< ՂՈԻԿԱՍ 22 >

1 Բաղարջակերքի տօնը՝ որ Զատիկ կը կոչուէր՝ մօտեցաւ,
अखमीरी रोटी का उत्सव, जो फ़सह पर्व कहलाता है, पास आ रहा था.
2 եւ քահանայապետներն ու դպիրները կը փնտռէին թէ ի՛նչպէս մեռցնեն զայն, քանի որ կը վախնային ժողովուրդէն:
प्रधान पुरोहित तथा शास्त्री इस खोज में थे कि प्रभु येशु को किस प्रकार मार डाला जाए, किंतु उन्हें लोगों का भय था.
3 Սատանան մտաւ Իսկարիովտացի մականուանեալ Յուդայի ներսը, որ տասներկուքէն մէկն էր,
शैतान ने कारियोतवासी यहूदाह में, जो बारह शिष्यों में से एक था, प्रवेश किया.
4 եւ ան գնաց բանակցելու քահանայապետներուն ու մեծաւորներուն հետ՝ թէ ի՛նչպէս մատնէ զայն անոնց:
उसने प्रधान पुरोहितों तथा अधिकारियों से मिलकर निश्चित किया कि वह किस प्रकार प्रभु येशु को पकड़वा सकता है.
5 Անոնք ուրախացան եւ միաձայնեցան դրամ տալ անոր:
इस पर प्रसन्‍न हो वे उसे इसका दाम देने पर सहमत हो गए.
6 Ինք ալ խոստացաւ, ու կը փնտռէր պատեհութիւն մը զայն մատնելու անոնց՝ առանց բազմութեան:
यहूदाह प्रभु येशु को उनके हाथ पकड़वा देने के ऐसे सुअवसर की प्रतीक्षा करने लगा, जब आस-पास भीड़ न हो.
7 Բաղարջակերքի օրը եկաւ, երբ պէտք էր մորթել զատիկը:
तब अखमीरी रोटी का उत्सव आ गया, जब फ़सह का मेमना बलि किया जाता था.
8 Ուստի ղրկեց Պետրոսն ու Յովհաննէսը՝ ըսելով. «Գացէ՛ք, պատրաստեցէ՛ք մեզի զատիկը՝ որպէսզի ուտենք»:
प्रभु येशु ने पेतरॉस और योहन को इस आज्ञा के साथ भेजा, “जाओ और हमारे लिए फ़सह की तैयारी करो.”
9 Անոնք ալ ըսին անոր. «Ո՞ւր կ՚ուզես որ պատրաստենք»:
उन्होंने उनसे प्रश्न किया, “प्रभु, हम किस स्थान पर इसकी तैयारी करें, आप क्या चाहते हैं?”
10 Ըսաւ անոնց. «Ահա՛ երբ մտնէք քաղաքը, մարդ մը պիտի հանդիպի ձեզի՝ որ ուսին վրայ ունի ջուրի սափոր մը. հետեւեցէ՛ք անոր մինչեւ այն տունը՝ ուր ինք կը մտնէ,
प्रभु येशु ने उन्हें उत्तर दिया, “नगर में प्रवेश करते ही तुम्हें एक व्यक्ति पानी का घड़ा ले जाता हुआ मिलेगा. उसका पीछा करते हुए तुम उस घर में चले जाना,
11 եւ ըսէ՛ք տանտիրոջ. «Վարդապետը կ՚ըսէ քեզի. “Ո՞ւր է իջեւանը, ուր պիտի ուտեմ զատիկը աշակերտներուս հետ”:
जिस घर में वह प्रवेश करेगा. उस घर के स्वामी से कहना, ‘गुरु ने पूछा है, “वह अतिथि कक्ष कहां है जहां मैं अपने शिष्यों के साथ फ़सह खाऊंगा?”’
