< যিরমিয়ের বই 51 >

1 সদাপ্রভু এই কথা বলেন, “দেখ, আমি বাবিল ও লেব্-কামাই বসবাসকারীদের বিরুদ্ধে ধ্বংসকারী বাতাসকে জাগিয়ে তুলব।
यहोवा यह कहता है, मैं बाबेल के और लेबकामै के रहनेवालों के विरुद्ध एक नाश करनेवाली वायु चलाऊँगा;
2 আমি বাবিলের কাছে বিদেশীদের পাঠাব। তারা তাকে ছড়িয়ে দেবে এবং তার দেশকে ধ্বংস করবে। কারণ তারা তার বিপদের দিনের চারিদিক থেকে তার বিরুদ্ধে দাঁড়াবে।
और मैं बाबेल के पास ऐसे लोगों को भेजूँगा जो उसको फटक-फटककर उड़ा देंगे, और इस रीति से उसके देश को सुनसान करेंगे; और विपत्ति के दिन चारों ओर से उसके विरुद्ध होंगे।
3 ধনুকধারী তার ধনুকে টান না দিক, সে তার বর্ম না পরুক। তার যুবকদের ছেড়ে দিয়ো না; তার সৈন্যদলকে সম্পূর্ণভাবে ধ্বংস করে দাও।
धनुर्धारी के विरुद्ध और जो अपना झिलम पहने हैं धनुर्धारी धनुष चढ़ाए हुए उठे; उसके जवानों से कुछ कोमलता न करना; उसकी सारी सेना को सत्यानाश करो।
4 কলদীয়দের দেশে আহত লোকেরা পতিত হবে এবং তার রাস্তায় নিহত হয়ে পতিত হবে।”
कसदियों के देश में मरे हुए और उसकी सड़कों में छिदे हुए लोग गिरेंगे।
5 কারণ ইস্রায়েল ও যিহূদাকে তাদের ঈশ্বর, বাহিনীগণের সদাপ্রভু ত্যাগ করেন নি, যদিও তাদের দেশ ইস্রায়েলের পবিত্রজনের বিরুদ্ধে দোষে পূর্ণ হয়েছে।
क्योंकि, यद्यपि इस्राएल और यहूदा के देश, इस्राएल के पवित्र के विरुद्ध किए हुए पापों से भरपूर हो गए हैं, तो भी उनके परमेश्वर, सेनाओं के यहोवा ने उनको त्याग नहीं दिया।
6 তোমরা বাবিলের মধ্যে থেকে পালাও। প্রত্যেকে নিজেকে রক্ষা কর। তার পাপের জন্য ধ্বংস হয়ে যেয়ো না। কারণ এটা সদাপ্রভুর প্রতিশোধের দিন। তার সমস্ত পাওনা তাকে তিনি দেবেন।
“बाबेल में से भागो, अपना-अपना प्राण बचाओ! उसके अधर्म में भागी होकर तुम भी न मिट जाओ; क्योंकि यह यहोवा के बदला लेने का समय है, वह उसको बदला देने पर है।
7 বাবিল সদাপ্রভুর হাতে একটা সোনার পেয়ালার মত ছিল, যেটা সমস্ত পৃথিবীকে মাতাল করেছিল। জাতিরা তার আঙ্গুর রস খেয়েছিল এবং উন্মত্ত হয়েছে।
बाबेल यहोवा के हाथ में सोने का कटोरा था, जिससे सारी पृथ्वी के लोग मतवाले होते थे; जाति-जाति के लोगों ने उसके दाखमधु में से पिया, इस कारण वे भी बावले हो गए।
8 বাবিল হঠাৎ পতিত হবে ও ধ্বংস হয়ে যাবে। তার জন্য বিলাপ কর! তার ব্যথার জন্য ওষুধ দাও; হয়তো সে সুস্থ হবে।
बाबेल अचानक ले ली गई और नाश की गई है। उसके लिये हाय-हाय करो! उसके घावों के लिये बलसान औषधि लाओ; सम्भव है वह चंगी हो सके।
9 আমরা বাবিলকে সুস্থ করতে চেষ্টা করেছি, কিন্তু সে সুস্থ হয়নি। আমরা তাকে ছেড়ে আমাদের নিজেদের দেশে চলে যাই। কারণ তার শাস্তি আকাশ পর্যন্ত পৌঁছেছে, তা মেঘ পর্যন্ত জমেছে।
हम बाबेल का इलाज करते तो थे, परन्तु वह चंगी नहीं हुई। इसलिए आओ, हम उसको तजकर अपने-अपने देश को चले जाएँ; क्योंकि उस पर किए हुए न्याय का निर्णय आकाश वरन् स्वर्ग तक भी पहुँच गया है।
