< प्रेरितों के काम 24 >

1 पाँच दिन के बाद हनन्याह महायाजक कई प्राचीनों और तिरतुल्लुस नामक किसी वकील को साथ लेकर आया; उन्होंने राज्यपाल के सामने पौलुस पर दोषारोपण किया।
ମନ୍‌ଲୟ୍‌ ଡିନ୍ନା ଆ ତିକ୍କି ଆନାନ୍‌ ମୁଡ଼ ରାଓଡ଼ାନ୍‌ ଲାଙ୍‌ଲେଡ୍‌ ଆମ୍ମୁଙ୍‌ଗଡ୍‌ମରଞ୍ଜି ଡ ତର୍ତୁଲ୍ଲ ଗାମ୍‌ଲେ ଅବୟ୍‌ ଅକାଲ୍‌ତିନ୍‌ ସରିନ୍‌ କାଇସରିଆ ଗଡ଼ାନ୍‌ ଇୟେଞ୍ଜି, ଆରି ଆନିଞ୍ଜି ପାଓଲନ୍‌ ଆ ବିରୁଦଲୋଙ୍‌ ପେଲିକ୍‌ସ ରାଜ୍ୟପାଡ଼ନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଇୟ୍‌ଲେ କେସୁଏଜି ।
2 जब वह बुलाया गया तो तिरतुल्लुस उस पर दोष लगाकर कहने लगा, “हे महाप्रतापी फेलिक्स, तेरे द्वारा हमें जो बड़ा कुशल होता है; और तेरे प्रबन्ध से इस जाति के लिये कितनी बुराइयाँ सुधरती जाती हैं।
ପାଓଲନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଆରୋଡ୍ଡେଏଞ୍ଜି ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ତର୍ତୁଲ୍ଲନ୍‌ ପାଓଲନ୍‌ ଆ ବିରୁଦଲୋଙ୍‌ ରାଜ୍ୟପାଡ଼ନ୍‌ ଆମଙ୍‌ କାୟ୍‌କାୟ୍‌ଲେ ବର୍ରନେ; “ଏ ମାନନିଅ ପେଲିକ୍‌ସ, ସାସନନମ୍‌ ଅମ୍ମେଲେ ଇନ୍‌ଲେଞ୍ଜି ନମିନ୍ତାନ୍‌ ଉଗୁରିୟ୍‌ ଏଡକୋତନାୟ୍‌ ଆରି ଆମନ୍‌ ଉପକାରଲେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ବୁଡ୍ଡିନମ୍‌ ବାତ୍ତେ ମନଙ୍‌ କାବ୍ବାଡ଼ାଞ୍ଜି ଲରୁମ୍‌ତେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଇନ୍‌ଲେଞ୍ଜି ଏରାମ୍ମୁୟ୍‌ ଏଡକୋତନାୟ୍‌ ।
3 “इसको हम हर जगह और हर प्रकार से धन्यवाद के साथ मानते हैं।
ତିଆସନ୍‌ ଇନ୍‌ଲେଞ୍ଜି ଡିତାନ୍‌ ଆମନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଏସେଙ୍କେତମ୍‌ ଆରି ଅମଙ୍‌ନମ୍‌ ଏବୟ୍‌ଲେଙ୍‌ତନାୟ୍‌ ।
4 परन्तु इसलिए कि तुझे और दुःख नहीं देना चाहता, मैं तुझ से विनती करता हूँ, कि कृपा करके हमारी दो एक बातें सुन ले।
ଞେନ୍‌ ଆରି ଗୋଗୋୟ୍‌ ଅଃନ୍ନବ୍‌ଡିଙମ୍‌, ତିଆସନ୍‌ ସନାୟୁମ୍‌ନମ୍‌ ବାତ୍ତେ ବର୍ନେବେଞ୍ଜି ଅନମ୍‌ଡଙନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଅମଙ୍‌ନମ୍‌ କାକୁର୍ତିତନାୟ୍‌ ।
5 क्योंकि हमने इस मनुष्य को उपद्रवी और जगत के सारे यहूदियों में बलवा करानेवाला, और नासरियों के कुपंथ का मुखिया पाया है।
କେନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରା ମା ଗୋଡ଼େନ୍‌ ଆନମ୍‌ଡୁଙ୍‌ମର୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ ଏଜନାଲାୟ୍‌; ଆନିନ୍‌ ସମ୍ପରା ପୁର୍ତିନ୍‌ ବୁଲ୍ଲେଲେ ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ ଗୋଡ଼େନ୍‌ ଅମ୍‌ଡୁଙ୍‌ତେ ଆରି କେନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ନିୟ୍‌ ଅବୟ୍‌ ନାଜରିତବାୟ୍‌ଜି ଆ ମରାୟ୍‌ନେମର୍‌ ।
6 उसने मन्दिर को अशुद्ध करना चाहा, और तब हमने उसे बन्दी बना लिया। [हमने उसे अपनी व्यवस्था के अनुसार दण्ड दिया होता;
