< रोमियों 1 >

1 पौलुस की ओर से जो यीशु मसीह का दास है, और प्रेरित होने के लिये बुलाया गया, और परमेश्वर के उस सुसमाचार के लिये अलग किया गया है
ପାଓଲନ୍‌, ଜିସୁ କ୍ରିସ୍ଟନ୍‌ ଆ କାବ୍ବାଡ଼ାମର୍‌ ଆରି ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ମନଙ୍‌ବର୍‌ ଅନପ୍ପୁଙ୍‌ବରନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଅନାପ୍ପାୟ୍‌ ଞଙ୍‌ନେମର୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ଅନୋଡ୍ଡେନ୍‌ ଡେଏନ୍‌ ।
2 जिसकी उसने पहले ही से अपने भविष्यद्वक्ताओं के द्वारा पवित्रशास्त्र में,
ଡରମ୍ମ ସାସ୍ତ୍ରଲୋଙନ୍‌ ଆଇଡିଡନ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ମନଙ୍‌ବରନ୍‌ ଅନପ୍ପୁଙ୍‌ବରନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆମ୍ମୁଙ୍‌ ମା ପୁର୍ବାଃତେ ବର୍ନେମରଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ ବାସାଲନ୍‌ ।
3 अपने पुत्र हमारे प्रभु यीशु मसीह के विषय में प्रतिज्ञा की थी, जो शरीर के भाव से तो दाऊद के वंश से उत्पन्न हुआ।
କେନ୍‌ଆତେ ଆ ଡାଙ୍ଗଡ଼ାଅନନ୍‌ ଆ ବର୍ନେ, ପ୍ରବୁ ଜିସୁ କ୍ରିସ୍ଟଲେନ୍‌ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଅନ୍ତମ୍‌ ଦାଉଦନ୍‌ ଆ କେଜ୍ଜାଲୋଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଜନମ୍ମୁ ଡେଏନ୍‌;
4 और पवित्रता की आत्मा के भाव से मरे हुओं में से जी उठने के कारण सामर्थ्य के साथ परमेश्वर का पुत्र ठहरा है।
ବନ୍‌ଡ ମଡ଼ିର୍‌ ପୁରାଡ଼ାଲୋଙନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ ଆରବୁମରଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ବୋର୍ସାନ୍‌ ବାତ୍ତେ ୟର୍ମେଙ୍‌ଲେ ଡୋଲନ୍‌ କି ଆନିନ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ଡାଙ୍ଗଡ଼ାଅନ୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ଅନମ୍ମଡନ୍‌ ଡେଏନ୍‌ ।
5 जिसके द्वारा हमें अनुग्रह और प्रेरिताई मिली कि उसके नाम के कारण सब जातियों के लोग विश्वास करके उसकी मानें,
ଅଡ଼୍‌କୋ ଜାତିନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରାଜି ଜିସୁ କ୍ରିସ୍ଟନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଡର୍ରନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ମାନ୍ନେଏତଜି ଗାମ୍‌ଲେ ମନଙ୍‌ବରନ୍‌ ଅନବ୍‌ଜନାନ୍‌ ଆସନ୍‌, ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଞେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଆନାପ୍ପାୟ୍‌ ଞଙ୍‌ନେମର୍‌ ଅମ୍ମେଲେ ମନଙ୍‌ବରନ୍‌ ଅନପ୍ପୁଙ୍‌ବରନ୍‌ ଆସନ୍‌ ରୟଙନ୍‌ ତିୟ୍‌ଲିଁୟ୍‌ ।
6 जिनमें से तुम भी यीशु मसीह के होने के लिये बुलाए गए हो।
