< 1 कुरिन्थियों 7 >

1 उन बातों के विषय में जो तुम ने लिखीं, यह अच्छा है, कि पुरुष स्त्री को न छूए।
ଆମ୍ୱେନ୍‌ ଅଙ୍ଗା ବର୍ନେଜି ସିଟିଲୋଙନ୍‌ ଇଡ୍‌ଲେ ଅମଙ୍‌ଞେନ୍‌ ଏଆପ୍ପାୟ୍‌ଲାୟ୍‌ ତି ଅଡ଼୍‌କୋନ୍‌ ଆ ବର୍ନେଜି ଆସନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଜାଲଙ୍‌ତବେନ୍‌ । ଓବ୍ବାମରନ୍‌ ଆଇମରନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅଃସୁଙେଲୋ ଡେନ୍‌ ମନଙ୍‌ ଡେତେ;
2 परन्तु व्यभिचार के डर से हर एक पुरुष की पत्नी, और हर एक स्त्री का पति हो।
ବନ୍‌ଡ ଜୋଣ୍ଡଡ଼ାନ୍‌ ଆ ବନ୍ତଙ୍‌ଲୋଙ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋ ଓବ୍ବାମରନ୍‌ ଆ ଡୁକ୍ରିନ୍‌ ଡକୋଏତୋ, ଆରି ଅଡ଼୍‌କୋ ଆଇମରନ୍‌ ଆ ଅୟ୍‌ତବନ୍‌ ଡକୋଏତୋ ।
3 पति अपनी पत्नी का हक़ पूरा करे; और वैसे ही पत्नी भी अपने पति का।
ଅୟ୍‌ତବନ୍‌ ଡଅଙ୍‌ଡାଗୋ ଆ ସନାୟ୍‌ସାୟ୍‌ ଆ ଡୁକ୍ରିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ତିୟେତୋ, ଆରି ଡୁକ୍ରିନ୍‌ ଡଅଙ୍‌ଡାଗୋ ଆ ସନାୟ୍‌ସାୟ୍‌ ଆ ଅୟ୍‌ତବନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ତିୟେତୋ ।
4 पत्नी को अपनी देह पर अधिकार नहीं पर उसके पति का अधिकार है; वैसे ही पति को भी अपनी देह पर अधिकार नहीं, परन्तु पत्नी को।
ଆସୁଉଂନେବଜନ୍‌ ଆ ଡଅଙ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଅଦିକାର ତଡ୍‌, ବନ୍‌ଡ ଅୟ୍‌ତବନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଅଦିକାରନ୍‌ ଡକୋ, ତି ଅନ୍ତମ୍‌ ଅୟ୍‌ତବନ୍‌ ଆ ଡଅଙ୍‌ଲୋଙନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଅଦିକାର ତଡ୍‌, ବନ୍‌ଡ ଡୁକ୍ରିନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଅଦିକାରନ୍‌ ଡକୋ ।
5 तुम एक दूसरे से अलग न रहो; परन्तु केवल कुछ समय तक आपस की सम्मति से कि प्रार्थना के लिये अवकाश मिले, और फिर एक साथ रहो; ऐसा न हो, कि तुम्हारे असंयम के कारण शैतान तुम्हें परखे।
ଆନିଞ୍ଜି ତର୍ଡମ୍‌ ଅଲ୍‌ନମ୍‌ରେଙ୍‌ଡଙେଜି ତଡ୍‌, ବନ୍‌ଡ ଆନିଞ୍ଜି ବାଗୁଞ୍ଜି ଆବମନ୍ନନ୍‌ ବାତ୍ତେ କଡାଡ଼ିଡାଲନ୍‌ ପାର୍ତନାନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଅସୋୟ୍‌ ଡିନ୍ନା ଆସନ୍‌ ଆନ୍ନାନେତଜି; ଆରି ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ସନୁମନ୍‌ ଆ ତନୋର୍‌ତୋର୍‌ଲୋଙ୍‌ ଗଲୋଡାଲେ ଆବ୍ବୟ୍‌ସିଲନ୍‌ ଆବ୍ବୟ୍‌ଜଙ୍‌ଲନ୍‌ ଡକୋଲନ୍‌ ଏଃର୍ରପ୍ତିଏ, ତିଆସନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଆରି ମାୟ୍‌ମାୟ୍‌ନାବା ।
6 परन्तु मैं जो यह कहता हूँ वह अनुमति है न कि आज्ञा।
ଞେନ୍‌ କେନ୍‌ଆତେ ବନାଁୟ୍‌ବରନ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ଅଃବ୍ବର୍ନାୟ୍‌, ଆର୍ପାୟ୍‌ ଞନଙ୍‌ଞଙ୍‌ବରନ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ବର୍ତବେନ୍‌ ।
