< ᎣᏍᏛ ᎧᏃᎮᏛ ᎹᎦ ᎤᏬᏪᎳᏅᎯ 3 >

1 ᏔᎵᏁᏃ ᏭᏴᎴ ᏗᎦᎳᏫᎢᏍᏗᏱ; ᎾᎿᎭᏃ ᎡᏙᎮ ᎠᏍᎦᏯ ᎤᏬᏰᏂ ᎤᏩᎢᏎᎸᎯ.
और वो इबादतख़ाने में फिर दाख़िल हुआ और वहाँ एक आदमी था, जिसका हाथ सूखा हुआ था।
2 ᎬᏩᏯᏫᏎᏃ ᎤᎾᏚᎵᏍᎨ ᎤᎾᏙᎴᎰᎯᏍᏗᏱ ᎬᏩᏓᏅᏬᏗ ᎨᏒ ᎤᎾᏙᏓᏆᏍᎬ ᎢᎦ, ᎾᏍᎩ ᎬᏩᏰᎢᎵᏓᏍᏗᏱ.
और वो उसके इंतिज़ार में रहे, कि अगर वो उसे सबत के दिन अच्छा करे तो उस पर इल्ज़ाम लगाएँ।
3 ᎯᎠᏃ ᏄᏪᏎᎴ ᎠᏍᎦᏯ ᎤᏬᏰᏂ ᎤᏩᎢᏎᎸᎯ; ᎠᏰᎵ ᎭᎴᎲᎦ.
उसने उस आदमी से जिसका हाथ सूखा हुआ था कहा “बीच में खड़ा हो।”
4 ᎯᎠᏃ ᏂᏚᏪᏎᎴᎢ, ᏚᏳᎪᏗᏍᎪ ᎣᏍᏛ ᏗᎦᎸᏫᏍᏓᏁᏗᏱ ᎤᎾᏙᏓᏆᏍᎬ ᎢᎦ, ᎤᏲᎨ ᏗᎦᎸᏫᏍᏓᏁᏗᏱ? ᎬᏅ ᎩᎶ ᎠᏍᏕᎸᎡᏗᏱ, ᎠᎯᏍᏗᏱᎨ? ᎡᎳᏪᏉᏃ ᎤᏅᏎᎢ.
और उसने कहा “सबत के दिन नेकी करना जाएज़ है या बदी करना? जान बचाना या क़त्ल करना?” वो चुप रह गए।
5 ᎤᏐᏅᏤᎯᏃ ᏕᎤᎧᎿᎭᏅ ᎾᏍᎩ ᎬᏩᏚᏫᏛ ᏄᎾᏛᏅ, ᎤᏕᏯᏔᏁᎲ ᏗᏍᏓᏱᏳ ᎨᏒ ᏧᏂᎾᏫ, ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎴ ᎠᏍᎦᏯ; ᎭᏙᏯᏅᎯᏛ. ᎤᏙᏯᏅᎯᏕᏃ, ᎤᏬᏰᏂᏃ ᎬᏩᏃᏍᏛ ᏄᎵᏍᏔᏁ ᎾᏍᎩᏯ ᏐᎢ ᏄᏍᏛᎢ.
उसने उनकी सख़्त दिली की वजह से ग़मगीन होकर और चारों तरफ़ उन पर ग़ुस्से से नज़र करके उस आदमी से कहा, “अपना हाथ बढ़ा।” उस ने बढ़ा दिया, और उसका हाथ दुरुस्त हो गया।
6 ᎠᏂᏆᎵᏏᏃ ᎤᏂᏄᎪᏨ, ᎩᎳᏉ ᎢᏴᏛ ᏭᎾᎵᏃᎮᎴ ᎡᎶᏛ ᎬᏩᏍᏕᎵᏍᎩ ᎬᏩᏡᏗᏍᎬ, ᎾᏍᎩ ᎢᏳᏅᏁᏗᏱ ᎤᏂᎯᏍᏗᏱ.
