< ԳՈՐԾՔ ԱՌԱՔԵԼՈՑ 7 >

1 Քահանայապետը ըսաւ. «Այդ բաները ա՞յդպէս են ի՛րապէս»:
महापुरोहित ने उनसे प्रश्न किया, “क्या यह आरोप सच है?”
2 Ան ալ ըսաւ. «Մարդի՛կ եղբայրներ ու հայրե՛ր, մտի՛կ ըրէք. փառքի Աստուածը երեւցաւ մեր հօր՝ Աբրահամի, երբ Միջագետքի մէջ էր, դեռ Խառանի մէջ չբնակած, եւ ըսաւ անոր.
स्तेफ़ानॉस ने उसे उत्तर दिया, “आदरणीय गुरुवर और बंधुओं,” कृपया सुनिए: महामहिम परमेश्वर ने हमारे पूर्वज अब्राहाम को उनके हारान प्रदेश में आकर बसने के पूर्व, जब वह मेसोपोतामिया में थे, दिव्य दर्शन देते हुए आज्ञा दी:
3 “Ելի՛ր քու երկրէդ ու ազգականներէդ, եւ գնա՛ այն երկիրը՝ որ ես պիտի ցուցնեմ քեզի”:
अपने पिता के घर तथा अपने रिश्तेदारों को छोड़कर उस देश को चला जा, जो मैं तुझे दिखाऊंगा.
4 Այն ատեն՝ ելլելով Քաղդէացիներու երկրէն՝ բնակեցաւ Խառանի մէջ, եւ անոր հօր մեռնելէն ետք՝ անկէ փոխադրեց զայն այս երկիրը, ուր դուք կը բնակիք հիմա:
“इसलिये वह कसदियों के देश को छोड़कर हारान नगर में बस गए. इसके बाद उनके पिता की मृत्यु के बाद, परमेश्वर उन्हें इस भूमि पर ले आए जिस पर आप निवास कर रहे हैं. परमेश्वर ने उन्हें इस भूभाग का कोई उत्तराधिकार नहीं दिया;
5 Ո՛չ մէկ ժառանգութիւն տուաւ անոր այս երկրին մէջ, ո՛չ իսկ ոտքի քայլի մը չափ տեղ. բայց խոստացաւ ասիկա իբր կալուած տալ իրեն, եւ իրմէ ետք՝ իր զարմին, երբ դեռ ինք զաւակ չունէր:
यहां तक कि पैर रखने का भी स्थान नहीं. किंतु परमेश्वर ने उनके उस समय निःसंतान होने पर भी उनसे यह प्रतिज्ञा की कि उनके बाद वह उनके वंशजों को यह भूमि उनकी संपत्ति के रूप में प्रदान करेंगे.
6 Աստուած սա՛պէս խօսեցաւ. “Անոր զարմը պանդուխտ պիտի ըլլայ օտար երկրի մը մէջ, ու զայն ստրուկ պիտի ընեն եւ չարչարեն չորս հարիւր տարի:
तब परमेश्वर ने अब्राहाम से कहा, ‘यह सच है तुम्हारे वंश के लोग पराए देश में परदेशी होकर रहेंगे, जहां उन्हें दास बना लिया जाएगा, और उन्हें चार सौ वर्ष तक दुःख देंगे.
7 Բայց ե՛ս պիտի դատեմ այն ազգը՝ որուն ստրուկ պիտի ըլլան, - ըսաւ Աստուած, - եւ անկէ ետք պիտի ելլեն ու այս տեղին մէջ պիտի պաշտեն զիս”:
फिर जिस देश के वे दास होंगे, उस देश के लोगों को मैं दंड दूंगा, फिर तुम्हारे वंश के लोग वहां से बहुत धन लेकर निकलेंगे.’
