< गणना 4 >

1 परमेश्वर मोशे व अहरोन यांच्याशी बोलला, तो म्हणाला,
ଏଥିଉତ୍ତାରେ ସଦାପ୍ରଭୁ ମୋଶା ଓ ହାରୋଣଙ୍କୁ କହିଲେ,
2 लेवी लोकांपैकी कहाथी कुळांच्या पुरुषांची त्यांच्या वाडवडिलांच्या घराण्याप्रमाणे गणती कर. (हे लोक लेवीच्या कुळापैकीच होते)
“ତୁମ୍ଭେମାନେ ଲେବୀର ସନ୍ତାନଗଣ ମଧ୍ୟରୁ କହାତ-ସନ୍ତାନମାନଙ୍କର ବଂଶ ଓ ପିତୃଗୃହ ଅନୁସାରେ,
3 तीस ते पन्नास वर्षांच्या पुरुषांची गणती कर. हे पुरुष दर्शनमंडपातली सेवा करण्यासाठी सैन्यात जातात त्यांची गणती कर.
ତିରିଶ ବର୍ଷ ବୟସ୍କଠାରୁ ପଚାଶ ବର୍ଷ ବୟସ୍କ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ଯେଉଁମାନେ ସମାଗମ-ତମ୍ବୁରେ କାର୍ଯ୍ୟ କରିବାକୁ ସେବକ ଶ୍ରେଣୀଭୁକ୍ତ ହୁଅନ୍ତି, ସେମାନଙ୍କୁ ଗଣନା କର।
4 कहाथ वंशजांनी दर्शनमंडपामधील परमपवित्र वस्तू ज्या माझ्यासाठी राखून ठेवल्या आहेत त्यांची त्यांनी काळजी घ्यावी.
ସମାଗମ-ତମ୍ବୁରେ ମହାପବିତ୍ର ଦ୍ରବ୍ୟାଦିର (ରକ୍ଷା) କହାତ-ସନ୍ତାନଗଣର ସେବା ଅଟେ।
5 जेव्हा छावणी आपला तळ पुढे हलविण्याची तयारी करील, तेव्हा अहरोन व त्याच्या मुलांनी तंबूत जाऊन परमपवित्र स्थानातील पडदा जो पवित्रस्थानापासून वेगळा करतो तो खाली काढावा व त्याने कराराचा कोश झाकावा.
ଛାଉଣି ଅଗ୍ରସର ହେବା ସମୟରେ ହାରୋଣ ଓ ତାହାର ପୁତ୍ରଗଣ ଭିତରେ ଯାଇ ଆଚ୍ଛାଦନର ବିଚ୍ଛେଦ ବସ୍ତ୍ର ନେଇ ସାକ୍ଷ୍ୟ-ସିନ୍ଦୁକ ଢାଙ୍କିବେ
6 मग त्यांनी कोशावर तहशाच्या कातड्याचे आच्छादन घालावे व त्यावर संपूर्ण निळ्या रंगाचे कापड पसरावे व त्यांनी तो वाहून नेण्यासाठी दांडे लावावे.
ଓ ତହିଁ ଉପରେ ଶିଶୁକ ଚର୍ମର ଆଚ୍ଛାଦନ ଦେବେ ଓ ତହିଁ ଉପରେ ସମ୍ପୂର୍ଣ୍ଣ ନୀଳବର୍ଣ୍ଣ ଏକ ବସ୍ତ୍ର ଦେବେ, ତହିଁ ଉତ୍ତାରେ ତହିଁର ସାଙ୍ଗୀ ଲଗାଇବେ।
7 त्यांनी समक्षतेच्या भाकरीच्या मेजावर निळ्या रंगाचे कापड पसरावे व त्यावर तबके, धूपपात्रे, वाट्या व पेयार्पणे ओतण्याचे पेले ठेवावे; त्याचप्रमाणे नेहमीची भाकरही त्यावर ठेवावी.
ଏଥିଉତ୍ତାରେ ସେମାନେ ଦର୍ଶନୀୟ ରୁଟିର ମେଜ ଉପରେ ନୀଳବର୍ଣ୍ଣ ଏକ ବସ୍ତ୍ର ବିଛାଇବେ, ତହିଁ ଉପରେ ଥାଳୀ, ଚାମଚ, ଗଡ଼ୁ ଓ ଢାଳିବା ପାତ୍ରସକଳ ରଖିବେ ଓ ତହିଁ ଉପରେ ନିତ୍ୟ ରୁଟି ରହିବ।
8 त्या सर्वांवर किरमिजी रंगाचे कापड पसरावे व नंतर ते सर्व तहशाच्या कातड्याने झाकून टाकावे; तो वाहून नेण्यासाठी मेजाला दांडे बसवावे.
