< मत्ती 23 >

1 तब यीशु ने भीड़ से और अपने चेलों से कहा,
ତି ଆ ବନେଡ଼ା ଜିସୁନ୍‌ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଡ ଆ ଞଙ୍‌ନେମରଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବରେଞ୍ଜି,
2 “शास्त्री और फरीसी मूसा की गद्दी पर बैठे हैं;
“ସାସ୍ତ୍ରିଞ୍ଜି ଡ ପାରୁସିଞ୍ଜି ମୋସାନ୍‌ ଆ ତରଙ୍କୁମେନ୍‌ ଆ କୁର୍ସିଲୋଙ୍‌ ଆତଙ୍କୁମ୍‌ଜି ।
3 इसलिए वे तुम से जो कुछ कहें वह करना, और मानना, परन्तु उनके जैसा काम मत करना; क्योंकि वे कहते तो हैं पर करते नहीं।
ତିଆସନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଇନିଜି ଆ ବର୍ନେଜି ଆମ୍ବେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବର୍ତବେଞ୍ଜି, ତିଆତେ ଲୁମ୍‌ବା ଆରି ଞଣ୍ଡ୍ରମ୍‌ନାବା, ବନ୍‌ଡ ଆନିଞ୍ଜି ଆର୍‌ଲୁମ୍‌ତେଞ୍ଜି ଅନ୍ତମ୍‌ ଏଲୁମ୍‌ଡଙ୍‌, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଞନଙନ୍‌ ତିୟ୍‌ତଜି, ବନ୍‌ଡ ଅଙ୍ଗାତେ ଞନଙନ୍‌ ତିୟ୍‌ତଜି ତିଅନ୍ତମ୍‌ ଅଃଞଣ୍ଡ୍ରମ୍‌ନେଜି ।
4 वे एक ऐसे भारी बोझ को जिनको उठाना कठिन है, बाँधकर उन्हें मनुष्यों के कंधों पर रखते हैं; परन्तु आप उन्हें अपनी उँगली से भी सरकाना नहीं चाहते।
ଆନିଞ୍ଜି ଲଗିନ୍‌ଡମନ୍‌ ଆ ବିଡ଼ାର୍‌ ଜିଲେ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଆ ତାରଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ ଅବ୍ବୋୟ୍‌ତଜି, ବନ୍‌ଡ ଆନିଞ୍ଜି ତିଆତେ ଆ ଅଣ୍ଡେର୍‌ସିଞ୍ଜି ବାତ୍ତେ ନିୟ୍‌ ଅଃତ୍ତେକ୍କେଏଜି ।
5 वे अपने सब काम लोगों को दिखाने के लिये करते हैं वे अपने तावीजोंको चौड़े करते, और अपने वस्त्रों की झालरों को बढ़ाते हैं।
ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ ଅବ୍‌ତୁୟ୍‌ଡମ୍‌ନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି କେନ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ଆ କାବ୍ବାଡ଼ା ଲୁମ୍‌ତଜି, ସାସ୍ତ୍ରଲୋଙନ୍‌ ଆ ବର୍ନେ ଆଇଡିଡନ୍‌ ଆ ଡଙରା ଅବ୍‌ସୋଡ଼ାରାଲେ ଆନିଞ୍ଜି ଆଇଡାଡ଼ାଲୋଙଞ୍ଜି ଜିବବ୍‌ତଞ୍ଜି ଆରି ଆର୍କାବଡ଼ିସିଲୋଙଞ୍ଜି ଜିସିତଞ୍ଜି, ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ଆ ସିନ୍‌ରିଞ୍ଜି ଆ ତାଡ଼େର୍‌ ଅବ୍‌ଡେଙ୍ଗାତଜି ।
6 भोज में मुख्य-मुख्य जगहें, और आराधनालयों में मुख्य-मुख्य आसन,
ଆରି ଆନିଞ୍ଜି ବୁଜିରେଙନ୍‌ ମନଙ୍‌ ତରଙ୍କୁମନ୍‌ ଡ ରନୁକ୍କୁସିଂଲୋଙନ୍‌ ସୋଡ଼ା ତରଙ୍କୁମନ୍‌ ଲଡୟ୍‌ତଜି ।
7 और बाजारों में नमस्कार और मनुष्य में रब्बी कहलाना उन्हें भाता है।
