< मत्ती 12 >

1 उस समय यीशु सब्त के दिन खेतों में से होकर जा रहा था, और उसके चेलों को भूख लगी, और वे बालें तोड़-तोड़कर खाने लगे।
ଏଚରଦିନା ଡା଼ୟୁ ର଼ ଜ଼ମିନି ଦିନାତା ଜୀସୁ ଗ଼ହଁ ଗୁଡିୟାଟି ହାଜିମାଚେସି, ଇଞ୍ଜାଁ ତାନି ସୀସୁୟାଁ ହାକି ଆ଼ହାମାଚାକି ଗ଼ହଁ ଜେ଼କା ଡାପ୍‌ହାନା ତିଞ୍ଜାଲି ମା଼ଟ୍‌ହେରି ।
2 फरीसियों ने यह देखकर उससे कहा, “देख, तेरे चेले वह काम कर रहे हैं, जो सब्त के दिन करना उचित नहीं।”
ସାମା ପାରୁସିୟାଁ ଏ଼ଦାଆଁ ମେସାନା ଜୀସୁଇଁ ଏଲେଇଚେରି, “ମେହ୍‌ମୁ ଜ଼ମିନି ଦିନାତା ଏ଼ନାଆଁ କିନି ମେ଼ରା ହିଲେଏ, ଏ଼ଦାଆଁ ମୀ ସୀସୁୟାଁ କିହିମାନେରି ।”
3 उसने उनसे कहा, “क्या तुम ने नहीं पढ़ा, कि दाऊद ने, जब वह और उसके साथी भूखे हुए तो क्या किया?
ସାମା ଜୀସୁ ଏ଼ୱାରାଇଁ ଏଲେଇଚେସି, “ର଼ ଦିନା ଦାୱୁଦ ଅ଼ଡ଼େ ତାନି ତ଼ଣେସିଙ୍ଗା ହାକି ଆ଼ହାଲିଏ ଏ଼ନାଆଁ କିହାମାଚେରି, ମୀରୁ ସା଼ସ୍ତେରିତା ପ଼ଡ଼ୱି ଆ଼ହାହିଲଅତେରି?”
4 वह कैसे परमेश्वर के घर में गया, और भेंट की रोटियाँखाई, जिन्हें खाना न तो उसे और न उसके साथियों को, पर केवल याजकों को उचित था?
ଏ଼ୱାସି ଏ଼ନିକିଁ ମାହାପୂରୁ ଇଲୁତା ହ଼ଡାନା ଆମିନି ମାହାପୂରୁକି ହେର୍‌ପାମାନି ରୂଟି ପୂଜେରାଙ୍ଗା ପିସ୍‌ପେ ଆମ୍ୱାଆରି ତିନାଆଗାଟି ମେ଼ରା ମାଚେ, ସାମା ଦାୱୁଦ ଅ଼ଡ଼େ ତାନି ତ଼ଣେସିଙ୍ଗା ତିନାଆଗାଟାୟି ମାଚେ, ଏ଼ଦାଆଁ ଏ଼ୱାରି ତିଚେରି ।
5 या क्या तुम ने व्यवस्था में नहीं पढ़ा, कि याजक सब्त के दिन मन्दिर में सब्त के दिन की विधि को तोड़ने पर भी निर्दोष ठहरते हैं?
ଅ଼ଡ଼େ ଜ଼ମିନି ଦିନାତା ମାହାପୂରୁ ଇଲୁ ବିତ୍ରା ପୂଜେରାଙ୍ଗା ମେ଼ରା ଊରିତି ଜିକେଏ ଦ଼ହଗାଟାରି ଆ଼ଅରି, ମୀରୁ ଏ଼ନି ଏ଼ଦାଆଁ ପ଼ଡ଼ୱି ଆ଼ହାହିଲଅତେରି କି?
