< اَلْمَزَامِيرُ 125 >
تَرْنِيمَةُ ٱلْمَصَاعِدِ اَلْمُتَوَكِّلُونَ عَلَى ٱلرَّبِّ مِثْلُ جَبَلِ صِهْيَوْنَ، ٱلَّذِي لَا يَتَزَعْزَعُ، بَلْ يَسْكُنُ إِلَى ٱلدَّهْرِ. | ١ 1 |
आराधना के लिए यात्रियों का गीत. जिन्होंने याहवेह पर भरोसा किया है, वे ज़ियोन पर्वत समान हैं, जिसे हिलाया नहीं जा सकता, जो सदा-सर्वदा स्थायी है.
أُورُشَلِيمُ ٱلْجِبَالُ حَوْلَهَا، وَٱلرَّبُّ حَوْلَ شَعْبِهِ مِنَ ٱلْآنَ وَإِلَى ٱلدَّهْرِ. | ٢ 2 |
जिस प्रकार पर्वतों ने येरूशलेम को घेरा हुआ है, उसी प्रकार याहवेह भी अपनी प्रजा को घेरे हुए हैं आज भी और सदा-सर्वदा.
لِأَنَّهُ لَا تَسْتَقِرُّ عَصَا ٱلْأَشْرَارِ عَلَى نَصِيبِ ٱلصِّدِّيقِينَ، لِكَيْلَا يَمُدَّ ٱلصِّدِّيقُونَ أَيْدِيَهُمْ إِلَى ٱلْإِثْمِ. | ٣ 3 |
धर्मियों को आवंटित भूमि पर दुष्टों का राजदंड स्थायी न रहेगा, कहीं ऐसा न हो कि धर्मियों के हाथ बुराई की ओर बढ़ जाएं.
أَحْسِنْ يَارَبُّ إِلَى ٱلصَّالِحِينَ وَإِلَى ٱلْمُسْتَقِيمِي ٱلْقُلُوبِ. | ٤ 4 |
याहवेह, धर्मियों का कल्याण कीजिए, उनका, जिनके हृदय निष्ठ हैं.
أَمَّا ٱلْعَادِلُونَ إِلَى طُرُقٍ مُعْوَجَّةٍ فَيُذْهِبُهُمُ ٱلرَّبُّ مَعَ فَعَلَةِ ٱلْإِثْمِ. سَلَامٌ عَلَى إِسْرَائِيلَ. | ٥ 5 |
उन्हें, जो दुष्टता के मार्ग की ओर मुड़ जाते हैं, याहवेह उन्हें दुष्टों के साथ काट देंगे. इस्राएल राष्ट्र में शांति व्याप्त हो.