< मत्‌ती 12 >

1 ईसु काना अराम ना दाड़े गम ना खेतर माय्‌न जवा बाज रेलो। ता तीमना चेलाम ने भुक लागी, अने तीहया उंब्‌या तोड़ी-तोड़ीन खावा बाज ज्‌या। 2 आहयु देखीन फरीसी पंथवाळा ईसु ने केदा, “देख, जे काम अराम ना दाड़े करवा वारु नी हय, तीहयुत काम तारा चेला कर र्‌या।” 3 ईसु तीहया फरीसी माणहु ने केदो, “खरला सास्‌तर मे तमु नी भण्‌या ह़ु? के जत्‌यार दावुद राजा अने तीना ह़ाती ने भुक लागी ता तीहया ह़ु कर्‌या? 4 तीहया भगवान ना तम्‌बु मे जाय्‌न भेट चड़ावला रोट्‌ला खादा, अने नीस्‌ता भगवान ना पुंजारा ने सोड़ीन तीने अने तीना ह़ाती ने रोट्‌ला खावा ताले नी हतु।” 5 नीता, मुसा नी लारे लीखली सास्‌तर मे तमु नी भण्‌या ह़ु? के भगवान ना मंदीर ना पुंजारा अराम ना दाड़ा नो नेम तोड़ीन बी तीहया वण-गुनाळ्‌ळा ठेर्‌या। 6 “मे तमने केम, जे आञे ह़ारीक से तीहयो मंदीर गेथो बी मोटो से। 7 कदीम तमु सास्‌तर मे लीखली आहयी वात ह़मजी जता के ‘मे माणहु मे गीण देखवा हींडु, जानवरु ने मारीन बादा नी जोवती’ ता वण-गुनाळ्‌ळा ने गुनाळ्‌ळा नी ठेरावता। 8 काहाके मनख्‌या नो सोरो अराम ना दाड़ा नो मालीक से।” 9 अने अळतेण ईसु तां गेथो अगो ज्‌यो, अने भगवान ना भक्‌ती ना घोर मे ज्‌यो। 10 तां एक माणेह हतो, तीनो हात ह़ुक जेलो हतो। ईसु पोर गुनो लगाड़वा करीन फरीसी माणहु तीने पुछ्‌या, “अराम ना दाड़े कोयने वारु करवा तालेत से ह़ु?” 11 ईसु तीमने केदो, “कदीम तमारु एकीत गाडरु हय, अने तीहयु खाडा मे पड़ जाय, ता तमारी माय्‌न एवु कोय से, जे अराम ना दाड़े तीने धरीन नी नीकाळे? 12 माणेह ते गाडरा गेथो घणो मोगो से। एतरे अराम ना दाड़े भलाय करवा तालेत से।” 13 ता तीहयो ते माणेह ने केदो, “तारो हात नाम्‌बो कर।” अने तीहयो आह़फा नो हात नाम्‌बो कर्‌यो, अने तीहयो हात वारु हय ज्‌यो। अने बीजा वारला हात ने तेवो हय ज्‌यो। 14 एतरे फरीसी पंथवाळा बारथा नीकळीन ईसु ना वीरोद मे आहयो वीच्‌यार कर्‌या आमु आने कीसम करीन मारया? 15 ईसु आहयु जाण ज्‌यो अने तां गेथो चाल पड़्‌यो। अने घण ढेरका माणहु ईसु पसळ चाल पड़्‌या। तीहयो आखा ने आरगो करतो हतो। 16 बाखीन तीहयो तीमने आहयु कीन चेतावतो हतो के “तमु मारु नाम लीन बीजा माणहु अगळ उजन्‌तो नी करजो।” 17 आहयु एतरे हयु के भगवान वगे गेथी वात केण्‌या माणहु यसाया नी लारे जे मालीक केदलो हतो, तीहयु पुरु हये: 18 आहयो मारो चाकर्‌यो से, आने मे टाळलो से; आहयो मारो घणो मोंगाळ्‌ळो से, मे आनी पोर घणो खुस से। मे आनी मे मारी आत्‌मा भर देही। अने आहयो आखा देस ना माणहु ने ह़ाचलीन नीयाव नी खुस-खबर करहे। 19 तीहयो नी झगड़ो करे, अने नी धुम मचाड़हे; अने नी हाट मे कोय बी आनो बोल नी ह़मळे। 