< مَلَاخِي 4 >

«فَهُوَذَا يَأْتِي ٱلْيَوْمُ ٱلْمُتَّقِدُ كَٱلتَّنُّورِ، وَكُلُّ ٱلْمُسْتَكْبِرِينَ وَكُلُّ فَاعِلِي ٱلشَّرِّ يَكُونُونَ قَشًّا، وَيُحْرِقُهُمُ ٱلْيَوْمُ ٱلْآتِي، قَالَ رَبُّ ٱلْجُنُودِ، فَلَا يُبْقِي لَهُمْ أَصْلًا وَلَا فَرْعًا. ١ 1
क्यूँकि देखो वह दिन आता है जो भट्टी की तरह सोज़ान होगा। तब सब मग़रूर और बदकिरदार भूसे की तरह होंगे और वह दिन उनको ऐसा जलाएगा कि शाख़ — ओ — बुन कुछ न छोड़ेगा, रब्ब — उल — अफ़वाज फ़रमाता है।
«وَلَكُمْ أَيُّهَا ٱلْمُتَّقُونَ ٱسْمِي تُشْرِقُ شَمْسُ ٱلْبِرِّ وَٱلشِّفَاءُ فِي أَجْنِحَتِهَا، فَتَخْرُجُونَ وَتَنْشَأُونَ كَعُجُولِ ٱلصِّيرَةِ. ٢ 2
लेकिन तुम पर जो मेरे नाम की ता'ज़ीम करते हो, आफ़ताब — ए — सदाक़त ताली'अ होगा, और उसकी किरनों में शिफ़ा होगी; और तुम गावख़ाने के बछड़ों की तरह कूदो — फाँदोगे।
وَتَدُوسُونَ ٱلْأَشْرَارَ لِأَنَّهُمْ يَكُونُونَ رَمَادًا تَحْتَ بُطُونِ أَقْدَامِكُمْ يَوْمَ أَفْعَلُ هَذَا، قَالَ رَبُّ ٱلْجُنُودِ. ٣ 3
और तुम शरीरों को पायमाल करोगे, क्यूँकि उस रोज़ वह तुम्हारे पाँव तले की राख होंगे, रब्ब — उल — अफ़वाज फ़रमाता है।
«اُذْكُرُوا شَرِيعَةَ مُوسَى عَبْدِي ٱلَّتِي أَمَرْتُهُ بِهَا فِي حُورِيبَ عَلَى كُلِّ إِسْرَائِيلَ. ٱلْفَرَائِضَ وَٱلْأَحْكَامَ. ٤ 4
“तुम मेरे बन्दे मूसा की शरी'अत या'नी' उन फ़राइज़ — ओ — अहकाम को, जो मैंने होरिब पर तमाम बनी — इस्राईल के लिए फ़रमाए, याद रख्खो।
«هَأَنَذَا أُرْسِلُ إِلَيْكُمْ إِيلِيَّا ٱلنَّبِيَّ قَبْلَ مَجِيءِ يَوْمِ ٱلرَّبِّ، ٱلْيَوْمِ ٱلْعَظِيمِ وَٱلْمَخُوفِ، ٥ 5
देखो, ख़ुदावन्द के बुज़ुर्ग और ग़ज़बनाक दिन के आने से पहले, मैं एलियाह नबी को तुम्हारे पास भेजूँगा।
فَيَرُدُّ قَلْبَ ٱلْآبَاءِ عَلَى ٱلْأَبْنَاءِ، وَقَلْبَ ٱلْأَبْنَاءِ عَلَى آبَائِهِمْ. لِئَلَّا آتِيَ وَأَضْرِبَ ٱلْأَرْضَ بِلَعْنٍ». ٦ 6
और वह बाप का दिल बेटे की तरफ़, और बेटे का बाप की तरफ़ माइल करेगा; मुबादा मैं आऊँ और ज़मीन को मला'ऊन करूँ।”

< مَلَاخِي 4 >