< यूहन्ना 18 >

1 यीशु ये बातें कहकर अपने चेलों के साथ किद्रोन के नाले के पार गया, वहाँ एक बारी थी, जिसमें वह और उसके चेले गए।
କେନ୍‌ ଆ ପାର୍ତନା ସାଡ୍‌ଲେ ଜିସୁନ୍‌ ଞଙ୍‌ନେମରଞ୍ଜି ସରିନ୍‌ କିଦ୍ରୋଣ ସନ୍ନା ଅଲନ୍‌ ଆ ଅଡିଗଡ୍‌ ଜିରେଞ୍ଜି । ତେତ୍ତେ ଅବୟ୍‌ କୋତ୍ତାନ୍‌ ଡକୋଏନ୍‌ ତି ଆ କୋତ୍ତାଲୋଙ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଇୟ୍‌ଲେ ଗନେଜି ।
2 और उसका पकड़वानेवाला यहूदा भी वह जगह जानता था, क्योंकि यीशु अपने चेलों के साथ वहाँ जाया करता था।
ଅଙ୍ଗା ଜିଉଦା ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବନେରାଞ୍ଜି ଆସିଲୋଙ୍‌ ସୋରୋପ୍ପାୟେନ୍‌, ଆନିନ୍‌ ନିୟ୍‌ ତେତ୍ତେ ଆଜନା, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ ଜବ୍ର ତର ଞଙ୍‌ନେମରଞ୍ଜି ସରିନ୍‌ ତେତ୍ତେ ଇୟିୟ୍‌ଲଏଞ୍ଜି ।
3 तब यहूदा सैन्य-दल को और प्रधान याजकों और फरीसियों की ओर से प्यादों को लेकर दीपकों और मशालों और हथियारों को लिए हुए वहाँ आया।
ତିଆସନ୍‌, ଜିଉଦାନ୍‌ ବଡଡ଼ ସିପ୍ପାୟଞ୍ଜି ଆରି ସୋଡ଼ା ରାଓଡ଼ାଞ୍ଜି ଡ ପାରୁସିଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଆରିୟ୍‌ଲାଞଞ୍ଜି ଆ ସିପ୍ପାୟ୍‌ଜିଆଡଙ୍‌ ତେତ୍ତେ ଓରୋଙେଞ୍ଜି । ଆନିଞ୍ଜି ପିଙ୍କନ୍‌, ବଡ଼ାତୋଡନ୍‌ ଆରି ଅତିଆରଞ୍ଜି ଞମ୍‌ଲେ ତେତ୍ତେ ଇୟେଞ୍ଜି ।
4 तब यीशु उन सब बातों को जो उस पर आनेवाली थीं, जानकर निकला, और उनसे कहने लगा, “किसे ढूँढ़ते हो?”
ସିଲତ୍ତେ ଜିସୁନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଇନିଜି ଇନିଜି ଡେରୟ୍‌ତେ ତି ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଜନାଏନ୍‌ । ତିଆସନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଅବ୍ବାମ୍ମୁଙ୍‌ଲନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଇୟ୍‌ଲେ ବରେଜି, “ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଆନାଆଡଙ୍‌ ଏସାୟ୍‌ତେ?”
