< प्रेरितों के काम 14 >

1 इकुनियुम में ऐसा हुआ कि पौलुस और बरनबास यहूदियों की आराधनालय में साथ-साथ गए, और ऐसी बातें की, कि यहूदियों और यूनानियों दोनों में से बहुतों ने विश्वास किया।
ଅନ୍ତିଅକିଆ ଗଡ଼ାଲୋଙନ୍‌ ଏଙ୍ଗାଗୋ ଡେଏନ୍‌, ଇକନିଅ ଗଡ଼ାଲୋଙନ୍‌ ନିୟ୍‌ ଏତ୍ତେଲେ ମା ଡେଏନ୍‌; ପାଓଲନ୍‌ ଡ ବର୍ନବାନ୍‌ ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ଆ ରନୁକ୍କୁସିଂଲୋଙ୍‌ ଗନ୍‌ଲେ ଏତ୍ତେଲେ ଞନଙନ୍‌ ତିୟେଞ୍ଜି ଡ, ଜବ୍ରଡମ୍‌ ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ଡ ଗ୍ରିକ୍‌ମରଞ୍ଜି କ୍ରିସ୍ଟନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଡର୍ରଞ୍ଜି ।
2 परन्तु विश्वास न करनेवाले यहूदियों ने अन्यजातियों के मन भाइयों के विरोध में भड़काए, और कटुता उत्पन्न कर दी।
ବନ୍‌ଡ ଅଙ୍ଗା ଜିଉଦିମର୍‌ଜି ଅଃଡ୍ଡର୍ରଞ୍ଜି, ଆନିଞ୍ଜି ଡର୍ନେ ବୋଞାଙଞ୍ଜି ଆ ବିରୁଦଲୋଙ୍‌ ତନନଙନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଏର୍‌ଜିଉଦିମରଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ସୁସ୍କାୟେଞ୍ଜି ।
3 और वे बहुत दिन तक वहाँ रहे, और प्रभु के भरोसे पर साहस के साथ बातें करते थे: और वह उनके हाथों से चिन्ह और अद्भुत काम करवाकर अपने अनुग्रह के वचन पर गवाही देता था।
ପାଓଲନ୍‌ ଡ ବର୍ନବାନ୍‌ ତେତ୍ତେ ଜବ୍ର ଡିନ୍ନା ଜାୟ୍‌ ଡକୋଡାଲନ୍‌ ପ୍ରବୁନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଇଙ୍‌ଡର୍‌ଡାଲନ୍‌ ଅବ୍ବୋମଙ୍‌ଲନ୍‌ ମନଙ୍‌ବରନ୍‌ ଅପ୍ପୁଙ୍‌ବରେଞ୍ଜି; ଆରି ଆନିଞ୍ଜି ତେତ୍ତେ ଅରମ୍ମଡନ୍‌ ଡ ସାନ୍ନି କାବ୍ବାଡ଼ାନ୍‌ ବାତ୍ତେ ପ୍ରବୁନ୍‌ ଆ ସନାୟୁମ୍‌ବର୍‌ ଆଡନେଗଡ୍‌ଲୋଙ୍‌ ସାକିନ୍‌ ତିୟେଞ୍ଜି ।
4 परन्तु नगर के लोगों में फूट पड़ गई थी; इससे कितने तो यहूदियों की ओर, और कितने प्रेरितों की ओर हो गए।
ବନ୍‌ଡ ଗଡ଼ାନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରାଜି ବାଗୁ ପାଲ୍ଲାଙ୍‌ ଡେଏଞ୍ଜି, ଲାଙ୍‌ଲେନ୍ନେ ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ଗଡ୍‌ ଡେଏଞ୍ଜି, ଆରି ଲାଙ୍‌ଲେନ୍ନେ ଅନାପ୍ପାୟ୍‌ ଞଙ୍‌ନେମରଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ଗଡ୍‌ ଡେଏଞ୍ଜି ।
