< দ্বিতীয় বিবরণ 3 >

1 পরে আমরা ফিরে বাশনের রাস্তার দিকে গেলাম; তাতে বাশনের রাজা ওগ আসলেন তিনি ও তাঁর সমস্ত লোক আক্রমণ করলেন, আমাদের সঙ্গে যুদ্ধ করার জন্য ইদ্রিয়ীতে আসলেন।
फिर हमने मुड़कर बाशान के मार्ग से आगे बढ़ गए. बाशान का राजा ओग अपनी सारी सेना लेकर हमसे युद्ध करने एद्रेइ जा पहुंचा.
2 তখন সদাপ্রভু আমাকে বললেন, “তুমি ওকে ভয় কর না, কারণ আমি ওকে, ওর সমস্ত লোককে ও ওর দেশ তোমার হাতে সমর্পণ করলাম; তুমি যেমন হিষবোন নিবাসী ইমোরীয়দের রাজা সীহোনের প্রতি করেছ, তেমনি ওর প্রতিও করবে।”
मगर याहवेह ने मुझे यह आश्वासन दिया, “उससे डरने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि मैंने उसे, उसकी सारी सेना तथा प्रजा को तुम्हारे अधीन कर दिया है. तुम उसके साथ वही सब करोगे, जो तुमने हेशबोन निवासी अमोरियों के राजा सीहोन के साथ किया था.”
3 এভাবে আমাদের ঈশ্বর সদাপ্রভু বাশনের রাজা ওগকে ও তাঁর সব লোককে আমাদের হাতে সমর্পণ করলেন এবং আমরা তাঁকে আঘাত করে মেরে ফেললাম, তাঁর কেউ অবশিষ্ট থাকলো না।
इसी प्रकार याहवेह, हमारे परमेश्वर ने बाशान के राजा ओग को भी उसकी सारी सेना सहित हमारे अधीन कर दिया. हम उनका नाश इस सीमा तक करते चले गए कि कोई भी जीवित न रहा.
4 সেই দিনের আমরা তাঁর সব শহর নিয়ে নিলাম; এমন এক শহরও থাকল না, যা তাদের থেকে নেয়নি; ষাটটি শহর, অর্গোবের সব অঞ্চল, বাশনে অবস্থিত ওগের রাজ্য নিলাম।
उस समय हमने उसके सारे नगर अपने अधिकार में कर लिए; एक भी नगर ऐसा न रहा, जो हमने उनसे न छीना हो: साठ नगर, बाशान में ओग का साम्राज्य अर्थात् अरगोब का सारा क्षेत्र.
5 সেই সব শহর উঁচু দেওয়াল, দরজা ও খিলের মাধ্যমে সুরক্ষিত ছিল; আর দেওয়াল ছাড়া অনেক শহরও ছিল।
इन सभी नगरों की दीवारें ऊंची-ऊंची थीं, इनमें फाटक और छड़ें थीं. इनके अलावा कुछ नगर ऐसे भी थे, जिनकी दीवारें न थीं.
6 আমরা হিষবোনের রাজা সীহোনের প্রতি যেমন করেছিলাম, সেরকম তাদেরকে পুরোপুরি ধ্বংস করলাম, স্ত্রীলোক ও বালকবালিকা সমেত তাদের সব বসবাসের শহর সম্পূর্ণ বিনাশ করলাম।
हमने इन सभी को पूरी तरह गिरा दिया, ठीक जिस प्रकार हमने हेशबोन के राजा सीहोन के साथ किया था-पुरुषों, स्त्रियों और बालकों को हर एक नगर में पूरी तरह नाश कर डाला.
7 কিন্তু তাদের সমস্ত পশু ও শহরের জিনিসপত্র লুট করে নিজেদের জন্য নিলাম।
मगर हमने सभी पशुओं और नगरों से इकट्ठा की गई सामग्री को अपने लिए रख लिया.
