< যাত্রাপুস্তক 12 >

1 মিশর দেশে সদাপ্রভু মোশি ও হারোণকে বললেন,
मग मोशे व अहरोन मिसर देशामध्ये असताना परमेश्वर त्यांच्याशी बोलला. तो म्हणाला,
2 তোমাদের জন্য এই মাস হবে মাসগুলির শুরু; আর মাসটি বছরের সব মাসের মধ্যে প্রথম হবে।
“हा महिना तुमच्यासाठी आरंभीचा महिना व्हावा. तुमचा हा वर्षाचा पहिला महिना व्हावा.
3 সমস্ত ইস্রায়েল মণ্ডলীকে এই কথা বল, তোমরা এই মাসের দশম দিনের তোমাদের বাবার বংশ অনুসারে প্রত্যেক পরিবার এক এক বাড়ির জন্য এক একটি ভেড়ার বাচ্চা নেবে।
इस्राएलाच्या सर्व मंडळीला सांग की या महिन्याच्या दहाव्या दिवशी प्रत्येक मनुष्याने आपल्या कुटुंबातील लोकांकरता एक कोकरू घ्यावे.
4 আর ভেড়ার বাচ্চা খাওয়ার জন্য যদি কারও পরিজন কম হয়, তবে সে ও তার পাশের বাড়ির প্রতিবেশীর লোকসংখ্যা অনুসারে একটি ভেড়ার বাচ্চা নেবে। তোমরা এক এক জনের খাওয়ার ক্ষমতা অনুসারে ভেড়ার বাচ্চা নেবে।
आणि एक कोकरू, खाण्यासाठी घरातील माणसे थोडी असली तर त्याने आपल्या शेजाऱ्याच्या संख्येप्रमाणे कोकरू घ्यावे. प्रत्येकाच्या आहाराच्या मानाने एक कोकरू किती मनुष्यांना पुरेल याचा अंदाज घ्यावा.
5 তোমাদের সেই ভেড়ার বাচ্চাটি নির্দোষ ও এক বছরের পুরুষ বাচ্চা শাবক হবে; তোমরা ভেড়ার পালের কিংবা ছাগপালের মধ্যে থেকে তা নেবে;
तो कोकरा एक वर्षाचा नर असावा व तो पूर्णपणे निर्दोष असावा, तो कोकरा मेंढरातला किंवा बोकडातला असावा. तुम्हास वाटेल तो घ्यावा.
6 আর এই মাসের চৌদ্দ দিন পর্যন্ত রাখবে; পরে ইস্রায়েলের সমস্ত সমাজ সন্ধ্যাবেলায় সেই ভেড়ার বাচ্চাটি হত্যা করবে।
या पहिल्या महिन्याच्या चौदाव्या दिवसापर्यंत तो राखून ठेवावा. संध्याकाळी इस्राएली मंडळीतील लोकांनी त्यास वधावे.
7 আর তারা তার কিছুটা রক্ত নেবে এবং যে যে বাড়ির মধ্যে ভেড়ার বাচ্চা খাবে, সেই বাড়ির দরজার চৌকাঠে ও মাথার ওপর তা লাগিয়ে দেবে।
त्या कोकऱ्याचे रक्त घेऊन ते ज्या घरात त्याचे मांस खाणार आहेत त्याच्या दोन्ही दारबाह्यांना व चौकटीच्या कपाळपट्टीवर लावावे.
8 পরে সেই রাতে তার মাংস খাবে; আগুনে পুড়িয়ে খামির বিহীন রুটি ও তেতো শাকের সঙ্গে তা খাবে।
त्याच रात्री त्याचे मांस विस्तवावर भाजून कडू भाजी व बेखमीर भाकरीबरोबर खावे.
9 তোমরা তার মাংস কাঁচা কিংবা জলে সেদ্ধ করে খেও না, কিন্তু তার মাথা, পা ও ভিতরের অংশ আগুনে পুড়িও।
तुम्ही त्याचे मांस कच्चेच किंवा पाण्यात शिजवून खाऊ नये तर विस्तवावर भाजून खावे; त्याची मुंडी, पाय व आतडी हीसुद्धा खावीत.
