< मत्ती 21 >

1 जब वे यरूशलेम के निकट पहुँचे और जैतून पहाड़ पर बैतफगे के पास आए, तो यीशु ने दो चेलों को यह कहकर भेजा,
ଜିସୁନ୍‌ ଡ ଆ ଞଙ୍‌ନେମରଞ୍ଜି ଜିରୁସାଲମନ୍‌ ଆ ତୁୟାୟ୍‌ ତୋଣ୍ଡୋ ଜିତବୁରନ୍‌ ବେତ୍‌ପାଗି ସାଇନ୍‌ ଅଡ଼ୋଏଞ୍ଜି; ତିଆଡିଡ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ ବାଗୁ ଞଙ୍‌ନେମରଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଏନ୍ନେଲେ ବର୍ରେ ଆପ୍ପାୟେଞ୍ଜି ।
2 “अपने सामने के गाँव में जाओ, वहाँ पहुँचते ही एक गदही बंधी हुई, और उसके साथ बच्चा तुम्हें मिलेगा; उन्हें खोलकर, मेरे पास ले आओ।
“ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ମୁକ୍କାବାବେନ୍‌ ତି ଆ ସାଇ ଇୟ୍‌ବା । ତେତ୍ତେ ତୁଙାତୁଙା ଅବୟ୍‌ ଆୟୋଙ୍‌ ଗୋଡୋଁୟନ୍‌ ଡ ଆଅନନ୍‌ ଆତବାଡନ୍‌ ଇୟ୍‌ତେ ଏଗିଜେ; ତିଆତେଜି ପଡ୍ଡଙ୍‌ଲେ ଅମଙ୍‌ଞେନ୍‌ ପାଙାୟ୍‌ବା ।
3 यदि तुम से कोई कुछ कहे, तो कहो, कि प्रभु को इनका प्रयोजन है: तब वह तुरन्त उन्हें भेज देगा।”
ଆରି ଆନ୍ନିଙ୍‌ ଆମ୍ବେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଇନ୍ନିଙ୍‌ ଗାମ୍‌ଲବେଞ୍ଜି ଡେନ୍‌, ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଇୟ୍‌ ବର୍ବା, ‘କେନ୍‌ଆତେ ପ୍ରବୁନ୍‌ ଆସନ୍‌ ସନାୟ୍‌ସାୟ୍‌ ।’ ଅବ୍‌ତାଡ଼ନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ତିଆତେଜି ଆପ୍ପାୟ୍‌ତାୟ୍‌ ।”
4 यह इसलिए हुआ, कि जो वचन भविष्यद्वक्ता के द्वारा कहा गया था, वह पूरा हो:
ତିଆସନ୍‌ ପୁର୍ବାଃତେ ବର୍ନେମରନ୍‌ ଆବର୍ରନେନ୍‌ ଆ ପୁର୍ବାଃତେବର୍‌ କେନ୍‌ଆତେ ଡେଡମେନ୍‌,
5 “सिय्योन की बेटी से कहो, ‘देख, तेरा राजा तेरे पास आता है; वह नम्र है और गदहे पर बैठा है; वरन् लादू के बच्चे पर।’”
“ସିଓନ ଗଡ଼ାନ୍‌ ଆଇସିୟ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବର୍ବା, ଗିଜା, ରାଜାନମ୍‌ ଅମଙ୍‌ନମ୍‌ ଜିର୍ତାୟ୍‌! ଆନିନ୍‌ ଲଗଡ୍‌ ବୁଡ୍ଡିମର୍‌ ଆରି ଆନିନ୍‌ ଅବୟ୍‌ ଗୋଡୋଁୟ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଆତଙ୍କୁମ୍‌, ଗିଜା, ଆନିନ୍‌ ଗୋଡୋଁୟ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ତଙ୍କୁମ୍‌ଲେ ଜିର୍ତାୟ୍‌ ।”
6 चेलों ने जाकर, जैसा यीशु ने उनसे कहा था, वैसा ही किया।
ସିଲତ୍ତେ ଜିସୁନ୍‌ ଏଙ୍ଗାଲେ ବାଞେଞ୍ଜି ଏତ୍ତେଲେ ଞଙ୍‌ନେମରଞ୍ଜି ଇୟ୍‌ଲେ ଲୁମେଜି;
7 और गदही और बच्चे को लाकर, उन पर अपने कपड़े डाले, और वह उन पर बैठ गया।
ଆରି ଆୟୋଙ୍‌ ଗୋଡୋଁୟନ୍‌ ଡ ଆଅନ୍‌ ଗୋଡୋଁୟନ୍‌ ପାଙ୍‌ଲେ ଆ ଡଅଙ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ସିନ୍‌ରିନ୍‌ ବେଲେଞ୍ଜି ଆରି ଜିସୁନ୍‌ ତେତ୍ତେ ତଙ୍କୁମେନ୍‌ ।
8 और बहुत सारे लोगों ने अपने कपड़े मार्ग में बिछाए, और लोगों ने पेड़ों से डालियाँ काटकर मार्ग में बिछाईं।
