< 2 Peter 2 >

1 But false prophets also arose among the people, as false teachers will also be among you, who will secretly bring in destructive heresies, denying even the Master who bought them, bringing on themselves swift destruction.
जिस तरियां इस्राएली माणसां म्ह झूठ्ठे नबी थे, उस्से ढाळ थारे म्ह भी झूठ्ठे शिक्षक होंगे, वे थारे ताहीं चुपके तै झूठ्ठी शिक्षा सिखावैंगे, जिसकी बजह तै लोग मसीह पै बिश्वास न्ही करैगें, वे झूठ्ठे शिक्षक मसीह ताहीं अपणा प्रभु न्ही मान्नैगें, जिसनै उन ताहीं मोल लिया सै, अर पाप की शक्ति तै आजाद करया सै, इस तरियां वे चाणचक अपणे-आप ताहीं नाश कर लेवैगें।
2 Many will follow their immoral ways, and as a result, the way of the truth will be maligned.
घणखरे जो कहवैगें के हम बिश्वासी सां, वे उनकी ढाळ लुचपण के सुभाव नै अपणावैगे, अर उनके कारण जो लोग बिश्वासी कोनी सच के राह की बुराई करैगें।
3 In covetousness they will exploit you with deceptive words: whose sentence now from of old doesn’t linger, and their destruction will not slumber.
ये शिक्षक लालची होंगे, अर थारे तै धन पाण कै खात्तर मनघडन्त कहाँनी सुणाकै थारे ताहीं धोक्खा देवैगें, परमेसवर नै भोत पैहले फैसला ले लिया था, के वो उन ताहीं दण्ड देवैगा, अर वो यो करण आळा सै, वो सच म्ह उन ताहीं नाश करण आळा सै।
4 For if God didn’t spare angels when they sinned, but cast them down to Tartarus, and committed them to pits of darkness to be reserved for judgment; (Tartaroō g5020)
क्यूँके जिब परमेसवर नै उन सुर्गदूत्तां ताहीं जिननै पाप करया था, उन ताहीं माफ न्ही करया, पर उन ताहीं नरक म्ह भेजकै अँधेरे कुण्डां म्ह गेर दिया ताके न्याय कै दिन ताहीं कैदी रहवै। (Tartaroō g5020)
5 and didn’t spare the ancient world, but preserved Noah with seven others, a preacher of righteousness, when he brought a flood on the world of the ungodly,
थम यो भी जाणो सों, के जो लोग भोत पैहले जिन्दा थे, उन म्ह परमेसवर का भय न्ही था, परमेसवर नै उनकी बुराईयाँ ताहीं नजरअंदाज कोनी करया, जो उननै करी थी, पर उन ताहीं बाढ़ के जरिये नाश कर दिया, उन म्ह तै परमेसवर नै आठ माणसां ताहीं बचाया जिस म्ह नूह भी था, जिसनै धार्मिकता का प्रचार करया।
6 and turning the cities of Sodom and Gomorrah into ashes, condemned them to destruction, having made them an example to those who would live in an ungodly way,
थम यो भी जाणो सों, के जो लोग भोत पैहल्या सदोम अर अमोरा के नगर म्ह रहवै थे, परमेसवर नै उन ताहीं भी दण्ड दिया, क्यूँके उननै भोत बुरे काम करे थे, अर उन ताहीं आग म्ह भस्म करकै राख बणा दिया। इसा करण के जरिये उसनै दिखा दिया, के उन माणसां का के होगा जो उसका कहणा न्ही मानते।
7 and delivered righteous Lot, who was very distressed by the lustful life of the wicked
सदोम नगर का नाश करण तै पैहले उसनै, लूत जो के एक धर्मी माणस था, उस ताहीं उस नगर तै लिकाड़कै उस ताहीं बचा लिया। लूत दुखी था क्यूँके सदोम नगर के लोग परमेसवर का कोए भी हुकम कोनी मान्नै थे, अर वे भोत बुरे काम करै थे।
8 (for that righteous man dwelling among them was tormented in his righteous soul from day to day with seeing and hearing lawless deeds),
