चाहऊ हय कि तय अभी यूहन्ना बपतिस्मा देन वालो को मुंड एक थारी म मोख मंगाय दे।”
ཨཐ ཏཱུརྞཾ བྷཱུཔསམཱིཔམ྄ ཨེཏྱ ཡཱཙམཱནཱཝདཏ྄ ཀྵཎེསྨིན྄ ཡོཧནོ མཛྫཀསྱ ཤིརཿ པཱཏྲེ ནིདྷཱཡ དེཧི, ཨེཏད྄ ཡཱཙེ྅ཧཾ།
26 तब राजा बहुत दु: खी भयो, कि ओन अपनो मेहमानों को आगु वा टुरी सी कसम को वजह ओख टाल नहीं सक्यो।
ཏསྨཱཏ྄ བྷཱུཔོ྅ཏིདུཿཁིཏཿ, ཏཐཱཔི སྭཤཔཐསྱ སཧབྷོཛིནཱཉྩཱནུརོདྷཱཏ྄ ཏདནངྒཱིཀརྟྟུཾ ན ཤཀྟཿ།
27 येकोलायी राजा न तुरतच एक पहरेदार ख आज्ञा दे क जेलखाना भेज्यो कि ओको मुंड काट क लाव।
ཏཏྐྵཎཾ རཱཛཱ གྷཱཏཀཾ པྲེཥྱ ཏསྱ ཤིར ཨཱནེཏུམཱདིཥྚཝཱན྄།
28 ओन जेलखाना म जाय क ओको मुंड काट्यो, अऊर एक थारी म रख क लायो अऊर टुरी ख दियो, अऊर टुरी न अपनी माय ख दियो।
ཏཏཿ ས ཀཱརཱགཱརཾ གཏྭཱ ཏཙྪིརཤྪིཏྭཱ པཱཏྲེ ནིདྷཱཡཱནཱིཡ ཏསྱཻ ཀནྱཱཡཻ དཏྟཝཱན྄ ཀནྱཱ ཙ སྭམཱཏྲེ དདཽ།
29 यो सुन क यूहन्ना को चेला आयो, अऊर ओको शरीर ख ले गयो अऊर कब्र म रख्यो।
ཨནནཏརཾ ཡོཧནཿ ཤིཥྱཱསྟདྭཱརྟྟཱཾ པྲཱཔྱཱགཏྱ ཏསྱ ཀུཎཔཾ ཤྨཤཱནེ྅སྠཱཔཡན྄།
30 प्रेरितों न यीशु को जवर आय क जमा भयो, अऊर जो कुछ उन्न करयो अऊर सिखायो होतो, सब ओख बतायो।
ཨཐ པྲེཥིཏཱ ཡཱིཤོཿ སནྣིདྷཽ མིལིཏཱ ཡད྄ ཡཙ྄ ཙཀྲུཿ ཤིཀྵཡཱམཱསུཤྩ ཏཏྶཪྻྭཝཱརྟྟཱསྟསྨཻ ཀཐིཏཝནྟཿ།
31 यीशु न चेला सी कह्यो, “आवो अऊर एकान्त जागा म चल क थोड़ो आराम करो।” कहालीकि बहुत लोग आवत-जात होतो, अऊर उन्ख जेवन करन को समय भी नहीं मिलत होतो।
ས ཏཱནུཝཱཙ ཡཱུཡཾ ཝིཛནསྠཱནཾ གཏྭཱ ཝིཤྲཱམྱཏ ཡཏསྟཏྶནྣིདྷཽ བཧུལོཀཱནཱཾ སམཱགམཱཏ྄ ཏེ བྷོཀྟུཾ ནཱཝཀཱཤཾ པྲཱཔྟཱཿ།
32 येकोलायी हि डोंगा पर चढ़ क सुनसान जागा म अलग चली गयो।
ཏཏསྟེ ནཱཝཱ ཝིཛནསྠཱནཾ གུཔྟཾ གགྨུཿ།
33 अऊर बहुत लोगों न उन्ख जातो देख क पहिचान लियो, अऊर सब नगर सी जमा होय क पैदल दवड़्यो अऊर यीशु अऊर ओको चेलावों को पहिले जा पहुंच्यो।
ཏཏོ ལོཀནིཝཧསྟེཥཱཾ སྠཱནཱནྟརཡཱནཾ དདརྴ, ཨནེཀེ ཏཾ པརིཙིཏྱ ནཱནཱཔུརེབྷྱཿ པདཻཪྻྲཛིཏྭཱ ཛཝེན ཏཻཥཱམགྲེ ཡཱིཤོཿ སམཱིཔ ཨུཔཏསྠུཿ།