10 ১০ সদাপ্রভু নির্দোষিতা ঘোষণা করেছেন। এস, আমাদের ঈশ্বর, সদাপ্রভু যা করেছেন, তা আমরা সিয়োনে বলি।
१०यहोवा ने हमारे धार्मिकता के काम प्रगट किए हैं; अतः आओ, हम सिय्योन में अपने परमेश्वर यहोवा के काम का वर्णन करें।
11 ১১ তোমরা তীরগুলি ধারালো কর, ঢাল প্রস্তুত কর। সদাপ্রভু বাবিলকে ধ্বংস করার পরিকল্পনায় মাদীয় রাজাদের উত্তেজিত করেছেন। এটি সদাপ্রভুর প্রতিশোধ, তাঁর মন্দির ধ্বংস করার প্রতিশোধ।
११“तीरों को पैना करो! ढालें थामे रहो! क्योंकि यहोवा ने मादी राजाओं के मन को उभारा है, उसने बाबेल को नाश करने की कल्पना की है, क्योंकि यहोवा अर्थात् उसके मन्दिर का यही बदला है
12 ১২ বাবিলের দেওয়ালের বিরুদ্ধে একটি পতাকা তোল। রক্ষীদেরকে আরও সাহস দাও, পাহারাদার নিযুক্ত কর, গোপন স্থানে সৈন্যদের প্রস্তুত রাখ। কারণ সদাপ্রভু বাবিলের লোকদের বিষয়ে পরিকল্পনা করেছেন। তিনি বাবিলের লোকেদের বিরুদ্ধে যা ঘোষণা করেছেন, তাই করবেন।
१२बाबेल की शहरपनाह के विरुद्ध झण्डा खड़ा करो; बहुत पहरुए बैठाओ; घात लगाने वालों को बैठाओ; क्योंकि यहोवा ने बाबेल के रहनेवालों के विरुद्ध जो कुछ कहा था, वह अब करने पर है वरन् किया भी है।
13 ১৩ তোমরা, যারা অনেক জলস্রোতের ধারে বাস কর, তোমরা যারা অনেক সম্পদের অধিকারী; তোমার নিঃশেষ হয়ে এসেছে। এখন তোমার জীবনের সুতো কেটে ফেলবার দিন।
१३हे बहुत जलाशयों के बीच बसी हुई और बहुत भण्डार रखनेवाली, तेरा अन्त आ गया, तेरे लोभ की सीमा पहुँच गई है।
14 ১৪ বাহিনীগণের সদাপ্রভু তাঁর নিজের নামে শপথ করে বলেছেন, “আমি এক ঝাঁক পঙ্গপালের মত শত্রু দিয়ে তোমাকে পূর্ণ করব, তারা তোমার বিরুদ্ধে জয়ের হাঁক দেবে।”
१४सेनाओं के यहोवा ने अपनी ही शपथ खाई है, कि निश्चय मैं तुझको टिड्डियों के समान अनगिनत मनुष्यों से भर दूँगा, और वे तेरे विरुद्ध ललकारेंगे।
15 ১৫ সৃষ্টিকর্ত্তা তাঁর নিজের শক্তিতে পৃথিবী তৈরী করেছেন, তাঁর জ্ঞান দিয়ে জগৎ স্থাপন করেছেন ও বুদ্ধি দ্বারা আকাশমন্ডল ছড়িয়ে দিয়েছেন।
१५“उसी ने पृथ्वी को अपने सामर्थ्य से बनाया, और जगत को अपनी बुद्धि से स्थिर किया; और आकाश को अपनी प्रवीणता से तान दिया है।
16 ১৬ তিনি রব ছাড়লে আকাশের জল গর্জন করে; তিনি পৃথিবীর শেষ সীমানা থেকে বাষ্প উঠিয়ে আনেন। তিনি বৃষ্টির জন্য বিদ্যুৎ তৈরী করেন এবং তাঁর ভান্ডার থেকে বাতাস বের করে আনেন।
१६जब वह बोलता है तब आकाश में जल का बड़ा शब्द होता है, वह पृथ्वी की छोर से कुहरा उठाता है। वह वर्षा के लिये बिजली बनाता, और अपने भण्डार में से पवन निकाल ले आता है।
17 ১৭ সব মানুষই জ্ঞানহীন পশুর মত হয়েছে; প্রত্যেক স্বর্ণকার তার মূর্তিগুলির জন্য লজ্জা পায়। কারণ তার ছাঁচে ঢালা মূর্তিগুলি মিথ্যা, সেগুলির মধ্যে নিঃশ্বাস নেই।
