< यूहन्ना 7 >

1 इन बातों के बाद यीशु गलील में फिरता रहा, क्योंकि यहूदी उसे मार डालने का यत्न कर रहे थे, इसलिए वह यहूदिया में फिरना न चाहता था।
ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ ଗାଲିଲି ଗଡ଼ାଲୋଙନ୍‌ ବୁଲ୍ଲେଲଲନ୍‌, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ରନବ୍ବୁନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଏରେଞ୍ଜି ଗୋଜେଞ୍ଜି, ତିଆସନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଜିଉଦା ଡେସାଲୋଙନ୍‌ ବନୁଲ୍ଲେବାନ୍‌ ଅଃଲ୍ଲଡୟ୍‌ଲୋ ।
2 और यहूदियों का झोपड़ियों का पर्व निकट था।
ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ଆ ପୁତ୍ତସିଂପୁର୍‌ ତୁୟାଲେ ପାଙ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
3 इसलिए उसके भाइयों ने उससे कहा, “यहाँ से कूच करके यहूदिया में चला जा, कि जो काम तू करता है, उन्हें तेरे चेले भी देखें।
ତିଆସନ୍‌ ଆ ବୋଞାଙଞ୍ଜି ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବରେଞ୍ଜି, “ତେନ୍ନେ ଅମ୍‌ରେଙ୍‌ଡାଲେ ଜିଉଦା ଡେସାନ୍‌ ଜିରା । ଆମନ୍‌ ଆର୍‌ଲୁମ୍‌ତେନ୍‌ ଆ କାବ୍ବାଡ଼ାଜି ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ତେତ୍ତେ ନିୟ୍‌ ଇୟ୍‌ଲୁମା । ଆରି ତେତ୍ତେ ଆମନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଆସ୍ରଣ୍ଡୋଙ୍‌ତମଞ୍ଜି ଆ ଞଙ୍‌ନେମର୍‌ଜି ନିୟ୍‌ ତିଆତେ ଗିଜେତଜି ।
4 क्योंकि ऐसा कोई न होगा जो प्रसिद्ध होना चाहे, और छिपकर काम करे: यदि तू यह काम करता है, तो अपने आपको जगत पर प्रगट कर।”
ଆନା ଅବ୍‌ଗିୟ୍‌ତାଡମ୍‌ନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ସାୟ୍‌ତେ, ଆନିନ୍‌ ଆ କାବ୍ବାଡ଼ାନ୍‌ ଆସସଲୋଙନ୍‌ ଇନ୍ନିଙ୍‌ ଅଃଲ୍ଲୁମେ । ଆମନ୍‌ କେନ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ଲୁମ୍‌ଲେ ରପ୍ତିଏନ୍‌ ଡେନ୍‌, ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ପୁର୍ତିଲୋଙନ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋ ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଅବ୍‌ତୁୟ୍‌ଡମ୍‌ନା ।”
5 क्योंकि उसके भाई भी उस पर विश्वास नहीं करते थे।
ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆ ବୋଞାଙଞ୍ଜି ନିୟ୍‌ ଆମଙନ୍‌ ଅଃଡ୍ଡର୍ରଞ୍ଜି ।
6 तब यीशु ने उनसे कहा, “मेरा समय अभी नहीं आया; परन्तु तुम्हारे लिये सब समय है।
ସିଲତ୍ତେ ଜିସୁନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବରେଞ୍ଜି, “ନମିନ୍ତାନ୍‌ ରୟଙ୍‌ଞେନ୍‌ ଅଣ୍ଡ୍ରଙ୍‌ ଅଡ଼ୋଆୟ୍‌, ବନ୍‌ଡ ଡିତାନ୍‌ ରୟଙ୍‌ବେନ୍‌ ଡକୋ ।
7 जगत तुम से बैर नहीं कर सकता, परन्तु वह मुझसे बैर करता है, क्योंकि मैं उसके विरोध में यह गवाही देता हूँ, कि उसके काम बुरे हैं।