ରୋମ୍‌ ଡେସାଲୋଙନ୍‌ ଆଡ୍ରକୋତଞ୍ଜି ଆ ମନ୍‌ରାଜି, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ନିୟ୍‌ ଜିସୁ କ୍ରିସ୍ଟନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ସନଣ୍ଡୋଙନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଅନୋଡ୍ଡେନ୍‌ ଡେଲବେନ୍‌ ।
7 उन सब के नाम जो रोम में परमेश्वर के प्यारे हैं और पवित्र होने के लिये बुलाए गए हैं: हमारे पिता परमेश्वर और प्रभु यीशु मसीह की ओर से तुम्हें अनुग्रह और शान्ति मिलती रहे।
ରୋମ୍‌ ଡେସାଲୋଙନ୍‌ ଆଡ୍ରକୋତଞ୍ଜି ଆ ମନ୍‌ରାଜି ଆନାଜିଆଡଙ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଡୁଙ୍‌ୟମ୍‌ତଜି ଆରି ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆରୋଡ୍ଡେନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରାଜି ଆସନ୍‌ କେନ୍‌ ସିଟିନ୍‌ ଇଡ୍‌ତାୟ୍‌ । ଆପେୟ୍‌ ଇସ୍ୱରଲେନ୍‌ ଡ ପ୍ରବୁ ଜିସୁ କ୍ରିସ୍ଟନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ସନାୟୁମନ୍‌ ଡ ସନୟୁନ୍‌ ଅମଙ୍‌ବେନ୍‌ ଅଡ଼ୋଆୟ୍‌ତୋ ।
8 पहले मैं तुम सब के लिये यीशु मसीह के द्वारा अपने परमेश्वर का धन्यवाद करता हूँ, कि तुम्हारे विश्वास की चर्चा सारे जगत में हो रही है।
ଅବ୍ବାମ୍ମୁଙ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ବେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଇସ୍ୱରଞେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଜିସୁ କ୍ରିସ୍ଟନ୍‌ ଆଞୁମ୍‌ଲୋଙ୍‌ ସେଙ୍କେତାୟ୍‌, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଡର୍ନେମର୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ପୁର୍ତିନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରାଜି ଜନାଏଞ୍ଜି ।
9 परमेश्वर जिसकी सेवा मैं अपनी आत्मा से उसके पुत्र के सुसमाचार के विषय में करता हूँ, वही मेरा गवाह है, कि मैं तुम्हें किस प्रकार लगातार स्मरण करता रहता हूँ,
ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ଇସ୍ସୁମ୍‌ ଡକୋଏନ୍‌ ଡେନ୍‌ ଏଙ୍ଗାଲେଜନଙ୍‌ ଞେନ୍‌ ଅମଙ୍‌ବେନ୍‌ ଅନିୟନ୍‌ ଆସନ୍‌ ରୟଙନ୍‌ ଞାଙ୍‌ତାୟ୍‌,
10 १० और नित्य अपनी प्रार्थनाओं में विनती करता हूँ, कि किसी रीति से अब भी तुम्हारे पास आने को मेरी यात्रा परमेश्वर की इच्छा से सफल हो।
ତିଆସନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଅଞୁମ୍‌ବେନ୍‌ ଇଡ୍‌ଲେ ଡିତାନ୍‌ ପାର୍ତନାତନାୟ୍‌; ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ପୁରାଡ଼ାଞେନ୍‌ ତିୟ୍‌ଲେ ଆ ଡାଙ୍ଗଡ଼ାଅନନ୍‌ ଆନପ୍ପୁଙ୍‌ବର୍‌ ଆ କାବ୍ବାଡ଼ା ଲୁମ୍‌ତାୟ୍‌, ଆନିନ୍‌ ତୁମ୍‌ ଞେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ସାକିନ୍‌ ଡକୋ ।
11 ११ क्योंकि मैं तुम से मिलने की लालसा करता हूँ, कि मैं तुम्हें कोई आत्मिक वरदान दूँ जिससे तुम स्थिर हो जाओ,
