< اَلْقُضَاة 20 >

فَخَرَجَ جَمِيعُ بَنِي إِسْرَائِيلَ، وَٱجْتَمَعَتِ ٱلْجَمَاعَةُ كَرَجُلٍ وَاحِدٍ، مِنْ دَانَ إِلَى بِئْرِ سَبْعٍ مَعَ أَرْضِ جِلْعَادَ، إِلَى ٱلرَّبِّ فِي ٱلْمِصْفَاةِ. ١ 1
फलस्वरूप दान से बेअरशेबा तक सारे इस्राएली, जिनमें गिलआदवासी भी शामिल थे, बाहर निकल आए. उन्होंने एकजुट होकर मिज़पाह में याहवेह के सामने सभा रखी.
وَوَقَفَ وُجُوهُ جَمِيعِ ٱلشَّعْبِ، جَمِيعُ أَسْبَاطِ إِسْرَائِيلَ فِي مَجْمَعِ شَعْبِ ٱللهِ، أَرْبَعُ مِئَةِ أَلْفِ رَاجِلٍ مُخْتَرِطِي ٱلسَّيْفِ. ٢ 2
लोगों के सभी प्रमुखों और यहां तक के सभी गोत्रों के प्रमुखों ने, जो तलवार चलाने में निपुण चार लाख पैदल सैनिक थे, परमेश्वर के लोगों की इस सभा में एक प्रण लिया.
فَسَمِعَ بَنُو بَنْيَامِينَ أَنَّ بَنِي إِسْرَائِيلَ قَدْ صَعِدُوا إِلَى ٱلْمِصْفَاةِ. وَقَالَ بَنُو إِسْرَائِيلَ: «تَكَلَّمُوا، كَيْفَ كَانَتْ هَذِهِ ٱلْقَبَاحَةُ؟» ٣ 3
यहां बिन्यामिन वंशजों ने यह सुन लिया था कि इस्राएल वंशज मिज़पाह में इकट्ठा हुए हैं. इस्राएलियों ने उस लेवी से पूछा, “हमें बताओ, यह कुकर्म हुआ कैसे?”
فَأَجَابَ ٱلرَّجُلُ ٱللَّاوِيُّ بَعْلُ ٱلْمَرْأَةِ ٱلْمَقْتُولَةِ وَقَالَ: «دَخَلْتُ أَنَا وَسُرِّيَّتِي إِلَى جِبْعَةَ ٱلَّتِي لِبَنْيَامِينَ لِنَبِيتَ. ٤ 4
जिस स्त्री की हत्या कर दी गई थी, उसका पति, जो लेवी था, कहने लगा, “यात्रा करते हुए में अपनी उप-पत्नी के साथ गिबियाह पहुंचा, जो बिन्यामिन प्रदेश में है, जहां हमें रात बितानी ज़रूरी हो गई थी.
فَقَامَ عَلَيَّ أَصْحَابُ جِبْعَةَ وَأَحَاطُوا عَلَيَّ بِٱلْبَيْتِ لَيْلًا وَهَمُّوا بِقَتْلِي، وَأَذَلُّوا سُرِّيَّتِي حَتَّى مَاتَتْ. ٥ 5
मगर गिबियाह के पुरुष मेरे विरुद्ध चढ़ आए और उन्होंने रात में मेरे कारण उस घर को घेर लिया. वे तो मेरी हत्या करना चाह रहे थे, किंतु उन्होंने मेरी उप-पत्नी के साथ बलात्कार किया, फलस्वरूप उसकी मृत्यु हो गई.
فَأَمْسَكْتُ سُرِّيَّتِي وَقَطَّعْتُهَا وَأَرْسَلْتُهَا إِلَى جَمِيعِ حُقُولِ مُلْكِ إِسْرَائِيلَ، لِأَنَّهُمْ فَعَلُوا رَذَالَةً وَقَبَاحَةً فِي إِسْرَائِيلَ. ٦ 6
मैंने अपनी उप-पत्नी के शव को लिया, उसके टुकड़े किए और उसके इन टुकड़ों को इस्राएल के सभी प्रदेशों में भेज दिया, क्योंकि उन्होंने इस्राएल में यह कामुक, शर्मनाक काम किया है.
