< ଲୁକ 6 >

1 ବମିୟ୍‌ତା ଜିସୁନ୍‌, ଲୋଲୋନେ ଡିନ୍ନାଇଙନ୍‌ ଜନ୍‌ରୋମ୍‌ଆଲ୍‌ ଗଡ୍‌ ଆଜିର୍ରେନ୍‌ ଆଡିଡ୍‌, ଆ ଞଙ୍‌ନେମରଞ୍ଜି ଜନ୍‌ରୋମନ୍‌ ଆ ସିସା ତତ୍ତଡ୍‌ଲେ ଆସିଲୋଙଞ୍ଜି ଗସିଡ୍‌ଲେ ଜୋମେଞ୍ଜି ।
नंतर असे झाले की, एका शब्बाथ दिवशी येशू शेतामधून जात होता आणि त्याचे शिष्य कणसे मोडून हातावर चोळून खात होते.
2 ବନ୍‌ଡ ଲାଙ୍‌ଲେଡ୍‌ ପାରୁସିଞ୍ଜି ବର୍ରଞ୍ଜି, “ଅଙ୍ଗାତେ ଲୋଲୋନେ ଡିନ୍ନାଇଙନ୍‌ ଏଲୁମ୍‌ଡଙ୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ମୋସାନ୍‌ ବନାଁୟ୍‌ବର୍‌ଲୋଙ୍‌ ଆଇଡିଡ୍‌, ତିଆତେ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଇନିବା ଏଲୁମ୍‌ତେ?”
मग परूश्यांपैकी काही म्हणाले, “शब्बाथ दिवशी जे करण्यास योग्य नाही, ते तुम्ही का करता?”
3 ଜିସୁନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଜାଲଙେଞ୍ଜି, “ଦାଉଦନ୍‌ ଡ ଆ ଗଡ଼ିଞ୍ଜି ଆଡ୍ରୋଲଜେଞ୍ଜି ଆଡିଡ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଇନି ଏଙ୍ଗାଲନ୍‌, ତିଆତେ ନିୟ୍‌ ପଙ୍‌ ଆମ୍ୱେନ୍‌ ଅଣ୍ଡ୍ରଙ୍‌ ଏପଡ଼େନେ?
येशूने त्यांना म्हटले, “जेव्हा दावीद व त्याच्याबरोबरच्या मनुष्यांना भूक लागली तेव्हा त्यांनी काय केले हे तुम्ही कधी वाचले नाही काय?
4 ଆରମଙ୍‌ତେଞ୍ଜି ଆ ରୁଟି ରାଓଡ଼ାଞ୍ଜି ତୁମ୍‌ ଜୋମ୍‌ତଜି, ଆନ୍ନିଙ୍‌ ଆରି ଅଃଜ୍ଜୋମେଜି ଗାମ୍‌ଲେ ବନାଁୟ୍‌ବର୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଆଇଡିଡ୍‌, ଏଙ୍ଗାଲେ ଦାଉଦନ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ସରେବାସିଂ ଗନ୍‌ଲେ, ତି ଆ ରୁଟି ପାଙ୍‌ଲେ ଜୋମେନ୍‌ ଆରି ଆ ଗଡ଼ିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ନିୟ୍‌ ତିୟେଞ୍ଜି ।”
तो देवाच्या घरात गेला आणि ज्या समर्पित भाकरी याजकांशिवाय कोणीच खाणे योग्य नाही त्या त्याने कशा घेऊन खाल्ल्या व आपल्याबरोबर जे होते त्यांनाही दिल्या.”
5 ଆରି, ଜିସୁନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବରେଞ୍ଜି, “ମନ୍‌ରା ଡାଙ୍ଗଡ଼ାଅନନ୍‌ ଲୋଲୋନେ ଡିନ୍ନାଇଙନ୍‌ ଆ ପ୍ରବୁ ।”
आणखी येशू त्यांना म्हणाला, “मनुष्याचा पुत्र शब्बाथाचा प्रभू आहे.”
6 ଜିସୁନ୍‌ ଆରି ଅବୟ୍‌ ଲୋଲୋନେ ଡିନ୍ନାଇଙନ୍‌ ରନୁକ୍କୁସିଙନ୍‌ ଗନ୍‌ଲେ ଞନଙନ୍‌ ତିୟେନ୍‌; ତେତ୍ତେ ଅବୟ୍‌ ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଡକୋଏନ୍‌, ଆର୍ଜଡ଼ୋମ୍‌ସିନ୍‌ ଆସର୍‌ ଡକୋଏନ୍‌ ।
असे झाले की, दुसऱ्या एका शब्बाथ दिवशी येशू सभास्थानात गेला आणि शिकवू लागला. ज्याचा उजवा हात वाळलेला होता असा एक मनुष्य तेथे होता.
