< प्रकाशित वाक्य 21 >

1 फिर मैंने नये आकाश और नई पृथ्वी को देखा, क्योंकि पहला आकाश और पहली पृथ्वी जाती रही थी, और समुद्र भी न रहा।
ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଅବୟ୍‌ ରଙ୍‌ ରୁଆଙନ୍‌ ଡ ରଙ୍‌ ପୁର୍ତିନ୍‌ ଗିୟ୍‌ଲାୟ୍‌, ଆମ୍ମୁଙ୍‌ ଆ ରୁଆଙ୍‌ ଡ ଆମ୍ମୁଙ୍‌ ଆ ପୁର୍ତି ମାୟାଏନ୍‌, ଆରି ସମେଁୟ୍‌ଣ୍ଡ୍ରାନ୍‌ ଅଃର୍ରାଙ୍‌ଡାଲୋ ।
2 फिर मैंने पवित्र नगर नये यरूशलेम को स्वर्ग से परमेश्वर के पास से उतरते देखा, और वह उस दुल्हन के समान थी, जो अपने दुल्हे के लिये श्रृंगार किए हो।
ଆରି ଅବୟ୍‌ ମଡ଼ିର୍‌ ଗଡ଼ାନ୍‌, ରଙ୍‌ ଜିରୁସାଲମନ୍‌, ବରନ୍‌ ଆସନ୍‌ ସଜ୍ଜଡାଲନ୍‌ କନ୍ୟାନ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ରୁଆଙନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ପୁର୍ତିଲୋଙନ୍‌ ଆପ୍ରଡ୍‌ଲନାଞନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଗିୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
3 फिर मैंने सिंहासन में से किसी को ऊँचे शब्द से यह कहते हुए सुना, “देख, परमेश्वर का डेरा मनुष्यों के बीच में है; वह उनके साथ डेरा करेगा, और वे उसके लोग होंगे, और परमेश्वर आप उनके साथ रहेगा; और उनका परमेश्वर होगा।
ଆରି କୁର୍ସିଲୋଙନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଅବୟ୍‌ ସୋଡ଼ା ସର୍ରଙନ୍‌ ସଡ୍ଡାଏନ୍‌; “ଗିୟ୍‌ବା, ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ଡରକୋନେସିଂ ଡକୋ, ଆନିନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ସରିନ୍‌ ଡକୋତନ୍‌, ଆରି ଆନିଞ୍ଜି ଆ ମନ୍‌ରାଡମଞ୍ଜି ଡେତଜି, ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ସରିନ୍‌ ଡକୋତନ୍‌, ଆରି ଆନିନ୍‌ ଆ ଇସ୍ୱରଞ୍ଜି ଡେତେ ।
4 और वह उनकी आँखों से सब आँसू पोंछ डालेगा; और इसके बाद मृत्यु न रहेगी, और न शोक, न विलाप, न पीड़ा रहेगी; पहली बातें जाती रहीं।”
ଆରି, ଆନିନ୍‌ ଆମଡ୍ଡାଞ୍ଜି ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ଗଡ୍‌ତେ, ଆରି ତେତ୍ତେ ରନବୁନ୍‌, ଡୁକ୍କନ୍‌, ୟନେନ୍‌, ବମ୍ୱମ୍‌ନେନ୍‌, ଆରି ଇନ୍ନିଙ୍‌ ଅଃଡ୍ଡକୋଏ; ଆମ୍ମୁଙ୍‌ଆତେ ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ମାୟାଏନ୍‌ ।”