१७सब मनुष्य पशु सरीखे ज्ञानरहित है; सब सुनारों को अपनी खोदी हुई मूरतों के कारण लज्जित होना पड़ेगा; क्योंकि उनकी ढाली हुई मूरतें धोखा देनेवाली हैं, और उनके कुछ भी साँस नहीं चलती।
18 ১৮ সেগুলি অপদার্থ, বিদ্রূপের জিনিস; বিচারের দিন সেগুলি ধ্বংস হয়ে যাবে।
१८वे तो व्यर्थ और ठट्ठे ही के योग्य है; जब उनके नाश किए जाने का समय आएगा, तब वे नाश ही होंगी।
19 ১৯ কিন্তু ঈশ্বর, যিনি যাকোবের অধিকার, তিনি এগুলির মত নন; কারণ তিনি সমস্ত জিনিসের সৃষ্টিকর্ত্তা, ইস্রায়েল তাঁর উত্তরাধিকারের বংশ। তাঁর নাম বাহিনীগণের সদাপ্রভু।
१९परन्तु जो याकूब का निज भाग है, वह उनके समान नहीं, वह तो सब का बनानेवाला है, और इस्राएल उसका निज भाग है; उसका नाम सेनाओं का यहोवा है।
20 ২০ “তুমি আমার যুদ্ধের গদা, আমার যুদ্ধের অস্ত্র; তোমাকে দিয়ে আমি জাতিদের চুরমার করব এবং রাজ্যগুলিকে ধ্বংস করব।
२०“तू मेरा फरसा और युद्ध के लिये हथियार ठहराया गया है; तेरे द्वारा मैं जाति-जाति को तितर-बितर करूँगा; और तेरे ही द्वारा राज्य-राज्य को नाश करूँगा।
21 ২১ তোমাকে দিয়ে আমি ঘোড়া ও ঘোড়াচালককে চুরমার করব, তোমাকে দিয়ে রথ ও রথচালকদের চুরমার করব।
२१तेरे ही द्वारा मैं सवार समेत घोड़ों को टुकड़े-टुकड़े करूँगा;
22 ২২ তোমাকে দিয়ে আমি পুরুষ ও স্ত্রীলোককে চুরমার করব, তোমাকে দিয়ে বুড়ো ও শিশুকে চুরমার করব, তোমাকে দিয়ে যুবক ও কুমারীকে চুরমার করব।
२२तेरे ही द्वारा रथी समेत रथ को भी टुकड़े-टुकड़े करूँगा; तेरे ही द्वारा मैं स्त्री पुरुष दोनों को टुकड़े-टुकड़े करूँगा; तेरे ही द्वारा मैं बूढ़े और लड़के दोनों को टुकड़े-टुकड़े करूँगा, और जवान पुरुष और जवान स्त्री दोनों को मैं तेरे ही द्वारा टुकड़े-टुकड़े करूँगा;
23 ২৩ তোমাকে দিয়ে আমি মেষপালক ও তাদের পশুপালকে চুরমার করব, তোমাকে দিয়ে চাষী ও বলদদের চুরমার করব, তোমাকে দিয়ে শাসকদের ও রাজকর্মচারীদের চুরমার করব।
२३तेरे ही द्वारा मैं भेड़-बकरियों समेत चरवाहे को टुकड़े-टुकड़े करूँगा; तेरे ही द्वारा मैं किसान और उसके जोड़े बैलों को भी टुकड़े-टुकड़े करूँगा; अधिपतियों और हाकिमों को भी मैं तेरे ही द्वारा टुकड़े-टुकड़े करूँगा।
24 ২৪ কারণ তোমাদের চোখের সামনে বাবিল ও বাবিলে বাসকারী কলদীয়দের, তাদের সিয়োন করা সমস্ত মন্দ কাজের জন্য আমি প্রতিফল দেব” এটা সদাপ্রভুর ঘোষণা।
२४“मैं बाबेल को और सारे कसदियों को भी उन सब बुराइयों का बदला दूँगा, जो उन्होंने तुम लोगों के सामने सिय्योन में की है; यहोवा की यही वाणी है।
25 ২৫ “দেখ, ধ্বংসকারী পাহাড়, যে অন্যদের ধ্বংস করে; আমি তোমার বিরুদ্ধে” এটা সদাপ্রভুর ঘোষণা। “সমস্ত পৃথিবীর ধ্বংসকারী, আমি তোমার বিরুদ্ধে আমার হাত বাড়াব এবং পাহাড় থেকে তোমাকে গড়িয়ে ফেলে দেব। তখন তোমাকে একটি জলন্ত পাহাড় করব।
२५“हे नाश करनेवाले पहाड़ जिसके द्वारा सारी पृथ्वी नाश हुई है, यहोवा की यह वाणी है कि मैं तेरे विरुद्ध हूँ और हाथ बढ़ाकर तुझे ढाँगों पर से लुढ़का दूँगा और जला हुआ पहाड़ बनाऊँगा।
