< ᎪᎵᏂᏗᏱ ᎠᏁᎯ ᏔᎵᏁ ᎨᎪᏪᎳᏁᎸᎯ 1 >

1 ᏉᎳ, ᏥᏌ ᎦᎶᏁᏛ ᎠᎩᏅᏏᏛ ᎾᏍᎩᏯ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎤᏓᏅᏖᎸᎢ, ᎠᎴ ᏗᎹᏗ ᎢᎩᏅᏟ, ᏫᏨᏲᏪᎳᏏ ᏗᏣᏁᎶᏗ ᎢᏣᏓᏡᎬ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎤᏤᎵᎦ ᎪᎵᏂᏗᏱ ᏥᏣᏓᏡᎬ, ᎠᎴ ᏂᎦᏛ ᎢᏣᏓᏅᏘ ᏂᎬᎾᏛ ᎠᎦᏯ ᎢᏤᎲᎢ;
पौलुस की तरफ़ जो ख़ुदा की मर्ज़ी से मसीह ईसा का रसूल है और भाई तीमुथियुस की तरफ़ से ख़ुदा की उस कलीसिया के नाम जो कुरिन्थुस शहर में है और तमाम अख़िया के सब मुक़द्दसों के नाम पौलुस का ख़त।
2 ᎬᏩᎦᏘᏯ ᎤᏓᏙᎵᏍᏗ ᎨᏒ ᎠᎴ ᏅᏩᏙᎯᏯᏛ ᎢᏤᎳᏗᏙᎮᏍᏗ ᏅᏓᏳᎾᎵᏍᎪᎸᏔᏅᎯ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎢᎩᏙᏓ, ᎠᎴ ᎤᎬᏫᏳᎯ ᏥᏌ ᎦᎶᏁᏛ.
हमारे बाप ख़ुदा और ख़ुदावन्द ईसा मसीह की तरफ़ से तुम्हें फ़ज़ल और इत्मीनान हासिल होता रहे; आमीन।
3 ᎦᎸᏉᏙᏗ ᎨᏎᏍᏗ ᎤᏁᎳᏅᎯ, ᎾᏍᎩ ᎤᏙᏓ ᎤᎬᏫᏳᎯ ᎢᎦᏤᎵ ᏥᏌ ᎦᎶᏁᏛ, ᎤᏓᏙᎵᏣᏘ ᎠᎦᏴᎵᎨᎢ, ᎾᏍᎩ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᏂᎦᎥ ᎠᏓᎦᎵᏍᏓᏗᏍᎩ;
हमारे ख़ुदावन्द ईसा मसीह के ख़ुदा और बाप की हम्द हो जो रहमतों का बाप और हर तरह की तसल्ली का ख़ुदा है।
4 ᎾᏍᎩ ᎣᎩᎦᎵᏍᏓᏗᏍᎩ ᏥᎩ ᏂᎦᎥ ᏧᏓᎴᏅᏛ ᎣᏥᎩᎵᏲᎬᎢ, ᎾᏍᎩ ᎢᏳᏩᏂᏐᏗᏱ ᏰᎵ ᏗᎦᏲᏥᎦᎵᏍᏓᏗᏍᏗ ᎠᏂᎩᎵᏲᎩ, ᎦᏲᎬᏙᏗ ᎾᏍᎩ ᎠᏓᎦᎵᏍᏓᏗᏍᎩ ᎣᎬᏒ ᎣᎩᎦᎵᏍᏓᏗᏍᏗᏍᎬ ᎤᏁᎳᏅᎯ.
वो हमारी सब मुसीबतों में हम को तसल्ली देता है; ताकि हम उस तसल्ली की वजह से जो ख़ुदा हमें बख़्शता है उनको भी तसल्ली दे सकें जो किसी तरह की मुसीबत में हैं।
5 ᎾᏍᎩᏯᏰᏃ ᎦᎶᏁᏛ ᎤᎩᎵᏲᏨ ᎤᏣᏘ ᏦᏥᎩᎵᏲᎦ, ᎾᏍᎩᏯ ᎾᏍᏉ ᎤᏣᏔ ᎣᎩᏁᎭ ᎠᏓᎦᎵᏍᏓᏗᏍᎩ ᎦᎶᏁᏛ ᎨᏒ ᏅᏓᏳᏓᎴᏅᎯ.