ସରେଁୟ୍‌ତାରେଙନ୍‌ ଅବ୍‌ଲୋମ୍‌ଲୋମ୍‌ନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଡ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ‘ଞନଙ୍‌ତିୟ୍‌ମର୍‌’ ଗାମ୍‌ଲେ ଅନବ୍‌ଓଡ୍ଡେନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଲଡୟ୍‌ତଜି ।
8 परन्तु तुम रब्बी न कहलाना, क्योंकि तुम्हारा एक ही गुरु है: और तुम सब भाई हो।
ବନ୍‌ଡ ଆନ୍ନିଙ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ‘ଞନଙ୍‌ତିୟ୍‌ମର୍‌’ ଗାମ୍‌ଲେ ଓଡ୍ଡେଡଙ୍‌ବେନ୍‌ ତଡ୍‌, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ବେନ୍‌ ବନୋଞାଙ୍‌ ଡେତବେନ୍‌, ଆବୟ୍‌ନେନ୍‌ ତୁମ୍‌ ଞନଙ୍‌ତିୟ୍‌ମର୍‌ବେନ୍‌ ଡକୋ ।
9 और पृथ्वी पर किसी को अपना पिता न कहना, क्योंकि तुम्हारा एक ही पिता है, जो स्वर्ग में है।
ଆରି ପୁର୍ତିଲୋଙନ୍‌ ଆନ୍ନିଙ୍‌ଆଡଙ୍‌ ‘ଆପେୟ୍‌’ ଗାମ୍‌ଲେ ଏଓଡ୍ଡେଡଙ୍‌, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆବୟ୍‌ନେନ୍‌ ତୁମ୍‌ ଆପେୟ୍‌ବେନ୍‌, ଆନିନ୍‌ ରୁଆଙ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଡକୋ ।
10 १० और स्वामी भी न कहलाना, क्योंकि तुम्हारा एक ही स्वामी है, अर्थात् मसीह।
ଆରି ଆନ୍ନିଙ୍‌ ଆମ୍ୱେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ‘ଆମ୍ମୁଙ୍‌ଗଡ୍‌ମର୍‌’ ଗାମ୍‌ଲେ ଓଡ୍ଡେଡଙ୍‌ବେନ୍‌ ତଡ୍‌, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ କ୍ରିସ୍ଟନ୍‌ ତୁମ୍‌ ଆବୟ୍‌ନେନ୍‌ ଆମ୍ମୁଙ୍‌ଗଡ୍‌ମର୍‌ବେନ୍‌ ।
11 ११ जो तुम में बड़ा हो, वह तुम्हारा सेवक बने।
ବନ୍‌ଡ ଅମଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ବେନ୍‌ ଆନା ସୋଡ଼ାମର୍‌, ଆନିନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ସାକ୍କେବେନ୍‌ତୋ ।
12 १२ जो कोई अपने आपको बड़ा बनाएगा, वह छोटा किया जाएगा: और जो कोई अपने आपको छोटा बनाएगा, वह बड़ा किया जाएगा।
ଆରି ଅଙ୍ଗା ମନ୍‌ରା ଆନିନ୍‌ଡମ୍‌ ଅବ୍‌ସୋଡ଼ାଡମ୍‌ତନେ, ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅନବ୍‌ସନ୍ନାନ୍‌ ଡେତେ, ବନ୍‌ଡ ଅଙ୍ଗା ମନ୍‌ରା ଅବ୍‌ସନ୍ନାଡମ୍‌ତନେ, ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅନବ୍‌ସୋଡ଼ାନ୍‌ ଡେତେ ।”
13 १३ “हे कपटी शास्त्रियों और फरीसियों तुम पर हाय! तुम मनुष्यों के विरोध में स्वर्ग के राज्य का द्वार बन्द करते हो, न तो आप ही उसमें प्रवेश करते हो और न उसमें प्रवेश करनेवालों को प्रवेश करने देते हो।
