< 箴言 23 >
जब तू हाकिम के साथ खाने बैठे, तो खू़ब ग़ौर कर, कि तेरे सामने कौन है?
अगर तू खाऊ है, तो अपने गले पर छुरी रख दे।
उसके मज़ेदार खानों की तमन्ना न कर, क्यूँकि वह दग़ा बाज़ी का खाना है।
मालदार होने के लिए परेशान न हो; अपनी इस 'अक़्लमन्दी से बाज़ आ।
5 你岂要定睛在虚无的钱财上吗? 因钱财必长翅膀,如鹰向天飞去。
क्या तू उस चीज़ पर आँख लगाएगा जो है ही नहीं? लेकिन लगा कर आसमान की तरफ़ उड़ जाती है?
तू तंग चश्म की रोटी न खा, और उसके मज़ेदार खानों की तमन्ना न कर;
7 因为他心怎样思量, 他为人就是怎样。 他虽对你说,请吃,请喝, 他的心却与你相背。
क्यूँकि जैसे उसके दिल के ख़याल हैं वह वैसा ही है। वह तुझ से कहता है खा और पी, लेकिन उसका दिल तेरी तरफ़ नहीं
8 你所吃的那点食物必吐出来; 你所说的甘美言语也必落空。
जो निवाला तूने खाया है तू उसे उगल देगा, और तेरी मीठी बातें बे मतलब होंगी
9 你不要说话给愚昧人听, 因他必藐视你智慧的言语。
अपनी बातें बेवक़ूफ़ को न सुना, क्यूँकि वह तेरे 'अक़्लमंदी के कलाम की ना क़द्री करेगा।
10 不可挪移古时的地界, 也不可侵入孤儿的田地;
पुरानी हदों को न सरका, और यतीमों के खेतों में दख़ल न कर,
11 因他们的救赎主大有能力, 他必向你为他们辨屈。
क्यूँकि उनका रिहाई बख़्शने वाला ज़बरदस्त है; वह खुद ही तेरे ख़िलाफ़ उनकी वक़ालत करेगा।
तरबियत पर दिल लगा, और 'इल्म की बातें सुन।
13 不可不管教孩童; 你用杖打他,他必不至于死。
लड़के से तादीब को दरेग़ न कर; अगर तू उसे छड़ी से मारेगा तो वह मर न जाएगा।
14 你要用杖打他, 就可以救他的灵魂免下阴间。 (Sheol )
तू उसे छड़ी से मारेगा, और उसकी जान को पाताल से बचाएगा। (Sheol )
ऐ मेरे बेटे, अगर तू 'अक़्लमंद दिल है, तो मेरा दिल, हाँ मेरा दिल ख़ुश होगा।
और जब तेरे लबों से सच्ची बातें निकलेंगी, तो मेरा दिल शादमान होगा।
तेरा दिल गुनहगारों पर रश्क न करे, बल्कि तू दिन भर ख़ुदावन्द से डरता रह।
क्यूँकि बदला यक़ीनी है, और तेरी आस नहीं टूटेगी।
19 我儿,你当听,当存智慧, 好在正道上引导你的心。
ऐ मेरे बेटे, तू सुन और 'अक़्लमंद बन, और अपने दिल की रहबरी कर।
तू शराबियों में शामिल न हो, और न हरीस कबाबियों में,
21 因为好酒贪食的,必致贫穷; 好睡觉的,必穿破烂衣服。
क्यूँकि शराबी और खाऊ कंगाल हो जाएँगे और नींद उनको चीथड़े पहनाएगी।
22 你要听从生你的父亲; 你母亲老了,也不可藐视她。
अपने बाप का जिससे तू पैदा हुआ सुनने वाला हो, और अपनी माँ को उसके बुढ़ापे में हक़ीर न जान।
23 你当买真理; 就是智慧、训诲,和聪明也都不可卖。
सच्चाई की मोल ले और उसे बेच न डाल; हिकमत और तरबियत और समझ को भी।
24 义人的父亲必大得快乐; 人生智慧的儿子,必因他欢喜。
सादिक़ का बाप निहायत ख़ुश होगा; और अक़्लमंद का बाप उससे शादमानी करेगा।
अपने माँ बाप को ख़ुश कर, अपनी वालिदा को शादमान रख।
26 我儿,要将你的心归我; 你的眼目也要喜悦我的道路。
ऐ मेरे बेटे, अपना दिल मुझ को दे, और मेरी राहों से तेरी आँखें ख़ुश हों।
क्यूँकि फ़ाहिशा गहरी ख़न्दक़ है, और बेगाना 'औरत तंग गढ़ा है।
वह राहज़न की तरह घात में लगी है, और बनी आदम में बदकारों का शुमार बढ़ाती है।
29 谁有祸患?谁有忧愁? 谁有争斗?谁有哀叹? 谁无故受伤?谁眼目红赤?
कौन अफ़सोस करता है? कौन ग़मज़दा है? कौन झगड़ालू है? कौन शाकी है? कौन बे वजह घायल है? और किसकी आँखों में सुर्ख़ी है?
वही जो देर तक मयनोशी करते हैं; वही जो मिलाई हुई मय की तलाश में रहते हैं।
31 酒发红,在杯中闪烁, 你不可观看, 虽然下咽舒畅, 终久是咬你如蛇,刺你如毒蛇。
जब मय लाल लाल हो, जब उसका बर'अक्स जाम पर पड़े, और जब वह रवानी के साथ नीचे उतरे, तो उस पर नज़र न कर।
क्यूँकि अन्जाम कार वह साँप की तरह काटती, और अज़दहे की तरह डस जाती है।
तेरी आँखें 'अजीब चीज़ें देखेंगी, और तेरे मुँह से उलटी सीधी बातें निकलेगी।
बल्कि तू उसकी तरह होगा जो समन्दर के बीच में लेट जाए, या उसकी तरह जो मस्तूल के सिरे पर सो रहे।
35 你必说:人打我,我却未受伤; 人鞭打我,我竟不觉得。 我几时清醒,我仍去寻酒。
तू कहेगा उन्होंने तो मुझे मारा है, लेकिन मुझ को चोट नहीं लगी; उन्होंने मुझे पीटा है लेकिन मुझे मा'लूम भी नहीं हुआ। मैं कब बेदार हूँगा? मैं फिर उसका तालिब हूँगा।