क्यूँकि जिस तरह मसीह के दु: ख हम को ज़्यादा पहुँचते हैं; उसी तरह हमारी तसल्ली भी मसीह के वसीले से ज़्यादा होती है।
6 ᎢᏳ ᎠᎴ ᎾᏍᏉ ᏲᏥᎩᎵᏲᎦ, ᎢᏥᎦᎵᏍᏓᏗᏍᏗ ᎠᎴ ᎢᏣᎵᏍᏕᎸᏙᏗ ᎤᎬᏩᎳ, ᎾᏍᎩ ᏥᏥᏩᏛᎡᎭ ᏗᏨᏂᏗᏳ ᎢᏥᎩᎵᏲᎢᏍᏗᏱ ᎠᏴ ᎣᏥᎩᎵᏲᎬ ᎤᏠᏱ; ᎢᏳ ᎠᎴ ᎤᎦᎵᏍᏗ ᏲᎦᏓᏅᏔ, ᎢᏥᎦᎵᏍᏓᏗᏍᏗ ᎠᎴ ᎢᏣᎵᏍᏕᎸᏙᏗ ᎤᎬᏩᎳ.
अगर हम मुसीबत उठाते हैं तो तुम्हारी तसल्ली और नजात के वास्ते और अगर तसल्ली पाते हैं तो तुम्हारी तसल्ली के वास्ते; जिसकी तासीर से तुम सब के साथ उन दुखों को बर्दाश्त कर लेते हो; जो हम भी सहते हैं।
7 ᎠᎴ ᎤᏚᎩ ᎢᏨᏴᏒ ᎤᎵᏂᎩᏗᏳ, ᏅᏗᎦᎵᏍᏙᏗᎭ ᏦᏥᎦᏔᎭ, ᎾᏍᎩ ᎢᏣᏠᏯᏍᏗᏍᎬ ᎠᎩᎵᏲᎢᏍᏗ ᎨᏒᎢ, ᎾᏍᎩᏯ ᎾᏍᏉ ᎢᏣᏠᏯᏍᏙᏗ ᎨᏎᏍᏗ ᎤᎦᎵᏍᏗ ᎨᏒᎢ.
और हमारी उम्मीद तुम्हारे बारे में मज़बूत है; क्यूँकि हम जानते हैं कि जिस तरह तुम दु: खों में शरीक हो उसी तरह तसल्ली में भी हो।
8 ᎥᏝᏰᏃ ᏲᎦᏚᎵᎭ, ᎢᏓᎵᏅᎵ, ᏂᏥᎦᏔᎲᎾᏉ ᎢᏳᎵᏍᏙᏗᏱ ᎾᏍᎩ ᎤᏕᏯᏙᏗ ᎣᎩᎷᏤᎸ ᎡᏏᏱ, ᎾᏍᎩ ᎤᎶᏒᏍᏔᏅᎯ ᎦᎨᏛ ᎣᎩᎷᏤᎸᎢ, ᎤᎶᏒᏍᏔᏅᎯ ᏂᏙᎦᎵᏂᎬᎬᎢ, ᎾᏍᎩᏃ ᏅᏓᎦᎵᏍᏙᏗᏍᎬᎩ ᎣᎦᎸᏲᎵᎸᎩ ᏦᎦᏛᏂᏗᏍᏗᏱ;
ऐ, भाइयों! हम नहीं चाहते कि तुम उस मुसीबत से ना वाक़िफ़ रहो जो आसिया में हम पर पड़ी कि हम हद से ज़्यादा और ताक़त से बाहर पस्त हो गए; यहाँ तक कि हम ने ज़िन्दगी से भी हाथ धो लिए।
9 ᎠᏎᏃ ᎣᎩᎲᎩ ᏦᎩᏲᎱᎯᏍᏗᏱ ᏚᏚᎪᏔᏅᎢ, ᎾᏍᎩ ᏱᎬᏒᏉ ᎣᎦᏓᎵᏍᎦᏍᏙᏗᏱ ᏂᎨᏒᎾ, ᎤᏁᎳᏅᎯᏍᎩᏂ ᎣᏣᎵᏍᎦᏍᏙᏗᏱ, ᎾᏍᎩ Ꮎ ᏧᏂᏲᎱᏒᎯ ᏗᎴᎯᏐᏗᏍᎩ;
बल्कि अपने ऊपर मौत के हुक्म का यक़ीन कर चुके थे ताकि अपना भरोसा न रख्खें बल्कि ख़ुदा का जो मुर्दों को जिलाता है।