10 ১০ আর সকাল পর্যন্ত তার কিছুই রেখো না; কিন্তু সকাল পর্যন্ত যা বাকি থাকে, তা আগুনে পুড়িয়ে ফেলো।
१०त्यातले काहीही सकाळपर्यंत ठेवू नये आणि सकाळपर्यंत काही उरलेच तर ते आगीत जाळून टाकावे.
11 ১১ আর তোমরা এই ভাবে তা খাবে; কোমর বাঁধবে, পায়ে জুতো পড়বে, হাতে লাঠি নেবে ও তাড়াতাড়ি খেয়ে নেবে; এটা সদাপ্রভুর নিস্তারপর্ব।
११ते तुम्ही या प्रकारे खावे: तुमच्या कमरा कसून, पायांत जोडे घालून आणि हातात काठी घेऊन, ते घाईघाईने खावे; हा परमेश्वराचा वल्हांडण सण आहे.
12 ১২ কারণ সেই রাতে আমি মিশর দেশের মধ্য দিয়ে যাব এবং মিশর দেশের মানুষের ও পশুর যাবতীয় প্রথমজাতকে আঘাত করব এবং মিশরের সমস্ত দেবতাদের উপরে শাস্তি নিয়ে আসব; আমিই সদাপ্রভু।
१२आज रात्री मी मिसर देशात फिरेन आणि त्यातील मनुष्य व पशू या सर्वांचे प्रथम जन्मलेले मी मारून टाकीन, आणि मिसर देशातील सर्व दैवतांना शिक्षा करीन. मी परमेश्वर आहे.
13 ১৩ সুতরাং তোমরা যে যে বাড়িতে থাক, তোমাদের পক্ষে ঐ রক্ত চিহ্ন হিসাবে সেই সেই বাড়ির উপরে থাকবে; তাতে আমি যখন মিশর দেশকে আঘাত করব, তখন সেই রক্ত দেখলে তোমাদেরকে ছেড়ে এগিয়ে যাব, মহামারীর আঘাত তোমাদের উপরে পড়বে না।
१३परंतु तुमच्या घरांच्या दारावरील रक्त ही एक खूण असेल. मी जेव्हा रक्त पाहीन तेव्हा तुम्हास ओलांडून मी पुढे जाईन. मी मिसर देशाला मारीन तेव्हा कोणताही अनर्थ तुम्हावर येणार नाही व तुमचा नाश होणार नाही
14 ১৪ আর এই দিন তোমাদের স্মরণীয় হবে এবং তোমরা এই দিন কে সদাপ্রভুর উৎসব বলে পালন করবে; বংশপরম্পরার চিরকালীন নিয়ম অনুসারে এই উৎসব পালন করবে।
१४हा दिवस तुम्हास आठवणीदाखल होईल, हा दिवस परमेश्वरासाठी तुम्ही विशेष उत्सवाचा सण म्हणून पाळावा. तुमच्या वंशजांनी येथून पुढे हा सण पिढ्यानपिढ्या कायमचा विधी समजून पाळावा.
15 ১৫ তোমরা সাত দিন খামির বিহীন রুটি খাবে; প্রথম দিনের ই নিজের নিজের বাড়ি থেকে খামির দূর করবে, কারণ যে কেউ প্রথম দিন থেকে সপ্তম দিন পর্যন্ত খামিরযুক্ত খাবার খাবে, সেই প্রাণী ইস্রায়েল থেকে বিচ্ছিন্ন হবে।
१५सात दिवस बेखमीर भाकर खावी; पहिल्या दिवशी तुम्ही प्रत्येकाने आपल्या घरातील सर्व खमीर काढून टाकावे. तुम्हातील जर कोणी खमीर घातलेली भाकर खाईल तर त्यास तुम्ही इस्राएल लोकांमधून बाहेर टाकावे.