ପୁର୍ତିନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଏଡ଼ୁର୍‌ମଡ୍‌ଲେ ଅଃର୍ରପ୍ତିବେନ୍‌, ବନ୍‌ଡ ଞେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଏଡ଼ୁର୍‌ମଡ୍‌ତିଁୟ୍‌, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଆ କାବ୍ବାଡ଼ାନ୍‌ ପରାନ୍‌ସାତ୍ତିନ୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ଞେନ୍‌ ସାକିନ୍‌ ତିୟ୍‌ତାୟ୍‌ ।
8 तुम पर्व में जाओ; मैं अभी इस पर्व में नहीं जाता, क्योंकि अभी तक मेरा समय पूरा नहीं हुआ।”
ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି କେନ୍‌ ଆ ପୁର୍ପୁର୍‌ ଇୟ୍‌ବା, ଞେନ୍‌ କେନ୍‌ ଆ ପୁର୍ପୁର୍‌ ଅଃନ୍ନିୟେ, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ନମିନ୍ତାନ୍‌ ରୟଙ୍‌ଞେନ୍‌ ଅଣ୍ଡ୍ରଙ୍‌ ଅଡ଼ୋଆୟ୍‌ ।”
9 वह उनसे ये बातें कहकर गलील ही में रह गया।
ଆନିନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ କେନ୍‌ ଆ ବର୍ନେଜି ବର୍ରନ୍‌ ଗାଲିଲି ଗଡ଼ାଲୋଙନ୍‌ ଡକୋଲନ୍‌ ।
10 १० परन्तु जब उसके भाई पर्व में चले गए, तो वह आप ही प्रगट में नहीं, परन्तु मानो गुप्त होकर गया।
ବନ୍‌ଡ ଆ ବୋଞାଙଞ୍ଜି ଆଜିର୍ରେଞ୍ଜି ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌, ଜିସୁନ୍‌ ନିୟ୍‌ ଏର୍‌ନବ୍‌ରାଙ୍‌ଡାନେନ୍‌ ଅବ୍‌ସସଲନ୍‌ ପୁର୍ପୁର୍‌ବାନ୍‌ ଇୟେନ୍‌ ।
11 ११ यहूदी पर्व में उसे यह कहकर ढूँढ़ने लगे कि “वह कहाँ है?”
ପୁର୍ପୁରିଙନ୍‌ ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ସାୟ୍‌ଲେ ସାୟ୍‌ଲେ, “ଆନିନ୍‌ ଅଡ଼େଙ୍ଗା?” ଗାମ୍‌ଲେ ବର୍ରଞ୍ଜି ।
12 १२ और लोगों में उसके विषय चुपके-चुपके बहुत सी बातें हुईं: कितने कहते थे, “वह भला मनुष्य है।” और कितने कहते थे, “नहीं, वह लोगों को भरमाता है।”
ଆରି, ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ ଆ ବର୍ନେ ଅବ୍‌ସସଲନ୍‌ କଡାଡ଼ିଲଞ୍ଜି, ଲାଙ୍‌ଲେନ୍ନେ ଗାମେଞ୍ଜି, “ଆନିନ୍‌ ମନଙ୍‌ମର୍‌,” ଆରି ଲାଙ୍‌ଲେନ୍ନେ ଗାମେଞ୍ଜି, “ଇଜ୍ଜା, ଆନିନ୍‌ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଆନ୍ନା ତଙର୍‌ଗଡ୍‌ ଓରୋଙ୍‌ତଜି ।”
13 १३ तो भी यहूदियों के भय के मारे कोई व्यक्ति उसके विषय में खुलकर नहीं बोलता था।
ବନ୍‌ଡ ଜିଉଦିମରଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବତଙ୍‌ଡାଲେ, ଜିସୁନ୍‌ ଆ ବର୍ନେ ଆନ୍ନିଙ୍‌ ଇନ୍ନିଙ୍‌ ଅବ୍‌ରାଙ୍‌ଡାଲନ୍‌ ଅଃବ୍ବର୍ରଞ୍ଜି ।
14 १४ और जब पर्व के आधे दिन बीत गए; तो यीशु मन्दिर में जाकर उपदेश करने लगा।
ପୁର୍‌ପୁରନ୍‌ ଆତ୍ରୁଙାରେନ୍‌ ଆଡିଡ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ ସରେବାସିଂଲୋଙନ୍‌ ଜିର୍ରେ ଞନଙନ୍‌ ଇୟ୍‌ଲେ ତିୟେ ।
15 १५ तब यहूदियों ने अचम्भा करके कहा, “इसे बिन पढ़े विद्या कैसे आ गई?”
ସିଲତ୍ତେ ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ସାନ୍ନିଡାଲେ ବର୍ରଞ୍ଜି, “କେନ୍‌ଆନିନ୍‌ ଏର୍‌ପନଡ଼େନେନ୍‌ ଏଙ୍ଗାଲେ ଡିୟ୍‌ନେ ପଡ଼େନେନ୍‌ ଗୟ୍‌ତେ?”