8 Անոր տուաւ թլփատութեան ուխտը, եւ յետոյ Աբրահամ ծնաւ Իսահակը, ու թլփատեց զայն ութերորդ օրը: Իսահակ ծնաւ Յակոբը, Յակոբ ալ՝ տասներկու նահապետները:
परमेश्वर ने अब्राहाम के साथ ख़तना की वाचा स्थापित की. जब अब्राहाम के पुत्र यित्सहाक का जन्म हुआ, तो आठवें दिन उनका ख़तना किया गया. यित्सहाक के पुत्र थे याकोब और याकोब से बारह गोत्रपिता पैदा हुए.
9 «Նահապետները՝ նախանձելով Յովսէփի՝ ծախեցին զայն Եգիպտոս տարուելու համար. բայց Աստուած անոր հետ էր,
“जलन के कारण गोत्रपिताओं ने योसेफ़ को मिस्र देश में बेच दिया किंतु परमेश्वर की कृपादृष्टि योसेफ़ पर बनी रही.
10 ու ազատեց զայն իր բոլոր տառապանքներէն: Շնորհք եւ իմաստութիւն տուաւ անոր Եգիպտոսի Փարաւոն թագաւորին առջեւ. ան ալ կառավարիչ նշանակեց զայն Եգիպտոսի ու իր ամբողջ տան վրայ:
इसलिये परमेश्वर ने योसेफ़ को सभी यातनाओं से मुक्त कर उन्हें बुद्धि प्रदान की और मिस्र देश के राजा फ़रोह की कृपादृष्टि प्रदान की तथा फ़रोह ने उन्हें मिस्र देश और पूरे राजमहल पर अधिकारी बना दिया.
11 Երբ Եգիպտոսի եւ Քանանի ամբողջ երկրին մէջ սով եղաւ, ու մեծ տառապանք, մեր հայրերը ուտելիք չէին գտներ:
“तब सारे मिस्र और कनान देश में अकाल पड़ा जिससे हर जगह हाहाकार मच गया और हमारे पूर्वजों के सामने भोजन का अभाव हो गया.
12 Յակոբ՝ երբ լսեց թէ Եգիպտոսի մէջ ցորեն կը գտնուի՝ առաջին անգամ ճամբեց մեր հայրերը:
किंतु जब याकोब को यह मालूम हुआ कि मिस्र देश में अन्‍न उपलब्ध है, उन्होंने हमारे पूर्वजों को अन्‍न लेने वहां भेजा, जिनकी यह पहली मिस्र की यात्रा थी.
13 Երկրորդ անգամ՝ Յովսէփ ճանչցուց ինքզինք իր եղբայրներուն, եւ Յովսէփի ցեղը յայտնի եղաւ Փարաւոնի:
जब वे अन्‍न लेने वहां दूसरी बार गए, योसेफ़ ने स्वयं को अपने भाइयों पर प्रकट कर दिया, जिससे फ़रोह योसेफ़ के परिवार से परिचित हो गया.
14 Յովսէփ մարդ ղրկեց ու կանչեց իր հայրը՝ Յակոբը, եւ բոլոր ազգականները՝ եօթանասունհինգ անձ:
तब योसेफ़ ने अपने पिता और सारे परिवार को, जिनकी संख्या पचहत्तर थी, मिस्र देश में बुला लिया.
15 Յակոբ իջաւ Եգիպտոս, ուր վախճանեցան ինք ու մեր հայրերը,
तब याकोब मिस्र देश में बस गए और वहीं उनकी और हमारे पूर्वजों की मृत्यु हुई.
16 եւ փոխադրուելով Սիւքէմ՝ դրուեցան այն գերեզմանին մէջ, որ Աբրահամ արծաթով գնած էր Սիւքէմի հօր՝ Եմովրի որդիներէն:
उनके अवशेष शेकेम नगर लाए गए तथा उन्हें अब्राहाम द्वारा मोल ली गई कंदरा-क़ब्र में रखा गया, जिसे अब्राहाम ने शेकेम नगर के निवासी हामोर के पुत्रों को दाम देकर खरीदा था.
17 Երբ մօտեցաւ ժամանակը խոստումին՝ որուն համար Աստուած երդում ըրած էր Աբրահամի, ժողովուրդը աճեցաւ ու բազմացաւ Եգիպտոսի մէջ՝
“जब परमेश्वर द्वारा अब्राहाम से की गई प्रतिज्ञा को पूरी करने का समय आया तब मिस्र देश में हमारे पूर्वजों की संख्या में कई गुणा वृद्धि हो चुकी थी.