26 ২৬ লোকে কোণের জন্য তোমার মধ্যে থেকে কোন পাথর বা ভিতের জন্য নেবে না; তুমি চিরকাল জনশূন্য হয়ে থাকবে” এটা সদাপ্রভুর ঘোষণা।
२६लोग तुझ से न तो घर के कोने के लिये पत्थर लेंगे, और न नींव के लिये, क्योंकि तू सदा उजाड़ रहेगा, यहोवा की यही वाणी है।
27 ২৭ “তোমরা দেশের মধ্যে নিশান তোল। জাতিদের মধ্যে তূরী বাজাও। তার বিরুদ্ধে যুদ্ধের জন্য জাতিদের প্রস্তুত কর; তার বিরুদ্ধে অরারট, মিন্নি ও অস্কিনস রাজ্যকে ডাকো। তার বিরুদ্ধে একজন সেনাপতিকে নিযুক্ত কর; পঙ্গপালের মত ঘোড়াদের পাঠাও।
२७“देश में झण्डा खड़ा करो, जाति-जाति में नरसिंगा फूँको; उसके विरुद्ध जाति-जाति को तैयार करो; अरारात, मिन्नी और अश्कनज नामक राज्यों को उसके विरुद्ध बुलाओ, उसके विरुद्ध सेनापति भी ठहराओ; घोड़ों को शिखरवाली टिड्डियों के समान अनगिनत चढ़ा ले आओ।
28 ২৮ তার বিরুদ্ধে যুদ্ধ করার জন্য জাতিদের, মাদীয় রাজাদের, তাদের শাসনকর্ত্তাদের, তার সব রাজকর্মচারীদের এবং তার শাসনের অধীন সমস্ত দেশকে প্রস্তুত কর।
२८उसके विरुद्ध जातियों को तैयार करो; मादी राजाओं को उनके अधिपतियों सब हाकिमों सहित और उस राज्य के सारे देश को तैयार करो।
29 ২৯ দেশ কাঁপছে ও যন্ত্রণা পাচ্ছে, কারণ বাবিল দেশকে ধ্বংস ও জনশূন্য করার জন্য বাবিলের বিরুদ্ধে সদাপ্রভুর পরিকল্পনা সফল হয়েছে।
२९यहोवा ने विचारा है कि वह बाबेल के देश को ऐसा उजाड़ करे कि उसमें कोई भी न रहे; इसलिए पृथ्वी काँपती है और दुःखित होती है
30 ৩০ বাবিলের যোদ্ধারা যুদ্ধ করা থামিয়েছে; তারা তাদের দুর্গের মধ্যে রয়েছে। তাদের শক্তি ব্যর্থ হয়েছে; তারা স্ত্রীলোকদের মত দুর্বল হয়ে গেছে তাদের বাসস্থানগুলিতে আগুন লেগেছে; তার ফটকের খিলগুলি ভেঙে গেছে।
३०बाबेल के शूरवीर गढ़ों में रहकर लड़ने से इन्कार करते हैं, उनकी वीरता जाती रही है; और यह देखकर कि उनके वासस्थानों में आग लग गई वे स्त्री बन गए हैं; उसके फाटकों के बेंड़े तोड़े गए हैं।
31 ৩১ সংবাদদাতার প্রচার করার জন্য অন্য সংবাদদাতার কাছে এবং দূতের অন্য দূত কাছে চলেছে, যেন বাবিলের রাজার কাছে খবর দেওয়া যায় যে, তার শহরটাই অধিকার করা হয়েছে।
३१एक हरकारा दूसरे हरकारे से और एक समाचार देनेवाला दूसरे समाचार देनेवाले से मिलने और बाबेल के राजा को यह समाचार देने के लिये दौड़ेगा कि तेरा नगर चारों ओर से ले लिया गया है;
32 ৩২ তার নদীর পারগুলি দখল করা হয়েছে, কেল্লাগুলিতে আগুন লাগানো হয়েছে ও বাবিলের সৈন্যেরা বিস্মিত হয়েছে।”
३२और घाट शत्रुओं के वश में हो गए हैं, ताल भी सुखाए गए, और योद्धा घबरा उठे हैं।
33 ৩৩ কারণ বাহিনীগনের সদাপ্রভু, ইস্রায়েলের ঈশ্বর এই কথা বলেন, “বাবিলের মেয়ে শস্য মাড়াই করা খামারের মত; কিছুদিনের র মধ্যেই তার ফসল কাটার দিন চলে আসবে।