16 १६ यीशु ने उन्हें उत्तर दिया, “मेरा उपदेश मेरा नहीं, परन्तु मेरे भेजनेवाले का है।
ତିଆସନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଜାଲଙେଞ୍ଜି, “କେନ୍‌ ଞନଙନ୍‌ ଞେନ୍‌ଆତେ ତଡ୍‌, କେନ୍‌ଆତେ ଅନାପ୍ପାୟ୍‌ମର୍‌ଞେନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଜିର୍ରାୟ୍‌ ।
17 १७ यदि कोई उसकी इच्छा पर चलना चाहे, तो वह इस उपदेश के विषय में जान जाएगा कि वह परमेश्वर की ओर से है, या मैं अपनी ओर से कहता हूँ।
ଆନା ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ଇସ୍ସୁମ୍‌ ବାତ୍ତେ ଲନୁମ୍‌ନେନ୍‌ ସାୟ୍‌ତେ, ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ଞେନ୍‌ ତରିୟ୍‌ତାଞନ୍‌ ଆ ଞନଙ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଜିର୍ରାୟ୍‌, ଅଡ଼େ ଞେନ୍‌ଡମ୍‌ କେନ୍‌ଆତେ ବର୍ତନାୟ୍‌, ତିଆତେ ଆନିନ୍‌ ରପ୍ତି ଜନାତେ ।
18 १८ जो अपनी ओर से कुछ कहता है, वह अपनी ही बढ़ाई चाहता है; परन्तु जो अपने भेजनेवाले की बड़ाई चाहता है वही सच्चा है, और उसमें अधर्म नहीं।
ଆନା ଆ ଇସ୍ସୁମ୍‌ଡମନ୍‌ ବାତ୍ତେ ବର୍ତନେ, ଆନିନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଡମ୍‌ ଆସନ୍‌ ଗନୁଗୁ ପନେମେଙନ୍‌ ସାୟ୍‌ତେ, ବନ୍‌ଡ ଆନା ଆନାପ୍ପାୟ୍‌ମରନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅନବ୍‌ଗୁଗୁ ପନେମେଙନ୍‌ ଆସନ୍‌ ସାୟ୍‌ତେ, ଆନିନ୍‌ ଆଜାଡ଼ିଡମ୍‌, ଆରି ଆମଙନ୍‌ ଇନ୍ନିଙ୍‌ ପାତ୍ୟାନ୍‌ ଅବୟ୍‌ ତଡ୍‌ ।
19 १९ क्या मूसा ने तुम्हें व्यवस्था नहीं दी? तो भी तुम में से कोई व्यवस्था पर नहीं चलता। तुम क्यों मुझे मार डालना चाहते हो?”
ମୋସାନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବନାଁୟ୍‌ବରନ୍‌ ଅଃତ୍ତିୟ୍‌ଲବେନ୍‌ ପଙ୍‌? ଡେଲୋଜନଙ୍‌ଡେନ୍‌ ଅମଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ବେନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଆନ୍ନିଙ୍‌ ବନାଁୟ୍‌ବରନ୍‌ ଏଃଞଣ୍ଡ୍ରମ୍‌ନେ । ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଇନିବା ଞେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ରନବ୍ବୁନ୍‌ ଏସାୟ୍‌ତେ?”
20 २० लोगों ने उत्तर दिया; “तुझ में दुष्टात्मा है! कौन तुझे मार डालना चाहता है?”
ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଜାଲଙେଞ୍ଜି, “ଆମନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବୁତନ୍‌ ସୁମ୍‌ଲମ୍‌, ଆନା ଆମନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ରନବ୍ବୁନ୍‌ ଆସନ୍‌ ସାୟ୍‌ତେ?”
