< ୧ କରନ୍ତି 7 >
1 ତୁମିମଃନ୍ ଜୁୟ୍ସଃବୁ କଃତା ଲେକି ଆଚାସ୍, ସେ ସଃବୁର୍ ଉତୁର୍ ଇରି, ବିବା ନଃଉତାର୍ ଅଃଣ୍ଡ୍ରାର୍ ଗିନେ ନିକ;
१आता तुम्ही मला लिहिलेल्या गोष्टींविषयी मी लिहित आहे; स्त्रीला स्पर्श न करणे हे पुरुषासाठी बरे आहे.
2 ମଃତର୍ ଦାରିକାମ୍ ଡିରାର୍ ଗିନେ ହଃତି ଅଃଣ୍ଡ୍ରାର୍ ନିଜାର୍ ମାୟ୍ଜି ଦଃର୍କାର୍, ଆର୍ ହଃତି ମାୟ୍ଜିର୍ ଗଟେକ୍ ଗଟେକ୍ ଅଃଣ୍ଡ୍ରା ରେଅତ୍ ।
२तरीही व्यभिचार होत आहेत म्हणून प्रत्येक पुरुषाला आपली स्वतःची पत्नी असावी आणि प्रत्येक स्त्रीला आपला स्वतःचा पती असावा.
3 ଅଃଣ୍ଡ୍ରା ନିଜାର୍ ମାୟଜିକେ ତାର୍ ହାଉତାର୍ ହୁରୁଣ୍ କଃର, ଆରେକ୍ ହେଁ ସେରଃକମ୍ ମାୟ୍ଜି ତାର୍ ଅଃଣ୍ଡ୍ରା ହାଉତାର୍ ହୁରୁଣ୍ କଃର ।
३पतीने पत्नीला तिचा हक्क द्यावा; आणि त्याचप्रमाणे पत्नीनेही पतीला द्यावा.
4 ମାୟ୍ଜିର୍ ନିଜାର୍ ଗଃଗାଳ୍ ଉହ୍ରେ ଅଃଦିକାର୍ ନାୟ୍, ମଃତର୍ ଅଃଣ୍ଡ୍ରାର୍ ଆଚେ; ସେରଃକମ୍ ଡକ୍ରାସିର୍ ହେଁ ନିଜାର୍ ଅଃହ୍ଣାର୍ ଗଃଗାଳ୍ ଉହ୍ରେ ଅଃଦିକାର୍ ନାୟ୍ ମଃତର୍ ମାୟ୍ଜିର୍ ଆଚେ ।
४पत्नीला तिच्या स्वतःच्या शरीरावर अधिकार नसतो, पण पतीला असतो; आणि त्याचप्रमाणे पतीलाही त्याच्या स्वतःच्या शरीरावर अधिकार नसतो, पण पत्नीला असतो.
5 ଦୁୟ୍ଲକ୍ ହେଁ ନାୟ୍ ନଃବେଲା; କେଜାଣ୍ ପାର୍ତ୍ନା ଗିନେ ବେଳା ହାଉଁକେ ଦୁୟ୍ଲକ୍ ହେଁ ମାନାମାନିଅୟ୍ ଚଃନେକାର୍ ଗିନେ ବିନେ ଅୟ୍ ରେଉଁ ହାରାସ୍; ଆର୍ ତୁମିମଃନ୍କାର୍ ଗଃଗାଳ୍ ଉଟ୍ତାର୍ ତେବାଉଁକେ ନାହାର୍ତାର୍ ଗିନେ ସୟ୍ତାନ୍ ଜଃନ୍କ୍ରି ତୁମିମଃନ୍କେ କଃଟ୍ହାଳ୍ ନଃବୁଜେ, ଇତାର୍ ଗିନେ ଆରେକ୍ ମିସା ।
५विषयसुखासाठी एकमेकाला वंचित करू नका, तुम्हास प्रार्थनेला वेळ देता यावा म्हणून एकमेकांच्या संमतीने ठराविक वेळेकरीता दूर राहा आणि मग पुन्हा एक व्हा यासाठी की, सैतानाने तुमच्या असंयमामुळे तुम्हास मोहात पाडू नये.