ଜିସୁନ୍‌ ଆଜିର୍ରେନ୍‌ ଆ ତଙର୍‌ ଗଡ୍‌ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ରମ୍ମଙ୍‌ ରମ୍ମଙ୍‌ ଆ ସିନ୍‌ରି ବେଲେଞ୍ଜି, ଆରି ଲାଙ୍‌ଲେଡ୍‌ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଅରାନୁବନ୍‌ ଆ ଡାଲ୍ଲାଜି ଅଡ୍‌ଲେ ପାଙ୍‌ଲାଜି କି ତଙରନ୍‌ ଇୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ବେଲେଜି ।
9 और जो भीड़ आगे-आगे जाती और पीछे-पीछे चली आती थी, पुकार पुकारकर कहती थी, “दाऊद के सन्तान को होशाना; धन्य है वह जो प्रभु के नाम से आता है, आकाश में होशाना।”
ଜିସୁନ୍‌ ଆ ମୁକ୍କାଗଡ୍‌ ଆରି ଆ ତିକ୍କିଗଡ୍‌ ଆଜିର୍ରେଞ୍ଜି ଆ ମନ୍‌ରାଜି ସୋଡ଼ା ସର୍ରଙନ୍‌ ବାତ୍ତେ ବାବ୍ବାବ୍‌ଲେ ବର୍ରଞ୍ଜି, “ଓସାନ୍ନା ଦାଉଦନ୍‌ ଆ ଡାଙ୍ଗଡ଼ାଅନ୍‌! ପ୍ରବୁନ୍‌ ଆଞୁମ୍‌ଲୋଙ୍‌ ଆନା ଜିର୍ତାୟ୍‌, ଆନିନ୍‌ ସନେନ୍‌ସେନ୍‌ ଡେଏତୋ! ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ତୋଣ୍ଡୋନ୍‌ ଓସାନ୍ନା ।”
10 १० जब उसने यरूशलेम में प्रवेश किया, तो सारे नगर में हलचल मच गई; और लोग कहने लगे, “यह कौन है?”
ଜିସୁନ୍‌ ଜିରୁସାଲମନ୍‌ ଆଗ୍ରନ୍‌ଲନ୍‌ ଆଡିଡ୍‌, ସମ୍ପରା ଗଡ଼ାନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରାଜି ସାନ୍ନି ଡେଏଞ୍ଜି । ଆରି “କେନ୍‌ଆନିନ୍‌ ଆନା?” ଗାମ୍‌ଲେ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ବର୍ରଞ୍ଜି ।
11 ११ लोगों ने कहा, “यह गलील के नासरत का भविष्यद्वक्ता यीशु है।”
ସିଲତ୍ତେ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ବର୍ରଞ୍ଜି, “କେନ୍‌ଆନିନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌, ଗାଲିଲି ନାଜରିତନ୍‌ ଆ ପୁର୍ବାଃତେ ବର୍ନେମର୍‌ ।”
12 १२ यीशु ने परमेश्वर के मन्दिर में जाकर, उन सब को, जो मन्दिर में लेन-देन कर रहे थे, निकाल दिया; और सर्राफों के मेजें और कबूतरों के बेचनेवालों की चौकियाँ उलट दीं।
ଜିସୁନ୍‌ ସରେବାସିଙନ୍‌ ଗନ୍‌ଲେ ତେତ୍ତେ ସିଲଡ୍‌ ଞିଞିନେନ୍‌ ଡ ତମ୍‌ତମ୍‌ନେମରଞ୍ଜି ଅଡ଼୍‌କୋଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଅମ୍‌ଡୁଙାଜେଞ୍ଜି । ବାର୍‌ବାର୍‌ଡାବ୍‌ମରଞ୍ଜି ଆ ମେଜ ଆରି କୁକ୍କୁର୍‌ ତମ୍‌ତମ୍‌ନେମରଞ୍ଜି ଆ ତରଙ୍କୁମ୍‌ ସବ୍‌ଡିଡାଜେନ୍‌ ।
13 १३ और उनसे कहा, “लिखा है, ‘मेरा घर प्रार्थना का घर कहलाएगा’; परन्तु तुम उसे डाकुओं की खोह बनाते हो।”
ଜିସୁନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବରେଞ୍ଜି, “ସାସ୍ତ୍ରଲୋଙନ୍‌ ଆଇଡିଡ୍‌, ‘ସରେବାସିଂଞେନ୍‌ ପାର୍ତନାସିଂ ଗାମ୍‌ଲେ ବର୍ନେନ୍‌ ଡେତେ ।’ ବନ୍‌ଡ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ତିଆତେ ରାଉମରଞ୍ଜି ଆ ଲୋଙର୍‌ ଏଏମ୍ମେନ୍‌!”