ସରେବାସିଙନ୍‌ ଏର୍‌ମଡ଼ିର୍‌ ଆରେମ୍ମେଏନ୍‌ ଆଡିଡ୍‌ ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଞମ୍‌ଲେ ଏବଣ୍ଡିଲାୟ୍‍ କି ମୋସାନ୍‌ ଆ ବନାଁୟ୍‌ବର୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଏବ୍‌ପନ୍‌ସୁଆତିଲାୟ୍‌ ।
7 परन्तु सैन्य-दल के सरदार लूसियास ने आकर उसे बलपूर्वक हमारे हाथों से छीन लिया,
ବନ୍‌ଡ ମୁଡ଼ ସିପ୍ପାୟନ୍‌ ଲୁସିଆନ୍‌ ଇୟ୍‌ଲାୟ୍‌ କି ଅବାଲ୍ଲିନ୍‌ ଅସିଲୋଙ୍‌ଲେନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ କେନ୍‌ଆନିନ୍‌ ରୁୟ୍‌ଲେ ପାଙେନ୍‌,
8 और इस पर दोष लगाने वालों को तेरे सम्मुख आने की आज्ञा दी।] इन सब बातों को जिनके विषय में हम उस पर दोष लगाते हैं, तू स्वयं उसको जाँच करके जान लेगा।”
ଆରି କେନ୍‌ ଆ ବିରୁଦଲୋଙନ୍‌ କନାୟ୍‌କାୟ୍‌ମରଞ୍ଜି ଅମଙ୍‌ନମ୍‌ ଅନିୟନ୍‌ ଆସନ୍‌ ବର୍ରଲେନ୍‌ । ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ ଅଙ୍ଗାତେ ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ କେନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରା ଆ ବିରୁଦଲୋଙ୍‌ ଏକାୟ୍‌କାୟ୍‌ତମ୍‌, ତିଆତେ ଆମନ୍‌ଡମ୍‌ କେନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରାଆଡଙ୍‌ ବରେନ୍‌ ଡେନ୍‌ ରପ୍ତି ଜନାତେ ।”
9 यहूदियों ने भी उसका साथ देकर कहा, ये बातें इसी प्रकार की हैं।
ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ନିୟ୍‌ ମାୟ୍‌ଲନ୍‌ କେନ୍‌ ଆ ବର୍ନେଜି ଆଜାଡ଼ିନ୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ବର୍ରଞ୍ଜି ।
10 १० जब राज्यपाल ने पौलुस को बोलने के लिये संकेत किया तो उसने उत्तर दिया: “मैं यह जानकर कि तू बहुत वर्षों से इस जाति का न्याय करता है, आनन्द से अपना प्रत्युत्तर देता हूँ।,
ସିଲତ୍ତେ ରାଜ୍ୟପାଡ଼ନ୍‌ ବର୍ନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ପାଓଲନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ତାରିଆୟେନ୍‌, ପାଓଲନ୍‌ ଗାମେନ୍‌, “ଆମନ୍‌ ଜବ୍ର ବର୍ସେଙ୍‌ ଡେଏନ୍‌ କେନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରାଜି ସାସନତଜି ଗାମ୍‌ଲେ ଞେନ୍‌ ଜନା, ତିଆସନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଅବ୍ବୋର୍ସାଲନ୍‌ ବର୍ନେଞେନ୍‌ ବର୍ତନାୟ୍‌ ।
11 ११ तू आप जान सकता है, कि जब से मैं यरूशलेम में आराधना करने को आया, मुझे बारह दिन से ऊपर नहीं हुए।
ଆମନ୍‌ ସେକ୍କୁଏନ୍‌ ଡେନ୍‌ ଜନାତମ୍‌, ଲଙେ ମାୟ୍‌ଲେ ବାର ଡିନ୍ନା ଡେତେ, ତି ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ଆରି ଅଃଗୋଗୋଜେ, ଞେନ୍‌ ବମିୟ୍‌ତା ଗିର୍ଜାନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଜିରୁସାଲମନ୍‌ ଇୟେନ୍‌ ।