३३क्योंकि इस्राएल का परमेश्वर, सेनाओं का यहोवा यह कहता है: बाबेल की बेटी दाँवते समय के खलिहान के समान है, थोड़े ही दिनों में उसकी कटनी का समय आएगा।”
34 ৩৪ যিরূশালেম বলে, ‘বাবিলের রাজা নবূখদনিৎসর আমাকে গ্রাস করেছেন, আমাকে চুরমার করেছেন, আমাকে খালি পাত্রের মত করেছেন। দানবের মত তিনি আমাকে গিলে ফেলেছেন। আমার ভাল খাবার দিয়ে তাঁর পেট ভর্তি করেছেন, তারপর আমাকে দূর করে দিয়েছেন’।
३४“बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर ने मुझ को खा लिया, मुझ को पीस डाला; उसने मुझे खाली बर्तन के समान कर दिया, उसने मगरमच्छ के समान मुझ को निगल लिया है; और मुझ को स्वादिष्ट भोजन जानकर अपना पेट मुझसे भर लिया है, उसने मुझ को जबरन निकाल दिया है।”
35 ৩৫ সিয়োনের বাসিন্দারা বলবে, ‘আমার প্রতি ও আমার মাংসের প্রতি যে অত্যাচার করা হয়েছে, তা বাবিলের উপর করা হোক’। যিরূশালেম বলবে, ‘আমাদের রক্তের অপরাধ কলদীয় বাসিন্দাদের বিরুদ্ধে থাকুক’।”
३५सिय्योन की रहनेवाली कहेगी, “जो उपद्रव मुझ पर और मेरे शरीर पर हुआ है, वह बाबेल पर पलट जाए।” और यरूशलेम कहेगी, “मुझ में की हुई हत्याओं का दोष कसदियों के देश के रहनेवालों पर लगे।”
36 ৩৬ সেইজন্য সদাপ্রভু এই কথা বলেন, “দেখ, আমি তোমার পক্ষ সমর্থন করব এবং তোমার জন্য প্রতিশোধ নেব। কারণ আমি বাবিলের জল শুকিয়ে ফেলব এবং সব উনুইকে শুকনো করব।
३६इसलिए यहोवा कहता है, “मैं तेरा मुकद्दमा लड़ूँगा और तेरा बदला लूँगा। मैं उसके ताल को और उसके सोतों को सूखा दूँगा;
37 ৩৭ বাবিল হবে একটা ধ্বংসের ঢিবি, শিয়ালদের বাসস্থান, একটি আতঙ্ক শিশ দেওয়ার একটি পাত্র; যেখানে কেউ বাস করে না।
३७और बाबेल खण्डहर, और गीदड़ों का वासस्थान होगा; और लोग उसे देखकर चकित होंगे और ताली बजाएँगे, और उसमें कोई न रहेगा।
38 ৩৮ বাবিলের লোকেরা একসাথে সিংহের মত গর্জন করবে, সিংহের বাচ্চাদের মত গোঁ গোঁ করবে।
३८“लोग एक संग ऐसे गरजेंगे और गुर्राएँगे, जैसे युवा सिंह व सिंह के बच्चे आहेर पर करते हैं।
39 ৩৯ যখন তারা লোভে উত্তপ্ত হয়, আমি তাদের জন্য একটা ভোজ প্রস্তুত করব। আমি তাদের মাতাল করব যেন তারা সুখী হয় এবং তারপর চিরকালের জন্য ঘুমিয়ে পরে আর কখনও না জেগে ওঠে।
३९परन्तु जब जब वे उत्तेजित हों, तब मैं भोज तैयार करके उन्हें ऐसा मतवाला करूँगा, कि वे हुलसकर सदा की नींद में पड़ेंगे और कभी न जागेंगे, यहोवा की यही वाणी है।
40 ৪০ আমি তাদের বাচ্চা ভেড়াদের মত করে, ভেড়া ও ছাগলের মত করে হত্যার স্থানে নিয়ে যাব।
४०मैं उनको, भेड़ों के बच्चों, और मेढ़ों और बकरों के समान घात करा दूँगा।
41 ৪১ বাবিলকে কেমন দখল করা হয়েছে! তাই সমস্ত পৃথিবীর প্রশংসার পাত্রকে অধিকার করা হয়েছে। বাবিল সমস্ত জাতির মধ্যে কেমন ধ্বংসস্থানে পরিণত হয়েছে।
४१“शेशक, जिसकी प्रशंसा सारे पृथ्वी पर होती थी कैसे ले लिया गया? वह कैसे पकड़ा गया? बाबेल जातियों के बीच कैसे सुनसान हो गया है?