هُوَذَا كُلُّكُمْ بَنُو إِسْرَائِيلَ. هَاتُوا حُكْمَكُمْ وَرَأْيَكُمْ هَهُنَا». ٧ 7
इस्राएल के सभी वंशजों, इस विषय में अपनी राय और सलाह दीजिए.”
فَقَامَ جَمِيعُ ٱلشَّعْبِ كَرَجُلٍ وَاحِدٍ وَقَالُوا: «لَا يَذْهَبُ أَحَدٌ مِنَّا إِلَى خَيْمَتِهِ وَلَا يَمِيلُ أَحَدٌ إِلَى بَيْتِهِ. ٨ 8
सारी प्रजा एकजुट हो गई. उन्होंने निश्चय किया, “हममें से कोई भी न तो अपने तंबू को और न ही अपने घर को लौटेगा.
وَٱلْآنَ هَذَا هُوَ ٱلْأَمْرُ ٱلَّذِي نَعْمَلُهُ بِجِبْعَةَ. عَلَيْهَا بِٱلْقُرْعَةِ. ٩ 9
गिबियाह के संबंध में हमारा निर्णय है कि पासा फेंकने के द्वारा हम मालूम करेंगे कि गिबियाह पर आक्रमण के लिए कौन जाएगा.
فَنَأْخُذُ عَشَرَةَ رِجَالٍ مِنَ ٱلْمِئَةِ مِنْ جَمِيعِ أَسْبَاطِ إِسْرَائِيلَ، وَمِئَةً مِنَ ٱلْأَلْفِ، وَأَلْفًا مِنَ ٱلرِّبْوَةِ، لِأَجْلِ أَخْذِ زَادٍ لِلشَّعْبِ لِيَفْعَلُوا عِنْدَ دُخُولِهِمْ جِبْعَةَ بِبَنْيَامِينَ حَسَبَ كُلِّ ٱلْقَبَاحَةِ ٱلَّتِي فَعَلَتْ بِإِسْرَائِيلَ». ١٠ 10
हम इस्राएल के हर एक गोत्र से सौ में से दस व्यक्ति अपने साथ ले लेंगे, अर्थात् एक हज़ार में से एक सौ, अर्थात् दस हज़ार में से एक हज़ार, कि वे सेना के खाने-पीने की व्यवस्था करें. जब वे सेना बिन्यामिन प्रदेश के गेबा में पहुंचे, वे उन्हें इस्राएल देश में किए गए सभी शर्मनाक कामों के लिए दंड दें.”
فَٱجْتَمَعَ جَمِيعُ رِجَالِ إِسْرَائِيلَ عَلَى ٱلْمَدِينَةِ مُتَّحِدِينَ كَرَجُلٍ وَاحِدٍ. ١١ 11
इस प्रकार इस्राएल के सारे योद्धाओं ने एकजुट होकर इस नगर को घेर लिया.
وَأَرْسَلَ أَسْبَاطُ إِسْرَائِيلَ رِجَالًا إِلَى جَمِيعِ أَسْبَاطِ بَنْيَامِينَ قَائِلِينَ: «مَا هَذَا ٱلشَّرُّ ٱلَّذِي صَارَ فِيكُمْ؟ ١٢ 12
तब इस्राएल के गोत्रों ने सारे बिन्यामिन गोत्र के लिए अपने प्रतिनिधियों द्वारा यह संदेश भेजा, “तुम्हारे बीच यह कैसा दुष्टता भरा काम किया गया है?