ଅମଙ୍‌ବେନ୍‌ ଇୟ୍‌ଲେ ଞେନ୍‌ ଞରାଙ୍‌ଲାଞନ୍‌ ଆ ପୁରାଡ଼ା ଆ ତନିୟ୍‌ତିୟ୍‌ଜି ଆମ୍ବେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଅବ୍‌ଜନାଲେ ଡର୍ନେବେଞ୍ଜି ରବ୍‌ଡୋତାୟ୍‌, କେନ୍‌ଆତେ ଇସ୍ସୁମ୍‌ଞେନ୍‌ ଡକୋ ।
12 १२ अर्थात् यह, कि मैं तुम्हारे बीच में होकर तुम्हारे साथ उस विश्वास के द्वारा जो मुझ में, और तुम में है, शान्ति पाऊँ।
ଡର୍ନେବେନ୍‌ ଡ ଡର୍ନେଞେନ୍‌ ବାତ୍ତେ ଆମ୍ବେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଡର୍ନେଲୋଙନ୍‌ ରବ୍‌ଡୋଲେ ରପ୍ତିତବୋ ।
13 १३ और हे भाइयों, मैं नहीं चाहता कि तुम इससे अनजान रहो कि मैंने बार बार तुम्हारे पास आना चाहा, कि जैसा मुझे और अन्यजातियों में फल मिला, वैसा ही तुम में भी मिले, परन्तु अब तक रुका रहा।
ଏ ବୋଞାଙ୍‌ଜି, ତନାନ୍‌ଜି ଅମଙ୍‌ବେନ୍‌ ଅନିୟନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଗୋଗୋୟ୍‌ ତର ଇସ୍ସୁମ୍‌ଲାୟ୍‌, ବନ୍‌ଡ ଡନଙ୍‌ଡଙନ୍‌ ଆଡ୍ରକୋଏନ୍‌ ଆସନ୍‌ ନମିନ୍ତାନ୍‌ ଇୟ୍‌ଲେ ଅଃର୍ରପ୍ତିଆୟ୍‌ । ଏର୍‌ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ରେଙ୍‌ ନିୟ୍‌ ମନଙ୍‌ବରନ୍‌ ଅପ୍ପୁଙ୍‌ବର୍ରେ ଞେନ୍‌ ମନଅଁଞନ୍‌ ଞାଙ୍‌ଲାୟ୍‌, ଅମଙ୍‌ବେନ୍‌ ନିୟ୍‌ ଏତ୍ତେଗନ୍‌ ଲନୁମ୍‌ନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଇସ୍ସୁମ୍‌ତାୟ୍‌ ।
14 १४ मैं यूनानियों और अन्यभाषियों का, और बुद्धिमानों और निर्बुद्धियों का कर्जदार हूँ।
ଗ୍ରିକ୍‌ମର୍‌ ଡେଏତୋ କି ବର୍ବରମର୍‌ ଡେଏତୋ, ଆପଡ଼େନେମର୍‌ ଡେଏତୋ କି ଏର୍‌ପଡ଼େନେମର୍‌ ଡେଏତୋ, ଅଡ଼୍‌କୋ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ ଞେନ୍‌ ଲନୁମ୍‌ନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ରୟଙନ୍‌ ଞାଙ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
15 १५ इसलिए मैं तुम्हें भी जो रोम में रहते हो, सुसमाचार सुनाने को भरसक तैयार हूँ।
ତିଆସନ୍‌ ଏ ରୋମ୍‌ ଡେସାବାଜି ଅମଙ୍‌ବେନ୍‌ ନିୟ୍‌ ଞେନ୍‌ ମନଙ୍‌ବରନ୍‌ ଅନପ୍ପୁଙ୍‌ବରନ୍‌ ସାୟ୍‌ତାୟ୍‌ ।
16 १६ क्योंकि मैं सुसमाचार से नहीं लजाता, इसलिए कि वह हर एक विश्वास करनेवाले के लिये, पहले तो यहूदी, फिर यूनानी के लिये, उद्धार के निमित्त परमेश्वर की सामर्थ्य है।
ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ମନଙ୍‌ବରନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଅଃଗରଜିଁୟ୍‌, ଆନାଜି ଡର୍ତଞ୍ଜି ତି ଅଡ଼୍‌କୋଞ୍ଜି ଅନୁରନ୍‌ ତନିୟନ୍‌ ଆସନ୍‌ କେନ୍‌ଆତେ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ବୋର୍ସା, ଆମ୍ମୁଙ୍‌ ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ଆସନ୍‌ ତିକ୍କି ଏର୍‌ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ଆସନ୍‌ ନିୟ୍‌ ।
17 १७ क्योंकि उसमें परमेश्वर की धार्मिकता विश्वास से और विश्वास के लिये प्रगट होती है; जैसा लिखा है, “विश्वास से धर्मी जन जीवित रहेगा।”
ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଏଙ୍ଗାଡାଲେ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଡରମ୍ମମର୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ଜନାଲଙ୍‌ନେ, କେନ୍‌ ଆ ତଙରନ୍‌ ତେତ୍ତେ ଅବ୍‌ରାଙ୍‌ଡାଏନ୍‌ । ଅନୁରନ୍‌ ଆଞନାଙ୍‌ ଆସନ୍‌ ଉନେନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଅନବ୍‌ସୁଜ୍ଜେନ୍‌ ଜାୟ୍‌ ଆବୟନ୍‌ ତଙରନ୍‌ ଡକୋ, ତିଆତେ ଡର୍ନେନ୍‌ । ଡରମ୍ମ ସାସ୍ତ୍ରନ୍‌ ଗାମ୍‌ତେ; “ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆଗନିୟ୍‌ଗିୟ୍‌ଲୋଙ୍‌ ଡର୍ନେନ୍‌ ବାତ୍ତେ ଆନା ଡରମ୍ମମର୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ରାଙ୍‌ଡାତେ, ଆନିନ୍‌ ଅମେଙ୍‌ତେ ।”
18 १८ परमेश्वर का क्रोध तो उन लोगों की सब अभक्ति और अधर्म पर स्वर्ग से प्रगट होता है, जो सत्य को अधर्म से दबाए रखते हैं।
ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଅଙ୍ଗା ମନ୍‌ରାଜି ଇର୍ସେ କାବ୍ବାଡ଼ାନ୍‌ ବାତ୍ତେ ଆଜାଡ଼ିନ୍‌ ଆ ବର୍ନେଜି ସଙ୍ଗତ୍ତାତଜି, ଆନିଞ୍ଜି ଆସନ୍‌ ରୁଆଙନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ବନ୍‌ଡ୍ରାବ୍‌ ଗିୟ୍‌ତାତେ;
19 १९ इसलिए कि परमेश्वर के विषय का ज्ञान उनके मनों में प्रगट है, क्योंकि परमेश्वर ने उन पर प्रगट किया है।
ତିଆସନ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ବର୍ନେ ଇନିଜି ଜନନାନ୍‌ ଡକୋ ତିଆତେ ଆନିଞ୍ଜି ଆଜନାଜି, ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଡମ୍‌ କେନ୍‌ଆତେ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଅବ୍‌ଜନାଏଞ୍ଜି ।
20 २० क्योंकि उसके अनदेखे गुण, अर्थात् उसकी सनातन सामर्थ्य और परमेश्वरत्व, जगत की सृष्टि के समय से उसके कामों के द्वारा देखने में आते हैं, यहाँ तक कि वे निरुत्तर हैं। (aïdios g126)
ଇସ୍ୱରନ୍‌ ପୁର୍ତିନ୍‌ ଆଗ୍ରବ୍‌ଡେଲେନ୍‌ ସିଲଡ୍‌, ଅଃଗିୟ୍‌ତାଏନ୍‌ ଆ ଗୁନଜି, ମଡ଼ିର୍‌ ପୁରାଡ଼ାନ୍‌ ଡ ଅଃନ୍ନଞିଡେନ୍‌ ଆ ବୋର୍ସା ମନଙ୍‌ ଅବ୍‌ଗିୟ୍‌ତାଏନ୍‌; ଆ ଗନବ୍‌ଡେଲଞ୍ଜି ଗିୟ୍‌ଲେ ଜନାଲେ ରପ୍ତିତବୋ, ତିଆସନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଜନା ତଡ୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ବର୍ରନ୍‌ ଅଃର୍ରପ୍ତିଏଜି । (aïdios g126)
21 २१ इस कारण कि परमेश्वर को जानने पर भी उन्होंने परमेश्वर के योग्य बड़ाई और धन्यवाद न किया, परन्तु व्यर्थ विचार करने लगे, यहाँ तक कि उनका निर्बुद्धि मन अंधेरा हो गया।
ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଜନାଡାଲେ ନିୟ୍‌ ଇସ୍ୱର ଗାମ୍‌ଲେ ଆନିଞ୍ଜି ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅଃମ୍ମାନ୍ନେଲଜି କି ଅଃସେଙ୍କେଲଜି । ଆର୍ପାୟ୍‌ ଆନିଃୟମଞ୍ଜି ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ମନଙ୍‌ ତଡ୍‌ ଆରି ଅଃଜ୍ଜନାଏଞ୍ଜି ଆନିଃୟମ୍‌ ଲୋଙଡ୍ଡମ୍‌ ଡେଏନ୍‌ ।
