< ᎣᏍᏛ ᎧᏃᎮᏛ ᎹᏚ ᎤᏬᏪᎳᏅᎯ 11 >

1 ᎯᎠᏃ ᏄᎵᏍᏔᏅᎩ; ᏥᏌ ᎤᏍᏆᏛ ᏕᎧᏁᏤᎲ ᏔᎳᏚ ᎢᏯᏂᏛ ᎬᏩᏍᏓᏩᏗᏙᎯ, ᎤᏂᎩᏒᎩ ᎾᎿᎭᏂ, ᏚᏕᏲᎤᏒᎩ ᎠᎴ ᎤᎵᏥᏙᏅᏒᎩ ᏚᏂᏚᎿᎭᎥᎢ.
जब येशु अपने बारह शिष्यों को निर्देश दे चुके, वह शिक्षा देने और प्रचार के लिए वहां से उनके नगरों में चले गए.
2 ᎿᎭᏉᏃ ᏣᏂ ᏣᏥᏍᏚᎲ ᏧᏛᎦᏅ ᏄᏍᏛ ᏚᎸᏫᏍᏓᏁᎲ ᎦᎶᏁᏛ, ᏙᏧᏅᏎ ᎠᏂᏔᎵ ᎬᏩᏍᏓᏩᏗᏙᎯ,
बंदीगृह में जब योहन ने मसीह के कामों के विषय में सुना उन्होंने अपने शिष्यों को येशु से यह पूछने भेजा,
3 ᎯᎠ ᏅᏓᏳᏪᏎᎸᎩ; ᏂᎯᏍᎪ Ꮎ ᎤᎷᎯᏍᏗ ᏥᎩ, ᏥᎪᎨ ᏅᏩᏓᎴ ᎣᏥᎦᏖᏃᎮᏍᏗ?
“क्या आप वही है, जिसकी प्रतिज्ञा तथा प्रतीक्षा की गई हैं, या हम किसी अन्य का इंतजार करें?”
4 ᏥᏌᏃ ᎤᏁᏨ ᎯᎠ ᏂᏚᏪᏎᎸᎩ; ᏥᏍᏕᎾ ᏣᏂ ᏫᎡᏍᏗᏃᎲᏏ ᏂᎦᎥ ᎢᏍᏓᏛᎩᏍᎬᎢ ᎠᎴ ᎢᏍᏗᎪᏩᏘᏍᎬᎢ:
येशु ने उन्हें उत्तर दिया, “जो कुछ तुम देख और सुन रहे हो उसकी सूचना योहन को दे दो:
5 ᏗᏂᎨᏫ ᎠᏂᎪᏩᏘᎭ, ᏗᏂᏲᎤᎵᏃ ᎠᏁᏙᎭ, ᎠᏓᏰᏍᎩ ᏧᏂᏢᎩ ᏚᎾᏗᏩᏍᎦ, ᏧᏂᎵᎡᎾᏃ ᎠᎾᏛᎩᎭ, ᏧᏂᏲᎱᏒᎯᏃ ᏕᎨᎦᎴᏗᎭ ᎤᏲᏃ ᎢᏳᎾᏛᎿᎭᏕᎩ ᎣᏍᏛ ᎧᏃᎮᏛ ᎢᎨᎦᎵᏥᏙᏁᎭ.
अंधे देख पा रहे हैं, लंगड़े चल रहे हैं, कोढ़ के रोगियों को शुद्ध किया जा रहा है, बहिरे सुनने लगे हैं, मरे हुए दोबारा जीवित किए जा रहे हैं तथा कंगालों को सुसमाचार सुनाया जा रहा है.
6 ᎠᎴ ᎣᏏᏳ ᎢᏳᎵᏍᏓᏁᏗ ᎩᎶᏂᏗᏥᏲᏕᏍᏗᏍᎬᎾ ᎢᎨᏎᏍᏗ.
धन्य है वह, जिसका विश्वास मुझ पर से नहीं उठता.”
7 ᎢᎤᏁᏅᏃ ᏥᏌ ᎤᎴᏅᎲᎩ ᎯᎠ ᏂᏚᏪᏎᎸᎩ ᎤᏂᏣᏘ ᏣᏂ ᏚᏃᎮᏓᏁᎸᎩ; ᎦᏙ ᎢᏣᎦᏔᏅᏎ ᎢᎾᎨᎢ? ᏩᏐᎾᏍᎪ ᎤᏃᎴ ᎤᏖᎸᎮᏍᎬᎢ?