16 ১৬ আর প্রথম দিনের তোমাদের পবিত্র সভা হবে এবং সপ্তম দিনের ও তোমাদের পবিত্র সভা হবে; সেই দুই দিন প্রত্যেক প্রাণীর খাদ্য তৈরী ছাড়া অন্য কোন কাজ করবে না, শুধুমাত্র সেই কাজ করতে পারবে।
१६या सणाच्या पहिल्या व शेवटल्या म्हणजे सातव्या दिवशी पवित्र मेळा भरवावा; या दोन्ही दिवशी काही काम करू नये. फक्त खाण्यापिण्याच्या कामाशिवाय इतर कोणतेही काम करु नये.
17 ১৭ এই ভাবে তোমরা খামির বিহীন রুটির পর্ব পালন করবে, কারণ এই দিনের আমি তোমাদের বাহিনীদেরকে মিশর দেশ থেকে বের করে আনলাম; তাই তোমরা বংশপরম্পরার চিরস্থায়ী বিধি অনুসারে এই দিন পালন করবে।
१७या प्रकारे बेखमीर भाकरीच्या सण पाळावा. कारण याच दिवशी मी तुम्हा सर्वांना मिसर देशातून बाहेर काढून आणले. म्हणून हा दिवस पिढ्यानपिढ्या कायमचा विधी म्हणून पाळावा.
18 ১৮ তোমরা প্রথম মাসের চৌদ্দতম দিনের র সন্ধ্যাবেলা থেকে একুশতম দিনের র সন্ধ্যাবেলা পর্যন্ত খামির বিহীন রুটি খেও।
१८तेव्हा पहिल्या महिन्यातील चौदाव्या दिवसाच्या संध्याकाळपासून ते त्या महिन्याच्या एकविसाव्या दिवसाच्या संध्याकाळपर्यंत तुम्ही बेखमीर भाकरी खाव्या.
19 ১৯ সাত দিন তোমাদের বাড়িতে যেন খামির না থাকে; কারণ কি প্রবাসী কি দেশের, যে কোন প্রাণী খামির মেশানো দ্রব্য খাবে, সে ইস্রায়েল মণ্ডলী থেকে বিচ্ছিন্ন হবে।
१९या सात दिवसात तुमच्या घरात खमीर नसावे; कारण जो कोणी एखादी खमिराची वस्तू खाईल मग तो परदेशी असो, किंवा स्वदेशी असो त्यास इस्राएलाच्या मंडळीतून बाहेर टाकावे.
20 ২০ তোমরা খামিরযুক্ত কোনো জিনিস খেও না; তোমরা তোমাদের সমস্ত বাসস্থানে খামির বিহীন রুটি খেও।
२०त्या दिवशी कोणीही खमीर खाऊ नये; तुम्ही घरोघरी बेखमीर भाकरच खावी.”
21 ২১ তখন মোশি ইস্রায়েলের সমস্ত প্রাচীনদেরকে ডেকে বললেন, তোমরা নিজেদের গোষ্ঠী অনুসারে এক একটি ভেড়ার বাচ্চা বের করে নাও, নিস্তারপর্ব্বের বলি হত্যা কর।
२१मग मोशेने इस्राएली लोकांच्या सर्व वडीलधाऱ्या लोकांस एकत्र बोलावले. तो त्यांना म्हणाला, “तुम्ही आपापल्या घराण्याप्रमाणे एकएक कोकरू घ्यावे; आणि वल्हांडण सणाच्या यज्ञाकरिता त्याचा वध करावा.
22 ২২ আর এক গুচ্ছ এসোব নিয়ে গামলায় থাকা রক্তে ডুবিয়ে দরজার মাথায় ও দুই চৌকাঠে গামলায় থাকা রক্তের কিছুটা লাগিয়ে দেবে এবং সকাল পর্যন্ত তোমরা কেউই বাড়ির দরজার বাইরে যাবে না।
२२मग एजोब झाडाची जुडी घेऊन त्या पात्रातील कोकराच्या रक्तात बुचकाळावी आणि त्याचे रक्त दाराच्या दोन्ही बाजूंच्या चौकटींना व कपाळपट्टीवर लावावे, आणि सकाळपर्यंत कोणीही घराबाहेर जाऊ नये.