فَٱلْآنَ سَلِّمُوا ٱلْقَوْمَ بَنِي بَلِيَّعَالَ ٱلَّذِينَ فِي جِبْعَةَ لِكَيْ نَقْتُلَهُمْ وَنَنْزِعَ ٱلشَّرَّ مِنْ إِسْرَائِيلَ». فَلَمْ يُرِدْ بَنُو بَنْيَامِينَ أَنْ يَسْمَعُوا لِصَوْتِ إِخْوَتِهِمْ بَنِي إِسْرَائِيلَ. ١٣ 13
गिबियाह में रह रहे उन निकम्मे व्यक्तियों को हमें सौंप दो, कि हम उन्हें मृत्यु दंड दें, और इस्राएल में हुई इस दुष्टता को मिटा डाले.” मगर बिन्यामिन वंशजों ने अपने इस्राएली भाइयों की एक न सुनी.
فَٱجْتَمَعَ بَنُو بَنْيَامِينَ مِنَ ٱلْمُدُنِ إِلَى جِبْعَةَ لِكَيْ يَخْرُجُوا لِمُحَارَبَةِ بَنِي إِسْرَائِيلَ. ١٤ 14
बिन्यामिन वंशज अपने-अपने नगरों से आकर गिबियाह में इकट्‍ठे हुए कि वे इस्राएल वंशजों से युद्ध करें.
وَعُدَّ بَنُو بَنْيَامِينَ فِي ذَلِكَ ٱلْيَوْمِ مِنَ ٱلْمُدُنِ سِتَّةً وَعِشْرِينَ أَلْفَ رَجُلٍ مُخْتَرِطِي ٱلسَّيْفِ، مَا عَدَا سُكَّانَ جِبْعَةَ ٱلَّذِينَ عُدُّوا سَبْعَ مِئَةِ رَجُلٍ مُنْتَخَبِينَ. ١٥ 15
उस दिन विभिन्‍न नगरों से बिन्यामिन के तलवार चलाने में निपुण जो योद्धा इकट्‍ठे हुए, उनकी गिनती छब्बीस हज़ार थी. इनके अलावा गिबियाह नगर के ही सात सौ योद्धा इनमें शामिल हो गए.
مِنْ جَمِيعِ هَذَا ٱلشَّعْبِ سَبْعُ مِئَةِ رَجُلٍ مُنْتَخَبُونَ عُسْرٌ. كُلُّ هَؤُلَاءِ يَرْمُونَ ٱلْحَجَرَ بِٱلْمِقْلَاعِ عَلَى ٱلشَّعْرَةِ وَلَا يُخْطِئُونَ. ١٦ 16
इनमें सात सौ शूर योद्धा ऐसे थे, जो अपने बाएं हाथ के इस्तेमाल के प्रवीण थे. इनमें से हर व्यक्ति एक बाल तक पर भी अचूक निशाना साध सकता था.
وَعُدَّ رِجَالُ إِسْرَائِيلَ، مَا عَدَا بَنْيَامِينَ، أَرْبَعَ مِئَةِ أَلْفِ رَجُلٍ مُخْتَرِطِي ٱلسَّيْفِ. كُلُّ هَؤُلَاءِ رِجَالُ حَرْبٍ. ١٧ 17
दूसरी ओर बिन्यामिन वंशजों के अलावा इस्राएली सेना में चार लाख कुशल शूर योद्धा थे.
فَقَامُوا وَصَعِدُوا إِلَى بَيْتِ إِيلَ وَسَأَلُوا ٱللهَ وَقَالَ بَنُو إِسْرَائِيلَ: «مَنْ يَصْعَدُ مِنَّا أَوَّلًا لِمُحَارَبَةِ بَنِي بَنْيَامِينَ؟» فَقَالَ ٱلرَّبُّ: «يَهُوذَا أَوَّلًا». ١٨ 18
सारी इस्राएली सेना बेथेल गई कि परमेश्वर की इच्छा जान सके. उन्होंने परमेश्वर से पूछा, “बिन्यामिन वंशजों से युद्ध करने सबसे पहले हमारी ओर से कौन जाएगा?” याहवेह ने उत्तर दिया, “सबसे पहले यहूदाह का जाना सही होगा.”
فَقَامَ بَنُو إِسْرَائِيلَ فِي ٱلصَّبَاحِ وَنَزَلُوا عَلَى جِبْعَةَ. ١٩ 19
इसलिये इस्राएल वंशजों ने बड़े तड़के जाकर गिबियाह के विरुद्ध पड़ाव डाला.