वो उन बुरे माणसां के बीच म्ह रहवै था, अर हरेक दिन उनके बुरे काम्मां नै देक्खै था जो वे करै थे, अर बुरी बात्तां नै सुणै था जो वे बोल्लै थे, अर ये सारी बात उस ताहीं दुखी करै थी, क्यूँके वो धर्मी माणस था।
9 then the Lord knows how to deliver the godly out of temptation and to keep the unrighteous under punishment for the day of judgment,
वे सारी बात जो परमेसवर नै पुराणे बखत म्ह करी सै, वे ये दिखावै सै, के परमेसवर पवित्र माणसां नै मुसीबतां तै किस तरियां बचावै सै, अर न्याय होण के दिन तक बुरे माणसां नै लगातार दण्ड दिया जावै।
10 but chiefly those who walk after the flesh in the lust of defilement and despise authority. Daring, self-willed, they are not afraid to speak evil of dignitaries,
परमेसवर बुरे माणसां नै दण्ड देवैगा, खास करकै उन झूठ्ठे शिक्षकां नै जो अशुद्ध अभिलाषायां कै पाच्छै देह कै मुताबिक चाल्दे, अर प्रभुता नै तुच्छ जाणै सै। वे ढ़ीठ, अर जिद्दी सै, अर सुर्गीय चिज्जां के बारें म्ह आच्छा-भुंडा कहण तै न्ही डरदे।
11 whereas angels, though greater in might and power, don’t bring a slanderous judgment against them before the Lord.
तोभी सुर्गदूत जो झूठ्ठे शिक्षकां तै अर सामर्थ म्ह उनतै बड़े सै, प्रभु कै स्याम्ही जिब उन झूठ्ठे शिक्षकां पै दोष लगावै सै तो वे अपमानजनक बात कहकै उनकी बुराई न्ही करदे।
12 But these, as unreasoning creatures, born natural animals to be taken and destroyed, speaking evil in matters about which they are ignorant, will in their destroying surely be destroyed,
पर ये झूठ्ठे शिक्षक जंगली-जानवरां की तरियां सै, ये जानवर न्ही जाणते के किस तरियां सोचणा सै, अर उनका मकसद पकड़े जाणा अर मरणा सै। ये लोग भी वोए काम करै सै जो इनकै मन म्ह आवै सै, अर उन चिज्जां के बारें म्ह बुराई करै सै, जिसके बारें म्ह वे न्ही समझते, वे नाश हो जावैंगे।
13 receiving the wages of unrighteousness; people who count it pleasure to revel in the daytime, spots and defects, reveling in their deceit while they feast with you;
दुसरयां का बुरा करण कै बदले उन्हे का बुरा होवैगा। उननै दिन-दोफारी म्ह भोग-विलास करणा आच्छा लाग्गै सै। ये थारे पै कलंक अर दोष सै, जिब वे थारे गेल्या प्रीति भोज म्ह शामिल होवै सै, तो अपणे छलावे का आनन्द ले सै।
14 having eyes full of adultery, and who can’t cease from sin, enticing unsettled souls, having a heart trained in greed, accursed children!
वो हरेक जनानी नै देखकै उसके साथ जारी करणा चाहवै सै, अर पाप करण का मौक्का टोहवै सै, ये उन माणसां ताहीं धोक्खा देवै सै जो परमेसवर पै पक्का बिश्वास कोनी राखदे, अर उन ताहीं पाप करण खात्तर उकसावै सै, उनकी सदा बढ़दी रहण आळी लालसा के कारण परमेसवर उन ताहीं दण्ड देवैगा।
15 Forsaking the right way, they went astray, having followed the way of Balaam the son of Beor, who loved the wages of wrongdoing;
उननै वो करणा छोड़ दिया सै, जो सही सै, अर उननै बओर के बेट्टे बिलाम की तरियां बुरे काम करणे शरु कर दिए, जो उसनै भोत पैहले करे थे, क्यूँके उसनै बुरे काम्मां तै पईसा कमाणा चाह्या।
16 but he was rebuked for his own disobedience. A speechless donkey spoke with a man’s voice and stopped the madness of the prophet.