23 ২৩ কারণ সদাপ্রভু মিশরীয়দেরকে আঘাত করার জন্য তোমাদের কাছ দিয়ে যাবেন, তাতে দরজার মাথায় ও দুই চৌকাঠে সেই রক্ত দেখলে সদাপ্রভু সেই দরজা ছেড়ে আগে যাবেন, তোমাদের বাড়িতে বিনাশকারীকে প্রবেশ করে আঘাত করতে দেবেন না।
२३कारण त्या वेळी परमेश्वर मिसरामधील प्रथम जन्मलेल्यांना ठार मारण्यासाठी फिरणार आहे; तो जेव्हा घराच्या दारावरील कपाळपट्टीवर व दाराच्या चौकटीच्या दोन्ही बाजूला लावलेले रक्त पाहील तेव्हा तो ते दार ओलांडून जाईल; नाश करणाऱ्याला तुमच्या घरात जाऊ देणार नाही.
24 ২৪ আর তোমরা ও যুগ যুগ ধরে তোমাদের সন্তানেরা নিয়ম হিসাবে এই রীতি পালন করবে।
२४हा विधी तुम्हास व तुमच्या पुत्रपौत्राला निरंतरचा आहे असे समजून तो पाळावा.
25 ২৫ আর সদাপ্রভু তাঁর প্রতিজ্ঞা অনুসারে তোমাদেরকে যে দেশ দেবেন, সেই দেশে যখন প্রবেশ করবে, তখনও এই আরাধনার আয়োজন করবে।
२५परमेश्वर त्याच्या वचनानुसार जो देश तुम्हास देणार आहे त्यामध्ये तुम्ही जाल तेव्हा तुम्ही हा उपासनेचा प्रकार म्हणून पाळावा.
26 ২৬ আর তোমাদের সন্তানরা যখন তোমাদেরকে বলবে, তোমাদের এই আরাধনার অর্থ কি?
२६जेव्हा तुमची मुलेबाळे तुम्हास विचारतील की या उपासनेचा अर्थ काय आहे?
27 ২৭ তোমরা বলবে, এটা সদাপ্রভুর উদ্দেশ্যে নিস্তারপর্ব্বের যজ্ঞ, কারণ মিশরীয়দেরকে আঘাত করার দিনের তিনি মিশরে ইস্রায়েল সন্তানদের সমস্ত বাড়ি ছেড়ে এগিয়ে গিয়েছিলেন, আমাদের বাড়ি রক্ষা করেছিলেন। তখন লোকেরা মাথা নিচু করে আরাধনা করল।
२७तेव्हा तुम्ही त्यांना सांगा, हा परमेश्वराच्या वल्हांडणाचा यज्ञ आहे; कारण आम्ही जेव्हा मिसरमध्ये होतो तेव्हा त्या दिवशी परमेश्वराने मिसराच्या लोकांस मारले व आपल्या घरांना वाचवले त्या वेळी तो मिसरातील इस्राएलांची घरे ओलांडून गेला, हे ऐकून लोकांनी नतमस्तक होऊन दंडवत घातले.
28 ২৮ পরে ইস্রায়েল সন্তানেরা গিয়ে, সদাপ্রভু মোশি ও হারোণকে যেরকম আদেশ দিয়েছিলেন, সেই রকম করল।
२८परमेश्वराने मोशे व अहरोन यांना आज्ञा दिली होती म्हणून इस्राएल लोकांनी त्यांच्या सांगण्याप्रमाणे केले.