6 पर मैं तुम से कहता हूँ, कि यहाँ वह है, जो मन्दिर से भी महान है।
ସାମା ନା଼ନୁ ମିଙ୍ଗେ ସାତା ୱେସିମାଞ୍ଜାଇଁ, ଈ ଟା଼ୟୁତା ମାହାପୂରୁ ଇଲୁ କିହାଁ ହା଼ରେକା କାଜାୟି ଇମ୍ବାଆଁ ମାନେ ।
7 यदि तुम इसका अर्थ जानते कि मैं दया से प्रसन्न होता हूँ, बलिदान से नहीं, तो तुम निर्दोष को दोषी न ठहराते।
“ସା଼ସ୍ତେରି ୱେସିମାନେ, ସାମା ପୂଜା ହୀନାୟି ଲ଼ଡ଼ାଆଏ, ସାମା ଲ଼କୁଣି କାର୍ମାମେହ୍‌ନାୟି ନେହେଁ, ଈଦାଣି କାତା ମୀରୁ ପୁଞ୍ଜାମାଚିହିଁମା ଈ ଦ଼ହ ହିଲାଆ ଗାଟାଣାଇଁ ଦ଼ହ କିଆତେରିମା;
8 मनुष्य का पुत्र तो सब्त के दिन का भी प्रभु है।”
ଇଚିହିଁ ମାଣ୍‌ସି ମୀର୍‌ଏସି ଜ଼ମିନି ଦିନାତି ପ୍ରବୁ ଆ଼ନେସି ।”
9 वहाँ से चलकर वह उनके आराधनालय में आया।
ଜୀସୁ ଏମ୍ବାଟି ହାଜାନା ଜୀହୁଦି ଲ଼କୁତି କୁଟମି ଇଲୁତା ହାଚେସି ।
10 १० वहाँ एक मनुष्य था, जिसका हाथ सूखा हुआ था; और उन्होंने उस पर दोष लगाने के लिए उससे पूछा, “क्या सब्त के दिन चंगा करना उचित है?”
୧୦ଅ଼ଡ଼େ ମେହ୍‌ଦୁ ଏମ୍ବାଆଁ ରଅସି ମାଚେସି, ଏ଼ୱାଣି ର଼ କେୟୁ ୱା଼ୟାହାଜାମାଚେ, ଜୀସୁଇଁ ଦ଼ହ ଆସାଲି ଏଚେକା ଲ଼କୁ ଏମ୍ବାଆଁ କା଼ଚାମାଚେରି, ଏ଼ୱାରି ଜୀସୁଇଁ ୱେଚେରି, “ଜ଼ମିନି ଦିନାତା ନେହିଁକିନାୟି ମେ଼ରା ମାନେକି?”
11 ११ उसने उनसे कहा, “तुम में ऐसा कौन है, जिसकी एक भेड़ हो, और वह सब्त के दिन गड्ढे में गिर जाए, तो वह उसे पकड़कर न निकाले?
୧୧ସାମା ଜୀସୁ ଏ଼ୱାରାଇଁ ଏଲେଇଚେସି, “ମୀ ବିତ୍ରା ରଅଣାକି ର଼ ମେ଼ଣ୍ତା ମାନେ, ଏମ୍ବାଟିଏ ଜ଼ମିନି ଦିନାତା ଏ଼ ମେ଼ଣ୍ତା ଗା଼ଡ଼୍‌ୟୁତା ତର୍‌ଗିନେ, ଇଞ୍ଜାଁ ଆମ୍ବାଆସି ଏ଼ଦାନି ନିକ୍‌ଅସି, ଇଲେତି ଲ଼କୁ ଆମ୍ବାଆସି ମୀ ବିତ୍ରା ମାନେସି?
12 १२ भला, मनुष्य का मूल्य भेड़ से कितना बढ़कर है! इसलिए सब्त के दिन भलाई करना उचित है।”
୧୨ଆତିହିଁ ର଼ ମେ଼ଣ୍ତାତି ଦାରା କିହାଁ ମାଣ୍‌ସିତି ଦାରା ହା଼ରେକା । ଏ଼ଦାଆଁତାକି ଜ଼ମିନି ଦିନାତା ନେହିଁ କାମା କିନାୟି ମେ଼ରାତି କାମା ।”
13 १३ तब यीशु ने उस मनुष्य से कहा, “अपना हाथ बढ़ा।” उसने बढ़ाया, और वह फिर दूसरे हाथ के समान अच्छा हो गया।
୧୩ଏଚିବେ଼ଲା ଏ଼ୱାସି କେୟୁ ୱା଼ୟିତାଣାଇଁ ଏଲେଇଚେସି, “କେୟୁ ଦା଼ହ୍‌ମୁ ।” ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାସି ଏ଼ କେୟୁ ଦା଼ସ୍ତେସି ଏମ୍ବାଟିଏ ଏ଼ କେୟୁ ଅ଼ର କେୟୁଲେହେଁ ନେହିଁ ଆ଼ତେ ।
14 १४ तब फरीसियों ने बाहर जाकर उसके विरोध में सम्मति की, कि उसे किस प्रकार मार डाले?