“ୟୋଙ୍‌, ଇସ୍କତ୍ତାମର୍‌ ସାସ୍ତ୍ରିଞ୍ଜି ଡ ପାରୁସିଞ୍ଜି ପନବ୍‌ରଡ୍‌ବେନ୍‌ ବରନ୍ତଙନ୍‌ ଡେତେ, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଆ ମୁକ୍କାଗଡ୍‌ ରୁଆଙ୍‌ ରାଜ୍ୟନ୍‌ ଆ ସନଙ୍‌ ଏଇଙଡ୍‌ତେ ଆମ୍ବେନ୍‌ଡମ୍‌ ତେତ୍ତେ ଏଃଗନେ କି ଆନାଜି ତେତ୍ତେ ଗଙ୍ଗନନ୍‌ ସାୟ୍‌ତଜି ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଏଃନ୍ନବ୍‌ଗଙ୍ଗନେଜି ।”
14 १४ [हे कपटी शास्त्रियों और फरीसियों, तुम पर हाय! तुम विधवाओं के घरों को खा जाते हो, और दिखाने के लिए बड़ी देर तक प्रार्थना करते रहते हो: इसलिए तुम्हें अधिक दण्ड मिलेगा।]
“ୟୋଙ୍‌, ଇସ୍କତ୍ତାମର୍‌ ସାସ୍ତ୍ରିଞ୍ଜି ଡ ପାରୁସିଞ୍ଜି ପନବ୍‌ରଡ୍‌ବେନ୍‌ ବରନ୍ତଙନ୍‌ ଡେତେ, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ ଅବ୍‌ତୁୟ୍‌ଡମ୍‌ନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଗୋଗୋୟ୍‌ ଏପାର୍ତନାତନେ, ଆରି ଜୁଆର୍‌ବଜଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଏବୁର୍ଡତଜି, ତିଆସନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ପନବ୍‌ରଡନ୍‌ ଏଞାଙ୍‌ତେ ।”
15 १५ “हे कपटी शास्त्रियों और फरीसियों तुम पर हाय! तुम एक जन को अपने मत में लाने के लिये सारे जल और थल में फिरते हो, और जब वह मत में आ जाता है, तो उसे अपने से दुगना नारकीय बना देते हो। (Geenna g1067)
“ୟୋଙ୍‌, ଇସ୍କତ୍ତାମର୍‌ ସାସ୍ତ୍ରିଞ୍ଜି ଡ ପାରୁସିଞ୍ଜି ପନବ୍‌ରଡ୍‌ବେନ୍‌ ବରନ୍ତଙନ୍‌ ଡେତେ, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ମରାୟ୍‌ନେଲୋଙ୍‌ବେନ୍‌ ଅନବ୍‌ମାୟ୍‌ମାୟନ୍‌ ଆସନ୍‌ ସମେଁୟ୍‌ଣ୍ଡ୍ରାନ୍‌ ପଡ୍‌ଲେ ଡେସା ଗୋସା ବୁଲ୍ଲେଲେ ଏପାଙ୍‌ତେ । ବନ୍‌ଡ ଏତ୍ତେଗନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରା ଅବୟ୍‌ ଏଞାଙେନ୍‌ ଡେନ୍‌, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ସିଲଡ୍‌ ବାଗୁ ଗୁନା ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ନରକନ୍‌ ଏବ୍‌ଜିର୍ଜିର୍‌ତେ ।” (Geenna g1067)
16 १६ “हे अंधे अगुओं, तुम पर हाय, जो कहते हो कि यदि कोई मन्दिर की शपथ खाए तो कुछ नहीं, परन्तु यदि कोई मन्दिर के सोने की सौगन्ध खाए तो उससे बन्ध जाएगा।
“ଏ ଆକାଡ଼ୁ ତଙର୍‌ ଅନବ୍‌ତୁୟ୍‌ମର୍‌ଜି, ପନବ୍‌ରଡ୍‌ବେନ୍‌ ବରନ୍ତଙନ୍‌ ଡେତେ, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଏନ୍ନେଲେ ଞନଙନ୍‌ ଏତିୟ୍‌ତେ, ‘ଆନା ସରେବାସିଙନ୍‌ ଆଞୁମ୍‌ଲୋଙ୍‌ ପର୍ମାଡ଼ାତନ୍‌, ତିଆତେ ଆନିନ୍‌ ଆଲ୍ଲେଏନ୍‌ ଜନଙ୍‌ଡେନ୍‌ ଇନ୍ନିଙ୍‌ ତଡ୍‌; ବନ୍‌ଡ ଆନା ସରେବାସିଙନ୍‌ ଆ ସୁନା ଆଞୁମ୍‌ଲୋଙ୍‌ ପର୍ମାଡ଼ାତନ୍‌, ତିଆତେ ଆନିନ୍‌ ଜଗଃମଗଃ ଲୁମେତୋ ।’
17 १७ हे मूर्खों, और अंधों, कौन बड़ा है, सोना या वह मन्दिर जिससे सोना पवित्र होता है?
