< مَرْقُس 14 >
وَكَانَ ٱلْفِصْحُ وَأَيَّامُ ٱلْفَطِيرِ بَعْدَ يَوْمَيْنِ. وَكَانَ رُؤَسَاءُ ٱلْكَهَنَةِ وَٱلْكَتَبَةُ يَطْلُبُونَ كَيْفَ يُمْسِكُونَهُ بِمَكْرٍ وَيَقْتُلُونَهُ، | ١ 1 |
दो दिन बाद फसह रा त्योआर और बिना सजेड़े री रोटिया रा त्योआर ऊणे वाल़ा था। बड़े पुरोईत और शास्त्री एड़ी गल्ला री टोल़ा रे थे कि किंयाँ यीशुए खे तोखे रे मरवाईए।
وَلَكِنَّهُمْ قَالُوا: «لَيْسَ فِي ٱلْعِيدِ، لِئَلَّا يَكُونَ شَغَبٌ فِي ٱلشَّعْبِ». | ٢ 2 |
पर बोलो थे, “त्योआरो रे दिने नि, केथी एड़ा नि ओ कि लोका बीचे हुड़दंग मची जाओ।”
وَفِيمَا هُوَ فِي بَيْتِ عَنْيَا فِي بَيْتِ سِمْعَانَ ٱلْأَبْرَصِ، وَهُوَ مُتَّكِئٌ، جَاءَتِ ٱمْرَأَةٌ مَعَهَا قَارُورَةُ طِيبِ نَارِدِينٍ خَالِصٍ كَثِيرِ ٱلثَّمَنِ. فَكَسَرَتِ ٱلْقَارُورَةَ وَسَكَبَتْهُ عَلَى رَأْسِهِ. | ٣ 3 |
जेबे यीशु बैतनिय्याह गांव रे शमौन जेसखे पईले कोढ़ था तेसरे कअरे रोटी खाणे बैठे रे थे, तेबे एक जवाणस संगमरमरो रे पांडे (सुराई) रे जटामासिया रा मईंगा और साफ इत्र लई की आई और पांडा तोड़ी की इत्र तिना रे सिरो रे लटी ता।
وَكَانَ قَوْمٌ مُغْتَاظِينَ فِي أَنْفُسِهِمْ، فَقَالُوا: «لِمَاذَا كَانَ تَلَفُ ٱلطِّيبِ هَذَا؟ | ٤ 4 |
तेबे कोई-कोई गुस्सा करी की बोलणे लगे, “एस इत्रो रा सत्यानाश कऊँ कित्तेया?
لِأَنَّهُ كَانَ يُمْكِنُ أَنْ يُبَاعَ هَذَا بِأَكْثَرَ مِنْ ثَلَاثِمِئَةِ دِينَارٍ وَيُعْطَى لِلْفُقَرَاءِ». وَكَانُوا يُؤَنِّبُونَهَا. | ٥ 5 |
कऊँकि ये इत्र तो तीन सौ चाँदिए रे सिक्केया रे मोलो ते जादा पैसेया रा बेची की कंगाल़ा खे बांडी सको थे।” सेयो तेसा खे थिड़कणे लगे।
أَمَّا يَسُوعُ فَقَالَ: «ٱتْرُكُوهَا! لِمَاذَا تُزْعِجُونَهَا؟ قَدْ عَمِلَتْ بِي عَمَلًا حَسَنًا! | ٦ 6 |
यीशुए बोलेया, “एसा खे छाडी देओ। एसा खे कऊँ सताणे लगी रे? एसे तो मां साथे पलाई ए कित्ती री।
لِأَنَّ ٱلْفُقَرَاءَ مَعَكُمْ فِي كُلِّ حِينٍ، وَمَتَى أَرَدْتُمْ تَقْدِرُونَ أَنْ تَعْمَلُوا بِهِمْ خَيْرًا. وَأَمَّا أَنَا فَلَسْتُ مَعَكُمْ فِي كُلِّ حِينٍ. | ٧ 7 |
कंगाल़ तो तुसा साथे सदा रओए और तुसे जेबे चाओ, तेबे तिना साथे पलाई करी सकोए। पर आऊँ तुसा साथे सदा नि रणा।