5 उन्होंने उसको उत्तर दिया, “यीशु नासरी को।” यीशु ने उनसे कहा, “मैं हूँ।” और उसका पकड़वानेवाला यहूदा भी उनके साथ खड़ा था।
ଆନିଞ୍ଜି ଜାଲଙେଞ୍ଜି, “ନାଜରିତ ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ।” ଜିସୁନ୍‌ ଗାମେନ୍‌, “ଞେନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ।” ଅଙ୍ଗା ଜିଉଦା ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବନେରାଞ୍ଜି ଆସିଲୋଙ୍‌ ସୋରୋପ୍ପାୟେନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ନିୟ୍‌ ତେତ୍ତେ ଆନିଞ୍ଜି ସରିନ୍‌ ଆତନଙ୍‌ ଡକୋଲନ୍‌ ।
6 उसके यह कहते ही, “मैं हूँ,” वे पीछे हटकर भूमि पर गिर पड़े।
“ଞେନ୍‌ ଆନିନ୍‌” ଗାମ୍‌ଲେ ଜିସୁନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଆବର୍ରେଞ୍ଜି, ଆନିଞ୍ଜି ମଡ଼୍‌କିଣ୍ଡୋଙ୍‌ ଡେଲ୍ଲନ୍‌ ଜାୟ୍‌ତାନ୍‌ ଗୋଙାଜେଞ୍ଜି ।
7 तब उसने फिर उनसे पूछा, “तुम किसको ढूँढ़ते हो।” वे बोले, “यीशु नासरी को।”
ସିଲତ୍ତେ ଜିସୁନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଆରି ବରେଞ୍ଜି, “ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଆନାଆଡଙ୍‌ ଏସାୟ୍‌ତେ?” ଆନିଞ୍ଜି ଗାମେଞ୍ଜି, “ନାଜରିତ ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ।”
8 यीशु ने उत्तर दिया, “मैं तो तुम से कह चुका हूँ कि मैं हूँ, यदि मुझे ढूँढ़ते हो तो इन्हें जाने दो।”
ଜିସୁନ୍‌ ଗାମେନ୍‌, “ଞେନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଞେନ୍‌ ବର୍ରବେନ୍‌ । ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଞେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଏସାୟ୍‌ଡଙ୍‌ତିଁୟ୍‌ ଡେନ୍‌, ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ କେନ୍‌ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଅମ୍‌ରେଙ୍‌ବାଜି, ଆନିଞ୍ଜି ଜିରେତଜି ।”
9 यह इसलिए हुआ, कि वह वचन पूरा हो, जो उसने कहा था: “जिन्हें तूने मुझे दिया, उनमें से मैंने एक को भी न खोया।”
ତିଆସନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଆବର୍ରନେନ୍‌ କେନ୍‌ ଆ ବର୍ନେ ଡେଡମେନ୍‌, “ଆନାଜିଆଡଙ୍‌ ଆମନ୍‌ ଅସିଲୋଙ୍‌ଞେନ୍‌ ତିୟ୍‌ଲିଁୟ୍‌, ଆମଙ୍‌ଲୋଙଞ୍ଜି ସିଲଡ୍‌ ଆନ୍ନିଙ୍‌ ଜା ଅବୟ୍‌ନେଆଡଙ୍‌ ଞେନ୍‌ ଅଃନ୍ନବ୍‌ଆଡ଼ଲଜି ।”
10 १० शमौन पतरस ने तलवार, जो उसके पास थी, खींची और महायाजक के दास पर चलाकर, उसका दाहिना कान काट दिया, उस दास का नाम मलखुस था।
ସିମନ୍‌ ପିତ୍ରନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଅବୟ୍‌ କଡ଼ିବନ୍‌ ଡକୋଏନ୍‌ । ଆନିନ୍‌ ତିଆତେ ତବ୍‌ଲେ ମୁଡ଼ ରାଓଡ଼ାନ୍‌ ଆ କମ୍ୱାରିମର୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅଡ୍‌ଲେ ଆର୍ଜଡ଼ୋମ୍‌ଲୁଡନ୍‌ ଗଡ୍‌ଲେ ସେଡେନ୍‌; ତି ଆ କମ୍ୱାରିମର୍‌ ଆଞୁମ୍‌ ମାଲ୍‌କ ।
11 ११ तब यीशु ने पतरस से कहा, “अपनी तलवार काठी में रख। जो कटोरा पिता ने मुझे दिया है क्या मैं उसे न पीऊँ?”