୧୪ସାମା ପାରୁସିୟାଁ ପାଙ୍ଗାତା ହାଜାନା ଜୀସୁଇଁ ପା଼ୟାଲି ଏ଼ୱାଣି କ଼ପାଟି ପାରୁ ପାରୀତେରି ।
15 १५ यह जानकर यीशु वहाँ से चला गया। और बहुत लोग उसके पीछे हो लिये, और उसने सब को चंगा किया।
୧୫ଜୀସୁ ଏ଼ଦାଆଁ ପୁଞ୍ଜାନା ଏମ୍ବାଟି ଏଟ୍‌କା ଆ଼ହାନା ହ଼ଚାହାଚେସି, ଇଞ୍ଜାଁ ହା଼ରେକା ଲ଼କୁ ତାନି ଜେ଼ଚ ହାଚେରି, ଅ଼ଡ଼େ ଏ଼ୱାସି ବାରେଜା଼ଣାତି ର଼ଗଟି ନେହିଁ କିତେସି ।
16 १६ और उन्हें चेतावनी दी, कि मुझे प्रगट न करना।
୧୬ଇଞ୍ଜାଁ ତାଙ୍ଗେ ଲ଼କୁଇଁ ୱେ଼କ୍‌ଆଦୁ ଇଞ୍ଜିଁ ହୁକୁମି ହୀତେସି ।
17 १७ कि जो वचन यशायाह भविष्यद्वक्ता के द्वारा कहा गया था, वह पूरा हो:
୧୭ଏ଼ନିକିହିଁ ମାହାପୂରୁ ଅଣ୍‌ପୁତି ବ଼ଲୁ ୱେହ୍‌ନି ଜିସାୟତି କାତା ସାତା ଆ଼ନେ,
18 १८ “देखो, यह मेरा सेवक है, जिसे मैंने चुना है; मेरा प्रिय, जिससे मेरा मन प्रसन्न है: मैं अपना आत्मा उस पर डालूँगा; और वह अन्यजातियों को न्याय का समाचार देगा।
୧୮“ମେହ୍‌ଦୁ ନା଼ ହ଼ଲେଏସି, ଆମ୍ବାଆରାଇଁ ନା଼ନୁ ଆ଼ଚାମାଇଁ; ଏ଼ୱାସି ନା଼ ଜୀୱୁତି ମୀର୍‌ଏସି, ଆମ୍ବାଆରିତା଼ଣା ନା଼ ହା଼ରେକା ରା଼ହାଁ ମାନେ; ନା଼ନୁ ଏ଼ୱାଣିଲାକ ନା଼ ସୁଦୁଜୀୱୁ ହୀଇଁ, ଅ଼ଡ଼େ ଏ଼ୱାସି ଜୀହୁଦିଆ଼ଆତି ଲ଼କୁତା଼ଣା ନୀହାଁୟିତି କାତା ୱେ଼କନେସି ।
19 १९ वह न झगड़ा करेगा, और न चिल्लाएगा; और न बाजारों में कोई उसका शब्द सुनेगा।
୧୯ଏ଼ୱାସି ଗଡ଼୍‌ହା କିଅସିକି କା଼ଲ୍‌ୱି ଆ଼ଅସି, ଇଞ୍ଜାଁ ଆଂଗେଣିତା ଏ଼ୱାଣି ହା଼ଡା ଆମ୍ବାଆରି ୱେନଅରି ।
20 २० वह कुचले हुए सरकण्डे को न तोड़ेगा; और धुआँ देती हुई बत्ती को न बुझाएगा, जब तक न्याय को प्रबल न कराए।
୨୦ନୀହାଁୟିତା ଜୀଣା ଆ଼ଆପାତେକା, ଏ଼ୱାସି ୱା଼ୟିତି ଡାଣ୍ଡିତି ଡିକ୍‌ଅସି ବ଼ୟିଁ ଆ଼ହିଁ ଡ଼ୀଞ୍ଜିମାନି ଦୀୱଁତି ଡୁପ୍‌ଅସି ।
21 २१ और अन्यजातियाँ उसके नाम पर आशा रखेंगी।”
୨୧ଅ଼ଡ଼େ ଏ଼ୱାଣି ଦ଼ରୁତା ଜୀହୁଦିଆ଼ଆତି ଲ଼କୁ ବା଼ର୍ସୁ ଇଟିନେରି ।”
22 २२ तब लोग एक अंधे-गूँगे को जिसमें दुष्टात्मा थी, उसके पास लाए; और उसने उसे अच्छा किया; और वह गूँगा बोलने और देखने लगा।
୨୨ର଼ ଦିନା ଲ଼କୁ ବୂତୁ ଆଲ୍‌ଗାମାଚି ର଼ କା଼ଣାଇଁ ତାତେରି ଏ଼ୱାଣାଇଁ ବୂତୁ ଆଲ୍‌ଗା ମାଚାକି ଗୁଲା ଆ଼ହାମାଚେସି । ଜୀସୁ ଏ଼ୱାଣାଇଁ ନେହିଁ କିତେସି; ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱାସି ମେସାଲି ଅ଼ଡ଼େ ଜ଼ଲାଲି ଆ଼ଡିତେସି ।
23 २३ इस पर सब लोग चकित होकर कहने लगे, “यह क्या दाऊद की सन्तान है?”