عَمِلَتْ مَا عِنْدَهَا. قَدْ سَبَقَتْ وَدَهَنَتْ بِٱلطِّيبِ جَسَدِي لِلتَّكْفِينِ. | ٨ 8 |
जो कुछ ये करी सको थी, एसे कित्तेया, एसे मेरे दबाणे री त्यारिया ते पईले ई मेरे शरीरो रे इत्र मल़ीता।
اَلْحَقَّ أَقُولُ لَكُمْ: حَيْثُمَا يُكْرَزْ بِهَذَا ٱلْإِنْجِيلِ فِي كُلِّ ٱلْعَالَمِ، يُخْبَرْ أَيْضًا بِمَا فَعَلَتْهُ هَذِهِ، تَذْكَارًا لَهَا». | ٩ 9 |
आऊँ तुसा खे सच बोलूँआ कि सारी दुनिया रे जेती, केथी सुसमाचार प्रचार ऊणा, तेती एसा रे एस कामो री चर्चा, एसा री यादा रे ऊणी।”
ثُمَّ إِنَّ يَهُوذَا ٱلْإِسْخَرْيُوطِيَّ، وَاحِدًا مِنَ ٱلِٱثْنَيْ عَشَرَ، مَضَى إِلَى رُؤَسَاءِ ٱلْكَهَنَةِ لِيُسَلِّمَهُ إِلَيْهِمْ. | ١٠ 10 |
तेबे यहूदा इस्करियोती, जो बारा चेलेया बीचा ते एक था, बड़े पुरोईतो गे गया, ताकि यीशु तिना रे आथे पकड़वाया जाओ।
وَلَمَّا سَمِعُوا فَرِحُوا، وَوَعَدُوهُ أَنْ يُعْطُوهُ فِضَّةً. وَكَانَ يَطْلُبُ كَيْفَ يُسَلِّمُهُ فِي فُرْصَةٍ مُوافِقَةٍ. | ١١ 11 |
सेयो ये सुणी की खुश ऊईगे और तेसखे पैसे देणा मंजूर कित्तेया। तेबे से मोका टोल़ने लगेया कि यीशुए खे किंयाँ पकड़वाऊँ।
وَفِي ٱلْيَوْمِ ٱلْأَوَّلِ مِنَ ٱلْفَطِيرِ. حِينَ كَانُوا يَذْبَحُونَ ٱلْفِصْحَ، قَالَ لَهُ تَلَامِيذُهُ: «أَيْنَ تُرِيدُ أَنْ نَمْضِيَ وَنُعِدَّ لِتَأْكُلَ ٱلْفِصْحَ؟». | ١٢ 12 |
बिना सजेड़े री रोटिया रे त्योआरो रे पईले दिने, जिदे सेयो फसह रे मिन्टूओ रा बलिदान करो थे, तिना रे चेले तिना ते पूछेया, “तुसे केयी चाओए कि आसे तुसा खे फसह रे त्योआरो री रोटी खाणे री त्यारी करुँ?”
فَأَرْسَلَ ٱثْنَيْنِ مِنْ تَلَامِيذِهِ وَقَالَ لَهُمَا: «ٱذْهَبَا إِلَى ٱلْمَدِينَةِ، فَيُلَاقِيَكُمَا إِنْسَانٌ حَامِلٌ جَرَّةَ مَاءٍ. اِتْبَعَاهُ. | ١٣ 13 |
यीशु आपणे चेलेया बीचा ते दो जणे ये बोली की पेजे, “नगरो रे जाओ और तेती तुसा खे एक मांणू मिलणा, जिने एक पाणिए रा कअड़ा ऊणा चकेया रा, तेस पीछे चली जाणा
وَحَيْثُمَا يَدْخُلْ فَقُولَا لِرَبِّ ٱلْبَيْتِ: إِنَّ ٱلْمُعَلِّمَ يَقُولُ: أَيْنَ ٱلْمَنْزِلُ حَيْثُ آكُلُ ٱلْفِصْحَ مَعَ تَلَامِيذِي؟ | ١٤ 14 |
और से जेते कअरो रे जाओगा, तेस कअरो रे मालको खे बोलणा, ‘गुरू बोलोआ, “मेरा बैठका रा कमरा, जेती आऊँ आपणे चेलेया साथे फसह रे त्योआरो री रोटी खाऊँ, से केयी ए?”’