5 परन्तु जब अन्यजाति और यहूदी उनका अपमान और उन्हें पथराव करने के लिये अपने सरदारों समेत उन पर दौड़े।
ଲାଙ୍‌ଲେଡ୍‌ ଏର୍‌ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ଡ ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ସୋଡ଼ାମରଞ୍ଜି ସରିନ୍‌ ମାୟ୍‌ଲନ୍‌ ଅନାପ୍ପାୟ୍‌ ଞଙ୍‌ନେମରଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଡନଣ୍ଡାୟନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଆରି ଅରେଙନ୍‌ ବାତ୍ତେ ତିଡ୍‌ଲେ ରନବ୍ବୁନ୍‌ ଆସନ୍‌ କଡାଡ଼ିଲଞ୍ଜି ।
6 तो वे इस बात को जान गए, और लुकाउनिया के लुस्त्रा और दिरबे नगरों में, और आस-पास के प्रदेशों में भाग गए।
ତିଆତେ ଅନାପ୍ପାୟ୍‌ ଞଙ୍‌ନେମରଞ୍ଜି ଆଜ୍ରନାଏଞ୍ଜି ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଲୁକାନିଆ ଡେସାନ୍‌ ଲୁସ୍ତ୍ରାନ୍‌ ଡ ଦର୍ବି ଗଡ଼ାନ୍‌ ଆରି ତି ଆ ତନ୍ନଡ୍‌ ଆ ଗଡ଼ାରେଙ୍‌ ଜିର୍ଜିରେଞ୍ଜି ।
7 और वहाँ सुसमाचार सुनाने लगे।
ଆରି ତେତ୍ତେ ନିୟ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ମନଙ୍‌ବରନ୍‌ ଇୟ୍‌ଲେ ଅପ୍ପୁଙ୍‌ବରେଜି ।
8 लुस्त्रा में एक मनुष्य बैठा था, जो पाँवों का निर्बल था। वह जन्म ही से लँगड़ा था, और कभी न चला था।
ଲୁସ୍ତ୍ରା ଗଡ଼ାଲୋଙନ୍‌ ଅବୟ୍‌ ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଡକୋଏନ୍‌, ଆ ତାଲ୍‌ଜଙନ୍‌ ବପ୍ପୁ ତଡ୍‌, ଆନିନ୍‌ ଆୟୋଙନ୍‌ ଆ କିମ୍ପୋଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ ମା ସିଲଡ୍‌ ଆ ଗାଡ଼େ, ଆରି ଆନିନ୍‌ ଆଙ୍ଗିୟ୍‌ ତଙିୟ୍‌ଲନ୍‌ ଅଃର୍ରପ୍ତିଲୋ ।
9 वह पौलुस को बातें करते सुन रहा था और पौलुस ने उसकी ओर टकटकी लगाकर देखा कि इसको चंगा हो जाने का विश्वास है।
ତି ଆ ମନ୍‌ରା ପାଓଲନ୍‌ ଆ ଞନଙ୍‌ ଅମ୍‌ଡଙ୍‌ଲେ ଡକୋଲନ୍‌ । ପାଓଲନ୍‌ ତି ଗାଡ଼େମରନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଏର୍‌ସେଡ୍‌ମଡ୍‌ନେନ୍‌ ଆଙାଙେନ୍‌ କି ଆନିନ୍‌ ମନନଙନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଆମଙନ୍‌ ଡର୍ନେନ୍‌ ଡକୋ ଗାମ୍‌ଲେ ଜନାଏନ୍‌;
10 १० और ऊँचे शब्द से कहा, “अपने पाँवों के बल सीधा खड़ा हो।” तब वह उछलकर चलने फिरने लगा।
ତିଆସନ୍‌ ପାଓଲନ୍‌ ସୋଡ଼ା ସର୍ରଙନ୍‌ ବାତ୍ତେ ବର୍ରନେ, “ତାଲ୍‌ଜଙ୍‌ନମ୍‌ ବାତ୍ତେ ତୋର୍‌ଞାମ୍‌ଡାଲନ୍‌ ସବ୍‌ତଙ୍‌ଲନ୍‌ ତନଙା ।” ସିଲତ୍ତେ ତି ଆ ମନ୍‌ରା ଇଡ୍ଡୋୟ୍‌ଲନ୍‌ ତନଙେନ୍‌ କି ତଙିୟ୍‌ଲନ୍‌ ।
