< उत्पत्ति 37 >

1 याकोब कनान देशात जेथे त्याचा बाप वस्ती करून राहिला होता त्या देशात राहिला.
ସେହି ସମୟରେ ଯାକୁବ ଆପଣା ପିତାଙ୍କର ପ୍ରବାସ ସ୍ଥାନ କିଣାନ ଦେଶରେ ବାସ କରୁଥିଲେ।
2 याकोबासंबंधीच्या घटना या आहेत. योसेफ सतरा वर्षांचा तरुण होता. आपल्या भावांबरोबर तो कळप सांभाळीत असे. तो आपल्या वडिलाच्या स्त्रिया बिल्हा व जिल्पा यांच्या मुलांबरोबर होता. त्या भावांनी केलेल्या वाईट गोष्टीविषयी त्याने आपल्या बापाला सांगितले.
ଯାକୁବଙ୍କର ବୃତ୍ତାନ୍ତ ଏହି। ଯୋଷେଫ, ସତର ବର୍ଷ ବୟସ ସମୟରେ, ଆପଣା ଭାଇମାନଙ୍କ ସହିତ ପଶୁପଲ ଚରାଉଥିଲେ; ସେ ଆପଣା ପିତୃଭାର୍ଯ୍ୟା ବିଲ୍‌ହା ଓ ସିଳ୍ପାର ପୁତ୍ରମାନଙ୍କର ସଙ୍ଗୀ ବାଳକ ଥିଲା; ପୁଣି, ଯୋଷେଫ ସେହି ଭାଇମାନଙ୍କ କୁବ୍ୟବହାରର ବାର୍ତ୍ତା ପିତା ନିକଟକୁ ଆଣୁଥାଏ।
3 इस्राएल सर्व मुलांपेक्षा योसेफावर अधिक प्रीती करीत असे कारण तो त्याचा म्हातारपणाचा मुलगा होता. त्याने योसेफाला एक सुंदर पायघोळ झगा बनवून दिला होता.
ସେହି ଯୋଷେଫ ଇସ୍ରାଏଲର ବୃଦ୍ଧାବସ୍ଥାର ସନ୍ତାନ ହେବା ସକାଶୁ ଇସ୍ରାଏଲ ସମସ୍ତ ପୁତ୍ରଠାରୁ ତାକୁ ଅଧିକ ସ୍ନେହ କଲେ, ଆଉ ତାକୁ ନାନା ବର୍ଣ୍ଣର ଏକ ଅଙ୍ଗରଖା ପ୍ରସ୍ତୁତ କରି ଦେଇଥିଲେ।
4 आपला बाप आपल्या इतर भावांपेक्षा योसेफावर अधिक प्रीती करतो हे त्याच्या भावांना दिसले म्हणून ते त्याचा द्वेष करीत आणि त्याच्याशी प्रेमाने बोलत नसत.
ମାତ୍ର ପିତା ସମସ୍ତ ପୁତ୍ର ଅପେକ୍ଷା ଯୋଷେଫକୁ ଅଧିକ ସ୍ନେହ କରିବାର ଦେଖି ତାହାର ଭାଇମାନେ ତାକୁ ଘୃଣା କଲେ ଓ ତାହା ପ୍ରତି ପ୍ରେମର କଥା କହି ପାରିଲେ ନାହିଁ।
5 योसेफास एक स्वप्न पडले. त्याने ते स्वप्न आपल्या भावांना सांगितले. त्यानंतर तर त्याचे भाऊ त्याचा अधिकच द्वेष करू लागले.
ଏଥିଉତ୍ତାରେ ଯୋଷେଫ ଗୋଟିଏ ସ୍ୱପ୍ନ ଦେଖି ଆପଣା ଭାଇମାନଙ୍କୁ କହିଲା; ଏଥିରେ ସେମାନେ ତାକୁ ଆହୁରି ଅଧିକ ଘୃଣା କଲେ।
6 तो त्यांना म्हणाला, “मला पडलेले स्वप्न कृपा करून ऐका:
କାରଣ ସେ ସେମାନଙ୍କୁ କହିଲା, “ମୁଁ ଯେଉଁ ସ୍ୱପ୍ନ ଦେଖିଅଛି, ନିବେଦନ କରୁଅଛି, ତାହା ଶୁଣ।
7 पाहा, आपण सर्वजण शेतात गव्हाच्या पेंढ्या बांधण्याचे काम करीत होतो, तेव्हा माझी पेंढी उठून उभी राहिली आणि तुम्हा सर्वांच्या पेंढ्या तिच्या भोवती गोलाकार उभ्या राहिल्या व त्यांनी माझ्या पेंढीला खाली वाकून नमन केले.”
