< اَلتَّكْوِينُ 5 >
هَذَا كِتَابُ مَوَالِيدِ آدَمَ، يَوْمَ خَلَقَ ٱللهُ ٱلْإِنْسَانَ. عَلَى شَبَهِ ٱللهِ عَمِلَهُ. | ١ 1 |
यह आदम का नसबनामा है। जिस दिन ख़ुदा ने आदम को पैदा किया; तो उसे अपनी शबीह पर बनाया।
ذَكَرًا وَأُنْثَى خَلَقَهُ، وَبَارَكَهُ وَدَعَا ٱسْمَهُ آدَمَ يَوْمَ خُلِقَ. | ٢ 2 |
मर्द और औरत उनको पैदा किया और उनको बरकत दी, और जिस दिन वह पैदा हुए उनका नाम आदम रख्खा।
وَعَاشَ آدَمُ مِئَةً وَثَلَاثِينَ سَنَةً، وَوَلَدَ وَلَدًا عَلَى شَبَهِهِ كَصُورَتِهِ وَدَعَا ٱسْمَهُ شِيثًا. | ٣ 3 |
और आदम एक सौ तीस साल का था जब उसकी सूरत — ओ — शबीह का एक बेटा उसके यहाँ पैदा हुआ; और उसने उसका नाम सेत रख्खा।
وَكَانَتْ أَيَّامُ آدَمَ بَعْدَ مَا وَلَدَ شِيثًا ثَمَانِيَ مِئَةِ سَنَةٍ، وَوَلَدَ بَنِينَ وَبَنَاتٍ. | ٤ 4 |
और सेत की पैदाइश के बाद आदम आठ सौ साल ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटियाँ पैदा हुई।
فَكَانَتْ كُلُّ أَيَّامِ آدَمَ ٱلَّتِي عَاشَهَا تِسْعَ مِئَةٍ وَثَلَاثِينَ سَنَةً، وَمَاتَ. | ٥ 5 |
और आदम की कुल उम्र नौ सौ तीस साल की हुई, तब वह मरा।
وَعَاشَ شِيثُ مِئَةً وَخَمْسَ سِنِينَ، وَوَلَدَ أَنُوشَ. | ٦ 6 |
और सेत एक सौ पाँच साल का था जब उससे अनूस पैदा हुआ।
وَعَاشَ شِيثُ بَعْدَ مَا وَلَدَ أَنُوشَ ثَمَانِيَ مِئَةٍ وَسَبْعَ سِنِينَ، وَوَلَدَ بَنِينَ وَبَنَاتٍ. | ٧ 7 |
और अनूस की पैदाइश के बाद सेत आठ सौ सात साल ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटियाँ पैदा हुई।
فَكَانَتْ كُلُّ أَيَّامِ شِيثَ تِسْعَ مِئَةٍ وَٱثْنَتَيْ عَشَرَةَ سَنَةً، وَمَاتَ. | ٨ 8 |
और सेत की कुल उम्र नौ सौ बारह साल की हुई, तब वह मरा।
وَعَاشَ أَنُوشُ تِسْعِينَ سَنَةً، وَوَلَدَ قِينَانَ. | ٩ 9 |
और अनूस नव्वे साल का था जब उससे क़ीनान पैदा हुआ।
وَعَاشَ أَنُوشُ بَعْدَ مَا وَلَدَ قِينَانَ ثَمَانِيَ مِئَةٍ وَخَمْسَ عَشَرَةَ سَنَةً، وَوَلَدَ بَنِينَ وَبَنَاتٍ. | ١٠ 10 |
और क़ीनान की पैदाइश के बाद अनूस आठ सौ पन्द्रह साल ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटियाँ पैदा हुई।
فَكَانَتْ كُلُّ أَيَّامِ أَنُوشَ تِسْعَ مِئَةٍ وَخَمْسَ سِنِينَ، وَمَاتَ. | ١١ 11 |