7 ଆରି, ସାସ୍ତ୍ରିଞ୍ଜି ଡ ପାରୁସିଞ୍ଜି, ଏଙ୍ଗାଲ୍‌ଡେନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅନବ୍‌ଡୋସାନ୍‌ ଆସନ୍‌ ରୟଙନ୍‌ ଞାଙ୍‌ଲେ ରପ୍ତିଏଜି, ତିଆସନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ ଲୋଲୋନେ ଡିନ୍ନାଇଙନ୍‌ ତି ମନ୍‌ରାନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ମବ୍‌ନଙ୍‌ତେ ଜାଆରୋ, ଗାମ୍‌ଲେ ଆନିଞ୍ଜି ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଡଲ୍‌ଡଲେଞ୍ଜି ।
येशू शब्बाथ दिवशी कोणाला बरे करतो की काय हे पाहण्यासाठी नियमशास्त्राचे शिक्षक व परूशी त्याच्यावर लक्ष ठेवून होते. यासाठी की त्यांना आरोप ठेवण्यासाठी काहीतरी कारण मिळावे.
8 ବନ୍‌ଡ ଜିସୁନ୍‌, ଆମନ୍ନଲୋଙଞ୍ଜି ଆନିଃୟମ୍‌ ଜନଡାଲେ, ଅଙ୍ଗା ମନ୍‌ରା ଆସି ଆସର୍‌ ଡକୋଏନ୍‌, ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବରେନ୍‌, “ଡୋନା, ମଡ୍ଡିନ୍‌ ତନଙା ।” ଆରି, ଆନିନ୍‌ ଡୋଲନ୍‌ ତନଙେନ୍‌ ।
परंतु तो त्यांचे विचार जाणून वाळलेल्या हाताच्या मनुष्यास म्हणाला, “ऊठ आणि सर्वांसमोर उभा राहा,” आणि तो मनुष्य उठून तेथे उभा राहिला.
9 ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବରେଞ୍ଜି, “ଞେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବର୍ତବେନ୍‌, ଅଙ୍ଗାତେ ଲୋଲୋନେ ଡିନ୍ନାଇଙନ୍‌ ଲନୁମନ୍‌ ଆସନ୍‌ ବନାଁୟ୍‌ବର୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଆଇଡିଡ୍‌? ମନଙ୍‌ କାବ୍ବାଡ଼ାନ୍‌ ଲନୁମନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଅଡ଼େ ଏର୍‌ମନଙ୍‌ କାବ୍ବାଡ଼ାନ୍‌ ଲନୁମନ୍‌ ଆସନ୍‌? ପରାନ୍ନାନ୍‌ ଡୋବ୍‌ଡୋବନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଅଡ଼େ ପରାନ୍ନାନ୍‌ ଅନବ୍‌ସେଡନ୍‌ ଆସନ୍‌?”
येशू त्यांना म्हणाला, “मी तुम्हास विचारतो, शब्बाथ दिवशी कोणत्या गोष्टी करायला परवानगी आहे? चांगले करणे की वाईट करणे? कोणते कायदेशीर आहे, एखाद्याचा जीव वाचवणे का त्याचा नाश करणे?”
10 ଆରି, ଆନିନ୍‌ ଏର୍ରେ ଅଡ଼୍‌କୋଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ ଆଙାଙ୍‌ଡାଲେ ତି ମନ୍‌ରାନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବରେନ୍‌, “ତେକ୍କେସିନା ।” ସିଲତ୍ତେ ତି ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଆସିନ୍‌ ତେକ୍କେଏନ୍‌, ଆରି ଆସିନ୍‌ ମନଙେନ୍‌ ।
१०मग त्याने सभोवती त्या सर्वांकडे पाहीले आणि म्हणाला, “तू आपला हात लांब कर.” तेव्हा त्याने तसे केले आणि त्याचा हात बरा झाला.
11 ବନ୍‌ଡ ଆନିଞ୍ଜି ବରାବନ୍‌ ବାତ୍ତେ ପସୋୟ୍‌ଲଗୋ ଡେଏଞ୍ଜି, ଆରି ଏଙ୍ଗାଡାଲେ ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ରପ୍ତିବୋ ଗାମ୍‌ଲେ, ଆନିଞ୍ଜି ତର୍ଡମ୍‌ କଡାଡ଼ିଲଞ୍ଜି ।
११पण परूशी व नियमशास्त्राचे शिक्षक खूप रागावले व येशूविषयी काय करता येईल याविषयी आपसात चर्चा करू लागले.
12 ତି ଆ ଡିନ୍ନାରେଙ୍‌ ବମିୟ୍‌ତା ଜିସୁନ୍‌ ପାର୍ତନାନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ତୋଣ୍ଡୋ ବରୁନ୍‌ ଜିରେନ୍‌, ଆନିନ୍‌ ତେତ୍ତେ ତମ୍ପଗଲ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ପାର୍ତନାଲନ୍‌ ଡକୋଲନେ ।
१२त्या दिवसात असे झाले की, येशू प्रार्थना करण्यासाठी डोंगरावर गेला. त्याने ती रात्र देवाची प्रार्थना करण्यात घालवली.
13 ଆସ୍ରାଆରେନ୍‌, ଆନିନ୍‌ ଆ ଞଙ୍‌ନେମରଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଓଡ୍ଡେଡାଲେ, ଆନିଞ୍ଜିଲୋଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ବାରଜଣଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ସେଡାଏନ୍‌; ଜିସୁନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଅନାପ୍ପାୟ୍‌ ଞଙ୍‌ନେମର୍‌ଜି ଗାମ୍‌ଲେ ଅବ୍‌ଞୁମେଞ୍ଜି;
१३जेव्हा दिवस उगवला, तेव्हा त्याने शिष्यांना आपणाकडे बोलावले. त्याने त्यांच्यातील बाराजणांना निवडले व त्यांना ‘प्रेषित’ असे नाव दिले.