ସିଲତ୍ତେ ଜିସୁନ୍‌ ପିତ୍ରନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବରେନ୍‌, “କଡ଼ିବନ୍‌ କାପଲୋଙନ୍‌ ଡକ୍କୋଆ, ଆପେୟନ୍‌ ଅଙ୍ଗା ସିମ୍ମା ଞେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ତିୟ୍‌ଲିଁୟ୍‌, ଞେନ୍‌ ଇନି ତି ଆ ସିମ୍ମାଲୋଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଅଃଗାଆୟ୍‌ ପଙ୍‌?”
12 १२ तब सिपाहियों और उनके सूबेदार और यहूदियों के प्यादों ने यीशु को पकड़कर बाँध लिया,
ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ସିପ୍ପାୟଞ୍ଜି, ସୋଡ଼ା ସିପ୍ପାୟନ୍‌, ଡ ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ଆ ସିପ୍ପାୟ୍‌ଜି ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଞମେଞ୍ଜି କି ଜିଏଞ୍ଜି ।
13 १३ और पहले उसे हन्ना के पास ले गए क्योंकि वह उस वर्ष के महायाजक कैफा का ससुर था।
ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଆମ୍ମୁଙ୍‌ ଆନାନନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଓରୋଙେଞ୍ଜି, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ତି ଆ ବର୍ସେଙ୍‌ କାୟାପାନ୍‌ ମୁଡ଼ ରାଓଡ଼ା ଡେଏନ୍‌, ଆରି ଆନାନନ୍‌, କାୟାପାନ୍‌ ଆ କୁଞାର୍‌ ଡକୋଏନ୍‌ ।
14 १४ यह वही कैफा था, जिसने यहूदियों को सलाह दी थी कि हमारे लोगों के लिये एक पुरुष का मरना अच्छा है।
ଅଡ଼୍‌କୋ ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଅବୟ୍‌ ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଆର୍ରବୁତେନ୍‌ ସୁକ୍କା, ଗାମ୍‌ଲେ କେନ୍‌ ଆ କାୟାପା ଜିଉଦିମରଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଞଙ୍‌ଞଙେଞ୍ଜି ।
15 १५ शमौन पतरस और एक और चेला भी यीशु के पीछे हो लिए। यह चेला महायाजक का जाना पहचाना था और यीशु के साथ महायाजक के आँगन में गया।
ସିମନ୍‌ ପିତ୍ରନ୍‌ ଡ ଆରି ଅବୟ୍‌ନେ ଞଙ୍‌ନେମର୍‌ ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ସଣ୍ଡୋଙ୍‌ଲେ ପାଙେଞ୍ଜି । ତି ଆ ଞଙ୍‌ନେମର୍‌ ମୁଡ଼ ରାଓଡ଼ାନ୍‌ ଆଅମ୍ମଡ୍‌ ଡକୋଏନ୍‌, ତିଆସନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ ସରିନ୍‌ ମୁଡ଼ ରାଓଡ଼ାନ୍‌ ଆସିଂ ଆ ଡାଣ୍ଡ ଜିରେନ୍‌;
16 १६ परन्तु पतरस बाहर द्वार पर खड़ा रहा, तब वह दूसरा चेला जो महायाजक का जाना पहचाना था, बाहर निकला, और द्वारपालिन से कहकर, पतरस को भीतर ले आया।
ବନ୍‌ଡ ପିତ୍ରନ୍‌ ଡୁଆରାନ୍‌ ଗରନ୍ନେନ୍‌ ଆ ତୁୟାୟ୍‌ ତନଙ୍‌ଲେ ଡକୋଲନ୍‌ । ତିଆସନ୍‌ ଅଙ୍ଗା ଞଙ୍‌ନେମର୍‌ ମୁଡ଼ ରାଓଡ଼ାନ୍‌ ଆଅମ୍ମଡ୍‌ ଡକୋଏନ୍‌, ଆନିନ୍‌ ଡୁଆରାନ୍‌ ଜିର୍ରେ ଗରନ୍ନେନ୍‌ ଆଜ୍ରଗେତେନ୍‌ ଆ କମ୍ୱାରିବୟ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବର୍ରେ ପିତ୍ରନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅମ୍ମନ୍‌ ଓରୋଙେନ୍‌ ।