5 और जो सिंहासन पर बैठा था, उसने कहा, “मैं सब कुछ नया कर देता हूँ।” फिर उसने कहा, “लिख ले, क्योंकि ये वचन विश्वासयोग्य और सत्य हैं।”
ଆରି କୁର୍ସିଲୋଙନ୍‌ ଆତଙ୍କୁମନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରା ଗାମେନ୍‌, “ଗିୟ୍‌ବା, ଞେନ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ଆ ବର୍ନେ ରଙ୍‌ ଏମ୍ମେତାୟ୍‌ ।” ଆରି ଆନିନ୍‌ ଞେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବର୍ରିଁୟ୍‌, “କେନ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ଆ ବର୍ନେ ଇଡ୍‌ଲେ ଡକ୍କୋଆ, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ କେନ୍‌ଆତେ ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ଅରାସାନେଡମ୍‌ ଆରି ଆଜାଡ଼ିଡମ୍‌ ।”
6 फिर उसने मुझसे कहा, “ये बातें पूरी हो गई हैं। मैं अल्फा और ओमेगा, आदि और अन्त हूँ। मैं प्यासे को जीवन के जल के सोते में से सेंत-मेंत पिलाऊँगा।
ଆରି ଆନିନ୍‌ ଞେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବର୍ରିଁୟ୍‌, “ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ଆ କାବ୍ବାଡ଼ା ସୁଜ୍ଜେଏନ୍‌, ଞେନ୍‌ ଆମ୍ମୁଙ୍‌ ଆରି ଆତନିକ୍କି, ଉନେନ୍‌ ଡ ଅନବ୍‌ସୁଜ୍ଜେନ୍‌; ଆନା ଇର୍ଗାଲ୍‍ଡାତେ, ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅନମେଙ୍‌ ଡୁଙ୍‌ଡମ୍‌ନେଡାନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଗାଡାନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଡାଆନ୍‌ କାଜ୍ଜାନ୍‌ ତିୟ୍‌ତାୟ୍‌ ।
7 जो जय पाए, वही उन वस्तुओं का वारिस होगा; और मैं उसका परमेश्वर होऊँगा, और वह मेरा पुत्र होगा।
ଆନା ଜିନୟ୍‌ତେ, ଆନିନ୍‌ ଅମଙ୍‌ଞେନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ କେନ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ଞାଙ୍‌ତେ, ଞେନ୍‌ ଆ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଡେତାୟ୍‌, ଆରି ଆନିନ୍‌ ଅଅନ୍‌ଞେନ୍‌ ଡେତେ ।
8 परन्तु डरपोकों, अविश्वासियों, घिनौनों, हत्यारों, व्यभिचारियों, टोन्हों, मूर्तिपूजकों, और सब झूठों का भाग उस झील में मिलेगा, जो आग और गन्धक से जलती रहती है: यह दूसरी मृत्यु है।” (Limnē Pyr g3041 g4442)