ସେହି ସମସ୍ତର ଉପରେ ସେମାନେ ଏକ ସିନ୍ଦୂର ବର୍ଣ୍ଣ ବସ୍ତ୍ର ବିଛାଇବେ ଓ ଶିଶୁକ ଚର୍ମର ଆଚ୍ଛାଦନ ଦେଇ ତାହା ଢାଙ୍କିବେ, ତହୁଁ ତହିଁର ସାଙ୍ଗୀ ଲଗାଇବେ।
9 त्यांनी दीपस्तंभ आणि त्यावरील दिवे, तसेच दिवे सतत तेवत ठेवण्याकरिता लागणारी सर्व उपकरणे चिमटे, ताटल्या आणि दिव्यासाठी लागणाऱ्या तेलाची सर्व पात्रे ही सर्व निळ्या कापडाने झाकावी.
ଏଉତ୍ତାରେ ସେମାନେ ଏକ ନୀଳବର୍ଣ୍ଣ ବସ୍ତ୍ର ନେଇ ଆଲୁଅର ଦୀପବୃକ୍ଷ, ତହିଁର ପ୍ରଦୀପ, ଚିମୁଟା, ଅଙ୍ଗାରଧାନୀ ଓ ତହିଁର ସେବାର୍ଥକ ସମସ୍ତ ତୈଳପାତ୍ର ଆଚ୍ଛାଦନ କରିବେ।
10 १० या सर्व वस्तू त्यांनी तहशाच्या कातड्याने लपेटून घ्याव्यात आणि हे सर्व वाहून न्यावयाच्या चौकटीवर त्यांनी ठेवावे.
ପୁଣି, ସେମାନେ ତାହା ଓ ତହିଁର ସମସ୍ତ ପାତ୍ର ଶିଶୁକ ଚର୍ମର ଏକ ଆଚ୍ଛାଦନରେ ରଖି ଦୋଳା ଉପରେ ଥୋଇବେ।
11 ११ त्यांनी सोन्याच्या वेदीवर निळे कापड पसरावे. ते तहशाच्या कातड्याने झाकावे व मग वेदीला वाहून नेण्याचे दांडे बसवावे.
ପୁଣି, ସେମାନେ ସ୍ୱର୍ଣ୍ଣମୟ ବେଦି ଉପରେ ନୀଳବର୍ଣ୍ଣ ଏକ ବସ୍ତ୍ର ବିଛାଇ ତାହା ଶିଶୁକ ଚର୍ମରେ ଢ଼ାଙ୍କିବେ ଓ ତହିଁରେ ସାଙ୍ଗୀ ଲଗାଇବେ।
12 १२ मग पवित्रस्थानातील उपासनेसाठी लागणारी सर्व उपकरणे त्यांनी गोळा करावीत व ती निळ्या कापडात गुंडाळावीत; त्यावर तहशाच्या कातड्याचे आच्छादन टाकावे आणि मग हे सर्व त्यांनी वाहून नेणाऱ्या चौकटीवर ठेवावे.
ଆଉ ସେମାନେ ପବିତ୍ର ସ୍ଥାନର ସେବାର୍ଥକ ସମସ୍ତ ପାତ୍ର ନେଇ ନୀଳବର୍ଣ୍ଣ ବସ୍ତ୍ର ମଧ୍ୟରେ ରଖିବେ ଓ ଶିଶୁକ ଚର୍ମର ଏକ ଆଚ୍ଛାଦନରେ ତାହା ଢାଙ୍କି ଦୋଳା ଉପରେ ରଖିବେ।
13 १३ मग त्यांनी वेदीवरील सर्व राख काढून ती स्वच्छ करावी व वेदीवर जांभळ्या रंगाचे कापड पसरावे.