42 ৪২ বাবিলের উপরে সমুদ্র উঠে পড়েছে, সে তার গর্জন করা ঢেউ ঢেকে গেছে।
४२बाबेल के ऊपर समुद्र चढ़ आया है, वह उसकी बहुत सी लहरों में डूब गया है।
43 ৪৩ তার শহরগুলি ধ্বংসস্থান, শুকনো ভূমি ও মরুপ্রান্তের দেশ হয়ে গেছে; যে দেশে কেউ বাস করে না, তার মধ্যে দিয়ে কোনো মানুষ যাতায়াত করে না।
४३उसके नगर उजड़ गए, उसका देश निर्जन और निर्जल हो गया है, उसमें कोई मनुष्य नहीं रहता, और उससे होकर कोई आदमी नहीं चलता।
44 ৪৪ তাই আমি বাবিলের বেল দেবতাকে শাস্তি দেব; সে যা গিলে ফেলেছে, আমি তার মুখ দিয়ে তা বের করব এবং জাতিরা তার কাছে স্রোতের মত প্রবাহিত হবে না। বাবিলের দেয়াল পড়ে যাবে।
४४मैं बाबेल में बेल को दण्ड दूँगा, और उसने जो कुछ निगल लिया है, वह उसके मुँह से उगलवाऊँगा। जातियों के लोग फिर उसकी ओर ताँता बाँधे हुए न चलेंगे; बाबेल की शहरपनाह गिराई जाएगी।
45 ৪৫ হে আমার প্রজারা, তার মধ্যে থেকে দূর হও। সদাপ্রভুর জ্বলন্ত ক্রোধ থেকে তোমরা প্রত্যেকে নিজের নিজের জীবন রক্ষা কর।
४५हे मेरी प्रजा, उसमें से निकल आओ! अपने-अपने प्राण को यहोवा के भड़के हुए कोप से बचाओ!
46 ৪৬ তোমাদের অন্তরকে ভীতু হতে ও সেই খবরকে ভয় পেতে দিও না, যা সেই দেশে শোনা যায়; কারণ এক বছরে সেই খবর আসবে। তার পরে অন্য বছরেও একটি খবর আসবে এবং সেই দেশে অনিষ্ট হবে। শাসক অন্য শাসকের বিরুদ্ধে আসবে।
४६जब उड़ती हुई बात उस देश में सुनी जाए, तब तुम्हारा मन न घबराए; और जो उड़ती हुई चर्चा पृथ्वी पर सुनी जाएगी तुम उससे न डरना: उसके एक वर्ष बाद एक और बात उड़ती हुई आएगी, तब उसके बाद दूसरे वर्ष में एक और बात उड़ती हुई आएगी, और उस देश में उपद्रव होगा, और एक हाकिम दूसरे के विरुद्ध होगा।
47 ৪৭ অতএব, দেখ, সেই দিন আসছে যখন আমি বাবিলের ক্ষোদিত প্রতিমাগুলিকে শাস্তি দেব। তার সমস্ত দেশ লজ্জিত হবে এবং তার সমস্ত নিহত লোকেরা তার মধ্যে পড়ে থাকবে।
४७“इसलिए देख, वे दिन आते हैं जब मैं बाबेल की खुदी हुई मूरतों पर दण्ड की आज्ञा करूँगा; उस सारे देश के लोगों का मुँह काला हो जाएगा, और उसके सब मारे हुए लोग उसी में पड़े रहेंगे।
48 ৪৮ তখন আকাশমন্ডল, পৃথিবী ও সেগুলির মধ্যেকার সব কিছু বাবিলের বিষয়ে আনন্দ করবে, কারণ তার জন্য উত্তর দিক থেকে ধ্বংসকারীরা আসবে” এটা সদাপ্রভুর ঘোষণা।
४८तब स्वर्ग और पृथ्वी के सारे निवासी बाबेल पर जयजयकार करेंगे; क्योंकि उत्तर दिशा से नाश करनेवाले उस पर चढ़ाई करेंगे, यहोवा की यही वाणी है।
49 ৪৯ “বাবিল যেমন সমস্ত ইস্রায়েলের পতিতদের হত্যা করেছে, তেমনি সমস্ত দেশের নিহতরা বাবিলে পতিত হবে।