6 ମୁଁୟ୍ ତୁମିକେ ଆଦେସ୍ ଦିଲା ହର୍ ନଃକୟ୍ଁ, ମଃତର୍ ତୁମିମଃନାର୍ ନିକ ଗିନେ ଇତି କଃଉଁଲେ ।
६पण मी हे संमती म्हणून सांगतो, आज्ञा म्हणून नाही.
7 ଅୟ୍ଲେକ୍ ହେଁ ସଃବୁଲକ୍ ମର୍ ହର୍ ଅଃଉତି, ଇରି ମର୍ ମଃନ୍, ମଃତର୍ କେ ଇ ରଃକମ୍ କେ ସେ ରଃକମ୍, ହଃତିଲକ୍ ଇସ୍ୱରାର୍ ତଃୟ୍ ହୁଣି ଦାନ୍ ହାୟ୍ ଆଚ୍ତି ।
७माझी इच्छा अशी आहे की, सर्व लोक माझ्यासारखे असावेत पण प्रत्येक व्यक्तीला त्याचे स्वतःचे असे देवापासून दान आहे. एकाला एका प्रकारे राहण्याचे आणि दुसऱ्याला दुसऱ्या प्रकारे राहण्याचे.
8 ମଃତର୍ ମୁୟ୍ଁ ବିବା ନଃଉତା ଆର୍ ରାଣ୍ଡିମଃନ୍କେ କଃଉଁଲେ, ସେମଃନ୍ ମର୍ ହର୍ ଏକ୍ଲା ରିଲେକ୍ ସେମଃନାର୍ ହାଁୟ୍ ନିକ ଅୟ୍ଦ୍ ।
८म्हणून मी सर्व अविवाहितांना आणि विधवांना असे म्हणतो की, तुम्ही माझ्याप्रमाणे राहिलात तर ते तुमच्यासाठी बरे आहे.
9 ମଃତର୍ ଜଦି ସେମଃନ୍ ଗଃଗାଳାର୍ ଇଚା ସଃମ୍ବାଳୁ ନଃହାର୍ତି, ତଃବେ ବିବା ଅଃଉଅତ୍; କାୟ୍ତାକ୍ବଃଲେକ୍ ଗଃଗାଳ୍ ସଃମ୍ବାଳୁ ନଃହାର୍ତା ବାଦୁଲେ ବିବା ଅଃଉତାର୍ ନିକ ।
९तथापि जर त्यास संयम करता येत नसेल तर त्यांनी लग्न करावे; कारण वासनेनी जळण्यापेक्षा लग्न करणे बरे.
10 ମଃତର୍ ବିବା ଅୟ୍ଲାର୍ ମଃନ୍କେ ମୁଁୟ୍ ଜଃବର୍ କଃଉଁଲେ, ମୁୟ୍ଁ ନୟ୍ ମଃତର୍ ମାପ୍ରୁ କଃଉଁଲା ମାୟ୍ଜି ନିଜାର୍ ଅଣ୍ଡ୍ରାତଃୟ୍ ହୁଣି ବିନେ ନଃଉଅ
१०आणि विवाहितांना मी आज्ञा देत आहे, मी नाही पण प्रभू देत आहे की पत्नीने पतीला सोडू नये.
11 ମଃତର୍ ଜଦି ସେ ବିନ୍ ଅୟ୍ଦ୍, ତଃବେ ସେ ଆରେକ୍ ବିବା ନଃକେର, ଆର୍ ନିଜାର୍ ଅଣ୍ଡ୍ରାସଃଙ୍ଗ୍ ମିସ ଆର୍ ଅଃଣ୍ଡ୍ରା ନିଜାର୍ ମାୟ୍ଜିକେ ନଃଚାଡ ।
११पण, जर तिने सोडले तर लग्न न करता तसेच रहावे किंवा आपल्या पतीबरोबर समेट करावा आणि पतीने पत्नीला सोडू नये.