21 २१ यीशु ने उनको उत्तर दिया, “मैंने एक काम किया, और तुम सब अचम्भा करते हो।
ଜିସୁନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଜାଲଙେଞ୍ଜି, “ଞେନ୍‌ ଅବୟ୍‌ ସାନ୍ନି କାବ୍ବାଡ଼ାନ୍‌ ଲୁମ୍‌ଲାୟ୍‌, ଆରି ତିଆତେ ଗିୟ୍‌ଲେ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ବେନ୍‌ ସାନ୍ନି ଡେଲବେନ୍‌ ।
22 २२ इसी कारण मूसा ने तुम्हें खतने की आज्ञा दी है, यह नहीं कि वह मूसा की ओर से है परन्तु पूर्वजों से चली आई है, और तुम सब्त के दिन को मनुष्य का खतना करते हो।
କେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ମୋସାନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଗନବ୍‌ରେଡନ୍‌ ଆସନ୍‌ ବାଁୟ୍‌ଲବେନ୍‌, କେନ୍‌ଆତେ ମୋସାନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ତଡ୍‌, ବନ୍‌ଡ କେନ୍‌ଆତେ ପୁର୍ବା ଜୋଜୋବେଞ୍ଜି ଆମ୍ମୁଙ୍‌ ଉଲଞ୍ଜି, ଆରି ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଲୋଲୋନେ ଡିନ୍ନାଇଙନ୍‌ ନିୟ୍‌ ଓବ୍ବାସିୟ୍‌ବେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଏଗବ୍‌ରେଡ୍‌ତେ ।
23 २३ जब सब्त के दिन मनुष्य का खतना किया जाता है ताकि मूसा की व्यवस्था की आज्ञा टल न जाए, तो तुम मुझ पर क्यों इसलिए क्रोध करते हो, कि मैंने सब्त के दिन एक मनुष्य को पूरी रीति से चंगा किया।
ଲୋଲୋନେ ଡିନ୍ନାଇଙନ୍‌ ଅବୟ୍‌ ଓବ୍ବାସିଜନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଗବ୍‌ରେଡ୍‌ଡାଲେ, ମୋସାନ୍‌ ଆ ବନାଁୟ୍‌ବର୍‌ ଅଃନ୍ନାଲେଲବୋ ଡେନ୍‌, ଲୋଲୋନେ ଡିନ୍ନାଇଙନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଅବୟ୍‌ ମନ୍‌ରାନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ମରବ୍‌ନଙ୍‌ଲାଞନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଇନିବା ଞେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଏବବ୍‌ରାବ୍‌ତିଁୟ୍‌?
24 २४ मुँह देखकर न्याय न करो, परन्तु ठीक-ठीक न्याय करो।”
ଡାଣ୍ଡନ୍‌ ଆଗ୍ରିୟ୍‌ତାତେନ୍‌ଆତେ ଗିୟ୍‌ଲେ ଏବିସାରଡଙ୍‌, ଡରମ୍ମ ବିସାରନ୍‌ ଲୁମ୍‌ବା ।”
25 २५ तब कितने यरूशलेमवासी कहने लगे, “क्या यह वह नहीं, जिसके मार डालने का प्रयत्न किया जा रहा है?
ସିଲତ୍ତେ ଜିରୁସାଲମବାଜି ଲାଙ୍‌ଲେନ୍ନେ ଏନ୍ନେଲେ ବର୍ରଞ୍ଜି, “ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ଅଙ୍ଗା ମନ୍‌ରାଆଡଙ୍‌ ରନବ୍ବୁନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଏର୍‌ତଜି ଗୋୟ୍‌ତଜି, ତି ଆ ମନ୍‌ରା କେନ୍‌ଆନିନ୍‌ ତଡ୍‌ ପଙ୍‌?
26 २६ परन्तु देखो, वह तो खुल्लमखुल्ला बातें करता है और कोई उससे कुछ नहीं कहता; क्या सम्भव है कि सरदारों ने सच-सच जान लिया है; कि यही मसीह है?
ଆରି ଗିୟ୍‌ବା ଆନିନ୍‌ ଅବ୍‌ରାଙ୍‌ଡାଲନ୍‌ କଡାଡ଼ିତନେ, ଆରି ଆନିଞ୍ଜି ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଇନ୍ନିଙ୍‌ ଅମ୍ମେଲେ ଅଃର୍ରପ୍ତିଏଜି । କେନ୍‌ଆନିନ୍‌ କ୍ରିସ୍ଟନ୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ଆଜାଡ଼ିଡମ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଜନାଜି ପଙ୍‌?