ଦେଖ, ଆମ୍ଭେମାନେ କ୍ଷେତରେ ବିଡ଼ା ବାନ୍ଧୁଥିଲୁ, ତହିଁରେ ଦେଖ, ମୋହର ବିଡ଼ା ଉଠି ଛିଡ଼ା ହେଲା; ପୁଣି, ଦେଖ, ତୁମ୍ଭମାନଙ୍କ ବିଡ଼ାସବୁ ମୋʼ ବିଡ଼ାକୁ ଚାରିଆଡ଼େ ଘେରି ପ୍ରଣାମ କଲେ।”
8 हे ऐकून त्याचे भाऊ त्यास म्हणाले, “तू आमचा राजा होऊन आमच्यावर राज्य करणार काय? आणि खरोखर तू आम्हावर अधिकार करशील काय?” त्याच्या या स्वप्नामुळे व त्याच्या बोलण्यामुळे तर त्याचे भाऊ त्याचा अधिकच द्वेष करू लागले.
ଏଥିରେ ତାହାର ଭାଇମାନେ ତାକୁ କହିଲେ, “ତୁ କି ସତେ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କର ରାଜା ହେବୁ? ତୁ କି ସତେ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ଉପରେ କର୍ତ୍ତୃତ୍ୱ କରିବୁ?” ତହୁଁ ସେମାନେ ତାହାର ସବୁ ସ୍ୱପ୍ନ ଓ କଥା ସକାଶୁ ତାକୁ ଆହୁରି ଅଧିକ ଘୃଣା କଲେ।
9 नंतर योसेफाला आणखी एक स्वप्न पडले. तेही त्याने आपल्या भावांना सांगितले. तो म्हणाला, “पाहा, मला आणखी एक स्वप्न पडले: सूर्य, चंद्र व अकरा तारे यांनी मला खाली वाकून नमन केले.”
ଏଥିଉତ୍ତାରେ ଯୋଷେଫ ଆଉ ଗୋଟିଏ ସ୍ୱପ୍ନ ଦେଖି ଭାଇମାନଙ୍କୁ ଜଣାଇ କହିଲା, “ଦେଖ, ମୁଁ ଆଉ ଏକ ସ୍ୱପ୍ନ ଦେଖିଅଛି, ଦେଖ, ସୂର୍ଯ୍ୟ ଓ ଚନ୍ଦ୍ର ଓ ଏକାଦଶ ନକ୍ଷତ୍ର ମୋତେ ପ୍ରଣାମ କଲେ।”
10 १० त्याने आपल्या पित्यासही या स्वप्नाविषयी सांगितले. परंतु त्याच्या वडिलाने त्यास दोष देऊन म्हटले, “असले कसले हे स्वप्न आहे? तुझी आई, तुझे भाऊ व मी आम्ही भूमीपर्यंत लवून तुला नमन करू काय?”
ମାତ୍ର ସେ ଆପଣା ପିତା ଓ ଭାଇମାନଙ୍କ ସାକ୍ଷାତରେ ତାହା କହନ୍ତେ, ତାହାର ପିତା ତାହାକୁ ଧମକାଇ କହିଲେ, “ତୁ ଏ କି ପ୍ରକାର ସ୍ୱପ୍ନ ଦେଖିଲୁ? ମୁଁ ଓ ତୋʼ ମାତା ଓ ତୋʼ ଭ୍ରାତୃଗଣ, ଆମ୍ଭେମାନେ କି ଭୂମିଷ୍ଠ ହୋଇ ତୋତେ ପ୍ରଣାମ କରିବାକୁ ଆସିବୁ?”
11 ११ योसेफाचे भाऊ त्याचा हेवा करीत राहिले. परंतु त्याच्या वडिलाने ही गोष्ट आपल्या मनात ठेवली.
ତହିଁରେ ତାହାର ଭାଇମାନେ ତାକୁ ଈର୍ଷା କଲେ, ମାତ୍ର ତାହାର ପିତା ସେହି କଥା ମନେ ରଖିଲେ।
12 १२ एके दिवशी योसेफाचे भाऊ आपल्या बापाची मेंढरे चारावयास शखेम येथे गेले.