जब योहन के शिष्य वहां से जा ही रहे थे, प्रभु येशु ने भीड़ से योहन के विषय में कहना प्रारंभ किया, “तुम्हारी आशा बंजर भूमि में क्या देखने की थी? हवा में हिलते हुए सरकंडे को?
8 ᎦᏙᎨ ᎢᏣᎦᏔᏅᏎᎢ? ᎠᏍᎦᏯᏍᎪ ᏗᏩᎾᎨ ᏧᏄᏩᎢ? ᎬᏂᏳᏉ ᏗᏩᎾᎨ ᏧᎾᏄᏩᎢ ᎤᏂᎬᏫᏳᎯ ᏓᏂᏁᎸ ᎠᏁᎰᎢ.
यदि यह नहीं तो फिर क्या देखने गए थे? कीमती वस्त्र धारण किए हुए किसी व्यक्ति को? जो ऐसे वस्त्र धारण करते हैं उनका निवास तो राजमहलों में होता है.
9 ᎦᏙᎨ ᎢᏣᎦᏔᏅᏎᎢ? ᎠᏙᎴᎰᏍᎩᏍᎪ? ᎥᎥ, ᎢᏨᏲᏎᎭ, ᎠᎴ ᎤᏟᎯᏳ ᎡᏍᎦᏉ ᎠᏙᎴᎰᏍᎩ.
तुम क्यों गए थे? किसी भविष्यवक्ता से भेंट करने? हां! मैं तुम्हें बता रहा हूं कि यह वह हैं, जो भविष्यवक्ता से भी बढ़कर हैं
10 ᎾᏍᎩᏍᎩᏂ ᎯᎠ Ꮎ ᎨᎪᏪᎸ ᎯᎠ ᎠᏥᏃᎮᎸᏍᎬ ᏥᏂᎬᏅ; ᎬᏂᏳᏉ, ᏥᏅᎵ ᏥᏅᏏᏓᏍᏗ ᏣᎧᏛ ᎢᎬᏱᏗᏢ, ᎾᏍᎩ ᏓᏣᏛᏅᎢᏍᏓᏁᎵ ᏣᎶᎯᏍᏗᏱ ᎢᎬᏱᏗᏢ.
यह वह हैं जिनके विषय में लिखा गया है: “‘मैं अपना दूत तुम्हारे आगे भेज रहा हूं, जो तुम्हारे आगे-आगे जाकर तुम्हारे लिए मार्ग तैयार करेगा.’
11 ᎤᏙᎯᏳᎯᏯ ᎯᎠ ᏂᏨᏪᏎᎭ, ᎠᏂᎨᏴ ᎬᏩᏂᎾᏄᎪᏫᏒᎯ ᏥᎩ ᎥᏝ ᎩᎶ ᏳᎾᏄᎪᏨ ᎬᏩᏓᎵᏁᎯᏕᏗ ᏣᏂ ᏗᏓᏬᏍᎩ; ᎠᏎᏃ ᎤᏍᏗᎧᏂ ᎦᎸᎳᏗ ᎡᎯ ᎤᎬᏫᏳᎯ ᎨᏒ ᎤᏟ ᎠᏥᎸᏉᏗᏳ ᎡᏍᎦᏉ ᏣᏂ.
सच तो यह है कि आज तक जितने भी मनुष्य हुए हैं उनमें से एक भी बपतिस्मा देनेवाले योहन से बढ़कर नहीं. फिर भी स्वर्ग-राज्य में छोटे से छोटा भी योहन से बढ़कर है.
12 ᏣᏂᏃ ᏗᏓᏬᏍᎩ ᎤᎾᏄᎪᏨ ᏅᏓᎬᏩᏓᎴᏅᏛ ᎪᎯ ᎢᏯᏍᏘ ᎦᎸᎳᏗ ᎡᎯ ᎤᎬᏫᏳᎯ ᎨᏒ ᎠᎾᏁᎷᎩᎡᎭ, ᎠᎾᏁᎷᎩᏍᎩᏃ ᎬᏍᎦᎢᏍᏓᎩ ᏓᏂᏂᏱᎭ.