ଏ ଉଲ୍ଲୁ କାଡ଼ୁମର୍‌ଜି, ସୁନାନ୍‌ ସୋଡ଼ା ଅଡ଼େ ସୁନାନ୍‌ ଆରବ୍‌ମବ୍‌ଡ଼ିର୍‌ତେନ୍‌ ଆ ସରେବାସିଂ ସୋଡ଼ା, କେନ୍‌ ବାଗୁଲୋଙନ୍‌ ଅଙ୍ଗାତେ ସୋଡ଼ା?
18 १८ फिर कहते हो कि यदि कोई वेदी की शपथ खाए तो कुछ नहीं, परन्तु जो भेंट उस पर है, यदि कोई उसकी शपथ खाए तो बन्ध जाएगा।
ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଆରି ଏନ୍ନେଲେ ନିୟ୍‌ ଞନଙନ୍‌ ଏତିୟ୍‌ତେ, ‘ଆନା ତରୋମ୍ମୋଡ୍‌ ତନମ୍ପିଲନ୍‌ ଆଞୁମ୍‌ଲୋଙ୍‌ ପର୍ମାଡ଼ାତନ୍‌, ତିଆତେ ଆନିନ୍‌ ଆଲ୍ଲେଏନ୍‌ ଜନଙ୍‌ଡେନ୍‌ ଇନ୍ନିଙ୍‌ ତଡ୍‌, ବନ୍‌ଡ ଆନା ତରୋମ୍ମୋଡ୍‌ ତନମ୍ପିଲ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଆନମଙ୍‌ ଆଞୁମ୍‌ଲୋଙ୍‌ ପର୍ମାଡ଼ାତନ୍‌, ତିଆତେ ଆନିନ୍‌ ଜଗଃମଗଃ ଲୁମେତୋ ।’
19 १९ हे अंधों, कौन बड़ा है, भेंट या वेदी जिससे भेंट पवित्र होती है?
ଏ କାଡ଼ୁମର୍‌ଜି, ଅଙ୍ଗାତେ ସୋଡ଼ା, ଅନମଙନ୍‌ ସୋଡ଼ା ଅଡ଼େ ଅନମଙନ୍‌ ଆରବ୍‌ମବ୍‌ଡ଼ିର୍‌ତେନ୍‌ ଆ ତନମ୍ପିଲ୍‌ ସୋଡ଼ା?