18 մինչեւ որ ուրիշ թագաւոր մը ելաւ, որ չէր ճանչնար Յովսէփը:
उस समय मिस्र में एक नया राजा बना, जो योसेफ़ को नहीं जानता था.
19 Ան խորամանկութեամբ վարուեցաւ մեր ցեղին դէմ եւ չարչարեց մեր հայրերը, մինչեւ անգամ անոնց երախաները դուրս նետել տալով, որպէսզի չապրեցնէ:
उसने हमारे पूर्वजों के साथ चालाकी से बुरा व्यवहार किया और नवजात शिशुओं को नाश करने के लिए विवश किया कि एक भी शिशु बचा न रहे.
20 «Այդ ատեն Մովսէս ալ ծնաւ, որ գեղեցիկ էր Աստուծոյ առջեւ, ու երեք ամիս մեծցաւ իր հօր տունը:
“इसी काल में मोशेह का जन्म हुआ. वह परमेश्वर की दृष्टि में चाहने योग्य थे. तीन माह तक उनका पालन पोषण उनके पिता के ही परिवार में हुआ.
21 Երբ ան դուրս դրուեցաւ, Փարաւոնի աղջիկը տարաւ զայն եւ մեծցուց իբր իր որդին:
जब उनको छुपाए रखना असंभव हो गया, तब फ़रोह की पुत्री उन्हें ले गई. उसने उनका पालन पोषण अपने पुत्र जैसे किया.
22 Մովսէս կրթուեցաւ Եգիպտացիներուն ամբողջ իմաստութեամբ, ու զօրաւոր էր իր խօսքերով եւ գործերով:
मिस्र देश की सारी विद्या में मोशेह को प्रशिक्षित किया गया. वह बातचीत और कर्तव्य-पालन करने में प्रभावशाली थे.
23 Երբ լման քառասուն տարեկան եղաւ, իր սիրտը փափաքեցաւ այցելել իր եղբայրներուն՝ Իսրայէլի որդիներուն:
“जब मोशेह लगभग चालीस वर्ष के हुए, उनके मन में अपने इस्राएली बंधुओं से भेंट करने का विचार आया.
24 Անիրաւուած տեսնելով Իսրայելացիներէն մէկը՝ պաշտպանեց զայն, եւ ընկճուածին վրէժը առաւ՝ զարնելով Եգիպտացին:
वहां उन्होंने एक इस्राएली के साथ अन्याय से भरा व्यवहार होते देख उसकी रक्षा की तथा सताए जानेवाले के बदले में मिस्रवासी की हत्या कर दी.
25 Կը կարծէր թէ իր եղբայրները պիտի հասկնային թէ Աստուած իրենց փրկութիւն պիտի տար իր ձեռքով. բայց անոնք չհասկցան:
उनका विचार यह था कि उनके इस काम के द्वारा इस्राएली यह समझ जाएंगे कि परमेश्वर स्वयं उन्हीं के द्वारा इस्राएलियों को मुक्त करा रहे हैं किंतु ऐसा हुआ नहीं.
26 Հետեւեալ օրը հանդիպեցաւ անոնց՝ երբ կը կռուէին, եւ ուզեց հաշտեցնել զանոնք՝ ըսելով. “Մարդի՛կ, դուք եղբայրնե՛ր էք. ինչո՞ւ կ՚անիրաւէք զիրար”:
दूसरे दिन जब उन्होंने आपस में लड़ते हुए दो इस्राएलियों के मध्य यह कहते हुए मेल-मिलाप का प्रयास किया, ‘तुम भाई-भाई हो, क्यों एक दूसरे को आहत करना चाह रहे हो?’
