< اَلْمَزَامِيرُ 67 >

لِإِمَامِ ٱلْمُغَنِّينَ عَلَى «ذَوَاتِ ٱلْأَوْتَارِ». مَزْمُورٌ. تَسْبِيحَةٌ لِيَتَحَنَّنِ ٱللهُ عَلَيْنَا وَلْيُبَارِكْنَا. لِيُنِرْ بِوَجْهِهِ عَلَيْنَا. سِلَاهْ. ١ 1
संगीत निर्देशक के लिये. तार वाद्यों की संगत के साथ. एक स्तोत्र. एक गीत. परमेश्वर हम पर अनुग्रह करें, और आशीष दें, और उनका मुख हम पर प्रकाशित करते रहें.
لِكَيْ يُعْرَفَ فِي ٱلْأَرْضِ طَرِيقُكَ، وَفِي كُلِّ ٱلْأُمَمِ خَلَاصُكَ. ٢ 2
पृथ्वी पर आपकी इच्छा प्रकाशित होती रहे, तथा समस्त राष्ट्रों को आपके उद्धार का परिचय प्राप्‍त हो.
يَحْمَدُكَ ٱلشُّعُوبُ يَا ٱللهُ. يَحْمَدُكَ ٱلشُّعُوبُ كُلُّهُمْ. ٣ 3
हे परमेश्वर, मनुष्य आपका स्तवन करते रहें; सभी मनुष्यों द्वारा आपका स्तवन होता रहे.
تَفْرَحُ وَتَبْتَهِجُ ٱلْأُمَمُ لِأَنَّكَ تَدِينُ ٱلشُّعُوبَ بِٱلِٱسْتِقَامَةِ، وَأُمَمَ ٱلْأَرْضِ تَهْدِيهِمْ. سِلَاهْ. ٤ 4
हर एक राष्ट्र उल्‍लसित होकर हर्षोल्लास में गाने लगे, क्योंकि आपका न्याय सभी के लिए खरा है और आप पृथ्वी के हर एक राष्ट्र की अगुवाई करते हैं.
يَحْمَدُكَ ٱلشُّعُوبُ يَا ٱللهُ. يَحْمَدُكَ ٱلشُّعُوبُ كُلُّهُمْ. ٥ 5
हे परमेश्वर, मनुष्य आपका स्तवन करते रहें; सभी मनुष्यों द्वारा आपका स्तवन होता रहे.
ٱلْأَرْضُ أَعْطَتْ غَلَّتَهَا. يُبَارِكُنَا ٱللهُ إِلَهُنَا. ٦ 6
पृथ्वी ने अपनी उपज प्रदान की है; परमेश्वर, हमारे परमेश्वर, हम पर अपनी कृपादृष्टि बनाए रखें.
يُبَارِكُنَا ٱللهُ، وَتَخْشَاهُ كُلُّ أَقَاصِي ٱلْأَرْضِ. ٧ 7
परमेश्वर हम पर अपनी कृपादृष्टि बनाए रखेंगे, कि पृथ्वी के दूर-दूर तक उनके लिए श्रद्धा प्रसारित हो जाए.

< اَلْمَزَامِيرُ 67 >