12 ମଃତର୍ ବିନ୍ ସଃବ୍କେ କଃଉଁଲେ, ମାପ୍ରୁ ନଃକୟ୍, ଜଦି କୁୟ୍ ବିସ୍ୱାସି ବାୟ୍ର୍ ବିସ୍ୱାସ୍ ନକେର୍ତା ମାୟ୍ଜି ରଃୟ୍ଦ୍, ଆର୍ ସେ ମାୟ୍ଜି ତାର୍ ସଃଙ୍ଗ୍ ରେଉଁକେ ମଃନ୍କଃରେଦ୍, ତଃବେ ସେ ତାକେ ନଃଚାଡ ।
१२पण इतरांना हे प्रभू सांगत नाही, पण मी सांगतो की, जर एखाद्या बंधूची पत्नी विश्वास ठेवणारी नसेल आणि त्याच्याबरोबर राहण्यास तिची संमती असेल तर त्याने तिला सोडू नये.
13 ଆର୍ ଜୁୟ୍ ମାୟ୍ଜିର୍ ଅବିସ୍ୱାସି ଅଃଣ୍ଡ୍ରା ରୟଦ୍ ଆର୍ ସେ ଅଃଣ୍ଡ୍ରା ତାର୍ ସଃଙ୍ଗ୍ ରେଉଁକେ ମଃନ୍କଃରେଦ୍, ତଃବେ ସେ ନିଜାର୍ ଡକ୍ରାସିକ୍ ଚାଡନାୟ୍ ।
१३आणि एखाद्या स्त्रीचा पती विश्वास ठेवणारा झाला नसेल आणि तिच्याबरोबर राहण्यास त्याची संमती असेल तर तिने त्यास सोडू नये.
14 କାୟ୍ତାକ୍ବଃଲେକ୍ ଅବିସ୍ୱାସି ଅଃଣ୍ଡ୍ରା ମାୟ୍ଜିର୍ ଗିନେ ନିର୍ମୁଳ୍ କଃରାଜାୟ୍ ଆଚେ, ଆର୍ ବିସ୍ୱାସ୍ ନୟ୍ଲା ମାୟ୍ଜି ଅଃଣ୍ଡ୍ରାର୍ ଗିନେ ନିର୍ମୁଳ୍ କଃରାଜାୟ୍ ଆଚେ, ତଃନ୍ ଅଲେ ତୁମିମଃନାର୍ ହିଲାମଃନ୍ ନିର୍ମୁଳ୍ ନାୟ୍ ।
१४कारण, विश्वास न ठेवणारा पती पत्नीमुळे पवित्र होतो आणि विश्वास न ठेवणारी पत्नी पतीमुळे पवित्र होते. नाही तर तुमची मुले अशुद्ध असती पण ती आता पवित्र आहेत.
15 ଅୟ୍ଲେକ୍ ହେଁ ଜଦି ଅବିସ୍ୱାସି ବିନ୍ବିନ୍ ଅଃଉଁକେ ମଃନ୍ କଃର୍ତି, ତବେ ସେମଃନ୍ ବିନ୍ବିନ୍ ଅଃଉଅତ୍, ଅଃନ୍କା ତଃୟ୍ ସେ ବାୟ୍ କି ବେଣି ଗତି ନାୟ୍; ଇସ୍ୱର୍ ତୁମିମଃନ୍କେ ସୁସ୍ତାୟ୍ ବେବାର୍ କଃରୁକେ କୁଦିଆଚେ ।
१५पण स्वतः विश्वास ठेवत नसल्यामुळे कोणी सोडून जात असेल तर जाऊ द्या; कारण कोणी बंधू किंवा बहीण अशा बाबतीत बंधनात नाही. पण देवाने आपल्याला शांतीत राहण्याकरिता बोलावले आहे.