وَخَرَجَ رِجَالُ إِسْرَائِيلَ لِمُحَارَبَةِ بَنْيَامِينَ، وَصَفَّ رِجَالُ إِسْرَائِيلَ أَنْفُسَهُمْ لِلْحَرْبِ عِنْدَ جِبْعَةَ. ٢٠ 20
इस्राएल वंशज बिन्यामिन के विरुद्ध युद्ध के लिए निकले. उन्होंने गिबियाह के विरुद्ध युद्ध के लिए मोर्चा बांध दिया.
فَخَرَجَ بَنُو بَنْيَامِينَ مِنْ جِبْعَةَ وَأَهْلَكُوا مِنْ إِسْرَائِيلَ فِي ذَلِكَ ٱلْيَوْمِ ٱثْنَيْنِ وَعِشْرِينَ أَلْفَ رَجُلٍ إِلَى ٱلْأَرْضِ. ٢١ 21
बिन्यामिन के सैनिक गिबियाह नगर से बाहर आए और इस्राएल के बाईस हज़ार योद्धाओं को मार गिराया.
وَتَشَدَّدَ ٱلشَّعْبُ، رِجَالُ إِسْرَائِيلَ، وَعَادُوا فَٱصْطَفُّوا لِلْحَرْبِ فِي ٱلْمَكَانِ ٱلَّذِي ٱصْطَفُّوا فِيهِ فِي ٱلْيَوْمِ ٱلْأَوَّلِ. ٢٢ 22
किंतु इस्राएल के सैनिकों ने अपना मनोबल बनाए रखते हुए दूसरे दिन भी उसी स्थान पर मोर्चा लिया, जहां पहले दिन लिया था.
ثُمَّ صَعِدَ بَنُو إِسْرَائِيلَ وَبَكَوْا أَمَامَ ٱلرَّبِّ إِلَى ٱلْمَسَاءِ، وَسَأَلُوا ٱلرَّبَّ قَائِلِينَ: «هَلْ أَعُودُ أَتَقَدَّمُ لِمُحَارَبَةِ بَنِي بَنْيَامِينَ أَخِي؟» فَقَالَ ٱلرَّبُّ: «ٱصْعَدُوا إِلَيْهِ». ٢٣ 23
इस्राएल वंशज जाकर शाम तक याहवेह के सामने रोते रहे. उन्होंने याहवेह से पूछा, “क्या हम अपने बंधु बिन्यामिन वंशजों पर दोबारा हमला करें?” याहवेह ने उन्हें उत्तर दिया, “जाकर उन पर हमला करो.”
فَتَقَدَّمَ بَنُو إِسْرَائِيلَ إِلَى بَنِي بَنْيَامِينَ فِي ٱلْيَوْمِ ٱلثَّانِي، ٢٤ 24
दूसरे दिन इस्राएल वंशजों ने बिन्यामिन वंशजों पर हमला कर दिया.
فَخَرَجَ بَنْيَامِينُ لِلِقَائِهِمْ مِنْ جِبْعَةَ فِي ٱلْيَوْمِ ٱلثَّانِي، وَأَهْلَكَ مِنْ بَنِي إِسْرَائِيلَ أَيْضًا ثَمَانِيَةَ عَشَرَ أَلْفَ رَجُلٍ إِلَى ٱلْأَرْضِ. كُلُّ هَؤُلَاءِ مُخْتَرِطُو ٱلسَّيْفِ. ٢٥ 25
गिबियाह नगर से बिन्यामिन वंशजों ने बाहर जाकर इस्राएली सेना के अठारह हज़ार सैनिकों को मार गिराया. ये सभी तलवार चलाने में कुशल थे.