14 ସିମନନ୍‌, ଆଞୁମନ୍‌ ପିତ୍ର ଗାମ୍‌ଲେ ଅବ୍‌ଞୁମେନ୍‌, ଆରି ଆ ବୋଞାଙନ୍‌ ଆନ୍ଦ୍ରିଅନ୍‌, ଜାକୁବନ୍‌, ଜନନ୍‌, ପିଲିପନ୍‌, ବାର୍ତଲମିନ୍‌,
१४शिमोन ज्याला पेत्र हे सुद्धा नाव दिले तो अंद्रिया (पेत्राचा भाऊ), याकोब आणि योहान, फिलिप्प, बर्थलमय,
15 ମାତିଉନ୍‌, ତୋମାନ୍‌, ଆଲପିନ୍‌ ଆ ଡାଙ୍ଗଡ଼ାଅନ୍‌ ଜାକୁବନ୍‌, ସିମନନ୍‌, ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଉୟୁବ୍‌ମର୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ଓଡ୍ଡେତଜି,
१५मत्तय, थोमा, अल्फीचा पुत्र याकोब, शिमोन ज्याला जिलोत म्हणत,
16 ଜାକୁବନ୍‌ ଆ ଡାଙ୍ଗଡ଼ାଅନ୍‌ ଜିଉଦାନ୍‌ ଆରି ଇସ୍କାରିତ ଜିଉଦାନ୍‌, ଆନିନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବନେରାଞ୍ଜି ଆସିଲୋଙ୍‌ ଅବ୍‌ଞମ୍‌ଞମେନ୍‌ ।
१६याकोबचा पुत्र यहूदा व यहूदा इस्कर्योत, जो पुढे विश्वासघात करणारा निघाला.
17 ଆରି, ଜିସୁନ୍‌ ଅନାପ୍ପାୟ୍‌ ଞଙ୍‌ନେମରଞ୍ଜି ସରିନ୍‌ ବରୁନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ପଡ୍‌ଲନ୍‌ ଅବୟ୍‌ ମୋଡ଼ୋଁୟ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଇୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ତନଙେଜି, ଆରି ଗୋଗୋୟ୍‌ଡମ୍‌ ଞଙ୍‌ନେମରଞ୍ଜି ଡ ସମ୍ପରା ଜିଉଦା ରାଜ୍ୟନ୍‌, ଜିରୁସାଲମନ୍‌, ଆରି ଆନେଙ୍‌ ସମେଁୟ୍‌ଣ୍ଡ୍ରାଲୋଙନ୍‌ ଆଡ୍ରକୋଏନ୍‌ ସୋରନ୍‌ ଡ ସିଦୋନନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଗୋଗୋୟ୍‌ଡମ୍‌ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଜିସୁନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଇୟ୍‌ଲାଜି ।
१७तो त्यांच्याबरोबर डोंगरावरून खाली उतरला व सपाट जागेवर उभा राहिला आणि त्याच्या अनुयायांचा मोठा समुदाय तेथे आला व यहूदीया प्रांत, यरूशलेम शहर, सोर आणि सिदोनच्या समुद्रकिनाऱ्याकडचे असे पुष्कळसे लोक तेथे आले होते.
18 ଆନିଞ୍ଜି ଜିସୁନ୍‌ ଆ ବର୍ନେ ଅନମ୍‌ଡଙନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଡ ରମ୍ମଙ୍‌ ରମ୍ମଙ୍‌ ଆ ରୋଗଜି ମନନଙନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଇୟ୍‌ଲାଜି, ଆରି ଆନାଜି ଏର୍‌ମଡ଼ିର୍‌ ପୁରାଡ଼ାଞ୍ଜି ବାତ୍ତେ ପରାନ୍‌ଡଣ୍ଡନ୍‌ ଡେଏଞ୍ଜି, ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ନିୟ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ ମବ୍‌ନଙେଞ୍ଜି ।
१८ते तेथे त्याचे ऐकण्यास व आपल्या रोगांपासून बरे होण्यास आले व ज्यांना अशुद्ध आत्म्यांची बाधा होती त्यांनाही त्यांच्या व्याधीपासून मुक्त करण्यात आले.
19 ଆରି, ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ସନୁଙେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଏରେଞ୍ଜି ଗୋଜେଞ୍ଜି, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆମଙନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ବୋର୍ସାନ୍‌ ଜିର୍ରେ ଅଡ଼୍‌କୋଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ମବ୍‌ନଙେଞ୍ଜି ।
१९सगळा लोकसमुदाय त्यास स्पर्श करू पाहत होता, कारण त्याच्यामधून सामर्थ्य येत होते आणि सर्वांना ते बरे करत होते.