୨୩ଇଞ୍ଜାଁ ଲ଼କୁ ବାରେ କାବାଆ଼ହାନା ଏଲେଇଚେରି, “ଈୱାସି ଏ଼ନାଆଁ ଏ଼ ଦାୱୁଦ କୂଡ଼ାତାସି ଆ଼ଏକି?”
24 २४ परन्तु फरीसियों ने यह सुनकर कहा, “यह तो दुष्टात्माओं के सरदार शैतान की सहायता के बिना दुष्टात्माओं को नहीं निकालता।”
୨୪ପାରୁସିୟାଁ ଈ କାତା ୱେଞ୍ଜାନା ଏଲେଇଚେରି, ଈ ମାଣ୍‌ସି ବୂତୁୟାଁ କିହାଁ କାଜା ବାଲ୍‌ଜିବୁଲ୍‌ ବୂତୁ ହିଲାଆନା ବୂତୁୟାଁ ପେ଼ର୍‌ଅସି ।
25 २५ उसने उनके मन की बात जानकर उनसे कहा, “जिस किसी राज्य में फूट होती है, वह उजड़ जाता है, और कोई नगर या घराना जिसमें फूट होती है, बना न रहेगा।
୨୫ସାମା ଜୀସୁ ପାରୁସିୟାଁ ମ଼ନତି ଅଣ୍‌ପୁ ପୁଞ୍ଜାନା ଏ଼ୱାରାଇଁ ଏଲେଇଚେସି, “ର଼ ରା଼ଜି ତା଼ନୁ ତା଼ନୁଏ ଆସ୍‌ପି ଆ଼ହାନା ରୀ ବା଼ଗା ତୀନି ବା଼ଗା ଆ଼ତିସାରେ ଏ଼ ରା଼ଜି ଅ଼ଡ଼େ ତୀରିତଲେ ମାଞ୍ଜାଲି ଆ଼ଡେଏ, ଇଞ୍ଜାଁ ର଼ ଗା଼ଡ଼ା କି ର଼ ଇଲୁ କୁଟମି ତା଼ମ୍ବୁ ତା଼ମ୍ବୁଏ ଆସ୍‌ପି ଆ଼ହାନା ବା଼ଗା ଆ଼ତିସାରେ ତୀରିତଲେ ମାଞ୍ଜାଲି ଆ଼ଡେଏ ।
26 २६ और यदि शैतान ही शैतान को निकाले, तो वह अपना ही विरोधी हो गया है; फिर उसका राज्य कैसे बना रहेगा?
୨୬ଇଞ୍ଜାଁ ସୟତାନ ସୟତାନଇଁ ପିସ୍‌ପି କିନେ ଆତିହିଁ ଏ଼ଦି ବା଼ଗା ଆ଼ହାନା ତାନି କ଼ପାଟି ନିଙ୍ଗିତେୟିଏ, ଆତିହିଁ ଏ଼ଦାନି ରା଼ଜି ଏ଼ନିକିଁ ତୀରିଆ଼ହାଁ ଡ଼ୟିନେ?