20 आहयो कचराय्‌ली वाहण ने नी तोड़े। अने ओलायत्‌ला दीवा ना बाम्‌ळा ने अगोत नी ओलवे। जत्‌यार लग आहयो ह़ाचलीन नीयाव करीन जीक नी अपाड़े, तां लग पासो नी सोड़े। 21 तत्‌यार आखा देस ना माणहु आना नाम नी आह करहे। 22 अळतेण माणहु एक आंदळा माणेह ने ईसुन्‌तां लाया, तीहयु गुंगु बी हतु। अने भुत लागलु हतु। ईसु तीने आरगो कर्‌यो। अने तीहयो बोलवा अने देखवा बाज ज्‌यो। 23 आखा माणहु वहराय्‌न ईसु ना बारा मे केवा बाज ज्‌या, “आहयो दावुद नी अवल्‌यात हयवा जोवे ह़ु?” 24 पण आहयी वात ह़मळीन फरीसी पंथवाळा केदा, “आहयो ते भुत ना मुखी बालजबुल नी मदत सी भुत ने नीकाळे।” 25 ईसु तीमना वीच्‌यार जाणीन तीमने केदो, “जे राज मे बेरजाव पड़ जाय तीहयु कदी नी टेके। एमेत तीहयु घोर नीता ह़ेर बी नी टेके, जीनी मे बेरजाव पड़ जाय। 26 कदीम भुतड़ोत आह़फा ना वीरोद मे हय जाय ता तीनु राज कीकम टेकलु रेहे? 27 अने कदीम मे भुतड़ा नी मदत सी भुत ने काडु ता तमारा सोरा कोयनी मदत सी भुत काडे? एतरे तीहया तमारो नीयाव करहे। 28 पण कदीम मे भगवान नी जीव आत्‌मा नी ज्‌योरे भुतड़ा ना जोमु ने काडु, ता जाण लेवो के भगवान नु राज तमारी वच मे आय जेलु से।” 29 कोय बी माणेह काना बी जोर वाळा माणेह ना घोर मे भराय्‌न ह़मान नी लुट सके जत्‌यार तक तीहया ते जोर वाळा माणेह ने बांद नी लेय। अने जत्‌यार तीहयो ते जोर वाळा ने बांद लेय, तत्‌यार तीहयो तीना घोर मे भराय्‌न ह़मान लुट सके। 30 “जे मारी ह़ाते नी हय, तीहयो मारा वीरोद मे से, अने जे मारी ह़ाते भगवान गेथा सेटा हयला माणहु ने भेळा नी करे, तीहयो तीमने रीवण्‌या-तीवण्‌या कर र्‌यो।” 31 एतरे मे तमने केम, माणहु ने आखी भाती ना पाप नी लेदे माफी जड़ जहे; आंया लग के भगवान नो जबराण वाक काडे तीने बी माफी जड़ जहे, पण भगवान नी चोखली आत्‌मा नो वाक काडे ता तीने माफी नी जड़े। 32 जे कोय मनख्‌या ना सोरा ना वीरोद मे कंय केहे, तीने माफी जड़ जहे। पण चोखली आत्‌मा ना वीरोद मे कंय केहे, तीने माफी नी जड़े। आहयी कळी मे बी माफी नी जड़े, अने आव्‌वा वाळी कळी मे बी माफी नी जड़े। (aiōn g165) 33 कदीम एक झाड़ वारु हय, ता तीना फोळ बी वारु रेहे, अने कदीम एक झाड़ खोड़लु रेय, ता तीनु फोळ बी खोड़लुत रेहे, काहाके एक झाड़ नी ओळखाण तीना फोळ सी हये। 34 ए गड़हा ना सोरा! तमु बुरा हय्‌न बी वारली वात कीसम की सके? जे तमारा मन मे भरलु से, तीहयुत तमारा मोडा मे गेथु आवे। 35 वारलु माणेह आह़फा ना वारला मन ना खजाना मे गेथी वारली वात नीकाळे; अने खोड़लो माणेह आह़फा ना खोड़ला मन ना खजाना मे गेथी खोड़ली वात नीकाळे। 