< يوحنَّا 11 >

وَكَانَ إِنْسَانٌ مَرِيضًا وَهُوَ لِعَازَرُ، مِنْ بَيْتِ عَنْيَا مِنْ قَرْيَةِ مَرْيَمَ وَمَرْثَا أُخْتِهَا. ١ 1
लाजर नामका एक माणस बीमार था, जो बैतनिय्याह गाम का था, अर उसकी दो भाण थी मरियम अर मार्था।
وَكَانَتْ مَرْيَمُ، ٱلَّتِي كَانَ لِعَازَرُ أَخُوهَا مَرِيضًا، هِيَ ٱلَّتِي دَهَنَتِ ٱلرَّبَّ بِطِيبٍ، وَمَسَحَتْ رِجْلَيْهِ بِشَعْرِهَا. ٢ 2
या वाए मरियम थी जिसनै बाद म्ह प्रभु पै खसबूदार तेल गेर कै उसके पायां ताहीं बाळां तै पुन्जयां था, लाजर इस्से का भाई था जो बीमार था।
فَأَرْسَلَتِ ٱلْأُخْتَانِ إِلَيْهِ قَائِلَتَيْنِ: «يَا سَيِّدُ، هُوَذَا ٱلَّذِي تُحِبُّهُ مَرِيضٌ». ٣ 3
इस करकै उसकी भाणां नै यीशु ताहीं कुहवां भेज्या, “हे प्रभु, लखा, जिसतै तू प्यार करै सै, वो बीमार सै।”
فَلَمَّا سَمِعَ يَسُوعُ، قَالَ: «هَذَا ٱلْمَرَضُ لَيْسَ لِلْمَوْتِ، بَلْ لِأَجْلِ مَجْدِ ٱللهِ، لِيَتَمَجَّدَ ٱبْنُ ٱللهِ بِهِ». ٤ 4
न्यू सुणकै यीशु न्यू बोल्या, “या बीमारी मरण का कारण कोनी, पर परमेसवर की महिमा खात्तर सै, ताके उसकै जरिये परमेसवर कै बेट्टै की महिमा होवै।”
وَكَانَ يَسُوعُ يُحِبُّ مَرْثَا وَأُخْتَهَا وَلِعَازَرَ. ٥ 5
मार्था उसकी बेब्बे अर लाजर तै यीशु प्यार करै था।
فَلَمَّا سَمِعَ أَنَّهُ مَرِيضٌ مَكَثَ حِينَئِذٍ فِي ٱلْمَوْضِعِ ٱلَّذِي كَانَ فِيهِ يَوْمَيْنِ. ٦ 6
पर जिब उसनै सुण्या के लाजर बीमार सै, तो जिस जगहां पै वो था, ओड़ै दो दिन और रुक ग्या।
ثُمَّ بَعْدَ ذَلِكَ قَالَ لِتَلَامِيذِهِ: «لِنَذْهَبْ إِلَى ٱلْيَهُودِيَّةِ أَيْضًا». ٧ 7
दो दिन बाद फेर उसनै चेल्यां ताहीं कह्या, “आओ, हम फेर यहूदिया परदेस म्ह चाल्लां।”
قَالَ لَهُ ٱلتَّلَامِيذُ: «يَا مُعَلِّمُ، ٱلْآنَ كَانَ ٱلْيَهُودُ يَطْلُبُونَ أَنْ يَرْجُمُوكَ، وَتَذْهَبُ أَيْضًا إِلَى هُنَاكَ». ٨ 8
चेल्यां नै उस ताहीं कह्या, “हे गुरु, कुछ दिन पैहल्या तो यहूदी तेरे पै पत्थर बरसा कै तन्नै मारणा चाहवै थे, अर के तू फेर भी उड़ैए जाणा चाहवै सै?”