27 २७ भला, यदि मैं शैतान की सहायता से दुष्टात्माओं को निकालता हूँ, तो तुम्हारे वंश किसकी सहायता से निकालते हैं? इसलिए वे ही तुम्हारा न्याय करेंगे।
୨୭ମୀରୁ ଏଲେଇଞ୍ଜିମାଞ୍ଜେରି, ନା଼ନୁ ପ଼ଲ୍‌ଆ ବୂତୁୟାଁ ବାଲ୍‌ଜିବୁଲ୍‌ ତଲେ ବୂତୁୟାଁ ପିସ୍‌ପି କିହିମାଇଁ, ଆତିହିଁ ମୀ ମୀର୍‌କା ଆମ୍ବାଆରି ବା଼ଡ଼୍‌ୟୁ ତଲେ ବୂତୁୟାଁ ପେ଼ର୍‌ନେରି । ଈଦାଆଁତାକି ଏ଼ୱାରିଏ ମୀ ନୀହାଁୟି କିୟାନାରି ଆ଼ନେରି ।
28 २८ पर यदि मैं परमेश्वर के आत्मा की सहायता से दुष्टात्माओं को निकालता हूँ, तो परमेश्वर का राज्य तुम्हारे पास आ पहुँचा है।
୨୮ସାମା ନା଼ନୁ ମାହାପୂରୁ ଜୀୱୁତି ବା଼ଡ଼୍‌ୟୁ ତଲେ ବୂତୁୟାଁ ପେ଼ର୍‌ହି ମାଇଁ, ଆତିହିଁ ମାହାପୂରୁତି ରା଼ଜି ମୀ ତା଼ଣା ଏଦାତେୟିଏ ।”
29 २९ या कैसे कोई मनुष्य किसी बलवन्त के घर में घुसकर उसका माल लूट सकता है जब तक कि पहले उस बलवन्त को न बाँध ले? और तब वह उसका घर लूट लेगा।
୨୯“ଇଞ୍ଜାଁ ଆମ୍ବାଆସି ର଼ ବାଡ଼୍‌ୟୁଗାଟି ଲ଼କୁଇଁ ତଲିଏ ଦହ୍‌ଆନା, ଏ଼ନିକିହିଁ ଏ଼ୱାଣି ଇଜ ହ଼ଡାନା ତାନି ଇଲୁ କା଼ଣ୍ତା ବାରେ ସ଼ରୁ ଅୟାଲି ଆ଼ଡିନେସି? ଏ଼ୱାଣାଇଁ ତଲିଏ ଦସ୍ତିହିଁଦେ ଏ଼ୱାଣି ଇଲୁ କା଼ଣ୍ତା ସ଼ରୁ ଆ଼ହାଲି ଆ଼ଡିନେସି ।”
30 ३० जो मेरे साथ नहीं, वह मेरे विरोध में है; और जो मेरे साथ नहीं बटोरता, वह बिखेरता है।
୩୦“ଆମ୍ବାଆସି ନା଼ ୱାକିଟି ଆ଼ଆଗାଟାସି, ଏ଼ୱାସି ନା଼ ସାତ୍ରୁ, ଇଞ୍ଜାଁ ଆମ୍ବାଆସି ନା଼ ତଲେ କୂଡ଼ି କିଅସି ଏ଼ୱାସି ଆଲାରା କିନେସି ।
31 ३१ इसलिए मैं तुम से कहता हूँ, कि मनुष्य का सब प्रकार का पाप और निन्दा क्षमा की जाएगी, पर पवित्र आत्मा की निन्दा क्षमा न की जाएगी।
୩୧ଈଦାଆଁତାକି ନା଼ନୁ ମିଙ୍ଗେ ୱେସିମାଞ୍ଜାଇଁ, ମାଣ୍‌ସି ଲ଼କୁତି ବାରେ ପା଼ପୁ ଅ଼ଡ଼େ ଲାଗେଏ ପ଼ଲେଏଟି ଲ଼କୁଣି ନିନ୍ଦା କାତା ଜ଼ଲାମାନାଣି ମ୍ଣେକ୍‌ହା ତୁସ୍‌ପିଆ଼ନେ, ସାମା ମାହାପୂରୁତି ସୁଦୁଜୀୱୁ ଦ଼ରୁତଲେ ଜ଼ଲିନାଣା ପା଼ପୁ ମେଣ୍‌ଙ୍ଗି କିୱିଆ଼ଏ ।
32 ३२ जो कोई मनुष्य के पुत्र के विरोध में कोई बात कहेगा, उसका यह अपराध क्षमा किया जाएगा, परन्तु जो कोई पवित्र आत्मा के विरोध में कुछ कहेगा, उसका अपराध न तो इस युग में और न ही आनेवाले युग में क्षमा किया जाएगा। (aiōn g165)