ପୁଣି, ସେମାନେ ବେଦିରୁ ଭସ୍ମ କାଢ଼ିନେଇ ତହିଁ ଉପରେ ବାଇଗଣିଆ ବର୍ଣ୍ଣ ବସ୍ତ୍ର ବିଛାଇବେ।
14 १४ नंतर त्यांनी वेदीच्या सेवेची सर्व उपकरणे म्हणजे अग्नीपात्रे, काटे, फावडी व कटोरे या वेदीच्या सर्व वस्तू गोळा करून त्या वेदीवर ठेवाव्यात; मग तिच्यावर तहशाच्या कातड्याचे आच्छादन घालावे व मग तिला वाहून नेण्याचे दांडे बसवावेत.
ଆଉ ତହିଁ ଉପରେ ସେମାନେ ଅଙ୍ଗାରଧାନୀ, ତ୍ରିଶୂଳ, କରଚୁଲି ଓ କୁଣ୍ଡ ପ୍ରଭୃତି ବେଦିର ସେବାର୍ଥକ ସମସ୍ତ ପାତ୍ର ରଖିବେ; ତହୁଁ ସେମାନେ ତହିଁ ଉପରେ ଶିଶୁକ ଚର୍ମର ଆଚ୍ଛାଦନ ଦେଇ ସାଙ୍ଗୀ ଲଗାଇବେ।
15 १५ अहरोन व त्याचे पुत्र ह्यानी पवित्रस्थानातील सर्व पवित्र वस्तूवर आच्छादन टाकण्याचे पूर्ण करावे; मग कहाथी लोकांनी आत जावे आणि त्या वस्तू वाहून नेण्याचे काम सुरु करावे; अशा प्रकारे ते पवित्र वस्तूंना स्पर्श करणार नाहीत आणि मरणार नाहीत. दर्शनमंडपामधील जी ओझी कहाथवंशजांनी वाहावयाची ती हीच.
ଏହିରୂପେ ଛାଉଣି ଅଗ୍ରସର ହେବା ସମୟରେ ହାରୋଣ, ତାଙ୍କର ପୁତ୍ରଗଣ ପବିତ୍ର ସ୍ଥାନ ଓ ପବିତ୍ର ସ୍ଥାନର ସମସ୍ତ ଦ୍ରବ୍ୟ ଢାଙ୍କିବାର ଶେଷ କଲା ଉତ୍ତାରେ କହାତ-ସନ୍ତାନଗଣ ତାହା ବହିବା ପାଇଁ ଆସିବେ; ମାତ୍ର ସେମାନଙ୍କର ମୃତ୍ୟୁୁ ଯେପରି ନ ହୁଏ, ଏଥିପାଇଁ ସେମାନେ ପବିତ୍ର ସ୍ଥାନ ସ୍ପର୍ଶ କରିବେ ନାହିଁ। ଏହା ହିଁ ସମାଗମ-ତମ୍ବୁରେ କହାତ-ସନ୍ତାନଗଣର ଭାର ହେବ।
16 १६ पवित्र निवासमंडप व त्यातील सर्व वस्तू व उपकरणे म्हणजे पवित्रस्थान व त्यातील दिव्यांना लागणारे तेल, सुगंधी धूप, रोजची अन्नार्पणे व अभिषेकाचे तेल या सर्वांची जबाबदारी अहरोन याजकाचा मुलगा एलाजार ह्याने घ्यावी.
ଆଉ ସମସ୍ତ ଆବାସର ଓ ତନ୍ମଧ୍ୟସ୍ଥିତ ସମସ୍ତ ଦ୍ରବ୍ୟର, ପବିତ୍ର ସ୍ଥାନର ଓ ତହିଁରେ ସ୍ଥିତ ସମସ୍ତ ଦ୍ରବ୍ୟର ତତ୍ତ୍ୱାବଧାନ, ଅର୍ଥାତ୍‍, ଦୀପାର୍ଥକ ତୈଳ, ଧୂପାର୍ଥକ ସୁଗନ୍ଧି ଦ୍ରବ୍ୟ, ନିତ୍ୟ ଭକ୍ଷ୍ୟ ନୈବେଦ୍ୟ ଓ ଅଭିଷେକାର୍ଥକ ତୈଳ, ଏହିସବୁର ତତ୍ତ୍ୱାବଧାନ କାର୍ଯ୍ୟ ହାରୋଣଙ୍କ ପୁତ୍ର ଇଲୀୟାସର ଯାଜକର ହେବ।”
17 १७ परमेश्वर मोशे व अहरोनाशी बोलला. तो म्हणाला,
ଏଥିଉତ୍ତାରେ ସଦାପ୍ରଭୁ ମୋଶା ହାରୋଣଙ୍କୁ କହିଲେ,
18 १८ तुम्ही कहाथी वंशातल्या कुळाचा वंश लेव्यातून काढून टाकण्याची परवानगी देऊ नका;
“ତୁମ୍ଭେମାନେ ଲେବୀୟମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟରୁ କହାତ ବଂଶୀୟ ଗୋଷ୍ଠୀକୁ ଉଚ୍ଛିନ୍ନ କର ନାହିଁ!