14 १४ और अंधे और लँगड़े, मन्दिर में उसके पास आए, और उसने उन्हें चंगा किया।
ସରେବାସିଂଲୋଙନ୍‌ କାଡ଼ୁମରଞ୍ଜି ଡ ଗାଡ଼େମରଞ୍ଜି ଜିସୁନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଆରିୟ୍‌ଲାଞଞ୍ଜି, ଆନିନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ମବ୍‌ନଙେଞ୍ଜି ।
15 १५ परन्तु जब प्रधान याजकों और शास्त्रियों ने इन अद्भुत कामों को, जो उसने किए, और लड़कों को मन्दिर में दाऊद की सन्तान को होशाना पुकारते हुए देखा, तो क्रोधित हुए,
ଜିସୁନ୍‌ ଆର୍‌ଲୁମେନ୍‌ ଆ ସାନ୍ନି କାବ୍ବାଡ଼ାଜି ଗିୟ୍‌ଲେ ଆରି ସରେବାସିଂଲୋଙନ୍‌ ପସିଜଞ୍ଜି “ଓସାନ୍ନା ଦାଉଦନ୍‌ ଆ ଡାଙ୍ଗଡ଼ାଅନ୍‌” ଗାମ୍‌ଲେ ସୋଡ଼ା ସର୍ରଙନ୍‌ ବାତ୍ତେ ଆବର୍ରଞ୍ଜିଆତେ ଅମ୍‌ଡଙ୍‌ଡାଲେ ସୋଡ଼ା ରାଓଡ଼ାଞ୍ଜି ଡ ସାସ୍ତ୍ରିଞ୍ଜି ବରାବେଞ୍ଜି ।
16 १६ और उससे कहने लगे, “क्या तू सुनता है कि ये क्या कहते हैं?” यीशु ने उनसे कहा, “हाँ; क्या तुम ने यह कभी नहीं पढ़ा: ‘बालकों और दूध पीते बच्चों के मुँह से तूने स्तुति सिद्ध कराई?’”
ଆରି ଆନିଞ୍ଜି ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବରେଞ୍ଜି, “କେନ୍‌ଆନିଞ୍ଜି ଇନି ଗାମ୍‌ତଜି ଆମନ୍‌ ତିଆତେ ଅମ୍‌ଡଙ୍‌ତେ ପଙ୍‌?” ଜିସୁନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଜାଲଙେଞ୍ଜି, “ଓଓ ଞେନ୍‌ ଅମ୍‌ଡଙ୍‌ତାୟ୍‌, ‘ସନେଙ୍କେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଆମନ୍‌ ପସିଜଞ୍ଜି ଡ ଆ ରେସାସିଜଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ମନଙ୍‌ଡମ୍‌ ଏଞଙ୍‌ଞଙେଞ୍ଜି’ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ସାସ୍ତ୍ରଲୋଙନ୍‌ କେନ୍‌ ଆ ବର୍ନେ ଆଙ୍ଗିୟ୍‌ ପଙ୍‌ ଅଣ୍ଡ୍ରଙ୍‌ ଏପଡ଼େନେ?”
17 १७ तब वह उन्हें छोड़कर नगर के बाहर बैतनिय्याह को गया, और वहाँ रात बिताई।
ଆରି ଜିସୁନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଅମ୍‌ରେଙ୍‌ଡାଲେ ଜିରୁସାଲମନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଡୁଙ୍‌ଲନ୍‌ ବେତନିଆନ୍‌ ଜିର୍ରେ ତେତ୍ତେ ତଗଲନ୍‌ ଇୟ୍‌ଲେ ଡକୋନେ ।
18 १८ भोर को जब वह नगर को लौट रहा था, तो उसे भूख लगी।
ଜିସୁନ୍‌ ଡୋତାନ୍‌ ଜିରୁସାଲମନ୍‌ ଆୟର୍ରନାଞନ୍‌ ଆଡିଡ୍‌ ଡୋଲେଜେନ୍‌ ।
19 १९ और अंजीर के पेड़ को सड़क के किनारे देखकर वह उसके पास गया, और पत्तों को छोड़ उसमें और कुछ न पाकर उससे कहा, “अब से तुझ में फिर कभी फल न लगे।” और अंजीर का पेड़ तुरन्त सूख गया। (aiōn g165)
ଆନିନ୍‌ ତଙରନ୍‌ ଆ ତୁୟାୟ୍‌ ଅବୟ୍‌ ଲୁଆନୁବନ୍‌ ଆଗ୍ରିଜେନ୍‌ ତି ଲୁଆନୁବ୍‌ଡମନ୍‌ ଇୟେନ୍‌, ବନ୍‌ଡ ଆନିନ୍‌ ତେତ୍ତେ ଜିର୍ରେ ଆ ଅଲାନ୍‌ ତୁମ୍‌ ଇୟ୍‌ଲେ ଞାଙେ, ଆରି ଇନ୍ନିଙ୍‌ ଅଃନ୍ନେଞାଙ୍‌ଲୋ, ତିଆସନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଲୁଆନୁବନ୍‌ ସୟ୍‌ପଲେ ବର୍ରନେ, “ଆରି ଆଙ୍ଗିୟ୍‌ ଆମନ୍‌ ଅଜଡଙମ୍‌ ତଡ୍‌!” ସିଲତ୍ତେ ତି ଲୁଆନୁବନ୍‌ ଅବ୍‌ତାଡ଼ନ୍‌ ଅସରେନ୍‌ । (aiōn g165)
20 २० यह देखकर चेलों ने अचम्भा किया, और कहा, “यह अंजीर का पेड़ तुरन्त कैसे सूख गया?”