16 ତଃବେ ଏ ବିସ୍ୱାସି ମାୟ୍ଜି ତୁୟ୍ ଜେ ଅଃହ୍ଣାର୍ ଅଃଣ୍ଡ୍ରାର୍ ମୁକ୍ଳାଉତାର୍ ହର୍ ଅଃଉସି, ଇରି କାୟ୍ ନଃଜାଣ୍ସି? କି ଏ ବିସ୍ୱାସି ଡକ୍ରାସି ତୁୟ୍ ଜେ ନିଜାର୍ ଡକୁର୍ଦିର୍ ମୁକ୍ଳାଉତାର୍ କଃତା ଅଃଉସି ଇରି କାୟ୍ ନଃଜାଣ୍ସି?
१६कारण पत्नी, तू हे कशावरून जाणतेस की, तू आपल्या पतीला तारशील की नाही? किंवा तू, पती, हे कशावरून जाणतोस की, तू आपल्या पत्नीला तारशील की नाही?
17 ମାପ୍ରୁ ଜାକେ ଜଃନ୍କଃରି ଦାନ୍ ବାଟାକଃରି ଦିଲା ଆଚେ, ଇସ୍ୱର୍ ହଃତିଲକେ ଜଃନ୍କଃରି କୁଦି ଆଚେ ସେ ସେରଃକମ୍ ହଃକା ବେବାର୍ କଃର । ମୁଁୟ୍ ସଃବୁ ମଣ୍ଡ୍ଳି ତଃୟ୍ ଇ ରଃକମ୍ କଃଉଁଲେ ।
१७तर जसे प्रभूने प्रत्येकाला वाटून दिले आहे, जसे देवाने प्रत्येकाला बोलावले आहे, तसे त्याने चालावे आणि ह्याप्रमाणे, मी सर्व मंडळ्यांना आज्ञा देत आहे.
18 କାକେ ଜଦି ଇସ୍ୱର୍ ସୁନତ୍ ଆୟ୍ଲା ଅବୁସ୍ତାୟ୍ କୁଦି ଆଚେ, ସେ ସୁନତ୍ ନୟ୍ଲା ହର୍ ଦଃକାୟ୍ ଅଃଉଁକ୍ ମଃନ୍ ନଃକେର । ଜଦି କାକେ ଇସ୍ୱର୍ ସୁନତ୍ ନଃଉତ୍ କୁଦ୍ଲା ଆଚେ, ସେ ସୁନତ୍ ନଃଉଅ ।
१८सुंता झालेली असता कोणाला विश्वासासाठी पाचारण झाले काय? तर त्याने सुंतेचे चिन्ह काढून टाकू नये. बेसुंता असलेल्या कोणाला विश्वासासाठी पाचारण आहे? त्याने सुंता करून घेऊ नये.
19 ସୁନତ୍ ଅଃଉତାର୍ କି ସୁନତ୍ ନଃଉତାର୍ ବଃଡ୍ କଃତା ନାୟ୍ ମଃତର୍ ଇସ୍ୱରାର୍ ଆଦେସ୍ ମାନ୍ତାର୍ ହଃକା ବଃଡ୍ କଃତା ।
१९कारण सुंता झालेला असणे काही नाही किंवा बेसुंता असणे काही नाही; पण देवाच्या आज्ञांचे पालन करणे हे सर्वकाही आहे.
20 ଇସ୍ୱର୍ କୁଦ୍ଲା ବଃଳ୍ ଜେ ଜୁୟ୍ ଅବୁସ୍ତାୟ୍ ରିଲା, ସେ ଅବୁସ୍ତାୟ୍ ରେଉଅ ।
२०ज्याला जशा स्थितीत पाचारण झाले असेल त्याने त्याच स्थितीत रहावे.
21 ତୁମି କି ଗତିଦଃଙ୍ଗ୍ଳା ଅୟ୍ କୁଦାୟ୍ ଅୟ୍ ଆଚାସ୍? ଦୁକ୍ କଃରାନାୟ୍; ମଃତର୍ ଜଃବେ ମୁକ୍ଳୁକ୍ ବାଟ ହାଉଆସ୍, ତଃବେ ସେ ଅବୁସ୍ତାକ୍ ବେବାର୍ କଃରା ।
२१तू दास असता बोलावला गेलास काय? त्याची पर्वा करू नकोस; पण तुला स्वतंत्र होता आले तर त्याचा उपयोग कर.