बपतिस्मा देनेवाले योहन के समय से लेकर अब तक स्वर्ग-राज्य प्रबलतापूर्वक फैल रहा है और आकांक्षी-उत्साही व्यक्ति इस पर अधिकार कर रहे हैं.
13 ᎾᏂᎥᏰᏃ ᎠᎾᏙᎴᎰᏍᎩ ᎠᎴ ᏗᎧᎿᎭᏩᏛᏍᏗ ᎠᎾᏙᎴᎰᏍᎬᎩ ᏣᏂ ᎤᎾᏄᎪᏥᎸ ᎢᏯᏍᏘ.
भविष्यद्वक्ताओं तथा व्यवस्था की भविष्यवाणी योहन तक ही थी.
14 ᎢᏳᏃ ᏗᎨᏣᏓᏂᎸᎢᏍᏗ ᎨᏎᏍᏗ, ᎾᏍᎩ ᎯᎠ ᎢᎳᏯ ᎤᎷᎯᏍᏗ ᏥᎨᏒᎩ.
यदि तुम इस सच में विश्वास कर सको तो सुनो: योहन ही वह एलियाह हैं जिनका दोबारा आगमन होना था.
15 ᎩᎶ ᏕᎦᎵᎷᎨᏍᏗ ᎤᏛᎪᏗᏱ ᎾᏍᎩ ᎠᏛᎩᏍᎨᏍᏗ.
जिसके सुनने के कान हों, वह सुन ले.
16 ᎦᏙᎨ ᏙᏓᎦᏥᏯᏟᎶᏍᏔᏂ ᎯᎠ ᎪᎯ ᏣᏁᎭ? ᏗᏂᏲᎵᏉ ᎾᏍᎩᏯ ᎦᏃᏙᏗᏱ ᏣᏂᏃᎢ ᎠᎴ ᏥᏫᏓᏂᏯᏂᏍᎪ ᎤᏁᏓᏍᏗ;
“इस पीढ़ी की तुलना मैं किससे करूं? यह बाजारों में बैठे हुए उन बालकों के समान है, जो पुकारते हुए अन्यों से कह रहे हैं:
17 ᎠᎴ ᎯᎠ ᏥᏂᏓᏂᏪᏎᎰᎢ; ᎠᏤᎷᎩ ᎣᎬᏔᏅ ᏕᏨᏃᎩᎡᎸ, ᎠᏎᏃ ᎥᏝ ᏱᏣᎵᏍᎩᏒ; ᏙᏥᏴᎬᎩ ᎢᏣᏛᎪᏗ, ᎠᏎᏃ ᎥᏝ ᏱᏗᏣᏠᏱᎸ.
“‘जब हमने तुम्हारे लिए बांसुरी बजाई, तुम न नाचे; हमने शोक गीत भी गाए, फिर भी तुम न रोए.’
18 ᏣᏂᏰᏃ ᎤᎷᏨᎩ ᎥᏝ ᏯᎵᏍᏓᏴᎲᏍᎨᎢ ᎠᎴ ᎥᏝ ᏯᏗᏔᏍᎨᎢ, ᎠᏎᏃ ᏂᎠᏂᏪᎭ; ᎠᏍᎩᎾ ᎤᏯᎠ.
योहन रोटी नहीं खाते, और दाखरस नहीं पीते थे. इसलिये लोगों ने घोषणा की, ‘उसमें दुष्टात्मा है.’
19 ᏴᏫ ᎤᏪᏥ ᎤᎷᏨ ᎠᎵᏍᏓᏴᎲᏍᎦ ᎠᎴ ᎠᏗᏔᏍᎦ, ᎯᎠᏃ ᏂᎠᏂᏪᎭ; ᎬᏂᏳᏉ ᎠᏍᎦᏯ ᎤᎬᎥᏍᎩ ᎠᎵᏍᏓᏴᏗ ᎠᎴ ᎩᎦᎨ-ᎠᏗᏔᏍᏗ, ᎠᏕᎸ ᎠᏂᎩᏏᏙᎯ ᎠᎴ ᎠᏂᏍᏕᎾ ᎤᎾᎵᎢ. ᎠᏎᏃ ᎠᎦᏔᎿᎭᎢ ᏧᏪᏥ ᎣᏏᏳ ᎢᎬᏩᏰᎸᎭ.
मनुष्य का पुत्र खाते-पीते आया, और उन्होंने घोषित कर दिया, ‘अरे, वह तो पेटू और पियक्कड़ है; वह तो चुंगी लेनेवालों और अपराधी व्यक्तियों का मित्र है!’ बुद्धि अपने कामों से सही साबित होती है.”