କେନ୍‌ଆତେ ଗିୟ୍‌ଲେ ଞଙ୍‌ନେମରଞ୍ଜି ସାନ୍ନି ଡେଏଞ୍ଜି । ଆରି ଆନିଞ୍ଜି ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବରେଞ୍ଜି, “ଏଙ୍ଗାଲେ ଲୁଆନୁବନ୍‌ ଅବ୍‌ତାଡ଼ନ୍‌ ଅସରେନ୍‌?”
21 २१ यीशु ने उनको उत्तर दिया, “मैं तुम से सच कहता हूँ; यदि तुम विश्वास रखो, और सन्देह न करो; तो न केवल यह करोगे, जो इस अंजीर के पेड़ से किया गया है; परन्तु यदि इस पहाड़ से भी कहोगे, कि उखड़ जा, और समुद्र में जा पड़, तो यह हो जाएगा।
ଜିସୁନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଜାଲଙେଞ୍ଜି, “ଞେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଆଜାଡ଼ିଡମ୍‌ ବର୍ତବେନ୍‌, ଏର୍‌ଡାଲ୍‌ଗଡ୍‌ଲେ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଡର୍ନାବା, ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ କେନ୍‌ ଲୁଆନୁବନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଏଙ୍ଗାଲାୟ୍‌, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ନିୟ୍‌ ଏତ୍ତେଲେ ଲୁମ୍‌ଲେ ଏରପ୍ତିତେ; ଆଡିୟ୍‌ତେନ୍‌ ତୁମ୍‌ ତଡ୍‌, କେନ୍‌ ବରୁନ୍‌ ନିୟ୍‌, ‘ଡୋଲନ୍‌ ସମେଁୟ୍‌ଣ୍ଡ୍ରାଲୋଙନ୍‌ ଇୟ୍‌ ଗଲୋଅମ୍‌ତୋ,’ ଗାମ୍‌ଲେ ଏବର୍ରନ୍‌ ଡେନ୍‌, ତିଆତେ ଗଡେଲ୍‌ତେ ।
22 २२ और जो कुछ तुम प्रार्थना में विश्वास से माँगोगे वह सब तुम को मिलेगा।”
ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଡର୍ରନ୍‌ ଇନି ଏପାର୍ତନାତନେ, ତି ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ଆମ୍ୱେନ୍‌ ଏଞାଙ୍‌ତେ ।”
23 २३ वह मन्दिर में जाकर उपदेश कर रहा था, कि प्रधान याजकों और लोगों के प्राचीनों ने उसके पास आकर पूछा, “तू ये काम किसके अधिकार से करता है? और तुझे यह अधिकार किसने दिया है?”
ଜିସୁନ୍‌ ସରେବାସିଙନ୍‌ ୟର୍ରନ୍‌ ତେତ୍ତେ ଞନଙନ୍‌ ଇୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ତିୟେ, ଆରି ସୋଡ଼ା ରାଓଡ଼ାଞ୍ଜି ଡ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଆ ପାପୁର୍‌ମର୍‌ଜି ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଇୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ବରେଜି, “ଆମନ୍‌ ଅଙ୍ଗା ଆ ସନୋଡ଼ାନେ ବାତ୍ତେ କେନ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ଲୁମ୍‌ତେ? ଆନା ଆମନ୍‌ଆଡଙ୍‌ କେନ୍‌ ଅବ୍‌ସୋଡ଼ାନେନ୍‌ ତିୟ୍‌ଲମ୍‌?”
24 २४ यीशु ने उनको उत्तर दिया, “मैं भी तुम से एक बात पूछता हूँ; यदि वह मुझे बताओगे, तो मैं भी तुम्हें बताऊँगा कि ये काम किस अधिकार से करता हूँ।
ଜିସୁନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଜାଲଙେଞ୍ଜି, “ଞେନ୍‌ ଅବୟ୍‌ ବର୍ନେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବର୍ତବେନ୍‌, ଞେନ୍‌ ଜାଲଙିଁୟ୍‌ବା, ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଅଙ୍ଗା ଆ ସନୋଡ଼ାନେ ବାତ୍ତେ କେନ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ଲୁମ୍‌ତାୟ୍‌, ତିଆତେ ଞେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବର୍ତବେନ୍‌ ।
25 २५ यूहन्ना का बपतिस्मा कहाँ से था? स्वर्ग की ओर से या मनुष्यों की ओर से था?” तब वे आपस में विवाद करने लगे, “यदि हम कहें ‘स्वर्ग की ओर से’, तो वह हम से कहेगा, ‘फिर तुम ने उसका विश्वास क्यों न किया?’