12 १२ उन्होंने मुझे न मन्दिर में, न आराधनालयों में, न नगर में किसी से विवाद करते या भीड़ लगाते पाया;
ସରେବାସିଂଲୋଙନ୍‌ ଆନ୍ନିଙ୍‌ ସରିନ୍‌ ଅଃଗୋଡ଼େଲନାୟ୍‌, ଆରି ରନୁକ୍କୁସିଂଲୋଙନ୍‌ କି ଗଡ଼ାଲୋଙନ୍‌ ଅନ୍ନିଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ ଗୋଡ଼େନ୍‌ ତନବନ୍‌ ଆସନ୍‌ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଅଃଞଙ୍‌ଞଙ୍‌ଲାଜି ।
13 १३ और न तो वे उन बातों को, जिनके विषय में वे अब मुझ पर दोष लगाते हैं, तेरे सामने उन्हें सच प्रमाणित कर सकते हैं।
ଆରି, ନମି କେନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ବିରୁଦଲୋଙ୍‌ଞେନ୍‌ ଅମଙ୍‌ନମ୍‌ ଇନିଜି ଇୟ୍‌ତାୟ୍‌ କାୟ୍‌କାୟମ୍‌ଜି, ତିଆତେଜି ଆସନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ସାକିନ୍‌ ତିୟ୍‌ଲେ ଅଃର୍ରପ୍ତିଏଜି ।
14 १४ परन्तु यह मैं तेरे सामने मान लेता हूँ, कि जिस पंथ को वे कुपंथ कहते हैं, उसी की रीति पर मैं अपने पूर्वजों के परमेश्वर की सेवा करता हूँ; और जो बातें व्यवस्था और भविष्यद्वक्ताओं की पुस्तकों में लिखी हैं, उन सब पर विश्वास करता हूँ।
ଞେନ୍‌ ଅମଙ୍‌ନମ୍‌ ବର୍ତନାୟ୍‌ ଅଙ୍ଗା ଆ ତଙର୍‌ ଆନିଞ୍ଜି କଣ୍ଡାୟ୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ବର୍ତଞ୍ଜି, ତି ଆ ତଙର୍‌ ସନ୍‌ଲେ ଞେନ୍‌ ପୁର୍ବା ଜୋଜୋଲେଞ୍ଜି ଆ ଇସ୍ୱର ପୁର୍‌ତାୟ୍‌; ଆରି ମୋସାନ୍‌ ଆ ବନାଁୟ୍‌ବର୍‌ ଡ ପୁର୍ବାଃତେ ବର୍ନେମରଞ୍ଜି ଆ ବଇଲୋଙ୍‌ ଆଇଡିଡନ୍‌ ଆ ବର୍ନେଜି ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଡର୍ତନାୟ୍‌ ।
15 १५ और परमेश्वर से आशा रखता हूँ जो वे आप भी रखते हैं, कि धर्मी और अधर्मी दोनों का जी उठना होगा।
ମନଙ୍‌ମର୍‌ ଆରି ଏର୍‌ମନଙ୍‌ମର୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋଞ୍ଜି ୟର୍ମେଙ୍‌ତଜି ଗାମ୍‌ଲେ କେନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଏଙ୍ଗାଲେ ଆସାତଞ୍ଜି, ତି ଅନ୍ତମ୍‌ ଞେନ୍‌ ନିୟ୍‌ ଏତ୍ତେଲେ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଆସାଞେନ୍‌ ଡକୋ ଗାମ୍‌ଲେ ଅମଙ୍‌ବେନ୍‌ ବର୍ତନାୟ୍‌ ।
16 १६ इससे मैं आप भी यत्न करता हूँ, कि परमेश्वर की और मनुष्यों की ओर मेरा विवेक सदा निर्दोष रहे।
ତିଆସନ୍‌ ଞେନ୍‌ ନିୟ୍‌ ଡିତାନ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଡ ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଆ ତେମଡ୍‌ଲୋଙ୍‌ ମଡ଼ି ବୁଡ୍ଡିନ୍‌ ବାତ୍ତେ ଏର୍‌ଡୋସାଡାଗୋ ଞଣ୍ଡ୍ରମ୍‌ନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଏର୍‌ତାୟ୍‌ ଗୋୟ୍‌ତାୟ୍‌ ।
17 १७ बहुत वर्षों के बाद मैं अपने लोगों को दान पहुँचाने, और भेंट चढ़ाने आया था।