فَصَعِدَ جَمِيعُ بَنِي إِسْرَائِيلَ وَكُلُّ ٱلشَّعْبِ وَجَاءُوا إِلَى بَيْتِ إِيلَ وَبَكَوْا وَجَلَسُوا هُنَاكَ أَمَامَ ٱلرَّبِّ، وَصَامُوا ذَلِكَ ٱلْيَوْمَ إِلَى ٱلْمَسَاءِ، وَأَصْعَدُوا مُحْرَقَاتٍ وَذَبَائِحَ سَلَامَةٍ أَمَامَ ٱلرَّبِّ. ٢٦ 26
इसलिये इस्राएल वंशज और सभी प्रजा के लोग बेथेल गए और वहां जाकर रोते रहे. वे सारे दिन शाम तक याहवेह के सामने भूखे रहे. वहां उन्होंने याहवेह को होमबलि और मेल बलि भेंट की.
وَسَأَلَ بَنُو إِسْرَائِيلَ ٱلرَّبَّ، وَهُنَاكَ تَابُوتُ عَهْدِ ٱللهِ فِي تِلْكَ ٱلْأَيَّامِ، ٢٧ 27
इस्राएल वंशजों ने याहवेह से प्रश्न किया. (उन दिनों परमेश्वर के वाचा का संदूक बेथेल में ही था.)
وَفِينَحَاسُ بْنُ أَلِعَازَارَ بْنِ هَارُونَ وَاقِفٌ أَمَامَهُ فِي تِلْكَ ٱلْأَيَّامِ، قَائِلِينَ: «أَأَعُودُ أَيْضًا لِلْخُرُوجِ لِمُحَارَبَةِ بَنِي بَنْيَامِينَ أَخِي أَمْ أَكُفُّ؟» فَقَالَ ٱلرَّبُّ: «ٱصْعَدُوا، لِأَنِّي غَدًا أَدْفَعُهُمْ لِيَدِكَ». ٢٨ 28
अहरोन का पोता, एलिएज़र का पुत्र फिनिहास संदूक के सामने सेवा के लिए चुना गया था. इस्राएल वंशजों ने याहवेह से पूछा, “क्या हम अब भी अपने बंधु बिन्यामिन पर हमला करने जाएं या यह विचार त्याग दें?” याहवेह ने उत्तर दिया, “जाओ, कल मैं उन्हें तुम्हारे हाथों में सौंप दूंगा.”
وَوَضَعَ إِسْرَائِيلُ كَمِينًا عَلَى جِبْعَةَ مُحِيطًا. ٢٩ 29
फिर इस्राएल ने गिबियाह नगर के आस-पास सैनिकों को घात लगाने के लिए बैठा दिया.
وَصَعِدَ بَنُو إِسْرَائِيلَ عَلَى بَنِي بَنْيَامِينَ فِي ٱلْيَوْمِ ٱلثَّالِثِ وَٱصْطَفُّوا عِنْدَ جِبْعَةَ كَٱلْمَرَّةِ ٱلْأُولَى وَٱلثَّانِيَةِ. ٣٠ 30
तीसरे दिन इस्राएल वंशजों ने बिन्यामिन वंशजों पर हमला करने के लिए गिबियाह के विरुद्ध मोर्चा बांधा, जैसा उन्होंने इसके पहले भी किये थे.
فَخَرَجَ بَنُو بَنْيَامِينَ لِلِقَاءِ ٱلشَّعْبِ وَٱنْجَذَبُوا عَنِ ٱلْمَدِينَةِ، وَأَخَذُوا يَضْرِبُونَ مِنَ ٱلشَّعْبِ قَتْلَى كَٱلْمَرَّةِ ٱلْأُولَى وَٱلثَّانِيَةِ فِي ٱلسِّكَكِ ٱلَّتِي إِحْدَاهَا تَصْعَدُ إِلَى بَيْتِ إِيلَ، وَٱلْأُخْرَى إِلَى جِبْعَةَ فِي ٱلْحَقْلِ، نَحْوَ ثَلَاثِينَ رَجُلًا مِنْ إِسْرَائِيلَ. ٣١ 31
जब बिन्यामिन वंशज उनकी सेना पर हमला करने बाहर आए, पीछे हटती इस्राएली सेना उन्हें नगर से दूर ले जाने लगी. बिन्यामिन वंशज इस्राएली सैनिकों पर पहले जैसे ही वार करने लगे. प्रमुख मार्गों पर, जो बेथेल तथा गिबियाह को जाते थे, तथा खेतों में लगभग तीस इस्राएली सैनिक मार डालें गए.