12 Ան ալ պիտի ցուցնէ ձեզի կահաւորուած մեծ վերնայարկ մը. հո՛ն պատրաստեցէք»:
वह तुमको एक विशाल, सुसज्जित ऊपरी कक्ष दिखाएगा; तुम वहीं सारी तैयारी करना.”
13 Գացին, գտան ինչպէս ըսաւ իրենց, եւ պատրաստեցին զատիկը:
यह सुन वे दोनों वहां से चले गए और सब कुछ ठीक वैसा ही पाया जैसा प्रभु येशु ने कहा था. उन्होंने वहां फ़सह तैयार किया.
14 Երբ ժամը հասաւ՝ սեղան նստաւ, ու տասներկու առաքեալները իրեն հետ:
नियत समय पर प्रभु येशु अपने प्रेरितों के साथ भोज पर बैठे.
15 Եւ ըսաւ անոնց. «Չափազանց ցանկացի որ այս զատիկը ուտեմ ձեզի հետ՝ իմ չարչարուելէս առաջ.
उन्होंने प्रेरितों से कहा, “मेरी बड़ी लालसा थी कि मैं अपने दुःख-भोग के पहले यह फ़सह तुम्हारे साथ खाऊं.
16 որովհետեւ կը յայտարարեմ ձեզի. “Ա՛լ բնա՛ւ պիտի չուտեմ ասկէ, մինչեւ որ իրագործուի Աստուծոյ թագաւորութեան մէջ”»:
क्योंकि सच यह है कि मैं इसे दोबारा तब तक नहीं खाऊंगा जब तक यह परमेश्वर के राज्य में पूरा न हो.”
17 Ու բաժակը առաւ, շնորհակալ եղաւ եւ ըսաւ. «Առէ՛ք ասիկա ու բաժնեցէ՛ք ձեր մէջ:
तब उन्होंने प्याला उठाया, परमेश्वर के प्रति धन्यवाद दिया और कहा, “इसे लो, आपस में बांट लो
18 Արդարեւ կը յայտարարեմ ձեզի. “Բնա՛ւ որթատունկին բերքէն պիտի չխմեմ, մինչեւ որ գայ Աստուծոյ թագաւորութիւնը”»:
क्योंकि यह निर्धारित है कि जब तक परमेश्वर के राज्य का आगमन न हो जाए, दाख का रस तब तक मैं नहीं पिऊंगा.”
19 Ապա հաց առաւ, շնորհակալ եղաւ, կտրեց ու տուաւ անոնց, եւ ըսաւ. «Ա՛յս է իմ մարմինս՝ որ կը տրուի ձեզի համար. ըրէ՛ք ասիկա՝ իմ յիշատակիս համար»:
तब उन्होंने रोटी ली, धन्यवाद देते हुए उसे तोड़ा और शिष्यों को यह कहते हुए दे दी, “यह मेरा शरीर है, जो तुम्हारे लिए दिया जा रहा है. मेरी याद में तुम ऐसा ही किया करना.”
20 Նոյնպէս ալ բաժակը առաւ ընթրիքէն ետք, եւ ըսաւ. «Այս բաժակը նո՛ր ուխտն է՝ իմ արիւնովս, որ կը թափուի ձեզի համար»:
इसी प्रकार इसके बाद प्रभु येशु ने प्याला उठाया और कहा, “यह प्याला मेरे लहू में, जो तुम्हारे लिए बहाया जा रहा है, नई वाचा है.
21 «Բայց ահա՛ զիս մատնողին ձեռքը ինծի հետ՝ այս սեղանին վրայ է:
वह, जो मुझे पकड़वाएगा हमारे साथ इस भोज में शामिल है.
22 Իրաւ է թէ մարդու Որդին կ՚երթայ՝ ինչպէս սահմանուած է. բայց վա՜յ այն մարդուն՝ որուն միջոցով կը մատնուի ան»:
मनुष्य का पुत्र, जैसा उसके लिए तय किया गया है, आगे बढ़ रहा है, किंतु धिक्कार है उस व्यक्ति पर जो उसे पकड़वा रहा है!”