7 मैं यह चाहता हूँ, कि जैसा मैं हूँ, वैसा ही सब मनुष्य हों; परन्तु हर एक को परमेश्वर की ओर से विशेष वरदान मिले हैं; किसी को किसी प्रकार का, और किसी को किसी और प्रकार का।
ବନ୍‌ଡ, ଅଡ଼୍‌କୋ ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଞେନ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ଡକୋନେତଜି ଗାମ୍‌ତାୟ୍‌; ଡିଲେ ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଆନ୍ନା ଆନ୍ନା ଆ ତନିୟ୍‌ତିୟ୍‌ ଞାଙେଞ୍ଜି, ଲାଙ୍‌ଲେନ୍ନେ କେନ୍‌ଆତେ ଞାଙେଞ୍ଜି, ଆରି ଲାଙ୍‌ଲେନ୍ନେ ଆନ୍ନାଆତେ ଞାଙେଞ୍ଜି ।
8 परन्तु मैं अविवाहितों और विधवाओं के विषय में कहता हूँ, कि उनके लिये ऐसा ही रहना अच्छा है, जैसा मैं हूँ।
ବନ୍‌ଡ ଏର୍‍ବିବାନେମରଞ୍ଜି, ଡ ଜୁଆର୍‌ବଜଞ୍ଜି ବର୍ତାଜି, ଆନିଞ୍ଜି ଞେନ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ଡକୋଲଞ୍ଜି ଡେନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ଆସନ୍‌ ମନଙ୍‌ ଡେତେ ।
9 परन्तु यदि वे संयम न कर सके, तो विवाह करें; क्योंकि विवाह करना कामातुर रहने से भला है।
ବନ୍‌ଡ ଆନିଞ୍ଜି ଆବ୍ବୟ୍‌ସିଲନ୍‌ ଆବ୍ବୟ୍‌ଜଙ୍‌ଲନ୍‌ ଡକୋଲନ୍‌ ଅଃର୍ରପ୍ତିଲଜି ଡେନ୍‌, ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ବିବାନେତଜି, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଡଅଙ୍‌ଡାଗୋ ଆ କାବ୍ବାଡ଼ାଲୋଙ୍‌ ଅରୟ୍‌ ଅରୟ୍‌ ଆଡ୍ରେତବନ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଆର୍ପାୟ୍‌ ବିବାଲନ୍‌ବୋ ଡେନ୍‌ ମନଙ୍‌ ।
10 १० जिनका विवाह हो गया है, उनको मैं नहीं, वरन् प्रभु आज्ञा देता है, कि पत्नी अपने पति से अलग न हो।
ବନ୍‌ଡ ଆବିବାନେମରଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବର୍ତାଜି, କେନ୍‌ ଆ ବର୍ନେ ଞେନ୍‌ ଅଃବ୍ବର୍ନାୟ୍‌, ପ୍ରବୁନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବର୍ତଜି, ଡୁକ୍ରିନ୍‌ ଆ ଅୟ୍‌ତବନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଆନ୍ନାଡଙ୍‌ନେ ତଡ୍‌;
11 ११ (और यदि अलग भी हो जाए, तो बिना दूसरा विवाह किए रहे; या अपने पति से फिर मेल कर ले) और न पति अपनी पत्नी को छोड़े।
ବନ୍‌ଡ ଆନିନ୍‌ ଆ ଅୟ୍‌ତବନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଆନ୍ନାଲନ୍‌ ଡେନ୍‌, ଆନିନ୍‌ ଆରି ସୁଉଂଡଙ୍‌ନେ ତଡ୍‌, ଇଜ୍ଜାନ୍‌ଡେନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ଆରି ଆ ଅୟ୍‌ତବନ୍‌ ବୟନ୍‌ ମାୟ୍‌ନେତୋ, ଅୟ୍‌ତବନ୍‌ ଆ ଡୁକ୍ରିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅମ୍‌ଡୁଙ୍‌ଡଙେ ତଡ୍‌ ।
12 १२ दूसरों से प्रभु नहीं, परन्तु मैं ही कहता हूँ, यदि किसी भाई की पत्नी विश्वास न रखती हो, और उसके साथ रहने से प्रसन्न हो, तो वह उसे न छोड़े।