22 କାୟ୍ତାକ୍ବଃଲେକ୍ ଜେ ଗତିଦଃଙ୍ଗ୍ଳା ଅୟ୍ କୁଦାୟ୍ ଅୟ୍ଆଚେ, ସେ ମାପ୍ରୁର୍ ମୁକ୍ତ୍ ଲକ୍, ସେରଃକମ୍ ଜେ ମୁକ୍ତ୍ ଅୟ୍ କୁଦାୟ୍ ଅୟ୍ଆଚେ, ସେ କ୍ରିସ୍ଟର୍ ଗତିଦଃଙ୍ଗ୍ଳା ।
२२कारण दास असता जो प्रभूत बोलावला गेला तो प्रभूचा स्वतंत्र मनुष्य आहे; त्याचप्रमाणे जो स्वतंत्र असता बोलावला गेला तो ख्रिस्ताचा दास आहे.
23 ଇସ୍ୱର୍ ତୁମିମଃନ୍କେ ବଃଡେ ମଲେ ଗେନି ଆଚେ, ମାନାୟ୍ମଃନାର୍ ଗତିଦଃଙ୍ଗ୍ଳା ଅଃଉଆ ନାୟ୍ ।
२३देवाने तुम्हास मोल देऊन विकत घेतले आहे, म्हणून तुम्ही मनुष्यांचे दास होऊ नका.
24 ଏ ବାୟ୍ ଆର୍ ବେଣିମଃନ୍ ଇସ୍ୱର୍ ତୁମିମଃନ୍କେ କୁଦ୍ଲା ବଃଳ୍ ତୁମିମଃନ୍କେ ଜୁୟ୍ ଅବୁସ୍ତାୟ୍ ରିଲାସ୍ ସେ ଅବୁସ୍ତାୟ୍ ଇସ୍ୱରାର୍ ସଃଙ୍ଗ୍ ରିଆ ।
२४बंधूंनो जो ज्या स्थितीत बोलावला गेला आहे त्याने त्या स्थितीत देवाबरोबर रहावे.
25 ତୁମିମଃନ୍କେ ବିବା ନୟ୍ଲା ଲକାର୍ କଃତା ଜାଣୁକେ ମଃନ୍ କଃଲାସ୍ ମାପ୍ରୁର୍ ତଃୟ୍ ହୁଣି କାୟ୍ କଃତା ହେଁ ନଃସୁଣି, ମଃତର୍ ମାପ୍ରୁର୍ ଦଃୟାର୍ ଗିନେ ବିସ୍ୱାସି ଅୟ୍ ନିଜାର୍ ମଃନାର୍ କଃତା କଃଉଁଲେ ।
२५आता कुमारिकांविषयी मला प्रभूकडून काही आज्ञा नाही; पण, विश्वासू राहता येण्यास ज्याच्यावर प्रभूने दया केली आहे असा मी एक असल्यामुळे मी माझे मत देतो.
26 ମୁଁୟ୍ ମଃନ୍କଃରୁଲେ, ଜେ ମାନାୟ୍ ଜଃନ୍କଃରି ଆଚେ; ଆସୁଲା ବିପ୍ତିର୍ ଗିନେ ସେରଃକମ୍ ରେତା ଲଳା ।
२६म्हणून मला वाटते की, आताच्या परिस्थीतीत हे चांगले आहे; म्हणजे जो ज्या स्थितीत असेल तसेच त्याने रहावे हे त्याच्यासाठी चांगले आहे.
27 ତୁମି କି ଡକୁର୍ଦି ସଃଙ୍ଗ୍ ବାନ୍ଦିଅୟ୍ ଆଚାସ୍? ତଃବେ ମୁକ୍ତ୍ ଅଃଉଁକେ ବାଟ୍ କଜା ନାୟ୍ । ତୁମି କି ମାୟ୍ଜି ତଃୟ୍ ହୁଣି ମୁକ୍ତ୍? ତଃବେ ମାୟ୍ଜି ହାଉଁକେ ବାଟ୍ କଜା ନାୟ୍ ।
२७तू पत्नीला विवाहाच्या वचनाने बांधलेला आहेस काय? तर तू स्वतः मुक्त होण्याचा प्रयत्न करू नकोस. तू पत्नीपासून सोडविला गेलास का? तर तू पत्नी मिळवण्यास पाहू नकोस.