20 २० इसलिए जो वेदी की शपथ खाता है, वह उसकी, और जो कुछ उस पर है, उसकी भी शपथ खाता है।
ତିଆସନ୍‌ ଆନା ତରୋମ୍ମୋଡ୍‌ ତନମ୍ପିଲନ୍‌ ଆଞୁମ୍‌ଲୋଙ୍‌ ପର୍ମାଡ଼ାତନ୍‌, ଆନିନ୍‌ ତରୋମ୍ମୋଡ୍‌ ତନମ୍ପିଲ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଆଡ୍ରକୋତେନ୍‌ ଆନମଙ୍‌ ଆଞୁମ୍‌ଲୋଙ୍‌ ପର୍ମାଡ଼ାତନ୍‌,
21 २१ और जो मन्दिर की शपथ खाता है, वह उसकी और उसमें रहनेवालों की भी शपथ खाता है।
ଆରି ଆନା ସରେବାସିଙନ୍‌ ଆଞୁମ୍‌ଲୋଙ୍‌ ପର୍ମାଡ଼ାତନ୍‌, ଆନିନ୍‌ ସରେବାସିଂଲୋଙନ୍‌ ଆପ୍ରଡ୍‌ତନାଞନ୍‌ ଆ ଇସ୍ୱର ଆଞୁମ୍‌ଲୋଙ୍‌ ପର୍ମାଡ଼ାତନ୍‌ ।
22 २२ और जो स्वर्ग की शपथ खाता है, वह परमेश्वर के सिंहासन की और उस पर बैठनेवाले की भी शपथ खाता है।
ଆରି ଆନା ରୁଆଙନ୍‌ ଆଞୁମ୍‌ଲୋଙ୍‌ ପର୍ମାଡ଼ାତନ୍‌, ଆନିନ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ କୁର୍ସି ଆରି ତେତ୍ତେ ଆତ୍ରଙ୍କୁମ୍‌ତେନ୍‌ ଆ ଇସ୍ୱର ଆଞୁମ୍‌ଲୋଙ୍‌ ପର୍ମାଡ଼ାତନ୍‌ ।”
23 २३ “हे कपटी शास्त्रियों, और फरीसियों, तुम पर हाय! तुम पोदीने और सौंफ और जीरे का दसवाँ अंश देते हो, परन्तु तुम ने व्यवस्था की गम्भीर बातों अर्थात् न्याय, और दया, और विश्वास को छोड़ दिया है; चाहिये था कि इन्हें भी करते रहते, और उन्हें भी न छोड़ते।
“ଏ ଇସ୍କତ୍ତାମର୍‌ ସାସ୍ତ୍ରିଜି ଡ ପାରୁସିଜି ପନବ୍‌ରଡ୍‌ବେନ୍‌ ବରନ୍ତଙନ୍‌ ଡେତେ, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆଞୁମ୍‌ଲୋଙ୍‌ ପୋଦିନାନ୍‌, ପାନମଉରିନ୍‌ ଡ ଜିରାନ୍‌ ଆ ଦସମାଂସ ଏତିୟ୍‌ତେ, ବନ୍‌ଡ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଆଜାଡ଼ି ପନ୍‌ସୁଆତିନ୍‌, ସନାୟୁମନ୍‌, ଡର୍ନେନ୍‌ କେନ୍‌ଆତେଜି ବନାଁୟ୍‌ବର୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଆ ସୋଡ଼ା ସୋଡ଼ା ବନାଁୟ୍‌ଜି ଅମଙ୍ଗଡ଼ାୟ୍‌ ଏଏମ୍ମେତନ୍‌ । ବନ୍‌ଡ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ବନାଁୟ୍‌ବର୍‌ଲୋଙନ୍‌ କେନ୍‌ ଆ ବନାଁୟ୍‌ଜି ରୟ୍‌ ଆମ୍ମୁଙ୍‌ ଞଣ୍ଡ୍ରମ୍‌ନାବା ।
24 २४ हे अंधे अगुओं, तुम मच्छर को तो छान डालते हो, परन्तु ऊँट को निगल जाते हो।
ଏ ଆକାଡ଼ୁ ତଙର୍‌ ଅନବ୍‌ତୁୟ୍‌ମର୍‌ଜି, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଅରୟନ୍‌ ଏସାଡ଼ାର୍‌ତେ, ବନ୍‌ଡ ଓଟନ୍‌ ଏମତେ ।”
25 २५ “हे कपटी शास्त्रियों, और फरीसियों, तुम पर हाय! तुम कटोरे और थाली को ऊपर-ऊपर से तो माँजते हो परन्तु वे भीतर अंधेर असंयम से भरे हुए हैं।