فَهُوَ يُرِيكُمَا عِلِّيَّةً كَبِيرَةً مَفْرُوشَةً مُعَدَّةً. هُنَاكَ أَعِدَّا لَنَا». | ١٥ 15 |
तेस तुसा खे एक सजी-सजाई री और त्यार कित्ती री बड़ी बाऊड़ो दखाणी। तेती आसा खे फसह खाणे री त्यारी करो।”
فَخَرَجَ تِلْمِيذَاهُ وَأَتَيَا إِلَى ٱلْمَدِينَةِ، وَوَجَدَا كَمَا قَالَ لَهُمَا. فَأَعَدَّا ٱلْفِصْحَ. | ١٦ 16 |
तेबे चेले निकल़ी की नगरो खे आए और जेड़ा यीशुए तिना खे बोलेया था, तेड़ा ई पाया और फसह रे त्योआरो री रोटी त्यार कित्ती।
وَلَمَّا كَانَ ٱلْمَسَاءُ جَاءَ مَعَ ٱلِٱثْنَيْ عَشَرَ. | ١٧ 17 |
जेबे साँज ऊई, तेबे यीशु बारा चेलेया साथे तेती आए।
وَفِيمَا هُمْ مُتَّكِئُونَ يَأْكُلُونَ، قَالَ يَسُوعُ: «ٱلْحَقَّ أَقُولُ لَكُمْ: إِنَّ وَاحِدًا مِنْكُمْ يُسَلِّمُنِي. اَلْآكِلُ مَعِي!». | ١٨ 18 |
और जेबे सेयो रोटी खाणे लगी रे थे, तेबे यीशुए बोलेया, “आऊँ तुसा खे सच लगी रा बोलणे कि तुसा बीचा ते एक ए, जो मां साथे रोटी लगी रा खाणे, तेस आऊँ पकड़वाणा।”
فَٱبْتَدَأُوا يَحْزَنُونَ، وَيَقُولُونَ لَهُ وَاحِدًا فَوَاحِدًا: «هَلْ أَنَا؟». وَآخَرُ: «هَلْ أَنَا؟». | ١٩ 19 |
चेले उदास ऊईगे और तिना बीचा ते एक-एक तिना खे पूछणे लगेया, “क्या से आऊँ ए?”
فَأَجَابَ وَقَالَ لَهُمْ: «هُوَ وَاحِدٌ مِنَ ٱلِٱثْنَيْ عَشَرَ، ٱلَّذِي يَغْمِسُ مَعِي فِي ٱلصَّحْفَةِ. | ٢٠ 20 |
यीशुए तिना खे बोलेया, “से बारा बीचा ते एक ए, जो मां साथे थाल़िया रे आथ पाओआ।
إِنَّ ٱبْنَ ٱلْإِنْسَانِ مَاضٍ كَمَا هُوَ مَكْتُوبٌ عَنْهُ، وَلَكِنْ وَيْلٌ لِذَلِكَ ٱلرَّجُلِ ٱلَّذِي بِهِ يُسَلَّمُ ٱبْنُ ٱلْإِنْسَانِ. كَانَ خَيْرًا لِذَلِكَ ٱلرَّجُلِ لَوْ لَمْ يُولَدْ!». | ٢١ 21 |
आँऊ माणूं रा पुत्र पक्का ई मारेया जाणा जेड़ा मेरे बारे रे पवित्र शास्त्रो रे लिखी राखेया, पर तेस मांणूए खे हाय, जेस आऊँ पकड़वाणा। तेस मांणूए खे खरा था कि से जमदा ई नि।”
وَفِيمَا هُمْ يَأْكُلُونَ، أَخَذَ يَسُوعُ خُبْزًا وَبَارَكَ وَكَسَّرَ، وَأَعْطَاهُمْ وَقَالَ: «خُذُوا كُلُوا، هَذَا هُوَ جَسَدِي». | ٢٢ 22 |
जेबे सेयो खाणे ई लगी रे थे, तेबे यीशुए रोटी लयी और आशीष मांगी की तोड़ी और चेलेया खे दित्ती और बोलेया, “लओ और खाओ, ये मेरा शरीर ए।”
ثُمَّ أَخَذَ ٱلْكَأْسَ وَشَكَرَ وَأَعْطَاهُمْ، فَشَرِبُوا مِنْهَا كُلُّهُمْ. | ٢٣ 23 |
तेबे तिने कटोरा लयी की धन्यवाद कित्तेया और तिना खे दित्तेया और तिने सबी तिजी ते पिया।
وَقَالَ لَهُمْ: «هَذَا هُوَ دَمِي ٱلَّذِي لِلْعَهْدِ ٱلْجَدِيدِ، ٱلَّذِي يُسْفَكُ مِنْ أَجْلِ كَثِيرِينَ. | ٢٤ 24 |
यीशुए तिना खे बोलेया, “ये मेरा से खून ए, जो परमेशर और तिना रे लोका बीचे नई वाचा ए, और बऊत जणेया रे पापो री माफिया खे बाह्या जाओआ।
اَلْحَقَّ أَقُولُ لَكُمْ: إِنِّي لَا أَشْرَبُ بَعْدُ مِنْ نِتَاجِ ٱلْكَرْمَةِ إِلَى ذَلِكَ ٱلْيَوْمِ حِينَمَا أَشْرَبُهُ جَدِيدًا فِي مَلَكُوتِ ٱللهِ». | ٢٥ 25 |
आऊँ तुसा खे सच बोलूँआ कि मां अँगूरा रा रस तेस दिनो तक फेर कदी नि पीणा, जदुओ तक परमेशरो रे राज्य रे नया नि पीऊँगा।”
ثُمَّ سَبَّحُوا وَخَرَجُوا إِلَى جَبَلِ ٱلزَّيْتُونِ. | ٢٦ 26 |
तेबे सेयो पअजन गायी की बारे जैतूनो रे पाह्ड़ो पाँदे गए।