وَقَالَ بَنُو بَنْيَامِينَ: «إِنَّهُمْ مُنْهَزِمُونَ أَمَامَنَا كَمَا فِي ٱلْأَوَّلِ». وَأَمَّا بَنُو إِسْرَائِيلَ فَقَالُوا: «لِنَهْرُبْ وَنَجْذِبْهُمْ عَنِ ٱلْمَدِينَةِ إِلَى ٱلسِّكَكِ». ٣٢ 32
बिन्यामिन वंशजों का विचार था, “पहले जैसे ही वे हमारे सामने मार गिराए जा रहे हैं.” मगर इस्राएली सैनिकों ने कहा, “आओ, हम भागना शुरू करें कि उन्हें नगर से दूर मुख्य मार्गों पर ले आएं.”
وَقَامَ جَمِيعُ رِجَالِ إِسْرَائِيلَ مِنْ أَمَاكِنِهِمْ وَٱصْطَفُّوا فِي بَعْلِ تَامَارَ، وَثَارَ كَمِينُ إِسْرَائِيلَ مِنْ مَكَانِهِ مِنْ عَرَاءِ جِبْعَةَ. ٣٣ 33
तब सभी इस्राएली सैनिक अपने-अपने स्थानों से निकलकर बाल-तामार नामक स्थान पर युद्ध में शामिल हो गए. वे भी, जो घात लगाए बैठे थे, बाहर निकल आए, वे भी जो मआरोह-गीबा में थे.
وَجَاءَ مِنْ مُقَابِلِ جِبْعَةَ عَشَرَةُ آلَافِ رَجُلٍ مُنْتَخَبُونَ مِنْ كُلِّ إِسْرَائِيلَ، وَكَانَتِ ٱلْحَرْبُ شَدِيدَةً، وَهُمْ لَمْ يَعْلَمُوا أَنَّ ٱلشَّرَّ قَدْ مَسَّهُمْ. ٣٤ 34
जब सारे इस्राएल से चुने गए दस हज़ार सैनिकों ने गिबियाह पर हमला किया, युद्ध बहुत ही प्रचंड हो गया; मगर बिन्यामिन वंशजों को यह तनिक भी अहसास न था कि महाविनाश उनके पास आ चुका था.
فَضَرَبَ ٱلرَّبُّ بَنْيَامِينَ أَمَامَ إِسْرَائِيلَ، وَأَهْلَكَ بَنُو إِسْرَائِيلَ مِنْ بَنْيَامِينَ فِي ذَلِكَ ٱلْيَوْمِ خَمْسَةً وَعِشْرِينَ أَلْفَ رَجُلٍ وَمِئَةَ رَجُلٍ. كُلُّ هَؤُلَاءِ مُخْتَرِطُو ٱلسَّيْفِ. ٣٥ 35
याहवेह ने इस्राएल के सामने बिन्यामिन को मार गिराया. उस दिन इस्राएल ने पच्चीस हज़ार एक सौ बिन्यामिनी सैनिकों को मार गिराया. ये सभी तलवार चलाने में निपुण थे.
وَرَأَى بَنُو بَنْيَامِينَ أَنَّهُمْ قَدِ ٱنْكَسَرُوا. وَأَعْطَى رِجَالُ إِسْرَائِيلَ مَكَانًا لِبَنْيَامِينَ لِأَنَّهُمُ ٱتَّكَلُوا عَلَى ٱلْكَمِينِ ٱلَّذِي وَضَعُوهُ عَلَى جِبْعَةَ. ٣٦ 36
बिन्यामिन वंशजों को अपनी पराजय स्वीकार करनी पड़ी. जब इस्राएली सैनिक बिन्यामिन वंशजों से पीछे हट गये, क्योंकि वे पूरी तरह उन सैनिकों पर निर्भर थे, जो गिबियाह के विरुद्ध घात लगाए बैठे हुए थे,
فَأَسْرَعَ ٱلْكَمِينُ وَٱقْتَحَمُوا جِبْعَةَ، وَزَحَفَ ٱلْكَمِينُ وَضَرَبَ ٱلْمَدِينَةَ كُلَّهَا بِحَدِّ ٱلسَّيْفِ. ٣٧ 37
तब घात लगाए सैनिक बड़ी ही तेजी से गिबियाह नगर पर टूट पड़े. वे सारे नगर में फैल गए और पूरे नगर को तलवार से मार डाला.