ଜନନ୍‌ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ତବ୍ବୁବ୍‌ଡାନ୍‌ ତନିୟନ୍‌ ଆସନ୍‌ ସନୋଡ଼ାନେନ୍‌ ଆନା ଆମଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଞାଙେନ୍‌, ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଞାଙେନ୍‌, ଅଡ଼େ ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଞାଙେନ୍‌?” ସିଲତ୍ତେ ଆନିଞ୍ଜି ତର୍ଡମ୍‌ କଡାଡ଼ିଲଞ୍ଜି, “ଇନ୍‌ଲେଞ୍ଜି ଇନି ଗାମ୍‌ବୋ? ‘ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌,’ ଗାମ୍‌ଲବୋ ଡେନ୍‌, ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଇନ୍‌ଲେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଗାମ୍‌ଗାମ୍‌ଲଙ୍‌ତନ୍‌, ‘ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଇନିବା ଆମଙନ୍‌ ଏଃଡ୍ଡର୍ରନେ?’
26 २६ और यदि कहें ‘मनुष्यों की ओर से’, तो हमें भीड़ का डर है, क्योंकि वे सब यूहन्ना को भविष्यद्वक्ता मानते हैं।”
ବନ୍‌ଡ ‘ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଗାମ୍‌ଲବୋ ଡେନ୍‌,’ ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଆ ବନ୍ତଙ୍‌ ଡକୋ, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋ ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଜନନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ପୁର୍ବାଃତେ ବର୍ନେମର୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ମାନ୍ନେତଜି ।”
27 २७ अतः उन्होंने यीशु को उत्तर दिया, “हम नहीं जानते।” उसने भी उनसे कहा, “तो मैं भी तुम्हें नहीं बताता, कि ये काम किस अधिकार से करता हूँ।
ତିଆସନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଜାଲଙେଞ୍ଜି, “ଇନ୍‌ଲେଞ୍ଜି ଜନା ତଡ୍‌ ।” ଜିସୁନ୍‌ ନିୟ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବରେଞ୍ଜି, “ଞେନ୍‌ ଅଙ୍ଗା ଆ ସନୋଡ଼ାନେ ବାତ୍ତେ କେନ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ଲୁମ୍‌ତାୟ୍‌, ତିଆତେ ଞେନ୍‌ ନିୟ୍‌ ଆମ୍ବେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଅଃବ୍ବର୍ବେନ୍‌ ।”
28 २८ “तुम क्या समझते हो? किसी मनुष्य के दो पुत्र थे; उसने पहले के पास जाकर कहा, ‘हे पुत्र, आज दाख की बारी में काम कर।’
“ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଇନି ଏଇଃୟମ୍‌ତେ? ଅବୟ୍‌ ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଆ ଡାଙ୍ଗଡ଼ାଅନ୍‌ ବାଗୁ ଡକୋଏଞ୍ଜି । ଆନିନ୍‌ ସୋଡ଼ା ଡାଙ୍ଗଡ଼ାଅନନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଜିର୍ରେ ଇୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ବରେ, ‘ଅଅନ୍‌, ଲଙେ ଦ୍ରାକ୍ୟାକୋତ୍ତାନ୍‌ ଜିର୍ରେ ଇୟ୍‌ କାବ୍ବାଡ଼ାନା ।’
29 २९ उसने उत्तर दिया, ‘मैं नहीं जाऊँगा’, परन्तु बाद में उसने अपना मन बदल दिया और चला गया।
ଆନିନ୍‌ ଆପେୟନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଜାଲଙେନ୍‌, ‘ଆଜ୍ଞା, ଞେନ୍‌ ଇୟ୍‌ତେ ।’ ବନ୍‌ଡ ଆନିନ୍‌ କାବ୍ବାଡ଼ାବାନ୍‌ ଅଃନ୍ନିୟ୍‌ଲୋ ।