“ଏ ଇସ୍କତ୍ତାମର୍‌ ସାସ୍ତ୍ରିଞ୍ଜି ଡ ପାରୁସିଞ୍ଜି, ପନବ୍‌ରଡ୍‌ବେନ୍‌ ବରନ୍ତଙନ୍‌ ଡେତେ, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଗିନାନ୍‌ ଡ ସଡ଼ୁଆନ୍‌ ଆ କିଣ୍ଡୋଙ୍‌ ତୁମ୍‌ ଏଗିୟ୍‌ଡାତେ, ବନ୍‌ଡ ଅମ୍ମନ୍‌ ରାଉନ୍‌ ଡ ଇସାଲଙନ୍‌ ଆବରିୟ୍‌ ।
26 २६ हे अंधे फरीसी, पहले कटोरे और थाली को भीतर से माँज कि वे बाहर से भी स्वच्छ हों।
ଏ କାଡ଼ୁ ପାରୁସିଜି, ଆମ୍ମୁଙ୍‌ ଗିଲ୍ଲନ୍‌ ଆ ଅମ୍ମଗଡ୍‌ ରୟ୍‌ ଗିୟ୍‌ଡାବା, ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ଆ କିଣ୍ଡୋଙନ୍‌ ନିୟ୍‌ ମନଙ୍‌ତେ ।”
27 २७ “हे कपटी शास्त्रियों, और फरीसियों, तुम पर हाय! तुम चूना फिरी हुई कब्रोंके समान हो जो ऊपर से तो सुन्दर दिखाई देती हैं, परन्तु भीतर मुर्दों की हड्डियों और सब प्रकार की मलिनता से भरी हैं।
“ଏ ଇସ୍କତ୍ତାମର୍‌ ସାସ୍ତ୍ରିଞ୍ଜି ଡ ପାରୁସିଞ୍ଜି ପନବ୍‌ରଡ୍‌ବେନ୍‌ ବରନ୍ତଙନ୍‌ ଡେତେ, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଜେଏଡମନ୍‌ ଆ ମସାନ୍ନି ଅନ୍ତମ୍‌ । ତିଆତେ ଡୁଆରାନ୍‌ ମନଙ୍‌ ଗିୟ୍‌ତାତେ, ବନ୍‌ଡ ଅମ୍ମନ୍‌ ଆରବୁମରଞ୍ଜି ଆଜାଙ୍‌ ଡ ପରାନ୍‌ସାତ୍ତିନ୍‌ ଆବରିୟ୍‌ ।
28 २८ इसी रीति से तुम भी ऊपर से मनुष्यों को धर्मी दिखाई देते हो, परन्तु भीतर कपट और अधर्म से भरे हुए हो।
ତିଅନ୍ତମ୍‌, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ନିୟ୍‌ ଡୁଆରାନ୍‌ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଆ ଗନିୟ୍‌ଗିୟ୍‌ଲୋଙ୍‌ ମନଙ୍‌ମର୍‌ ଗିୟ୍‌ତାତବେନ୍‌, ବନ୍‌ଡ ଅମ୍ମବେନ୍‌ ଇସ୍କତ୍ତାନ୍‌ ଡ ଇର୍ସେନ୍‌ ଆବରିୟ୍‌ ।”
29 २९ “हे कपटी शास्त्रियों, और फरीसियों, तुम पर हाय! तुम भविष्यद्वक्ताओं की कब्रें संवारते और धर्मियों की कब्रें बनाते हो।
“ଏ ଇସ୍କତ୍ତାମର୍‌ ସାସ୍ତ୍ରିଞ୍ଜି ଡ ପାରୁସିଞ୍ଜି ପନବ୍‌ରଡ୍‌ବେନ୍‌ ବରନ୍ତଙନ୍‌ ଡେତେ, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ପୁର୍ବାଃତେ ବର୍ନେମରଞ୍ଜି ଆ ମସାନ୍ନି ଏତୁବ୍‌ତେ, ଆରି ଡରମ୍ମମରଞ୍ଜି ଆ ସନ୍ଦନି ଏବ୍‌ସଜ୍ଜତେ ।
30 ३० और कहते हो, ‘यदि हम अपने पूर्वजों के दिनों में होते तो भविष्यद्वक्ताओं की हत्या में उनके सहभागी न होते।’
ଆରି ଏବର୍ତନେ, ‘ପୁର୍ବା ଜୋଜୋଲେଞ୍ଜି ଆ ବନେଡ଼ା ଇନ୍‌ଲେଞ୍ଜି ଡକୋଲଲେନ୍‌ ନଙ୍‌, ଇନ୍‌ଲେଞ୍ଜି ଆନିଞ୍ଜି ଅନ୍ତମ୍‌ ଏଃନ୍ନେମ୍ମେନାୟ୍‌ ବନ୍‌, ଆରି ଆନିଞ୍ଜି ପୁର୍ବାଃତେ ବର୍ନେମରଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଆସ୍ରମ୍‌ବବେଞ୍ଜି ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ ତେତ୍ତେ ଏଃମ୍ମାୟ୍‌ନାୟ୍‌ ବନ୍‌ ।’