وَقَالَ لَهُمْ يَسُوعُ: «إِنَّ كُلَّكُمْ تَشُكُّونَ فِيَّ فِي هَذِهِ ٱللَّيْلَةِ، لِأَنَّهُ مَكْتُوبٌ: أَنِّي أَضْرِبُ ٱلرَّاعِيَ فَتَتَبَدَّدُ ٱلْخِرَافُ. | ٢٧ 27 |
तेबे यीशुए तिना खे बोलेया, “तुसे सब माखे छाडी की चली जाणे, कऊँकि लिखी राखेया, ‘मां रखवाल़ा काई देणा और पेडा ओरे-पोरे ऊई जाणिया।’
وَلَكِنْ بَعْدَ قِيَامِي أَسْبِقُكُمْ إِلَى ٱلْجَلِيلِ». | ٢٨ 28 |
पर मां मुड़देया बीचा ते जिऊँदा ऊणे ते बाद, तुसा ते पईले गलीलो खे जाणा।”
فَقَالَ لَهُ بُطْرُسُ: «وَإِنْ شَكَّ ٱلْجَمِيعُ فَأَنَا لَا أَشُكُّ!». | ٢٩ 29 |
पतरसे तिना खे बोलेया, “जे तुसा खे छाडी की सब जणे चली बी जाओ, तेबे बी मां तुसा खे छाडी की कदी नि जाणा।”
فَقَالَ لَهُ يَسُوعُ: «ٱلْحَقَّ أَقُولُ لَكَ: إِنَّكَ ٱلْيَوْمَ فِي هَذِهِ ٱللَّيْلَةِ، قَبْلَ أَنْ يَصِيحَ ٱلدِّيكُ مَرَّتَيْنِ، تُنْكِرُنِي ثَلَاثَ مَرَّاتٍ». | ٣٠ 30 |
यीशुए तेसखे बोलेया, “आऊँ ताखे सच लगी रा बोलणे कि आज ई राती रे मुर्गे री दो बार बांग देणे ते पईले तूँ तीन बार माखे जाणने ते मुकरना।”
فَقَالَ بِأَكْثَرِ تَشْدِيدٍ: «وَلَوِ ٱضْطُرِرْتُ أَنْ أَمُوتَ مَعَكَ لَا أُنْكِرُكَ!». وَهَكَذَا قَالَ أَيْضًا ٱلْجَمِيعُ. | ٣١ 31 |
पर पतरसे ओर बी जोर देई की बोलेया, “जे माखे तुसा साथे मरना बी पड़ो, तो तेबे बी मां तुसा खे ना नि करनी।” ईंयां ई ओरी सबी बी बोलेया।
وَجَاءُوا إِلَى ضَيْعَةٍ ٱسْمُهَا جَثْسَيْمَانِي، فَقَالَ لِتَلَامِيذِهِ: «ٱجْلِسُوا هَهُنَا حَتَّى أُصَلِّيَ». | ٣٢ 32 |
तेबे सेयो गतसमनी नाओं री जगा रे आए और यीशुए आपणे चेलेया खे बोलेया, “जदुओ तक आऊँ प्रार्थना करूँआ, तदुओ तक तुसे एथी बैठे रे रओ।”
ثُمَّ أَخَذَ مَعَهُ بُطْرُسَ وَيَعْقُوبَ وَيُوحَنَّا، وَٱبْتَدَأَ يَدْهَشُ وَيَكْتَئِبُ. | ٣٣ 33 |
यीशु पतरस, यूहन्ना और याकूबो खे आपू साथे लईगे और बऊत ई बेचैन और परेशान ऊणे लगे।
فَقَالَ لَهُمْ: «نَفْسِي حَزِينَةٌ جِدًّا حَتَّى ٱلْمَوْتِ! اُمْكُثُوا هُنَا وَٱسْهَرُوا». | ٣٤ 34 |
तेबे यीशुए तिना खे बोलेया, “मेरा जिऊ बऊत उदास ए, एथो तक कि आऊँ मरने पाँदे ए। तुसे एथी रूको और जागदे रओ।”
ثُمَّ تَقَدَّمَ قَلِيلًا وَخَرَّ عَلَى ٱلْأَرْضِ، وَكَانَ يُصَلِّي لِكَيْ تَعْبُرَ عَنْهُ ٱلسَّاعَةُ إِنْ أَمْكَنَ. | ٣٥ 35 |
यीशु थोड़े जे आगे गए और जमीना पाँदे पड़ी की प्रार्थना करने लगे कि, “जे ऊई सको तो ये दुःखो री कअड़ी मां पाँदो ते टल़ी जाओ।”
وَقَالَ: «يَا أَبَا ٱلْآبُ، كُلُّ شَيْءٍ مُسْتَطَاعٌ لَكَ، فَأَجِزْ عَنِّي هَذِهِ ٱلْكَأْسَ. وَلَكِنْ لِيَكُنْ لَا مَا أُرِيدُ أَنَا، بَلْ مَا تُرِيدُ أَنْتَ». | ٣٦ 36 |
और बोलेया, “ओ अब्बा! ओ पिता! तुसा ते सब कुछ ऊई सकोआ, एस दुःखो खे मांगा गे ते टाई दे, पर तेबे बी जेड़ा आऊँ चाऊँआ, तेड़ा नि, पर जो तुसे चाओए सेई ओ।”
ثُمَّ جَاءَ وَوَجَدَهُمْ نِيَامًا، فَقَالَ لِبُطْرُسَ: «يَا سِمْعَانُ، أَنْتَ نَائِمٌ! أَمَا قَدَرْتَ أَنْ تَسْهَرَ سَاعَةً وَاحِدَةً؟ | ٣٧ 37 |
तेबे यीशु आए और चेले सये रे देखी की पतरसो खे बोलेया, “ओ शमौन तूँ सऊणे लगी रा? क्या तूँ एक कअड़ी पनि जागी सकेया?
