< المَزامِير 128 >

طُوبَاكَ يَامَنْ تَتَّقِي الرَّبَّ وَتَسْلُكُ فِي طُرُقِهِ. ١ 1
मुबारक है हर एक जो ख़ुदावन्द से डरता, और उसकी राहों पर चलता है।
لأَنَّكَ تَأْكُلُ مِنْ تَعَبِ يَدَيْكَ وَتَتَمَتَّعُ بِالسَّعَادَةِ وَالْخَيْرِ. ٢ 2
तू अपने हाथों की कमाई खाएगा; तू मुबारक और फ़र्माबरदार होगा।
تَكُونُ امْرَأَتُكَ كَكَرْمَةٍ مُثْمِرَ ةٍ فِي جَوَانِبِ بَيْتِكَ، وَأَبْنَاؤُكَ كَأَغْرَاسِ الزَّيْتُونِ حَوْلَ مَائِدَتِكَ. ٣ 3
तेरी बीवी तेरे घर के अन्दर मेवादार ताक की तरह होगी, और तेरी औलाद तेरे दस्तरख़्वान पर ज़ैतून के पौदों की तरह।
هَكَذَا يُبَارَكُ الرَّجُلُ الَّذِي يَتَّقِي الرَّبَّ. ٤ 4
देखो! ऐसी बरकत उसी आदमी को मिलेगी, जो ख़ुदावन्द से डरता है।
يُبَارِكُكَ الرَّبُّ مِنْ صِهْيَوْنَ، حَتَّى تَشْهَدَ خَيْرَ أُورُشَلِيمَ كُلَّ أَيَّامِ حَيَاتِكَ، ٥ 5
ख़ुदावन्द सिय्यून में से तुझ को बरकत दे, और तू उम्र भर येरूशलेम की भलाई देखे।
وَتَعِيشَ لِتَرَى أَحْفَادَكَ. وَلْيَكُنْ لِشَعْبِ إِسْرَائِيلَ سَلاَمٌ. ٦ 6
बल्कि तू अपने बच्चों के बच्चे देखे। इस्राईल की सलामती हो!

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