ଞେନ୍‌ ଆନ୍ନାମରଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ବର୍ତାଜି, କେନ୍‌ଆତେ ପ୍ରବୁନ୍‌ ଅଃବ୍ବର୍ନେ, ଅନ୍ନିଙ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରା ଆ ଡୁକ୍ରି ଏର୍‍ଡର୍ନେବୟ୍‌ ଡକୋଏନ୍‌ ଡେନ୍‌, ଆରି ଆନିନ୍‌ ଅୟ୍‌ତବନ୍‌ ସରିନ୍‌ ଡକୋନେନ୍‌ ସାଜେନ୍‌ ଡେନ୍‌, ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ତି ଆ ମନ୍‌ରା ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅମ୍‌ଡୁଙ୍‌ଡଙେ ତଡ୍‌ ।
13 १३ और जिस स्त्री का पति विश्वास न रखता हो, और उसके साथ रहने से प्रसन्न हो; वह पति को न छोड़े।
ଆରି ଅନ୍ନିଙ୍‌ ଆଇବୟ୍‌ ଆ ଅୟ୍‌ତବ୍‌ ଏର୍‌ଡର୍ନେମର୍‌ ଡକୋଏନ୍‌ ଡେନ୍‌, ଆରି ଆନିନ୍‌ ଡୁକ୍ରିନ୍‌ ସରିନ୍‌ ଡକୋନେନ୍‌ ସାଜେନ୍‌ ଡେନ୍‌, ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ତି ଆଇବଜନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅମ୍‌ଡୁଙ୍‌ଡଙେ ତଡ୍‌ ।
14 १४ क्योंकि ऐसा पति जो विश्वास न रखता हो, वह पत्नी के कारण पवित्र ठहरता है, और ऐसी पत्नी जो विश्वास नहीं रखती, पति के कारण पवित्र ठहरती है; नहीं तो तुम्हारे बाल-बच्चे अशुद्ध होते, परन्तु अब तो पवित्र हैं।
ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଡର୍ନେବୟ୍‌ ଡୁକ୍ରିନ୍‌ ଅମ୍ମେଲେ ଏର୍‌ଡର୍ନେ ଅୟ୍‌ତବନ୍‌ ମଡ଼ିର୍‌ ଡେଏନ୍‌, ଆରି ଡର୍ନେମର୍‌ ଅୟ୍‌ତବନ୍‌ ଅମ୍ମେଲେ ଏର୍‍ଡର୍ନେବୟ୍‌ ଡୁକ୍ରିନ୍‌ ମଡ଼ିର୍‌ ଡେଏନ୍‌; ଏତ୍ତେଲେ ତଡ୍‌ ନଙ୍‌ ଆ ପସିଜଞ୍ଜି ଏର୍‌ମଡ଼ିର୍‌ ଡେତଜି ବନ୍‌, ବନ୍‌ଡ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଅମ୍ମେଲେ ନମି ଆନିଞ୍ଜି ମଡ଼ିର୍‌ ଡେଏଞ୍ଜି ।
15 १५ परन्तु जो पुरुष विश्वास नहीं रखता, यदि वह अलग हो, तो अलग होने दो, ऐसी दशा में कोई भाई या बहन बन्धन में नहीं; परन्तु परमेश्वर ने तो हमें मेल-मिलाप के लिये बुलाया है।
ଆରି ଏର୍‌ଡର୍ନେମରନ୍‌ ଡର୍ନେବୟ୍‌ ଡୁକ୍ରିନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଆନ୍ନାନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ସାଜେନ୍‍ ଡେନ୍‌, ଆନିନ୍‌ ଆନ୍ନାନେତୋ, ଆରି ଏର୍‌ଡର୍ନେବଜନ୍‌ ଡର୍ନେମର୍‌ ଅୟ୍‌ତବନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଆନ୍ନାନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ସାଜେନ୍‌ ଡେନ୍‌, ଆନିନ୍‌ ଆନ୍ନାନେତୋ; ତେତ୍ତେ ଆରି ଡର୍ନେମରନ୍‌ ଡ ଡର୍ନେବଜନ୍‌ ଆଜିବାଡ୍‌ଜି ତଡ୍‌, ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଇନ୍‌ଲେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ସନୟୁନ୍‌ ବାତ୍ତେ ଡକୋନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଓଡ୍ଡେଲଙ୍‌ଲନ୍‌ ।
16 १६ क्योंकि हे स्त्री, तू क्या जानती है, कि तू अपने पति का उद्धार करा लेगी? और हे पुरुष, तू क्या जानता है कि तू अपनी पत्नी का उद्धार करा लेगा?