اِسْهَرُوا وَصَلُّوا لِئَلَّا تَدْخُلُوا فِي تَجْرِبَةٍ. أَمَّا ٱلرُّوحُ فَنَشِيطٌ، وَأَمَّا ٱلْجَسَدُ فَضَعِيفٌ». | ٣٨ 38 |
जागदे और प्रार्थना करदे रओ, ताकि परीक्षा रे नि पड़ो; आत्मा तो त्यार ए, पर शरीर कमजोर ए।”
وَمَضَى أَيْضًا وَصَلَّى قَائِلًا ذَلِكَ ٱلْكَلَامَ بِعَيْنِهِ. | ٣٩ 39 |
यीशु फेर चली गे और सेई प्रार्थना कित्ती।
ثُمَّ رَجَعَ وَوَجَدَهُمْ أَيْضًا نِيَامًا، إِذْ كَانَتْ أَعْيُنُهُمْ ثَقِيلَةً، فَلَمْ يَعْلَمُوا بِمَاذَا يُجِيبُونَهُ. | ٤٠ 40 |
तेबे दूजी बार आई की सेयो सये रे देखे, कऊँकि तिना री आखी रे नींज थी और सेयो नि जाणो थे कि यीशुए खे क्या जवाब देईए।
ثُمَّ جَاءَ ثَالِثَةً وَقَالَ لَهُمْ: «نَامُوا ٱلْآنَ وَٱسْتَرِيحُوا! يَكْفِي! قَدْ أَتَتِ ٱلسَّاعَةُ! هُوَذَا ٱبْنُ ٱلْإِنْسَانِ يُسَلَّمُ إِلَى أَيْدِي ٱلْخُطَاةِ. | ٤١ 41 |
तेबे यीशुए तीजी बार आई की बोलेया, “एबे सऊँदे रओ और आराम करदे रओ, बस से कअड़ी आईगी री। देखो, आँऊ माणूं रा पुत्र पापिया रे आथे पकड़वाई जाऊणा।
قُومُوا لِنَذْهَبَ! هُوَذَا ٱلَّذِي يُسَلِّمُنِي قَدِ ٱقْتَرَبَ!». | ٤٢ 42 |
उठो चलो। देखो, माखे पकड़वाणे वाल़ा नेड़े आईगा रा।”
وَلِلْوَقْتِ فِيمَا هُوَ يَتَكَلَّمُ أَقْبَلَ يَهُوذَا، وَاحِدٌ مِنَ ٱلِٱثْنَيْ عَشَرَ، وَمَعَهُ جَمْعٌ كَثِيرٌ بِسُيُوفٍ وَعِصِيٍّ مِنْ عِنْدِ رُؤَسَاءِ ٱلْكَهَنَةِ وَٱلْكَتَبَةِ وَٱلشُّيُوخِ. | ٤٣ 43 |
सेयो ये बोलणे ई लगी रे थे कि यहूदा, जो बारा चेलेया बीचा ते एक था, से आया। और तेस साथे बड़े पुरोईत, शास्त्री, और बुजुर्गा री तरफा ते एक बड़ी पीड़, तलवार और डण्डे लयी की फटाफट आईगी।
وَكَانَ مُسَلِّمُهُ قَدْ أَعْطَاهُمْ عَلَامَةً قَائِلًا: «ٱلَّذِي أُقَبِّلُهُ هُوَ هُوَ. أَمْسِكُوهُ، وَٱمْضُوا بِهِ بِحِرْصٍ». | ٤٤ 44 |
तिना खे पकड़वाणे वाल़े तिना खे बताई ता था, “जेसखे आऊँ नमस्ते करुँ और गल़े लगूँ, सेई ऊणा और तुसे से पकड़ी की लई जाणा।”
فَجَاءَ لِلْوَقْتِ وَتَقَدَّمَ إِلَيْهِ قَائِلًا: «يَا سَيِّدِي، يَا سَيِّدِي!» وَقَبَّلَهُ. | ٤٥ 45 |
तेबे यहूदा यीशुए गे आया और बोलेया, “ओ गुरू!” और तेसखे नमस्ते कित्ती और गल़े लगेया।