11 ११ लोगों ने पौलुस का यह काम देखकर लुकाउनिया भाषा में ऊँचे शब्द से कहा, “देवता मनुष्यों के रूप में होकर हमारे पास उतर आए हैं।”
ପାଓଲନ୍‌ ଆର୍‌ଲୁମେନ୍‌ ଆ କାବ୍ବାଡ଼ା ଗିୟ୍‌ଲେ, ତେତ୍ତେ ଆ ମନ୍‌ରାଜି ଲୁକାନିଆ ଲଙ୍‌ଲଙନ୍‌ ବାତ୍ତେ ବାବ୍ବାବ୍‌ଲେ ବର୍ରଞ୍ଜି, “ଇସ୍ୱରଞ୍ଜି ବାଙ୍‌ସାୟ୍‌ଡାଲନ୍‌ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଅନ୍ତମ୍‌ ଏମ୍ମେଡାଲନ୍‌ ଅମଙ୍‌ରେଙ୍‌ଲେନ୍‌ ପଡ୍‌ଲନାଜି ।”
12 १२ और उन्होंने बरनबास को ज्यूस, और पौलुस को हिर्मेस कहा क्योंकि वह बातें करने में मुख्य था।
ଆନିଞ୍ଜି ବର୍ନବାନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବୃଅସ୍ୱତି ଗାମ୍‌ଲେ ଓଡ୍ଡେଏଞ୍ଜି, ଆରି ପାଓଲନ୍‌ ସୋଡ଼ା ଅନପ୍ପୁଙ୍‌ବର୍‌ମର୍‌ ଆଡ୍ରେଏନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ବୁଦ ଗାମ୍‌ଲେ ଓଡ୍ଡେଏଞ୍ଜି ।
13 १३ और ज्यूस के उस मन्दिर का पुजारी जो उनके नगर के सामने था, बैल और फूलों के हार फाटकों पर लाकर लोगों के साथ बलिदान करना चाहता था।
ଆରି ଗଡ଼ାନ୍‌ ଆ ମୁକ୍କାଗଡ୍‌ ଆଡ୍ରକୋଏନ୍‌ ବୃଅସ୍ୱତିନ୍‌ ମନ୍ଦିରନ୍‌ ଆ ରାଓଡ଼ା ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ସରିନ୍‌ ମାୟ୍‌ଲନ୍‌ ପାଓଲନ୍‌ ଡ ବର୍ନବାନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଅନମଙନ୍‌ ତନିୟନ୍‌ ଆସନ୍‌ ସଣ୍ଡତାଙନ୍‌ ଡ ଆ ପଡ଼ୟ୍‌ତାରନ୍‌ ପାଙ୍‌ଲାଜି ।
14 १४ परन्तु बरनबास और पौलुस प्रेरितों ने जब सुना, तो अपने कपड़े फाड़े, और भीड़ की ओर लपक गए, और पुकारकर कहने लगे,
ବନ୍‌ଡ ଅନାପ୍ପାୟ୍‌ ଞଙ୍‌ନେମରଞ୍ଜି, ପାଓଲନ୍‌ ଡ ବର୍ନବାନ୍‌ କେନ୍‌ଆତେ ଆରମ୍‌ଡଙେଞ୍ଜି ରମ୍ମଙ୍‌ ରମ୍ମଙ୍‌ ଆ ଅଙ୍ଗି ପେଲେ ମନ୍‌ରାଞ୍ଜି ଆମଙ୍‌ ଇରେଞ୍ଜି କି ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ସୋଡ଼ା ସର୍ରଙନ୍‌ ବାତ୍ତେ ଇୟ୍‌ଲେ ବରେଜି;
15 १५ “हे लोगों, तुम क्या करते हो? हम भी तो तुम्हारे समान दुःख-सुख भोगी मनुष्य हैं, और तुम्हें सुसमाचार सुनाते हैं, कि तुम इन व्यर्थ वस्तुओं से अलग होकर जीविते परमेश्वर की ओर फिरो, जिसने स्वर्ग और पृथ्वी और समुद्र और जो कुछ उनमें है बनाया।