28 ମଃତର୍ ଜଦି ତୁମିମଃନ୍ ବିବା କଃରିଆଚାସ୍, ତଃନ୍ଅଲେ ବାୟ୍ଦ୍ରେ ହାହ୍ ନଃକେରାସ୍ । ମଃତର୍ ବିବା ଅୟ୍ଲା ଲକ୍ ଗଃଗାଳେ ଦୁକ୍ହାୟ୍ଦ୍ । ଆର୍ ତୁମିମଃନ୍ ଜଃନ୍କଃରି ରଃକ୍ୟାହାଉଆସ୍, ଇରି ମର୍ ମଃନ୍ ।
२८पण तू जर लग्न केलेस तर तू पाप केले नाहीस; आणि कुमारिकेने लग्न केले तर तिने पाप केले नाही; पण अशांना संसारात हालअपेष्टा भोगाव्या लागतील आणि अशा हालअपेष्टा तुम्हास भोगाव्या लागू नयेत अशी माझी इच्छा आहे.
29 ମଃତର୍ ଏ ବାୟ୍ବେଣିମଃନ୍, ମର୍ କଃତାର୍ ବାବ୍ ଇରି, ବେଳା ନାୟ୍ନି, ସେତାକ୍ ଜୁୟ୍ଲକାର୍ ମାୟ୍ଜି ଆଚେ, ସେମଃନ୍ ମାୟ୍ଜି ନୟ୍ଲା ହର୍ ଅଃଉଅତ୍ ।
२९पण बंधूंनो मी हे सांगतो की, हा काळ थोडका आहे. आता, ज्यांना स्त्रिया आहेत त्यांना स्त्रिया नसल्यासारखे त्यांनी जगावे;
30 ଆର୍ ଜୁୟ୍ମଃନ୍ କାନ୍ଦ୍ତି, ସେମଃନ୍ ନଃକାନ୍ଦ୍ତା ଲକ୍ ହର୍ ଅଃଉଅତ୍; ଆର୍ ଜୁୟ୍ମଃନ୍ ସଃର୍ଦା କଃର୍ତି, ସେମଃନ୍ ସଃର୍ଦା ନଃକେର୍ତା ଲକ୍ହର୍ ଅଃଉଅତ୍; ଜୁୟ୍ମଃନ୍ ଗେନ୍ତି ସେମଃନ୍ ଅଃଦିକାରି ନୟ୍ଲା ଲକ୍ହର୍ ଅଃଉଅତ୍ ।
३०जे रडतात त्यांनी रडत नसल्यासारखे, जे आनंद करतात त्यांनी आनंद करीत नसल्यासारखे आणि जे विकत घेतात त्यांनी ते आपले स्वतःचे नसल्यासारखे रहावे.
31 ଆର୍ ଜୁୟ୍ ଲକ୍ମଃନ୍ ଜଃଗତାର୍ କଃତାୟ୍ ବୁଡି ଆଚ୍ତି, ସେମଃନ୍ ଜଃଗତେ ବୁଡି ନଃରେଅତ୍ । କାୟ୍ତାକ୍ ବଃଲେକ୍ ଇ ଜଃଗତାର୍ ରୁହ୍ ଆରେକ୍ ତିର୍ ଅୟ୍ ନଃରେୟ୍ ।
३१जे या जगाचा उपयोग करतात त्यांनी दुरुपयोग न करणारे व्हावे; कारण या जगाचे स्वरूप लयास जात आहे.