फिर फ़रीसी फ़ौरन बाहर जाकर हेरोदियों के साथ उसके ख़िलाफ़ मशवरा करने लगे। कि उसे किस तरह हलाक करें।
7 ᏥᏌᏃ ᎤᏓᏅᏎ ᏚᏘᏅᏎ ᎬᏩᏍᏓᏩᏗᏙᎯ ᎥᏓᎵ ᏭᏂᎶᏎᎢ; ᎤᏂᏣᏘᏃ ᎬᏩᏍᏓᏩᏛᏎᎢ, ᏅᏓᏳᏂᎶᏒᎯ ᎨᎵᎵ, ᎠᎴ ᏧᏗᏱ,
और ईसा अपने शागिर्दों के साथ झील की तरफ़ चला गया, और गलील से एक बड़ी भीड़ उसके पीछे हो ली।
8 ᎠᎴ ᏥᎷᏏᎵᎻ, ᎠᎴ ᎢᏙᎻᏱ, ᎠᎴ ᏦᏓᏂ ᎢᏍᎪᏂᏗᏢ; ᎠᎴ ᏓᏯ ᎠᎴ ᏌᏙᏂ ᎾᎥ ᏗᏁᎯ, ᎤᏣᏘ ᎠᏂᎪᏗᏳ, ᎾᏍᎩ ᎤᎾᏛᎦᏅ ᏂᎦᎥ ᎤᏍᏆᏂᎪᏗ ᏕᎤᎸᏫᏍᏓᏁᎸ, ᎬᏩᎷᏤᎴᎢ.
और यहूदिया और येरूशलेम इदूमया से और यरदन के पार सूर और सैदा के शहरों के आस पास से एक बड़ी भीड़ ये सुन कर कि वो कैसे बड़े काम करता है उसके पास आई।
9 ᏚᏁᏤᎴᏃ ᎬᏩᏍᏓᏩᏗᏙᎯ, ᎾᏍᎩ ᏥᏳ ᎤᎦᏘᏗᏍᏗᏱ, ᎤᏂᏣᏘ ᎨᏒ ᎢᏳᏍᏗ, ᎾᏍᎩ ᎬᏩᏁᏄᎳᏍᏙᏗᏱ ᏂᎨᏒᎾ.
पस उसने अपने शागिर्दों से कहा भीड़ की वजह से एक छोटी नाव मेरे लिए तैयार रहे “ताकि वो मुझे दबा न दें।”
10 ᎤᏂᏣᏖᏰᏃ ᏚᏅᏩᏁᎢ; ᎾᏍᎩ ᎢᏳᏍᏗ ᎬᏩᏁᏄᎳᏍᏗᏍᎨ ᎬᏩᏃᏟᏍᏙᏗᏱ ᎤᎾᏚᎵᏍᎨᎢ, ᏂᎦᏛ ᎪᎱᏍᏗ ᏗᎾᎵᏍᏗᏍᎩ.
क्यूँकि उस ने बहुत लोगों को अच्छा किया था, चुनाँचे जितने लोग जो सख़्त बीमारियों में गिरफ़्तार थे, उस पर गिरे पड़ते थे, कि उसे छू लें।
11 ᎠᎴ ᏗᎦᏓᎭ ᏗᏓᏅᏙ, ᎢᏳᏃ ᎬᏩᎪᏩᏛ, ᎡᎳᏗ ᎬᏩᏓᏅᏁᎮ, ᎠᎴ ᎠᏁᎷᎲᏍᎨ, ᎯᎠ ᎾᏂᏪᏍᎨᎢ, ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎤᏪᏥ ᏂᎯ.
और बदरूहें जब उसे देखती थीं उसके आगे गिर पड़ती और पुकार कर कहती थीं, “तू ख़ुदा का बेटा है।”
12 ᎤᎵᏂᎩᏛᏃ ᏚᏁᏤᎴ ᎾᏍᎩ ᎬᏂᎨᏒ ᎢᎬᏩᏁᏗᏱ ᏂᎨᏒᎾ.
और वो उनको बड़ी ताकीद करता था, मुझे ज़ाहिर न करना।
13 ᎤᎿᎭᎷᏎᏃ ᎣᏓᎸᎢ, ᎠᎴ ᏚᏯᏅᎮ ᎾᏍᎩ ᎤᏚᎵᏍᎬ ᏧᏯᏅᏗᏱ; ᎠᎴ ᎬᏩᎷᏤᎮᎢ.