ତିଆସନ୍‌, ଏ ଆସୁଉଂନେ ଡର୍ନେବୟ୍‌ ଆମନ୍‌ ଅମ୍ମେଲେ ଏର୍‌ଡର୍ନେମର୍‌ ଅୟ୍‌ତବ୍‌ନମ୍‌ ଅନୁରନ୍‌ ଞାଙ୍‌ତେ ଗାମ୍‌ଲେ ଆମନ୍‌ ଜନା ତଡ୍‌ ପଙ୍‌? ଆରି, ଏ ଆଞାଙ୍‌ବୟ୍‌ନେ ଡର୍ନେମର୍‌ ଆମନ୍‌ ଅମ୍ମେଲେ ଡୁକ୍ରିନମ୍‌ ଅନୁରନ୍‌ ଞାଙ୍‌ତେ ଗାମ୍‌ଲେ ଆମନ୍‌ ଜନା ତଡ୍‌ ପଙ୍‌?
17 १७ पर जैसा प्रभु ने हर एक को बाँटा है, और जैसा परमेश्वर ने हर एक को बुलाया है; वैसा ही वह चले: और मैं सब कलीसियाओं में ऐसा ही ठहराता हूँ।
ପ୍ରବୁନ୍‌, ଅଙ୍ଗା ମନ୍‌ରାଆଡଙ୍‌ ଏଙ୍ଗାଲେ ତନିୟ୍‌ତିୟନ୍‌ ତିୟେନ୍‌, ଆରି ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଡିଲେ ମନ୍‌ରାନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଏଙ୍ଗାଲେ ଓଡ୍ଡେଏନ୍‌, ଆନିନ୍‌ ତି ଅନ୍ତମ୍‌ ଞଣ୍ଡ୍ରମ୍‌ନେତୋ, ଞେନ୍‌ ଅଡ଼୍‌କୋ ମଣ୍ତଡ଼ିନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରାଜି ଏନ୍ନେଲେ ମା ଞନଙନ୍‌ ତିୟ୍‌ତାଜି ।
18 १८ जो खतना किया हुआ बुलाया गया हो, वह खतनारहित न बने: जो खतनारहित बुलाया गया हो, वह खतना न कराए।
ଅଙ୍ଗା ମନ୍‌ରା ଗନବ୍‌ରେଡନ୍‌ ଡେଏନ୍‌ କି ଅନୋଡ୍ଡେନ୍‌ ଡେଏନ୍‌, ଆନିନ୍‌ ଏର୍‌ଗନବ୍‌ରେଡ୍‌ମରନ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ଅବ୍‌ଗିୟ୍‌ତାନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଏର୍‌ଡଙ୍‌ ଗୋୟ୍‌ଡଙ୍‌ ତଡ୍‌; ଅଙ୍ଗା ମନ୍‌ରା ଏର୍‌ଗନବ୍‌ରେଡନ୍‌ ଅନୋଡ୍ଡେନ୍‌ ଡେଏନ୍‌, ଆନିନ୍‌ ଗବ୍‌ରେଃଡଙ୍‌ନେ ତଡ୍‌ ।
19 १९ न खतना कुछ है, और न खतनारहित परन्तु परमेश्वर की आज्ञाओं को मानना ही सब कुछ है।
ଗନବ୍‌ରେଡନ୍‌, ଏର୍‌ଗନବ୍‌ରେଡନ୍‌ ଇନ୍ନିଙ୍‌ ତଡ୍‌, ଆର୍ପାୟ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ବନାଁୟ୍‌ବର୍‌ ତୁମ୍‌ ଞଣ୍ଡ୍ରମ୍‌ନାବା ।
20 २० हर एक जन जिस दशा में बुलाया गया हो, उसी में रहे।
ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଆରୋଡ୍ଡେଲବେନ୍‌ ଆଡିଡ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଏଙ୍ଗାଲେ ଡକୋଲବେନ୍‌, ଏତ୍ତେଲେମା ଡକୋନାବା ।
21 २१ यदि तू दास की दशा में बुलाया गया हो तो चिन्ता न कर; परन्तु यदि तू स्वतंत्र हो सके, तो ऐसा ही काम कर।