ବନ୍‌ଡ ଆନାଜି ବନ୍ତଙିୟ୍‌, ଏର୍‌ଡର୍ନେ, ଏଡ଼ୁର୍‌ମଡ୍ଡାନ୍‌ ଆ କାବ୍ବାଡ଼ା ଲୁମ୍‌ତଜି, ସମ୍ୱବ୍‌ମର୍‌, ଜୋଣ୍ଡଡ଼ାନ୍‌, ତନେଜନ୍‌, ସନୁମ୍‍ପୁରନ୍‍ ଡ ପାତ୍ୟାମରନ୍‌, ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ମନଙ୍‌ତଡନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରାଜି ତଗୋନ୍‌ ଡ ଗନ୍ଦକନ୍‌ ଆଡୁଡୁନ୍‌ ଆ କୁଣ୍ଡଲୋଙ୍‌ ପନିଡନ୍‌ ଡେତେଜି, କେନ୍‌ଆତେ ମା ବାଗୁ ତର ରନବୁନ୍‌ ।” (Limnē Pyr g3041 g4442)
9 फिर जिन सात स्वर्गदूतों के पास सात अन्तिम विपत्तियों से भरे हुए सात कटोरे थे, उनमें से एक मेरे पास आया, और मेरे साथ बातें करके कहा, “इधर आ, मैं तुझे दुल्हन अर्थात् मेम्ने की पत्नी दिखाऊँगा।”
ଆରି, ଅଙ୍ଗା ପାଙ୍‌ଲଙ୍‌ବର୍‌ମର୍‌ଜି ସାତଜଣ ଆତନିକ୍କି ସାତଟା ରୋଗାନ୍‌ ଆବରିୟ୍‌ ସାତଟା ଗିଲ୍ଲନ୍‌ ଆଞମ୍‌ଞମ୍‌ ଡକୋଲଞ୍ଜି, ଆମଙ୍‌ଲୋଙଞ୍ଜି ସିଲଡ୍‌ ଅବୟ୍‌ନେ ଞେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଇୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ବରିଁୟ୍‌, “ତେନ୍ନେ ଜିରାୟ୍‌, ଞେନ୍‌ ତି କନ୍ୟାନ୍‌ ମେଣ୍ଡାଅନନ୍‌ ଆ ଡୁକ୍ରି ଆମନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅବ୍‌ତୁୟ୍‌ତମ୍‌ ।”
10 १० और वह मुझे आत्मा में, एक बड़े और ऊँचे पहाड़ पर ले गया, और पवित्र नगर यरूशलेम को स्वर्ग से परमेश्वर के पास से उतरते दिखाया।
ସିଲତ୍ତେ ଆନିନ୍‌ ଞେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ପୁରାଡ଼ାନ୍‌ ବାତ୍ତେ ଅବୟ୍‌ ସୋଡ଼ାଡମ୍‌ ଆରି ଡେଙ୍ଗାଡମନ୍‌ ଆ ବରୁଲୋଙ୍‌ ଓରୋଙ୍‌ଡାଲେ ମଡ଼ିର୍‌ ଗଡ଼ାନ୍‌ ଜିରୁସାଲମନ୍‌ ଅବ୍‌ତୁୟ୍‌ଲିଁୟ୍‌, ତିଆତେ ରୁଆଙନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ପଡ୍‌ଲନାୟ୍‌ ।
11 ११ परमेश्वर की महिमा उसमें थी, और उसकी ज्योति बहुत ही बहुमूल्य पत्थर, अर्थात् बिल्लौर के समान यशब की तरह स्वच्छ थी।
ତି ଆ ଗଡ଼ା ଆ ସନାଆର୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ସନାଆର୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ଡକୋଏନ୍‌; ତିଆତେ ମଡ଼ଗାଡମନ୍‌ ଆ ମଣି ଅନ୍ତମ୍‌ ଆରି ଇରାନ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ମଡ଼ିଡମ୍‌ ଗିୟ୍‌ତାଏନ୍‌ ।
12 १२ और उसकी शहरपनाह बड़ी ऊँची थी, और उसके बारह फाटक और फाटकों पर बारह स्वर्गदूत थे; और उन फाटकों पर इस्राएलियों के बारह गोत्रों के नाम लिखे थे।