8 সেই দিনের আমরা যর্দ্দনের পারে অবস্থিত ইমোরীয়দের দুই রাজার কাছ থেকে অর্ণোন উপত্যকা থেকে হর্মোণ পর্বত পর্যন্ত সব দেশ নিয়ে নিলাম।
इस प्रकार हमने यरदन के पार के दो अमोरी राजाओं की अधीनता से, आरनोन की घाटी से लेकर हरमोन पर्वत तक की भूमि को अपने अधिकार में ले लिया.
9 (সীদোনীয়েরা ঐ হর্মোণকে সিরিয়োণ বলে এবং ইমোরীয়েরা তাঁকে সনীর বলে।)
(सीदोनवासी हरमोन को सिरिओन और अमोरी इसे सेनीर कहकर पुकारते हैं.)
10 ১০ আমরা সমভূমির সব শহর, সল্‌খা ও ইদ্রিয়ী পর্যন্ত সব গিলিয়দ এবং পুরো বাশন, বাশনে অবস্থিত ওগ রাজ্যের শহরগুলি নিয়ে নিলাম।
इनके अलावा पठार के सारे नगर, सारे गिलआद, सारे बाशान, सलेकाह और एद्रेइ, जो बाशान में ओग के राज्य में थे.
11 ১১ (ফলে বাকি রফায়ীয়দের মধ্যে শুধু বাশনের রাজা ওগ বাকি ছিলেন; দেখ, তাঁর বিছানা লোহার; তা কি অম্মোন বংশধরদের রব্বা শহরে নেই? মানুষের হাতের পরিমাণ অনুসারে তা লম্বায় নয় হাত ও চওড়ায় চার হাত ছিল।)
(रेफाइम के बचे हुए भाग में केवल बाशान का राजा ही शेष रह गया था. उल्लेखनीय बात यह है कि उसकी चारपाई लौह की थी; यह अब तक अम्मोनियों के रब्बाह में स्थापित है. यह लगभग चार मीटर लंबी और डेढ़ मीटर चौड़ी है.)
12 ১২ সেই দিনের আমরা এই দেশ অধিকার করলাম; অর্ণোন উপত্যকায় অবস্থিত অরোয়ের শহর থেকে এবং পর্বতময় গিলিয়দ দেশের অর্ধেক ও সেখানকার শহর সব রূবেণীয় ও গাদীয়দেরকে দিলাম।
फिर हमने उसी समय इस देश को अपने अधिकार में कर लिया. यह आरनोन की घाटी अरोअर से गिलआद के आधे क्षेत्र और इसमें स्थित नगरों का क्षेत्र है, जो मैंने रियूबेन और गाद के घराने को दे दिया.
13 ১৩ আর গিলিয়দের বাকি অংশ ও পুরো বাশন অর্থাৎ ওগের রাজ্য, পুরো বাশনের সঙ্গে অর্গোবের সমস্ত অঞ্চল আমি মনঃশির অর্ধেক বংশকে দিলাম। (সেটাই রফায়ীয় দেশ বলে বিখ্যাত।
बचा हुआ गिलआद, सारा बाशान अर्थात् जो ओग का साम्राज्य था, मैंने मनश्शेह के आधे गोत्र को दे दिया. (यह था अरगोब का पूरा क्षेत्र. सारे बाशान के बारे में कहा जाता है, कि यह रेफाइम का देश है.
14 ১৪ মনঃশির একজন বংশধর যায়ীর গশূরীয়দের ও মাখাথীয়দের সীমা পর্যন্ত অর্গোবের সব অঞ্চল নিয়ে নিজের নাম অনুসারে বাশন দেশের সেই সব জায়গার নাম হব্বোৎ যায়ীর রাখল; আজও সেই নাম প্রচলিত আছে।)
मनश्शेह के पुत्र याईर ने गेशूरियों और माकाहथियों की सीमाओं तक पूरा क्षेत्र अपने अधिकार में कर लिया, अर्थात् अपने नाम के अनुरूप बाशान और हव्वोथ-याईर, जो उसका आधुनिक नाम है.)
15 ১৫ আমি মাখীরকে গিলিয়দ দিলাম।
माखीर को मैंने गिलआद दे दिया.