ଆମ୍ୱେନ୍‌ କମ୍ୱାରିନ୍‌ ଏଡ୍ରକୋଲନ୍‌ ଆଡିଡ୍‌ ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଓଡ୍ଡେଲବେନ୍‌ ପଙ୍‌? ଏଇଃୟମ୍‌ଡଙ୍‌, ଆର୍ପାୟ୍‌ ଆଙ୍ଗା ଆମ୍ୱେନ୍‌ ଅନୁରନ୍‌ ଏଞାଙ୍‌ତେ, ତିଆଡିଡ୍‌ ଆମ୍ୱେନ୍‌ ରବ୍‌ୟଙ୍‌ନାବା ।
22 २२ क्योंकि जो दास की दशा में प्रभु में बुलाया गया है, वह प्रभु का स्वतंत्र किया हुआ है और वैसे ही जो स्वतंत्रता की दशा में बुलाया गया है, वह मसीह का दास है।
ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ ଅଙ୍ଗା ମନ୍‌ରା କମ୍ୱାରିନ୍‌ ଆଡ୍ରକୋଲନ୍‌ ଆଡିଡ୍‌ ପ୍ରବୁନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଓଡ୍ଡେଏନ୍‌, ଆନିନ୍‌ ପ୍ରବୁନ୍‌ ଆତ୍ରାଣ୍ଡେଏନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରା ଡେତେ; ଆରି ଅଙ୍ଗା ମନ୍‌ରା ଆଅମ୍‌ରେଙ୍‌ ଆଡ୍ରକୋଲନ୍‌ ଆଡିଡ୍‌ ପ୍ରବୁନ୍‌ ଆନିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଓଡ୍ଡେଏନ୍‌, ତିଆସନ୍‌ ଆନିନ୍‌ କ୍ରିସ୍ଟନ୍‌ ଆ କମ୍ୱାରିମର୍‍ ଡେତେ ।
23 २३ तुम दाम देकर मोल लिये गए हो, मनुष्यों के दास न बनो।
ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଜବ୍ର ମଡ଼ଗା ବାତ୍ତେ ଞିଲବେନ୍‌, ତିଆସନ୍‌ ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଆ କମ୍ୱାରି ଏଡକୋଡଙ୍‌ନେ ।
24 २४ हे भाइयों, जो कोई जिस दशा में बुलाया गया हो, वह उसी में परमेश्वर के साथ रहे।
ଏ ବୋଞାଙ୍‌ଜି, ତନାନ୍‌ଜି, ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଆରୋଡ୍ଡେଲବେନ୍‌ ଆଡିଡ୍‌ ଆମ୍ୱେନ୍‌ ଏଙ୍ଗାଲେ ଏଡକୋଲନ୍‌, ଏତ୍ତେଲେ ମା ଇସ୍ୱରନ୍‌ ସରିନ୍‌ ଡକୋନାବା ।
25 २५ कुँवारियों के विषय में प्रभु की कोई आज्ञा मुझे नहीं मिली, परन्तु विश्वासयोग्य होने के लिये जैसी दया प्रभु ने मुझ पर की है, उसी के अनुसार सम्मति देता हूँ।
ଆପୟ୍‍ଲଙ୍‍ବଜଞ୍ଜି ଆସନ୍‌ ପ୍ରବୁନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ସିଲଡ୍‌ ଞେନ୍‌ ଇନ୍ନିଙ୍‌ ଆ ବର୍ନେ ଅଣ୍ଡ୍ରଙ୍‌ ଞାଙାୟ୍‌, ବନ୍‌ଡ ପ୍ରବୁନ୍‌ ଆ ସନାୟୁମ୍‌ ବାତ୍ତେ ଞେନ୍‌ ଡର୍ନେମର୍‌ ଆଡ୍ରେଲିଞନ୍‌ ଆସନ୍‌ ମତ୍ତଞେନ୍‌ ବର୍ତନାୟ୍‌ ।
26 २६ इसलिए मेरी समझ में यह अच्छा है, कि आजकल क्लेश के कारण मनुष्य जैसा है, वैसा ही रहे।
ଞେନ୍‌ ଗାମ୍‌ତାୟ୍‌, ନମି ଆରଡ଼ୋତାଞନ୍‌ ଆ ଡୁକ୍କଜି ଆସନ୍‌, ମନ୍‌ରାନ୍‌ ଏଙ୍ଗାଲେ ଡକୋ, ତି ଅନ୍ତମ୍‌ ମା ଡକୋଲନ୍‌ ଡେନ୍‌ ମନଙ୍‌ ଡେତେ ।
