< اَلْقُضَاة 12 >

وَٱجْتَمَعَ رِجَالُ أَفْرَايِمَ وَعَبَرُوا إِلَى جِهَةِ ٱلشِّمَالِ، وَقَالُوا لِيَفْتَاحَ: «لِمَاذَا عَبَرْتَ لِمُحَارَبَةِ بَنِي عَمُّونَ وَلَمْ تَدْعُنَا لِلذَّهَابِ مَعَكَ؟ نُحْرِقُ بَيْتَكَ عَلَيْكَ بِنَارٍ». ١ 1
तब एफ्राईमवासियों ने सेना इकट्ठा किया. उन्होंने ज़ेफोन जाकर यिफ्ताह से यह कहके झगड़ा किया, “क्या मतलब था आपका हमें अपने साथ लिए बिना अम्मोन वंशजों से युद्ध के लिए जाने का? हम आपके साथ आपके घर में आग लगा देंगे.”
فَقَالَ لَهُمْ يَفْتَاحُ: «صَاحِبَ خِصَامٍ شَدِيدٍ كُنْتُ أَنَا وَشَعْبِي مَعَ بَنِي عَمُّونَ، وَنَادَيْتُكُمْ فَلَمْ تُخَلِّصُونِي مِنْ يَدِهِمْ. ٢ 2
यिफ्ताह ने उन्हें उत्तर दिया, “अम्मोन वंशजों के साथ मेरा और मेरे साथियों का बड़ा झगड़ा हो गया था. मैंने आपको बुलाया तो था, किंतु आपने आकर मुझे उनसे नहीं छुड़ाया.
وَلَمَّا رَأَيْتُ أَنَّكُمْ لَا تُخَلِّصُونَ، وَضَعْتُ نَفْسِي فِي يَدِي وَعَبَرْتُ إِلَى بَنِي عَمُّونَ، فَدَفَعَهُمُ ٱلرَّبُّ لِيَدِي. فَلِمَاذَا صَعِدْتُمْ عَلَيَّ ٱلْيَوْمَ هَذَا لِمُحَارَبَتِي؟». ٣ 3
जब मैंने देखा कि मुझे छुड़ाने में आपकी रुचि नहीं है, मैंने अपनी जान हथेली में लेकर अम्मोन वंशजों पर हमला किया, और याहवेह ने उन्हें हमारे वश में कर दिया. आप लोग अब मुझसे झगड़ा करने क्यों आए हैं?”
وَجَمَعَ يَفْتَاحُ كُلَّ رِجَالِ جِلْعَادَ وَحَارَبَ أَفْرَايِمَ، فَضَرَبَ رِجَالُ جِلْعَادَ أَفْرَايِمَ لِأَنَّهُمْ قَالُوا: «أَنْتُمْ مُنْفَلِتُو أَفْرَايِمَ. جِلْعَادُ بَيْنَ أَفْرَايِمَ وَمَنَسَّى». ٤ 4
इस कारण यिफ्ताह ने गिलआद के सारे सैनिकों को इकट्ठा किया और एफ्राईम से युद्ध करके गिलआद के सैनिकों ने उन्हें हरा दिया, क्योंकि एफ्राईमवासियों ने गिलआद वासियों पर आरोप लगाया था, “तुम गिलआदवासी तो एफ्राईम के भगोड़े हो. तुम तो एफ्राईम तथा मनश्शेह के ही वासी हो.”
فَأَخَذَ ٱلْجِلْعَادِيُّونَ مَخَاوِضَ ٱلْأُرْدُنِّ لِأَفْرَايِمَ. وَكَانَ إِذْ قَالَ مُنْفَلِتُو أَفْرَايِمَ: «دَعُونِي أَعْبُرْ». كَانَ رِجَالُ جِلْعَادَ يَقُولُونَ لَهُ: «أَأَنْتَ أَفْرَايِمِيٌّ؟» فَإِنْ قَالَ: «لَا» ٥ 5
गिलआद वासियों ने एफ्राईम के पास वाले यरदन के घाट अपने वश में कर लिए. जब कभी कोई व्यक्ति एफ्राईम से भागने की कोशिश में कहता था, “मुझे पार जाने दो,” गिलआदवासी उससे प्रश्न करते थे, “क्या तुम एफ्राईमवासी हो?” यदि वह उत्तर देता था, “नहीं,”
كَانُوا يَقُولُونَ لَهُ: «قُلْ إِذًا: شِبُّولَتْ» فَيَقُولُ: «سِبُّولَتْ» وَلَمْ يَتَحَفَّظْ لِلَّفْظِ بِحَقٍّ. فَكَانُوا يَأْخُذُونَهُ وَيَذْبَحُونَهُ عَلَى مَخَاوِضِ ٱلْأُرْدُنِّ. فَسَقَطَ فِي ذَلِكَ ٱلْوَقْتِ مِنْ أَفْرَايِمَ ٱثْنَانِ وَأَرْبَعُونَ أَلْفًا. ٦ 6
तब गिलआदवासी उसे आदेश देते थे; कहो, “शिब्बोलेथ.” किंतु वह उच्चारण करता था, “सिब्बोलेथ,” क्योंकि उसके लिए इस शब्द का शुद्ध उच्चारण संभव नहीं होता था. यह होने पर गिलआदवासी उसे वहीं पकड़कर यरदन के घाटों में मार दिया करते थे. उस समय इस प्रक्रिया में एफ्राईम के बयालीस हज़ार व्यक्तियों को मार दिया गया.