ତଦନନ୍ତର ତାହାର ଭ୍ରାତୃଗଣ ପିତାଙ୍କର ପଶୁପଲ ଚରାଇବା ପାଇଁ ଶିଖିମକୁ ଗଲା ଉତ୍ତାରେ
13 १३ इस्राएल योसेफाला म्हणाला, “तुझे भाऊ शखेम येथे आपली मेंढरे चारावयास गेले आहेत ना? चल, मी तुला तेथे पाठवत आहे.” योसेफ त्यास म्हणाला, “मी तयार आहे.”
ଇସ୍ରାଏଲ ଯୋଷେଫକୁ କହିଲେ, “ତୁମ୍ଭର ଭ୍ରାତୃଗଣ କି ଶିଖିମରେ ପଶୁପଲ ଚରାଉ ନାହାନ୍ତି? ଆସ, ମୁଁ ତୁମ୍ଭକୁ ସେମାନଙ୍କ ନିକଟକୁ ପଠାଇବି;” ତହିଁରେ ସେ କହିଲା, “ଦେଖନ୍ତୁ, ମୁଁ ଉପସ୍ଥିତ ଅଛି।”
14 १४ तो त्यास म्हणाला, “आता जा आणि तुझे भाऊ व माझी मेंढरे ठीक आहेत सुखरुप आहेत का? ते पाहा व मला त्यांच्यासंबंधी बातमी घेऊन ये.” अशा रीतीने याकोबाने त्यास हेब्रोनातून शखेमास पाठवले आणि योसेफ शखेमास गेला.
ସେତେବେଳେ ଇସ୍ରାଏଲ ତାହାକୁ କହିଲେ, “ତୁମ୍ଭେ ଯାଇ ତୁମ୍ଭର ଭ୍ରାତୃଗଣ ଓ ପଶୁପଲ ଭଲ ଅଛନ୍ତି କି ନାହିଁ, ତାହା ଦେଖି ମୋʼ ନିକଟକୁ ସମ୍ବାଦ ଆଣ।” ଏହିରୂପେ ସେ ହିବ୍ରୋଣର ତଳ ଭୂମିରୁ ଯୋଷେଫକୁ ପଠାନ୍ତେ, ସେ ଶିଖିମରେ ଉପସ୍ଥିତ ହେଲା।
15 १५ योसेफ शेतात भटकत होता. पाहा, तो कोणा मनुष्यास दिसला. त्या मनुष्याने त्यास विचारले, “तू काय शोधत आहेस?”
ସେତେବେଳେ ଜଣେ ମନୁଷ୍ୟ ଯୋଷେଫକୁ କ୍ଷେତରେ ଏଣେତେଣେ ଭ୍ରମଣ କରିବାର ଦେଖି ପଚାରିଲା, “ତୁମ୍ଭେ କଅଣ ଖୋଜୁଅଛ?”
16 १६ योसेफ म्हणाला, “मी माझ्या भावांना शोधत आहे, ते कोठे कळप चारीत आहेत, हे कृपा करून मला सांगता का?”
ସେ କହିଲା, “ମୋʼ ଭାଇମାନଙ୍କୁ ଖୋଜୁଅଛି, ସେମାନେ କେଉଁଠାରେ ପଶୁପଲ ଚରାଉଛନ୍ତି, ଅନୁଗ୍ରହ କରି ମୋତେ କୁହ।”
17 १७ तो मनुष्य म्हणाला, “ते येथून गेले आहेत. आपण दोथान गावामध्ये जाऊ असे त्यांना बोलताना मी ऐकले.” म्हणून मग योसेफ आपल्या भावांच्या मागे गेला व ते त्यास दोथानात सापडले.
ସେ ମନୁଷ୍ୟ କହିଲା, “ସେମାନେ ଏଠାରୁ ଯାଇଅଛନ୍ତି; କାରଣ ମୁଁ ଶୁଣିଥିଲି, ‘ସେମାନେ ଦୋଥନକୁ ଯିବେ ବୋଲି କହୁଥିଲେ।’” ଏଣୁ ଯୋଷେଫ ଆପଣା ଭାଇମାନଙ୍କ ପଛେ ପଛେ ଯାଇ ଦୋଥନରେ ସେମାନଙ୍କର ଦେଖା ପାଇଲା।
18 १८ त्याच्या भावांनी योसेफाला दुरून येताना पाहिले आणि कट करून त्यास ठार मारण्याचे ठरवले.