32 ତୁମିମଃନ୍କେ ଜଃନ୍କଃରି ଚିତାକଃରା ନାୟ୍, ଇରି ମର୍ ମଃନ୍ । ଜେ ବିବା ନୟ୍ଆଚେ ସେ କଃନ୍କଃରି ମାପ୍ରୁର୍ ଗଟେକ୍ ଲାଡାର୍ ଅୟ୍ଦ୍, ଇତାର୍ ଗିନେ ମାପ୍ରୁର୍ କଃତା ନଃୟ୍ ଚିତା କଃରେଦ୍ ।
३२पण तुम्ही निश्चित असावे अशी माझी इच्छा आहे. जो अविवाहित आहे तो प्रभूच्या गोष्टींची, म्हणजे आपण प्रभूला कसे संतुष्ट करावे याची काळजी करतो;
33 ମଃତର୍ ଜେ ବିବା ଅୟ୍ଆଚେ, ସେ କଃନ୍କଃରି ନିଜାର୍ ମାୟ୍ଜିର୍ ଲାଡାର୍ ଅୟ୍ଦ୍, ସେତାର୍ ଗିନେ ସେ ଜଃଗତାର୍ କଃତାକ୍ ନଃୟ୍ ଚିତା କଃରେଦ୍ ।
३३पण जो विवाहित आहे तो जगातल्या गोष्टींची, म्हणजे पत्नीला कसे संतुष्ट करावे याची काळजी करतो.
34 ତାର୍ ମଃନ୍ ଦୁୟ୍ ବାଗ୍ ଅୟ୍ଦ୍ । ବିବା ନଃଉତା ମାୟ୍ଜି ଆର୍ ଦଃଙ୍ଗ୍ଳି ମାପ୍ରୁ କାମେ ସେ ମଃନ୍ ଦଃୟ୍ଦ୍, ବଃଲେକ୍ ଗଃଗାଳେ ଆର୍ ଆତ୍ମାୟ୍ ମଃନେ ପବିତ୍ର ଅଃଉଁକେ ମାପ୍ରୁର୍ କଃତା ନଃୟ୍ ଚିତା କଃର୍ତି; ମଃତର୍ ଜେ ବିବା ଅୟ୍ଆଚେ ସେ କଃନ୍କଃରି ନିଜାର୍ ଅଃଣ୍ଡ୍ରାର୍ ଲାଡାର୍ ଅଃଉଁକେ ଦଃନ୍ଦା ରଃୟ୍ଦ୍, ସେତାର୍ ଗିନେ ଜଃଗତାର୍ କଃତାୟ୍ ଚିତା କଃରେଦ୍ ।
३४जी अविवाहित किंवा कुमारी आहे ती आपण शरीराने व आत्म्यानेही पवित्र व्हावे, अशी प्रभूच्या गोष्टींविषयी चिंता करते; पण जी विवाहित आहे ती जगातल्या गोष्टींची, म्हणजे आपल्या पतीला कसे संतुष्ट करावे याची काळजी करते.
35 ଇ କଃତା ମୁଁୟ୍ ତୁମିମଃନ୍କାର୍ ନିଜାର୍ ବଃଲ୍ ହାୟ୍ କଃଉଁଲେ, ତୁମିମଃନ୍ ବାନ୍ଦୁଣେ ବାନ୍ଦୁକେ ନଃକୟ୍ଁ, ମଃତର୍ ତୁମିମଃନ୍କେ ଜଃନ୍କ୍ରି ନିକ ବେବାର୍ କଃରି ଏକ୍ମଃନେ ମାପ୍ରୁର୍ ତଃୟ୍ ମିସି ରିଆସ୍, ଇତାର୍ ଗିନେ କଃଉଁଲେ ।
३५हे मी तुमच्याच हितासाठी सांगतो, तुमच्यावर बंधन टाकावे म्हणून नाही; पण तुम्ही विचलित न होता प्रभूची सेवा करावी म्हणून सांगतो.