20 ଜିସୁନ୍‌ ଆ ଞଙ୍‌ନେମରଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ରେଙ୍‌ ଆଙାଙ୍‌ଡାଲେ ବର୍ରନେ, “ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଡୋଲେୟ୍‌ମର୍‌ଜି, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ସନେନ୍‌ସେନ୍‌, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ରାଜ୍ୟ ଆମ୍ୱେନ୍‌ଆତେ ।
२०मग येशूने आपल्या शिष्यांकडे पाहिले व म्हणाला, “अहो दिनांनो, तुम्ही धन्य आहात कारण देवाचे राज्य तुमचे आहे.
21 ନମି ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଆଡୋଲେୟ୍‌ଜି, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ସନେନ୍‌ସେନ୍‌, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ବୋଓତବେନ୍‌ । ନମି ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଏୟେୟେଡାତନ୍‌, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ସନେନ୍‌ସେନ୍‌, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଏକିୟ୍‌ତେ ।”
२१अहो जे तुम्ही आता भूकेले आहात, ते तुम्ही धन्य आहात, कारण तुम्ही तृप्त व्हाल. अहो जे तुम्ही आता रडता, ते तुम्ही आशीर्वादित आहात कारण तुम्ही हसाल.
22 “ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଆଙ୍ଗା ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଏଡ଼ୁର୍‌ମଡ୍‌ତବେଞ୍ଜି ଆରି ମନ୍‌ରା ଡାଙ୍ଗଡ଼ାଅନନ୍‌ ଆ ଲତ୍ତେଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ ଆନ୍ନାତବେଞ୍ଜି, ଆରି ନିଣ୍ଡୟ୍‌ଡାଲେ ଅଞୁମ୍‌ବେନ୍‌ ମନଙ୍‌ ତଡ୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ବାସ୍ସେତବେଞ୍ଜି, ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ସନେନ୍‌ସେନ୍‌ ।
२२जेव्हा मनुष्याच्या पुत्रामुळे लोक तुमचा द्वेष करतील आणि जेव्हा ते आपल्या समाजातून तुम्हास दूर करतील व तुमची निंदा करतील व तुमचे नाव ते वाईट म्हणून टाकून देतील आणि मनुष्याच्या पुत्रामुळे तुम्हास नाकारतील, तेव्हा तुम्ही धन्य आहात.
23 ତିଆଡିନ୍ନା ସର୍ଡାଲନ୍‌ ତଙ୍‌ସେଙ୍‌ନାବା, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଗିୟ୍‌ବା, ରୁଆଙ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଆମ୍ୱେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ବର୍ତନ୍ନାନ୍‌ ଗୋଗୋୟ୍‌ଡମ୍‌ ଡକୋ; ଆରି, ଏତ୍ତେଲେମା ଆ ପୁର୍ବା ଜୋଜୋଞ୍ଜି ପୁର୍ବାଃତେ ବର୍ନେମରଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ପରାନ୍‌ଡଣ୍ଡନ୍‌ ଏମ୍ମେଏଞ୍ଜି ।”
२३त्यादिवशी आनंद करून उड्या मारा, कारण खरोखर स्वर्गात तुमचे प्रतिफळ मोठे आहे! कारण त्यांच्या पूर्वजांनी संदेष्ट्यांना सुद्धा तसेच केले.
24 “ବନ୍‌ଡ ୟୋଙ୍‌, ଗମାଙ୍‌ମର୍‌ଜି, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ପନବ୍‌ରଡନ୍‌ ଏଞାଙ୍‌ତେ, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ରମ୍ମଙ୍‌ ରମ୍ମଙ୍‌ ଆ ସୁକ୍କା ଏଞାଙେନ୍‌ ।
२४पण श्रीमंतानो, तुम्हास दुःख होवो कारण तुम्हास अगोदरच सर्व सुख मिळाले आहे.
25 ନମି ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଆବୋଓଜି, ୟୋଙ୍‌, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ପନବ୍‌ରଡନ୍‌ ଏଞାଙ୍‌ତେ, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଡୋଲେୟ୍‌ତବେନ୍‌ । ୟୋଙ୍‌, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ପନବ୍‌ରଡନ୍‌ ଏଞାଙ୍‌ତେ, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ନମି ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଏକିୟ୍‌ତେ, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ୟେୟେଡାନ୍‌ ଡ ଅନିଃୟମନ୍‌ ଡେତବେନ୍‌ ।”
२५जे तुम्ही तृप्त आहात त्या तुम्हास दुःख होवो, कारण तुम्ही भूकेले व्हाल. जे आता हसतात त्यांना दुःख होवो कारण तुम्ही शोक कराल आणि रडाल.
26 “ଅଙ୍ଗା ଆଡିଡ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋ ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ମନଙ୍‌ ଗାମ୍‌ତବେଞ୍ଜି, ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ୟୋଙ୍‌, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ପନବ୍‌ରଡନ୍‌ ଏଞାଙ୍‌ତେ, ଏତ୍ତେଲେମା ଆ ପୁର୍ବା ଜୋଜୋଞ୍ଜି କଣ୍ଡାୟ୍‌ ପୁର୍ବାଃତେ ବର୍ନେମରଞ୍ଜି ଆ ବର୍ନେ ବର୍ରଞ୍ଜି ।”
२६जेव्हा सर्व तुमच्याविषयी चांगले बोलतील तेव्हा तुम्हास दुःख होवो कारण त्यांच्या वाडवडिलांनी खोट्या संदेष्ट्यांना असेच केले.”