“ଇନିବା ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି କେନ୍‌ଆତେ ଏଲୁମ୍‌ତେ? ଇନ୍‌ଲେଞ୍ଜି ନିୟ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ମା ଅନ୍ତମ୍‌ ମନ୍‌ରାଜି; ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି କେନ୍‌ ଇନ୍ନିଙ୍‌ ବରାଁୟ୍‌ବାଁୟ୍‌ତଡନ୍‌ ଆ କୋଙ୍‌ଡାୟ୍‌ଜି ଅମ୍‌ରେଙ୍‌ଡାଲେ ଆବ୍‌ୟର୍‌ବୁଡ୍ଡିଲନ୍‌ ଆମେଙ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ୟର୍ନାୟ୍‌ବା ଗାମ୍‌ଲେ ଇନ୍‌ଲେଞ୍ଜି କେନ୍‌ ଆ ମନଙ୍‌ବର୍‌ ଅମଙ୍‌ବେନ୍‌ ଏବର୍ତନାୟ୍‌ । ଆନିନ୍‌ ରୁଆଙନ୍‌, ପୁର୍ତିନ୍‌, ସମେଁୟ୍‌ଣ୍ଡ୍ରାନ୍‌ ଆରି ତେତ୍ତେଆତେଜି ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ଗବ୍‌ଡେଲେନ୍‌;
16 १६ उसने बीते समयों में सब जातियों को अपने-अपने मार्गों में चलने दिया।
ଆନିନ୍‌ ପୁର୍ବାନ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରାଜିଆଡଙ୍‌ ରମ୍ମଙ୍‌ ରମ୍ମଙ୍‌ ଆ ତଙର୍‌ଲୋଙ୍‌ ତଙିୟ୍‌ନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଅମ୍‌ରେଙେଞ୍ଜି ।
17 १७ तो भी उसने अपने आपको बे-गवाह न छोड़ा; किन्तु वह भलाई करता रहा, और आकाश से वर्षा और फलवन्त ऋतु देकर तुम्हारे मन को भोजन और आनन्द से भरता रहा।”
ଡେଲୋଜନଙ୍‌ଡେନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ସାକିତଡନ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ଅଃଡ୍ଡକୋଲନ୍‌, ଆନିନ୍‌ ଇନ୍‌ଲେଞ୍ଜି ଆସନ୍‌ ମନଙ୍‌ କାବ୍ବାଡ଼ାଞ୍ଜି ଲୁମେନ୍‌; ରୁଆଙନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ତରୁବନ୍‌, ଆଡିନ୍ନାଇଙନ୍‌ ଅନଜଞ୍ଜି ଡ ଜନୋମ୍‌ଜୋମଞ୍ଜି ତିୟ୍‌ତିୟ୍‌ଲଙ୍‌ତନ୍‌, ଆରି ଉଗର୍‌ଲୋଙ୍‌ଲେନ୍‌ ଅବ୍‌ସର୍ଡାଲଙ୍‌ତନ୍‌ ।”
18 १८ यह कहकर भी उन्होंने लोगों को बड़ी कठिनाई से रोका कि उनके लिये बलिदान न करें।
କେନ୍‌ ଏନ୍ନେଲେ ଆ ବର୍ନେଜି ବର୍ରନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଆସନ୍‌ ଅନମଙନ୍‌ ଏତିୟ୍‌ଡଙ୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ଅନାପ୍ପାୟ୍‌ ଞଙ୍‌ନେମରଞ୍ଜି ମନ୍‌ରାଜିଆଡଙ୍‌ କାକୁର୍ତିଃ ରଙେଞ୍ଜି ।
19 १९ परन्तु कितने यहूदियों ने अन्ताकिया और इकुनियुम से आकर लोगों को अपनी ओर कर लिया, और पौलुस पर पथराव किया, और मरा समझकर उसे नगर के बाहर घसीट ले गए।
