< يَشُوع 18 >

وَٱجْتَمَعَ كُلُّ جَمَاعَةِ بَنِي إِسْرَائِيلَ فِي شِيلُوهَ وَنَصَبُوا هُنَاكَ خَيْمَةَ ٱلِٱجْتِمَاعِ، وَأُخْضِعَتِ ٱلْأَرْضُ قُدَّامَهُمْ. ١ 1
फिर इस्राएलियों की सारी मण्डली ने शीलो में इकट्ठी होकर वहाँ मिलापवाले तम्बू को खड़ा किया; क्योंकि देश उनके वश में आ गया था।
وَبَقِيَ مِنْ بَنِي إِسْرَائِيلَ مِمَّنْ لَمْ يَقْسِمُوا نَصِيبَهُمْ، سَبْعَةُ أَسْبَاطٍ. ٢ 2
और इस्राएलियों में से सात गोत्रों के लोग अपना-अपना भाग बिना पाये रह गए थे।
فَقَالَ يَشُوعُ لِبَنِي إِسْرَائِيلَ: «حَتَّى مَتَى أَنْتُمْ مُتَرَاخُونَ عَنِ ٱلدُّخُولِ لِٱمْتِلَاكِ ٱلْأَرْضِ ٱلَّتِي أَعْطَاكُمْ إِيَّاهَا ٱلرَّبُّ إِلَهُ آبَائِكُمْ؟ ٣ 3
तब यहोशू ने इस्राएलियों से कहा, “जो देश तुम्हारे पूर्वजों के परमेश्वर यहोवा ने तुम्हें दिया है, उसे अपने अधिकार में कर लेने में तुम कब तक ढिलाई करते रहोगे?
هَاتُوا ثَلَاثَةَ رِجَالٍ مِنْ كُلِّ سِبْطٍ فَأُرْسِلَهُمْ فَيَقُومُوا وَيَسِيرُوا فِي ٱلْأَرْضِ وَيَكْتُبُوهَا بِحَسَبِ أَنْصِبَتِهِمْ، ثُمَّ يَأْتُوا إِلَيَّ. ٤ 4
अब प्रति गोत्र के पीछे तीन मनुष्य ठहरा लो, और मैं उन्हें इसलिए भेजूँगा कि वे चलकर देश में घूमें फिरें, और अपने-अपने गोत्र के भाग के प्रयोजन के अनुसार उसका हाल लिख लिखकर मेरे पास लौट आएँ।
وَلْيَقْسِمُوهَا إِلَى سَبْعَةِ أَقْسَامٍ، فَيُقِيمُ يَهُوذَا عَلَى تُخْمِهِ مِنَ ٱلْجَنُوبِ، وَيُقِيمُ بَيْتُ يُوسُفَ عَلَى تُخْمِهِمْ مِنَ ٱلشِّمَالِ. ٥ 5
और वे देश के सात भाग लिखें, यहूदी तो दक्षिण की ओर अपने भाग में, और यूसुफ के घराने के लोग उत्तर की ओर अपने भाग में रहें।
وَأَنْتُمْ تَكْتُبُونَ ٱلْأَرْضَ سَبْعَةَ أَقْسَامٍ، ثُمَّ تَأْتُونَ إِلَيَّ هُنَا فَأُلْقِي لَكُمْ قُرْعَةً هَهُنَا أَمَامَ ٱلرَّبِّ إِلَهِنَا. ٦ 6
और तुम देश के सात भाग लिखकर मेरे पास ले आओ; और मैं यहाँ तुम्हारे लिये अपने परमेश्वर यहोवा के सामने चिट्ठी डालूँगा।
لِأَنَّهُ لَيْسَ لِلَّاوِيِّينَ قِسْمٌ فِي وَسَطِكُمْ، لِأَنَّ كَهَنُوتَ ٱلرَّبِّ هُوَ نَصِيبُهُمْ. وَجَادُ وَرَأُوبَيْنُ وَنِصْفُ سِبْطِ مَنَسَّى قَدْ أَخَذُوا نَصِيبَهُمْ فِي عَبْرِ ٱلْأُرْدُنِّ نَحْوَ ٱلشُّرُوقِ، ٱلَّذِي أَعْطَاهُمْ إِيَّاهُ مُوسَى عَبْدُ ٱلرَّبِّ». ٧ 7
