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و بعد از این امور، واقع شد که ساقی و خباز پادشاه مصر، به آقای خویش، پادشاه مصر خطا کردند. ۱ 1
कुछ समय बाद राजा फ़रोह के कटोरा-वाहक और उनके खाना बनानेवाले ने अपने स्वामी फ़रोह के विरुद्ध कुछ गलती की.
و فرعون به دو خواجه خود، یعنی سردار ساقیان و سردار خبازان غضب نمود. ۲ 2
और प्रधान खानसामे और प्रधान पिलाने वाले दोनों पर राजा गुस्सा हुए,
و ایشان را در زندان رئیس افواج خاصه، یعنی زندانی که یوسف در آنجا محبوس بود، انداخت. ۳ 3
इसलिये राजा ने उन दोनों को कारावास में डाल दिया, जहां योसेफ़ भी बंदी थे.
و سردار افواج خاصه، یوسف را برایشان گماشت، و ایشان را خدمت می‌کرد، ومدتی در زندان ماندند. ۴ 4
अंगरक्षकों के प्रधान ने योसेफ़ के हाथ उन दोनों को सौंप दिया. योसेफ़ उनका ध्यान रखते थे. और वे दोनों कुछ समय तक कारावास में रहे,
و هر دو در یک شب خوابی دیدند، هر کدام خواب خود را. هر کدام موافق تعبیر خود، یعنی ساقی و خباز پادشاه مصر که در زندان محبوس بودند. ۵ 5
तब एक रात दोनों ने अलग-अलग सपना देखा, और हर एक सपने का अपना अलग-अलग अर्थ था.
بامدادان چون یوسف نزد ایشان آمد، دید که اینک ملول هستند. ۶ 6
जब सुबह योसेफ़ वहां आए और उन दोनों को देखा कि वे उदास थे.
پس، از خواجه های فرعون، که با وی در زندان آقای او بودند، پرسیده، گفت: «امروز چرا روی شما غمگین است؟» ۷ 7
योसेफ़ ने जो उसके साथ उसके स्वामी के घर में कारावास में थे, उनसे पूछा: “आप दोनो ऐसे उदास क्यों हैं?”
به وی گفتند: «خوابی دیده‌ایم و کسی نیست که آن را تعبیر کند.» یوسف بدیشان گفت: «آیا تعبیرها از آن خدانیست؟ آن را به من بازگویید.» ۸ 8
उन्होंने कहा, “हम दोनों ही ने स्वप्न देखा है, किंतु कोई भी नहीं है, जो उसका मतलब बता सके.” यह सुनकर योसेफ़ ने कहा, “क्या आप नहीं जानते कि स्वप्न की व्याख्या परमेश्वर की ओर से होती है? कृपया आप मुझे अपना स्वप्न बताएं.”
آنگاه رئیس ساقیان، خواب خود را به یوسف بیان کرده، گفت: «در خواب من، اینک تاکی پیش روی من بود. ۹ 9
तब प्रधान पिलाने वाले ने योसेफ़ से कहा, “अपने स्वप्न में मैंने देखा कि मेरे पास एक दाखलता है,
و در تاک سه شاخه بود و آن بشکفت، و گل آورد و خوشه هایش انگور رسیده داد. ۱۰ 10
जिसमें तीन शाखाएं हैं. जैसे ही इन पर कलियां खिली, उनमें फूल खिलें और अंगूर लगकर पक गए.
و جام فرعون در دست من بود. و انگورها را چیده، در جام فرعون فشردم، وجام را به‌دست فرعون دادم.» ۱۱ 11
और मैं फ़रोह का प्याला मेरे हाथ में था, और मैंने अंगूर लेकर प्याले में रस निचोड़ा. फिर मैंने प्याला फ़रोह के हाथों में दिया.”
یوسف به وی گفت: «تعبیرش اینست، سه شاخه سه روز است. ۱۲ 12
स्वप्न सुनकर योसेफ़ ने कहा, “वे तीन शाखाएं तीन दिन हैं.