أَجَابَ يَسُوعُ: «أَلَيْسَتْ سَاعَاتُ ٱلنَّهَارِ ٱثْنَتَيْ عَشْرَةَ؟ إِنْ كَانَ أَحَدٌ يَمْشِي فِي ٱلنَّهَارِ لَا يَعْثُرُ لِأَنَّهُ يَنْظُرُ نُورَ هَذَا ٱلْعَالَمِ، ٩ 9
यीशु नै जवाब दिया, “के दिन के बारहा घन्टे कोनी होन्दे? जै कोए दिन म्ह चाल्लै तो ठोक्कर कोनी खान्दा, क्यूँके वे इस दुनिया के उजाळै नै देक्खै सै।
وَلَكِنْ إِنْ كَانَ أَحَدٌ يَمْشِي فِي ٱللَّيْلِ يَعْثُرُ، لِأَنَّ ٱلنُّورَ لَيْسَ فِيهِ». ١٠ 10
पर जै कोए रात म्ह चाल्लै तो ठोक्कर खावै सै, क्यूँके उस म्ह उजाळा कोनी।”
قَالَ هَذَا، وَبَعْدَ ذَلِكَ قَالَ لَهُمْ: «لِعَازَرُ حَبِيبُنَا قَدْ نَامَ. لَكِنِّي أَذْهَبُ لِأُوقِظَهُ». ١١ 11
उसनै ये बात कही, अर इसके बाद उन ताहीं कहण लाग्या, “के म्हारा साथी लाजर सो ग्या सै, पर मै उसनै जगाण जाऊँ सूं।”
فَقَالَ تَلَامِيذُهُ: «يَا سَيِّدُ، إِنْ كَانَ قَدْ نَامَ فَهُوَ يُشْفَى». ١٢ 12
फेर चेल्यां नै उस ताहीं कह्या, “हे प्रभु, जै वो सो ग्या सै तो वो ठीक हो ज्यागा।”
وَكَانَ يَسُوعُ يَقُولُ عَنْ مَوْتِهِ، وَهُمْ ظَنُّوا أَنَّهُ يَقُولُ عَنْ رُقَادِ ٱلنَّوْمِ. ١٣ 13
यीशु नै तो उसकी मौत कै बाबत कह्या था, पर उननै सोच्या के उसनै नींद तै सोण कै बाबत कह्या सै।
فَقَالَ لَهُمْ يَسُوعُ حِينَئِذٍ عَلَانِيَةً: «لِعَازَرُ مَاتَ. ١٤ 14
फेर यीशु नै उन ताहीं साफ-साफ कह दिया, “लाजर मर लिया सै,
وَأَنَا أَفْرَحُ لِأَجْلِكُمْ إِنِّي لَمْ أَكُنْ هُنَاكَ، لِتُؤْمِنُوا. وَلَكِنْ لِنَذْهَبْ إِلَيْهِ!». ١٥ 15
यो थारे ए हित म्ह सै, के मै उड़ै कोनी था, क्यूँके इब थम मेरे पै बिश्वास कर सकोगे, आओ, हम उसकै धोरै चाल्लां।”
فَقَالَ تُومَا ٱلَّذِي يُقَالُ لَهُ ٱلتَّوْأَمُ لِلتَّلَامِيذِ رُفَقَائِهِ: «لِنَذْهَبْ نَحْنُ أَيْضًا لِكَيْ نَمُوتَ مَعَهُ!». ١٦ 16
फेर थोमा नै जो दिदुमुस कुह्वावै सै, अपणे गेल्या के चेल्यां ताहीं कह्या, “आओ, हम भी प्रभु कै गेल्या मरण नै चाल्लां।”
فَلَمَّا أَتَى يَسُوعُ وَجَدَ أَنَّهُ قَدْ صَارَ لَهُ أَرْبَعَةُ أَيَّامٍ فِي ٱلْقَبْرِ. ١٧ 17
बैतनिय्याह गाम पोहचे पाच्छै यीशु नै न्यू बेरया पाट्या के लाजर नै कब्र म्ह धरे चार दिन हो लिए सै।