16 ১৬ আর গিলিয়দ থেকে অর্ণোন উপত্যকা পর্যন্ত, উপত্যকার মাঝখান ও তার সীমানা এবং অম্মোন বংশধরদের সীমা যব্বোক নদী পর্যন্ত;
रियूबेन और गाद के घराने को मैंने गिलआद का वह क्षेत्र दे दिया, जो आरनोन की घाटी तक फैला है (इसकी सीमा घाटी के बीच तक थी) और यब्बोक नदी तक, जो अम्मोनियों की सीमा भी थी.
17 ১৭ আর অরাবা উপত্যকা, যর্দ্দন ও তার সীমানা, কিন্নেরৎ থেকে অরাবার সমুদ্র, অর্থাৎ পূর্বদিকে পিস্‌গা ঢালু জায়গার দিকে লবণসমুদ্র পর্যন্ত রূবেণীয় ও গাদীয়দেরকে দিলাম।
इसके अलावा अराबाह भी, जिसकी सीमा यरदन हो गई, किन्‍नेरेथ से लेकर अराबाह सागर तक, लवण-सागर, जिसके पूर्व में पिसगाह की ढलान की तलहटी है.
18 ১৮ আর আমি সেই দিনের তোমাদেরকে এই আদেশ করলাম, “তোমাদের ঈশ্বর সদাপ্রভু অধিকারের জন্য এই দেশ তোমাদেরকে দিয়েছেন। তোমাদের সব যোদ্ধা সজ্জিত হয়ে তোমাদের ভাইদের অর্থাৎ ইস্রায়েলের লোকদের সামনে পার হয়ে যাবে।
इसके बाद मैंने उस समय तुम्हें यह आदेश दिया, “याहवेह, तुम्हारे परमेश्वर ने तुम्हें यह देश अपने अधिकार में करने के उद्देश्य से दे दिया. तुम्हारे सारे वीर योद्धा शस्त्रों से सुसज्जित हो इस्राएल वंशज तुम्हारे भाइयों के आगे-आगे नदी पार करेंगे.
19 ১৯ আমি তোমাদেরকে যে সব শহর দিলাম, তোমাদের সেই সব শহরে তোমাদের স্ত্রীলোক, বালক বালিকা ও পশুরা বাস করবে; আমি জানি যে, তোমাদের অনেক পশু আছে।
मगर तुम्हारी पत्नियां, तुम्हारे बालक और तुम्हारे पशु मुझे मालूम है कि तुम्हारे पास बहुत पशु धन है, तुम्हारे साथ उसी समय तक उन्हीं नगरों में रहेंगे, जो मैंने तुम्हें दे दिए हैं,
20 ২০ পরে সদাপ্রভু তোমাদের ভাইদেরকে তোমাদের মতো বিশ্রাম দিলে, যর্দ্দনের ওপারে যে দেশ তোমাদের ঈশ্বর সদাপ্রভু তাদেরকে দিচ্ছেন, তারাও সেই দেশ অধিকার করবে, তখন তোমরা প্রত্যেকে আমার দেওয়া নিজেদের অধিকারে ফিরে আসবে।”
जब तक याहवेह तुम्हारे बंधुओं को तुम्हारे समान शांति और विश्राम न दे दें, और वे भी उस देश को अपने अधिकार में न कर लें, जो याहवेह, तुम्हारे परमेश्वर तुम्हें यरदन पार देने पर हैं. यह सब होने पर तुममें से हर एक मेरे द्वारा तुम्हें सौंपी गई संपत्ति को लौटाओगे.”
21 ২১ আর সেই দিনের আমি যিহোশূয়কে আদেশ করলাম, “তোমাদের ঈশ্বর সদাপ্রভু সেই দুই রাজার প্রতি যা করেছেন, তা তুমি নিজের চোখে দেখেছ; তুমি পার হয়ে যে যে রাজ্যের বিরুদ্ধে যাবে, সে সব রাজ্যের প্রতি সদাপ্রভু সেরকম করবেন।
उस समय मैंने यहोशू को यह आदेश दिया, “तुमने तो खुद ही यह देख लिया है, कि याहवेह तुम्हारे परमेश्वर ने इन दो राजाओं के साथ क्या किया है; यही सब याहवेह उन सभी साम्राज्यों के साथ भी करेंगे, जिनसे होकर तुम निकलोगे.