20 ᎿᎭᏉᏃ ᎤᎴᏅᎲᎩ ᏚᎬᏍᎪᎸᏅᎩ ᏚᏂᏚᎲᎢ ᎾᎿᎭᎤᏟ ᎢᎦᎢ ᎤᏍᏆᏂᎪᏗ ᏚᎸᏫᏍᏓᏁᎸᎢ, ᏅᏓᎦᎵᏍᏙᏗᏍᎬᎩ ᏚᎾᏓᏅᏛ ᏂᏚᏂᏁᏟᏴᏒᎾ ᎨᏒᎢ.
येशु ने अधिकांश अद्भुत काम इन्हीं नगरों में किए थे; फिर भी इन नगरों ने पश्चाताप नहीं किया था, इसलिये येशु इन नगरों को धिक्कारने लगे.
21 ᎤᏲᎢᏳ ᎢᏣᎵᏍᏓᏁᏗ ᎪᎴᏏᏂ, ᎤᏲᎢᏳ ᎢᏣᎵᏍᏓᏁᏗ ᏇᏣᏱᏗ; ᎢᏳᏰᏃ ᎤᏍᏆᏂᎪᏗ ᏕᎦᎸᏫᏍᏓᏁᎸ ᏂᎯ ᎢᏤᎲ ᏱᏙᎦᎸᏫᏍᏓᏁᎴ ᏔᏯ ᎠᎴ ᏌᏙᏂ, ᎪᎯᎩ ᏗᎬᏩᏂᏁᏟᏴᏛ ᏱᎨᏎ ᏚᎾᏓᏅᏛᎢ, ᏧᏏᏕᎾ ᏱᏚᎾᏄᏬᎡ ᎠᎴ ᎪᏍᏚ ᏳᎾᏓᏅᎵᏰᎡᎢ.
“धिक्कार है तुझ पर कोराज़ीन! धिक्कार है तुझ पर बैथसैदा! ये ही अद्भुत काम, जो तुझमें किए गए हैं यदि सोर और सीदोन नगरों में किए जाते तो वे विलाप-वस्त्र पहन, सिर पर राख डाल कब के पश्चाताप कर चुके होते!
22 ᎠᏎᏃ ᎯᎠ ᏂᏨᏪᏎᎭ; ᎡᏍᎦᏉ ᎢᎦᎢ ᎤᏂᎩᎵᏲᎢᏍᏗ ᎨᏎᏍᏗ ᏔᏯ ᎠᎴ ᏌᏙᏂ, ᏗᎫᎪᏙᏗᏱ ᎢᎦ ᎨᏎᏍᏗ, ᎤᏟᎯᏳ ᏂᎯ.
फिर भी मैं कहता हूं, सुनो: न्याय-दिवस पर सोर और सीदोन नगरों का दंड तेरे दंड से अधिक सहने योग्य होगा.
23 ᏂᎯᏃ ᎨᏆᏂ ᎦᎸᎳᏗ ᎢᏴᏛ ᏤᏣᏌᎳᏓ, ᏨᏍᎩᏃᎢ ᏮᏓᏰᎶᎥᏔᏂ; ᎢᏳᏰᏃ ᎤᏍᏆᏂᎪᏗ ᏕᎦᎸᏫᏍᏓᏁᎸ ᏂᎯ ᎢᏤᎲ ᏱᏙᎦᎸᏫᏍᏓᏁᎴ ᏐᏓᎻᏱ, ᎠᏏ ᎪᎯ ᎨᏒ ᏱᏂᎬᏩᏍᏕᏉ. (Hadēs g86)
और कफ़रनहूम, तू! क्या तू स्वर्ग तक ऊंचा किए जाने की आशा कर रहा है? अरे! तुझे तो पाताल में उतार दिया जाएगा क्योंकि जो अद्भुत काम तुझमें किए गए, यदि वे ही सोदोम नगर में किए गए होते तो वह आज भी बना होता. (Hadēs g86)
24 ᎠᏎᏃ ᎯᎠ ᏂᏨᏪᏎᎭ; ᎡᏍᎦᏉ ᎢᎦᎢ ᎤᏂᎩᎵᏲᎢᏍᏗ ᎨᏎᏍᏗ ᏐᎵᎻ ᏗᎫᎪᏙᏗᏱ ᎢᎦ ᎨᏎᏍᏗ, ᎤᏟᎯᏳ ᏂᎯ.