19 १९ जेव्हा ते परमपवित्रस्थानातील वस्तूजवळ जातील तेव्हा त्यांनी मरू नये पण जगावे म्हणून अहरोन व त्याचे पुत्र ह्यांनी आत जाऊन त्यांच्यातील एकएकाला त्यांचे काम व ओझे नेमून द्यावे.
ମାତ୍ର ସେମାନେ ମହାପବିତ୍ର ସ୍ଥାନର ନିକଟବର୍ତ୍ତୀ ହେଲା ସମୟରେ ଯେପରି ନ ମରି ବଞ୍ଚନ୍ତି, ଏଥିପାଇଁ ତୁମ୍ଭେମାନେ ସେମାନଙ୍କ ପ୍ରତି ଏରୂପ କରିବ; ହାରୋଣ ଓ ତାହାର ପୁତ୍ରଗଣ ଭିତରେ ଯାଇ ସେମାନଙ୍କର ପ୍ରତ୍ୟେକ ଜଣକୁ ଆପଣା ଆପଣା ସେବାରେ ଓ ଭାର ବହନରେ ନିଯୁକ୍ତ କରିବେ।
20 २० पवित्र स्थानातील वस्तू पाहण्यास त्यांनी क्षणभरही आत जाऊ नये किंवा गेले तर ते मरतील. अहरोनाने व त्याच्या मुलांनी आत जाऊन कहाथीतल्या एकएकाला त्याचे काम व त्याचे विशेष काम नेमून द्यावे.
ମାତ୍ର ସେମାନେ ଯେପରି ନ ମରନ୍ତି, ଏଥିପାଇଁ ସେମାନେ ପବିତ୍ର ସ୍ଥାନ ଦେଖିବା ନିମନ୍ତେ ଏକ ନିମିଷ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ଭିତରକୁ ଯିବେ ନାହିଁ।”
21 २१ परमेश्वर मोशेशी पुन्हा बोलला. तो म्हणाला,
ଏଥିଉତ୍ତାରେ ସଦାପ୍ରଭୁ ମୋଶାଙ୍କୁ କହିଲେ,
22 २२ गेर्षोन वंशातील पुरुषांची गणना कर आणि त्यांची कुळे व त्यांच्या वाडवडिलांची घराणी ह्याच्याप्रमाणे त्यांची यादी कर;
“ତୁମ୍ଭେ ଗେର୍ଶୋନ-ସନ୍ତାନଗଣର ପିତୃଗୃହ ଓ ବଂଶାନୁସାରେ ସେମାନଙ୍କର ସଂଖ୍ୟା ନିଅ;
23 २३ म्हणजे तीस ते पन्नास वर्षे वयाचे जे दर्शनमंडपातले काम करायला पात्र असतील अशा लोकांची गणती कर.