୩୨ଅ଼ଡ଼େ ଆମ୍ବାଆସି ମାଣ୍‌ସି ମୀର୍‌ଏଣା କ଼ପାଟି ଜ଼ଲିନେସି, ଏ଼ୱାଣି ପା଼ପୁ ମେଣ୍‌ଙ୍ଗି କିୱିଆ଼ନେ, ସାମା ଆମ୍ବାଆସି ମାହାପୂରୁତି ସୁଦୁଜୀୱୁତି କ଼ପାଟି ଜ଼ଲିନେସି, ଈ କା଼ଲାତା କି ଡା଼ୟୁ କା଼ଲାତା ଜିକେଏ ଏ଼ୱାଣି ପା଼ପୁ ମେଣ୍‌ଙ୍ଗି କିୱିଆ଼ଏ ।” (aiōn g165)
33 ३३ “यदि पेड़ को अच्छा कहो, तो उसके फल को भी अच्छा कहो, या पेड़ को निकम्मा कहो, तो उसके फल को भी निकम्मा कहो; क्योंकि पेड़ फल ही से पहचाना जाता है।
୩୩“ମା଼ର୍‌ନୁତି ନେହାୟି ଇଞ୍ଜୁ ଅ଼ଡ଼େ ତାନି ପା଼ଡ଼େୟିତି ନେହାୟି ଇଞ୍ଜୁ, ଆ଼ଆତିଁ ମା଼ର୍‌ନୁତି ଲାଗେଏତାୟି ଇଞ୍ଜୁ ଅ଼ଡ଼େ ତାନି ପା଼ଡ଼େୟିତି ଲାଗେଏତାୟି ଇଞ୍ଜୁ, ଇଚିହିଁ ପା଼ଡ଼େୟି ତଲେ ମା଼ର୍‌ନୁତି ପୁଣ୍‌କି ଆ଼ନେ ।
34 ३४ हे साँप के बच्चों, तुम बुरे होकर कैसे अच्छी बातें कह सकते हो? क्योंकि जो मन में भरा है, वही मुँह पर आता है।
୩୪ଆଡ଼େ ରା଼ସ୍‌କା କୂଡ଼ାତେରି, ମୀରୁ ପ଼ଲ୍‌ଆ ଗାଟାତେରି ଆ଼ହାଁ ଏ଼ନିକିଁ ମୀରୁ ନେହିଁ ହା଼ଡା ୱେସାଲି ଆ଼ଡିଦେରି? ଇଚିହିଁ ହିୟାଁତା ମାନି କାତା ଗୂତି ଜ଼ଲିମାନେ ।
35 ३५ भला मनुष्य मन के भले भण्डार से भली बातें निकालता है; और बुरा मनुष्य बुरे भण्डार से बुरी बातें निकालता है।
୩୫ନେହିଁ ଲ଼କୁ ନେହିଁ ମ଼ନ ବିତ୍ରାଟି ନେହିଁ କାତା ହ଼ପ୍‌ନେସି, ଇଞ୍ଜାଁ ପ଼ଲ୍‌ଆ ଗାଟାସି ପ଼ଲ୍‌ଆ ମ଼ନ ବିତ୍ରାଟି ପ଼ଲ୍‌ଆ କାତା ହ଼ପ୍‌ନେସି ।”
36 ३६ और मैं तुम से कहता हूँ, कि जो-जो निकम्मी बातें मनुष्य कहेंगे, न्याय के दिन हर एक बात का लेखा देंगे।
୩୬“ସାମା ନା଼ନୁ ମିଙ୍ଗେ ସାତା ୱେସିମାଞ୍ଜାଇଁ, ବାରେଜା଼ଣା ତା଼ମ୍ବୁ ୱେସାମାନି ଉଜେଏତି କାତାତାକି ବିଚାରା କିନି ଦିନାତା ଏମ୍ବାତି କାତା ଜ଼ଲିନେରି;
37 ३७ क्योंकि तू अपनी बातों के कारण निर्दोष और अपनी बातों ही के कारण दोषी ठहराया जाएगा।”
୩୭ଈଦାଆଁତାକି ମୀ ଗୂତିତି ହା଼ଡାତଲେ ନୀହାଁୟି ଦିନାତା ମୀରୁ ଦ଼ହ ଗାଟାତେରି ଅ଼ଡ଼େ ଦ଼ହ ହିଲାଆଗାଟାତେରି ଆ଼ଦେରି ।”
38 ३८ इस पर कुछ शास्त्रियों और फरीसियों ने उससे कहा, “हे गुरु, हम तुझ से एक चिन्ह देखना चाहते हैं।”
୩୮ଏଚିବେ଼ଲା ମେ଼ରା ପୁନାରି ଅ଼ଡ଼େ ପାରୁସିୟାଁ ବିତ୍ରାଟି ଏଚରଜା଼ଣା ଜୀସୁଇଁ ଏଲେଇଚେରି, “ଗୂରୁ, ମା଼ମ୍ବୁ ନୀ ତା଼ଣାଟି ର଼ କାବାଆ଼ନି ସିନା ମେସାଲି ଅଣ୍‌ପିମାନମି ।”