27 Բայց ան որ կ՚անիրաւէր ընկերը՝ վանեց զինք ու ըսաւ. “Ո՞վ քեզ պետ եւ իրաւարար նշանակեց մեր վրայ:
“उस अन्याय करनेवाले इस्राएली ने मोशेह को धक्का देते हुए कहा, ‘किसने तुम्हें हम पर राजा और न्याय करनेवाला ठहराया है?
28 Զի՞ս ալ կ՚ուզես սպաննել, ինչպէս երէկ սպաննեցիր Եգիպտացին”:
कहीं तुम्हारा मतलब कल उस मिस्री जैसे मेरी भी हत्या का तो नहीं है? बोलो!’
29 Այս խօսքէն ետք Մովսէս փախաւ ու պանդխտացաւ Մադիամի երկրին մէջ, ուր ծնաւ երկու որդի:
यह सुन मोशेह वहां से भाग खड़े हुए और मिदियान देश में परदेशी होकर रहने लगे. वहां उनके दो पुत्र पैदा हुए.
30 Երբ քառասուն տարին լրացաւ, Տէրոջ հրեշտակը երեւցաւ անոր Սինա լերան անապատին մէջ՝ մորենիի կրակի բոցով:
“चालीस वर्ष व्यतीत होने पर सीनाय पर्वत के बंजर भूमि में एक जलती हुई कंटीली झाड़ी आग की लौ में उन्हें एक स्वर्गदूत दिखाई दिया.
31 Մովսէս ալ՝ երբ նշմարեց՝ զարմացաւ այդ տեսիլքին վրայ, ու երբ մօտեցաւ դիտելու՝ Տէրոջ ձայնը եկաւ անոր, որ կ՚ըսէր.
इस दृश्य ने उन्हें आश्चर्यचकित कर दिया. जब वह इसे नज़दीकी से देखने के उद्देश्य से झाड़ी के पास गए तो परमेश्वर ने उनसे कहा:
32 “Ե՛ս եմ քու հայրերուդ Աստուածը, Աբրահամի Աստուածը, Իսահակի Աստուածը եւ Յակոբի Աստուածը”: Մովսէս ալ՝ վախէն դողալով՝ չէր յանդգներ դիտել:
‘मैं तुम्हारे पूर्वजों के पिता अर्थात् अब्राहाम, यित्सहाक तथा याकोब का परमेश्वर हूं.’ मोशेह भय से कांपने लगे और ऊपर आंख उठाने का साहस न कर सके.
33 Տէրը ըսաւ անոր. “Հանէ՛ ոտքերուդ կօշիկները, որովհետեւ սուրբ երկիր է այն տեղը՝ ուր կայնած ես:
“प्रभु ने मोशेह से कहा, अपनी पैरों से जूते उतार दो, क्योंकि यह स्थान, जिस पर तुम खड़े हो, पवित्र है.
34 Ի՛րապէս տեսայ Եգիպտոսի մէջ եղող ժողովուրդիս չարչարանքը, լսեցի անոնց հառաչանքը, եւ իջայ զանոնք ազատելու. ու հիմա եկո՛ւր, քեզ ղրկեմ Եգիպտոս”:
मिस्र देश में मेरी प्रजा पर हो रहा अत्याचार मैंने अच्छी तरह से देखा है. ‘मैंने उनका कराहना भी सुना है. मैं उन्हें मुक्त कराने नीचे उतर आया हूं. सुनो, मैं तुम्हें मिस्र देश भेजूंगा.’
35 «Այս Մովսէսը, որ ուրացան՝ ըսելով. “Ո՞վ պետ եւ իրաւարար նշանակեց քեզ”, զա՛յն ղրկեց Աստուած իբր պետ եւ ազատարար՝ այն հրեշտակին ձեռքով, որ երեւցաւ անոր մորենիին մէջ:
“यह वही मोशेह हैं, जिन्हें इस्राएलियों ने यह कहते हुए अस्वीकार कर दिया था, ‘किसने तुम्हें हम पर राजा और न्याय करनेवाला ठहराया है?’ परमेश्वर ने उन्हीं को उस स्वर्गदूत द्वारा, जो झाड़ी में उन्हें दिखाई दिया था, राजा तथा छुड़ाने वाला ठहराकर भेज दिया.