27 “ବନ୍‌ଡ ଏରମ୍‌ଡଙ୍‌ତେନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରାଜି, ଞେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବର୍ତବେନ୍‌, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ବନେରାବେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଡୁଙ୍‌ୟମ୍‌ବାଜି, ଆନାଜି ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଏଡ଼ୁର୍‌ମଡ୍‌ତବେଞ୍ଜି, ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଅବ୍‌ସୁକ୍କାବାଜି ।
२७“परंतु तुम्हा ऐकणाऱ्यांस मी सांगतो, तुमच्या शत्रूंवर प्रीती करा. जे तुमचा द्वेष करतात, त्यांचे चांगले करा.
28 ଆନାଜି ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ସୟ୍‌ପତବେଞ୍ଜି, ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଆସିର୍ବାଦବାଜି; ଆନାଜି ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଅଲ୍ଲଗନ୍‌ଡ୍ରୟ୍‌ ଏମ୍ମେତବେଞ୍ଜି, ଆନିଞ୍ଜି ଆସନ୍‌ ପାର୍ତନାନାବା ।
२८जे तुम्हास शाप देतात त्यांना आशीर्वाद द्या. जे तुमचा अपमान करतात त्यांच्यासाठी प्रार्थना करा.
29 ଆନ୍ନିଙ୍‌ ଅବୟ୍‌ନେ ଅବୟ୍‌ କୋତାୟ୍‌ତମ୍‌ଲୋଙ୍‌ବେନ୍‌ ତିଡ୍‌ଲବେନ୍‌ ଡେନ୍‌, ଆରି ଆନ୍ନା କୋତାୟ୍‌ତମ୍‌ ନିୟ୍‌ ଅବ୍‌ତୁୟ୍‌ବା; ଆରି, ଆନା ମାଟବେନ୍‌ ପାଙ୍‌ତେ, ଆନିନ୍‌ ଅଙ୍ଗିବେନ୍‌ ନିୟ୍‌ ପାଙେତୋ, ଆନିନ୍‌ ଏରଙ୍‌ଡଙ୍‌ ।
२९जर कोणी तुमच्या एका गालावर मारतो तर त्याच्यासमोर दुसराही गाल करा. जर कोणी तुमचा अंगरखा घेतो तर त्यास तुमची बंडी ही घेऊन जाण्यास मना करू नका.
30 ଆନା ଆମ୍ୱେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବେଡ୍‌ତବେନ୍‌, ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ତିୟ୍‌ବା; ଆରି, ଆନା ଅନର୍ଜେବେନ୍‌ ପାଙ୍‌ତେ, ତିଆତେ ଆରି ଆନିନ୍‌ ଏବେଡ୍‌ଡଙ୍‌ ।
३०जे तुम्हास मागतात त्या प्रत्येकाला द्या आणि जो तुमची वस्तू हिरावून घेतो त्याच्यापाशी ते परत मागू नको.
31 ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଏଙ୍ଗାଲେ ଞଣ୍ଡ୍ରମ୍‌ଲେନ୍‌ତଜି ଗାମ୍‌ଲେ ଲଡୟ୍‌ତବେନ୍‌, ଏତ୍ତେଲେମା ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଞଣ୍ଡ୍ରମ୍‌ବାଜି ।”
३१आणि जसे मनुष्यांनी तुमच्याशी वागावे म्हणून तुमची इच्छा असेल तसेच तुम्हीही त्यांच्याशी वागा.
32 “ଆରି, ଆନାଜି ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଡୁଙ୍‌ୟମ୍‌ତବେଞ୍ଜି, ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ତୁମ୍‌ ଏଡୁଙ୍‌ୟମେଞ୍ଜି ଡେନ୍‌, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଇନି ଆ ସନାୟୁମ୍‌ ଏଞାଙ୍‌ତେ? ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଇର୍ସେମରଞ୍ଜି ନିୟ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଆଡ୍ରୁଙ୍‌ୟମ୍‌ତେଞ୍ଜି ଆ ମନ୍‌ରାଜିଆଡଙ୍‌ ଡୁଙ୍‌ୟମ୍‌ତଜି!
३२तुमच्यावर जे प्रीती करतात त्यांच्यावर तुम्ही प्रीती करा, तर त्यामध्ये तुमचा उपकार तो काय? कारण पापी लोकही आपणावर प्रीती करणाऱ्यांवर प्रीती करतात.
33 ଆରି, ଆନାଜି ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଅବ୍‌ସୁକ୍କାତବେଞ୍ଜି ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ତୁମ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଏବ୍‌ସୁକ୍କାଏଞ୍ଜି ଡେନ୍‌, ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଇନି ଆ ସନାୟୁମ୍‌ ଏଞାଙ୍‌ତେ? ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଇର୍ସେମରଞ୍ଜି ନିୟ୍‌ ତିଆତେ ଲୁମ୍‌ତଜି ।
३३तुमचे जे चांगले करतात, त्यांचे जर तुम्ही चांगले करता तर तुम्हास काय लाभ? पापीसुद्धा असेच करतात.