22 २२ वे अपने आपको बुद्धिमान जताकर मूर्ख बन गए,
ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ ବୁଡ୍ଡିମର୍‌ଜି ଗାମ୍‌ଡମ୍‌ଲଞ୍ଜି, ବନ୍‌ଡ ଆନିଞ୍ଜି ଏର୍‌ବୁଡ୍ଡିମର୍‌ଜି ଡେଏଞ୍ଜି;
23 २३ और अविनाशी परमेश्वर की महिमा को नाशवान मनुष्य, और पक्षियों, और चौपायों, और रेंगनेवाले जन्तुओं की मूरत की समानता में बदल डाला।
ଆରି ଅଃର୍ରବୁଏନ୍‌ ଆ ଇସ୍ୱର ଏର୍‌ସନେଙ୍କେନ୍‌ ଆର୍ପାୟ୍‌ ଆର୍ରବୁତେନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରା, ଜନ୍ତୁନ୍‌, ଅନ୍ତିଡନ୍‌ ଡ କିମ୍ପୋଙନ୍‌ ବାତ୍ତେ ଆତ୍ରଙିୟ୍‌ତଞ୍ଜି ଉଞ୍ଜି ଅଜଙନ୍‌ ଡକୋନ୍‌ ଆ ଜନ୍ତୁଜି ଅନ୍ତମ୍‌ କୋଙ୍‌ଡାଜନ୍‌ ତୁବ୍‌ଲେ ପୁରେଞ୍ଜି ।
24 २४ इस कारण परमेश्वर ने उन्हें उनके मन की अभिलाषाओं के अनुसार अशुद्धता के लिये छोड़ दिया, कि वे आपस में अपने शरीरों का अनादर करें।
ଆନିଞ୍ଜି ରମ୍ମଙ୍‌ ରମ୍ମଙ୍‌ ଇର୍ସେ କାବ୍ବାଡ଼ାରେଙନ୍‌ ମଗାଡେଞ୍ଜି, ତିଆସନ୍‌ ତର୍ଡମ୍‌ ଗରନ୍‌ରଜନ୍‌ ଆ କାବ୍ବାଡ଼ାଜି ଲୁମେତଜି ଗାମ୍‌ଲେ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଅମ୍‌ରେଙ୍‌ସାଡେଞ୍ଜି ।
25 २५ क्योंकि उन्होंने परमेश्वर की सच्चाई को बदलकर झूठ बना डाला, और सृष्टि की उपासना और सेवा की, न कि उस सृजनहार की जो सदा धन्य है। आमीन। (aiōn g165)
ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଆଜାଡ଼ି ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଅଃଜ୍ଜାଲଜି, ଆର୍ପାୟ୍‌ କନଣ୍ଡାୟନ୍‌ ଜାଏଞ୍ଜି, ଆରି ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆଗ୍ରବ୍‌ଡେଲେନ୍‌ଆତେ ପୁରେଞ୍ଜି ଆରି ସେବାଏଞ୍ଜି, ଗନବ୍‌ଡେଲ୍‌ମର୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅଃପ୍ପୁର୍ରଜି, ତିଆସନ୍‌ ଆଏଡ଼ର୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ସନେଙ୍କେନ୍‌ ଡେଏତୋ । ଆମେନ୍‌ । (aiōn g165)
26 २६ इसलिए परमेश्वर ने उन्हें नीच कामनाओं के वश में छोड़ दिया; यहाँ तक कि उनकी स्त्रियों ने भी स्वाभाविक व्यवहार को उससे जो स्वभाव के विरुद्ध है, बदल डाला।
କେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଗରନ୍‌ରଜନ୍‌ ଇର୍ସେ କାବ୍ବାଡ଼ାରେଙନ୍‌ ଆମ୍ରଗାଡେଞ୍ଜି ଆସନ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଅମ୍‌ରେଙେଞ୍ଜି, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆ ଡୁକ୍ରିଞ୍ଜି ମନଙ୍‌ କାବ୍ବାଡ଼ାନ୍‌ ଏର୍‌ଲନୁମନ୍‌ ମନଙ୍‌ତଡନ୍‌ ଆ କାବ୍ବାଡ଼ାଜି ଲୁମେଞ୍ଜି ।
27 २७ वैसे ही पुरुष भी स्त्रियों के साथ स्वाभाविक व्यवहार छोड़कर आपस में कामातुर होकर जलने लगे, और पुरुषों ने पुरुषों के साथ निर्लज्ज काम करके अपने भ्रम का ठीक फल पाया।