بعد از سه روز، فرعون سر تو را برافرازد و به منصبت بازگمارد، و جام فرعون را به‌دست وی دهی به رسم سابق، که ساقی او بودی. ۱۳ 13
और तीन दिन में फ़रोह आपको वापस बुला लेंगे और आपका काम दुबारा आपको सौंप देंगे और आप फिर से पिलाने का काम शुरू करेंगे.
و هنگامی که برای تو نیکوشود، مرا یاد کن و به من احسان نموده، احوال مرانزد فرعون مذکور ساز، و مرا از این خانه بیرون آور، ۱۴ 14
योसेफ़ ने उनसे कहा जब आप फ़रोह राजा के पास जायेंगे तब मुझे मत भूलना, लेकिन राजा को मेरे बारे में बताना और मुझे कारावास से बाहर निकलवाना.
زیرا که فی الواقع از زمین عبرانیان دزدیده شده‌ام، و اینجا نیز کاری نکرده‌ام که مرا درسیاه چال افکنند.» ۱۵ 15
मुझे अपने घर इब्रियों के देश से ज़बरदस्ती से लाया गया था और यहां पर भी मैंने ऐसा कोई अपराध नहीं किया है जिसके लिये मुझे इस काल-कोठरी में डाला गया.”
اما چون رئیس خبازان دید که تعبیر، نیکوبود، به یوسف گفت: «من نیز خوابی دیده‌ام، که اینک سه سبد نان سفید بر سر من است، ۱۶ 16
फिर प्रधान खाना बनानेवाले ने देखा कि दूसरे नौकर के स्वप्न की व्याख्या उनके पक्ष में थी, तब उसने योसेफ़ से कहा, “मैंने भी एक स्वप्न देखा है: मैंने देखा कि मेरे सिर पर सफ़ेद रोटी की तीन टोकरियां रखी हैं.
و درسبد زبرین هر قسم طعام برای فرعون از پیشه خباز می‌باشد و مرغان، آن را از سبدی که بر سر من است، می‌خورند.» ۱۷ 17
सबसे ऊपर की टोकरी में फ़रोह के लिए तैयार किए गए सभी प्रकार के व्यंजन थे, टोकरी सिर पर रखी हुई थी; पक्षी उसमें से खाते जा रहे थे.”
یوسف در جواب گفت: «تعبیرش این است، سه سبد سه روز می‌باشد. ۱۸ 18
स्वप्न सुनकर योसेफ़ ने अर्थ बताया: “वे तीन टोकरियां तीन दिन हैं.
و بعد از سه روز فرعون سر تو را از تو بردارد وتو را بر دار بیاویزد، و مرغان، گوشتت را از توبخورند.» ۱۹ 19
इन तीन दिनों में फ़रोह तुम्हारा सिर काट देंगे और शरीर को पेड़ पर लटका देंगे और पक्षी आकर तुम्हारे शरीर को नोचेंगे.”
پس در روز سوم که یوم میلاد فرعون بود، ضیافتی برای همه خدام خود ساخت، و سررئیس ساقیان و سر رئیس خبازان را در میان نوکران خود برافراشت. ۲۰ 20
यही हुआ. तीसरे दिन फ़रोह का जन्मदिन था उसने अपने सभी सेवकों को भोज दिया उस दिन प्रधान पिलाने वाले और प्रधान पकाने वाले दोनों को कारावास से बाहर लाया गया.
اما رئیس ساقیان را به ساقی گریش باز آورد، و جام را به‌دست فرعون داد. ۲۱ 21
प्रधान पिलाने वाले को फिर से उसकी जवाबदारी दे दी गई; वह फ़रोह के हाथ में फिर से प्याला देने लगे.
و اما رئیس خبازان را به دار کشید، چنانکه یوسف برای ایشان تعبیر کرده بود. ۲۲ 22
लेकिन प्रधान पकाने वाले को फांसी पर लटका दिया; सब कुछ वैसा ही हुआ जैसा योसेफ़ ने बताया था.
لیکن رئیس ساقیان، یوسف را به یاد نیاورد، بلکه او رافراموش کرد. ۲۳ 23
यह सब देखकर भी प्रधान पिलाने वाले ने योसेफ़ को याद न किया; पर भूल गया.

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