17 १७ उस दासी ने जो द्वारपालिन थी, पतरस से कहा, “क्या तू भी इस मनुष्य के चेलों में से है?” उसने कहा, “मैं नहीं हूँ।”
ସିଲତ୍ତେ ତି ଗରନ୍ନେନ୍‌ ଆଜ୍ରଗେଏନ୍‌ ଆ କମ୍ୱାରିବୟ୍‌ ପିତ୍ରନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବରେନ୍‌, “ଆମନ୍‌ ନିୟ୍‌ ତି ଆ ମନ୍‌ରା ଆ ଞଙ୍‌ନେମର୍‌ଜି ଆମଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଅବୟ୍‌ନେ ତଡ୍‌ ପଙ୍‌?” ପିତ୍ରନ୍‌ ଗାମେନ୍‌, “ଇଜ୍ଜା, ଞେନ୍‌ ତଡ୍‌ ।”
18 १८ दास और प्यादे जाड़े के कारण कोयले धधकाकर खड़े आग ताप रहे थे और पतरस भी उनके साथ खड़ा आग ताप रहा था।
ରଙାନ୍‌ ଆସନ୍‌ କମ୍ୱାରିମରଞ୍ଜି ଡ ତଙିୟ୍‌ସିପ୍ପାୟଞ୍ଜି ତଗୋନ୍‌ ସୟ୍‌ଲେ ତେତ୍ତେ ତନଙ୍‌ଡାଲେ ତଗୋଲୋଙନ୍‌ ଞଡ୍‌ଞଡ୍‌ଲଞ୍ଜି; ପିତ୍ରନ୍‌ ନିୟ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ସରିନ୍‌ ତେତ୍ତେ ତନଙ୍‌ଡାଲେ ତଗୋଲୋଙନ୍‌ ଞଡ୍‌ଞଡ୍‌ଲନେ ।
19 १९ तब महायाजक ने यीशु से उसके चेलों के विषय में और उसके उपदेश के विषय में पूछा।
ମୁଡ଼ ରାଓଡ଼ାନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଆ ଞଙ୍‌ନେମରଞ୍ଜି ଆ ବର୍ନେ ଡ ଆ ଞନଙନ୍‌ ଆ ବର୍ନେଲୋଙ୍‌ ସେକ୍କୁଏନ୍‌ ।
20 २० यीशु ने उसको उत्तर दिया, “मैंने जगत से खुलकर बातें की; मैंने आराधनालयों और मन्दिर में जहाँ सब यहूदी इकट्ठा हुआ करते हैं सदा उपदेश किया और गुप्त में कुछ भी नहीं कहा।
ଜିସୁନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଜାଲଙେନ୍‌, “ଞେନ୍‌ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଆ ତେମଡ୍‌ଲୋଙ୍‌ ଅବ୍‌ଗିୟ୍‌ତାଲନ୍‌ ଞନଙନ୍‌ ତିୟ୍‌ଲାୟ୍‌; ଅଙ୍ଗାଲୋଙ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋ ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ରୁକ୍କୁତଞ୍ଜି, ରନୁକ୍କୁସିଂଲୋଙନ୍‌ ଡ ସରେବାସିଂଲୋଙନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଡିତାନ୍‌ ଞନଙନ୍‌ ତିୟ୍‌ଲାୟ୍‌; ଅବ୍‌ସସଲନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଇନ୍ନିଙ୍‌ ଅଃବ୍ବର୍ରନାୟ୍‌ ।
21 २१ तू मुझसे क्यों पूछता है? सुननेवालों से पूछ: कि मैंने उनसे क्या कहा? देख वे जानते हैं; कि मैंने क्या-क्या कहा।”
ଇନିବା ଞେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ସେକ୍କୁତିଁୟ୍‌? ଆନାଜି ବର୍ନେଞେନ୍‌ ଅମ୍‌ଡଙେଞ୍ଜି, ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବରାଜି; ଗିଜା, ଞେନ୍‌ ଇନିଜି ଗାମ୍‌ଲାୟ୍‌, ଆନିଞ୍ଜି ତି ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ଆଜନାଜି ।”
22 २२ जब उसने यह कहा, तो प्यादों में से एक ने जो पास खड़ा था, यीशु को थप्पड़ मारकर कहा, “क्या तू महायाजक को इस प्रकार उत्तर देता है?”