36 Անիկա՛ դուրս հանեց զանոնք, սքանչելիքներ ու նշաններ ցոյց տալով Եգիպտոսի երկրին եւ Կարմիր ծովուն, ու քառասուն տարի՝ անապատին մէջ:
यह वही मोशेह थे, जिन्होंने उनका नायक होकर उन्हें बाहर निकाला और मिस्र देश, लाल सागर तथा चालीस वर्ष बंजर भूमि में अद्भुत चिह्न दिखाते हुए उनका मार्गदर्शन किया.
37 Այս Մովսէսն է որ ըսաւ Իսրայէլի որդիներուն. “Տէրը՝ ձեր Աստուածը՝ ձեր եղբայրներէն պիտի հանէ ձեզի մարգարէ մը՝ ինծի նման. մտի՛կ ըրէք անոր”:
“यही थे वह मोशेह, जिन्होंने इस्राएल की संतान के सामने यह घोषणा पहले से ही की थी, ‘तुम्हारे ही देशवासियों में से परमेश्वर मेरे ही समान एक भविष्यवक्ता को उठाएंगे.’
38 Ասիկա ա՛ն է որ համախմբումին մէջ էր՝ անապատը, Սինա լերան վրայ իրեն խօսող հրեշտակին եւ մեր հայրերուն հետ: Ան կենարար պատգամներ ընդունեց՝ մեզի տալու.
यह वही हैं, जो बंजर भूमि में इस्राएली समुदाय में उस स्वर्गदूत के साथ मौजूद थे, जिसने उनसे सीनाय पर्वत पर बातें की और जो हमारे पूर्वजों के साथ थे तथा मोशेह ने तुम्हें सौंप देने के लिए जिनसे जीवित वचन प्राप्‍त किए.
39 բայց մեր հայրերը չուզեցին անոր հնազանդիլ, հապա զայն վանեցին իրենցմէ ու Եգիպտոս դարձան իրենց սիրտին մէջ՝
“हमारे पूर्वज उनके आज्ञापालन के इच्छुक नहीं थे. वे मन ही मन मिस्र देश की कामना करने लगे.
40 ըսելով Ահարոնի. “Աստուածնե՛ր շինէ մեզի, որպէսզի երթան մեր առջեւէն. որովհետեւ այդ Մովսէսը՝ որ հանեց մեզ Եգիպտոսի երկրէն, չենք գիտեր թէ ի՛նչ եղաւ անոր”:
वे हारोन से कहते रहे, ‘हमारे आगे-आगे जाने के लिए देवताओं को स्थापित करो. इस मोशेह की, जो हमें मिस्र साम्राज्य से बाहर लेकर आया है, कौन जाने क्या हुआ!’
41 Այն օրերը շինեցին հորթ մը, զոհ մատուցանեցին կուռքին, եւ կ՚ուրախանային իրենց ձեռքերուն գործերով:
तब उन्होंने बछड़े की एक मूर्ति बनाई, उसे बलि चढ़ाई तथा अपने हाथों के कामों पर उत्सव मनाने लगे.
42 Աստուած ալ երես դարձուց ու մատնեց զանոնք պաշտելու երկինքի աստղերը, ինչպէս գրուած է Մարգարէներու գիրքին մէջ. “Միթէ ինծի՞ մատուցանեցիք մորթուած անասուններ եւ զոհեր՝ քառասուն տարի անապատին մէջ, ո՛վ Իսրայէլի տունը:
इससे परमेश्वर ने उनसे मुंह मोड़कर उन्हें आकाश के नक्षत्रों की उपासना करने के लिए छोड़ दिया, जैसा भविष्यद्वक्ताओं के अभिलेख में लिखा है: “‘हे इस्राएल के वंशजों, निर्जन प्रदेश में चालीस साल तक क्या तुमने मुझे बलिदान और भेंट चढ़ाया?