فَأَلْقَوْا أَيْدِيَهُمْ عَلَيْهِ وَأَمْسَكُوهُ. | ٤٦ 46 |
तेबे तिने सेयो आथ पाई की पकड़ी ले।
فَٱسْتَلَّ وَاحِدٌ مِنَ ٱلْحَاضِرِينَ ٱلسَّيْفَ، وَضَرَبَ عَبْدَ رَئِيسِ ٱلْكَهَنَةِ فَقَطَعَ أُذْنَهُ. | ٤٧ 47 |
तिना बीचा ते जो नेड़े खड़ी रे थे, एकी जणे तलवार खिंजी की प्रदान पुरोईतो रे दासो पाँदे चलाई और तेसरा कान ऊड़ाई ता।
فَأَجَابَ يَسُوعُ وَقَالَ لَهُمْ: «كَأَنَّهُ عَلَى لِصٍّ خَرَجْتُمْ بِسُيُوفٍ وَعِصِيٍّ لِتَأْخُذُونِي! | ٤٨ 48 |
यीशुए तिना खे बोलेया, “क्या तुसे आऊँ डाकू समजी राखेया, जो माखे पकड़ने री तंईं डण्डे और तलवारी लई की आई रे?
كُلَّ يَوْمٍ كُنْتُ مَعَكُمْ فِي ٱلْهَيْكَلِ أُعَلِّمُ وَلَمْ تُمْسِكُونِي! وَلَكِنْ لِكَيْ تُكْمَلَ ٱلْكُتُبُ». | ٤٩ 49 |
आऊँ तो हर दिन तुसा साथे मन्दरो रे उपदेश देऊँ था और तेबे तो तुसे आऊँ नि पकड़ेया। पर ये सब कुछ तेबे ऊआ, ताकि पवित्र शास्त्रो रे मेरे बारे जो गल्ल भविष्यवक्ते लिखी राखी थी, से पूरी ओ।”
فَتَرَكَهُ ٱلْجَمِيعُ وَهَرَبُوا. | ٥٠ 50 |
तेबे तिना रे सारे चेले तिना खे छाडी की नठीगे।
وَتَبِعَهُ شَابٌّ لَابِسًا إِزَارًا عَلَى عُرْيِهِ، فَأَمْسَكَهُ ٱلشُّبَّانُ، | ٥١ 51 |
तेबे एक जवान आपणे नांगे शरीरो रे चादर टखी की तिना पीछे-पीछे चली गा और लोके से चेला समजी की पकड़ी ता।
فَتَرَكَ ٱلْإِزَارَ وَهَرَبَ مِنْهُمْ عُرْيَانًا. | ٥٢ 52 |
पर से चादर छाडी की नांगा ई नठी गा।
فَمَضَوْا بِيَسُوعَ إِلَى رَئِيسِ ٱلْكَهَنَةِ، فَٱجْتَمَعَ مَعَهُ جَمِيعُ رُؤَسَاءِ ٱلْكَهَنَةِ وَٱلشُّيُوخُ وَٱلْكَتَبَةُ. | ٥٣ 53 |
तेबे सेयो यीशुए खे बड़े पुरोईतो रे कअरे लईगे और सब प्रदान पुरोईत, शास्त्री और बुजुर्ग तेसगे कट्ठे ऊईगे।
وَكَانَ بُطْرُسُ قَدْ تَبِعَهُ مِنْ بَعِيدٍ إِلَى دَاخِلِ دَارِ رَئِيسِ ٱلْكَهَنَةِ، وَكَانَ جَالِسًا بَيْنَ ٱلْخُدَّامِ يَسْتَدْفِئُ عِنْدَ ٱلنَّارِ. | ٥٤ 54 |
पतरस दूरो तेई तिना पीछे-पीछे प्रदान पुरोईतो रे आँगणो रे पीतरो तक गया और चौकीदारा साथे बैठी की आग सेखणे लगेया।
وَكَانَ رُؤَسَاءُ ٱلْكَهَنَةِ وَٱلْمَجْمَعُ كُلُّهُ يَطْلُبُونَ شَهَادَةً عَلَى يَسُوعَ لِيَقْتُلُوهُ، فَلَمْ يَجِدُوا. | ٥٥ 55 |