ଜିସୁନ୍‌ ଏନ୍ନେଲେ ଆବର୍ରନେନ୍‌ ତଙିୟ୍‌ସିପ୍ପାୟଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ତି ଆ ତୁୟାୟ୍‌ ତନଙ୍‌ଲେ ଆଡ୍ରକୋଲନ୍‌ ଅବୟ୍‌ନେ, ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବତନାଡ୍‌ ତାଡ୍‌ଲେ ବରେନ୍‌, “ଆମନ୍‌ ମୁଡ଼ ରାଓଡ଼ାନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଏନ୍ନେଲେ ଜାଲଙ୍‌ତେ?”
23 २३ यीशु ने उसे उत्तर दिया, “यदि मैंने बुरा कहा, तो उस बुराई पर गवाही दे; परन्तु यदि भला कहा, तो मुझे क्यों मारता है?”
ଜିସୁନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଜାଲଙେନ୍‌, “ଞେନ୍‌ ପରାନ୍‌ସାତ୍ତିବରନ୍‌ ବର୍ରନାୟ୍‌ ଡେନ୍‌, ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ତି ପରାନ୍‌ସାତ୍ତିବରନ୍‌ ଆ ବର୍ନେଲୋଙ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋ ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଆ ତେମଡ୍‌ଲୋଙ୍‌ ସାକିନ୍‌ ତିୟ୍‌ବା; ଞେନ୍‌ ମନଙ୍‌ବରନ୍‌ ବର୍ରନାୟ୍‌ ଡେନ୍‌, ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ଇନିବା ଞେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ତିଡ୍‌ତିଁୟ୍‌?”
24 २४ हन्ना ने उसे बंधे हुए कैफा महायाजक के पास भेज दिया।
ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ଆନାନନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଆଏଡେତ୍ତେନ୍‌ ଆଜିବାଡନ୍‌ କାୟାପା ମୁଡ଼ ରାଓଡ଼ାନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଆପ୍ପାୟେନ୍‌ ।
25 २५ शमौन पतरस खड़ा हुआ आग ताप रहा था। तब उन्होंने उससे कहा; “क्या तू भी उसके चेलों में से है?” उसने इन्कार करके कहा, “मैं नहीं हूँ।”
ସିମନ୍‌ ପିତ୍ରନ୍‌ ତେତ୍ତେ ତନଙ୍‌ଡାଲେ ତଗୋଲୋଙନ୍‌ ଆଞ୍ରଃଞଲ୍ଲନ୍‌ ଆଡିଡ୍‌ ତେତ୍ତେ ଆ ମନ୍‌ରାଜି ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବରେଞ୍ଜି, “ଆମନ୍‌ ନିୟ୍‌ ତି ଆ ମନ୍‌ରା ଆ ଞଙ୍‌ନେମର୍‌ଜି ଆମଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଅବୟ୍‌ନେ ତଡ୍‌ ପଙ୍‌?” ବନ୍‌ଡ ଆନିନ୍‌ ମୁର୍ସେଡାଲେ ବର୍ରନେ, “ଇଜ୍ଜା, ଞେନ୍‌ ତଡ୍‌ ।”
26 २६ महायाजक के दासों में से एक जो उसके कुटुम्ब में से था, जिसका कान पतरस ने काट डाला था, बोला, “क्या मैंने तुझे उसके साथ बारी में न देखा था?”