31 ३१ इससे तो तुम अपने पर आप ही गवाही देते हो, कि तुम भविष्यद्वक्ताओं के हत्यारों की सन्तान हो।
ତିଆସନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଡମ୍‌ ଏବର୍ତନେ, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ପୁର୍ବାଃତେ ବର୍ନେମରଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଆସ୍ରମ୍‌ବବେଞ୍ଜି ଆ ମନ୍‌ରାଜି ଆ କେଜ୍ଜାଜି ।
32 ३२ अतः तुम अपने पूर्वजों के पाप का घड़ा भर दो।
ଆରି ପୁର୍ବା ଜୋଜୋବେଞ୍ଜି ଆରବ୍‌ତୁଙାରେଞ୍ଜି ଆ କାବ୍ବାଡ଼ା ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଅମ୍‌ତୁଙ୍‌ବା ।
33 ३३ हे साँपों, हे करैतों के बच्चों, तुम नरक के दण्ड से कैसे बचोगे? (Geenna g1067)
ଏ ଜାଆଡ୍‌ଜି, ଜାଆଡନ୍‌ ଆ କେଜ୍ଜାଜି! ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ନରକନ୍‌ ଆ ପନବ୍‌ରଡ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଏଙ୍ଗାଡାଲେ ଅଡ଼ୁର୍‌ବେନ୍‌? (Geenna g1067)
34 ३४ इसलिए देखो, मैं तुम्हारे पास भविष्यद्वक्ताओं और बुद्धिमानों और शास्त्रियों को भेजता हूँ; और तुम उनमें से कुछ को मार डालोगे, और क्रूस पर चढ़ाओगे; और कुछ को अपने आराधनालयों में कोड़े मारोगे, और एक नगर से दूसरे नगर में खदेड़ते फिरोगे।
ତିଆସନ୍‌ ଅମ୍‌ଡଙ୍‌ବା, ଞେନ୍‌ ଅମଙ୍‌ବାବେନ୍‌ ପୁର୍ବାଃତେ ବର୍ନେମରଞ୍ଜି, ଆଜନନାମରଞ୍ଜି ଡ ସାସ୍ତ୍ରିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଆପ୍ପାୟ୍‌ତାଜି; ଆନିଞ୍ଜିଲୋଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଲାଙ୍‌ଲେନ୍ନେଆଡଙ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଏରବ୍ବୁତଜି, ଲାଙ୍‌ଲେନ୍ନେଆଡଙ୍‌ ଆଅକ୍କାଡଙ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଏଅମ୍‌ଡାୟ୍‌ତଜି, ଆରି ଲାଙ୍‌ଲେନ୍ନେଆଡଙ୍‌ ରନୁକ୍କୁସିଂଲୋଙନ୍‌ ସାମକାନ୍‌ ବାତ୍ତେ ଏତିଡ୍‌ତଜି କି ବ ଗଡ଼ା ସିଲଡ୍‌ ଅମ୍‌ଡୁଙ୍‌ଡାଲେ ଆରି ବ ଗଡ଼ା ଏଗଙ୍‌ତିଡ୍‌ତଜି ।
35 ३५ जिससे धर्मी हाबिल से लेकर बिरिक्याह के पुत्र जकर्याह तक, जिसे तुम ने मन्दिर और वेदी के बीच में मार डाला था, जितने धर्मियों का लहू पृथ्वी पर बहाया गया है, वह सब तुम्हारे सिर पर पड़ेगा।