फिर वो पहाड़ पर चढ़ गया, और जिनको वो आप चाहता था उनको पास बुलाया, और वो उसके पास चले गए।
14 ᎠᎴ ᏚᏑᏰᏎ ᏔᎳᏚ ᎢᏯᏂᏛ, ᎾᏍᎩ ᎬᏩᏍᏓᏩᏗᏓᏍᏗᏱ, ᎠᎴ ᎾᏍᎩ ᏧᏅᏍᏗᏱ ᎤᎾᎵᏥᏙᏂᏓᏍᏗᏱ,
और उसने बारह को मुक़र्रर किया, ताकि उसके साथ रहें और वो उनको भेजे कि मनादी करें।
15 ᎠᎴ ᏧᎵᏍᎪᎸᏓᏁᏗᏱ ᏚᏂᏢᎬ ᏧᏂᏅᏬᏗᏱ, ᎠᎴ ᎠᏂᏍᎩᎾ ᏧᏂᏄᎪᏫᏍᏗᏱ;
और बदरूहों को निकालने का इख़्तियार रखे।
16 ᏌᏩᏂᏃ ᏈᏓ ᏚᏬᎡᎢ.
वो ये हैं शमौन जिसका नाम पतरस रखा।
17 ᎠᎴ ᏥᎻ ᏤᏈᏗ ᎤᏪᏥ, ᎠᎴ ᏣᏂ ᏥᎻ ᏗᎾᏓᏅᏟ; ᎠᎴ ᎾᏍᎩ ᏉᎠᎾᏥ ᏚᏬᎡᎢ, ᎾᏍᎩ ᎠᏴᏓᏆᎶᏍᎩ ᏧᏪᏥ ᎦᏛᎦ;
और ज़ब्दी का बेटा याक़ूब और याक़ूब का भाई यूहन्ना जिस का नाम बु'आनर्गिस या'नी गरज के बेटे रखा।
18 ᎠᎴ ᎡᏂᏗ, ᎠᎴ ᏈᎵᎩ, ᎠᎴ ᏆᏙᎳᎻ, ᎠᎴ ᎹᏚ, ᎠᎴ ᏓᎻ, ᎠᎴ ᏥᎻ ᎡᎵᏈ ᎤᏪᏥ, ᎠᎴ ᏓᏗᏯ, ᎠᎴ ᏌᏩᏂ ᎠᎨᎾᏂᏗ,
और अन्द्रियास, फ़िलिप्पुस, बरतुल्माई, और मत्ती, और तोमा, और हलफ़ी का बेटा और तद्दी और शमौन कना'नी।
19 ᎠᎴ ᏧᏓᏏ ᎢᏍᎦᎳᏗ, ᎾᏍᎩ ᏍᏉ ᏧᎶᏄᎮᎴᎢ; ᎠᏓᏁᎸᏃ ᏭᏂᎶᏎᎢ.
और यहूदाह इस्करियोती जिस ने उसे पकड़वा भी दिया।
20 ᎤᏂᏣᏘᏃ ᏔᎵᏁ ᏚᏂᎳᏫᏦᎴᎢ, ᏍᎩ ᎢᏳᏍᏗ ᎾᏍᏉ ᏂᎤᏟᏍᏕ ᎦᏚ ᎤᏂᎩᏍᏗᏱ.
वो घर में आया और इतने लोग फिर जमा हो गए, कि वो खाना भी न खा सके।
21 ᎪᎱᏍᏗᏃ ᏧᏩᏅ ᎤᎾᏛᎦᏅ, ᎤᏁᏅᏎ ᎬᏩᏂᏴᎲᏎᎢ; ᎯᎠᏰᏃ ᎾᏂᏪᏍᎨᎢ, ᎤᎸᏃᏘᎭ.