30 ३० फिर दूसरे के पास जाकर ऐसा ही कहा, उसने उत्तर दिया, ‘जी हाँ जाता हूँ’, परन्तु नहीं गया।
ଆରି ଆନିନ୍‌ ସନ୍ନା ଡାଙ୍ଗଡ଼ାଅନନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଜିର୍ରେ ଏତ୍ତେଲେମା ଇୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ବରେ । ଆନିନ୍‌ ଆପେୟନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଜାଲଙେନ୍‌, ‘ଞେନ୍‌ ଅଃଲ୍ଲଡଜିଁୟ୍‌ ।’ ବନ୍‌ଡ ଆନିନ୍‌ ତିକ୍କି ଆବ୍‌ୟର୍‌ବୁଡ୍ଡିଲନ୍‌ କି କାବ୍ବାଡ଼ାବାନ୍‌ ଜିରେନ୍‌ ।
31 ३१ इन दोनों में से किसने पिता की इच्छा पूरी की?” उन्होंने कहा, “पहले ने।” यीशु ने उनसे कहा, “मैं तुम से सच कहता हूँ, कि चुंगी लेनेवाले और वेश्या तुम से पहले परमेश्वर के राज्य में प्रवेश करते हैं।
କେନ୍‌ ବାଗୁଲୋଙଞ୍ଜି ସିଲଡ୍‌ ଆନା ଆପେୟନ୍‌ ଆ ବର୍ନେ ମାନ୍ନେଏନ୍‌?” ଆନିଞ୍ଜି ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଜାଲଙେଞ୍ଜି, “ସନ୍ନା ଡାଙ୍ଗଡ଼ାଅନନ୍‌ ।” ତିଆସନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବରେଞ୍ଜି, “ଞେନ୍‌ ଆମ୍ବେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଆଜାଡ଼ିଡମ୍‌ ବର୍ତବେନ୍‌, ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ରାଜ୍ୟ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଅଣ୍ଡ୍ରଙ୍‌ ଏଜିରେନ୍‌, ପାନୁବେଡ୍‌ମରଞ୍ଜି ଡ ଜୋଣ୍ଡଡ଼ାମରଞ୍ଜି ଆମ୍ମୁଙ୍‌ ଜିର୍ତଜି ।
32 ३२ क्योंकि यूहन्ना धार्मिकता के मार्ग से तुम्हारे पास आया, और तुम ने उस पर विश्वास नहीं किया: पर चुंगी लेनेवालों और वेश्याओं ने उसका विश्वास किया: और तुम यह देखकर बाद में भी न पछताए कि उसका विश्वास कर लेते।
ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆଜାଡ଼ି ତଙରନ୍‌ ଅନବ୍‌ତୁଜନ୍‌ ଆସନ୍‌ ତବ୍ବୁବ୍‌ଡାମର୍‌ ଜନନ୍‌ ଅମଙ୍‌ବେନ୍‌ ଇୟ୍‌ଲାୟ୍‌, ବନ୍‌ଡ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଆମଙନ୍‌ ଏଃଡ୍ଡର୍ରନେ; ପାନୁବେଡ୍‌ମରଞ୍ଜି ଡ ଜୋଣ୍ଡଡ଼ାମରଞ୍ଜି ଜନନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଡର୍ରଞ୍ଜି । କେନ୍‌ଆତେ ଗିୟ୍‌ଲେ ନିୟ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଆବ୍‌ୟର୍‌ବୁଡ୍ଡିଲନ୍‌ ତବ୍ବୁବ୍‌ଡାମର୍‌ ଜନନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଏଃଡ୍ଡର୍ରନେ ।”
33 ३३ “एक और दृष्टान्त सुनो एक गृहस्थ था, जिसने दाख की बारी लगाई; और उसके चारों ओर बाड़ा बाँधा; और उसमें रस का कुण्ड खोदा; और गुम्मट बनाया; और किसानों को उसका ठेका देकर परदेश चला गया।
“ଆରି ଅବୟ୍‌ ଅନବ୍‌ଜଙ୍‌ବରନ୍‌ ଅମ୍‌ଡଙ୍‌ବା । ଅବୟ୍‌ ଅସିଙନ୍‌ ଆ ମୁଡ଼ମର୍‌ ଦ୍ରାକ୍ୟାକୋତ୍ତାନ୍‌ ତୁବ୍‌ଲେ ଏର୍ରେ ତରେନ୍‌, ଆରି ଦ୍ରାକ୍ୟାଜନ୍‌ ଆ ଞନାଲ୍‌ ଆସନ୍‌ ତେତ୍ତେ କୁଣ୍ଡନ୍‌ ଗାୟ୍‌ଲେ କୋତ୍ତାନ୍‌ ଆଜରଗେ ଆସନ୍‌ ଅବୟ୍‌ ମଞ୍ଚାନ୍‌ ତୁବେନ୍‌ କି ତି ଆ କୋତ୍ତା ଅର୍ରମରଞ୍ଜି ଆସିଲୋଙ୍‌ ବାଗାନ୍‌ ତିୟ୍‌ଲୋଙ୍‌ ତିୟ୍‌ଲେ ବଡେସାନ୍‌ ଜିରେନ୍‌ ।
