< ԵՐՐՈՐԴ ՅՈՎՀԱՆՆՈՒ 1 >

1 Երէցը՝ սիրելի Գայիոսին, որ կը սիրեմ ճշմարտութեամբ:
मुझ प्राचीन की ओर से उस प्रिय गयुस के नाम, जिससे मैं सच्चा प्रेम रखता हूँ।
2 Սիրելի՛ս, կ՚ըղձամ որ ամէն կերպով յաջողիս եւ առողջ ըլլաս, ինչպէս քու անձդ ալ յաջողութեան մէջ է:
हे प्रिय, मेरी यह प्रार्थना है; कि जैसे तू आत्मिक उन्नति कर रहा है, वैसे ही तू सब बातों में उन्नति करे, और भला चंगा रहे।
3 Որովհետեւ մեծապէս ուրախացայ, երբ քանի մը եղբայրներ եկան ու վկայեցին քու ճշմարտութեանդ մասին, թէ կ՚ընթանաս ճշմարտութեամբ:
क्योंकि जब भाइयों ने आकर, तेरे उस सत्य की गवाही दी, जिस पर तू सचमुच चलता है, तो मैं बहुत ही आनन्दित हुआ।
4 Ամենամեծ ուրախութիւնս է լսել՝ թէ իմ զաւակներս կ՚ընթանան ճշմարտութեամբ:
मुझे इससे बढ़कर और कोई आनन्द नहीं, कि मैं सुनूँ, कि मेरे बच्चे सत्य पर चलते हैं।
5 Սիրելի՛ս, դուն հաւատա՛րմաբար կ՚ընես՝ ինչ որ կ՚ընես եղբայրներուն եւ օտարականներուն.
हे प्रिय, जब भी तू भाइयों के लिए कार्य करे और अजनबियों के लिए भी तो विश्वासयोग्यता के साथ कर।
6 անոնք վկայեցին քու սիրոյդ մասին եկեղեցիին առջեւ: Եթէ ուղարկես զանոնք աստուածահաճոյ կերպով՝ լա՛ւ կ՚ընես.
उन्होंने कलीसिया के सामने तेरे प्रेम की गवाही दी थी। यदि तू उन्हें उस प्रकार विदा करेगा जिस प्रकार परमेश्वर के लोगों के लिये उचित है तो अच्छा करेगा।
7 որովհետեւ անոնք մեկնեցան Աստուծոյ անունին համար՝ ոչինչ առնելով հեթանոսներէն:
क्योंकि वे उस नाम के लिये निकले हैं, और अन्यजातियों से कुछ नहीं लेते।
8 Ուրեմն մենք պարտաւոր ենք ընդունիլ այդպիսիները, որպէսզի գործակից ըլլանք ճշմարտութեան:
इसलिए ऐसों का स्वागत करना चाहिए, जिससे हम भी सत्य के पक्ष में उनके सहकर्मी हों।
9 Գրեցի եկեղեցիին. բայց Դիոտրեփէս, որ կ՚ուզէ անոնց մէջ առաջին ըլլալ, չ՚ընդունիր մեզ:
मैंने कलीसिया को कुछ लिखा था; पर दियुत्रिफेस जो उनमें बड़ा बनना चाहता है, हमें ग्रहण नहीं करता।
10 Ուստի եթէ գամ՝ պիտի մտաբերեմ անոր ըրած գործերը, քանի որ կը շաղակրատէ մեզի դէմ չար խօսքերով: Չի բաւարարուիր ասով, եւ ո՛չ միայն չ՚ընդունիր եղբայրները, հապա կ՚արգիլէ ու եկեղեցիէն կը վտարէ անոնք՝ որ կ՚ուզեն ընդունիլ:
१०इसलिए यदि मैं आऊँगा, तो उसके कामों की जो वह करता है सुधि दिलाऊँगा, कि वह हमारे विषय में बुरी-बुरी बातें बकता है; और इस पर भी सन्तोष न करके स्वयं ही भाइयों को ग्रहण नहीं करता, और उन्हें जो ग्रहण करना चाहते हैं, मना करता है और कलीसिया से निकाल देता है।
11 Սիրելի՛ս, մի՛ նմանիր չարին, հապա՝ բարիին: Ա՛ն որ բարիք կ՚ընէ՝ Աստուծմէ է. բայց ա՛ն որ չարիք կ՚ընէ՝ տեսած չէ Աստուած:
११हे प्रिय, बुराई के नहीं, पर भलाई के अनुयायी हो। जो भलाई करता है, वह परमेश्वर की ओर से है; पर जो बुराई करता है, उसने परमेश्वर को नहीं देखा।
12 Իսկ Դեմետրիոս բարի վկայուած է բոլորէն, նոյնինքն ճշմարտութենէն ալ: Մե՛նք ալ կը վկայենք, եւ դուք գիտէք թէ մեր վկայութիւնը ճշմարիտ է:
१२दिमेत्रियुस के विषय में सब ने वरन् सत्य ने भी आप ही गवाही दी: और हम भी गवाही देते हैं, और तू जानता है, कि हमारी गवाही सच्ची है।
13 Գրելիք շատ բան ունէի, բայց չեմ ուզեր մելանով ու գրիչով գրել քեզի:
१३मुझे तुझको बहुत कुछ लिखना तो था; पर स्याही और कलम से लिखना नहीं चाहता।
14 Սակայն կը յուսամ թէ շուտով պիտի տեսնեմ քեզ, եւ պիտի խօսինք դէմ առ դէմ: Խաղաղութի՜ւն քեզի: Բարեկամները կը բարեւեն քեզ. բարեւէ՛ մեր բարեկամները՝ իւրաքանչիւրը իր անունով:
१४पर मुझे आशा है कि तुझ से शीघ्र भेंट करूँगा: तब हम आमने-सामने बातचीत करेंगे: तुझे शान्ति मिलती रहे। यहाँ के मित्र तुझे नमस्कार करते हैं वहाँ के मित्रों के नाम ले लेकर नमस्कार कह देना।

< ԵՐՐՈՐԴ ՅՈՎՀԱՆՆՈՒ 1 >