29 ২৯ পরে মাঝরাতে এই ঘটনা ঘটল, সদাপ্রভু সিংহাসনে বসা ফরৌণের প্রথমজাত সন্তান থেকে কারাগারে থাকা বন্দির প্রথমজাত সন্তান পর্যন্ত মিশর দেশের সমস্ত প্রথমজাত সন্তানকে ও পশুদের প্রথমজাত শাবকদেরকে আঘাত করলেন।
२९मध्यरात्री असे झाले की मिसर देशातील सिंहासनारूढ असलेल्या फारोच्या ज्येष्ठ पुत्रापासून तर तुरुंगात पडलेल्या कैद्याच्या ज्येष्ठ पुत्रापर्यंत सर्व आणि तसेच गुराढोरांपैकी सर्व प्रथम वत्स परमेश्वराने मारून टाकले.
30 ৩০ তাতে ফরৌণ ও তাঁর দাসেরা এবং সমস্ত মিশরীয় লোক রাতে উঠল এবং মিশরে মহাকোলাহল হল; কারণ যে ঘরে কেউ মরে নি, এমন ঘরই ছিল না।
३०रात्रीच्या वेळी फारो, त्याचे सर्व सेवक आणि सगळे मिसराचे लोक जागे झाले आणि मिसर देशात मोठा हाहा: कार उडाला, कारण ज्यात कोणी मरण पावले नाही असे एकही घर राहिले नाही.
31 ৩১ তখন রাতের বেলায় ফরৌণ মোশি ও হারোণকে ডেকে বললেন, “তোমরা ওঠ, ইস্রায়েল সন্তানদের নিয়ে আমার প্রজাদের মধ্যে থেকে বের হও, তোমরা যাও, তোমাদের কথা অনুসারে গিয়ে সদাপ্রভুর সেবা কর।
३१तेव्हा रातोरात फारोने मोशे व अहरोन यांना बोलावून आणले फारो त्यांना म्हणाला, तुम्ही व तुमचे सर्व इस्राएल लोक माझ्या लोकांतून निघून जा आणि तुम्ही म्हणता त्याप्रमाणे जाऊन तुमच्या परमेश्वराची उपासना करा.
32 ৩২ তোমাদের কথা অনুসারে ভেড়ার পাল ও গরুর পাল সব সঙ্গে নিয়ে চলে যাও এবং আমাকেও আশীর্বাদ কর।”
३२आणि तुम्ही म्हणता त्याप्रमाणे तुमचे कळप, व गुरेढोरे ही तुमच्याबरोबर घेऊन चालते व्हा, आणि जाताना मलाही आशीर्वाद द्या.
33 ৩৩ তখন লোকদেরকে তাড়াতাড়ি দেশ থেকে বিদায় করার জন্য মিশরীয়েরা ব্যাকুল হয়ে পড়ল; কারণ তারা বলল, “আমরা সকলে মারা পড়লাম।”
३३लोकांनी देशातून तात्काळ निघून जावे म्हणून मिसरी लोकांनी त्यांच्यामागे तगादा लावला; कारण ते म्हणाले, आम्ही सर्वजण मेलोच आहोत.”
34 ৩৪ তাতে ময়দার তালে খামির মেশাবার আগে লোকেরা তা নিয়ে পেষাই করার পাত্র নিজেদের বস্ত্রে বেঁধে কাঁধে নিল।
३४इस्राएल लोकांनी आपली मळलेली कणीक खमीर न घालता तशीच काथवटीसहीत कापडात गुंडाळून आपल्या खांद्यावर घेतली.
35 ৩৫ আর ইস্রায়েল সন্তানেরা মোশির বাক্য অনুসারে কাজ করল; ফলে তারা মিশরীয়দের কাছে রূপা, সোনার গয়না ও পোশাক চাইল;
३५इस्राएली लोकांनी मोशेने त्यांना सांगितल्याप्रमाणे आपल्या मिसऱ्याजवळ जाऊन कपडे, सोन्यारुप्याचे दागदागिने मागून घेतले.