34 यीशु डोंगा सी उतर क लोगों की बड़ी भीड़ ख देख्यो, अऊर ओको दिल उन्को लायी दया सी भर गयो, कहालीकि हि चरवाहा को बिना मेंढीं को जसो होतो। येकोलायी ऊ उन्ख बहुत सी बाते सिखावन लग्यो।
ཏདཱ ཡཱིཤུ རྣཱཝོ བཧིརྒཏྱ ལོཀཱརཎྱཱནཱིཾ དྲྀཥྚྭཱ ཏེཥུ ཀརུཎཱཾ ཀྲྀཏཝཱན྄ ཡཏསྟེ྅རཀྵཀམེཥཱ ཨིཝཱསན྄ ཏདཱ ས ཏཱན ནཱནཱཔྲསངྒཱན྄ ཨུཔདིཥྚཝཱན྄།
35 जब दिन बहुत डुब गयो, त ओको चेला ओको जवर आय क कहन लग्यो, “यो सुनसान जागा हय, अऊर दिन बहुत डुब गयो हय।
ཨཐ དིཝཱནྟེ སཏི ཤིཥྱཱ ཨེཏྱ ཡཱིཤུམཱུཙིརེ, ཨིདཾ ཝིཛནསྠཱནཾ དིནཉྩཱཝསནྣཾ།
36 उन लोगों ख भेज क कि चारयी बाजू को खेतो अऊर गांवो म जाय क, अपनो लायी कुछ खान को लेय क लावो।”
ལོཀཱནཱཾ ཀིམཔི ཁཱདྱཾ ནཱསྟི, ཨཏཤྩཏུརྡིཀྵུ གྲཱམཱན྄ གནྟུཾ བྷོཛྱདྲཝྱཱཎི ཀྲེཏུཉྩ བྷཝཱན྄ ཏཱན྄ ཝིསྲྀཛཏུ།
37 ओन उत्तर दियो, “तुमच उन्ख खान ख देवो।” उन्न यीशु सी कह्यो। “का हम चांदी को सिक्का की रोटी लेय लेबो जेकी कीमत दोय सौ दिन की मजूरी को बराबर हय, उन्ख खिलायबो?”
ཏདཱ ས ཏཱནུཝཱཙ ཡཱུཡམེཝ ཏཱན྄ བྷོཛཡཏ; ཏཏསྟེ ཛགདུ ཪྻཡཾ གཏྭཱ དྭིཤཏསཾཁྱཀཻ རྨུདྲཱཔཱདཻཿ པཱུཔཱན྄ ཀྲཱིཏྭཱ ཀིཾ ཏཱན྄ བྷོཛཡིཥྱཱམཿ?
38 यीशु न उन्को सी कह्यो, “जाय क देखो तुम्हरो जवर कितनी रोटी हय?” उन्न मालूम कर क् कह्यो, “पाच रोटी अऊर दोय मच्छी।”
ཏདཱ ས ཏཱན྄ པྲྀཥྛཝཱན྄ ཡུཥྨཱཀཾ སནྣིདྷཽ ཀཏི པཱུཔཱ ཨཱསཏེ? གཏྭཱ པཤྱཏ; ཏཏསྟེ དྲྀཥྚྭཱ ཏམཝདན྄ པཉྩ པཱུཔཱ དྭཽ མཏྶྱཽ ཙ སནྟི།
39 तब यीशु न चेलावों आज्ञा दियो कि सब ख हरी घास पर पंगत-पंगत सी बिठाय देवो।
ཏདཱ ས ལོཀཱན྄ ཤསྤོཔརི པཾཀྟིབྷིརུཔཝེཤཡིཏུམ྄ ཨཱདིཥྚཝཱན྄,
40 येकोलायी हि सौ सौ अऊर पचास पचास कर क् पंगत-पंगत सी बैठ गयो।
ཏཏསྟེ ཤཏཾ ཤཏཾ ཛནཱཿ པཉྩཱཤཏ྄ པཉྩཱཤཛྫནཱཤྩ པཾཀྟིབྷི རྦྷུཝི སམུཔཝིཝིཤུཿ།
41 तब यीशु न पाच रोटी अऊर दोय मच्छी ख लियो, अऊर स्वर्ग को तरफ देख क परमेश्वर ख धन्यवाद दियो। अऊर ओन रोटी तोड़-तोड़ क चेलावों ख देत गयो कि हि लोगों ख परोसो। अऊर हि दोय मच्छी भी उन सब म बाट दियो।