23 Անոնք ալ սկսան հարցնել իրարու թէ իրենցմէ ո՛վ էր՝ որ պիտի ընէր այդ բանը:
यह सुन वे आपस में विचार-विमर्श करने लगे कि वह कौन हो सकता है, जो यह करने पर है.
24 Վէճ մըն ալ եղաւ անոնց մէջ, թէ իրենցմէ ո՛վ պիտի համարուի մեծագոյնը:
उनके बीच यह विवाद भी उठ खड़ा हुआ कि उनमें से सबसे बड़ा कौन है.
25 Ան ալ ըսաւ անոնց. «Հեթանոսներուն թագաւորնե՛րը կը տիրեն իրենց, եւ անոնք որ կ՚իշխեն իրենց վրայ՝ բարերար կը կոչուին:
यह जान प्रभु येशु ने उनसे कहा, “गैर-यहूदियों के राजा उन पर शासन करते हैं और वे, जिन्हें उन पर अधिकार है, उनके हितैषी कहलाते हैं.
26 Բայց դուք այնպէս պէտք չէ ըլլաք. հապա ա՛ն որ ձեր մէջ մեծագոյնն է՝ կրտսերին պէս թող ըլլայ, ու հրամայողը՝ սպասարկուին պէս:
किंतु तुम वह नहीं हो—तुममें जो बड़ा है, वह सबसे छोटे के समान हो जाए और राजा सेवक समान.
27 Քանի որ ո՞վ է մեծը, սեղան նստո՞ղը՝ թէ սպասարկուն: Միթէ սեղան նստողը չէ՞. սակայն ես ձեր մէջ սպասարկուի մը պէս եմ:
बड़ा कौन है—क्या वह, जो भोजन पर बैठा है या वह, जो खड़ा हुआ सेवा कर रहा है? तुम्हारे मध्य मैं सेवक के समान हूं.
28 Եւ դուք անոնք էք՝ որ միշտ ինծի հետ կը մնայիք փորձութիւններուս մէջ.
तुम्हीं हो, जो मेरे विषम समयों में मेरा साथ देते रहे हो.
29 ես ալ թագաւորութիւն մը կը կտակեմ ձեզի, ինչպէս իմ Հայրս թագաւորութիւն մը կտակեց ինծի.
इसलिये जैसा मेरे पिता ने मुझे एक राज्य प्रदान किया है,
30 որպէսզի դուք ուտէք ու խմէք իմ սեղանէս՝ իմ թագաւորութեանս մէջ, եւ բազմիք գահերու վրայ՝ դատելու Իսրայէլի տասներկու տոհմերը»:
वैसा ही मैं भी तुम्हें यह अधिकार देता हूं कि तुम मेरे राज्य में मेरी मेज़ पर बैठकर मेरे साथ संगति करो, और सिंहासनों पर बैठकर इस्राएल के बारह वंशों का न्याय.
31 Տէրը ըսաւ. «Սիմո՛ն, Սիմո՛ն, ահա՛ Սատանան շատ ուզեց խարբալել ձեզ ցորենի պէս:
“शिमओन, शिमओन, सुनो! शैतान ने तुम सबको गेहूं के समान अलग करने की आज्ञा प्राप्‍त कर ली है.
32 Բայց ես աղերսեցի քեզի համար, որպէսզի հաւատքդ չպակսի. եւ դուն երբ դարձի գաս՝ եղբայրնե՛րդ ալ ամրացուր»:
किंतु शिमओन, तुम्हारे लिए मैंने प्रार्थना की है कि तुम्हारे विश्वास का पतन न हो. जब तुम पहले जैसी स्थिति पर लौट आओ तो अपने भाइयों को भी विश्वास में मजबूत करना.”