और लेवियों का तुम्हारे मध्य में कोई भाग न होगा, क्योंकि यहोवा का दिया हुआ याजकपद ही उनका भाग है; और गाद, रूबेन, और मनश्शे के आधे गोत्र के लोग यरदन के पूर्व की ओर यहोवा के दास मूसा का दिया हुआ अपना-अपना भाग पा चुके हैं।”
فَقَامَ ٱلرِّجَالُ وَذَهَبُوا. وَأَوْصَى يَشُوعُ ٱلذَّاهِبِينَ لِكِتَابَةِ ٱلْأَرْضِ قَائِلًا: «اِذْهَبُوا وَسِيرُوا فِي ٱلْأَرْضِ وَٱكْتُبُوهَا، ثُمَّ ٱرْجِعُوا إِلَيَّ فَأُلْقِي لَكُمْ هُنَا قُرْعَةً أَمَامَ ٱلرَّبِّ فِي شِيلُوهَ». ٨ 8
तब वे पुरुष उठकर चल दिए; और जो उस देश का हाल लिखने को चले उन्हें यहोशू ने यह आज्ञा दी, “जाकर देश में घूमो फिरो, और उसका हाल लिखकर मेरे पास लौट आओ; और मैं यहाँ शीलो में यहोवा के सामने तुम्हारे लिये चिट्ठी डालूँगा।”
فَسَارَ ٱلرِّجَالُ وَعَبَرُوا فِي ٱلْأَرْضِ وَكَتَبُوهَا حَسَبَ ٱلْمُدُنِ سَبْعَةَ أَقْسَامٍ فِي سِفْرٍ، ثُمَّ جَاءُوا إِلَى يَشُوعَ إِلَى ٱلْمَحَلَّةِ فِي شِيلُوهَ. ٩ 9
तब वे पुरुष चल दिए, और उस देश में घूमें, और उसके नगरों के सात भाग करके उनका हाल पुस्तक में लिखकर शीलो की छावनी में यहोशू के पास आए।
فَأَلْقَى لَهُمْ يَشُوعُ قُرْعَةً فِي شِيلُوهَ أَمَامَ ٱلرَّبِّ، وَهُنَاكَ قَسَمَ يَشُوعُ ٱلْأَرْضَ لِبَنِي إِسْرَائِيلَ حَسَبَ فِرَقِهِمْ. ١٠ 10
१०तब यहोशू ने शीलो में यहोवा के सामने उनके लिये चिट्ठियाँ डालीं; और वहीं यहोशू ने इस्राएलियों को उनके भागों के अनुसार देश बाँट दिया।
وَطَلَعَتْ قُرْعَةُ سِبْطِ بَنِي بَنْيَامِينَ حَسَبَ عَشَائِرِهِمْ، وَخَرَجَ تُخْمُ قُرْعَتِهِمْ بَيْنَ بَنِي يَهُوذَا وَبَنِي يُوسُفَ: ١١ 11
११बिन्यामीनियों के गोत्र की चिट्ठी उनके कुलों के अनुसार निकली, और उनका भाग यहूदियों और यूसुफियों के बीच में पड़ा।
وَكَانَ تُخْمُهُمْ مِنْ جِهَةِ ٱلشِّمَالِ مِنَ ٱلْأُرْدُنِّ. وَصَعِدَ ٱلتُّخْمُ إِلَى جَانِبِ أَرِيحَا مِنَ ٱلشِّمَالِ وَصَعِدَ فِي ٱلْجَبَلِ غَرْبًا، وَكَانَتْ مَخَارِجُهُ عْنْدَ بَرِّيَّةِ بَيْتِ آوِنَ. ١٢ 12