बड़े पुरोईत और सारी बड़ी सभा यीशुए खे काणे री तंईं, तिना रे खलाफ गवाई लगी रे थे टोल़ने, पर मिली नि।
لِأَنَّ كَثِيرِينَ شَهِدُوا عَلَيْهِ زُورًا، وَلَمْ تَتَّفِقْ شَهَادَاتُهُمْ. | ٥٦ 56 |
कऊँकि बऊत जणे तिना रे खलाफ चूठी गवाई लगी रे थे देणे, पर तिना री गवाई एक जेड़ी नि थी।
ثُمَّ قَامَ قَوْمٌ وَشَهِدُوا عَلَيْهِ زُورًا قَائِلِينَ: | ٥٧ 57 |
तेबे बऊत जणेया तिना रे खलाफ ये चूठी गवाई दित्ती कि
«نَحْنُ سَمِعْنَاهُ يَقُولُ: إِنِّي أَنْقُضُ هَذَا ٱلْهَيْكَلَ ٱلْمَصْنُوعَ بِٱلْأَيَادِي، وَفِي ثَلَاثَةِ أَيَّامٍ أَبْنِي آخَرَ غَيْرَ مَصْنُوعٍ بِأَيَادٍ». | ٥٨ 58 |
“आसे ये, ए बोलदे ऊए सुणी राखेया, ‘मां ये आथो साथे बणाया रा मन्दर टाल़ी देणा और तीजे दिने दूजा बणाई देणा, जो आथो साथे नि बणे रा ऊणा।’”
وَلَا بِهَذَا كَانَتْ شَهَادَتُهُمْ تَتَّفِقُ. | ٥٩ 59 |
एते पाँदे बी सबी री गवाई एक जेड़ी नि निकल़ी।
فَقَامَ رَئِيسُ ٱلْكَهَنَةِ فِي ٱلْوَسْطِ وَسَأَلَ يَسُوعَ قَائِلًا: «أَمَا تُجِيبُ بِشَيْءٍ؟ مَاذَا يَشْهَدُ بِهِ هَؤُلَاءِ عَلَيْكَ؟». | ٦٠ 60 |
तेबे प्रदान पुरोईते, बीचे खड़े ऊई की, यीशुए ते पूछेया, “क्या तूँ कोई जवाब नि देणा चांदा? यो लोक तेरे बारे रे क्या गवाई लगी रे देणे?”
أَمَّا هُوَ فَكَانَ سَاكِتًا وَلَمْ يُجِبْ بِشَيْءٍ. فَسَأَلَهُ رَئِيسُ ٱلْكَهَنَةِ أَيْضًا وَقَالَ لَهُ: «أَأَنْتَ ٱلْمَسِيحُ ٱبْنُ ٱلْمُبَارَكِ؟». | ٦١ 61 |
पर यीशु चुप रए और कुछ बी जवाब नि दित्तेया। प्रदान पुरोईते तिना ते फेर पूछेया, “क्या तूँ परमधन्य परमेशरो रा पुत्र मसीह ए?”
فَقَالَ يَسُوعُ: «أَنَا هُوَ. وَسَوْفَ تُبْصِرُونَ ٱبْنَ ٱلْإِنْسَانِ جَالِسًا عَنْ يَمِينِ ٱلْقُوَّةِ، وَآتِيًا فِي سَحَابِ ٱلسَّمَاءِ». | ٦٢ 62 |
यीशुए बोलेया, “आ, आऊँ आए; और तुसा आँऊ माणूं रा पुत्र सर्वशक्तिमानो रे दाँणे कनारे बैठे रा और सर्गो रे बादल़ो पाँदे आऊँदा ऊआ देखणा।”
فَمَزَّقَ رَئِيسُ ٱلْكَهَنَةِ ثِيَابَهُ وَقَالَ: «مَا حَاجَتُنَا بَعْدُ إِلَى شُهُودٍ؟ | ٦٣ 63 |
तेबे प्रदान पुरोईते आपणे टाले फाड़ी की बोलेया, “एबे आसा खे गवाओ रा क्या काम ए?