22 ২২ তোমরা তাদেরকে ভয় কর না; কারণ তোমাদের ঈশ্বর সদাপ্রভু নিজে তোমাদের জন্য যুদ্ধ করবেন।”
तुम उनसे कदापि भयभीत न होना; क्योंकि यह युद्ध वह है, जो याहवेह, तुम्हारे परमेश्वर तुम्हारी ओर से लड़ेंगे.”
23 ২৩ সেই দিনের আমি সদাপ্রভুকে অনুরোধ করে বললাম,
मैंने उस समय याहवेह से यह विनती की:
24 ২৪ “হে প্রভু সদাপ্রভু, তুমি নিজের দাসের কাছে নিজের মহিমা ও শক্তিশালী হাত দেখাতে শুরু করলে; তোমার কাজের মত কাজ ও তোমার পরাক্রমী কাজের মত কাজ করতে পারে, স্বর্গে কি পৃথিবীতে এমন ঈশ্বর কে আছে?
“प्रभु याहवेह, आपने अपने सेवक पर अपनी महिमा और सामर्थ्य दिखाना शुरू किया है. क्योंकि स्वर्ग और पृथ्वी पर कौन है ऐसा देवता, जो आपके समान ऐसे काम और सामर्थ्य से भरे काम पूरे कर सके?
25 ২৫ অনুরোধ করি, আমাকে ওপারে গিয়ে যর্দনপারে অবস্থিত সেই ভালো দেশ, সেই ভালো পাহাড়ি দেশ ও লিবানোন দেখতে দাও।”
प्रभु, मेरी विनती है, कृपा कर मुझे यरदन के पार जाकर उस श्रेष्ठ देश को सिर्फ देख लेने दीजिए, उस सुहावने पर्वतीय प्रदेश और लबानोन को.”
26 ২৬ কিন্তু সদাপ্রভু তোমাদের জন্য আমার বিরুদ্ধে রেগে যাওয়াতে আমার কথা শুনলেন না; সদাপ্রভু আমাকে বললেন, “এটাই তোমার জন্য যথেষ্ট হোক, এ বিষয়ে আমাকে আর বল না।
मगर याहवेह तुम्हारे कारण मुझसे क्रोधित थे. उन्होंने मेरी इस विनती को अनसुनी की. उन्होंने कहा, “बहुत हो चुका, अब मुझसे इस विषय का वर्णन न करना.
27 ২৭ পিস্‌গার শৃঙ্গে ওঠ এবং পশ্চিম, উত্তর, দক্ষিণ ও পূর্ব দিকে দেখ; তোমার চোখ দিয়ে দেখো, কারণ তুমি এই যর্দ্দন পার হতে পারবে না।
पिसगाह पर्वत शिखर पर चले जाओ, पश्चिम, उत्तर, पूर्व और दक्षिण दिशा की ओर दृष्टि कर उसको देख लो, क्योंकि यरदन के पार तो तुम जा ही न सकोगे.
28 ২৮ তার পরিবর্তে তুমি যিহোশূয়কে আদেশ দাও, তাকে উত্সাহ দাও এবং তাকে শক্তিশালী কর, কারণ সে এই লোকদের আগে গিয়ে পার হবে, আর যে দেশ তুমি দেখবে, সেই দেশ সে তাদেরকে অধিকার করাবে।”
हां, यहोशू को नियुक्त करो, उसे प्रोत्साहित करो, उसे दृढ़ बनाओ, क्योंकि वही इन लोगों का अगुआ होकर यरदन के पार जाएगा और वही उन्हें मीरास में वह देश प्रदान करेगा, जिसे तुम देखने पर हो.”
29 ২৯ সুতরাং এই ভাবে আমরা বৈৎ-পিয়োরের বিপরীতে অবস্থিত উপত্যকায় বাস করলাম।
तब हम बेथ-पिओर के पास की घाटी में ही ठहरे रहे.

< দ্বিতীয় বিবরণ 3 >