27 २७ इसको तो हम जानते हैं, कि यह कहाँ का है; परन्तु मसीह जब आएगा, तो कोई न जानेगा कि वह कहाँ का है।”
ବୟ୍‌ଲେଙ୍‌, କେନ୍‌ଆନିନ୍‌ ଅଙ୍ଗାଲୋଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଡୁଙ୍‌ଲନାୟ୍‌, ତିଆତେ ଇନ୍‌ଲେଞ୍ଜି ଜନାତବୋ, ବନ୍‌ଡ କ୍ରିସ୍ଟନ୍‌ ଅଙ୍ଗାବେଡ଼ା ଜିର୍ତାୟ୍‌, ଆନିନ୍‌ ଅଙ୍ଗାଲୋଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଡୁଙ୍‌ତନାୟ୍‌, ତିଆତେ ଆନ୍ନିଙ୍‌ ଅଃଜ୍ଜନାଏଜି ।”
28 २८ तब यीशु ने मन्दिर में उपदेश देते हुए पुकारके कहा, “तुम मुझे जानते हो और यह भी जानते हो कि मैं कहाँ का हूँ। मैं तो आप से नहीं आया परन्तु मेरा भेजनेवाला सच्चा है, उसको तुम नहीं जानते।
ସିଲତ୍ତେ ଜିସୁନ୍‌ ସରେବାସିଂଲୋଙନ୍‌ ଞନଙନ୍‌ ତିୟା ତିୟା ସୋଡ଼ା ସର୍ରଙନ୍‌ ବାତ୍ତେ ବର୍ରନେ, “ଞେନ୍‌ ଆନା, ଆରି ଞେନ୍‌ ଅଙ୍ଗାଲୋଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଡୁଙ୍‌ଲନାୟ୍‌ ତିଆତେ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଆଜାଡ଼ିଡମ୍‌ ଆଜନାଜି ପଙ୍‌? ସନୋଡ଼ାଡମ୍‌ଞେନ୍‌ ବୟନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଅଃନ୍ନିୟ୍‌ଲାୟ୍‌, ବନ୍‌ଡ ଆନା ଞେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଆପ୍ପାୟ୍‌ଲିଁୟ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଆଜାଡ଼ିନ୍‌, ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଏଃଜ୍ଜନାଏ ।
29 २९ मैं उसे जानता हूँ; क्योंकि मैं उसकी ओर से हूँ और उसी ने मुझे भेजा है।”
ଞେନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଆଜନା, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଆମଙନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଡୁଙ୍‌ଲନାୟ୍‌, ଆରି ଆନିନ୍‌ ଞେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଆପ୍ପାୟ୍‌ଲିଁୟ୍‌ ।”
30 ३० इस पर उन्होंने उसे पकड़ना चाहा तो भी किसी ने उस पर हाथ न डाला, क्योंकि उसका समय अब तक न आया था।
ସିଲତ୍ତେ ଆନିଞ୍ଜି ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଞମ୍‌ଞମନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଏରେଞ୍ଜି ଗୋଜେଞ୍ଜି, ବନ୍‌ଡ ଆନ୍ନିଙ୍‌ଜା, ଜିସୁନ୍‌ ଆ ଡଅଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ ଆସିଞ୍ଜି ଡକ୍କୋଲେ ଅଃର୍ରପ୍ତିଲଜି, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ତି ଆ ଡିନ୍ନା ଜାୟ୍‌ ଅୟମନ୍‌ ଅଣ୍ଡ୍ରଙ୍‌ ଅଡ଼ୋଆୟ୍‌ ।
31 ३१ और भीड़ में से बहुतों ने उस पर विश्वास किया, और कहने लगे, “मसीह जब आएगा, तो क्या इससे अधिक चिन्हों को दिखाएगा जो इसने दिखाए?”
ବନ୍‌ଡ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଗୋଗୋୟ୍‌ନେ ଜିସୁନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଡର୍ରଞ୍ଜି କି ବର୍ରଞ୍ଜି, “କେନ୍‌ଆନିନ୍‌ ଡିଅଙ୍ଗା ସାନ୍ନି କାବ୍ବାଡ଼ାନ୍‌ ଲୁମେନ୍‌, କ୍ରିସ୍ଟନ୍‌ ଜିର୍ରେ କେନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଆରି ଗୋଗୋୟ୍‌ ଇଆୟ୍‌ ଲୁମ୍‌ଲେ ରପ୍ତିଏ ପଙ୍‌?”