ତିରିଶ ବର୍ଷ ବୟସ୍କଠାରୁ ପଚାଶ ବର୍ଷ ବୟସ୍କ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ଯେଉଁମାନେ ସମାଗମ-ତମ୍ବୁରେ କାର୍ଯ୍ୟ କରିବା ନିମନ୍ତେ ସେବକ ଶ୍ରେଣୀଭୁକ୍ତ ହୁଅନ୍ତି, ସେମାନଙ୍କୁ ଗଣନା କର।
24 २४ गेर्षोनी कुळांनी करावयाची सेवा व वाहावयाची ओझी ही अशीः
ସେବା କରିବା ଓ ଭାର ବହିବା କାର୍ଯ୍ୟ ମଧ୍ୟରେ ଗେର୍ଶୋନୀୟ ବଂଶର ସେବା ଏହି;
25 २५ त्यांनी निवासमंडपाचे पडदे, दर्शनमंडप व त्याचे आच्छादन आणि त्यावर असलेले तहशाच्या कातड्याचे आच्छादन तसेच दर्शनमंडपाच्या प्रवेशद्वाराचा पडदा,
ସେମାନେ ଆବାସର ଯବନିକାସକଳ ଓ ସମାଗମ-ତମ୍ବୁ, ତହିଁର ଆଚ୍ଛାଦନ ଓ ତହିଁର ଉପରିସ୍ଥିତ ଶିଶୁକର ଚର୍ମର ଛାତ ଓ ସମାଗମ-ତମ୍ବୁ ଦ୍ୱାରର ଆଚ୍ଛାଦନ ବସ୍ତ୍ର;
26 २६ निवासमंडप व वेदी ह्यांच्या भोंवतीच्या अंगणाच्या कनातीचे पडदे, तसेच अंगणाच्या प्रवेश दाराचा पडदा, सर्व तणावे व त्यांच्याबरोबर लागणारी उपकरणे, या सर्व वस्तू गेर्षोनी कुळांनी वहाव्यात; आणि या सामानासंबंधी जे काही काम पडेल ते त्यांनी करावे.
ଆଉ ପ୍ରାଙ୍ଗଣର ପରଦାସକଳ, ଆବାସର ଓ ବେଦିର ଚତୁର୍ଦ୍ଦିଗସ୍ଥିତ ପ୍ରାଙ୍ଗଣ ଦ୍ୱାରର ଆଚ୍ଛାଦନ ବସ୍ତ୍ର, ତହିଁର ରଜ୍ଜୁ ଓ ତହିଁର ସେବାର୍ଥକ ସମସ୍ତ ଦ୍ରବ୍ୟ ବହିବେ ଓ ସେହି ସବୁରେ ଯେଉଁ ଯେଉଁ କାର୍ଯ୍ୟ କରିବାକୁ ହୁଏ, ତାହାସବୁ କରିବେ।
27 २७ गेर्षोनी लोकांनी त्यांना नेमून दिलेली कामे वाहने आणि जी सर्व सेवा, अहरोनाच्या व त्याच्या मुलांच्या आज्ञेवरून करावी. त्यांचा भार त्यांच्याकडे सोपवावा.
ହାରୋଣ ଓ ତାଙ୍କର ପୁତ୍ରଗଣର ଆଜ୍ଞାନୁସାରେ ଗେର୍ଶୋନର ସନ୍ତାନଗଣ ଆପଣା ଆପଣା ଭାର ଓ ସେବା ସମ୍ବନ୍ଧୀୟ ସମସ୍ତ କର୍ମ କରିବେ ଆଉ ତୁମ୍ଭେମାନେ ରକ୍ଷଣୀୟ ବୋଲି ସେମାନଙ୍କ ସମସ୍ତ ଭାରରେ ସେମାନଙ୍କୁ ନିଯୁକ୍ତ କରିବ।
28 २८ गेर्षोनी कुळातील लोकांची दर्शनमंडपातली ही सेवा आहे. अहरोन याजकाचा मुलगा इथामार ह्यांच्या हाताखाली त्यांनी कामाची जबाबदारी पार पाडावी.
ସମାଗମ-ତମ୍ବୁରେ ଗେର୍ଶୋନୀୟ ସନ୍ତାନମାନଙ୍କ ବଂଶର ଏହି ସେବା; ପୁଣି, ସେମାନଙ୍କ ରକ୍ଷଣୀୟ ହାରୋଣ ଯାଜକର ପୁତ୍ର ଈଥାମରର ହସ୍ତଗତ ହେବ।
29 २९ मरारी वंशजांचीही, त्यांची कुळे व त्यांच्या वाडवडिलांची घराणी या प्रमाणे गणती कर.
ଏଉତ୍ତାରେ ତୁମ୍ଭେ ମରାରି-ସନ୍ତାନଗଣର ବଂଶ ଓ ପିତୃଗୃହ ଅନୁସାରେ ସେମାନଙ୍କୁ ଗଣନା କରିବ।
30 ३० म्हणजे तीस ते पन्नास वर्षेच्या वयाच्या दर्शनमंडपामधील सेवा करण्यास पात्र असलेल्या पुरुषांची गणती कर.