१२और उनकी उत्तरी सीमा यरदन से आरम्भ हुई, और यरीहो की उत्तरी ओर से चढ़ते हुए पश्चिम की ओर पहाड़ी देश में होकर बेतावेन के जंगल में निकली;
وَعَبَرَ ٱلتُّخْمُ مِنْ هُنَاكَ إِلَى لُوزَ، إِلَى جَانِبِ لُوزَ ٱلْجَنُوبِيِّ، هِيَ بَيْتُ إِيلَ، وَنَزَلَ ٱلتُّخْمُ إِلَى عَطَارُوتِ إِدَّارَ عَلَى ٱلْجَبَلِ ٱلَّذِي إِلَى جَنُوبِ بَيْتِ حُورُونَ ٱلسُّفْلَى. ١٣ 13
१३वहाँ से वह लूज को पहुँची (जो बेतेल भी कहलाता है), और लूज की दक्षिणी ओर से होते हुए निचले बेथोरोन के दक्षिणी ओर के पहाड़ के पास हो अत्रोतदार को उतर गई।
وَٱمْتَدَّ ٱلتُّخْمُ وَدَارَ إِلَى جِهَةِ ٱلْغَرْبِ جَنُوبًا مِنَ ٱلْجَبَلِ ٱلَّذِي مُقَابِلَ بَيْتِ حُورُونَ جَنُوبًا. وَكَانَتْ مَخَارِجُهُ عِنْدَ قَرْيَةِ بَعْلٍ، هِيَ قَرْيَةُ يَعَارِيمَ. مَدِينَةٌ لِبَنِي يَهُوذَا. هَذِهِ هِيَ جِهَةُ ٱلْغَرْبِ. ١٤ 14
१४फिर पश्चिमी सीमा मुड़कर बेथोरोन के सामने और उसकी दक्षिण ओर के पहाड़ से होते हुए किर्यतबाल नामक यहूदियों के एक नगर पर निकली (जो किर्यत्यारीम भी कहलाता है); पश्चिम की सीमा यही ठहरी।
وَجِهَةُ ٱلْجَنُوبِ هِيَ أَقْصَى قَرْيَةِ يَعَارِيمَ. وَخَرَجَ ٱلتُّخْمُ غَرْبًا وَخَرَجَ إِلَى مَنْبَعِ مِيَاهِ نَفْتُوحَ. ١٥ 15
१५फिर दक्षिण की ओर की सीमा पश्चिम से आरम्भ होकर किर्यत्यारीम के सिरे से निकलकर नेप्तोह के सोते पर पहुँची;
وَنَزَلَ ٱلتُّخْمُ إِلَى طَرَفِ ٱلْجَبَلِ ٱلَّذِي مُقَابِلَ وَادِي ٱبْنِ هِنُّومَ ٱلَّذِي فِي وَادِي ٱلرَّفَائِيِّينَ شِمَالًا، وَنَزَلَ إِلَى وَادِي هِنُّومَ إِلَى جَانِبِ ٱلْيَبُوسِيِّينَ مِنَ ٱلْجَنُوبِ، وَنَزَلَ إِلَى عَيْنِ رُوجَلَ. ١٦ 16
१६और उस पहाड़ के सिरे पर उतरी, जो हिन्नोम के पुत्र की तराई के सामने और रपाईम नामक तराई के उत्तरी ओर है; वहाँ से वह हिन्नोम की तराई में, अर्थात् यबूस के दक्षिणी ओर होकर एनरोगेल को उतरी;
وَٱمْتَدَّ مِنَ ٱلشِّمَالِ وَخَرَجَ إِلَى عَيْنِ شَمْسٍ، وَخَرَجَ إِلَى جَلِيلُوتَ ٱلَّتِي مُقَابِلَ عَقَبَةِ أَدُمِّيمَ، وَنَزَلَ إِلَى حَجَرِ بُوهَنَ بْنِ رَأُوبَيْنَ. ١٧ 17
१७वहाँ से वह उत्तर की ओर मुड़कर एनशेमेश को निकलकर उस गलीलोत की ओर गई, जो अदुम्मीम की चढ़ाई के सामने है, फिर वहाँ से वह रूबेन के पुत्र बोहन के पत्थर तक उतर गई;