ତେତ୍ତେ ଅବୟ୍‌ ସୋଡ଼ାଡମ୍‌ ଆରି ଡେଙ୍ଗାଡମ୍‌ ଆ କିନ୍ତାଲ୍‌ ଡକୋ, ତେତ୍ତେ ବାରଟା ସନଙନ୍‌ ଡକୋ, ତି ବାରଟା ସନଙ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ବାରଟା ପାଙ୍‌ଲଙ୍‌ବର୍‌ମରଞ୍ଜି ଡକୋଜି; ଆରି ତି ବାରଟା ସନଙ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ବାରଟା ଇସ୍ରାଏଲ୍‌ଅନଞ୍ଜି ବାରଟା କେଜ୍ଜାଞ୍ଜି ଆଞୁମ୍‌ ଆଇଡିଡ୍‌ ।
13 १३ पूर्व की ओर तीन फाटक, उत्तर की ओर तीन फाटक, दक्षिण की ओर तीन फाटक, और पश्चिम की ओर तीन फाटक थे।
ଡରୁଙ୍‌ୟୋଙ୍‌ଗଡ୍‌ ୟାଗି ସନଙନ୍‌, ଅର୍କାବଡ଼ିଗଡ୍‌ ୟାଗି ସନଙନ୍‌, ଅର୍ଜଡ଼ୋମ୍‌ଗଡ୍‌ ୟାଗି ସନଙନ୍‌, ବରୁବ୍‌ୟୋଙ୍‌ଗଡ୍‌ ୟାଗି ସନଙନ୍‌ ଡକୋ ।
14 १४ और नगर की शहरपनाह की बारह नींवें थीं, और उन पर मेम्ने के बारह प्रेरितों के बारह नाम लिखे थे।
ତି ଗଡ଼ାନ୍‌ ଆ କିନ୍ତାଲ୍‌ ବାରଟା ଜିମ୍ମି ଅରେଙ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଆତୁବ୍‌ତୁବ୍‌, ଆରି ତି ବାରଟା ଅରେଙ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ମେଣ୍ଡାଅନନ୍‌ ବାରଜଣ ଅନାପ୍ପାୟ୍‌ ଞଙ୍‌ନେମରଞ୍ଜି ଆଞୁମ୍‌ ଆଇଡିଡ୍‌ ଡକୋ ।
15 १५ जो मेरे साथ बातें कर रहा था, उसके पास नगर और उसके फाटकों और उसकी शहरपनाह को नापने के लिये एक सोने का गज था।
ଞେନ୍‌ ବୟନ୍‌ ଆକ୍ରଡାଡ଼ିଲନ୍‌ ଆ ପାଙ୍‌ଲଙ୍‌ବର୍‌ମର୍‌ ଆସିଲୋଙ୍‌ ଗଡ଼ାନ୍‌, ଅଡ଼୍‌କୋ ସନଙଞ୍ଜି ଡ କିନ୍ତାଲନ୍‌ ତନରେଡନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଅବୟ୍‌ ସୁନା ତନରେଡ୍ଡାଙନ୍‌ ଆଞମ୍‌ଞମ୍‌ ଡକୋଲନ୍‌ ।
16 १६ वह नगर वर्गाकार बसा हुआ था और उसकी लम्बाई, चौड़ाई के बराबर थी, और उसने उस गज से नगर को नापा, तो साढ़े सात सौ कोस का निकला: उसकी लम्बाई, और चौड़ाई, और ऊँचाई बराबर थी।
ଆରି, ଗଡ଼ାନ୍‌ ଉଞ୍ଜି କୁନେନ୍‌ ଆବସରିନ୍‌ ଡକୋ, ତିଆତେ ଡନେଙ୍ଗାନ୍‌ ଡ ଲନାଆଙନ୍‍ ଆବସରିନ୍‌ ଡକୋ, ଆନିନ୍‌ ତି ତନରେଡ୍ଡାଙନ୍‌ ବାତ୍ତେ ଗଡ଼ାନ୍‌ ଆତ୍ରରେଡେନ୍‌ ୨,୪୦୦ କିଲୋମିଟର୍‌ ଡେଏନ୍‌; ଆରି ଅରଣ୍ଡଡିନ୍‌ ଡନେଙ୍ଗାନ୍‌, ଲନାଆଙନ୍‍ ଡ ଅରଣ୍ଡଲ୍ଲୋ ଡନେଙ୍ଗାନ୍‌ ନିୟ୍‌ ଆବସରିନ୍‌ ଡକୋ ।
17 १७ और उसने उसकी शहरपनाह को मनुष्य के, अर्थात् स्वर्गदूत के नाप से नापा, तो एक सौ चौवालीस हाथ निकली।
ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ତି କିନ୍ତାଲନ୍‌ ଆତ୍ରରେଡେନ୍‌ ତିଆତେ ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଆ ତନରେଡ୍‌ ବାତ୍ତେ ବସଅ ବାକୁଡ଼ି ଉଞ୍ଜି ସନ୍ତି ଡେଏନ୍‌, ପାଙ୍‌ଲଙ୍‌ବର୍‌ମରନ୍‌ ମା ଏନ୍ନେଲେ ତରେଡେନ୍‌ ।
18 १८ उसकी शहरपनाह यशब की बनी थी, और नगर ऐसे शुद्ध सोने का था, जो स्वच्छ काँच के समान हो।
ଆରି, ଗଡ଼ାନ୍‌ ଆ କିନ୍ତାଲ୍‌ ମଣିନ୍‌ ବାତ୍ତେ ଆତୁବ୍‌ତୁବ୍‌, ଆରି ଗଡ଼ାନ୍‌ ମଡ଼ି କାଞ୍ଚନ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ମଡ଼ିଡମ୍‌, ସୁନାନ୍‌ ବାତ୍ତେ ଆତୁବ୍‌ତୁବ୍‌ ।
19 १९ उस नगर की नींवें हर प्रकार के बहुमूल्य पत्थरों से संवारी हुई थीं, पहली नींव यशब की, दूसरी नीलमणि की, तीसरी लालड़ी की, चौथी मरकत की,
ଗଡ଼ାନ୍‌ ଆ କିନ୍ତାଲ୍‌ ଆ ଜିମ୍ମିଅର୍‍ଲୋଙ୍‌ ମଡ଼ଗାଡମ୍‌ ମଣିଞ୍ଜି ଆବ୍‌ତଲ୍‌; ପର୍ତମ୍ମୁ ଜିମ୍ମିଅର୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଇରକ ମଣିନ୍‌, ବାଗୁଲୋଙନ୍‌ ନିଡ଼କାନ୍ତ ମଣିନ୍‌, ୟାଗିଲୋଙନ୍‌ ବିଦୁର୍ଜ ମଣିନ୍‌, ଉଞ୍ଜିଲୋଙନ୍‌ ମର୍କତ ମଣିନ୍‌,
20 २० पाँचवी गोमेदक की, छठवीं माणिक्य की, सातवीं पीतमणि की, आठवीं पेरोज की, नौवीं पुखराज की, दसवीं लहसनिए की, ग्यारहवीं धूम्रकान्त की, बारहवीं याकूत की थी।
ମନ୍‌ଲୟ୍‍ଲୋଙନ୍‌ ପୁଲକ ମଣିନ୍‌, ତୁଡ୍ରୁଲୋଙନ୍‌ ମାଣିକ ମଣିନ୍‌, ସାତଲୋଙନ୍‌ ପୁସ୍ପରାଗ ମଣିନ୍‌, ଆଟଲୋଙନ୍‌ ପିରୋଜ ମଣିନ୍‌, ନଲୋଙନ୍‌ ଗୋମେଦକ ମଣିନ୍‌, ଦସଲୋଙନ୍‌ ଲସୁନିଅ ମଣିନ୍‌, ଏଗାରଲୋଙନ୍‌ ଇନ୍ଦ୍ରନିଡ଼ ମଣିନ୍‌, ବାରଲୋଙନ୍‌ ଲଙିଡ୍‌ ମଣିନ୍‌ ଡକୋଏନ୍‌ ।
21 २१ और बारहों फाटक, बारह मोतियों के थे; एक-एक फाटक, एक-एक मोती का बना था। और नगर की सड़क स्वच्छ काँच के समान शुद्ध सोने की थी।
ବାରଟା ସନଙ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ବାରଟା ମୁକ୍ତାନ୍‌ ଡକୋ, ଡିଲେ ସନଙ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ତଙ୍‌ବୟ୍‌ ତଙ୍‌ବୟ୍‌ ମୁକ୍ତାନ୍‌ ବାତ୍ତେ ଆତୁବ୍‌ତୁବ୍‌, ଆରି ଗଡ଼ାନ୍‌ ଆ ତଙର୍‌ କାଞ୍ଚନ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ମଡ଼ି ସୁନାନ୍‌ ବାତ୍ତେ ଆତୁବ୍‌ତୁବ୍‌ ।
22 २२ मैंने उसमें कोई मन्दिर न देखा, क्योंकि सर्वशक्तिमान प्रभु परमेश्वर, और मेम्ना उसका मन्दिर हैं।