وَقَضَى يَفْتَاحُ لِإِسْرَائِيلَ سِتَّ سِنِينٍ. وَمَاتَ يَفْتَاحُ ٱلْجِلْعَادِيُّ وَدُفِنَ فِي إِحْدَى مُدُنِ جِلْعَادَ. ٧ 7
यिफ्ताह छः साल तक इस्राएल का शासन करता रहा. इसके बाद गिलआदवासी यिफ्ताह की मृत्यु हो गई. उसे गिलआद के ही एक नगर में गाड़ दिया गया.
وَقَضَى بَعْدَهُ لِإِسْرَائِيلَ إِبْصَانُ مِنْ بَيْتِ لَحْمٍ. ٨ 8
यिफ्ताह के बाद बेथलेहेम के इबज़न ने इस्राएल के शासन की जवाबदारी संभाली.
وَكَانَ لَهُ ثَلَاثُونَ ٱبْنًا وَثَلَاثُونَ ٱبْنَةً أَرْسَلَهُنَّ إِلَى ٱلْخَارِجِ، وَأَتَى مِنَ ٱلْخَارِجِ بِثَلَاثِينَ ٱبْنَةً لِبَنِيهِ. وَقَضَى لِإِسْرَائِيلَ سَبْعَ سِنِينَ. ٩ 9
उसके तीस पुत्र और तीस ही पुत्रियां थी, जिनका विवाह उसने बाहर के गोत्र में किया था. इसी प्रकार उसने अपने पुत्रों का विवाह बाहरी गोत्रों में कर दिया था. उसने इस्राएल का शासन सात सालों तक किया.
وَمَاتَ إِبْصَانُ وَدُفِنَ فِي بَيْتِ لَحْمٍ. ١٠ 10
इसके बाद इबज़न की मृत्यु हो गई, और उसे बेथलेहेम में गाड़ दिया गया.
وَقَضَى بَعْدَهُ لِإِسْرَائِيلَ إِيلُونُ ٱلزَّبُولُونِيُّ. قَضَى لِإِسْرَائِيلَ عَشَرَ سِنِينَ. ١١ 11
उसके बाद ज़ेबुलूनवासी एलोन इस्राएल का शासक हुआ. उसने दस साल तक इस्राएल पर शासन किया.
وَمَاتَ إِيلُونُ ٱلزَّبُولُونِيُّ وَدُفِنَ فِي أَيَّلُونَ، فِي أَرْضِ زَبُولُونَ. ١٢ 12
ज़ेबुलूनवासी एलोन की मृत्यु हुई और उसे ज़ेबुलून देश में अय्जालोन में गाड़ दिया गया.
وَقَضَى بَعْدَهُ لِإِسْرَائِيلَ عَبْدُونُ بْنُ هِلِّيلَ ٱلْفِرْعَتُونِيُّ. ١٣ 13
उसके बाद पीराथोनवासी हिल्लेल का पुत्र अबदोन इस्राएल का शासक हुआ.
وَكَانَ لَهُ أَرْبَعُونَ ٱبْنًا وَثَلَاثُونَ حَفِيدًا يَرْكَبُونَ عَلَى سَبْعِينَ جَحْشًا. قَضَى لِإِسْرَائِيلَ ثَمَانِيَ سِنِينَ. ١٤ 14
उसके चालीस पुत्र और तीस पोते थे, जो सत्तर गधों पर आना-जाना करते थे. उसने आठ साल इस्राएल का शासन किया.
وَمَاتَ عَبْدُونُ بْنُ هِلِّيلَ ٱلْفِرْعَتُونِيُّ وَدُفِنَ فِي فِرْعَتُونَ، فِي أَرْضِ أَفْرَايِمَ، فِي جَبَلِ ٱلْعَمَالِقَةِ. ١٥ 15
पीराथोनवासी हिल्लेल के पुत्र अबदोन की मृत्यु हो गई. उसे एफ्राईम देश के पिराथोन में अमालेकियों के पहाड़ी इलाके में गाड़ दिया गया.

< اَلْقُضَاة 12 >