ମୁଡ଼ ରାଓଡ଼ାନ୍‌ ଆ କମ୍ୱାରିମର୍‌ଜି ଆମଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ପିତ୍ରନ୍‌ ଅଙ୍ଗା କମ୍ୱାରିମର୍‌ ଆଲୁଡ୍‌ ଗଡେନ୍‌, ତି ଆ କମ୍ୱାରିମର୍‌ ଆ କୁଲମ୍‌ ଅବୟ୍‌ନେ ବର୍ରନେ, “ତି କୋତ୍ତାଲୋଙନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ସରିନ୍‌ ଆମନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଞେନ୍‌ ଅଃଗିୟ୍‌ଲମ୍‌ ପଙ୍‌?”
27 २७ पतरस फिर इन्कार कर गया और तुरन्त मुर्गे ने बाँग दी।
ପିତ୍ରନ୍‌ ଆରି ମୁର୍ସେଡାଲେ ବର୍ରନେ, “ଇଜ୍ଜା, ଞେନ୍‌ ତଡ୍‌,” ଆରି ତେରଙ୍‌ କମ୍‌ସିମନ୍‌ ଓଲେନ୍‌ ।
28 २८ और वे यीशु को कैफा के पास से किले को ले गए और भोर का समय था, परन्तु वे स्वयं किले के भीतर न गए ताकि अशुद्ध न हों परन्तु फसह खा सकें।
ଅଣ୍ଡ୍ରଙନ୍‌ ଡୋତାନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ କାୟାପାନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ରାଜାସିଙନ୍‌ ଓରୋଙେଞ୍ଜି; ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ଅନେଲାୟ୍‌ପୁରନ୍‌ ପାଡ଼େନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଏଙ୍ଗାଲ୍‌ଡେନ୍‌ ଏର୍‌ମଡ଼ିର୍‌ ଡେଡଙ୍‌ଜି ତଡ୍‌, ତିଆସନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ରାଜାସିଙନ୍‌ ଅଃଗନ୍‌ଲଜି ।
29 २९ तब पिलातुस उनके पास बाहर निकल आया और कहा, “तुम इस मनुष्य पर किस बात का दोषारोपण करते हो?”
ତିଆସନ୍‌ ପିଲାତନ୍‌ ଆମଙଞ୍ଜି ଡୁଙ୍‌ଲନ୍‌ ଜିର୍ରେ ଇୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ବରେଜି, “କେନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରା ଆ ବିରୁଦଲୋଙନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଇନି ଏକାୟ୍‌କାୟ୍‌ତିଁୟ୍‌?”
30 ३० उन्होंने उसको उत्तर दिया, “यदि वह कुकर्मी न होता तो हम उसे तेरे हाथ न सौंपते।”
ଆନିଞ୍ଜି ପିଲାତନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଜାଲଙେଞ୍ଜି, “କେନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରା ଡୋସା କାବ୍ବାଡ଼ାନ୍‌ ଅଃଲ୍ଲୁମ୍‌ଲୋ ନଙ୍‌, ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅମଙ୍‌ନମ୍‌ ଏଃନ୍ନୋରୋଙାୟ୍‌ ବନ୍‌ ।”
31 ३१ पिलातुस ने उनसे कहा, “तुम ही इसे ले जाकर अपनी व्यवस्था के अनुसार उसका न्याय करो।” यहूदियों ने उससे कहा, “हमें अधिकार नहीं कि किसी का प्राण लें।”
ପିଲାତନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବରେଞ୍ଜି, “ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି କେନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଓରୋଙ୍‌ଡାଲେ ବନାଁୟ୍‌ବର୍‌ବେନ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ଇୟ୍‌ନବ୍‌ପନ୍‌ସୁଆତିବା ।” ଆନିଞ୍ଜି ଗାମେଞ୍ଜି, “ଆନ୍ନିଙ୍‌ଆଡଙ୍‌ ରନବୁ ପନବ୍‌ରଡନ୍‌ ତନିୟନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଅମଙ୍‌ଲେନ୍‌ ସନୋଡ଼ାନେନ୍‌ ଅବୟ୍‌ ତଡ୍‌ ।”
32 ३२ यह इसलिए हुआ, कि यीशु की वह बात पूरी हो जो उसने यह दर्शाते हुए कही थी, कि उसका मरना कैसा होगा।
ଆନିନ୍‌ ଏଙ୍ଗାଡାଲେ ରବୁତେ, ତି ଆ ବର୍ନେ ଜିସୁନ୍‌ ଅଙ୍ଗାତେ ବର୍ରନେ, ତିଆତେ ଏଙ୍ଗାଲ୍‌ଡେନ୍‌ ଡେଡମେ, ତିଆସନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଏତ୍ତେଲେ ବର୍ରଞ୍ଜି ।
33 ३३ तब पिलातुस फिर किले के भीतर गया और यीशु को बुलाकर, उससे पूछा, “क्या तू यहूदियों का राजा है?”