पर परमेसवर नै बिलाम नबी की गधी के जरिये उस ताहीं डांटा-फटकारा जो बुरे काम वो करण जावै था, हालाकि गधी जो बोल न्ही सकै थी, उसनै बिलाम नबी तै इन्सान की वाणी म्ह बात करी, जिब वो राजा तै मिलण जाण लागरया था, तो गधी नै बिलाम नबी ताहीं उसकै बावळेपण तै रोक्या।
17 These are wells without water, clouds driven by a storm, for whom the blackness of darkness has been reserved forever. (questioned)
ये झूठ्ठे शिक्षक उस बेकार पाणी के चोवै की तरियां सै जो सूख लिया सै, अर ये उस बाद्दळ की तरियां भी सै जिस ताहीं बारिस तै पैहले हवा उड़ा ले जावै सै, परमेसवर नै उन खात्तर, अनन्त अन्धकार म्ह जगहां राक्खी सै। (questioned)
18 For, uttering great swelling words of emptiness, they entice in the lusts of the flesh, by licentiousness, those who are indeed escaping from those who live in error;
जिब वे माणसां नै सिखावै सै तो वो बेकार के अर घमण्डी शब्दां नै इस्तमाल करै सै, वे माणसां नै समझावै सै के वो बुरे काम कर सकै सै जो उनकी देह करणा चाहवै सै, अर उन माणसां तै भी दुबारा धोक्खें तै पाप करवाणा चाहवै सै, जो बुरी जिन्दगी तै बाळ-बाळ बचे सै।
19 promising them liberty, while they themselves are bondservants of corruption; for a man is brought into bondage by whoever overcomes him.
ये झूठ्ठे शिक्षक माणसां ताहीं कहवै सै के थम सारे काम करण खात्तर आजाद सों, जो थम करणा चाहों सों, पर वो खुद गुलाम की तरियां सै, क्यूँके उनका पापी सुभाव उन ताहीं बुरे काम करवावै सै, थम हर उस चीज के गुलाम सों जो थमनै काब्बू करै सै।
20 For if, after they have escaped the defilement of the world through the knowledge of the Lord and Savior Jesus Christ, they are again entangled in it and overcome, the last state has become worse for them than the first.
माणस इस दुनिया की बुराईयाँ तै भाज्जै सै जिब वो मसीह यीशु नै अपणा उद्धारकर्ता मान लेवै सै, पर वे फेर तै बुरे काम करण लाग्गै सै, अर वे बुरी चीज उन ताहीं काब्बू म्ह राक्खै सै, इब उनकी दशा जो के मसीह नै छोड़ देण तै सै, वो पैहल्ड़ी दशा तै भी भुंडी सै, जिब उननै मसीह पै बिश्वास करया था।
21 For it would be better for them not to have known the way of righteousness, than after knowing it, to turn back from the holy commandment delivered to them.
मेरे कहण का मतलब यो सै, के परमेसवर उन माणसां ताहीं घणा दण्ड देवैगा जो मसीह ताहीं छोड़ देवै सै, उन माणसां तै ज्यादा जो उस ताहीं कदे न्ही अपणादे, उन खात्तर यो ठीक होन्दा के वो कदे न्ही जाणते के धार्मिकता का जीवन किस तरियां जीणा सै, उन ताहीं बेरा सै के सही के सै, पर वो परमेसवर के हुकम नै कोनी मानते जो हम प्रेरितां नै उन ताहीं सिखाये सै।
22 But it has happened to them according to the true proverb, “The dog turns to his own vomit again,” and “the sow that has washed to wallowing in the mire.”
उनपै ये दो कहावत सही बेठ्ठै सै, के कुत्ता अपणी उलटी नै चाट्टै सै, अर नुहाई होई सुरी कीचड़ म्ह लोट्टण कै खात्तर फेर चली जावै सै।

< 2 Peter 2 >