और अनूस की कुल उम्र नौ सौ पाँच साल की हुई, तब वह मरा।
وَعَاشَ قِينَانُ سَبْعِينَ سَنَةً، وَوَلَدَ مَهْلَلْئِيلَ. | ١٢ 12 |
और क़ीनान सत्तर साल का था जब उससे महललेल पैदा हुआ।
وَعَاشَ قِينَانُ بَعْدَ مَا وَلَدَ مَهْلَلْئِيلَ ثَمَانِيَ مِئَةٍ وَأَرْبَعِينَ سَنَةً، وَوَلَدَ بَنِينَ وَبَنَاتٍ. | ١٣ 13 |
और महललेल की पैदाइश के बाद क़ीनान आठ सौ चालीस साल ज़िन्दा रहाऔर उससे बेटे और बेटियाँ पैदा हुई।
فَكَانَتْ كُلُّ أَيَّامِ قِينَانَ تِسْعَ مِئَةٍ وَعَشْرَ سِنِينَ، وَمَاتَ. | ١٤ 14 |
और क़ीनान की कुल उम्र नौ सौ दस साल की हुई, तब वह मरा।
وَعَاشَ مَهْلَلْئِيلُ خَمْسًا وَسِتِّينَ سَنَةً، وَوَلَدَ يَارَدَ. | ١٥ 15 |
और महललेल पैंसठ साल का था जब उससे यारिद पैदा हुआ।
وَعَاشَ مَهْلَلْئِيلُ بَعْدَ مَا وَلَدَ يَارَدَ ثَمَانِيَ مِئَةٍ وَثَلَاثِينَ سَنَةً، وَوَلَدَ بَنِينَ وَبَنَاتٍ. | ١٦ 16 |
और यारिद की पैदाइश के बाद महललेल आठ सौ तीस साल ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटियाँ पैदा हुई।
فَكَانَتْ كُلُّ أَيَّامِ مَهْلَلْئِيلَ ثَمَانِيَ مِئَةٍ وَخَمْسًا وَتِسْعِينَ سَنَةً، وَمَاتَ. | ١٧ 17 |
और महललेल की कुल उम्र आठ सौ पचानवे साल की हुई, तब वह मरा।
وَعَاشَ يَارَدُ مِئَةً وَٱثْنَتَيْنِ وَسِتِّينَ سَنَةً، وَوَلَدَ أَخْنُوخَ. | ١٨ 18 |
और यारिद एक सौ बासठ साल का था जब उससे हनूक पैदा हुआ।
وَعَاشَ يَارَدُ بَعْدَ مَا وَلَدَ أَخْنُوخَ ثَمَانِيَ مِئَةِ سَنَةٍ، وَوَلَدَ بَنِينَ وَبَنَاتٍ. | ١٩ 19 |
और हनूक की पैदाइश के बाद यारिद आठ सौ साल ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटियाँ पैदा हुई।
فَكَانَتْ كُلُّ أَيَّامِ يَارَدَ تِسْعَ مِئَةٍ وَٱثْنَتَيْنِ وَسِتِّينَ سَنَةً، وَمَاتَ. | ٢٠ 20 |
और यारिद की कुल उम्र नौ सौ बासठ साल की हुई, तब वह मरा।
وَعَاشَ أَخْنُوخُ خَمْسًا وَسِتِّينَ سَنَةً، وَوَلَدَ مَتُوشَالَحَ. | ٢١ 21 |
और हनूक पैंसठ साल का था उससे मतुसिलह पैदा हुआ।
وَسَارَ أَخْنُوخُ مَعَ ٱللهِ بَعْدَ مَا وَلَدَ مَتُوشَالَحَ ثَلَاثَ مِئَةِ سَنَةٍ، وَوَلَدَ بَنِينَ وَبَنَاتٍ. | ٢٢ 22 |