43 Հապա կրեցիք Մողոքի վրանը ու ձեր Հռեմփա աստուծոյն աստղը, ձեր կերտած պատկերները՝ անոնց երկրպագելու համար: Ես ալ պիտի տարագրեմ ձեզ Բաբելոնի միւս կողմը”:
तुमने देवता मोलेक की वेदी की स्थापना की, अपने देवता रेफ़ान के तारे को ऊंचा किया और उन्हीं की मूर्तियों को आराधना के लिए स्थापित किया. इसलिये मैं तुम्हें बाबेल से दूर निकाल ले जाऊंगा.’
44 «Անապատին մէջ՝ մեր հայրերը ունէին վկայութեան խորանը, ինչպէս Մովսէսի հետ խօսողը պատուիրած էր որ շինէ զայն՝ տեսած տիպարին պէս:
“बंजर भूमि में गवाही का तंबू हमारे पूर्वजों के पास था. इसका निर्माण ठीक-ठीक परमेश्वर द्वारा मोशेह को दिए गए निर्देश के अनुसार किया गया था, जिसका आकार स्वयं मोशेह देख चुके थे.
45 Անոնց յաջորդող մեր հայրերն ալ՝ զայն ստանալով՝ Յեսուի հետ մտցուցին կալուածը այն հեթանոսներուն, որ Աստուած վանեց մեր հայրերուն առջեւէն: Հոն մնաց մինչեւ Դաւիթի օրերը,
हमारे पूर्वज इस गवाही के तंबू को यहोशू के नेतृत्व में अपने साथ उस भूमि पर ले आए, जिसे उन्होंने अपने अधिकार में ले लिया था और जहां से परमेश्वर ने हमारे पूर्वजों के सामने से राष्ट्रों को निकाल दिया था. ऐसा दावीद के समय तक रहा.
46 որ Աստուծոյ առջեւ շնորհք գտաւ եւ ուզեց բնակարան մը կառուցանել Յակոբի Աստուծոյն.
दावीद पर परमेश्वर की कृपादृष्टि थी. दावीद ने उनसे याकोब के परमेश्वर के लिए एक निवास स्थान बनाने की आज्ञा चाही.
47 բայց Սողոմո՛ն տուն մը կառուցանեց անոր:
किंतु इस भवन का निर्माण शलोमोन द्वारा किया गया.
48 Սակայն Ամենաբարձրը չի բնակիր ձեռակերտ տաճարներու մէջ, ինչպէս մարգարէն կ՚ըսէ.
“सच तो यह है कि, परम प्रधान परमेश्वर मनुष्य के हाथ से बने भवन में वास नहीं करते. भविष्यवक्ता की घोषणा है:
49 “Երկինքը իմ գահս է, ու երկիրը իմ ոտքերուս պատուանդանն է. ինչպիսի՞ տուն պիտի կառուցանէք ինծի, - կ՚ըսէ Տէրը, - կամ ի՞նչպէս պիտի ըլլայ իմ հանգստավայրիս տեղը.
“‘स्वर्ग मेरा सिंहासन तथा पृथ्वी मेरे पैरों की चौकी है. किस प्रकार का घर बनाओगे तुम मेरे लिए? परमेश्वर का कहना है, या कहां होगा मेरा विश्राम स्थान?
50 միթէ իմ ձեռքս չէ՞ շիներ այս բոլորը”:
क्या ये सभी मेरे ही हाथों की रचना नहीं?’
51 «Խստապարանոցնե՛ր ու սիրտով եւ ականջով անթլփատնե՛ր, դուք միշտ կ՚ընդդիմանաք Սուրբ Հոգիին, ինչպէս ձեր հայրերը՝ այնպէս ալ դուք:
“आप, जो हठीले हृदय और कान के ख़तना रहित लोग हैं, हमेशा पवित्र आत्मा का विरोध करते रहते हैं. आप ठीक वही कर रहे हैं, जो आपके पूर्वजों ने किया.