ଡରମ୍ମମର୍‌ ଏବଲନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଉଲନ୍‌ ସରେବାସିଙନ୍‌ ଡ ତନମ୍ପିଲନ୍‌ ଆ ମଡ୍ଡିଲୋଙ୍‌ ବେରିକିଅନ୍‌ ଆ ଡାଙ୍ଗଡ଼ାଅନ୍‌ ଜିକରିୟନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଏସ୍ରମ୍ବବେନ୍‌ ଜାୟ୍‌, ଆରି କେନ୍‌ ପୁର୍ତିଲୋଙନ୍‌ ଡିଅଙ୍ଗା ଡରମ୍ମମରଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ସନମ୍ୱବନ୍‌ ଡେଏନ୍‌ ତି ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ପନବ୍‌ରଡନ୍‌ ଏଞାଙ୍‌ତେ ।
36 ३६ मैं तुम से सच कहता हूँ, ये सब बातें इस पीढ़ी के लोगों पर आ पड़ेंगी।
ଞେନ୍‌ ଆମ୍ବେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଆଜାଡ଼ିଡମ୍‌ ବର୍ତବେନ୍‌, କେନ୍‌ ନମି ଆ ଜୁଗ ଆ ମନ୍‌ରାଜି ପନବ୍‌ରଡନ୍‌ ଞାଙ୍‌ତଜି ।”
37 ३७ “हे यरूशलेम, हे यरूशलेम! तू जो भविष्यद्वक्ताओं को मार डालता है, और जो तेरे पास भेजे गए, उन्हें पथराव करता है, कितनी ही बार मैंने चाहा कि जैसे मुर्गी अपने बच्चों को अपने पंखों के नीचे इकट्ठा करती है, वैसे ही मैं भी तेरे बालकों को इकट्ठा कर लूँ, परन्तु तुम ने न चाहा।
“ଏ ଜିରୁସାଲମ, ଏ ଜିରୁସାଲମ, ଆମନ୍‌ ପୁର୍ବାଃତେ ବର୍ନେମରଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ସମ୍ୱବେନ୍‌, ଆରି ଅମଙ୍‌ନମ୍‌ ଆନାପ୍ପାୟ୍‌ଜିଆଡଙ୍‌ ଆମନ୍‌ ତିଡରେନ୍‌, ଆୟୋଙିମନ୍‌ ଏଙ୍ଗାଲେ ଆ କାପ୍ପାନ୍‌ ଆ ଜାୟ୍‌ତା ଆଅନ୍‌ସିଆବଞ୍ଜି ଅବ୍‌ରୁକ୍କୁତେ, ତିଅନ୍ତମ୍‌ ଡିଅଙ୍ଗା ବେଡ଼ା ଞେନ୍‌ ପସିୟ୍‌ନମ୍‌ଜିଆଡଙ୍‌ ଅନବ୍‌ରୁକ୍କୁନ୍‌ ଆସନ୍‌ ସାୟ୍‌ଲାୟ୍‌, ବନ୍‌ଡ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଏଅସାଏନ୍‌ ।
38 ३८ देखो, तुम्हारा घर तुम्हारे लिये उजाड़ छोड़ा जाता है।
ଗିୟ୍‌ବା ଅସିଂବେନ୍‌ ଅସିଲୋଙ୍‌ବେନ୍‌ ଅନମ୍‌ରେଙନ୍‌ ଡେଲୋ, ଆରି ତିଆତେ ସିସିଂତେ ।
39 ३९ क्योंकि मैं तुम से कहता हूँ, कि अब से जब तक तुम न कहोगे, ‘धन्य है वह, जो प्रभु के नाम से आता है’ तब तक तुम मुझे फिर कभी न देखोगे।”
ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଆମ୍ବେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବର୍ତବେନ୍‌, ‘ପ୍ରବୁନ୍‌ ଆଞୁମ୍‌ଲୋଙ୍‌ ଆନା ଜିର୍ତାୟ୍‌, ଆନିନ୍‌ ସନେନ୍‌ସେନ୍‌ ଡେଏତୋ’ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି କେନ୍‌ ଆ ବର୍ନେ ଅଣ୍ଡ୍ରଙ୍‌ ଏବର୍ନେନ୍‌ ଜାୟ୍‌ ଲଙେ ସିଲଡ୍‌ ଞେନ୍‌ ଆରି ଏଃଗିଜିଁୟ୍‌ ।”

< मत्ती 23 >