जब उसके अज़ीज़ों ने ये सुना तो उसे पकड़ने को निकले, क्यूँकि वो कहते थे“वो बेख़ुद है।”
22 ᏗᏃᏪᎵᏍᎩᏃ ᏥᎷᏏᎵᎻ ᏅᏓᏳᏂᎶᏒᎯ, ᎯᎠ ᎾᏂᏪᏍᎨᎢ, ᏇᎵᏥᏆ ᎤᏪᎭ, ᎠᎴ ᎤᎬᏫᏳᎯ ᎠᏂᏍᎩᎾ ᎤᎾᏤᎵᎦ ᎬᏗᎭ ᏕᎦᏄᎪᏫᏍᎦ ᎠᏂᏍᎩᎾ.
और आलिम जो येरूशलेम से आए थे, ये कहते थे “उसके साथ बा'लज़बूल है” और ये भी कि “वो बदरूहों के सरदार की मदद से बदरूहों को निकालता है।”
23 ᎾᏍᎩᏃ ᏫᏚᏯᏅᎲ, ᎯᎠ ᏂᏚᏪᏎᎴ ᏚᏟᎶᏍᏓᏁᎴᎢ, ᎦᏙ ᏱᎦᎵᏍᏙᏓ ᏎᏓᏂ ᏱᎦᏄᎪᏩ ᏎᏓᏂ?
वो उनको पास बुलाकर उनसे मिसालों में कहने लगा “कि शैतान को शैतान किस तरह निकाल सकता है?
24 ᎢᏳ ᎠᎴ ᎠᏰᎵ ᎪᏢᏒ ᏔᎵ ᏱᏄᏓᎠ, ᎤᏩᏒᏉ ᏯᏓᏡᏗᎭ, ᎥᏝ ᏰᎵ ᏱᏂᎬᏩᏍᏗᏉ ᎾᏍᎩ ᎠᏰᎵ ᎪᏢᏒᎢ.
और अगर किसी सल्तनत में फ़ूट पड़ जाए तो वो सल्तनत क़ाईम नहीं रह सकती।
25 ᎢᏳ ᎠᎴ ᏏᏓᏁᎸ ᎨᏒ ᏔᎵ ᏱᏄᏓᎠ, ᎤᏩᏒᏉ ᏯᏓᏡᏗᎭ, ᎾᏍᎩ ᏏᏓᏁᎸ ᎨᏒ ᎥᏝ ᏰᎵ ᏱᏂᎬᏩᏍᏗᏉ.
और अगर किसी घर में फ़ूट पड़ जाए तो वो घर क़ाईम न रह सकेगा।
26 ᎢᏳ ᎠᎴ ᏎᏓᏂ ᏱᏚᎴᏅ ᎤᏩᏒ ᏱᏚᏓᎦᏘᎴᏅ, ᎠᎴ ᏔᎵ ᏱᏄᏓᎠ, ᎥᏝ ᏰᎵ ᏱᏂᎬᏩᏍᏗᏉ, ᏱᏩᏍᏔᏉᏍᎩᏂ ᎡᎲᎢ.
और अगर शैतान अपना ही मुख़ालिफ़ होकर अपने में फ़ूट डाले तो वो क़ाईम नहीं रह सकता, बल्कि उसका ख़ातिमा हो जाएगा।”
27 ᎥᏝ ᎩᎶ ᎤᎵᏂᎩᏛ ᎠᏍᎦᏯ ᎦᏁᎸ ᏴᎬᏴᎭ, ᎠᎴ ᏴᎬᏬᏅ ᎤᎿᎭᎥᎢ, ᎬᏂ ᎢᎬᏱ ᏳᎸᎸ ᎾᏍᎩ ᎤᎵᏂᎩᏛ ᎠᏍᎦᏯ; ᎩᎳ ᎿᎭᏉ ᏯᏬᏅ ᎦᏁᎸ ᎤᎿᎭᎥᎢ.