34 ଆରି, ଆନାଜି ଆମଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଏଞାଙ୍‌ତାୟ୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଏଆସାତନ୍‌, ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ତୁମ୍‌ ରେୟାନ୍‌ ଏତିୟେଞ୍ଜି ଡେନ୍‌, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଇନି ଆ ସନାୟୁମ୍‌ ଏଞାଙ୍‌ତେ? ଇର୍ସେମରଞ୍ଜି ନିୟ୍‌ ଡିୟ୍‌ତେ ମା ସୁଜ୍ଜାୟ୍‌ନେନ୍‌ ଆଞନାଙ୍‌ ଆସନ୍‌ ଇର୍ସେମରଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ରେୟାନ୍‌ ତିୟ୍‌ତଜି ।
३४ज्यांच्याकडून तुम्हास परत मिळेल अशी आशा असते, त्यांना जर उसने देता तर तुम्हास काय लाभ? पापीसुद्धा परत मिळावे या उद्देशाने दुसऱ्या पाप्याला उसने देतात.
35 ବନ୍‌ଡ ବନେରାବେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଡୁଙ୍‌ୟମ୍‌ବାଜି ଆରି ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଅବ୍‌ସୁକ୍କାବାଜି, ଆରି ସୁଜ୍ଜାୟ୍‌ନେନ୍‌ ଆଞନାଙ୍‌ ଆସନ୍‌ ଏର୍‌ନାସାନେନ୍‌ ରେୟାନ୍‌ ତିୟ୍‌ବା; ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ବର୍ତନ୍ନାବେନ୍‌ ଗୋଗୋୟ୍‌ତେ ଆରି ଆମ୍ୱେନ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ତୋଣ୍ଡୋନ୍‌ ଆ ପସିୟ୍‌ଜି ଡେତବେନ୍‌, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଆଲ୍ଲେମରଞ୍ଜି ଡ ପେଲ୍ଲାମରଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ନିୟ୍‌ ସାୟୁମ୍‌ତଜି ।
३५परंतु तुम्ही आपल्या शत्रूंवर प्रीती करा व त्यांचे बरे करा आणि निराश न होता उसने द्या म्हणजे तुमचे प्रतिफळ मोठे होईल व तुम्ही परात्पराचे पुत्र व्हाल कारण तो अनुपकारी व वाईट यांच्यावर तो दया करणारा आहे.
36 ଆପେୟ୍‌ବେନ୍‌ ଏଙ୍ଗାଲେ ସନାୟୁମ୍‌ମର୍‌, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ନିୟ୍‌ ଏତ୍ତେଗୋ ସନାୟୁମ୍‌ମର୍‌ ଡେବା ।”
३६जसा तुमचा स्वर्गीय पिता दयाळू आहे तसे तुम्हीही दयाळू व्हा.”
37 “ଆରି, ଅବୟ୍‌ନେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଏବ୍‌ପନ୍‌ସୁଆତିଡଙ୍‌, ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ପନ୍‌ସୁଆତିନ୍‌ ଅଃଡ୍ଡେଏ; ଏବ୍‌ଡୋସାଡଙେ, ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ଆମ୍ୱେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅଃନ୍ନବ୍‌ଡୋସାବେଞ୍ଜି । କେମାନ୍‌ ତିୟ୍‌ବାଜି, ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି କେମାନ୍‌ ଏଞାଙ୍‌ତେ ।
३७“दुसऱ्यांचा न्याय करू नका, म्हणजे तुमचाही न्याय होणार नाही. दुसऱ्यांना दोषी ठरवू नका म्हणजे तुम्हास दोषी ठरवले जाणार नाही. दुसऱ्यांची क्षमा करा म्हणजे तुमचीही क्षमा केली जाईल.
38 ତିୟ୍‌ବାଜି, ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ଆମ୍ୱେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ତନିୟନ୍‌ ଡେତେ; ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଆସନ୍‌ ମାଡ଼ିଞନ୍‌ ବବ୍‌ରିୟ୍‌ଡାଲେ ତିଆତେ ଲଲ୍ଲଡ୍‌ଲେ, ଆଙ୍ଗସୋଲେ, ଡବ୍‌ଲାଲେ, ଜନିରାଲୋଙ୍‌ବେନ୍‌ ତିୟ୍‌ତବେନ୍‌; ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଅଙ୍ଗା ଆ ତନରେଡ୍‌ଲୋଙ୍‌ ଏତରେଡ୍‌ତେ, ତି ଆ ତନରେଡ୍‌ଲୋଙ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଆସନ୍‌ ଆରି ତରେଡ୍‌ଲେ ତନିୟନ୍‌ ଡେତେ ।”
३८द्या म्हणजे तुम्हास दिले जाईल. चांगले माप दाबून, हालवून व शीग भरून तुमच्या पदरी घालतील कारण ज्या मापाने तुम्ही मापून द्याल त्याच मापाने तुम्हास परत मापून देण्यात येईल.”