ତିରିଶ ବର୍ଷ ବୟସ୍କଠାରୁ ପଚାଶ ବର୍ଷ ବୟସ୍କ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ଯେଉଁମାନେ ସମାଗମ-ତମ୍ବୁରେ କାର୍ଯ୍ୟ କରିବା ନିମନ୍ତେ ସେବକ ଶ୍ରେଣୀଭୁକ୍ତ ହୁଅନ୍ତି, ସେମାନଙ୍କୁ ଗଣନା କରିବ।
31 ३१ दर्शनमंडपाच्या ज्या वस्तू वाहून नेण्याची जबाबदारी त्यांना करावी लागेल ती हीः निवासमंडपाच्या फळ्या, अडसर, खांब, उथळ्या, वाहून नेण्याचे काम त्यांनी करावे.
ପୁଣି, ସମାଗମ-ତମ୍ବୁରେ ସେମାନଙ୍କର ସମସ୍ତ ସେବାକର୍ମ ସମ୍ବନ୍ଧୀୟ ଏହି ଏହି ଭାର ସେମାନଙ୍କର ରକ୍ଷଣୀୟ ହେବ; ଆବାସର ପଟା, ତହିଁର ଅର୍ଗଳ, ସ୍ତମ୍ଭ ଓ ଚୁଙ୍ଗୀସକଳ,
32 ३२ तसेच सभोंवतीच्या अंगणाचे खांब, उथळ्या, तंबूच्या मेखा, तणावे आणि अंगणाच्या खांबासाठी लागणारी इतर उपकरणे, इत्यादी सर्वसामान वाहून नेण्याचे व निगा राखण्याचे काम मरारी लोकांचे आहे. त्या मनुष्यांच्या नावांची यादी करा व प्रत्येकाने नक्की काय वाहून न्यायचे ते त्यास सांगा.
ପ୍ରାଙ୍ଗଣର ଚତୁର୍ଦ୍ଦିଗସ୍ଥ ସ୍ତମ୍ଭ, ତହିଁର ଚୁଙ୍ଗୀ, ମେଖ, ରଜ୍ଜୁ ଓ ତହିଁ ସମ୍ବନ୍ଧୀୟ ସମସ୍ତ ଦ୍ରବ୍ୟ ଓ କାର୍ଯ୍ୟ; ତୁମ୍ଭେମାନେ ସେମାନଙ୍କ ରକ୍ଷଣୀୟ-ଭାରର ଦ୍ରବ୍ୟାଦି ନାମ ଦ୍ୱାରା ନିରୂପଣ କରିବ।
33 ३३ दर्शनमंडपाची कामे करिताना मरारी कुळातील पुरुषांनी ही सेवा करावी त्यांच्या कामासाठी अहरोन याजकाचा मुलगा इथामार हा जबाबदार राहील.
ସମାଗମ-ତମ୍ବୁରେ ମରାରି-ସନ୍ତାନମାନଙ୍କ ବଂଶର ସମସ୍ତ ସେବା ସମ୍ବନ୍ଧୀୟ ଏହି କାର୍ଯ୍ୟ; ଏହା ହାରୋଣ ଯାଜକର ପୁତ୍ର ଈଥାମରର ହସ୍ତଗତ ହେବ।”
34 ३४ मोशे, अहरोन व इस्राएलाच्या मंडळीचे पुढारी ह्यानी कहाथी लोकांची, त्यांची कुळे व वाडवडिलांची घराणी ह्याप्रमाणे गणती केली.
ଏଥିଉତ୍ତାରେ ମୋଶା ଓ ହାରୋଣ ଓ ମଣ୍ଡଳୀର ଅଧିପତିଗଣ କହାତୀୟ ସନ୍ତାନମାନଙ୍କର ବଂଶ ଓ ପିତୃଗୃହ ଅନୁସାରେ ସେମାନଙ୍କ ମଧ୍ୟରୁ
35 ३५ त्यांनी, दर्शनमंडपाच्या सेवेसाठी पात्र असलेल्या तीस ते पन्नास वर्षे वयाच्या पुरुषांची गणती केली.
ତିରିଶ ବର୍ଷ ବୟସ୍କଠାରୁ ପଚାଶ ବର୍ଷ ବୟସ୍କ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ଯେଉଁମାନେ ସମାଗମ-ତମ୍ବୁରେ କର୍ମ କରିବା ନିମନ୍ତେ ସେବକ ଶ୍ରେଣୀଭୁକ୍ତ ହେଲେ, ସେମାନଙ୍କୁ ଗଣନା କଲେ।
36 ३६ ज्या पुरुषांची त्यांच्या वंशाप्रमाणे गणती झाली ते दोन हजार सातशे पन्नास लोक होते.