34 ३४ जब फल का समय निकट आया, तो उसने अपने दासों को उसका फल लेने के लिये किसानों के पास भेजा।
ତିକ୍କି ଦ୍ରାକ୍ୟାଜନ୍‌ ଆ ରନୋଡ୍‌ରୋଡ୍‌ ବେଡ଼ାନ୍‌ ଆରଡ଼ୋଲାଞନ୍‌, ଆଜନ୍‌ ଆଞନାଙ୍‌ ଆସନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଅର୍ରମରଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ ଆ କମ୍ବାରିମରଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଆପ୍ପାୟ୍‌ଲାଜି ।
35 ३५ पर किसानों ने उसके दासों को पकड़ के, किसी को पीटा, और किसी को मार डाला; और किसी को पथराव किया।
ବନ୍‌ଡ ବାଗାଅର୍‌ମରଞ୍ଜି କୋତ୍ତାମରନ୍‌ ଆ କମ୍ବାରିମର୍‌ଜିଆଡଙ୍‌ ଞମ୍‌ଲେ ତିଡେଞ୍ଜି, ଆରି ଅବୟ୍‌ନେଆଡଙ୍‌ ସମ୍ୱବେଞ୍ଜି, ଅବୟ୍‌ନେଆଡଙ୍‌ ତିଡରେଞ୍ଜି କି ରବ୍ବୁଏଞ୍ଜି ।
36 ३६ फिर उसने और दासों को भेजा, जो पहले से अधिक थे; और उन्होंने उनसे भी वैसा ही किया।
ଆନିନ୍‌ ଆରି ବତର ଆମ୍ମୁଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଗୋଗୋୟ୍‌ କମ୍ବାରିମରଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଆପ୍ପାୟ୍‌ଲାଜି, ଆରି ବାଗାଅର୍‌ମରଞ୍ଜି ଏତ୍ତେଲେମା କମ୍ୱାରିମରଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ତିଡେଞ୍ଜି, ରବ୍ବୁଏଞ୍ଜି ।
37 ३७ अन्त में उसने अपने पुत्र को उनके पास यह कहकर भेजा, कि वे मेरे पुत्र का आदर करेंगे।
ଆତନିକ୍କି କୋତ୍ତାମରନ୍‌ ଗାମେନ୍‌, ‘ଡାଙ୍ଗଡ଼ାଅନ୍‌ଞେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ମାନ୍ନେତଜି,’ ଆରି ଆନିନ୍‌ ଆ ଡାଙ୍ଗଡ଼ାଅନନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବାଗାଅର୍‌ମରଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ ଆପ୍ପାୟ୍‌ଲାଜି ।
38 ३८ परन्तु किसानों ने पुत्र को देखकर आपस में कहा, ‘यह तो वारिस है, आओ, उसे मार डालें: और उसकी विरासत ले लें।’
ବନ୍‌ଡ ବାଗାଅର୍‌ମରଞ୍ଜି କୋତ୍ତାମରନ୍‌ ଆ ଡାଙ୍ଗଡ଼ାଅନନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଗିୟ୍‌ଲେ ତର୍ଡମ୍‌ କଡାଡ଼ିଲଞ୍ଜି, ‘କେନ୍‌ ତ ଆ ଡାଙ୍ଗଡ଼ାଅନନ୍‌, ୟବା, ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଏରବ୍ବୁବା, ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ କୋତ୍ତାନ୍‌ ଇନ୍‌ଲେଞ୍ଜିଆତେ ଡେତେ ।’
39 ३९ और उन्होंने उसे पकड़ा और दाख की बारी से बाहर निकालकर मार डाला।
ଆରି ବାଗାଅର୍‌ମରଞ୍ଜି ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଞମ୍‌ଲେ ଦ୍ରାକ୍ୟାକୋତ୍ତାନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଅମ୍‌ଡୁଙେଞ୍ଜି କି ସମ୍ୱବେଞ୍ଜି ।”
40 ४० “इसलिए जब दाख की बारी का स्वामी आएगा, तो उन किसानों के साथ क्या करेगा?”
ଜିସୁନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବରେଞ୍ଜି, “ଦ୍ରାକ୍ୟାକୋତ୍ତାମରନ୍‌ ଜିର୍ରାୟ୍‌ ଆଡିଡ୍‌, ଆନିନ୍‌ ତି ବାଗାଅର୍‌ମରଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଇନି ଇୟ୍‌ତାୟ୍‌ ଏଙ୍ଗାଏଜି?”