39 ଜିସୁନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଅବୟ୍‌ ଅନବ୍‌ଜଙ୍‌ବରନ୍‌ ନିୟ୍‌ ବରେଞ୍ଜି, “କାଡ଼ୁମରନ୍‌ ଇନି କାଡ଼ୁମରନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ତୁରିୟ୍‌ଲେ ରପ୍ତିଏ ପଙ୍‌? ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଇନି ବାଗୁଞ୍ଜି ଲୋଓଙ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଅଃଗଲୋଏଜି ପଙ୍‌?
३९त्याने त्यांना एक दाखला सांगितला, “एक आंधळा दुसऱ्या आंधळ्याला मार्ग दाखवू शकेल काय? ते दोघेही खड्डयात पडणार नाहीत काय?
40 ଞନଙ୍‌ତିୟ୍‌ମରନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଞଙ୍‌ନେମରନ୍‌ ତୋଣ୍ଡୋନ୍‌ ତଡ୍‌; ବନ୍‌ଡ ଅଡ଼୍‌କୋ ଞଙ୍‌ନେମରଞ୍ଜି ସତଙ୍‌ଡାଲେ, ଆ ଞନଙ୍‌ତିୟ୍‌ମରନ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ଡେତଜି ।”
४०कोणताही शिष्य त्याच्या गुरुपेक्षा थोर नाही. पण प्रत्येक शिष्य जेव्हा पूर्ण शिकतो तेव्हा तो गुरुसारखाच होतो.
41 “ଆରି, ଇନିବା ବୋଞାଙ୍‌ନମ୍‌ ଆମଡ୍‌ଲୋଙ୍‌ ଆଗ୍ରସେମଡେନ୍‌ ଆ ଉମ୍ରି ଗିୟ୍‌ତେ, ବନ୍‌ଡ ଅଙ୍ଗା ଆଙ୍‌ସନିବ୍‌ ଅମଡ୍‌ଲୋଙ୍‌ନମ୍‌ ଡକୋ, ତିଆତେ ଗିୟ୍‌ଲେ ଅଃନ୍ନିୟମେ?
४१स्वतःच्या डोळ्यातील मुसळ ध्यानात न आणता तू आपल्या भावाच्या डोळ्यातील कुसळ का पाहतोस?
42 ଆମନ୍‌ ଅମଡ୍‌ଲୋଙ୍‌ନମ୍‌ ଡକୋନ୍‌ ଆଙ୍‌ସନିବ୍‌ ଏର୍‌ଗନିଜନ୍‌, ‘ଏ ବୋଞାଙ୍‌, ୟାଆ, ଅମଡ୍‌ଲୋଙ୍‌ନମ୍‌ ଆ ଉମ୍ରି ତବ୍‌ତାୟ୍‌,’ ଗାମ୍‌ଲେ ଏଙ୍ଗାଡାଲେ ବୋଞାଙ୍‌ବେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବର୍ରେ ରପ୍ତିତେ? ଏ ଇସ୍କତ୍ତାମର୍‌, ଆମ୍ମୁଙ୍‌ ଅମଡ୍‌ଲୋଙ୍‌ନମ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଆଙ୍‌ସନିବନ୍‌ ତବା, ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ବୋଞାଙ୍‌ନମ୍‌ ଆମଡ୍‌ଲୋଙ୍‌ ଡକୋନ୍‌ ଆ ଉମ୍ରି ତବ୍‌ତବନ୍‌ ଆସନ୍‌ ମନଙ୍‌ ଗିୟ୍‌ଲେ ରପ୍ତିତେ ।”
४२अथवा तू आपल्या डोळ्यातले मुसळ न पाहता आपल्या भावाला कसे म्हणशील की, भाऊ, तुझ्या डोळ्यातले कुसळ मला काढू दे? अरे ढोंग्या, प्रथम तुझ्या डोळ्यातील मुसळ काढ मगच तुला तुझ्या भावाच्या डोळ्यातील कुसळ काढताना चांगले दिसेल.”
43 “ମନଙ୍‌ ଅରାନୁବନ୍‌ ମନଙ୍‌ତଡନ୍‌ ଆଜ ଅଃନ୍ନଜଏ, ଆରି ମନଙ୍‌ତଡନ୍‌ ଆରାନୁବ୍‌ ମନଙ୍‌ ଜଅନ୍‌ ଅଃନ୍ନଜଏ ।
४३कोणतेही चांगले झाड नाही की जे वाईट फळ देते किंवा कोणतेही वाईट झाड नाही की जे चांगले फळ देते.
44 ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋ ଅରାନୁବନ୍‌ ଆଜନ୍‌ ଗିୟ୍‌ଲେ ଅମ୍ମଡ୍‌ତବୋ, ଅବ୍ବାନୁବନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଲୁଆଜନ୍‌ ଅଃର୍ରୋଡେଜି, ଆରି କିନ୍‌ରେଙ୍‌ଅବ୍ବାଙନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଦ୍ରାକ୍ୟାଜନ୍‌ ଅଃର୍ରୋଡେଜି ।
४४कारण प्रत्येक झाड हे त्याच्या फळावरुन ओळखले जाते. लोक काटेरी झुडुपातून अंजीरे गोळा करीत नाहीत तसेच काटेरी झुडुपातून ते द्राक्षे गोळा करीत नाहीत.