ଅନ୍ତିଅକିଆନ୍‌ ଡ ଇକନିଅ ଗଡ଼ାନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଲାଙ୍‌ଲେଡ୍‌ ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ଲୁସ୍ତ୍ରାନ୍‌ ଇୟ୍‌ଲେ ତେତ୍ତେ ଆ ମନ୍‌ରାଜିଆଡଙ୍‌ ଇୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ସୁସ୍କାୟେଜି କି ପାଓଲନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ତିଡରେଞ୍ଜି, ଆରି ଆନିନ୍‌ ରବୁଏନ୍‌ ଅବ୍‌ଡିସୟ୍‌ଡାଲେ ଗଡ଼ାନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଡିଙ୍‌ଲେ ଡୁଆରାନ୍‌ ପାଙେଞ୍ଜି ।
20 २० पर जब चेले उसकी चारों ओर आ खड़े हुए, तो वह उठकर नगर में गया और दूसरे दिन बरनबास के साथ दिरबे को चला गया।
ବନ୍‌ଡ ଞଙ୍‌ନେମରଞ୍ଜି ଆନିନ୍‌ ଏର୍ରେ ତନଙ୍‌ଲେ ଆଡ୍ରକୋଲଞ୍ଜି ଆନିନ୍‌ ଡୋଲନ୍‌ ତନଙେନ୍‌ କି ଅମ୍ମ ଗଡ଼ାନ୍‌ ଜିରେନ୍‌ । ତି ଆବାର୍ତାନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ବର୍ନବାନ୍‌ ସରିନ୍‌ ମାୟ୍‌ଲନ୍‌ ଦର୍ବି ଗଡ଼ାନ୍‌ ଜିରେଞ୍ଜି ।
21 २१ और वे उस नगर के लोगों को सुसमाचार सुनाकर, और बहुत से चेले बनाकर, लुस्त्रा और इकुनियुम और अन्ताकिया को लौट आए।
ପାଓଲନ୍‌ ଡ ବର୍ନବାନ୍‌ ଦର୍ବି ଗଡ଼ାଲୋଙନ୍‌ ମନଙ୍‌ବରନ୍‌ ଅପ୍ପୁଙ୍‌ବରେଞ୍ଜି ଆରି ତେତ୍ତେ ଜବ୍ର ମନ୍‌ରାଜି ଞଙ୍‌ନେମର୍‌ ଏମ୍ମେଏଞ୍ଜି କି ଆନିଞ୍ଜି ଲୁସ୍ତ୍ରାନ୍‌, ଇକନିଅନ୍‌ ଡ ଅନ୍ତିଅକିଆନ୍‌ ୟର୍ରନାଜି ।
22 २२ और चेलों के मन को स्थिर करते रहे और यह उपदेश देते थे कि विश्वास में बने रहो; और यह कहते थे, “हमें बड़े क्लेश उठाकर परमेश्वर के राज्य में प्रवेश करना होगा।”
ଆରି, ଆନିଞ୍ଜି ତେତ୍ତେ ଞଙ୍‌ନେମରଞ୍ଜି ଡର୍ନେଲୋଙନ୍‌ ରବ୍‌ଡୋଲନ୍‌ ଡକୋନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ବରେଞ୍ଜି, “ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ ଜବ୍ର ଡଣ୍ଡଗଡ୍‌ ଜିର୍ରେ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ରାଜ୍ୟଲୋଙ୍‌ ଗନ୍‌ତବୋ,” ଗାମ୍‌ଲେ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଞନଙନ୍‌ ତିୟେଞ୍ଜି ।
23 २३ और उन्होंने हर एक कलीसिया में उनके लिये प्राचीन ठहराए, और उपवास सहित प्रार्थना करके उन्हें प्रभु के हाथ सौंपा जिस पर उन्होंने विश्वास किया था।