39 ३९ उसने उन्हें उत्तर दिया, “इस युग के बुरे और व्यभिचारी लोग चिन्ह ढूँढ़ते हैं; परन्तु योना भविष्यद्वक्ता के चिन्ह को छोड़ कोई और चिन्ह उनको न दिया जाएगा।
୩୯ସାମା ଜୀସୁ ଏ଼ୱାରାଇଁ ଏଲେଇଚେସି, “ପ଼ଲ୍‌ଆ ଗାଟାରି ଅ଼ଡ଼େ ମାହାପୂରୁଇଁ ନାମାଆ ଗାଟାରିଦେହେଁ ସିନାୟାଁ ପାରିନେରି, ସାମା ମାହାପୂରୁ ଅଣ୍‌ପୁତି ବ଼ଲୁ ୱେହ୍‌ନି ଜୁନସତି ସିନା ପିସ୍‌ପେ ଏ଼ୱାରାକି ଏ଼ନି ସିନା ହୀପ୍‌କି ଆ଼ଏ ।
40 ४० योना तीन रात-दिन महा मच्छ के पेट में रहा, वैसे ही मनुष्य का पुत्र तीन रात-दिन पृथ्वी के भीतर रहेगा।
୪୦ଇଚିହିଁ ଜୁନସ ଏ଼ନିକିଁ ତୀନିଦିନା ତୀନି ଲା଼ଆଁୟାଁ କାଜା ମୀନୁ ବାଣ୍ତି ବିତ୍ରା ମାଚେସି, ଏଲେକିଁ ମାଣ୍‌ସି ମୀର୍‌ଏସି ଜିକେଏ ବୂମି ବିତ୍ରା ତୀନିଦିନା ତୀନି ଲା଼ଆଁୟାଁ ଡ଼ୟିନେସି ।
41 ४१ नीनवे के लोग न्याय के दिन इस युग के लोगों के साथ उठकर उन्हें दोषी ठहराएँगे, क्योंकि उन्होंने योना का प्रचार सुनकर, मन फिराया और यहाँ वह है जो योना से भी बड़ाहै।
୪୧ନୀହାଁୟି ଦିନାତା ନିନିବିତି ଲ଼କୁ ଈ କା଼ଲାତି ଲ଼କୁ ନ଼କିତା ନିଚାନା ଏ଼ୱାରାଇଁ ଦ଼ହ କିନେରି, ଇଚିହିଁ ଏ଼ୱାରି ଜୁନସ ୱେସ୍ତି କାତା ଆସାନା ପା଼ପୁଟି ମ଼ନ ୱେଟ୍‌ହା ମାଚେରି, ଅ଼ଡ଼େ ମେହ୍‌ଦୁ ଜୁନସକିହାଁ କାଜାସି ଇମ୍ବାଆଁ ମାନେସି ।
42 ४२ दक्षिण की रानीन्याय के दिन इस युग के लोगों के साथ उठकर उन्हें दोषी ठहराएगी, क्योंकि वह सुलैमान का ज्ञान सुनने के लिये पृथ्वी के छोर से आई, और यहाँ वह है जो सुलैमान से भी बड़ा है।
୪୨ନୀହାଁୟି ଦିନାତା ସିବା ଦେ଼ସାତି ରା଼ଣି ଈ କା଼ଲାତି ଲ଼କୁ ନ଼କିତା ନିଚାନା ଏ଼ୱାରାଇଁ ଦ଼ହ କିନେ, ଇଚିହିଁ ସଲମନତି ବୁଦିତିକାତା ୱେଞ୍ଜାଲି ଦାର୍‌ତିତି ହେକ ଦେ଼ସାଟି ୱା଼ହାମାଚେ, ଇଞ୍ଜାଁ ମେହ୍‌ଦୁ ସଲମନକିହାଁ କାଜା କାତା ଇମ୍ବାଆଁ ମାନେ ।”
43 ४३ “जब अशुद्ध आत्मा मनुष्य में से निकल जाती है, तो सूखी जगहों में विश्राम ढूँढ़ती फिरती है, और पाती नहीं।
୪୩“ର଼ ପ଼ଲ୍‌ଆ ବୂତୁ ର଼ ମାଣ୍‌ସି ତା଼ଣାଟି ହ଼ଚା ହାଜାନା ଏ଼ୟୁ ହିଲାଆ ଟା଼ୟୁ ବାରେ ରେ଼ଜିହିଁ ଜ଼ମାଲି ଟା଼ୟୁ ପାରୀତେ, ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ଦାଆଁ ପ୍ଣାଃଆତେ,