ସେମାନେ ତାହାକୁ ଦୂରରୁ ଦେଖିଲେ, ପୁଣି, ସେ ସେମାନଙ୍କ ନିକଟରେ ପହଞ୍ଚିବା ପୂର୍ବେ ସେମାନେ ତାକୁ ବଧ କରିବା ପାଇଁ ମନ୍ତ୍ରଣା କଲେ।
19 १९ त्याचे भाऊ एकमेकांना म्हणाले, “हा पाहा, स्वप्ने पाहणारा इकडे येत आहे.
ଆଉ, ସେମାନେ ଏକ ଆରେକକୁ କହିଲେ, “ଏହି ଦେଖ, ସ୍ୱପ୍ନଦର୍ଶକ ମହାଶୟ ଆସୁଅଛନ୍ତି।
20 २० आता चला, आपण त्यास ठार मारून टाकू आणि त्यास एका खड्ड्यात टाकून देऊ. आणि त्यास कोणा एका हिंस्र पशूने खाऊन टाकले असे आपल्या बापाला सांगू. मग त्याच्या स्वप्नांचे काय होईल ते आपण पाहू.”
ଆସ, ଆମ୍ଭେମାନେ ତାକୁ ବଧ କରି କୌଣସି ଏକ ଗାତରେ ପକାଇ ଦେଉ; ପୁଣି, ‘କୌଣସି ହିଂସ୍ରକ ଜନ୍ତୁ ତାକୁ ଖାଇପକାଇଲା ବୋଲି କହିବା;’ ଆଚ୍ଛା ଦେଖିବା, ତାହାର ସ୍ୱପ୍ନ ସବୁର କଅଣ ହେବ।”
21 २१ रऊबेनाने ते ऐकले आणि त्यास त्यांच्या हातातून सोडवले. तो म्हणाला, “आपण त्यास ठार मारू नये.”
ଏ କଥା ଶୁଣି ରୁବେନ୍‍ ସେମାନଙ୍କ ହସ୍ତରୁ ତାକୁ ରକ୍ଷା କରି କହିଲା, “ନା, ଆମ୍ଭେମାନେ ତାକୁ ପ୍ରାଣରେ ମାରି ପକାଇବା ନାହିଁ।”
22 २२ रऊबेन त्यांना म्हणाला, “रक्त पाडू नका. त्यास रानातल्या या खड्ड्यात टाका, परंतु त्याच्यावर हात टाकू नका.” आपल्या भावांच्या हातातून सोडवून त्यास त्याच्या बापाकडे परत पाठवून द्यावयाचे असा त्याचा बेत होता.
ଆଉ ରୁବେନ୍‍ ସେମାନଙ୍କ ହସ୍ତରୁ ତାକୁ ରକ୍ଷା କରି ପିତା ନିକଟକୁ ଫେରି ପଠାଇବା ମାନସରେ ସେମାନଙ୍କୁ କହିଲା, “ତୁମ୍ଭେମାନେ ରକ୍ତପାତ କର ନାହିଁ, ପ୍ରାନ୍ତରର ଏହି ଗର୍ତ୍ତ ମଧ୍ୟରେ ତାକୁ ପକାଇଦିଅ, ମାତ୍ର ତାହା ପ୍ରତି ହାତ ଉଠାଅ ନାହିଁ।”
23 २३ योसेफ त्याच्या भावांजवळ येऊन पोहचला तेव्हा त्यांनी त्याचा सुंदर झगा काढून घेतला.
ଏଥିଉତ୍ତାରେ ଯୋଷେଫ ଭାଇମାନଙ୍କ ନିକଟକୁ ଆସନ୍ତେ, ସେମାନେ ତାହାର ଅଙ୍ଗରଖା, ସେହି ନାନା ବର୍ଣ୍ଣର ଅଙ୍ଗରଖା, ତାହା ଦେହରୁ କାଢ଼ିନେଇ;
24 २४ नंतर त्यांनी त्यास एका खोल खड्ड्यात टाकून दिले. तो खड्डा रिकामा होता, त्यामध्ये पाणी नव्हते.
ତାକୁ ଧରି ଗର୍ତ୍ତ ମଧ୍ୟରେ ପକାଇଦେଲେ, ସେହି ଗର୍ତ୍ତ ଶୂନ୍ୟ, ତହିଁରେ ଜଳ ନ ଥିଲା।
25 २५ ते भाकरी खाण्यास खाली बसले. त्यांनी वर नजर करून पाहिले, तो पाहा, इश्माएली लोकांचा तांडा मसाल्याचे पदार्थ व सुगंधी डिंक व बोळ लादलेल्या उंटांसहीत गिलाद प्रदेशाहून येत होता. ते खाली मिसर देशाकडे चालले होते.