وَكَانَ ٱلْمِيعَادُ بَيْنَ رِجَالِ إِسْرَائِيلَ وَبَيْنَ ٱلْكَمِينِ، إِصْعَادَهُمْ بِكَثْرَةٍ، عَلَامَةَ ٱلدُخَانِ مِنَ ٱلْمَدِينَةِ. ٣٨ 38
इस्राएली सैनिकों और घात लगाए सैनिकों के बीच पहले से तय किया गया संकेत यह था कि वे नगर में आग लगाकर धुएं का बहुत बड़ा बादल उठाएंगे,
وَلَمَّا ٱنْقَلَبَ رِجَالُ إِسْرَائِيلَ فِي ٱلْحَرْبِ ٱبْتَدَأَ بَنْيَامِينُ يَضْرِبُونَ قَتْلَى مِنْ رِجَالِ إِسْرَائِيلَ نَحْوَ ثَلَاثِينَ رَجُلًا، لِأَنَّهُمْ قَالُوا: «إِنَّمَا هُمْ مُنْهَزِمُونَ مِنْ أَمَامِنَا كَٱلْحَرْبِ ٱلْأُولَى». ٣٩ 39
तब यह देखते ही इस्राएली सेना का प्रमुख दल को युद्ध-भूमि में लौट आना है. बिन्यामिन सैनिकों ने लगभग तीस इस्राएली सैनिकों को मार गिराया था. उनका विचार था, “निश्चित ही पहले के युद्ध के समान ये लोग हमसे हार चुके हैं.”
وَلَمَّا ٱبْتَدَأَتِ ٱلْعَلَامَةُ تَصْعَدُ مِنَ ٱلْمَدِينَةِ، عَمُودَ دُخَانٍ، ٱلْتَفَتَ بَنْيَامِينُ إِلَى وَرَائِهِ وَإِذَا بِٱلْمَدِينَةِ كُلِّهَا تَصْعَدُ نَحْوَ ٱلسَّمَاءِ. ٤٠ 40
मगर जैसे ही नगर के ऊपर धुएं का खंभा उठने लगा, बिन्यामिन वंशजों ने मुड़कर देखा कि पूरा नगर धुएं में आकाश की ओर उठ रहा है.
وَرَجَعَ رِجَالُ إِسْرَائِيلَ وَهَرَبَ رِجَالُ بَنْيَامِينَ بِرَعْدَةٍ، لِأَنَّهُمْ رَأَوْا أَنَّ ٱلشَّرَّ قَدْ مَسَّهُمْ. ٤١ 41
इस्राएली सैनिक पलट कर वार करने लगे और बिन्यामिन वंशज भयभीत हो गए, क्योंकि उन्हें साफ़ दिख रहा था कि उन पर महाविनाश आ पड़ा है.
وَرَجَعُوا أَمَامَ بَنِي إِسْرَائِيلَ فِي طَرِيقِ ٱلْبَرِّيَّةِ، وَلَكِنَّ ٱلْقِتَالَ أَدْرَكَهُمْ، وَٱلَّذِينَ مِنَ ٱلْمُدُنِ أَهْلَكُوهُمْ فِي وَسَطِهِمْ. ٤٢ 42
अब वे इस्राएली सेना को पीठ दिखाकर निर्जन प्रदेश की ओर भागने लगे; किंतु वे विनाश से बच न सके. उन्होंने, जो नगरों से निकल आए थे, उन्हें अपने बीच में मारना शुरू कर दिया.