32 ३२ फरीसियों ने लोगों को उसके विषय में ये बातें चुपके-चुपके करते सुना; और प्रधान याजकों और फरीसियों ने उसे पकड़ने को सिपाही भेजे।
ଜିସୁନ୍‌ ଆ ବର୍ନେ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଏନ୍ନେଲେ ଆକ୍ରଡାଡ଼ିଲଞ୍ଜି ପାରୁସିଞ୍ଜି ଅମ୍‌ଡଙେଞ୍ଜି, ତିଆସନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଞମ୍‌ଞମନ୍‌ ଆସନ୍‌ ରାଓଡ଼ାଞ୍ଜି ଡ ପାରୁସିଞ୍ଜି ସିପ୍ପାୟଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଆପ୍ପାୟେଞ୍ଜି ।
33 ३३ इस पर यीशु ने कहा, “मैं थोड़ी देर तक और तुम्हारे साथ हूँ; तब अपने भेजनेवाले के पास चला जाऊँगा।
ସିଲତ୍ତେ ଜିସୁନ୍‌ ଗାମେନ୍‌, “ଞେନ୍‌ ଆରି ବସନ୍ନେଃ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ସରିନ୍‌ ଡକୋତନାୟ୍‌, ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ଅନାପ୍ପାୟ୍‌ମର୍‌ଞେନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଜିର୍ତେ ।
34 ३४ तुम मुझे ढूँढ़ोगे, परन्तु नहीं पाओगे; और जहाँ मैं हूँ, वहाँ तुम नहीं आ सकते।”
ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଞେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଏସାୟ୍‌ଡଙ୍‌ତିଁୟ୍‌, ବନ୍‌ଡ ଏଃର୍ରବାଙିଁୟ୍‌; ଆରି, ଞେନ୍‌ ଅଙ୍ଗାଲୋଙ୍‌ ଡକୋତନାୟ୍‌, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ତେତ୍ତେ ଇୟ୍‌ଲେ ଏଃର୍ରପ୍ତିଏ ।”
35 ३५ यहूदियों ने आपस में कहा, “यह कहाँ जाएगा कि हम इसे न पाएँगे? क्या वह उन यहूदियों के पास जाएगा जो यूनानियों में तितर-बितर होकर रहते हैं, और यूनानियों को भी उपदेश देगा?
ସିଲତ୍ତେ ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ତର୍ଡମ୍‌ କଡାଡ଼ିଲଞ୍ଜି, “କେନ୍‌ଆନିନ୍‌ ଅଡ଼େଙ୍ଗା ଇୟ୍‌ତେ ଡ, ଇନ୍‌ଲେଞ୍ଜି ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅଃର୍ରବାଙ୍‌ବୋ? କେନ୍‌ଆନିନ୍‌ ଇନି ଗ୍ରିକ୍‌ମରଞ୍ଜି ଆ ଗଡ଼ାରେଙ୍‌ ଆଡ୍ରକୋତନେଞ୍ଜି ଜିଉଦିମର୍‌ଲେଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ରେଙ୍‌ ଜିର୍ରେ, ଗ୍ରିକ୍‌ମରଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଞନଙନ୍‌ ତନିୟନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଜିର୍ତେ ପଙ୍‌?
36 ३६ यह क्या बात है जो उसने कही, कि ‘तुम मुझे ढूँढ़ोगे, परन्तु न पाओगे: और जहाँ मैं हूँ, वहाँ तुम नहीं आ सकते’?”
ଆନିନ୍‌ ଗାମ୍‌ତେ, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଞେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଏସାୟ୍‌ଡଙ୍‌ତିଁୟ୍‌, ବନ୍‌ଡ ଏଃର୍ରବାଙିଁୟ୍‌; ଆରି, ଞେନ୍‌ ଅଙ୍ଗାଲୋଙ୍‌ ଡକୋତନାୟ୍‌, ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ତେତ୍ତେ ଇୟ୍‌ଲେ ଏଃର୍ରପ୍ତିଏ, କେନ୍‌ ଆଗ୍ରାମ୍‌ଗାମନ୍‌ ଇନି?”
37 ३७ फिर पर्व के अन्तिम दिन, जो मुख्य दिन है, यीशु खड़ा हुआ और पुकारकर कहा, “यदि कोई प्यासा हो तो मेरे पास आए और पीए।