وَكَانَتْ بَيْتُ عَنْيَا قَرِيبَةً مِنْ أُورُشَلِيمَ نَحْوَ خَمْسَ عَشْرَةَ غَلْوَةً. ١٨ 18
बैतनिय्याह गाम यरुशलेम कै धोरै कोए दो कोस की दूरी पै था,
وَكَانَ كَثِيرُونَ مِنَ ٱلْيَهُودِ قَدْ جَاءُوا إِلَى مَرْثَا وَمَرْيَمَ لِيُعَزُّوهُمَا عَنْ أَخِيهِمَا. ١٩ 19
घणखरे यहूदी माणस मार्था अर मरियम कै धोरै उसकै भाई की मौत कै बाबत दीलास्सा देण नै आरे थे।
فَلَمَّا سَمِعَتْ مَرْثَا أَنَّ يَسُوعَ آتٍ لَاقَتْهُ، وَأَمَّا مَرْيَمُ فَٱسْتَمَرَّتْ جَالِسَةً فِي ٱلْبَيْتِ. ٢٠ 20
जिब मार्था नै यीशु कै आण की खबर सुणी, तो मार्था उसतै मिलण खात्तर गई, पर मरियम घरा ए बेठ्ठी रही।
فَقَالَتْ مَرْثَا لِيَسُوعَ: «يَا سَيِّدُ، لَوْ كُنْتَ هَهُنَا لَمْ يَمُتْ أَخِي! ٢١ 21
मार्था नै यीशु ताहीं कह्या, “हे प्रभु, जै तू आड़ै होंदा, तो मेरा भाई कदे न्ही मरदा।
لَكِنِّي ٱلْآنَ أَيْضًا أَعْلَمُ أَنَّ كُلَّ مَا تَطْلُبُ مِنَ ٱللهِ يُعْطِيكَ ٱللهُ إِيَّاهُ». ٢٢ 22
अर इब भी मन्नै बेरा सै, जो कुछ तू परमेसवर तै माँगैगा, परमेसवर तन्नै देवैगा।”
قَالَ لَهَا يَسُوعُ: «سَيَقُومُ أَخُوكِ». ٢٣ 23
यीशु नै उस ताहीं कह्या, “तेरा भाई जी ज्यागा।”
قَالَتْ لَهُ مَرْثَا: «أَنَا أَعْلَمُ أَنَّهُ سَيَقُومُ فِي ٱلْقِيَامَةِ، فِي ٱلْيَوْمِ ٱلْأَخِيرِ». ٢٤ 24
मार्था नै उस ताहीं कह्या, “मन्नै बेरा सै, के आखर के दिन म्ह पुनरुत्थान के बखत वो जी ज्यागा।”
قَالَ لَهَا يَسُوعُ: «أَنَا هُوَ ٱلْقِيَامَةُ وَٱلْحَيَاةُ. مَنْ آمَنَ بِي وَلَوْ مَاتَ فَسَيَحْيَا، ٢٥ 25
यीशु नै मार्था तै कह्या, “पुनरुत्थान अर जीवन मै ए सूं, जो कोए मेरै पै बिश्वास करैगा, वो जै मर भी जावै फेर भी जिवैगा,
وَكُلُّ مَنْ كَانَ حَيًّا وَآمَنَ بِي فَلَنْ يَمُوتَ إِلَى ٱلْأَبَدِ. أَتُؤْمِنِينَ بِهَذَا؟». (aiōn g165) ٢٦ 26
अर जो कोए जीवै सै, अर वो मेरै पै बिश्वास करै सै, वो अनन्त काल ताहीं कोनी मरैगा। के तू इस बात पै बिश्वास करै सै।” (aiōn g165)
قَالَتْ لَهُ: «نَعَمْ يَا سَيِّدُ. أَنَا قَدْ آمَنْتُ أَنَّكَ أَنْتَ ٱلْمَسِيحُ ٱبْنُ ٱللهِ، ٱلْآتِي إِلَى ٱلْعَالَمِ». ٢٧ 27