४९जैसे बाबेल ने इस्राएल के लोगों को मारा, वैसे ही सारे देश के लोग उसी में मार डाले जाएँगे।
50 ৫০ তরোয়ালের হাত থেকে রক্ষা পেয়েছ, চলে যাও! এখনো পর্যন্ত থেকো না। দূর থেকে সদাপ্রভুকে ডাক; যিরূশালেমকে স্মরণ কর।
५०“हे तलवार से बचे हुओं, भागो, खड़े मत रहो! यहोवा को दूर से स्मरण करो, और यरूशलेम की भी सुधि लो:
51 ৫১ আমরা লজ্জিত, কারণ অপমানিত হয়েছি। কলঙ্ক আমাদের মুখ ঢেকে ফেলেছে, কারণ সদাপ্রভুর গৃহের পবিত্র স্থানে বিদেশীরা ঢুকেছে।
५१‘हम व्याकुल हैं, क्योंकि हमने अपनी नामधराई सुनी है; यहोवा के पवित्र भवन में विधर्मी घुस आए हैं, इस कारण हम लज्जित हैं।’
52 ৫২ অতএব, দেখ, সেই দিন আসছে” এটা সদাপ্রভুর ঘোষণা, “যখন আমি তার ক্ষোদিত প্রতিমাগুলিকে শাস্তি দেব এবং তার দেশের সব জায়গায় আহত লোকেরা আর্তনাদ করবে।
५२“इसलिए देखो, यहोवा की यह वाणी है, ऐसे दिन आनेवाले हैं कि मैं उसकी खुदी हुई मूरतों पर दण्ड भेजूँगा, और उसके सारे देश में लोग घायल होकर कराहते रहेंगे।
53 ৫৩ কারণ যদি বাবিল আকাশ পর্যন্তও পৌঁছায় আর সেখানে শক্ত দুর্গ সুরক্ষিত করে, তবুও ধ্বংসকারীরা আমার কাছ থেকে তার কাছে যাবে” এটা সদাপ্রভুর ঘোষণা।
५३चाहे बाबेल ऐसा ऊँचा बन जाए कि आकाश से बातें करे और उसके ऊँचे गढ़ और भी दृढ़ किए जाएँ, तो भी मैं उसे नाश करने के लिये, लोगों को भेजूँगा, यहोवा की यह वाणी है।
54 ৫৪ বাবিল থেকে মর্মান্তিক কান্নার শব্দ আসছে, কলদীয়দের দেশ থেকে মহা ধ্বংসের শব্দ আসছে।
५४“बाबेल से चिल्लाहट का शब्द सुनाई पड़ता है! कसदियों के देश से सत्यानाश का बड़ा कोलाहल सुनाई देता है।
55 ৫৫ কারণ সদাপ্রভু বাবিলকে ধ্বংস করছেন। তিনি তার বিনষ্টের শব্দকে থামিয়ে দিচ্ছেন। তাদের শত্রুরা অনেক জলের ঢেউয়ের মত গর্জন করে; তাদের গর্জনের শব্দ খুব জোরালো।
५५क्योंकि यहोवा बाबेल को नाश कर रहा है और उसके बड़े कोलाहल को बन्द कर रहा है। इससे उनका कोलाहल महासागर का सा सुनाई देता है।
56 ৫৬ কারণ ধ্বংসকারীরা তার বিরুদ্ধে আসবে বাবিলের বিরুদ্ধে! এবং তার যোদ্ধারা আক্রান্ত হয়েছে। তাদের ধনুকগুলি ভেঙে গেল; কারণ সদাপ্রভু প্রতিশোধ দাতা ঈশ্বর; তিনি পুরোপুরিই প্রতিফল দেবেন।
५६बाबेल पर भी नाश करनेवाले चढ़ आए हैं, और उसके शूरवीर पकड़े गए हैं और उनके धनुष तोड़ डाले गए; क्योंकि यहोवा बदला देनेवाला परमेश्वर है, वह अवश्य ही बदला लेगा।
57 ৫৭ কারণ আমি তাকে রাজকর্মচারী, জ্ঞানী, শাসনকর্ত্তা এবং তার যোদ্ধাদের মাতাল করব; তারা চিরকালের জন্য ঘুমাবে ও কখনও জাগবে না এটা সেই রাজার ঘোষণা, যাঁর নাম বাহিনীগণের সদাপ্রভু।