फिर भी आज जो मैं कह रहा हूं उसे याद रख: न्याय-दिवस पर सोदोम नगर का दंड तेरे दंड से अधिक सहने योग्य होगा.”
25 ᎾᎯᏳ ᏥᏌ ᎤᏁᏨ ᎯᎠ ᏄᏪᏒᎩ; ᎬᏯᎵᎡᎵᏤᎭ ᎡᏙᏓ, ᏣᎬᏫᏳᎯ ᎦᎸᎳᏗ ᎠᎴ ᎡᎶᎯ, ᎾᏍᎩ ᎯᎠ ᏥᏕᎲᏍᎦᎳᏁᎸ ᎠᏂᏏᎾᏌᏂ ᎠᎴ ᎠᏁᏯᏔᎯ, ᏗᏂᏲᎵᏃ ᏥᏕᎯᎾᏄᎪᏫᏎᎸ.
यह वह अवसर था जब येशु ने इस प्रकार कहा: “पिता! स्वर्ग और पृथ्वी के स्वामी, मैं आपकी स्तुति करता हूं कि आपने ये सभी सच बुद्धिमानों और ज्ञानियों से छुपा रखे और नन्हे बालकों पर प्रकट कर दिए क्योंकि पिता, आपकी दृष्टि में यही अच्छा था.
26 ᎥᎥ, ᎡᏙᏓ, ᎾᏍᎩᏰᏃ ᎣᏏᏳ ᏣᏰᎸᏅᎯ.
सच है, पिता, क्योंकि इसी में आपको परम संतोष था.
27 ᏂᎦᎥ ᎪᎱᏍᏗ ᏓᎩᏲᎯᏎᎸ ᎡᏙᏓ, ᎠᎴ ᎥᏝ ᎩᎶ ᏯᎦᏔᎭ ᎤᏪᏥ ᎤᏙᏓᏉ ᎤᏩᏒ; ᎥᏝ ᎠᎴ ᎩᎶ ᏯᎦᏔᎭ ᎠᎦᏴᎵᎨᎢ ᎤᏪᏥ ᎤᏩᏒ, ᎩᎶᏃ ᎾᏍᎩ ᏥᎾᏄᎪᏫᏏ ᎡᎳ ᎤᏪᏥ.
“मेरे पिता द्वारा सब कुछ मुझे सौंप दिया गया है. पिता के अलावा कोई पुत्र को नहीं जानता और न ही कोई पिता को जानता है, सिवाय पुत्र के तथा वे, जिन पर वह प्रकट करना चाहें.
28 ᎡᏤᎾ, ᎠᏴ ᏍᎩᎷᏥ, ᏂᎦᏗᏳ ᎠᎩᎵᏯ ᏗᏥᎸᏫᏍᏓᏁᎯ, ᎠᎴ ᎦᎨᏛ ᏗᏣᎵᏎᎯ, ᎠᏴᏃ ᏓᏨᏯᏪᏐᎸᏍᏔᏂ.
“तुम सभी, जो थके हुए तथा भारी बोझ से दबे हो, मेरे पास आओ, तुम्हें विश्राम मैं दूंगा.
29 ᎢᏥᏴ ᎠᏆᎩᎳᎾᎶ ᎠᎴ ᏍᎩᏯᏕᎶᏆᏏ, ᎠᏆᏓᏅᏘᏳᏰᏃ ᎠᎴ ᎠᏆᏓᏙᎵᏍᏗᏳ ᎠᎩᎾᏫᏱ, ᏓᏥᏩᏛᎯᏃ ᏗᏣᏓᏅᏙ ᏧᏯᏪᏐᎸᏍᏗᏱ.
मेरा जूआ अपने ऊपर ले लो और मुझसे सीखो क्योंकि मैं दीन और हृदय से नम्र हूं और तुम्हें मन में विश्राम प्राप्‍त होगा
30 ᎠᏆᎩᎳᎾᎶᏰᏃ ᏄᎯᏐᏛᎾ, ᎦᎵᏎᎲᏃ ᎤᏓᏌᎧᎯᏳ.
क्योंकि सहज है मेरा जूआ और हल्का है मेरा बोझ.”

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