33 Իսկ ինք ըսաւ անոր. «Տէ՛ր, ես պատրաստ եմ քեզի հետ թէ՛ բանտ երթալու, թէ՛ մեռնելու»:
पेतरॉस ने प्रभु येशु से कहा, “प्रभु, मैं तो आपके साथ दोनों ही को स्वीकारने के लिए तत्पर हूं—बंदीगृह तथा मृत्यु!”
34 Ան ալ ըսաւ. «Պետրո՛ս, կը յայտարարեմ քեզի. “Այսօր աքաղաղը պիտի չկանչէ, մինչեւ որ դուն երե՛ք անգամ ուրանաս՝ թէ զիս կը ճանչնաս”»:
प्रभु येशु ने इसके उत्तर में कहा, “सुनो, पेतरॉस, आज रात, मुर्ग तब तक बांग न देगा, जब तक तुम तीन बार इस सच को कि तुम मुझे जानते हो, नकार न चुके होगे.”
35 Նաեւ ըսաւ անոնց. «Երբ ղրկեցի ձեզ առանց քսակի, պարկի ու կօշիկներու, որեւէ բան պակսեցա՞ւ ձեզի»:
प्रभु येशु ने उनसे प्रश्न किया, “यह बताओ, जब मैंने तुम्हें बिना बटुए, बिना झोले और बिना जूती के बाहर भेजा था, क्या तुम्हें कोई अभाव हुआ था?” “बिलकुल नहीं,” उन्होंने उत्तर दिया.
36 Անոնք ալ ըսին. «Ո՛չ մէկ բան»: Յետոյ ըսաւ. «Բայց հիմա՝ ա՛ն որ քսակ ունի՝ թող առնէ զայն, նմանապէս պարկը. եւ ա՛ն որ սուր չունի, թող ծախէ իր հանդերձը ու սուր մը գնէ իրեն:
तब प्रभु येशु ने उनसे कहा, “किंतु अब जिस किसी के पास बटुआ है, वह उसे साथ ले ले. इसी प्रकार झोला भी और जिसके पास तलवार नहीं है, वह अपना वस्त्र बेचकर तलवार मोल ले.
37 Քանի որ կը յայտարարեմ ձեզի թէ պէտք է որ սա՛ գրուածն ալ կատարուի իմ վրաս. “Անօրէններու հետ սեպուեցաւ”. որովհետեւ աւարտելու վրայ են ինծի վերաբերող բաները»:
मैं तुम्हें बताना चाहता हूं कि यह जो लेख लिखा है, ‘उसकी गिनती अपराधियों में हुई’ उसका मुझमें पूरा होना ज़रूरी है; क्योंकि मुझसे संबंधित सभी लेखों का पूरा होना अवश्य है.”
38 Անոնք ալ ըսին. «Տէ՛ր, ահա՛ հոս երկու սուր կայ»: Ան ալ ըսաւ անոնց. «Կը բաւէ»:
शिष्यों ने कहा, “प्रभु, देखिए, ये दो तलवारें हैं.” प्रभु येशु ने उत्तर दिया, “पर्याप्‍त हैं.”
39 Յետոյ դուրս ելլելով՝ իր սովորութեան համաձայն գնաց Ձիթենիներու լեռը. աշակերտներն ալ հետեւեցան իրեն:
तब प्रभु येशु उस घर के बाहर निकलकर ज़ैतून पर्वत पर चले गए, जहां वह प्रायः जाया करते थे. उनके शिष्य भी उनके साथ थे.
40 Երբ հասաւ այդ տեղը՝ ըսաւ անոնց. «Աղօթեցէ՛ք՝ որպէսզի փորձութեան մէջ չմտնէք»:
उस स्थान पर पहुंचकर प्रभु येशु ने उनसे कहा, “प्रार्थना करो कि तुम परीक्षा में न फंसो.”