52 Մարգարէներէն ո՞րը չհալածեցին ձեր հայրերը, ու չսպաննեցին անոնք՝ որ նախապէս ծանուցանեցին այն Արդարին գալուստը: Անոր մատնիչները եւ սպաննողները եղաք հիմա,
क्या कभी भी कोई ऐसा भविष्यवक्ता हुआ है, जिसे आपके पूर्वजों ने सताया न हो? यहां तक कि उन्होंने तो उन भविष्यद्वक्ताओं की हत्या भी कर दी जिन्होंने उस धर्मी जन के आगमन की पहले से ही घोषणा की थी. यहां उसी की हत्या करके आप लोग विश्वासघाती और हत्यारे बन गए हैं.
53 դո՛ւք՝ որ ստացաք Օրէնքը հրեշտակներու կարգադրութեամբ, բայց չպահեցիք զայն»:
आप वही हैं जिन्हें स्वर्गदूतों द्वारा प्रभावशाली व्यवस्था सौंपी गई थी, फिर भी आपने उसका पालन नहीं किया.”
54 Այս բաները լսելով՝ անոնք կը մոլեգնէին իրենց սիրտերուն մէջ եւ կը կրճտէին իրենց ակռաները անոր դէմ:
यह सुन सारे सुननेवाले तिलमिला उठे और स्तेफ़ानॉस पर दांत पीसने लगे.
55 Բայց ան՝ լեցուած Սուրբ Հոգիով՝ ակնապիշ նայեցաւ դէպի երկինք, տեսաւ Աստուծոյ փառքը ու Յիսուսն ալ՝ որ Աստուծոյ աջ կողմը կայնած էր, եւ ըսաւ.
किंतु पवित्र आत्मा से भरकर स्तेफ़ानॉस ने जब अपनी दृष्टि स्वर्ग की ओर उठाई, उन्होंने परमेश्वर की महिमा को और मसीह येशु को परमेश्वर के दाहिनी ओर खड़े हुए देखा.
56 «Ահա՛ կը տեսնեմ երկինքը բացուած, ու մարդու Որդին՝ Աստուծոյ աջ կողմը կայնած»:
स्तेफ़ानॉस ने सुननेवालों को संबोधित करते हुए कहा, “वह देखिए! मुझे स्वर्ग खुला हुआ तथा मनुष्य का पुत्र परमेश्वर के दाहिनी ओर खड़े हुए दिखाई दे रहे हैं.”
57 Իսկ անոնք բարձրաձայն աղաղակելով՝ գոցեցին իրենց ականջները, եւ բոլորը միաբանութեամբ խուժեցին անոր վրայ,
यह सुनते ही सुननेवालों ने चीखते हुए अपने कानों पर हाथ रख लिए. फिर वे गुस्से में स्तेफ़ानॉस पर एक साथ टूट पड़े.
58 ու քաղաքէն դուրս հանելով՝ քարկոծեցին զայն. եւ վկաները իրենց հանդերձները պահ դրին երիտասարդի մը ոտքերուն քով, որ կը կոչուէր Սօղոս:
उन्होंने स्तेफ़ानॉस को पकड़ा और घसीटते हुए नगर के बाहर ले गए और वहां उन्होंने पथराव करके उनकी हत्या कर दी. इस समय उन्होंने अपने बाहरी कपड़े शाऊल नामक युवक के पास रख छोड़े थे.
59 Ու կը քարկոծէին Ստեփանոսը, որ կը գոչէր. «Տէ՛ր Յիսուս, ընդունէ՛ իմ հոգիս»:
जब वे स्तेफ़ानॉस का पथराव कर रहे थे, स्तेफ़ानॉस ने प्रभु से इस प्रकार प्रार्थना की, “प्रभु येशु, मेरी आत्मा को स्वीकार कीजिए.”
60 Եւ ծնրադրելով՝ բարձրաձայն աղաղակեց. «Տէ՛ր, այս մեղքը մի՛ սեպեր ատոնց»: Ասիկա ըսելով՝ ննջեց:
तब उन्होंने घुटने टेककर ऊंचे शब्द में यह कहा, “प्रभु, इन्हें इस पाप का दोषी न ठहराना.” यह कहते हुए स्तेफ़ानॉस लंबी नींद में सो गए.

< ԳՈՐԾՔ ԱՌԱՔԵԼՈՑ 7 >