ଜବ୍ର ବର୍ସେଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ ଜିରୁସାଲମନ୍‌ ଜାତିମର୍‌ଞେଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ ତନିୟ୍‌ତିୟନ୍‌ ପନାଙନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଡ ଅନମଙନ୍‌ ତନିୟନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଇୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ।
18 १८ उन्होंने मुझे मन्दिर में, शुद्ध दशा में, बिना भीड़ के साथ, और बिना दंगा करते हुए इस काम में पाया। परन्तु वहाँ आसिया के कुछ यहूदी थे - और उनको उचित था,
ତି ଆ ବନେଡ଼ା ଞେନ୍‌ ସରେବାସିଂଲୋଙନ୍‌ ମନଡ଼ିର୍‌ କାବ୍ବାଡ଼ାନ୍‌ ଲରୁମ୍‌ଲାଞନ୍‌ ଆଡିଡ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଗିୟ୍‌ଲିଁୟ୍‌ଜି; ଅମଙ୍‌ଞେନ୍‌ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଅଃଡ୍ଡକୋଲଜି କି ଆନ୍ନିଙ୍‌ ସରିନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଅଃଗୋଡ଼େଲନାୟ୍‌ ।
19 १९ कि यदि मेरे विरोध में उनकी कोई बात हो तो यहाँ तेरे सामने आकर मुझ पर दोष लगाते।
ବନ୍‌ଡ ଆସିଆ ଡେସାନ୍‌ ଆ ଜିଉଦିମର୍‌ଜି ତେତ୍ତେ ଡକୋଏଞ୍ଜି; ବିରୁଦଲୋଙ୍‌ଞେନ୍‌ ଆମଙଞ୍ଜି ଇନ୍ନିଙ୍‌ ଆ ବର୍ନେ ଡକୋଏନ୍‌ ଡେନ୍‌, ଆନିଞ୍ଜି ଅମଙ୍‌ନମ୍‌ ଇୟ୍‌ଲେ ଇୟ୍‌ତାୟ୍‌ କାୟ୍‌କାୟମ୍‌ଜି ବନ୍‌ ।
20 २० या ये आप ही कहें, कि जब मैं महासभा के सामने खड़ा था, तो उन्होंने मुझ में कौन सा अपराध पाया?
ଅଡ଼େ ଞେନ୍‌ ଆରବ୍‌ପନ୍‌ସୁଆତିଲିଞଞ୍ଜି ଆଡିଡ୍‌ ଇନି ଆ ଇର୍ସେ ଲୁମ୍‌ଲାୟ୍‌ ଡ ଞେନ୍‌ ତେତ୍ତେ ଡୋସାଲିଁୟ୍‌, ତିଆତେ କେନ୍‌ ତେନ୍ନେ ଡକୋନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରାଜି ବର୍ନେତଜି ।
21 २१ इस एक बात को छोड़ जो मैंने उनके बीच में खड़े होकर पुकारकर कहा था, ‘मरे हुओं के जी उठने के विषय में आज मेरा तुम्हारे सामने मुकद्दमा हो रहा है।’”
ପନ୍‌ସୁଆତିମରଞ୍ଜି ଆ ମୁକ୍କାବା ତନଙ୍‌ଲେ ଡରକୋଲନାଞନ୍‌ ଆଡିଡ୍‌, ଞେନ୍‌ ଅବୟ୍‌ ବର୍ନେନ୍‌ ବର୍ରନାୟ୍‌, ‘ଆରବୁମରଞ୍ଜି ୟର୍ମେଙ୍‌ତଜି ଗାମ୍‌ଲେ ଞେନ୍‌ ଡର୍ତନାୟ୍‌, ତିଆସନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଲଙେ ଞେନ୍‌ ଏବ୍‌ପନ୍‌ସୁଆତିତିଁୟ୍‌ ।’”
22 २२ फेलिक्स ने जो इस पंथ की बातें ठीक-ठीक जानता था, उन्हें यह कहकर टाल दिया, “जब सैन्य-दल का सरदार लूसियास आएगा, तो तुम्हारी बात का निर्णय करूँगा।”
ପେଲିକ୍‌ସ ରାଜ୍ୟପାଡ଼ନ୍‌ କେନ୍‌ ଆ କଡାଡ଼ି ମନଙ୍‌ ଜନା, ତିଆସନ୍‌ ଅଃନ୍ନବ୍‌ପନ୍‌ସୁଆତିଲଜି, ଆରି ଆନିନ୍‌ ଗାମେନ୍‌, “ଲୁସିଆନ୍‌ ମୁଡ଼ ସିପ୍ପାୟନ୍‌ ଜିର୍ରାୟ୍‌ ଡେନ୍‌ କେନ୍‌ଆତେ ଆସନ୍‌ ଏକଡାଡ଼ିନେବା ।”
23 २३ और सूबेदार को आज्ञा दी, कि पौलुस को कुछ छूट में रखकर रखवाली करना, और उसके मित्रों में से किसी को भी उसकी सेवा करने से न रोकना।