ଅନଞିଡ୍‌ ଡିନ୍ନାନ୍‌, ଆ ଗରାମ୍‌ଗାମନ୍‌ ପୁର୍‌ପୁରନ୍‌ ଆ ସୋଡ଼ା ଡିନ୍ନାନ୍‌, ଜିସୁନ୍‌ ତନଙ୍‌ଡାଲେ ସୋଡ଼ା ସର୍ରଙନ୍‌ ବାତ୍ତେ ବର୍ରନେ, “ଆନ୍ନିଙ୍‌ ଇର୍ଗାଲ୍‌ଡାଏନ୍‌ ଡେନ୍‌, ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଅମଙ୍‌ଞେନ୍‌ ଜିର୍ରେ ଆୟ୍‌ ଗାଡାନେତୋ ।
38 ३८ जो मुझ पर विश्वास करेगा, जैसा पवित्रशास्त्र में आया है, ‘उसके हृदय में से जीवन के जल की नदियाँ बह निकलेंगी।’”
ସାସ୍ତ୍ରଲୋଙନ୍‌ ଅନିଡଲନ୍‌ ଡକୋ, ‘ଆନା ଅମଙ୍‌ଞେନ୍‌ ଡର୍ତନେ, ଆ ଉଗର୍‌ଲୋଙନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଅନମେଙନ୍‌ ଆତ୍ରିୟ୍‌ତେନ୍‌ ଆଲଡା ପେତେ ।’”
39 ३९ उसने यह वचन उस आत्मा के विषय में कहा, जिसे उस पर विश्वास करनेवाले पाने पर थे; क्योंकि आत्मा अब तक न उतरा था, क्योंकि यीशु अब तक अपनी महिमा को न पहुँचा था।
ଜିସୁନ୍‌ ମଡ଼ିର୍‌ ପୁରାଡ଼ାନ୍‌ ଆ ବର୍ନେ ବର୍ରନେ, ଆନାଜି ଜିସୁନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଡର୍ରଞ୍ଜି, ଆନିଞ୍ଜି ତିକ୍କି କେନ୍‌ ଆ ମଡ଼ିର୍‌ ପୁରାଡ଼ା ଞାଙେଞ୍ଜି । ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ତି ଜାୟ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ ଗନୁଗୁ ପନେମେଙନ୍‌ ଅଣ୍ଡ୍ରଙ୍‌ ଞାଙେ, ତିଆସନ୍‌ ମଡ଼ିର୍‌ ପୁରାଡ଼ାନ୍‌ ତନିୟନ୍‌ ଅଣ୍ଡ୍ରଙ୍‌ ଡେଏ ।
40 ४० तब भीड़ में से किसी किसी ने ये बातें सुनकर कहा, “सचमुच यही वह भविष्यद्वक्ता है।”
ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି କେନ୍‌ ଆ ଞନଙ୍‌ ଆରମ୍‌ଡଙେଞ୍ଜି, ଆମଙ୍‌ଲୋଙଞ୍ଜି ସିଲଡ୍‌ ଲାଙ୍‌ଲେନ୍ନେ ଗାମେଞ୍ଜି, “ଆଜାଡ଼ିଡମ୍‌ କେନ୍‌ଆନିନ୍‌ ଅବୟ୍‌ ପୁର୍ବାଃତେ ବର୍ନେମର୍‌ ।”
41 ४१ औरों ने कहा, “यह मसीह है,” परन्तु किसी ने कहा, “क्यों? क्या मसीह गलील से आएगा?
ଆରି ଲାଙ୍‌ଲେନ୍ନେ ଗାମେଞ୍ଜି, “କେନ୍‌ଆନିନ୍‌ କ୍ରିସ୍ଟନ୍‌ ।” ବନ୍‌ଡ ଆରି ଲାଙ୍‌ଲେନ୍ନେ ଗାମେଞ୍ଜି, “କ୍ରିସ୍ଟନ୍‌ ଇନି ଗାଲିଲିନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଅଲ୍‌ଡୁଙ୍‌ନାୟ୍‌ ପଙ୍‌?
42 ४२ क्या पवित्रशास्त्र में नहीं लिखा कि मसीह दाऊद के वंश से और बैतलहम गाँव से आएगा, जहाँ दाऊद रहता था?”
ସାସ୍ତ୍ରଲୋଙନ୍‌ ଅନିଡଲନ୍‌ ଡକୋ, କ୍ରିସ୍ଟନ୍‌ ଦାଉଦନ୍‌ ଆ କେଜ୍ଜାଲୋଙ୍‌, ଆରି ଆନିନ୍‌ ଦାଉଦନ୍‌ ଆଡ୍ରକୋନେ ବେତଲିମ ଗଡ଼ାଲୋଙନ୍‌ କରୋକ୍କୋଡନ୍‌ ଡେତେ ।”
43 ४३ अतः उसके कारण लोगों में फूट पड़ी।
ତିଆସନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ ଆ ଲତ୍ତେଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ତରଙ୍‌ଆନ୍ନା ଡେଏଞ୍ଜି ।
44 ४४ उनमें से कितने उसे पकड़ना चाहते थे, परन्तु किसी ने उस पर हाथ न डाला।
ଆରି, ଆମଙ୍‌ଲୋଙଞ୍ଜି ସିଲଡ୍‌ ଲାଙ୍‌ଲେନ୍ନେ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଞମ୍‌ଞମନ୍‌ ଆସନ୍‌ ମାୟ୍‌ବର୍ରଞ୍ଜି, ବନ୍‌ଡ ଆନ୍ନିଙ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ ଆ ଡଅଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ ଆସିଞ୍ଜି ଡକ୍କୋଲେ ଅଃର୍ରପ୍ତିଲଜି ।
45 ४५ तब सिपाही प्रधान याजकों और फरीसियों के पास आए, और उन्होंने उनसे कहा, “तुम उसे क्यों नहीं लाए?”