36 ৩৬ আর সদাপ্রভু মিশরীয়দের চোখে তাদেরকে অনুগ্রহপাত্র করলেন, তাই তারা যা চাইল, মিশরীয়েরা তাদেরকে তাই দিল। এই ভাবে তারা মিশরীয়দের ধনসম্পদ লুট করল।
३६मिसरी लोकांची कृपादृष्टी इस्राएल लोकांवर होईल असे परमेश्वराने केले आणि म्हणून त्यांनी जे जे मागितले ते ते त्यांनी त्यांना दिले. अशा प्रकारे त्यांनी मिसरी इस्राएल लोकांस लुटले.
37 ৩৭ তখন ইস্রায়েল সন্তানেরা বালক ছাড়া কমবেশি পায়ে হাঁটা ছয় লক্ষ পুরুষ রামিষেষ থেকে সুক্কোতে যাত্রা করল।
३७तेव्हा इस्राएल लोक मिसर देशामधून निघून रामसेस शहरापासून प्रवास करीत सुक्कोथ नगरास गेले. मुलेबाळे सोडून ते सर्वजण मिळून सुमारे सहा लाख होते.
38 ৩৮ আর তাঁদের সঙ্গে মিশে থাকা সমস্ত লোকেরা এবং ভেড়া ও গরু, প্রচুর সংখ্যক পশু চলে গেল।
३८त्यांच्या सोबत लोकांचा मिश्र समुदाय गेला. तसेच पुष्कळ कळप, गुरेढोरे, जनावरे होती.
39 ৩৯ পরে তারা মিশর থেকে আনা ময়দার তাল দিয়ে খামির বিহীন রুটি তৈরী করল, তাতে খামির মেশান হয়নি, কারণ তারা মিশর থেকে বেরিয়ে এসেছিল, সুতরাং দেরী করতে না চাওয়াতে নিজেদের জন্য খাদ্য দ্রব্য তৈরী করে নি।
३९त्यांनी आपल्याबरोबर मिसर देशातून मळलेली कणीक आणली होती. त्यांना बेखमीर भाकरीच भाजाव्या लागल्या. त्यांना जबरीने बाहेर काढण्यात आले होते. त्यांना थांबण्यास वेळ नव्हता. तसेच खावयास काही विशेष जेवण करता आले नाही;
40 ৪০ ইস্রায়েল সন্তানেরা চারশো ত্রিশ বছর মিশরে বসবাস করেছিল।
४०इस्राएली लोक मिसर देशामध्ये येऊन चारशे तीस वर्षे राहिले होते.
41 ৪১ সেই চারশো ত্রিশ বছরের শেষে, ঐ দিনের, সদাপ্রভুর সমস্ত বাহিনী মিশর দেশ থেকে বের হল।
४१मग चारशे तीस वर्षांच्या अखेरीस बरोबर त्याच दिवशी परमेश्वराच्या सर्व सेना मिसर देशातून बाहेर निघाल्या.
42 ৪২ মিশর দেশ থেকে তাদেরকে বের করে আনার জন্য এটি ছিল সদাপ্রভুর উদ্দেশ্যে জেগে থাকার রাত, সেজন্য সমস্ত ইস্রায়েল সন্তানদের বংশ ধরে এই রাত ছিল সদাপ্রভুর উদ্দেশ্যে পালন করা অত্যন্ত পালনীয়।
४२परमेश्वराने त्यांना मिसर देशातून बाहेर काढिले याकरिता ही परमेश्वरासाठी जागरणाची रात्र म्हणून अवश्य पाळावी. इस्राएल लोकांनी पिढ्यानपिढ्या ही रात्र परमेश्वरासाठी जागरणाची म्हणून अवश्य पाळावी.
43 ৪৩ আর সদাপ্রভু মোশি ও হারোণকে বললেন, “নিস্তারপর্ব্বের বলির নিয়ম এই; অন্য জাতীয় কোনো লোক তা খাবে না।
४३परमेश्वराने मोशे व अहरोन यांना सांगितले, “वल्हांडण सण पाळण्याविषयीचे नियम असे आहेत. कोणाही परदेशी मनुष्याने वल्हांडणाचे भोजन खाऊ नये.