27 २७ यदि तेरे पत्नी है, तो उससे अलग होने का यत्न न कर: और यदि तेरे पत्नी नहीं, तो पत्नी की खोज न कर:
ଆମ୍ୱେନ୍‌ ଆଞାଙ୍‌ବୟ୍‌ନେ ପଙ୍‌? ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ଡୁକ୍ରିବେନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅନମ୍‌ଡୁଙନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଏର୍‌ଡଙ୍‌ ଗୋୟ୍‌ଡଙ୍‌, ଆମ୍ୱେନ୍‌ ଏର୍‌ଞାଙ୍‌ବୟ୍‌ନେ ପଙ୍‌? ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ଞାଙ୍‌ବୟ୍‌ନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଏର୍‌ଡଙ୍‌ ଗୋୟ୍‌ଡଙ୍‌ ।
28 २८ परन्तु यदि तू विवाह भी करे, तो पाप नहीं; और यदि कुँवारी ब्याही जाए तो कोई पाप नहीं; परन्तु ऐसों को शारीरिक दुःख होगा, और मैं बचाना चाहता हूँ।
ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଏବିବାଲନ୍‌ ଡେନ୍‌, ତିଆତେ ଇର୍ସେ ତଡ୍‌; ଆରି ଆପୟ୍‌ଲଙ୍‌ବଜନ୍‌ ସୁଉଂଲନ୍‌ ଡେନ୍‌, ତିଆତେ ଇର୍ସେ ତଡ୍‌; ବନ୍‌ଡ ଆବିବାନେମରଞ୍ଜି ମାଡ୍ଡ ଡଣ୍ଡ ଡେତଜି, ତିଆସନ୍‌ ତେତ୍ତେ ସିଲଡ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଅଡ଼ୁର୍‌ବେନ୍‌ତୋ ଗାମ୍‌ତାୟ୍‌ ।
29 २९ हे भाइयों, मैं यह कहता हूँ, कि समय कम किया गया है, इसलिए चाहिए कि जिनके पत्नी हों, वे ऐसे हों मानो उनके पत्नी नहीं।
ଏ ବୋଞାଙ୍‌ଜି, ତନାନ୍‌ଜି, ଞେନ୍‌ ଗାମ୍‌ତାୟ୍‌, ଡିନ୍ନାନ୍‌ ଅସୋୟ୍‌ଡମ୍‌ ଡକୋ, ତିଆସନ୍‌ ଅଙ୍ଗା ମନ୍‌ରାଜି ଆଞାଙ୍‌ବୟ୍‌ନେଜି ଆନିଞ୍ଜି ଏର୍‌ଞାଙ୍‌ବୟ୍‌ନେମରନ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ଡକୋନେତଜି ।
30 ३० और रोनेवाले ऐसे हों, मानो रोते नहीं; और आनन्द करनेवाले ऐसे हों, मानो आनन्द नहीं करते; और मोल लेनेवाले ऐसे हों, कि मानो उनके पास कुछ है नहीं।
ଆରି ଆନାଜି ୟେୟେଡାତଞ୍ଜି, ଆନିଞ୍ଜି ଅଃୟେଏଞ୍ଜି ଆ ମନ୍‌ରା ଅନ୍ତମ୍‌ ଡକୋନେତଜି, ଆରି ଆନାଜି ସର୍ଡାତଞ୍ଜି ଆନିଞ୍ଜି ଅଃସର୍ଡାନେଞ୍ଜି ଆ ମନ୍‌ରା ଅନ୍ତମ୍‌ ଡକୋନେତଜି, ଆନାଜି ଞିଞିତଞ୍ଜି, ଆନିଞ୍ଜି ଏର୍‌ଞିଞିନେମରନ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ଡକୋନେତଜି ।
31 ३१ और इस संसार के साथ व्यवहार करनेवाले ऐसे हों, कि संसार ही के न हो लें; क्योंकि इस संसार की रीति और व्यवहार बदलते जाते हैं।