ཨཐ ས ཏཱན྄ པཉྩཔཱུཔཱན྄ མཏྶྱདྭཡཉྩ དྷྲྀཏྭཱ སྭརྒཾ པཤྱན྄ ཨཱིཤྭརགུཎཱན྄ ཨནྭཀཱིརྟྟཡཏ྄ ཏཱན྄ པཱུཔཱན྄ བྷཾཀྟྭཱ ལོཀེབྷྱཿ པརིཝེཥཡིཏུཾ ཤིཥྱེབྷྱོ དཏྟཝཱན྄ དྭཱ མཏྶྱཽ ཙ ཝིབྷཛྱ སཪྻྭེབྷྱོ དཏྟཝཱན྄།
42 अऊर सब खाय क सन्तुष्ट भय गयो,
ཏཏཿ སཪྻྭེ བྷུཀྟྭཱཏྲྀཔྱན྄།
43 तब चेलावों न रोटी अऊर मच्छी म सी बच्यो हुयो टुकड़ा सी बारा टोकनी भर क उठायी।
ཨནནྟརཾ ཤིཥྱཱ ཨཝཤིཥྚཻཿ པཱུཔཻ རྨཏྶྱཻཤྩ པཱུརྞཱན྄ དྭདཤ ཌལླཀཱན྄ ཛགྲྀཧུཿ།
44 जिन्न जेवन करयो, हि पाच हजार आदमी होतो।
ཏེ བྷོཀྟཱརཿ པྲཱཡཿ པཉྩ སཧསྲཱཎི པུརུཥཱ ཨཱསན྄།
45 तब यीशु न तुरतच अपनो चेलावों ख डोंगा पर चढ़ायो अऊर हि ओको सी पहिले ओन पार बैतसैदा ख चली जाय, जब तक कि ऊ लोगों ख बिदा करन लग्यो।
ཨཐ ས ལོཀཱན྄ ཝིསྲྀཛནྣེཝ ནཱཝམཱརོཌྷུཾ སྭསྨཱདགྲེ པཱརེ བཻཏྶཻདཱཔུརཾ ཡཱཏུཉྩ ཤྵྱིན྄ ཝཱཌྷམཱདིཥྚཝཱན྄།
46 उन्ख बिदा कर क् ऊ पहाड़ी पर प्रार्थना करन गयो।
ཏདཱ ས སཪྻྭཱན྄ ཝིསྲྀཛྱ པྲཱརྠཡིཏུཾ པཪྻྭཏཾ གཏཿ།
47 जब शाम भयी, त डोंगा झील को बीच म होतो, अऊर यीशु किनारो पर अकेलो होतो।
ཏཏཿ སནྡྷྱཱཡཱཾ སཏྱཱཾ ནཽཿ སིནྡྷུམདྷྱ ཨུཔསྠིཏཱ ཀིནྟུ ས ཨེཀཱཀཱི སྠལེ སྠིཏཿ།
48 जब ओन देख्यो कि हि डोंगा चलावत-चलावत घबराय गयो हय, कहालीकि हवा उन्को विरुद्ध होती, त रात को तीन सी छे बजे को बीच सबेरे होन सी पहिले ऊ झील पर चलत उन्को जवर आयो; कहालीकि ऊ उन्को सी आगु निकल जानो चाहत होतो।
ཨཐ སམྨུཁཝཱཏཝཧནཱཏ྄ ཤིཥྱཱ ནཱཝཾ ཝཱཧཡིཏྭཱ པརིཤྲཱནྟཱ ཨིཏི ཛྙཱཏྭཱ ས ནིཤཱཙཏུརྠཡཱམེ སིནྡྷཱུཔརི པདྦྷྱཱཾ ཝྲཛན྄ ཏེཥཱཾ སམཱིཔམེཏྱ ཏེཥཱམགྲེ ཡཱཏུམ྄ ཨུདྱཏཿ།
49 पर उन्न ओख झील पर चलतो देख क समझ्यो कि यो भूत आय, अऊर चिल्लाय उठ्यो।
ཀིནྟུ ཤིཥྱཱཿ སིནྡྷཱུཔརི ཏཾ ཝྲཛནྟཾ དྲྀཥྚྭཱ བྷཱུཏམནུམཱཡ རུརུཝུཿ,
50 कहालीकि सब ओख देख क घबराय गयो होतो। पर यीशु न तुरतच उन्को सी बाते करी अऊर कह्यो, “हिम्मत रखो: मय आय; डरो मत!”