41 Ապա մեկուսացաւ անոնցմէ՝ քարընկէցի մը չափ, ու ծնրադրելով՝ կ՚աղօթէր
तब प्रभु येशु शिष्यों से कुछ ही दूरी पर गए और उन्होंने घुटने टेककर यह प्रार्थना की:
42 եւ կ՚ըսէր. «Հա՛յր, եթէ փափաքիս՝ հեռացո՛ւր այս բաժակը ինձմէ. բայց ո՛չ թէ ի՛մ կամքս՝ հապա քո՛ւկդ թող ըլլայ»:
“पिताजी, यदि संभव हो तो यातना का यह प्याला मुझसे दूर कर दीजिए फिर भी मेरी नहीं, आपकी इच्छा पूरी हो.”
43 Երկինքէն հրեշտակ մը երեւցաւ իրեն, ու կը զօրացնէր զինք: Ճգնաժամի մէջ ըլլալով՝ աւելի՛ ջերմեռանդութեամբ կ՚աղօթէր,
उसी समय स्वर्ग से एक स्वर्गदूत ने आकर उनमें बल का संचार किया.
44 եւ իր քրտինքը՝ գետին ինկող արիւնի մեծ կաթիլներու պէս էր:
प्राण निकलने के समान दर्द में वह और भी अधिक कातर भाव में प्रार्थना करने लगे. उनका पसीना लहू के समान भूमि पर टपक रहा था.
45 Աղօթքէն կանգնելով՝ եկաւ աշակերտներուն քով, ու գտաւ զանոնք՝ տրտմութենէն քնացած:
जब वह प्रार्थना से उठे और शिष्यों के पास आए तो उन्हें सोता हुआ पाया. उदासी के मारे शिष्य सो चुके थे.
46 Ըսաւ անոնց. «Ինչո՞ւ կը քնանաք. կանգնեցէ՛ք եւ աղօթեցէ՛ք, որպէսզի չմտնէք փորձութեան մէջ»:
प्रभु येशु ने शिष्यों से कहा, “सो क्यों रहे हो? उठो! प्रार्थना करो कि तुम किसी परीक्षा में न फंसो.”
47 Երբ դեռ կը խօսէր, ահա՛ բազմութիւն մը եկաւ. Յուդա կոչուածն ալ՝ տասներկուքէն մէկը՝ կ՚երթար անոր առջեւէն, ու մօտեցաւ Յիսուսի՝ որպէսզի համբուրէ զայն:
प्रभु येशु जब यह कह ही रहे थे, तभी एक भीड़ वहां आ पहुंची. उनमें यहूदाह, जो बारह शिष्यों में से एक था, सबसे आगे था. वह प्रभु येशु को चूमने के लिए आगे बढ़ा
48 Յիսուս ըսաւ անոր. «Յուդա՛, համբուրելո՞վ կը մատնես մարդու Որդին»:
किंतु प्रभु येशु ने उससे कहा, “यहूदाह! क्या मनुष्य के पुत्र को तुम इस चुंबन के द्वारा पकड़वा रहे हो?”
49 Երբ անոր շուրջը եղողները տեսան ինչ որ պիտի ըլլար, ըսին անոր. «Տէ՛ր, զարնե՞նք սուրով»:
यह पता चलने पर कि क्या होने पर है शिष्यों ने प्रभु येशु से पूछा, “प्रभु, क्या हम तलवार चलाएं?”
50 Եւ անոնցմէ մէկը զարկաւ քահանայապետին ծառային, ու խլեց անոր աջ ականջը:
उनमें से एक ने तो महापुरोहित के दास पर वार कर उस दास का दाहिना कान ही उड़ा दिया.
51 Յիսուս ըսաւ. «Թոյլատրեցէ՛ք մինչեւ այդ տեղը»: Եւ դպաւ անոր ականջին ու բժշկեց զայն:
“बस! बहुत हुआ” प्रभु येशु इस पर बोले, और उन्होंने उस दास के कान का स्पर्श कर उसे पहले जैसा कर दिया.