ଆରି, ଆନାଜି ପୁର୍ତିଲୋଙନ୍‌ ମଗାଡ୍‌ଲନ୍‌ ଡକୋତଞ୍ଜି, ଆନିଞ୍ଜି ଅଃମ୍ମଗାଡେଞ୍ଜି ଆ ମନ୍‌ରା ଅନ୍ତମ୍‌ ଡକୋନେତଜି, ଇନିଆସନ୍‌ଗାମେଣ୍ଡେନ୍‌ କେନ୍‌ ଆ ପୁର୍ତି ଗୋଗୋୟ୍‌ ଡିନ୍ନା ଅଃଡ୍ଡକୋଏ ।
32 ३२ मैं यह चाहता हूँ, कि तुम्हें चिन्ता न हो। अविवाहित पुरुष प्रभु की बातों की चिन्ता में रहता है, कि प्रभु को कैसे प्रसन्न रखे।
ବନ୍‌ଡ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ଇନ୍ନିଙ୍‌ ଏଇଃୟମ୍‌ଡଙେ ଗାମ୍‌ତବେନ୍‌, ଏର୍‍ବିବାନେମରନ୍‍ ପ୍ରବୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅନବ୍‌ସର୍ଡାନ୍‌ ଆସନ୍‌ ପ୍ରବୁନ୍‌ ଆ ବର୍ନେ ଇୟମ୍‌ଲତେ ।
33 ३३ परन्तु विवाहित मनुष्य संसार की बातों की चिन्ता में रहता है, कि अपनी पत्नी को किस रीति से प्रसन्न रखे।
ବନ୍‌ଡ ଆଞାଙ୍‌ବୟ୍‌ନେମରନ୍‌ ଆ ଡୁକ୍ରିନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅନବ୍‌ସର୍ଡାନ୍‌ ଆସନ୍‌ ଆନିନ୍‌ ପୁର୍ତିନ୍‌ ଆ ବର୍ନେଜି ଆସନ୍‌ ଇୟମ୍‌ତେ ।
34 ३४ विवाहिता और अविवाहिता में भी भेद है: अविवाहिता प्रभु की चिन्ता में रहती है, कि वह देह और आत्मा दोनों में पवित्र हो, परन्तु विवाहिता संसार की चिन्ता में रहती है, कि अपने पति को प्रसन्न रखे।
ଏର୍‌ସୁଉଂନେବଜନ୍‌ ଡ ଆପୟ୍‌ଲଙ୍‌ବଜନ୍‌ ଡଅଙନ୍‌ ଡ ପୁରାଡ଼ାଲୋଙନ୍‌ ମଡ଼ିର୍‌ ଅମ୍ମେଲେ ଡକୋନେନ୍‌ ଆସନ୍‌ ପ୍ରବୁନ୍‌ ଆ ବର୍ନେଜି ଇୟମ୍‌ତଜି; ବନ୍‌ଡ, ଆସୁଉଂନେବଜନ୍‌ ଆ ଅୟ୍‌ତବନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅନବ୍‌ସର୍ଡାନ୍‌ ଆସନ୍‌ ପୁର୍ତିନ୍‌ ଆ ବର୍ନେଜି ଇୟମ୍‌ତେ ।
35 ३५ यह बात तुम्हारे ही लाभ के लिये कहता हूँ, न कि तुम्हें फँसाने के लिये, वरन् इसलिए कि जैसा उचित है; ताकि तुम एक चित्त होकर प्रभु की सेवा में लगे रहो।
ସୁକ୍କବେନ୍‌ ଆସନ୍‌ କେନ୍‌ ଆ ବର୍ନେଜି ଞେନ୍‌ ବର୍ତନାୟ୍‌, ଆମ୍ବେଞ୍ଜିଆଡଙ୍‌ ଡନଙ୍‌ଡଙନ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ଆ ବର୍ନେଜି ଞେନ୍‌ ଅଃବ୍ବର୍ନାୟ୍‌, ଆର୍ପାୟ୍‌ ଆମ୍ୱେଞ୍ଜି ମନଙ୍‌ ଞଣ୍ଡ୍ରମ୍‌ଡାଲନ୍‌ ସୋରୋପ୍ପାୟ୍‌ଡମ୍‌ଲନ୍‌ ପ୍ରବୁନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ସେଙ୍କେବା ଗାମ୍‌ତବେନ୍‌ ।