ཡཏཿ སཪྻྭེ ཏཾ དྲྀཥྚྭཱ ཝྱཱཀུལིཏཱཿ། ཨཏཨེཝ ཡཱིཤུསྟཏྐྵཎཾ ཏཻཿ སཧཱལཔྱ ཀཐིཏཝཱན྄, སུསྠིརཱ བྷཱུཏ, ཨཡམཧཾ མཱ བྷཻཥྚ།
51 तब ऊ उन्को जवर डोंगा पर आयो, अऊर हवा रुक गयी: अऊर चेला बहुतच अचम्भित भयो।
ཨཐ ནཽཀཱམཱརུཧྱ ཏསྨིན྄ ཏེཥཱཾ སནྣིདྷིཾ གཏེ ཝཱཏོ ནིཝྲྀཏྟཿ; ཏསྨཱཏྟེ མནཿསུ ཝིསྨིཏཱ ཨཱཤྩཪྻྱཾ མེནིརེ།
52 हि उन पाच हजार आदमियों ख रोटी खिलावन वाली बात को अर्थ नहीं समझ सक्यो, कहालीकि उन्को मन कट्टर भय गयो होतो।
ཡཏསྟེ མནསཱཾ ཀཱཋིནྱཱཏ྄ ཏཏ྄ པཱུཔཱིཡམ྄ ཨཱཤྩཪྻྱཾ ཀརྨྨ ན ཝིཝིཀྟཝནྟཿ།
53 जसोच हि झील को पार होय क गन्नेसरत म पहुंच्यो, अऊर डोंगा किनार पर लगायो।
ཨཐ ཏེ པཱརཾ གཏྭཱ གིནེཥརཏྤྲདེཤམེཏྱ ཏཊ ཨུཔསྠིཏཱཿ།
54 जब हि डोंगा सी उतरयो, त लोगों न तुरतच यीशु ख पहिचान लियो,
ཏེཥུ ནཽཀཱཏོ བཧིརྒཏེཥུ ཏཏྤྲདེཤཱིཡཱ ལོཀཱསྟཾ པརིཙིཏྱ
55 आजु बाजू को पूरो देश म दवड़्यो, अऊर बीमारों ख खटिया पर धर क, जित-जित समाचार सुन्यो कि ऊ आय, उत-उत लेय क फिरयो।
ཙཏུརྡིཀྵུ དྷཱཝནྟོ ཡཏྲ ཡཏྲ རོགིཎོ ནརཱ ཨཱསན྄ ཏཱན྄ སཪྻྭཱན ཁཊྭོཔརི ནིདྷཱཡ ཡཏྲ ཀུཏྲཙིཏ྄ ཏདྭཱརྟྟཱཾ པྲཱཔུཿ ཏཏ྄ སྠཱནམ྄ ཨཱནེཏུམ྄ ཨཱརེབྷིརེ།
56 अऊर जित कहीं यीशु गांवो, नगरो, यां खेतो म जात होतो, लोग बीमारों ख बजारों म रख क ओको सी बिनती करत होतो कि ऊ उन्ख अपनो कपड़ा को कोना ख छूवन देवो; अऊर जितनो ओख छूवत होतो, सब चंगो होय जात होतो।
ཏཐཱ ཡཏྲ ཡཏྲ གྲཱམེ ཡཏྲ ཡཏྲ པུརེ ཡཏྲ ཡཏྲ པལླྱཱཉྩ ཏེན པྲཝེཤཿ ཀྲྀཏསྟདྭརྟྨམདྷྱེ ལོཀཱཿ པཱིཌིཏཱན྄ སྠཱཔཡིཏྭཱ ཏསྱ ཙེལགྲནྠིམཱཏྲཾ སྤྲཥྚུམ྄ ཏེཥཱམརྠེ ཏདནུཛྙཱཾ པྲཱརྠཡནྟཿ ཡཱཝནྟོ ལོཀཱཿ པསྤྲྀཤུསྟཱཝནྟ ཨེཝ གདཱནྨུཀྟཱཿ།

< मरकुस 6 >