قَدْ سَمِعْتُمُ ٱلتَّجَادِيفَ! مَا رَأْيُكُمْ؟». فَٱلْجَمِيعُ حَكَمُوا عَلَيْهِ أَنَّهُ مُسْتَوْجِبٌ ٱلْمَوْتَ. | ٦٤ 64 |
तुसे ये निन्दा सुणी, तुसा री क्या राय ए?” तिने सबी बोलेया, “ये तो काणे जोगा ए।”
فَٱبْتَدَأَ قَوْمٌ يَبْصُقُونَ عَلَيْهِ، وَيُغَطُّونَ وَجْهَهُ وَيَلْكُمُونَهُ وَيَقُولُونَ لَهُ: «تَنَبَّأْ». وَكَانَ ٱلْخُدَّامُ يَلْطِمُونَهُ. | ٦٥ 65 |
तेबे कोई तिना पाँदे थूकणे लगे, कोई मूँ टखणे लगे, कोई मुक्के बाणे लगे और तिना ते बोलणे लगे, “भविष्यबाणी कर।” और सिपाई तिना खे पकड़ी की थप्पड़ बाणे लगे।
وَبَيْنَمَا كَانَ بُطْرُسُ فِي ٱلدَّارِ أَسْفَلَ جَاءَتْ إِحْدَى جَوَارِي رَئِيسِ ٱلْكَهَنَةِ. | ٦٦ 66 |
जेबे पतरस आँगणो रे था, तेबे प्रदान पुरोईतो री दासिया बीचा ते एक तेती आई
فَلَمَّا رَأَتْ بُطْرُسَ يَسْتَدْفِئُ، نَظَرَتْ إِلَيْهِ وَقَالَتْ: «وَأَنْتَ كُنْتَ مَعَ يَسُوعَ ٱلنَّاصِرِيِّ!». | ٦٧ 67 |
और जेबे पतरस आग सेखणे लगी रा था, तेबे से तेसखे टकटक करी की देखणे लगी और बोलणे लगी, “तूँ बी तो तेस यीशु नासरियो साथे था।”
فَأَنْكَرَ قَائِلًا: «لَسْتُ أَدْرِي وَلَا أَفْهَمُ مَا تَقُولِينَ!». وَخَرَجَ خَارِجًا إِلَى ٱلدِّهْلِيزِ، فَصَاحَ ٱلدِّيكُ. | ٦٨ 68 |
से मुकरी गा, और बोलणे लगेया, “आऊँ तो नि जाणदा और मेरी समजा रे नि आऊँदा कि तूँ क्या लगी री बोलणे।” तेबे से बारे देऊल़िया गे गया और मुर्गे बांग दित्ती।
فَرَأَتْهُ ٱلْجَارِيَةُ أَيْضًا وَٱبْتَدَأَتْ تَقُولُ لِلْحَاضِرِينَ: «إِنَّ هَذَا مِنْهُمْ!». | ٦٩ 69 |
तेबे से दासी फेर तेसखे देखी की, जो तेती नेड़े खड़ी रे थे, तिना गे बोलणे लगी, “ये तो तिना बीचा ते एक ए।”
فَأَنْكَرَ أَيْضًا. وَبَعْدَ قَلِيلٍ أَيْضًا قَالَ ٱلْحَاضِرُونَ لِبُطْرُسَ: «حَقًّا أَنْتَ مِنْهُمْ، لِأَنَّكَ جَلِيلِيٌّ أَيْضًا وَلُغَتُكَ تُشْبِهُ لُغَتَهُمْ!». | ٧٠ 70 |
पर से फेर मुकरी गा और थोड़ी देर बाद जो तेती खड़ी रे थे, तिने फेर पतरसो खे बोलेया, “पक्का तूँ तिना बीचा ते एक ए, तूँ बी तो गलीली ए, कऊँकि तेरी बोलिया ते तूँ गलीली लगोआ।”
فَٱبْتَدَأَ يَلْعَنُ وَيَحْلِفُ: «إِنِّي لَا أَعْرِفُ هَذَا ٱلرَّجُلَ ٱلَّذِي تَقُولُونَ عَنْهُ!». | ٧١ 71 |
तेबे से आपू खे कोसणे लगेया और कसम खाणे लगेया, “जेस मांणूए रे बारे रे तुसे बोलणे लगी रे, आऊँ तेसखे बिल्कुल पनि जाणदा।”
وَصَاحَ ٱلدِّيكُ ثَانِيَةً، فَتَذَكَّرَ بُطْرُسُ ٱلْقَوْلَ ٱلَّذِي قَالَهُ لَهُ يَسُوعُ: «إِنَّكَ قَبْلَ أَنْ يَصِيحَ ٱلدِّيكُ مَرَّتَيْنِ، تُنْكِرُنِي ثَلَاثَ مَرَّاتٍ». فَلَمَّا تَفَكَّرَ بِهِ بَكَى. | ٧٢ 72 |
तेबे तेबुई मुर्गे दूजी बार फेर बांग दित्ती। तेबे पतरसो खे से गल्ल, जो यीशुए तेसखे बोली थी, याद आई कि, “मुर्गे री दो बार बांग देणे ते पईले तूँ तीन बार माखे जाणने ते मुकरना।” तेबे से एसा गल्ला सोची की जोरे-जोरे की रोणे लगेया।