36 ३६ और यदि कोई यह समझे, कि मैं अपनी उस कुँवारी का हक़ मार रहा हूँ, जिसकी जवानी ढल रही है, और प्रयोजन भी हो, तो जैसा चाहे, वैसा करे, इसमें पाप नहीं, वह उसका विवाह होने दे।
ଅନ୍ନିଙ୍‌ ଅବୟ୍‌ ଓବ୍ବାମରନ୍‌ ଅବୟ୍‌ ଆ ପୟ୍‌ଲଙ୍‌ବଜନ୍‌ ଜଙ୍‌ଜଙେନ୍‌, ଆରି ତି ଓବ୍ବାମରନ୍‌ ଆ ଜନଙ୍‌ଜଙ୍‌ବଜନ୍‌ଆଡଙ୍‌ ଅସ୍ରାକ୍କେଲଗୋ ଅମ୍ମେତେ, ସିଲଡ୍‌ଲ୍ଲନ୍‌ ଡଅଙ୍‌ଡାଗୋ ଆ ସନାୟ୍‌ସାୟ୍‌ଜି ସଏଲେ ଅଃର୍ରପ୍ତିଆୟ୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ଅବ୍‌ଡିସୟେନ୍‌ ଡେନ୍‌, ଏତ୍ତେଲ୍‌ଡେନ୍‌ ଆନିଞ୍ଜି ବିବାନେତଜି; ତେତ୍ତେ ଆରି ଇନ୍ନିଙ୍‌ ଇର୍ସେ ତଡ୍‌ ।
37 ३७ परन्तु यदि वह मन में फैसला करता है, और कोई अत्यावश्यकता नहीं है, और वह अपनी अभिलाषाओं को नियंत्रित कर सकता है, तो वह विवाह न करके अच्छा करता है।
ବନ୍‌ଡ ଅଙ୍ଗା ଓବ୍ବାମର୍‌ ଆ ଜନଙ୍‌ଜଙ୍‌ବଜନ୍‌ ଆଏଡେତ୍ତେନ୍‌ ଆପୟ୍‌ଲଙନ୍‌ ଡକୋନେତୋ ଗାମ୍‌ତେ, ଆରି ଇନ୍‌ଲେନ୍‌ ଏଃବ୍ବିବାନାୟ୍‌ ଗାମ୍‌ଲେ ସମ୍ପରା ଉଗରନ୍‌ ବାତ୍ତେ ଗବ୍‌ରିଡାଲେ, ଡଅଙ୍‌ଡାଗୋ ଆ ସନାୟ୍‌ସାୟ୍‌ଜି ସଏଲେ ଡକୋତନ୍‌, ଆନିନ୍‌ ମନଙ୍‌ ଲୁମେନ୍‌ ।
38 ३८ तो जो अपनी कुँवारी का विवाह कर देता है, वह अच्छा करता है और जो विवाह नहीं कर देता, वह और भी अच्छा करता है।
ତିଆସନ୍‌, ଅଙ୍ଗା ମନ୍‌ରା ଆ ଜନଙ୍‌ଜଙ୍‌ବଜନ୍‌ ବୟନ୍‌ ବିବାତନ୍‌, ଆନିନ୍‌ ମନଙ୍‌ ଲୁମ୍‌ତେ, ବନ୍‌ଡ ଅଙ୍ଗା ମନ୍‌ରା ଆ ଜନଙ୍‌ଜଙ୍‌ବଜନ୍‌ ବୟନ୍‌ ଅଃବ୍ବିବାନେ, ଆନିନ୍‌ ଆରି ଗୋଗୋୟ୍‌ ମନଙ୍‌ ଲୁମ୍‌ତେ ।
39 ३९ जब तक किसी स्त्री का पति जीवित रहता है, तब तक वह उससे बंधी हुई है, परन्तु जब उसका पति मर जाए, तो जिससे चाहे विवाह कर सकती है, परन्तु केवल प्रभु में।
ଅୟ୍‌ତବନ୍‌ ଆମେଙ୍‌ ଆଡ୍ରକୋତେନ୍‌ ଜାୟ୍‌ ଡୁକ୍ରିନ୍‌ ଆ ପୟ୍‌ଲଙ୍‌ବଜନ୍‌ ଅନ୍ତମ୍‌ ଡକୋଲନ୍‌ ଅଃର୍ରପ୍ତିଏ; ବନ୍‌ଡ ଅୟ୍‌ତବନ୍‌ ରବୁଏନ୍‌ ଡେନ୍‌, ତି ଆଇବଜନ୍‌ ଆନାଆଡଙ୍‌ ଲଡୟ୍‌ତେ ପ୍ରବୁନ୍‌ ଆମଙ୍‌ ଆଡର୍ତନେନ୍‌ ଆ ମନ୍‌ରା ବୟନ୍‌ ବିବାନେତୋ ।
40 ४० परन्तु जैसी है यदि वैसी ही रहे, तो मेरे विचार में और भी धन्य है, और मैं समझता हूँ, कि परमेश्वर का आत्मा मुझ में भी है।
ବନ୍‌ଡ, ଆନିନ୍‌ ଏର୍‌ସୁଉଂନେନ୍‌ ଡକୋଲନ୍‌ ଡେନ୍‌, ଗୋଗୋୟ୍‌ ସର୍ଡାତନ୍‌, ଇସ୍ୱରନ୍‌ ଆ ପୁରାଡ଼ା ବାତ୍ତେ ଞେନ୍‌ ଏନ୍ନେଲେ ଅବ୍‌ଡିସୟ୍‌ତାୟ୍‌ ।

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