44 ৪৪ কিন্তু কোন ব্যক্তির যে দাসকে রূপা দিয়ে কেনা হয়েছে, সে যদি ছিন্নত্বক হয়, তবে খেতে পাবে।
४४परंतु जर कोणी एखादा गुलाम विकत घेतला असेल आणि त्याची सुंता त्याने करवून घेतली असेल तर मग त्याने त्यातले खावे;
45 ৪৫ বিদেশী কিংবা বেতনজীবী তা খেতে পাবে না।
४५परंतु उपरा मनुष्य किंवा मोलकरी ह्यांपैकी कोणीही ते खाऊ नये.
46 ৪৬ তোমরা এক বাড়ির মধ্যে তা খাবে; সেই মাংসের কিছুই বাড়ির বাইরে নিয়ে যেও না এবং তার একটি হাড়ও ভেঙ্গ না।
४६प्रत्येक इस्राएली कुटुंबाने आपले वल्हांडण सणाचे भोजन एकाच घरात खाल्ले पाहिजे; ते भोजन घराबाहेर नेऊ नये. यज्ञपशूचे कोणतेही हाड मोडू नये.
47 ৪৭ সমস্ত ইস্রায়েল মণ্ডলী এটা পালন করবে।
४७सर्व इस्राएल मंडळीने हा सण पाळलाच पाहिजे.
48 ৪৮ আর তোমার সঙ্গে বসবাসকারী কোনো বিদেশী লোক যদি সদাপ্রভুর উদ্দেশ্যে নিস্তারপর্ব্ব পালন করতে চায়, তবে সে নিজে পুরুষ পরিবারের সঙ্গে ছিন্নত্বক হয়ে এটা পালন করতে আসুক, সে দেশের মধ্যে জন্মানো লোকের মত হবে; কিন্তু অচ্ছিন্নত্বক কোন লোক তা খাবে না।
४८परदेशीय एकजण तुम्हाबरोबर राहत असेल व जर त्यास परमेश्वराच्या वल्हांडण सणाच्या भोजनात सहभागी होण्याची इच्छा असेल तर त्याने सुंता करून घेतलीच पाहिजे. म्हणजे मग तो इस्राएल लोकांसारखा रहिवासी होईल. मग त्याने वल्हांडण सणाच्या भोजनात सहभागी व्हावे; परंतु त्याने सुंता करून घेतली नाहीतर त्यास त्यातले काही खाता येणार नाही.
49 ৪৯ দেশে জন্মানো লোকের জন্য ও তোমাদের মধ্যে বসবাসকারী বিদেশী লোকের জন্য একই নিয়ম হবে।”
४९हे नियम सर्वांसाठी सारखेच आहेत, मग तो इस्राएली असो किंवा तुमच्या देशात राहणारा इस्राएली नसलेला कोणी परदेशी असो. प्रत्येकासाठी सारखेच नियम आहेत.”
50 ৫০ সমস্ত ইস্রায়েল সন্তান সেই রকম করল, সদাপ্রভু মোশি ও হারোণকে যে আদেশ দিয়েছিলেন, সেই অনুসারেই করল।
५०तेव्हा परमेश्वराने मोशे व अहरोन यांना ज्या आज्ञा दिल्या त्या सर्व इस्राएली लोकांनी पाळल्या.
51 ৫১ এই ভাবে সদাপ্রভু সেই দিন ইস্রায়েল সন্তানদের দলে দলে মিশর দেশ থেকে বের করে আনলেন।
५१अशा रीतीने त्याच दिवशी परमेश्वराने सर्व इस्राएली लोकांच्या सशस्त्र टोळ्या करून त्यांना टोळीटोळीने मिसर देशातून बाहेर काढून आणले.

< যাত্রাপুস্তক 12 >