52 Յիսուս ըսաւ իրեն եկած քահանայապետներուն, տաճարին մեծաւորներուն եւ երէցներուն. «Իբր թէ աւազակի՞ դէմ եկաք՝ սուրերով ու բիրերով:
तब प्रभु येशु ने प्रधान पुरोहितों, मंदिर के पहरुओं तथा वहां उपस्थित पुरनियों को संबोधित करते हुए कहा, “तलवारें और लाठियां लेकर क्या आप किसी राजद्रोही को पकड़ने आए हैं?
53 Ամէ՛ն օր ձեզի հետ էի՝ տաճարին մէջ, եւ ձեռք չերկարեցիք իմ վրաս. բայց ասիկա՛ է ձեր ժամն ու խաւարին իշխանութիւնը»:
आपने मुझे तब तो नहीं पकड़ा जब मैं मंदिर आंगन में प्रतिदिन आपके साथ हुआ करता था! यह इसलिये कि यह क्षण आपका है—अंधकार के हाकिम का.”
54 Բռնելով զայն՝ տարին եւ մտցուցին քահանայապետին տունը. Պետրոս ալ կը հետեւէր անոր հեռուէն:
वे प्रभु येशु को पकड़कर महापुरोहित के घर पर ले गए. पेतरॉस दूर ही दूर से उनके पीछे-पीछे चलते रहे.
55 Երբ կրակ վառեցին գաւիթին մէջտեղը ու նստան միասին, Պետրոս ալ նստաւ անոնց մէջ:
जब लोग आंगन में आग जलाए हुए बैठे थे, पेतरॉस भी उनके साथ बैठ गए.
56 Աղախին մը տեսնելով զայն՝ որ նստած էր կրակին քով, ակնապիշ նայեցաւ անոր եւ ըսաւ. «Ասիկա՛ ալ անոր հետ էր»:
एक सेविका ने पेतरॉस को आग की रोशनी में देखा और उनको एकटक देखते हुए कहा, “यह व्यक्ति भी उसके साथ था!”
57 Բայց Պետրոս ուրացաւ զայն՝ ըսելով. «Կի՛ն, չեմ ճանչնար զայն»:
पेतरॉस ने नकारते हुए कहा, “नहीं! हे स्त्री, मैं उसे नहीं जानता!”
58 Կարճ պահէ մը ետք՝ ուրի՛շ մը տեսաւ զինք եւ ըսաւ. «Դո՛ւն ալ անոնցմէ ես»: Պետրոս ըսաւ. «Մա՛րդ, ես անոնցմէ չեմ»:
कुछ समय बाद किसी अन्य ने उन्हें देखकर कहा, “तुम भी तो उनमें से एक हो!” “नहीं भाई, नहीं!” पेतरॉस ने उत्तर दिया.
59 Գրեթէ ժամ մը ետք՝ ուրիշ մըն ալ կը պնդէր ու կ՚ըսէր. «Ճշմարտապէս ասիկա՛ ալ անոր հետ էր, որովհետեւ Գալիլեացի է»:
लगभग एक घंटे बाद एक अन्य व्यक्ति ने बल देते हुए कहा, “निःसंदेह यह व्यक्ति भी उसके साथ था क्योंकि यह भी गलीलवासी है.”
60 Բայց Պետրոս ըսաւ. «Մա՛րդ, չեմ գիտեր ի՛նչ կը խօսիս»: Անմի՛ջապէս, մինչ ինք դեռ կը խօսէր, աքաղաղը կանչեց:
पेतरॉस ने उत्तर दिया, “महोदय, मेरी समझ में नहीं आ रहा कि आप क्या कह रहे हैं!” जब वह यह कह ही रहे थे कि एक मुर्ग ने बांग दी.