36 एतरे मे तमने केम, “नीयाव ना दाड़े माणहु ने आह़फाम नी एक-एक रीकामी वात नो लेखो आपु पड़हे। 37 काहाके तमु आह़फाम नी वात नी लारेत वण-गुनाळ्‌ळा अने गुनाळ्‌ळा ठेरहु।” 38 तीहयी टेमे थोड़ाक चोखली सास्‌तर ह़ीकाड़न्‌या, अने फरीसी पंथवाळा ईसु ने केदा, “मास्‌तर! आमु तारी लारे एक उजन्‌ती सेलाणी देखवा हय र्‌या।” 39 पण ईसु तीमने केदो, “आहयी पीड़ी ना कुहर्‌या अने छीनाळ्‌या माणहुत एक सेलाणी देखवा हींडे, पण भगवान वगे गेथी वात केण्‌या माणेह योना नी सेलाणी ने सोड़ीन कानी बी सेलाणी आमने नी देखाव पड़े।” 40 जीसम योना तीन दाड़ा मे अने तीन रात मे राकस माछला ना पेट मे रेलो, तेमेत मनख्‌या नो सोरो धरती मे रेहे। 41 नीयाव ना दाड़े नीनवे ह़ेर ना माणहु आहयी पीड़ी ना माणहु ह़ाते जीवता हयहे, अने आमने गुनाळ्‌ळा ठेरावहे। काहाके तीहया योना नी लारे भगवान नी केदली वात ह़मळीन, पापु भणी गेथु मन फीरवीन भगवान गवा वळला हता, अने देखो, आञे ते योना गेथो बी घणो मोटो से। 42 नीयाव ना दाड़े दखणाव देस नी राणी आहयी पीड़ी ना माणहु ह़ाते जीवती हय जहे, अने आहयी पड़ी ना माणहु ने गुनाळ्‌ळा ठेरावहे; काहाके तीहयी सुलेमान राजा नी अक्‌कल वाळी वात ह़मळवा करीन धरती नी काकड़ गेथी आवली, अने देखो, आञे ते सुलेमान राजा गेथो बी मोटो से! 43 “जत्‌यार वीटळ्‌ळी आत्‌मा माणेह मे गेथी नीकळी जाय, ता तीहयी अराम करवा करीन, ह़ुकला जागा मे, जागो ह़ोदती रेय; पण तीने अराम नी जड़े। 44 ता तीहयो केय ‘जा गेथो नीकळ्‌ळो से, तांत मारा तीहया घोर मे पासो जही।’ अने भुतड़ा नो वीटळ्‌ळो जोम पासो आवे, ता तीने तीहयु घोर ह़ुन्‌लु, झाटकीन बारलु अने चापड़ु करीन घटाळु करलु देखाव पड़े। 45 ता तीहयी वीटळ्‌ळी आत्‌मा पासी जत रेय अने जाय्‌न तीनी ह़ाते बीजी ह़ात कुहर्‌याण वीटळ्‌ळी आत्‌मा ने बी ली आवे। अने तीहया माणेह मे भराय्‌न तांत रेवा बाज जाय। अने तीहया माणेह नी पेले गेथी बी जादा वेला हय जाय। आवीत वेला आहया पीड़ी ना माणहु नी बी हयहे, जे कुहर्‌या से।” 46 ईसु घोर मे माणहु ने ह़ीकाड़वा बाज र्‌यो हतो, तीहयीत टेमे तीनी आय्‌ह़ अने भाय आया। तीहया बारा उबा हय रेला, अने ईसु ने भेटवा हींडता हता। 47 कानो आवीन ईसु ने केदो, “देख! तारी आय्‌ह़ अने भाय बारथा उबा हय र्‌या, तीहया तारी ह़ाते वात करवा हींडे।” 48 ईसु तीमने केदो, “कोय से मारी आय्‌ह़? अने कोय से मारो भाय?” 49 अने आह़फा ना चेला भणी हात नो अनसारो करीन तीहयो केदो, “देखो! आहया से मारा भाय अने मारी आय्‌ह़! 50 काहाके जे कोय मारा ह़रग वाळा बाह नी मरजीन अनसारे जीवे, तीहयोन-तीहयो मारो भाय, अने मारी बेनेह, अने मारी आय्‌ह़ से।”

< मत्‌ती 12 >