ତହୁଁ ସେମାନେ ଭୋଜନ କରିବାକୁ ବସିଲେ; ସେମାନେ ଅନାଇ ଦେଖିଲେ, ଯେ ଗିଲୀୟଦରୁ ଏକ ଦଳ ଇଶ୍ମାୟେଲୀୟ ପଥିକ ଓଟ ଉପରେ ସୁଗନ୍ଧି ଦ୍ରବ୍ୟ ଓ ଗୁଗ୍ଗୁଳ ଓ ଗନ୍ଧରସ ଘେନି ମିସର ଦେଶକୁ ଯାଉଅଛନ୍ତି।
26 २६ तेव्हा यहूदा त्याच्या भावांना म्हणाला, “आपल्या भावाला ठार मारून आणि त्याचा खून लपवून ठेवून आपल्याला काय फायदा?
ସେତେବେଳେ ଯିହୁଦା ଭାଇମାନଙ୍କୁ କହିଲା, “ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ଭାଇକୁ ବଧ କରି ତାହାର ରକ୍ତ ଗୋପନ କଲେ, ଆମ୍ଭମାନଙ୍କର ଲାଭ କଅଣ?
27 २७ चला, आपण त्यास या इश्माएली लोकांस विकून टाकू, आपण आपल्या भावावर हात टाकू नये. कारण तो आपला भाऊ आहे, आपल्याच हाडामांसाचा आहे.” त्याच्या भावांनी त्याचे ऐकले.
ଆସ, ଆମ୍ଭେମାନେ ତାକୁ ଏହି ଇଶ୍ମାୟେଲୀୟ ଲୋକମାନଙ୍କୁ ବିକ୍ରୟ କରିଦେଉ, ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ହସ୍ତ ତାହା ପ୍ରତିକୂଳରେ ନ ଉଠୁ; କାରଣ ସେ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ଭ୍ରାତା ଓ ଆମ୍ଭମାନଙ୍କ ମାଂସ ସ୍ୱରୂପ।” ତହିଁରେ ତାହାର ଭାଇମାନେ ସମ୍ମତ ହେଲେ।
28 २८ ते मिद्यानी व्यापारी जवळ आल्यावर त्या भावांनी योसेफाला खड्ड्यातून बाहेर काढले व त्या इश्माएली व्यापाऱ्यांना वीस चांदीची नाणी घेऊन विकून टाकले. ते व्यापारी योसेफाला मिसर देशास घेऊन गेले.
ସେତେବେଳେ ସେହି ମିଦୀୟନୀୟ ବଣିକମାନେ ନିକଟକୁ ଆସନ୍ତେ, ସେମାନେ ଯୋଷେଫକୁ ଗର୍ତ୍ତ ମଧ୍ୟରୁ ଉପରକୁ ଟାଣି ଆଣିଲେ; ପୁଣି, ଇଶ୍ମାୟେଲୀୟମାନଙ୍କଠାରୁ କୋଡ଼ିଏ ଶେକେଲ ରୌପ୍ୟ ମୁଦ୍ରା ନେଇ ଯୋଷେଫକୁ ବିକ୍ରୟ କରିଦେଲେ; ତହିଁରେ ସେମାନେ ଯୋଷେଫକୁ ମିସର ଦେଶକୁ ନେଇଗଲେ।
29 २९ रऊबेन त्या खड्ड्याकडे परत गेला, तेव्हा पाहा, त्यामध्ये त्यास योसेफ दिसला नाही. त्याने आपली वस्त्रे फाडली.
ଏଥିଉତ୍ତାରେ ରୁବେନ୍‍ ଗର୍ତ୍ତ ନିକଟକୁ ଫେରିଯାଇ ଯୋଷେଫ ଗର୍ତ୍ତ ଭିତରେ ନାହିଁ, ଏହା ଦେଖି ଆପଣା ବସ୍ତ୍ର ଚିରିଲା।
30 ३० तो भावांकडे येऊन म्हणाला, “मुलगा कोठे आहे? आणि मी, आता मी कोठे जाऊ?”
ପୁଣି, ଭାଇମାନଙ୍କ ନିକଟକୁ ଫେରିଆସି କହିଲା, “ବାଳକଟି ନାହିଁ; ଆଉ ମୁଁ କେଉଁଠାକୁ ଯିବି?”
31 ३१ त्यांनी एक बकरा मारला आणि योसेफाचा झगा त्या रक्तात बुडवला.