“लेकिन कोई आदमी किसी ताक़तवर के घर में घुसकर उसके माल को लूट नहीं सकता जब तक वो पहले उस ताक़तवर को न बाँध ले तब उसका घर लूट लेगा।”
28 ᎤᏙᎯᏳᎯᏯ ᎢᏨᏲᏎᎭ, ᏂᎦᎥ ᎠᏍᎦᏅᎢᏍᏗ ᎨᏒ, ᎦᎨᏥᏙᎵᏍᏗᏉ ᎨᏎᏍᏗ ᏴᏫ ᏧᏁᏥ, ᎠᎴ ᎠᏐᏢᎢᏍᏙᏗ ᎨᏒ, ᏂᎦᎥ ᎬᏩᏂᏐᏢᎢᏍᏙᏗ ᎨᏒᎢ;
“मैं तुम से सच कहता हूँ, कि बनी आदम के सब गुनाह और जितना कुफ़्र वो बकते हैं मु'आफ़ किया जाएगा।
29 ᎩᎶᏍᎩᏂ ᎦᎸᏉᏗᏳ ᎠᏓᏅᏙ ᎠᏐᏢᎢᏍᏗᏍᎨᏍᏗ, ᎥᏝ ᎢᎸᎯᏳ ᎦᏰᏥᏙᎵᏍᏗ ᏱᎨᏎᏍᏗ, ᏗᎦᏰᎫᎪᏓᏁᏗᏉᏍᎩᏂ ᏫᎾᏍᏛᎾ ᎤᏍᏛᏗᏍᏗᏱ; (aiōn g165, aiōnios g166)
लेकिन जो कोई रूह — उल — क़ुददूस के हक़ में कुफ़्र बके वो हसेशा तक मु'आफ़ी न पाएगा; बल्कि वो हमेशा गुनाह का क़ुसूरवार है।” (aiōn g165, aiōnios g166)
30 ᏅᏗᎦᎵᏍᏙᏗᏍᎨᎢ, ᎦᏓᎭ ᎠᏓᏅᏙ ᎤᏯᎠ, ᎤᎾᏛᏅᎢ.
क्यूँकि वो कहते थे, कि उस में बदरूह है।
31 ᎿᎭᏉᏃ ᎬᏩᎷᏤᎴ ᎠᎾᎵᏅᏟ, ᎠᎴ ᎤᏥ, ᎠᎴ ᏙᏱᏗᏢ ᏓᏂᏙᎨ, ᎤᎾᏓᏅᏎ ᏫᎬᏩᏯᏂᏍᎨᎢ.
फिर उसकी माँ और भाई आए और बाहर खड़े होकर उसे बुलवा भेजा।
32 ᎤᏂᏣᏘᏃ ᎠᏂᏁ ᎬᏩᏓᏡᏫᏍᏕᎢ; ᎯᎠᏃ ᏂᎬᏩᏪᏎᎴᎢ, ᎬᏂᏳᏉ, ᏣᏥ ᎠᎴ ᎢᏣᎵᏅᏟ ᏙᏱᏗᏢ ᏗᎨᏣᏲᎭ.
और भीड़ उसके आसपास बैठी थी, उन्होंने उस से कहा “देख तेरी माँ और तेरे भाई बाहर तुझे पूछते हैं”
33 ᏚᏁᏤᎴᏃ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎢ, ᎦᎪ ᎡᏥ, ᎠᎴ ᎣᏣᎵᏅᏟ?
उसने उनको जवाब दिया “मेरी माँ और मेरे भाई कौन हैं?”
34 ᎬᏩᏚᏫᏛᏃ ᏚᎧᎿᎭᏂᏙᎸ ᎤᏬᎸ ᎾᎥ ᎠᏂᏂ ᏚᎧᎾᏅ ᎯᎠ ᏄᏪᏎᎢ; ᎬᏂᏳᏉ ᎡᏥ, ᎠᎴ ᎣᏣᎵᏅᏟ?
और उन पर जो उसके पास बैठे थे नज़र करके कहा “देखो, मेरी माँ और मेरे भाई ये हैं।
35 ᎩᎶᏰᏃ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎤᏚᎵᏍᎬ ᎾᏛᏁᎮᏍᏗ, ᎾᏍᎩ ᏦᏍᏓᏓᏅᏟ, ᎠᎴ ᎥᎩᏙ, ᎠᎴ ᎡᏥ.
क्यूँकि जो कोई ख़ुदा की मर्ज़ी पर चले वही मेरा भाई और मेरी बहन और माँ है।”

< ᎣᏍᏛ ᎧᏃᎮᏛ ᎹᎦ ᎤᏬᏪᎳᏅᎯ 3 >