ତହିଁରେ ସେମାନଙ୍କ ବଂଶାନୁସାରେ ଗଣିତ ଲୋକ ଦୁଇ ହଜାର ସାତ ଶହ ପଚାଶ ଜଣ ହେଲେ;
37 ३७ कहाथी वंशापैकी जे दर्शनमंडपामध्ये पवित्र सेवा करीत त्यांची गणती करण्यात आली. मोशे व अहरोन ह्यानी, परमेश्वराने मोशेला सांगितल्याप्रमाणे हे केले.
ଏମାନେ କହାତୀୟ ବଂଶର ଗଣିତ ଓ ସମାଗମ-ତମ୍ବୁର ସେବାକର୍ମରେ ନିଯୁକ୍ତ ଲୋକ; ମୋଶାଙ୍କ ପ୍ରତି ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଆଜ୍ଞାନୁସାରେ ମୋଶା ଓ ହାରୋଣ ଏମାନଙ୍କୁ ଗଣନା କଲେ।
38 ३८ तसेच गेर्षोनी वंशजांचीही, त्यांची कुळे व वाडवडिलांची घराणी ह्याप्रमाणे गणती करण्यात आली;
ପୁଣି, ଗେର୍ଶୋନର ସନ୍ତାନଗଣ ମଧ୍ୟରେ ଯେଉଁମାନେ ଆପଣା ଆପଣା ବଂଶ ଓ ପିତୃଗୃହ ଅନୁସାରେ ଗଣାଗଲେ,
39 ३९ म्हणजे दर्शनमंडपाच्या सेवेसाठी पात्र असलेले तीस ते पन्नास वर्षे वयाच्या सर्व पुरुषांची गणती करण्यात आली.
ଅର୍ଥାତ୍‍, ତିରିଶ ବର୍ଷ ବୟସ୍କଠାରୁ ପଚାଶ ବର୍ଷ ବୟସ୍କ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ଯେଉଁମାନେ ସମାଗମ-ତମ୍ବୁରେ କର୍ମ କରିବା ନିମନ୍ତେ ସେବକ ଶ୍ରେଣୀଭୁକ୍ତ ହେଲେ,
40 ४० ज्या पुरुषांची, त्यांचे वंश व वाडवडिलांची घराणी ह्यास अनुसरून गणती झाली ती दोन हजार सहाशे तीस होती.
ସେମାନେ ଆପଣା ଆପଣା ବଂଶ ଓ ପିତୃଗୃହ ଅନୁସାରେ ଗଣାଯାʼନ୍ତେ, ଦୁଇ ହଜାର ଛଅ ଶହ ତିରିଶ ଜଣ ହେଲେ।
41 ४१ गेर्षोनी कुळांपैकी नोंद घेतलेले जे सर्व दर्शनमंडपामध्ये सेवा करीत असत, ज्यांची नोंद मोशे व अहरोन ह्यानी, परमेश्वराच्या आज्ञेप्रमाणे केली.
ଏମାନେ ଗେର୍ଶୋନ-ସନ୍ତାନଗଣର ବଂଶରେ ଗଣିତ ଓ ସମାଗମ-ତମ୍ବୁର ସେବାକର୍ମରେ ନିଯୁକ୍ତ ଲୋକ; ମୋଶା ଓ ହାରୋଣ ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଆଜ୍ଞାନୁସାରେ ଏମାନଙ୍କୁ ଗଣନା କଲେ।
42 ४२ त्याचप्रमाणे मरारी वंशजांचीही, त्यांची कुळे व त्यांच्या वाडवडिलांची घराणी ह्याप्रमाणे गणती करण्यात आली,
ଆଉ ମରାରି-ସନ୍ତାନଗଣର ବଂଶ ମଧ୍ୟରେ ଯେଉଁମାନେ ଆପଣା ଆପଣା ବଂଶ ଓ ପିତୃଗୃହ ଅନୁସାରେ ଗଣାଗଲେ,
43 ४३ म्हणजे तीस ते पन्नास वर्षे वयाचे जे दर्शनमंडपातले काम करायला पात्र होते ते सर्व,
ଅର୍ଥାତ୍‍, ତିରିଶ ବର୍ଷ ବୟସ୍କଠାରୁ ପଚାଶ ବର୍ଷ ବୟସ୍କ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ଯେଉଁମାନେ ସମାଗମ-ତମ୍ବୁରେ କର୍ମ କରିବା ନିମନ୍ତେ ସେବକ ଶ୍ରେଣୀଭୁକ୍ତ ହେଲେ,
44 ४४ ज्या पुरुषांची त्यांच्या कुळास अनुसरून गणती झाली ते तीन हजार दोनशे भरले.