और मतूसिलह की पैदाइश के बाद हनूक तीन सौ साल तक ख़ुदा के साथ — साथ चलता रहा, और उससे बेटे और बेटियाँ पैदा हुई।
فَكَانَتْ كُلُّ أَيَّامِ أَخْنُوخَ ثَلَاثَ مِئَةٍ وَخَمْسًا وَسِتِّينَ سَنَةً. | ٢٣ 23 |
और हनूक की कुल उम्र तीन सौ पैंसठ साल की हुई।
وَسَارَ أَخْنُوخُ مَعَ ٱللهِ، وَلَمْ يُوجَدْ لِأَنَّ ٱللهَ أَخَذَهُ. | ٢٤ 24 |
और हनूक ख़ुदा के साथ — साथ चलता रहा, और वह ग़ायब हो गया क्यूँकि ख़ुदा ने उसे उठा लिया।
وَعَاشَ مَتُوشَالَحُ مِئَةً وَسَبْعًا وَثَمَانِينَ سَنَةً، وَوَلَدَ لَامَكَ. | ٢٥ 25 |
और मतूसिलह एक सौ सतासी साल का था जब उससे लमक पैदा हुआ।
وَعَاشَ مَتُوشَالَحُ بَعْدَ مَا وَلَدَ لَامَكَ سَبْعَ مِئَةٍ وَٱثْنَتَيْنِ وَثَمَانِينَ سَنَةً، وَوَلَدَ بَنِينَ وَبَنَاتٍ. | ٢٦ 26 |
और लमक की पैदाइश के बाद मतूसिलह सात सौ बयासी साल ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटियाँ पैदा हुई।
فَكَانَتْ كُلُّ أَيَّامِ مَتُوشَالَحَ تِسْعَ مِئَةٍ وَتِسْعًا وَسِتِّينَ سَنَةً، وَمَاتَ. | ٢٧ 27 |
और मतूसिलह की कुल उम्र नौ सौ उनहत्तर साल की हुई, तब वह मरा।
وَعَاشَ لَامَكُ مِئَةً وَٱثْنَتَيْنِ وَثَمَانِينَ سَنَةً، وَوَلَدَ ٱبْنًا. | ٢٨ 28 |
और लमक एक सौ बयासी साल का था जब उससे एक बेटा पैदा हुआ।
وَدَعَا ٱسْمَهُ نُوحًا، قَائِلًا: «هَذَا يُعَزِّينَا عَنْ عَمَلِنَا وَتَعَبِ أَيْدِينَا مِنْ قِبَلِ ٱلْأَرْضِ ٱلَّتِي لَعَنَهَا ٱلرَّبُّ». | ٢٩ 29 |
और उसने उसका नाम नूह रख्खा और कहा, कि यह हमारे हाथों की मेहनत और मशक़्क़त से जो ज़मीन की वजह से है जिस पर ख़ुदा ने ला'नत की है, हमें आराम देगा।
وَعَاشَ لَامَكُ بَعْدَ مَا وَلَدَ نُوحًا خَمْسَ مِئَةٍ وَخَمْسًا وَتِسْعِينَ سَنَةً، وَوَلَدَ بَنِينَ وَبَنَاتٍ. | ٣٠ 30 |
और नूह की पैदाइश के बाद लमक पाँच सौ पंचानवे साल ज़िन्दा रहा, और उससे बेटे और बेटियाँ पैदा हुई।
فَكَانَتْ كُلُّ أَيَّامِ لَامَكَ سَبْعَ مِئَةٍ وَسَبْعًا وَسَبْعِينَ سَنَةً، وَمَاتَ. | ٣١ 31 |
और लमक की कुल उम्र सात सौ सत्तर साल की हुई, तब वह मरा।
وَكَانَ نُوحٌ ٱبْنَ خَمْسِ مِئَةِ سَنَةٍ. وَوَلَدَ نُوحٌ: سَامًا، وَحَامًا، وَيَافَثَ. | ٣٢ 32 |
और नूह पाँच सौ साल का था, जब उससे सिम, हाम और याफ़त, पैदा हुए।