فَحَاوَطُوا بَنْيَامِينَ وَطَارَدُوهُمْ بِسُهُولَةٍ، وَأَدْرَكُوهُمْ مُقَابَلَ جِبْعَةَ لِجِهَةِ شُرُوقِ ٱلشَّمْسِ. ٤٣ 43
उनका पीछा करते हुए उन्होंने बिन्यामिन वंशजों को घेर लिया, बिना रुके गिबियाह के पास पूर्व में, खदेड़ कर उन्हें रौंद डाला.
فَسَقَطَ مِنْ بَنْيَامِينَ ثَمَانِيَةَ عَشَرَ أَلْفَ رَجُلٍ، جَمِيعُ هَؤُلَاءِ ذَوُو بَأْسٍ. ٤٤ 44
इस युद्ध में बिन्यामिन के अट्ठारह हज़ार सैनिक गिरे. ये सभी वीर योद्धा थे.
فَدَارُوا وَهَرَبُوا إِلَى ٱلْبَرِّيَّةِ إِلَى صَخْرَةِ رِمُّونَ. فَٱلْتَقَطُوا مِنْهُمْ فِي ٱلسِّكَكِ خَمْسَةَ آلَافِ رَجُلٍ، وَشَدُّوا وَرَاءَهُمْ إِلَى جِدْعُومَ، وَقَتَلُوا مِنْهُمْ أَلْفَيْ رَجُلٍ. ٤٥ 45
बाकी पीठ दिखाकर निर्जन प्रदेश में रिम्मोन की चट्टान की ओर भागे, मगर इनमें से पांच हज़ार मुख्य मार्गों पर पकड़ लिए गए, और उन्हें गीदोम नामक स्थान पर पकड़कर उनमें से दो हज़ार का वध कर दिया गया.
وَكَانَ جَمِيعُ ٱلسَّاقِطِينَ مِنْ بَنْيَامِينَ خَمْسَةً وَعِشْرِينَ أَلْفَ رَجُلٍ مُخْتَرِطِي ٱلسَّيْفِ فِي ذَلِكَ ٱلْيَوْمِ. جَمِيعُ هَؤُلَاءِ ذَوُو بَأْسٍ. ٤٦ 46
इसलिये उस दिन वध किए सैनिकों की सारी गिनती पच्चीस हज़ार हो गई. से सभी कुशल हज़ार सैनिक थे-तलवार चलाने में निपुण.
وَدَارَ وَهَرَبَ إِلَى ٱلْبَرِّيَّةِ إِلَى صَخْرَةِ رِمُّونَ سِتُّ مِئَةِ رَجُلٍ، وَأَقَامُوا فِي صَخْرَةِ رِمُّونَ أَرْبَعَةَ أَشْهُرٍ. ٤٧ 47
मगर छः सौ सैनिक मुड़कर निर्जन प्रदेश में रिम्मोन की चट्टान की दिशा में भागे. वे रिम्मोन की चट्टान के निकट चार महीने तक रहते रहे.
وَرَجَعَ رِجَالُ بَنِي إِسْرَائِيلَ إِلَى بَنِي بَنْيَامِينَ وَضَرَبُوهُمْ بِحَدِّ ٱلسَّيْفِ مِنَ ٱلْمَدِينَةِ بِأَسْرِهَا، حَتَّى ٱلْبَهَائِمَ، حَتَّى كُلَّ مَا وُجِدَ. وَأَيْضًا جَمِيعُ ٱلْمُدُنِ ٱلَّتِي وُجِدَتْ أَحْرَقُوهَا بِٱلنَّارِ. ٤٨ 48
तब इस्राएली सेना बिन्यामिन वंशजों के नगरों की ओर बढ़ें और सभी को तलवार से वध कर दिया. सारे नगर नाश कर दिए गए, उन्होंने जो भी मिला, नगरवासी और पशुओं सभी का वध कर दिया. उन्हें जितने नगर मिलते गए, वे उनमें आग लगाते चले गए.

< اَلْقُضَاة 20 >