ଆରି, ଞେନ୍‌ ତି ଗଡ଼ାଲୋଙନ୍‌ ଇନ୍ନିଙ୍‌ ଆ ସରେବାସିଂ ଅଃଗିୟ୍‌ଲାୟ୍‌, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ବୋର୍ସା ପ୍ରବୁ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଡ ମେଣ୍ଡାଅନନ୍‌ ତେତ୍ତେ ଆ ସରେବାସିଂ ଅନ୍ତମ୍‌ ।
23 २३ और उस नगर में सूर्य और चाँद के उजियाले की आवश्यकता नहीं, क्योंकि परमेश्वर के तेज से उसमें उजियाला हो रहा है, और मेम्ना उसका दीपक है।
ଆରି, ଗଡ଼ାନ୍‌ ଅନବ୍‌ସାଆରନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଓୟୋଙନ୍‌ କି ଆଙ୍ଗାଜନ୍‌ ସନାୟ୍‌ସାୟ୍‌ ତଡ୍‌, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ଗନୁଗୁ ପନେମେଙ୍‌ ବାତ୍ତେ ତିଆତେ ଅବ୍‌ସାଆର୍‌ତେ, ଆରି ମେଣ୍ଡାଅନନ୍‌ ତେତ୍ତେ ଆ ପିଙ୍କ ଅନ୍ତମ୍‌ ।
24 २४ जाति-जाति के लोग उसकी ज्योति में चले-फिरेंगे, और पृथ्वी के राजा अपने-अपने तेज का सामान उसमें लाएँगे।
ସିଲତ୍ତେ ପୁର୍ତିଲୋଙନ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋ ଜାତିନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରାଜି ଆ ସନାଆରନ୍‌ ବାତ୍ତେ ତଙିୟ୍‌ତଞ୍ଜି, ଆରି ପୁର୍ତିନ୍‌ ଆ ରାଜାଜି ରମ୍ମଙ୍‌ ରମ୍ମଙ୍‌ ଆ ଗନୁଗୁ ପନେମେଙ୍‌ ତେତ୍ତେ ପାଙ୍‍ତାଜି ।
25 २५ उसके फाटक दिन को कभी बन्द न होंगे, और रात वहाँ न होगी।
ଆରି ଗଡ଼ାନ୍‌ ଆ ସନଙ୍‌ଜି ଆଏଡ଼ର୍‌ ଆରୋସାଡ୍‌ ଡକୋତନ୍‌, ସନଙଞ୍ଜି ତମ୍‌ବାନ୍‌ ଆଙ୍ଗିୟ୍‌ ଅଃନ୍ନିଙଡେଜି, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ତେତ୍ତେ ଆଙ୍ଗିୟ୍‌ ଅଃତ୍ତଗଲେ ।
26 २६ और लोग जाति-जाति के तेज और वैभव का सामान उसमें लाएँगे।
ଆରି ଅଡ଼୍‌କୋ ଜାତିନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରାଜି ଆ ଗନୁଗୁ ପନେମେଙଞ୍ଜି ଡ ମଇମାନ୍‌ କେନ୍‌ ଆ ଗଡ଼ାଲୋଙ୍‌ ପାଙ୍‍ତାଜି ।
27 २७ और उसमें कोई अपवित्र वस्तु या घृणित काम करनेवाला, या झूठ का गढ़नेवाला, किसी रीति से प्रवेश न करेगा; पर केवल वे लोग जिनके नाम मेम्ने की जीवन की पुस्तक में लिखे हैं।
ଆରି, ଇନ୍ନିଙ୍‌ ଏର୍‌ମଡ଼ିର୍‌ କି ଏଡ଼ୁର୍‌ମଡ୍ଡାନ୍‌ ଆ କାବ୍ବାଡ଼ା ଆର୍‌ଲୁମ୍‌ତେନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରା କି ପାତ୍ୟାମର୍‌ ଆନ୍ନିଙ୍‌ ତେତ୍ତେ ଗନ୍‌ଲେ ଅଃର୍ରପ୍ତିଏଜି; ଆନାଜି ଆଞୁମ୍‌ ମେଣ୍ଡାଅନନ୍‌ ଆନମେଙ୍‌ ବଇଲୋଙନ୍‌ ଆଇଡିଡ୍‌ ଡକୋ, ଆନିଞ୍ଜି ତୁମ୍‌ ଗନ୍‌ଲେ ରପ୍ତିତଜି ।

< प्रकाशित वाक्य 21 >