५७मैं उसके हाकिमों, पंडितों, अधिपतियों, रईसों, और शूरवीरों को ऐसा मतवाला करूँगा कि वे सदा की नींद में पड़ेंगे और फिर न जागेंगे, सेनाओं के यहोवा, जिसका नाम राजाधिराज है, उसकी यही वाणी है।
58 ৫৮ বাহিনীগণের সদাপ্রভু এই কথা বলেন, “বাবিলের মোটা দেয়ালগুলি সম্পূর্ণভাবে ধ্বংস হবে এবং তার উঁচু ফটকগুলি পুড়ে যাবে। তখন লোকেরা শুধুমাত্র অনর্থক পরিশ্রম করবে; জাতিরা তাদের জন্য যা কিছু করতে চায়, সবই পুড়ে যাবে।”
५८“सेनाओं का यहोवा यह भी कहता है, बाबेल की चौड़ी शहरपनाह नींव से ढाई जाएगी, और उसके ऊँचे फाटक आग लगाकर जलाए जाएँगे। और उसमें राज्य-राज्य के लोगों का परिश्रम व्यर्थ ठहरेगा, और जातियों का परिश्रम आग का कौर हो जाएगा और वे थक जाएँगे।”
59 ৫৯ যিহূদার রাজা সিদিকিয়ের চতুর্থ বছরে মহসেয়ের নাতি, নেরিয়ের ছেলে সরায় যখন রাজার সঙ্গে বাবিলে যান, তখন যিরমিয় তাঁকে এই সব আদেশ দিয়েছিলেন। কারণ সরায় একজন প্রধান কর্মচারী ছিলেন।
५९यहूदा के राजा सिदकिय्याह के राज्य के चौथे वर्ष में जब उसके साथ सरायाह भी बाबेल को गया था, जो नेरिय्याह का पुत्र और महसेयाह का पोता और राजभवन का अधिकारी भी था,
60 ৬০ কারণ একটি গুটানো কাগজে বাবিলের উপর যে সব বিপদ আসবে তা যিরমিয় লিখেছিলেন।
६०तब यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता ने उसको ये बातें बताई अर्थात् वे सब बातें जो बाबेल पर पड़नेवाली विपत्ति के विषय लिखी हुई हैं, उन्हें यिर्मयाह ने पुस्तक में लिख दिया।
61 ৬১ যিরমিয় সরায়কে বললেন, “যখন তুমি বাবিলে পৌঁছাবে, তখন তুমি অবশ্যই সমস্ত কথা পড়বে।
६१यिर्मयाह ने सरायाह से कहा, “जब तू बाबेल में पहुँचे, तब अवश्य ही ये सब वचन पढ़ना,
62 ৬২ তারপর বোলো, ‘সদাপ্রভু, তুমি এই জায়গা ধ্বংস করার কথা বলেছ। তাতে কোন বাসিন্দা থাকবে না, সে চিরদিনের র জন্য জনশূন্য হয়ে থাকবে’।
६२और यह कहना, ‘हे यहोवा तूने तो इस स्थान के विषय में यह कहा है कि मैं इसे ऐसा मिटा दूँगा कि इसमें क्या मनुष्य, क्या पशु, कोई भी न रहेगा, वरन् यह सदा उजाड़ पड़ा रहेगा।’
63 ৬৩ তখন যখন তুমি এই গুটানো কাগজটি পড়া শেষ করেছ, তাতে একটি পাথর বেঁধে ইউফ্রেটিসের মাঝে ফেলে দেবে।
६३और जब तू इस पुस्तक को पढ़ चुके, तब इसे एक पत्थर के संग बाँधकर फरात महानद के बीच में फेंक देना,
64 ৬৪ বোলো, ‘এই ভাবে বাবিল ডুবে যাবে, সে আর উঠবে না; কারণ আমি তার উপর বিপদ আনব। তারা পতিত হবে’।” যিরমিয়ের কথা এখানেই শেষ।
६४और यह कहना, ‘इस प्रकार बाबेल डूब जाएगा और मैं उस पर ऐसी विपत्ति डालूँगा कि वह फिर कभी न उठेगा और वे थके रहेंगे।’” यहाँ तक यिर्मयाह के वचन हैं।

< যিরমিয়ের বই 51 >