ଏଥିଉତ୍ତାରେ ସେମାନେ ଯୋଷେଫର ଅଙ୍ଗରଖା ଘେନି ଗୋଟିଏ ଛାଗ ମାରି ତାହାର ରକ୍ତରେ ତାହା ଡୁବାଇଲେ।
32 ३२ नंतर तो झगा आणून, आपल्या बापाला दाखवून ते म्हणाले, “आम्हांला हा सापडला. हा झगा तुमच्या मुलाचा आहे की काय तो पाहा.”
ଆଉ, ସେମାନେ ଆପଣା ପିତା ନିକଟକୁ ସେହି ନାନା ବର୍ଣ୍ଣର ଅଙ୍ଗରଖା ପଠାଇଦେଇ କହିଲେ, “ଆମ୍ଭେମାନେ ଏତିକି ମାତ୍ର ପାଇଲୁ, ଏହା ତୁମ୍ଭ ପୁତ୍ରର ଅଙ୍ଗରଖା କି ନାହିଁ, ଚିହ୍ନ।”
33 ३३ याकोबाने तो ओळखला आणि तो म्हणाला, “हा माझ्याच मुलाचा झगा आहे. हिंस्र पशूने त्यास खाऊन टाकले असावे. माझा मुलगा योसेफ याला हिंस्त्र पशूने खाऊन टाकले आहे यामध्ये संशय नाही.”
ତହିଁରେ ସେ ତାହା ଚିହ୍ନି କହିଲେ, “ଏହି ଅଙ୍ଗରଖା ତ ମୋʼ ପୁତ୍ରର; କୌଣସି ହିଂସ୍ରକ ଜନ୍ତୁ ତାହାକୁ ଖାଇ ପକାଇଅଛି, ଯୋଷେଫ ନିଶ୍ଚୟ ଖଣ୍ଡ ଖଣ୍ଡ ହୋଇ ବିଦୀର୍ଣ୍ଣ ହୋଇଅଛି।”
34 ३४ याकोबाला आपल्या मुलाबद्दल अतिशय दुःख झाले, एवढे की, त्याने आपली वस्त्रे फाडली आणि कंबरेस गोणताट गुंडाळले आणि त्याने पुष्कळ दिवस आपल्या मुलासाठी शोक केला.
ତହୁଁ ଯାକୁବ ଆପଣା ବସ୍ତ୍ର ଚିରି କଟିଦେଶରେ ଅଖା ପିନ୍ଧି ପୁତ୍ର ନିମନ୍ତେ ଅନେକ ଦିନ ପର୍ଯ୍ୟନ୍ତ ଶୋକ କଲେ।
35 ३५ याकोबाच्या सर्व मुलांनी व मुलींनी त्याचे सांत्वन करण्याचा खूप प्रयत्न केला परंतु तो समाधान पावला नाही. तो म्हणाला, “मी मरेपर्यंत माझ्या मुलासाठी शोक करीत राहीन व अधोलोकात माझ्या मुलाकडे जाईन.” असा त्याचा बाप त्याच्याकरता रडला. (Sheol h7585)
ଏଥିଉତ୍ତାରେ ତାଙ୍କର ସମସ୍ତ ପୁତ୍ର ଓ ସମସ୍ତ କନ୍ୟା ଉଠି ତାଙ୍କୁ ସାନ୍ତ୍ୱନା କରିବାକୁ ଯତ୍ନ କଲେ; ମାତ୍ର ସେ ମାନିଲେ ନାହିଁ; ପୁଣି, ସେ କହିଲେ, “ମୁଁ ଶୋକ କରୁ କରୁ ପୁତ୍ର ନିକଟକୁ କବରକୁ ଅଧୋଗମନ କରିବି।” ଏହି ପ୍ରକାରେ ତାହାର ପିତା ତାହା ନିମନ୍ତେ ରୋଦନ କଲେ। (Sheol h7585)
36 ३६ त्या मिद्यानी व्यापाऱ्यांनी योसेफाला मिसर देशात पोटीफर नावाचा फारो राजाचा अधिकारी, अंगरक्षकाचा सरदार याला विकून टाकले.
ଏଥିମଧ୍ୟରେ ସେହି ମିଦୀୟନୀୟମାନେ ମିସର ଦେଶରେ ପୋଟୀଫର ନାମକ ଫାରୋର ଭୃତ୍ୟ, ଅର୍ଥାତ୍‍, ରକ୍ଷକ ସେନାପତିକୁ ଯୋଷେଫକୁ ବିକ୍ରୟ କଲେ।

< उत्पत्ति 37 >