44 ४४ तब कहती है, कि मैं अपने उसी घर में जहाँ से निकली थी, लौट जाऊँगी, और आकर उसे सूना, झाड़ा-बुहारा और सजा-सजाया पाती है।
୪୪ଏଚେଟିଏ ଏ଼ଦି ଏଲେଇନେ, ନା଼ନୁ ଆମିନି ଇଲୁଟି ହ଼ଚା ୱା଼ହାମାଇଁ, ନା଼ ଏ଼ ଇଲୁତା ୱେଣ୍ତେ ହାଇଁ; ଇଞ୍ଜାଁ ୱେଣ୍ତା ୱା଼ହାନା ୱାର୍‌ଆଣି ଇଞ୍ଜାଁ ଅ଼ଜିତାଣି ମେହ୍‌ନେ ।
45 ४५ तब वह जाकर अपने से और बुरी सात आत्माओं को अपने साथ ले आती है, और वे उसमें पैठकर वहाँ वास करती हैं, और उस मनुष्य की पिछली दशा पहले से भी बुरी हो जाती है। इस युग के बुरे लोगों की दशा भी ऐसी ही होगी।”
୪୫ଏଚିବେ଼ଲା ଏ଼ଦି ହାଜାନା ତାନିକିହାଁ ଆଗାଡ଼ା ପ଼ଲ୍‌ଆଗାଟି ସା଼ତାଗଟା ଜୀୱୁୟାଁ ଆସାନା ୱା଼ନେ, ଇଞ୍ଜାଁ ଏ଼ୱି ବାରେ ଏମ୍ବାଆଁ ହ଼ଡାନା ବାସା କିନୁ, ଅ଼ଡ଼େ ଏ଼ ଲ଼କୁତି ତଲିତି କସ୍ତ କିହାଁ ଡା଼ୟୁତି କସ୍ତ ହା଼ରେକା ଆ଼ନେ, ଈ କା଼ଲାତି ପ଼ଲ୍‌ଆ ଗାଟାରାକି ଜିକେଏ ଏଲେଆ଼ହିଁଏ ଆ଼ନେ ।”
46 ४६ जब वह भीड़ से बातें कर ही रहा था, तो उसकी माता और भाई बाहर खड़े थे, और उससे बातें करना चाहते थे।
୪୬ଜୀସୁ ବାରେ ଲ଼କୁଇଁ ହା଼ଡା ଆ଼ହିମାଚାଟି ତାମି ଇୟା ଅ଼ଡ଼େ ତାୟିୟାଁ ପାଙ୍ଗାତା ନିଚାନା ହା଼ଡା ଆ଼ହାଲି ମ଼ନ କିହିମାଚୁ ।
47 ४७ किसी ने उससे कहा, “देख तेरी माता और तेरे भाई बाहर खड़े हैं, और तुझ से बातें करना चाहते हैं।”
୪୭ଏଚେଟିଏ ରଅସି ୱା଼ହାନା ଜୀସୁଇଁ ଏଲେଇଚେସି, “ମେହ୍‌ମୁ, ମୀ ଇୟା ଅ଼ଡ଼େ ନୀ ତାୟିୟାଁ ପାଙ୍ଗାତା ନିଚାନା ହା଼ଡା ଆ଼ହାଲି ମ଼ନ କିହିମାନେରି ।”
48 ४८ यह सुन उसने कहनेवाले को उत्तर दिया, “कौन हैं मेरी माता? और कौन हैं मेरे भाई?”
୪୮ସାମା ଈ କାତା ୱେସ୍ତାଣାଇଁ ଜୀସୁ ଏଲେଇଚେସି, “ଆମ୍ବାଆୟି ମା଼ ଇୟା ଇଞ୍ଜାଁ ଆମ୍ବାଆରି ନା଼ ତାୟିୟାଁ?”
49 ४९ और अपने चेलों की ओर अपना हाथ बढ़ाकर कहा, “मेरी माता और मेरे भाई ये हैं।
୪୯ଅ଼ଡ଼େ ସୀସୁୟାଁ ୱାକି କେୟୁ ଦା଼ସାନା ଏଲେଇଚେସି, “ମେହ୍‌ଦୁ ମାୟା ଇଞ୍ଜାଁ ମା଼ ତାୟିୟାଁ,
50 ५० क्योंकि जो कोई मेरे स्वर्गीय पिता की इच्छा पर चले, वही मेरा भाई, और बहन, और माता है।”
୫୦ଇଚିହିଁ ଆମ୍ବାଆୟି ଜିକେଏ ନା଼ ଲାକପୂରୁତି ଆ଼ବା କାତା ଆହ୍‌ନେସି ଏ଼ୱାସି ନା଼ ତାୟି ଏ଼ଦି ନା଼ ତାଙ୍ଗି ଅ଼ଡ଼େ ମା଼ ଇୟା ।”

< मत्ती 12 >