ଆରି ଆନିଞ୍ଜି ଡିଲେ ମଣ୍ଡଡ଼ିଲୋଙନ୍‌ ପାପୁର୍‌ମରଞ୍ଜି ସେଡାଲେ ତବ୍‌ନଙେଞ୍ଜି କି ଆନମ୍‌ଡାଲନ୍‌ ପାର୍ତନାଲଞ୍ଜି, ଆରି ଅଙ୍ଗା ପ୍ରବୁ ଆମଙ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଡର୍ରଞ୍ଜି, ଆସିଲୋଙନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ସୋରୋପ୍ପାୟେଞ୍ଜି ।
24 २४ और पिसिदिया से होते हुए वे पंफूलिया में पहुँचे;
ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ପିସିଦିଆ ଗଡ଼ାଗଡ୍‌ ପମ୍ପୁଲିଆନ୍‌ ଜିର୍ରାଜି ।
25 २५ और पिरगा में वचन सुनाकर अत्तलिया में आए।
ଆରି ଆନିଞ୍ଜି ପର୍ଗି ଗଡ଼ାଲୋଙନ୍‌ ମନଙ୍‌ବରନ୍‌ ଅପ୍ପୁଙ୍‌ବରେଞ୍ଜି କି ଆତ୍ତାଲିଆନ୍‌ ଜିରେଞ୍ଜି ।
26 २६ और वहाँ से जहाज द्वारा अन्ताकिया गये, जहाँ वे उस काम के लिये जो उन्होंने पूरा किया था परमेश्वर के अनुग्रह में सौंपे गए।
ତେତ୍ତେ ସିଲଡ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଜାଜଲୋଙନ୍‌ ଡାୟ୍‌ଲେ ଅନ୍ତିଅକିଆନ୍‌ ଜିରେଞ୍ଜି; ତେତ୍ତେ ଆମ୍ମୁଙ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଅଙ୍ଗା କାବ୍ବାଡ଼ା ଲୁମେଞ୍ଜି, ତିଆତେ ଲନୁମନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ସନାୟୁମ୍‌ଲୋଙ୍‌ ସୋରୋପ୍ପାୟ୍‌ଡମ୍‌ଲନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ତେତ୍ତେ ସିଲଡ୍‌ ଡୁଙ୍‌ଜଙ୍‌ଲନାଜି ।
27 २७ वहाँ पहुँचकर, उन्होंने कलीसिया इकट्ठी की और बताया, कि परमेश्वर ने हमारे साथ होकर कैसे बड़े-बड़े काम किए! और अन्यजातियों के लिये विश्वास का द्वार खोल दिया।
ଆନିଞ୍ଜି ଅନ୍ତିଅକିଆନ୍‌ ତୁଙେଞ୍ଜି କି ମଣ୍ଡଡ଼ିନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରାଜି ଇୟ୍‌ଲେ ଅବ୍‌ରୁକ୍କୁଏଜି, ଆରି ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ସରିନ୍‌ ଡକୋଡାଲନ୍‌ ଇନିଜି ଆ କାବ୍ବାଡ଼ା ଲୁମେନ୍‌, ଆରି ଏର୍‌ଜିଉଦିମରଞ୍ଜି ଆସନ୍‌ ଡର୍ନେନ୍‌ ଆ ସନଙ୍‌ ଏଙ୍ଗାଲେ ରୋଏନ୍‌, ତି ଆ ବର୍ନେଜି ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ତେତ୍ତେ ଇୟ୍‌ଲେ ବର୍ନେଜି ।
28 २८ और वे चेलों के साथ बहुत दिन तक रहे।
ଆରି ଆନିଞ୍ଜି ତେତ୍ତେ ଡର୍ନେମରଞ୍ଜି ସରିନ୍‌ ଜବ୍ର ଡିନ୍ନା ଜାୟ୍‌ ଡକୋଲଞ୍ଜି ।

< प्रेरितों के काम 14 >