36 ମାଗ୍ଣି ଅୟ୍ଲା ହଃଚେ ଅଃଣ୍ଡ୍ରା ଜଦି ମଃନ୍କଃରେଦ୍ ତଃବେ ମାଗ୍ଲା ଡକୁର୍ସିକେ ମିସୁକେ ମଃନ୍ ଅଃଉଁଲି ଆର୍ ଜଦି ତାର୍ ଗଃଗାଳ୍ ଟେକୁଲି ସେ ତାକେ ବିବା କଃରୁକେ ବାୟ୍ଦ୍ରେ ଲଳା, ତଃବେ ସେମଃନ୍ ତାକାର୍ ମଃନ୍ ହଃର୍କାରେ ବିବା କଃରତ୍, ଇତାର୍ ଗିନେ କାୟ୍ ହାହ୍ ନାୟ୍ ।
३६जर एखाद्याला असे वाटते की, तो त्याच्या कुमारिकेच्या अपमानास कारण होत आहोत, ती उपवर झाली आहे आणि तसे अगत्यच आहे, तर जशी इच्छा असेल तसे त्याने करावे, तो पाप करीत नाही, त्याने लग्न करून घ्यावे.
37 ମଃତର୍ ଜେ ମଃନେ ତିର୍ ରଃୟ୍ଦ୍, ଆର୍ ଲଳାନାୟ୍ ବଃଲି ମଃନେ ବାବେଦ୍ ଆର୍ ଜାର୍ ଅଃହ୍ଣାର୍ ଅଃହ୍ଣାର୍ ଇଚା ହଃର୍କାରେ କଃରୁକେ ଅଃଦିକାର୍ ରଃୟ୍ଦ୍, ଆର୍ ଜେ ନିଜାର୍ ମାଗ୍ଲା କଃନ୍ୟାକେ ବିବା ଅଃଉଁକେ ଜାଗୁହାରେ, ସେ ନିକ କଃରେଦ୍ ।
३७पण ज्याने लग्न न करण्याचा निर्णय घेतला, ज्याला कशाची निकड नाही व ज्याची इच्छेवर सत्ता आहे आणि असे ज्याने मनात ठरवले आहे तो चांगले करतो.
38 ଇତାକ୍ ଜେ ନିଜାର୍ ମାଗ୍ଲା କଃନ୍ୟାକେ ବିବା ଅୟ୍ଦ୍, ସେ ନିକ କଃରେଦ୍, ଆର୍ ଜେ ବିବା ନଃୟେ, ସେ ଅଃଦିକ୍ ନିକ କଃରେଦ୍ ।
३८म्हणून जो लग्न करून देतो तो चांगले करतो; पण लग्न करून देत नाही तो अधिक चांगले करतो.
39 ଅଃଣ୍ଡ୍ରା ଜିବନ୍ ରେତାହଃତେକ୍ ମାୟ୍ଜି ତାର୍ ବାନ୍ଦୁଣେ ରଃୟ୍ଦ୍; ମଃତର୍ ଜଦି ଅଃଣ୍ଡ୍ରା ମଃରେଦ୍, ତଃବେ ମାୟ୍ଜି ଆରେକ୍ ବିବା ଅଃଉଁ ହାରେ, ମଃତର୍ ମାପ୍ରୁର୍ ବିସ୍ୱାସିକ୍ ବିବା କଃରୁକେ ହାରେ ।
३९विवाहित स्त्रीचा पती जिवंत आहे तोपर्यंत ती नियमाने बांधलेली आहे, पण जर तिचा पती मरण पावला तर, केवळ प्रभूमध्ये विश्वासी असल्यास, तिची इच्छा असेल त्याच्याशी विवाहित होण्यास ती स्वतंत्र आहे.
40 ମର୍ ମଃନ୍ ଇରି ସେ ବିବା ଅୟ୍ରିଲେକ୍ ନିକ ଅୟ୍ଦ୍, ମଃତର୍ ବିବା ଅୟ୍ନଃରିଲେକ୍ ଅଃଦିକ୍ ସୁକ୍ ହାୟ୍ଦ୍ । ଆର୍ ମୁୟ୍ ହେଁ ଇସ୍ୱରାର୍ ଆତ୍ମା ହାୟ୍ଆଚି ବଃଲି ବାବୁଲେ ।
४०पण ती जर अविवाहित राहील तर, माझ्या मते, ती अधिक आशीर्वादित होईल आणि मी मानतो की, माझ्यातही देवाचा आत्मा आहे.