وَعَبَرَ إِلَى ٱلْكَتِفِ مُقَابِلَ ٱلْعَرَبَةِ شِمَالًا، وَنَزَلَ إِلَى ٱلْعَرَبَةِ. ١٨ 18
१८वहाँ से वह उत्तर की ओर जाकर अराबा के सामने के पहाड़ की ओर से होते हुए अराबा को उतरी;
وَعَبَرَ ٱلتُّخْمُ إِلَى جَانِبِ بَيْتِ حُجْلَةَ شِمَالًا. وَكَانَتْ مَخَارِجُ ٱلتُّخْمِ عِنْدَ لِسَانِ بَحْرِ ٱلْمِلْحِ شِمَالًا إِلَى طَرَفِ ٱلْأُرْدُنِّ جَنُوبًا. هَذَا هُوَ تُخْمُ ٱلْجَنُوبِ. ١٩ 19
१९वहाँ से वह सीमा बेथोग्ला की उत्तरी ओर से जाकर खारे ताल की उत्तर ओर के कोल में यरदन के मुहाने पर निकली; दक्षिण की सीमा यही ठहरी।
وَٱلْأُرْدُنُّ يَتْخُمُهُ مِنْ جِهَةِ ٱلشَّرْقِ. فَهَذَا هُوَ نَصِيبُ بَنِي بَنْيَامِينَ مَعَ تُخُومِهِ مُسْتَدِيرًا حَسَبَ عَشَائِرِهِمْ. ٢٠ 20
२०और पूर्व की ओर की सीमा यरदन ही ठहरी। बिन्यामीनियों का भाग, चारों ओर की सीमाओं सहित, उनके कुलों के अनुसार, यही ठहरा।
وَكَانَتْ مُدُنُ سِبْطِ بَنِي بَنْيَامِينَ حَسَبَ عَشَائِرِهِمْ: أَرِيحَا وَبَيْتَ حُجْلَةَ وَوَادِي قَصِيصَ، ٢١ 21
२१बिन्यामीनियों के गोत्र को उनके कुलों के अनुसार ये नगर मिले, अर्थात् यरीहो, बेथोग्ला, एमेक्कसीस,
وَبَيْتَ ٱلْعَرَبَةِ وَصَمَارَايِمَ وَبَيْتَ إِيلَ، ٢٢ 22
२२बेतराबा, समारैम, बेतेल,
وَٱلْعَوِّيمَ وَٱلْفَارَةَ وَعَفْرَةَ، ٢٣ 23
२३अब्बीम, पारा, ओप्रा,
وَكَفْرَ ٱلْعَمُّونِيِّ وَٱلْعُفْنِي وَجَبَعَ، سِتَّ عَشَرَةَ مَدِينَةً مَعَ ضِيَاعِهَا. ٢٤ 24
२४कपरम्मोनी, ओफनी और गेबा; ये बारह नगर और इनके गाँव मिले।
جِبْعُونَ وَٱلرَّامَةَ وَبَئِيرُوتَ، ٢٥ 25
२५फिर गिबोन, रामाह, बेरोत,
وَٱلْمِصْفَاةَ وَٱلْكَفِيرَةَ وَٱلْمُوصَةَ، ٢٦ 26
२६मिस्पे, कपीरा, मोसा,
وَرَاقَمَ وَيَرَفْئِيلَ وَتَرَالَةَ، ٢٧ 27
२७रेकेम, यिर्पेल, तरला,
وَصَيْلَعَ وَآلفَ وَٱلْيَبُوسِيَّ، هِيَ أُورُشَلِيمُ، وَجِبْعَةَ وَقِرْيَةَ. أَرْبَعَ عَشَرَةَ مَدِينَةً مَعَ ضِيَاعِهَا. هَذَا هُوَ نَصِيبُ بَنِي بَنْيَامِينَ حَسَبَ عَشَائِرِهِمْ. ٢٨ 28
२८सेला, एलेप, यबूस (जो यरूशलेम भी कहलाता है), गिबा और किर्यत; ये चौदह नगर और इनके गाँव उन्हें मिले। बिन्यामीनियों का भाग उनके कुलों के अनुसार यही ठहरा।

< يَشُوع 18 >