ପିଲାତନ୍‌ ଆରି ଅମ୍ମ ରାଜାସିଙନ୍‌ ୟର୍ରନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଓଡ୍ଡେଡାଲେ ବରେନ୍‌, “ଆମନ୍‌ ପଙ୍‌ ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ଆ ରାଜା?”
34 ३४ यीशु ने उत्तर दिया, “क्या तू यह बात अपनी ओर से कहता है या औरों ने मेरे विषय में तुझ से कही?”
ଜିସୁନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବରେନ୍‌, “ଆମନ୍‌ଡମ୍‌ କେନ୍‌ଆତେ ବର୍ତନେ, ଅଡ଼େ ଆନ୍ନିଙ୍‌ ବର୍ନେଞେନ୍‌ ଆମନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବର୍ରମ୍‌ଜି?”
35 ३५ पिलातुस ने उत्तर दिया, “क्या मैं यहूदी हूँ? तेरी ही जाति और प्रधान याजकों ने तुझे मेरे हाथ सौंपा, तूने क्या किया है?”
ପିଲାତନ୍‌ ଗାମେନ୍‌, “ଞେନ୍‌ ଅବୟ୍‌ ଜିଉଦିମର୍‌ ପଙ୍‌? ମନ୍‌ରାନମ୍‌ଜି ଡ ସୋଡ଼ା ରାଓଡ଼ାଞ୍ଜି ଆମନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅସିଲୋଙ୍‌ଞେନ୍‌ ସୋରୋପ୍ପାୟ୍‌ଲମ୍‌ଜି, ଆମନ୍‌ ଇନି ଲୁମେନ୍‌?”
36 ३६ यीशु ने उत्तर दिया, “मेरा राज्य इस जगत का नहीं, यदि मेरा राज्य इस जगत का होता, तो मेरे सेवक लड़ते, कि मैं यहूदियों के हाथ सौंपा न जाता: परन्तु अब मेरा राज्य यहाँ का नहीं।”
ଜିସୁନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଜାଲଙେନ୍‌, “ରାଜ୍ୟଞେନ୍‌ କେନ୍‌ ପୁର୍ତିନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ତଡ୍‌, କେନ୍‌ ପୁର୍ତିନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ରାଜ୍ୟଞେନ୍‌ ନଙ୍‌, ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ସନଣ୍ଡୋଙ୍‌ମର୍‌ଞେଞ୍ଜି ଡନେଲୋଙ୍‌ଞେନ୍‌ ତନଙ୍‌ଡାଲେ ଅଲ୍‌ତିଡ୍‌ବାନ୍‌ ଡୁଙ୍‌ତଞ୍ଜି ବନ୍‌, ଆରି ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ଞେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଞମ୍‌ଲେ ଅଃର୍ରପ୍ତିଇଁୟ୍‌ଜି ବନ୍‌ । ବନ୍‌ଡ ଇଜ୍ଜା, ରାଜ୍ୟଞେନ୍‌ କେନ୍‌ ତେନ୍ନେ ସିଲଡ୍‌ ତଡ୍‌ ।”
37 ३७ पिलातुस ने उससे कहा, “तो क्या तू राजा है?” यीशु ने उत्तर दिया, “तू कहता है, कि मैं राजा हूँ; मैंने इसलिए जन्म लिया, और इसलिए जगत में आया हूँ कि सत्य पर गवाही दूँ जो कोई सत्य का है, वह मेरा शब्द सुनता है।”