61 Տէրը դարձաւ ու նայեցաւ Պետրոսի: Պետրոս ալ մտաբերեց Տէրոջ խօսքը, որ ըսեր էր իրեն. «Դեռ աքաղաղը չկանչած՝ երե՛ք անգամ պիտի ուրանաս զիս»:
उसी समय प्रभु ने मुड़कर पेतरॉस की ओर दृष्टि की और पेतरॉस को प्रभु की पहले कही हुई बात याद आ गई: “इसके पहले कि मुर्ग बांग दे, तुम आज तीन बार मुझे नकार चुके होगे.”
62 Պետրոս դուրս ելլելով՝ դառնապէս լացաւ:
पेतरॉस बाहर चले गए और फूट-फूटकर रोने लगे.
63 Այն մարդիկը՝ որ բռնած էին Յիսուսը, կը ծաղրէին զայն ու կը ծեծէին.
जिन्होंने प्रभु येशु को पकड़ा था, वे उनको ठट्ठों में उड़ाते हुए उन पर वार करते जा रहे थे.
64 Ծածկելով անոր աչքերը՝ կը զարնէին անոր երեսին եւ կը հարցնէին իրեն. «Մարգարէացի՛ր. ո՞վ է ա՛ն՝ որ զարկաւ քեզի»:
उन्होंने प्रभु येशु की आंखों पर पट्टी बांधी और उनसे पूछने लगे, “भविष्यवाणी कर, किसने वार किया है तुझ पर?”
65 Ուրիշ շատ բաներ ալ կ՚ըսէին անոր դէմ՝ հայհոյելով:
इसके अतिरिक्त वे उनकी निंदा करते हुए उनके लिए अनेक अपमानजनक शब्द भी कहे जा रहे थे.
66 Երբ առտու եղաւ՝ ժողովուրդին երէցներու ժողովը, քահանայապետներն ու դպիրները հաւաքուեցան, տարին զայն իրենց ատեանին առջեւ եւ ըսին. «Եթէ Քրիստոսը դո՛ւն ես, ըսէ՛ մեզի»:
पौ फटने पर पुरनिये लोगों ने प्रधान पुरोहितों तथा शास्त्रियों की एक सभा बुलाई और प्रभु येशु को महासभा में ले गए.
67 Ըսաւ անոնց. «Եթէ ըսեմ ալ ձեզի՝ պիտի չհաւատաք.
उन्होंने प्रभु येशु से प्रश्न किया. “यदि तुम ही मसीह हो तो हमें बता दो.” प्रभु येशु ने उत्तर दिया, “यदि मैं आपको यह बताऊंगा तो भी आप इसका विश्वास नहीं करेंगे और
68 ու եթէ հարցնեմ ձեզի բան մը՝ պիտի չպատասխանէք ինծի, ո՛չ ալ պիտի արձակէք զիս:
यदि मैं आपसे कोई प्रश्न करूं तो आप उसका उत्तर ही न देंगे;
69 Ասկէ ետք՝ մարդու Որդին պիտի բազմի Աստուծոյ զօրութեան աջ կողմը»:
किंतु अब इसके बाद मनुष्य का पुत्र सर्वशक्तिमान परमेश्वर की दायीं ओर बैठाया जाएगा.”
70 Բոլորը ըսին. «Ուրեմն դուն Աստուծոյ Որդի՞ն ես»: Ինք ալ ըսաւ անոնց. «Դո՛ւք կ՚ըսէք թէ ես եմ»:
उन्होंने प्रश्न किया, “तो क्या तुम परमेश्वर के पुत्र हो?” प्रभु येशु ने उत्तर दिया, “जी हां, मैं हूं.”
71 Եւ անոնք ըսին. «Ա՛լ ի՞նչ պէտք ունինք վկայութեան, որովհետեւ մենք իսկ լսեցինք անոր բերանէն»:
यह सुन वे कहने लगे, “अब हमें गवाहों की क्या ज़रूरत है? स्वयं हमने यह इसके मुख से सुन लिया है.”

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