ସେମାନେ ଆପଣା ଆପଣା ବଂଶ ଓ ପିତୃଗୃହ ଅନୁସାରେ ଗଣାଯାʼନ୍ତେ, ତିନି ହଜାର ଦୁଇ ଶହ ଜଣ ହେଲେ।
45 ४५ मरारी वंशापैकी ज्या पुरुषांची गणती मोशे व अहरोन ह्यानी, परमेश्वराने मोशेला आज्ञा केल्याप्रमाणे केली, ते इतके भरले.
ଏମାନେ ମରାରି-ସନ୍ତାନଗଣ ବଂଶର ଗଣିତ ଲୋକ; ମୋଶାଙ୍କ ପ୍ରତି ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଆଜ୍ଞାନୁସାରେ ମୋଶା ଓ ହାରୋଣ ଏମାନଙ୍କୁ ଗଣନା କଲେ।
46 ४६ तेव्हा मोशे, अहरोन व इस्राएलाचे पुढारी ह्यानी सर्व लेवी लोकांची गणती, त्यांची कुळे व वाडवडिलांची घराणी ह्याप्रमाणे केली.
ଏହିରୂପେ ମୋଶା, ହାରୋଣ ଓ ଇସ୍ରାଏଲର ଅଧିପତିଗଣ ଦ୍ୱାରା ଯେଉଁ ଲେବୀୟ ଲୋକମାନେ ଆପଣା ଆପଣା ବଂଶ ଓ ପିତୃଗୃହ ଅନୁସାରେ ଗଣିତ ହେଲେ,
47 ४७ तीस ते पन्नास वर्षे वय असलेल्या व दर्शनमंडपामधील सेवा करण्यास व ओझे वाहण्यास पात्र असलेल्या पुरुषांची गणती करण्यात आली;
ଅର୍ଥାତ୍‍, ତିରିଶ ବର୍ଷ ବୟସ୍କଠାରୁ ପଚାଶ ବର୍ଷ ବୟସ୍କ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ଯେଉଁମାନେ ସମାଗମ-ତମ୍ବୁରେ ସେବାକର୍ମରେ ଓ ଭାର ବହିବା କର୍ମରେ ନିଯୁକ୍ତ ହେଲେ,
48 ४८ त्यांची एकूण संख्या आठ हजार पांचशे ऐंशी होती.
ସେମାନେ ଗଣାଯାʼନ୍ତେ, ଆଠ ହଜାର ପାଞ୍ଚ ଶହ ଅଶୀ ଜଣ ହେଲେ।
49 ४९ तेव्हा परमेश्वराने मोशेला आज्ञा दिल्याप्रमाणे प्रत्येक मनुष्याची गणती करण्यात आली; प्रत्येक मनुष्यास त्याने स्वत: करावयाचे काम नेमून देण्यात आले व त्याने काय वाहून न्यावयाचे ते सांगण्यात आले. हे सर्व परमेश्वराने आज्ञा दिल्याप्रमाणे करण्यात आले.
ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଆଜ୍ଞାନୁସାରେ ସେମାନେ ପ୍ରତ୍ୟେକେ ମୋଶାଙ୍କର ହସ୍ତ ଦ୍ୱାରା ଆପଣା ଆପଣା ସେବା ଓ ଭାର ବହିବା କର୍ମ ଅନୁସାରେ ଗଣିତ ହେଲେ; ଏହିରୂପେ ମୋଶାଙ୍କ ପ୍ରତି ସଦାପ୍ରଭୁଙ୍କ ଆଜ୍ଞାନୁସାରେ ତାଙ୍କ ଦ୍ୱାରା ସେମାନେ ଗଣିତ ହେଲେ।

< गणना 4 >