ତିଆସନ୍‌ ପିଲାତନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବରେନ୍‌, “ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ଆମନ୍‌ ଅବୟ୍‌ ରାଜା ପଙ୍‌?” ଜିସୁନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଜାଲଙେନ୍‌, “ତିଆତେ ଆମନ୍‌ ବର୍ତନେ, ଞେନ୍‌ ଅବୟ୍‌ ରାଜା । ଆଜାଡ଼ିନ୍‌ ଆ ଡନେଲୋଙ୍‌ ସାକିନ୍‌ ତନିୟନ୍‌ ଆସନ୍‌ କରୋକ୍କୋଡନ୍‌ ଡେଲେ, ଞେନ୍‌ କେନ୍‌ ପୁର୍ତିନ୍‌ ଇୟ୍‌ଲାୟ୍‌, ଆନାଜି ଆଜାଡ଼ିନ୍‌ ଆ ଡନେଲୋଙ୍‌ ଡକୋଜି, ଆନିଞ୍ଜି ସର୍ରଙ୍‌ଞେନ୍‌ ଅମ୍‌ଡଙ୍‌ତଜି ।”
38 ३८ पिलातुस ने उससे कहा, “सत्य क्या है?” और यह कहकर वह फिर यहूदियों के पास निकल गया और उनसे कहा, “मैं तो उसमें कुछ दोष नहीं पाता।
ପିଲାତନ୍‌ ଜିସୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବରେନ୍‌, “ଆଜାଡ଼ିନ୍‌ ଇନି?” ପିଲାତନ୍‌ ଏନ୍ନେଲେ ବର୍ରନ୍‌ କି ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ ଡୁଙ୍‌ଲନ୍‌ ଜିର୍ରେ, ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଇୟ୍‌ଲେ ବରେଜି, “ପନବ୍‌ରଡନ୍‌ ତନିୟନ୍‌ ଆସନ୍‌ କେନ୍‌ ଆମଙନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଅନ୍ନିଙ୍‌ ଆ ଡୋସା ଅଃଞାଙାୟ୍‌ ।”
39 ३९ “पर तुम्हारी यह रीति है कि मैं फसह में तुम्हारे लिये एक व्यक्ति को छोड़ दूँ। तो क्या तुम चाहते हो, कि मैं तुम्हारे लिये यहूदियों के राजा को छोड़ दूँ?”
“ବନ୍‌ଡ ଏଲାୟ୍‌ପୁର୍‌ ଇଙନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଅବୟ୍‌ ଆବଣ୍ଡିମରନ୍ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଆସନ୍‌ ଅମ୍‌ରେଙ୍‌ତାୟ୍‌, କେନ୍‌ଆତେ ଅନଗଡ୍‌ଲୋଙ୍‌ବେନ୍‌ ଡକୋ, ତିଆସନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ଆ ରାଜାଆଡଙ୍‌ ଅନମ୍‌ରେଙନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଲଡୟ୍‌ତବେନ୍‌ ପଙ୍‌?”
40 ४० तब उन्होंने फिर चिल्लाकर कहा, “इसे नहीं परन्तु हमारे लिये बरअब्बा को छोड़ दे।” और बरअब्बा डाकू था।
ଆନିଞ୍ଜି ଆରି ସଜିର୍‌ଡାଲେ ବର୍ରଞ୍ଜି, “ଇଜ୍ଜା, କେନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରା ତଡ୍‌, ଆର୍ପାୟ୍‌ ବାରବ୍ବାନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅମ୍‌ରେଙା ।” କେନ୍‌ ଆ ବାରବ୍ବା ଅବୟ୍‌ ସକାମର୍‌ ।

< यूहन्ना 18 >