ସିପ୍ପାୟଞ୍ଜି ସୋଡ଼ା ରାଓଡ଼ାଞ୍ଜି ଡ ପାରୁସିଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ ୟର୍ରଞ୍ଜି, ଆରି ଆନିଞ୍ଜି ସିପ୍ପାୟଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବରେଞ୍ଜି, “ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଇନିବା ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଏଃନ୍ନୋରୋଙ୍‌ଲାୟ୍‌?”
46 ४६ सिपाहियों ने उत्तर दिया, “किसी मनुष्य ने कभी ऐसी बातें न की।”
ସିପ୍ପାୟଞ୍ଜି ଜାଲଙେଞ୍ଜି, “ତି ଆ ମନ୍‌ରା ଏତ୍ତେଲେ ବର୍ତନ୍‌ ଡ, ଆଙ୍ଗିୟ୍‌ ଆନ୍ନିଙ୍‌ ଏତ୍ତେଲେ ଅଣ୍ଡ୍ରଙ୍‌ ବର୍ନେ ।”
47 ४७ फरीसियों ने उनको उत्तर दिया, “क्या तुम भी भरमाए गए हो?
ସିଲତ୍ତେ ପାରୁସିଞ୍ଜି ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବରେଞ୍ଜି, “ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ନିୟ୍‌ ଉଲ୍ଲୁଲବେନ୍‌ ପଙ୍‌?
48 ४८ क्या शासकों या फरीसियों में से किसी ने भी उस पर विश्वास किया है?
ଆମ୍ମୁଙ୍‌ଗଡ୍‌ମରଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌, ଅଡ଼େ ପାରୁସିଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଆନ୍ନିଙ୍‌ ଆମଙନ୍‌ ଡର୍ରଞ୍ଜି ପଙ୍‌?
49 ४९ परन्तु ये लोग जो व्यवस्था नहीं जानते, श्रापित हैं।”
ବନ୍‌ଡ କେନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରାଜି ବନାଁୟ୍‌ବରନ୍‌ ଅଃଜ୍ଜନାଏଞ୍ଜି, ଆନିଞ୍ଜି ସନୟ୍‌ପନ୍‌ ଞାଙ୍‌ତଜି ।”
50 ५० नीकुदेमुस ने, (जो पहले उसके पास आया था और उनमें से एक था), उनसे कहा,
କେନ୍‌ ଆ ଆମ୍ମୁଙ୍‌, ଆମଙ୍‌ଲୋଙଞ୍ଜି ସିଲଡ୍‌ ନିକଦିମ ଗାମ୍‌ଲେ ଅବୟ୍‌ ମନ୍‌ରାନ୍‌ ତଗଲନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଇୟ୍‌ଲାୟ୍‌ । ଆନିନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବରେଞ୍ଜି,
51 ५१ “क्या हमारी व्यवस्था किसी व्यक्ति को जब तक पहले उसकी सुनकर जान न ले कि वह क्या करता है; दोषी ठहराती है?”
“ଅବୟ୍‌ ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଏର୍‌ନମ୍‌ଡଙନ୍‌, ଆରି ଆ ଞଣ୍ଡ୍ରମ୍‌ନେନ୍‌ ଏର୍‌ଜନନାନ୍‌, ବନାଁୟ୍‌ବର୍‌ଲେନ୍‌ ତି ଆ ମନ୍‌ରାଆଡଙ୍‌ ଅବ୍‌ଡୋସାତେ ପଙ୍‌?”
52 ५२ उन्होंने उसे उत्तर दिया, “क्या तू भी गलील का है? ढूँढ़ और देख, कि गलील से कोई भविष्यद्वक्ता प्रगट नहीं होने का।”
ଆନିଞ୍ଜି ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଜାଲଙେଞ୍ଜି, “ଆମନ୍‌ ନିୟ୍‌ ଅବୟ୍‌ ଗାଲିଲିମର୍‌ ପଙ୍‌? ଗାଲିଲିନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଅନ୍ନିଙ୍‌ ଆ ପୁର୍ବାଃତେ ବର୍ନେମର୍‌ ଅଃଡ୍ଡୁଙ୍‌ନାୟ୍‌, କେନ୍‌ଆତେ ସାସ୍ତ୍ରନ୍‌ ପଡ଼େଲନ୍‌ ଗିଜା ।”
53 ५३ तब सब कोई अपने-अपने घर चले गए।
ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଅଡ଼୍‌କୋଞ୍ଜି ରମ୍ମଙ୍‌ ରମ୍ମଙ୍‌ ଆସିଂ ଜିର୍ଜିରେଞ୍ଜି ।

< यूहन्ना 7 >