41 ४१ उन्होंने उससे कहा, “वह उन बुरे लोगों को बुरी रीति से नाश करेगा; और दाख की बारी का ठेका और किसानों को देगा, जो समय पर उसे फल दिया करेंगे।”
ଆନିଞ୍ଜି ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଜାଲଙେଞ୍ଜି, “ଆନିନ୍‌ ତି ପେଲ୍ଲାମରଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଇୟ୍‌ତାୟ୍‌ ରବ୍ବୁଆଜେଜି, ଆରି ଅଙ୍ଗା ବାଗାଅର୍‌ମର୍‌ଜି ଦ୍ରାକ୍ୟାଜନ୍‌ ଆ ରନୋଡ୍‌ରୋଡ୍‌ ବେଡ଼ାନ୍‌ ଦ୍ରାକ୍ୟାଜନ୍‌ ବାନ୍ତେଲେ କୋତ୍ତାମରନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ତିୟ୍‌ତଜି, ତି ଆ ମନ୍‌ରାଜି ଆସିଲୋଙ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଦ୍ରାକ୍ୟାକୋତ୍ତାନ୍‌ ବାଗାନ୍‌ ଇୟ୍‌ତାୟ୍‌ ତିୟେଜି ।”
42 ४२ यीशु ने उनसे कहा, “क्या तुम ने कभी पवित्रशास्त्र में यह नहीं पढ़ा: ‘जिस पत्थर को राजमिस्त्रियों ने बेकार समझा था, वही कोने के सिरे का पत्थर हो गया यह प्रभु की ओर से हुआ, और हमारे देखने में अद्भुत है।?’
ଜିସୁନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବରେଞ୍ଜି, “ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ସାସ୍ତ୍ରଲୋଙନ୍‌ କେନ୍‌ ଆ ବର୍ନେ ଆଙ୍ଗିୟ୍‌ ଅଣ୍ଡ୍ରଙ୍‌ ଏପଡ଼େନେ ପଙ୍‌?” “ଗୁସିଂମରଞ୍ଜି ଅଙ୍ଗା ଆରେଙ୍‌ ବାସ୍ସେଏଞ୍ଜି, ତିଆତେ କୁନେନ୍‌ ଆ ମୁଡ଼ ଅରେଙ୍‌ ଡେଏନ୍‌ । କେନ୍‌ ଆ କାବ୍ବାଡ଼ା ପ୍ରବୁନ୍‌ ଲୁମେନ୍‌, ଆରି ତିଆତେ ଗନିୟ୍‌ଗିୟ୍‌ଲୋଙ୍‌ଲେନ୍‌ ସରାନ୍ନିଡାନ୍‌ ।”
43 ४३ “इसलिए मैं तुम से कहता हूँ, कि परमेश्वर का राज्य तुम से ले लिया जाएगा; और ऐसी जाति को जो उसका फल लाए, दिया जाएगा।
“ତିଆସନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଆମ୍ବେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବର୍ତବେନ୍‌, ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ରାଜ୍ୟ ଅମଙ୍‌ବେନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ତବ୍‌ଲେ ପନାଙନ୍‌ ଡେତେ, ଆରି ଅଙ୍ଗା ମନ୍‌ରାଜି ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ରାଜ୍ୟ ଆ ଜଅ ଅଜତଜି, ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ତିଆତେ ତନିୟନ୍‌ ଡେତେ ।
44 ४४ जो इस पत्थर पर गिरेगा, वह चकनाचूर हो जाएगा: और जिस पर वह गिरेगा, उसको पीस डालेगा।”
ଆରି ଆନା କେନ୍‌ ଅରେଙ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଅକୁଡ୍‌ତେ, ଆନିନ୍‌ ଡେୟ୍‌ଡେୟ୍‌ତନେ, ଆରି ଆନା ଆ ଡଅଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ କେନ୍‌ ଅରେଙନ୍‌ ଗଲୋତେ, ଆନିନ୍‌ ରଡ଼ିରଡ଼ି ଡେତେ ।”
45 ४५ प्रधान याजक और फरीसी उसके दृष्टान्तों को सुनकर समझ गए, कि वह हमारे विषय में कहता है।
ଜିସୁନ୍‌ ଆବର୍ରନ୍‌ ଆନବ୍‌ଜଙ୍‌ବର୍‌ଜି ଅମ୍‌ଡଙ୍‌ଡାଲେ, ସୋଡ଼ା ରାଓଡ଼ାଞ୍ଜି ଡ ପାରୁସିଞ୍ଜି କେନ୍‌ଆତେ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ସେଙ୍‌ଲେ ବର୍ତନେ ଗାମ୍‌ଲେ ଜନାଏଞ୍ଜି ।
46 ४६ और उन्होंने उसे पकड़ना चाहा, परन्तु लोगों से डर गए क्योंकि वे उसे भविष्यद्वक्ता मानते थे।
ଆରି ଆନିଞ୍ଜି ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଞମ୍‌ଞମନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଏରେଞ୍ଜି ଗୋଜେଞ୍ଜି । ବନ୍‌ଡ ଆନିଞ୍ଜି ମନ୍‌ରାଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବତଙେଞ୍ଜି, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅବୟ୍‌ ପୁର୍ବାଃତେ ବର୍ନେମର୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ମାନ୍ନେଏଞ୍ଜି ।

< मत्ती 21 >