< زَكَريَّا 3 >

وَأَرَانِي يَهُوشَعَ ٱلْكَاهِنَ ٱلْعَظِيمَ قَائِمًا قُدَّامَ مَلَاكِ ٱلرَّبِّ، وَٱلشَّيْطَانُ قَائِمٌ عَنْ يَمِينِهِ لِيُقَاوِمَهُ. ١ 1
तब उसने मुझे दिखाया कि महापुरोहित यहोशू याहवेह के दूत के सामने खड़ा है, और स्वर्गदूत के दाएं तरफ शैतान, यहोशू पर दोष लगाने के लिये खड़ा है.
فَقَالَ ٱلرَّبُّ لِلشَّيْطَانِ: «لِيَنْتَهِرْكَ ٱلرَّبُّ يَا شَيْطَانُ! لِيَنْتَهِرْكَ ٱلرَّبُّ ٱلَّذِي ٱخْتَارَ أُورُشَلِيمَ! أَفَلَيْسَ هَذَا شُعْلَةً مُنْتَشَلَةً مِنَ ٱلنَّارِ؟». ٢ 2
याहवेह ने शैतान से कहा, “हे शैतान, याहवेह तुझे डांटे! याहवेह, जिसने येरूशलेम को चुन लिया है, तुझे डांटे! क्या यह व्यक्ति आग से निकाली गई जलती हुई लाठी के समान नहीं है?”
وَكَانَ يَهُوشَعُ لَابِسًا ثِيَابًا قَذِرَةً وَوَاقِفًا قُدَّامَ ٱلْمَلَاكِ. ٣ 3
इस समय यहोशू स्वर्गदूत के सामने गंदे कपड़े पहने हुए खड़ा था.
فَأَجَابَ وَكَلَّمَ ٱلْوَاقِفِينَ قُدَّامَهُ قَائِلًا: «ٱنْزِعُوا عَنْهُ ٱلثِّيَابَ ٱلْقَذِرَةَ». وَقَالَ لَهُ: «ٱنْظُرْ. قَدْ أَذْهَبْتُ عَنْكَ إِثْمَكَ، وَأُلْبِسُكَ ثِيَابًا مُزَخْرَفَةً». ٤ 4
तब स्वर्गदूत ने अपने सामने खड़े व्यक्तियों से कहा, “उसके गंदे कपड़ों को उतार दो.” तब उसने यहोशू से कहा, “देखो, मैंने तुम्हारे पापों को दूर कर दिया है, और मैं तुम्हें सुंदर कपड़े पहनाऊंगा.”
فَقُلْتُ: «لِيَضَعُوا عَلَى رَأْسِهِ عِمَامَةً طَاهِرَةً». فَوَضَعُوا عَلَى رَأْسِهِ ٱلْعِمَامَةَ ٱلطَّاهِرَةَ، وَأَلْبَسُوهُ ثِيَابًا وَمَلَاكُ ٱلرَّبِّ وَاقِفٌ. ٥ 5
तब मैंने कहा, “उसके सिर पर एक साफ पगड़ी रखो.” तब उन्होंने महापुरोहित यहोशू को एक साफ पगड़ी और साफ कपड़े पहनाए, और याहवेह का दूत उसके पास खड़ा था.
فَأَشْهَدَ مَلَاكُ ٱلرَّبِّ عَلَى يَهُوشَعَ قَائِلًا: ٦ 6
उसके बाद याहवेह के दूत ने यहोशू को यह आश्वासन दिया:
«هَكَذَا قَالَ رَبُّ ٱلْجُنُودِ: إِنْ سَلَكْتَ فِي طُرُقِي، وَإِنْ حَفِظْتَ شَعَائِرِي، فَأَنْتَ أَيْضًا تَدِينُ بَيْتِي، وَتُحَافِظُ أَيْضًا عَلَى دِيَارِي، وَأُعْطِيكَ مَسَالِكَ بَيْنَ هَؤُلَاءِ ٱلْوَاقِفِينَ. ٧ 7
“सर्वशक्तिमान याहवेह का यह कहना है: ‘यदि तुम मेरी आज्ञाओं को मानोगे और मेरी विधियों पर चलोगे, तो तुम मेरे भवन पर शासन करोगे और मेरे आंगनों पर तुम्हारा अधिकार होगा, और मैं तुम्हें इन लोगों के बीच में जगह दूंगा जो यहां खड़े हैं.
فَٱسْمَعْ يَا يَهُوشَعُ ٱلْكَاهِنُ ٱلْعَظِيمُ أَنْتَ وَرُفَقَاؤُكَ ٱلْجَالِسُونَ أَمَامَكَ، لِأَنَّهُمْ رِجَالُ آيَةٍ، لِأَنِّي هَأَنَذَا آتِي بِعَبْدِي «ٱلْغُصْنِ». ٨ 8
“‘हे महापुरोहित यहोशू, तुम और तुम्हारे सामने बैठे हुए तुम्हारे सहकर्मी, तुम सब जो आनेवाली चीज़ों के प्रतीक मात्र हो, सुन तो लो: मैं अपने सेवक, शाखा को लानेवाला हूं.
فَهُوَذَا ٱلْحَجَرُ ٱلَّذِي وَضَعْتُهُ قُدَّامَ يَهُوشَعَ عَلَى حَجَرٍ وَاحِدٍ سَبْعُ أَعْيُنٍ. هَأَنَذَا نَاقِشٌ نَقْشَهُ، يَقُولُ رَبُّ ٱلْجُنُودِ، وَأُزِيلُ إِثْمَ تِلْكَ ٱلْأَرْضِ فِي يَوْمٍ وَاحِدٍ. ٩ 9
उस पत्थर को देखो, जिसे मैंने यहोशू के सामने रखा है! उस एक ही पत्थर में सात नेत्र हैं, और मैं उस पर एक लेख उकेरूंगा,’ सर्वशक्तिमान याहवेह का कहना है, ‘और मैं एक ही दिन में इस देश के पाप को हटा दूंगा.
فِي ذَلِكَ ٱلْيَوْمِ، يَقُولُ رَبُّ ٱلْجُنُودِ، يُنَادِي كُلُّ إِنْسَانٍ قَرِيبَهُ تَحْتَ ٱلْكَرْمَةِ وَتَحْتَ ٱلتِّينَةِ». ١٠ 10
“‘उस दिन, तुममें से हर एक अपने पड़ोसी को अंगूर और अंजीर पेड़ के नीचे संगति करने के लिए आमंत्रित करेगा.’ सर्वशक्तिमान याहवेह की यह घोषणा है.”

< زَكَريَّا 3 >