ଆନିନ୍‌ ପାଓଲନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବଣ୍ଡିଲେ ଡନକ୍କୋନ୍‌ ଆସନ୍‌ ସୋଡ଼ା ସିପ୍ପାୟନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବରେନ୍‌, ଆରି ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଗୋଗୋୟ୍‌ ଏଡଣ୍ଡାୟ୍‌ଡଙ୍‌ ଗାମେନ୍‌, ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ସନାକ୍କେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଆ କୁଲମଞ୍ଜି ଇୟ୍‌ଲାଜି ଡେନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଏରଙ୍‌ଡଙେଜି ଗାମେନ୍‌ ।
24 २४ कुछ दिनों के बाद फेलिक्स अपनी पत्नी द्रुसिल्ला को, जो यहूदिनी थी, साथ लेकर आया और पौलुस को बुलवाकर उस विश्वास के विषय में जो मसीह यीशु पर है, उससे सुना।
ଅସୋୟ୍‌ ଡିନ୍ନା ଆ ତିକ୍କି ପେଲିକ୍‌ସନ୍‌ ଡ ଆ ଡୁକ୍ରିନ୍‌ ଜିଉଦିବୟ୍‌ ଦ୍ରୁସିଲାନ୍‌ ବାତ୍ତେ ଇୟ୍‌ଲାଜି କି ପାଓଲନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଓଡ୍ଡେଡାଲେ ଜିସୁ କ୍ରିସ୍ଟନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଆଡର୍ରନ୍‌ ଆ ବର୍ନେ ଅମ୍‌ଡଙେଞ୍ଜି ।
25 २५ जब वह धार्मिकता और संयम और आनेवाले न्याय की चर्चा कर रहा था, तो फेलिक्स ने भयभीत होकर उत्तर दिया, “अभी तो जा; अवसर पाकर मैं तुझे फिर बुलाऊँगा।”
ବନ୍‌ଡ ପାଓଲନ୍‌ ଡରମ୍ମନ୍‌, ଆବ୍ବୟ୍‌ମନ୍ନଡମ୍‌ନେନ୍‌ ଡ ଆଜିର୍ତାଞନ୍‌ ଆ ପନ୍‌ସୁଆତି ଡିନ୍ନା ଆ ବର୍ନେଜି ଆବର୍ରନେନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌, ପେଲିକ୍‌ସନ୍‌ ବତଙେନ୍‌ କି, “ଆମନ୍‌ ନମିଞେନ୍‌ ଜିରା, ରୟଙନ୍‌ ଏଞାଙ୍‌ଲାୟ୍‌ ଡେନ୍‌ ଆରି ବତର ଏଓଡ୍ଡେତମ୍‌,” ଗାମ୍‌ଲେ ପାଓଲନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବରେନ୍‌ ।
26 २६ उसे पौलुस से कुछ धन मिलने की भी आशा थी; इसलिए और भी बुला-बुलाकर उससे बातें किया करता था।
ଆରି ଆନିନ୍‌ ପାଓଲନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ତଙ୍କାନ୍‌ ଞାଙ୍‌ତାୟ୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ଆସାଲନ୍‌ ଡକୋଲନ୍‌, ତିଆସନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ନମିନ୍‌ ନମିନ୍‌ ପାଓଲନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଓଡ୍ଡେଡାଲେ ଆନିନ୍‌ ସରିନ୍‌ କଡାଡ଼ିଲନ୍‌ ।
27 २७ परन्तु जब दो वर्ष बीत गए, तो पुरकियुस फेस्तुस, फेलिक्स की जगह पर आया, और फेलिक्स यहूदियों को खुश करने की इच्छा से पौलुस को बन्दी ही छोड़ गया।
ବାଗୁ ବର୍ସେଙ୍‌ ଆଡ୍ରେଏନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ପେଲିକ୍‌ସନ୍‌ ଆ ପାଲ୍‌ତେଙ୍‌ ପର୍କିଅ ପେସ୍ଟସ୍‌ ରାଜ୍ୟପାଡ଼ ଅମ୍ମେଲେ ତବ୍‌ନଙେଞ୍ଜି, ପେଲିକ୍‌ସନ୍‌ ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ଅନବ୍‌ସର୍ଡାନ୍‌ ଆସନ୍‌ ପାଓଲନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବଣ୍ଡିଡାଲେ ଜିରେନ୍‌ ।

< प्रेरितों के काम 24 >