10 ᎾᏍᎩ Ꮎ ᎣᎫᏓᎴᏛ ᎾᏍᎩ ᎢᏳᎾᏰᎯᏍᏗ ᎠᏲᎱᎯᏍᏗ ᎨᏒᎢ, ᎠᎴ ᎾᏍᎩ Ꮎ ᎠᏏ ᏦᎫᏓᎴᎭ; ᎾᏍᎩ ᎤᏚᎩ ᏦᏨᎾᏁᎭ ᎠᏏᏉ ᎣᎫᏓᎴᏍᏗᏱ;
चुनाँचे उसी ने हम को ऐसी बड़ी हलाकत से छुड़ाया और छुड़ाएगा; और हम को उसी से ये उम्मीद है कि आगे को भी छुड़ाता रहेगा।
11 ᏂᎯ ᎾᏍᏉ ᏍᎩᏍᏕᎵᏍᎬ ᎢᏣᏓᏙᎵᏍᏗᏍᎬ ᎣᎩᏍᏕᎸᏗᏱ, ᎾᏍᎩ ᎣᎩᏙᎵᏨ ᎤᏂᏣᏘ ᎢᏳᏅᏂᏌᏛ ᏅᏓᏳᎵᏍᏙᏗᏱ ᎤᏂᏣᏘ ᎤᎾᎵᎮᎵᏤᏗᏱ [ ᎤᏁᎳᏅᎯ ] ᎠᏴ ᎨᏒ ᎢᏳᏍᏗ.
अगर तुम भी मिलकर दुआ से हमारी मदद करोगे ताकि जो नेअ'मत हम को बहुत लोगों के वसीले से मिली उसका शुक्र भी बहुत से लोग हमारी तरफ़ से करें।
12 ᎯᎠᏰᏃ ᏅᏗᎦᎵᏍᏙᏗᎭ ᏦᏣᎵᎮᎵᎦ, ᎾᏍᎩ ᏦᎦᏓᏅᏙᎩ ᎪᎯᏳᏗᏍᎬᎢ, ᏃᏨᏗᏍᎬᎾ ᎤᏇᏓᎵᏉ ᎤᎬᏩᎵ ᎠᎦᏙᎥᎯᏍᏗ ᎨᏒᎢ, ᎤᏁᎳᏅᎯᏍᎩᏂ ᎬᏩᎦᏘᏯ ᎤᏓᏙᎵᏍᏗ ᎨᏒ ᎣᎩᏍᏕᎵᏍᎬᎢ, ᏄᏠᎾᏍᏛᎾ ᎨᏒ ᎣᏨᏗᏍᎬ ᎣᎨᏙᎸ ᎠᏂ ᎡᎶᎯ ᎨᏒᎢ; ᎠᎴ Ꮀ ᎤᎬᏫᏳᎭ ᏂᎯ ᎢᏤᎲᎢ.
क्यूँकि हम को अपने दिल की इस गवाही पर फ़ख़्र है कि हमारा चाल चलन दुनिया में और ख़ासकर तुम में जिस्मानी हिक्मत के साथ नहीं बल्कि ख़ुदा के फ़ज़ल के साथ ऐसी पाकीज़गी और सफ़ाई के साथ रहा जो ख़ुदा के लायक़ है।
13 ᎥᏝᏰᏃ ᏅᏩᏓᎴ ᎪᎱᏍᏗ ᏱᏨᏲᏪᎳᏁᎭ, ᎾᏍᎩ Ꮎ ᎤᏩᏒ ᏥᏥᎦᏔᎭ ᎠᎴ ᎾᏍᏉ ᏥᏕᏣᏓᏂᎸᏨ; ᎠᎴ ᎤᏚᎩ ᎠᏋᎭ ᎬᎵᏍᏆᏗᏍᎩ ᏗᏣᏓᏂᎸᎢᏍᏗᏱ ᎨᏒᎢ;
हम और बातें तुम्हें नहीं लिखते सिवा उन के जिन्हें तुम पढ़ते या मानते हो, और मुझे उम्मीद है कि आख़िर तक मानते रहोगे।
14 ᎾᏍᎩᏯ ᎾᏍᏉ ᏰᎵᎦᎾᎨ ᏗᏍᎩᏯᏓᏂᎸᏨᎯ ᏥᎩ, ᎾᏍᎩ ᎠᏴ ᎨᏒ ᎢᏨᏯᎵᎡᎵᏍᏗᏍᎬᎢ, ᎾᏍᎩᏯ ᏍᎩᏯᎵᎡᎵᏍᏙᏗ ᏥᎩ, ᎾᎯᏳ ᎤᎬᏫᏳᎯ ᏥᏌ ᎤᏤᎵ ᎢᎦ ᎨᏎᏍᏗ.