ଆରି, ଓବ୍ବାମରଞ୍ଜି ନିୟ୍‌ ଏତ୍ତେଗନ୍‌ ଆ ଡୁକ୍ରିଞ୍ଜି ସରିନ୍‌ ଏର୍‌ଡକୋନେନ୍‌, ଆନିଞ୍ଜିଡମ୍‌ ଆଇସ୍ସୁମଞ୍ଜି ବାତ୍ତେ ଓବ୍ବାମରନ୍‌ ଡ ଓବ୍ବାମରନ୍‌ ଗରନ୍‌ରୟ୍‌ଡାନ୍‌ ଆ କାବ୍ବାଡ଼ାଜି ଲୁମେଞ୍ଜି, ତିଆସନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଗରନ୍‌ରୟ୍‌ଡାନ୍‌ ଆ କାବ୍ବାଡ଼ାଜି ଆ ପନବ୍‌ରଡ୍‌ ଞାଙେଞ୍ଜି ।
28 २८ जब उन्होंने परमेश्वर को पहचानना न चाहा, तो परमेश्वर ने भी उन्हें उनके निकम्मे मन पर छोड़ दिया; कि वे अनुचित काम करें।
ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଆଜାଡ଼ି ବୁଡ୍ଡିନ୍‌ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଅଃଜ୍ଜାଲଜି ତିଆସନ୍‌, ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଅମ୍‌ରେଙେଞ୍ଜି, ଆରି ପରାନ୍‌ସାତ୍ତିନ୍‌ ଆନିଃୟମ୍‌ ବାତ୍ତେ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଅନ୍ତମ୍‌ ଅଃଞଣ୍ଡ୍ରମ୍‌ନେଜି ।
29 २९ वे सब प्रकार के अधर्म, और दुष्टता, और लोभ, और बैर-भाव से भर गए; और डाह, और हत्या, और झगड़े, और छल, और ईर्ष्या से भरपूर हो गए, और चुगलखोर,
ଆନିଞ୍ଜି ପେଲ୍ଲାନ୍‌, ଏର୍‌ମଡ଼ିରନ୍‌, ଲୋବନ୍‌, ଇସ୍କତ୍ତାନ୍‌, ସଙ୍ଗତ୍ତାନ୍‌, ରବ୍ବୁମରନ୍‌, ଅଲ୍‌ବାଡ୍ଡେନ୍‌, କନଣ୍ଡାୟନ୍‌ ଡ ମନଙ୍‌ତଡଞ୍ଜିଆତେ ଆବରିୟ୍‌;
30 ३० गपशप करनेवाले, निन्दा करनेवाले, परमेश्वर से घृणा करनेवाले, हिंसक, अभिमानी, डींगमार, बुरी-बुरी बातों के बनानेवाले, माता पिता की आज्ञा का उल्लंघन करनेवाले,
ଆନିଞ୍ଜି ନିଣ୍ଡୟ୍‌ବରନ୍‌, ଇସ୍ୱରନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅନେଡ଼ୁର୍‌ମଡନ୍‌, ମନେଡ୍ଡେନ୍‌, ଅବ୍‌ସୋଡ଼ାଡମ୍‌ନେନ୍‌, କଙ୍କ୍ରିନ୍‌, ପରାନ୍‌ସାତ୍ତି କାବ୍ବାଡ଼ାନ୍‌ ଲନୁମନ୍‌, ଆନିଞ୍ଜି ଆପେୟନ୍‌ ଡ ଆୟୋଙଞ୍ଜି ଆ ବର୍ନେ ଅଃମ୍ମାନ୍ନେଏଜି;
31 ३१ निर्बुद्धि, विश्वासघाती, स्वाभाविक व्यवहार रहित, कठोर और निर्दयी हो गए।
ଅଃଗନ୍‌ଲୁଡେଜି, ବନାଁୟ୍‌ବରନ୍‌ ଅଃମ୍ମାନ୍ନେଏଜି, ଆମଙଞ୍ଜି ଡନୁଙ୍‌ୟମନ୍‌ ଅବୟ୍‌ ତଡ୍‌ ଆରି ଆନ୍ନାମରଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ କାନକାରମ୍‌ ଅଃଗାମେଜି ।
32 ३२ वे तो परमेश्वर की यह विधि जानते हैं कि ऐसे-ऐसे काम करनेवाले मृत्यु के दण्ड के योग्य हैं, तो भी न केवल आप ही ऐसे काम करते हैं वरन् करनेवालों से प्रसन्न भी होते हैं।
ଆନିଞ୍ଜି ଜନାଜି ଆରି ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ବନାଁୟ୍‌ବର୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ଏନ୍ନେଗନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରାଜି ରନବୁନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଅଃନ୍ନଡ଼ୁରେଜି, କେନ୍‌ଆତେ ଆନିଞ୍ଜି ଜନାଏଞ୍ଜି, ଡେଲୋଜନଙ୍‌ଡେନ୍‌ ଏର୍‌ମଡ଼ିର୍‌ କାବ୍ବାଡ଼ାନ୍‌ ଲୁମ୍‌ତଜି ଆରି ଏନ୍ନେଗନ୍‌ ଆ କାବ୍ବାଡ଼ା ଆର୍‌ଲୁମ୍‌ତେଞ୍ଜି ଆ ମନ୍‌ରାଜି ଆମଙ୍‌ ଡନେତଜି ।

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