45 ମନଙ୍‌ମରନ୍‌ ମନଙ୍‌ ଡରକ୍କୋସିଂ ଆ ଉଗରନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ମନଙନ୍‌ଆତେଜି ଅମ୍‌ଡୁଙ୍‌ତାୟ୍‌, ଆରି ମନଙ୍‌ତଡନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରା ଏର୍‌ମନଙ୍‌ ଡରକ୍କୋସିଂ ଆ ଉଗରନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଏର୍‌ମନଙନ୍‌ଆତେଜି ଅମ୍‌ଡୁଙ୍‌ତାୟ୍‌; ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଉଗରନ୍‌ ଆ ବରିୟ୍‌ଲୋଙ୍‌ ତଅଡନ୍‌ ବର୍ନେନ୍‌ ବର୍ତନେ ।”
४५चांगला मनुष्य त्याच्या अंतःकरणात ज्या चांगल्या गोष्टी साठवलेल्या असतात त्याच काढतो आणि दुष्ट मनुष्य त्याच्या अंतःकरणात जे वाईट आहे तेच बाहेर काढतो कारण अंतःकरणात जे भरले आहे तेच मुखावाटे निघणार.
46 “ଆରି, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଇନିବା ଞେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ‘ପ୍ରବୁ, ପ୍ରବୁ,’ ଗାମ୍‌ଲେ ଏଓଡ୍ଡେତିଁୟ୍‌, ବନ୍‌ଡ ବର୍ନେଞେନ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ଏଃଞଣ୍ଡ୍ରମ୍‌ନେ?
४६“तुम्ही मला ‘प्रभू, प्रभू,’ म्हणता, पण जे मी सांगतो ते तुम्ही का करीत नाही?
47 ଆନା ଅମଙ୍‌ଞେନ୍‌ ଇୟ୍‌ଲେ ବର୍ନେଞେନ୍‌ ଅମ୍‌ଡଙ୍‌ଡାଲେ ତିଆତେଜି ଞଣ୍ଡ୍ରମ୍‌ତନେ, ଆନିନ୍‌ ଆନା ଅନ୍ତମ୍‌, ତିଆତେ ଞେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଅବ୍‌ଜନାତବେନ୍‌ ।
४७प्रत्येकजण जो माझ्याकडे येतो व माझी वचने ऐकून त्या आज्ञा पाळतो तो कसा आहे हे मी तुम्हास दाखवितो.
48 ଆନିନ୍‌ ଏନ୍ନେଗୋ ଅବୟ୍‌ ଗୁସିଂମରନ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌, ଆନିନ୍‌ ଜରୁଡମ୍‌ ଅମ୍ମେଲେ ଗାୟ୍‌ଲେ, ତୋଣ୍ଡୋ ଅରେଙନ୍‌ ଜିମ୍ମିନ୍‌ ତମ୍ମିଜେନ୍‌; ଆରି, ରିଙ୍ଗେତିରନ୍‌ ଆରଡ଼ୋଲାଞନ୍‌, ସିନ୍‌ସାଡାନ୍‌ ତି ଆସିଂ ଆକ୍ରାନ୍‌ ଇୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ତଙ୍‌ଞାଏ, ବନ୍‌ଡ ତିଆତେ ଅଃଗୋଙ୍‌ଲୋ, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ତିଆତେ ମନଙ୍‌ଡମ୍‌ ଆଗୁଗୁ ଡକୋଏନ୍‌ ।
४८तो एका घर बांधणाऱ्या मनुष्यासारखा आहे. त्याने खोल खोदले आणि खडकावर पाया बांधला. मग पूर आला आणि पाण्याचा लोंढा घरावर आदळला, पण पाण्याने ते हलले नाही, कारण ते चांगले बांधले होते.
49 ବନ୍‌ଡ ଆନା ବର୍ନେନ୍‌ ଅମ୍‌ଡଙ୍‌ଡାଲେ ତିଆତେ ଅଃଞଣ୍ଡ୍ରମ୍‌ନେ, ଆନିନ୍‌ ଜିମ୍ମିନ୍‌ ଏର୍‌ତନମ୍ମିଜନ୍‌ ତୋଣ୍ଡୋ ଲବନ୍‌ ଅସିଙନ୍‌ ଆଗ୍ରୁଏନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରା ଅନ୍ତମ୍‌ ଡେତେ, ତି ଆସିଂ ସିନ୍‌ସାଡାନ୍‌ ଆକ୍ରାନ୍‌ ଆତ୍ରଙ୍‌ଞାଏନ୍‌, ସିଲତ୍ତେମା ତିଆତେ ଗୋଙେନ୍‌ ଆରି ତି ଆନସେଡନ୍‌ ବରନ୍ତଙ୍‌ଡାନ୍‌ ଡେଏନ୍‌ ।”
४९पण जो कोणी माझी वचने ऐकतो पण ती पाळीत नाही तो ज्याने आपले घर पाया न घालता जमिनीवर बांधले त्या मनुष्यासारखा आहे, त्या घरावर पाण्याचा लोंढा आदळला आणि ते लागलेच पडले व त्या घराचा मोठा नाश झाला.”

< ଲୁକ 6 >