चुनाँचे तुम में से कितनों ही ने मान भी लिया है कि हम तुम्हारा फ़ख़्र हैं; जिस तरह हमारे ख़ुदावन्द ईसा के दिन तुम भी हमारा फ़ख़्र रहोगे।
15 ᎾᏍᎩᏃ ᎯᎠ ᏄᏍᏛ ᎠᏉᎯᏳᏒ ᎠᏆᏓᏅᏖᎸᎩ ᎪᎯ ᎨᏒ ᎠᏏ ᎾᏍᏆᎵᏍᎬᎾ ᏫᏨᎷᏤᏗᏱ, ᎾᏍᎩ ᎢᏳᏩᏂᏐᏗᏱ ᏔᎵᏁ ᎣᏍᏛ ᎢᏣᏓᏅᏓᏗᏍᏗᏱ;
और इसी भरोसे पर मैंने ये इरादा किया था, कि पहले तुम्हारे पास आऊँ; ताकि तुम्हें एक और नेअ'मत मिले।
16 ᎠᎴ ᏫᏨᎶᎢᏍᏓᏁᏗᏱ ᎹᏏᏙᏂ ᏩᎩᎷᎯᏍᏗᏱ, ᎠᎴ ᎹᏏᏙᏂ ᏗᎦᏂᎩᏒ ᏔᎵᏁ ᏅᏓᏨᎷᏤᏗᏱ, ᎠᎴ ᏧᏗᏱ ᏫᏥᎦᏛ ᏍᎩᏯᏘᏅᏍᏗᏱ.
और तुम्हारे शहर से होता हुआ मकिदुनिया सूबे को जाऊँ और मकिदुनिया से फिर तुम्हारे पास आऊँ, और तुम मुझे यहूदिया की तरफ़ रवाना कर दो।
17 ᎾᏍᎩᏃ ᏥᏄᏍᏛ ᏣᏆᏓᏅᏖᎸᎩ, ᏅᎵᏌᎵᏉᏍᎪ ᎠᎩᏰᎸᎯ ᎨᏎᎢ? ᎠᎴ ᎪᎱᏍᏗ ᎦᏓᏅᏛᎵ, ᏥᎪ ᎤᏇᏓᎵ ᎤᏓᏅᏖᏗ ᎦᏓᏖᏍᎪᎢ, ᎾᏍᎩᏃ ᎠᏴ ᏥᏁᎬ ᎯᎠᏉ ᏱᏄᏍᏗ, ᎥᎥ, ᎥᎥ, ᎠᎴ ᎥᏝ, ᎥᏝ?
पस मैंने जो इरादा किया था शोखमिज़ाजी से किया था? या जिन बातों का इरादा करता हूँ क्या जिस्मानी तौर पर करता हूँ कि हाँ हाँ भी करूँ और नहीं नहीं भी करूँ?
18 ᎤᏁᎳᏅᎯᏍᎩᏂ ᏄᏓᎵᏓᏍᏛᎾ ᏥᎩ, ᎾᏍᎩ [ ᏄᏙᎯᏳᎭ ] ᎠᏴ ᎢᏨᏁᏤᎲ ᎥᎥ ᎠᎴ ᎥᏝ ᏂᎨᏒᎾ ᎨᏒᎢ.
ख़ुदा की सच्चाई की क़सम कि हमारे उस कलाम में जो तुम से किया जाता है हाँ और नहीं दोनों पाई नहीं जाती।
19 ᎤᏁᎳᏅᎯᏰᏃ ᎤᏪᏥ ᏥᏌ ᎦᎶᏁᏛ, ᎾᏍᎩ ᎢᏤᎲ ᎢᏨᏯᎵᏥᏙᏁᎸᎯ ᏥᎩ, ᎾᏍᎩ ᎠᏴ, ᎠᎴ ᏏᎵᏪᎾ, ᎠᎴ ᏗᎹᏗ ᎢᏨᏯᎵᏥᏙᏁᎸᎯ ᏥᎩ, ᎥᎥ ᎠᎴ ᎥᏝ ᎤᏛᏗᏱ ᎥᏝ ᏲᎦᏛᏁᎢ, ᎥᎥᏍᎩᏂ ᎤᏩᏒ ᎤᏛᏗᏱ ᎬᏂᎨᏒ ᏃᎬᏁᎸᎩ.
क्यूँकि ख़ुदा का बेटा ईसा मसीह जिसकी मनादी हम ने या'नी मैंने और सिलवानुस और तीमुथियुस ने तुम में की उस में हाँ और नहीं दोनों न थीं बल्कि उस में हाँ ही हाँ हुई।
20 ᎾᎦᏛᏰᏃ ᎤᏚᎢᏍᏔᏅᎢ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎾᏍᎩ Ꮎ ᎢᏳᏩᏂᏌᏛ, ᎥᎥ ᎬᏛᏗ, ᎠᎴ ᎤᏙᎯᏳᎯᏯ ᎨᏐ ᎾᏍᎩ ᎢᏳᏩᏂᏌᏛ, ᎾᏍᎩ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᎠᏥᎸᏉᏙᏗᏱ ᎠᏴ ᎢᏲᎬᏁᏗᏱ.
क्यूँकि ख़ुदा के जितने वा'दे हैं वो सब उस में हाँ के साथ हैं। इसी लिए उसके ज़रिए से आमीन भी हुई; ताकि हमारे वसीले से ख़ुदा का जलाल ज़ाहिर हो।
21 ᎾᏍᎩᏃ ᎠᏴ ᎠᎴ ᏂᎯ ᎢᏧᎳᎭ ᏗᎦᎵᏂᎪᎯᏍᏗᏍᎩ ᎦᎶᏁᏛ ᎡᏓᏤᎵᎦ ᎨᏒᎢ, ᎠᎴ ᎢᎩᎶᏁᎥᎯ, ᎾᏍᎩ Ꮎ ᎤᏁᎳᏅᎯ;
और जो हम को तुम्हारे साथ मसीह में क़ाईम करता है और जिस ने हम को मसह किया वो ख़ुदा है।
22 ᎾᏍᎩ Ꮎ ᎾᏍᏉ ᎢᎩᏰᎸᏔᏅᎯ ᏥᎩ, ᎠᎴ ᎢᎩᏁᎸᎯ ᏥᎩ ᏗᎩᎾᏫᏱ ᎠᏓᏅᏙ ᎠᎦᏘᏗᏍᏙᏗ ᎨᏒᎢ.
जिसने हम पर मुहर भी की और पेशगी में रूह को हमारे दिलों में दिया।
23 ᎠᎴ ᎤᏁᎳᏅᎯ ᏥᏔᏲᏎᎭ ᎠᎦᏔᎯ ᎢᏳᎵᏍᏙᏗᏱ ᎠᏆᏓᏅᏙ ᎤᏬᎯᏳᏓᏁᏗᏱ, ᎾᏍᎩ ᎢᏨᎨᏳᎥᏍᎬ ᏅᏗᎦᎵᏍᏙᏗᏍᎬ ᎠᏏ ᎪᎵᏂᏗᏱ ᏫᏂᏥᎷᎬᎾ ᏥᎩ;
मैं ख़ुदा को गवाह करता हूँ कि मैं अब तक कुरिन्थुस में इस वास्ते नहीं आया कि मुझे तुम पर रहम आता है।
24 ᎥᏝ ᎠᏗᎾ ᎢᏨᏯᏓᏅᏖᎮᎯ ᎨᏒ ᎢᏦᎯᏳᏒᎢ, ᎣᏥᏍᏕᎵᏍᎩᏉᏍᎩᏂ ᎨᏒ ᎢᏣᎵᎮᎵᎬᎢ; ᎢᏦᎯᏳᏒᏰᏃ ᏂᎦᎵᏍᏙᏗ ᎠᏏ ᏥᏕᏥᏙᎦ.
ये नहीं कि हम ईमान के बारे में तुम पर हुकूमत जताते हैं बल्कि ख़ुशी में तुम्हारे मददगार हैं क्यूँकि तुम ईमान ही से क़ाईम रहते हो।

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