मार्था नै यीशु तै कह्या, “हाँ, हे प्रभु, मै बिश्वास करुँ सूं, के परमेसवर का बेट्टा मसीह जो दुनिया म्ह आण आळा था, वो तूए सै।”
وَلَمَّا قَالَتْ هَذَا مَضَتْ وَدَعَتْ مَرْيَمَ أُخْتَهَا سِرًّا، قَائِلَةً: «ٱلْمُعَلِّمُ قَدْ حَضَرَ، وَهُوَ يَدْعُوكِ». ٢٨ 28
न्यू कहकै मार्था चली गयी, अर अपणी बेब्बे मरियम ताहीं एक्ले म्ह बुलाकै चुपके तै कह्या, “गुरु याड़ैए सै अर तन्नै बुलावै सै।”
أَمَّا تِلْكَ فَلَمَّا سَمِعَتْ قَامَتْ سَرِيعًا وَجَاءَتْ إِلَيْهِ. ٢٩ 29
न्यू सुण तिए मरियम जिब्बे उठकै उसकै धोरै आई।
وَلَمْ يَكُنْ يَسُوعُ قَدْ جَاءَ إِلَى ٱلْقَرْيَةِ، بَلْ كَانَ فِي ٱلْمَكَانِ ٱلَّذِي لَاقَتْهُ فِيهِ مَرْثَا. ٣٠ 30
यीशु इब्बे गाम तै बाहरे था, पर उस्से जगहां था जड़ै मार्था उसतै मिली थी।
ثُمَّ إِنَّ ٱلْيَهُودَ ٱلَّذِينَ كَانُوا مَعَهَا فِي ٱلْبَيْتِ يُعَزُّونَهَا، لَمَّا رَأَوْا مَرْيَمَ قَامَتْ عَاجِلًا وَخَرَجَتْ، تَبِعُوهَا قَائِلِينَ: «إِنَّهَا تَذْهَبُ إِلَى ٱلْقَبْرِ لِتَبْكِيَ هُنَاكَ». ٣١ 31
फेर जो यहूदी माणस उसकै गेल्या घर म्ह थे अर उस ताहीं दीलास्सा देवै थे, न्यू देखकै के मरियम जिब्बे उठकै बारणै चली गयी सै, न्यू समझे के वा कब्र पै रोण नै जावै सै, तो उसकै पाच्छै हो लिये।
فَمَرْيَمُ لَمَّا أَتَتْ إِلَى حَيْثُ كَانَ يَسُوعُ وَرَأَتْهُ، خَرَّتْ عِنْدَ رِجْلَيْهِ قَائِلَةً لَهُ: «يَا سَيِّدُ، لَوْ كُنْتَ هَهُنَا لَمْ يَمُتْ أَخِي!». ٣٢ 32
जिब मरियम उड़ै गई जड़ै यीशु था, तो उसनै देखदे उसकै पायां म्ह पड़कै कह्या, “हे प्रभु, जै तू आड़ै होन्दा फेर मेरा भाई कोनी मरदा।”
فَلَمَّا رَآهَا يَسُوعُ تَبْكِي، وَٱلْيَهُودُ ٱلَّذِينَ جَاءُوا مَعَهَا يَبْكُونَ، ٱنْزَعَجَ بِٱلرُّوحِ وَٱضْطَرَبَ، ٣٣ 33
जिब यीशु नै जो यहूदी माणस उसकै गेल्या आये थे, रोन्दे होए देख्या, तो आत्मा म्ह घणाए दुखी अर उदास होग्या,
وَقَالَ: «أَيْنَ وَضَعْتُمُوهُ؟». قَالُوا لَهُ: «يَا سَيِّدُ، تَعَالَ وَٱنْظُرْ». ٣٤ 34
अर कह्या, “थमनै उसकी लाश कित्त धर राक्खी सै?” उननै उस ताहीं कह्या, “हे प्रभु, चालकै देख ले।”
بَكَى يَسُوعُ. ٣٥ 35
यीशु रोण लाग्या।
فَقَالَ ٱلْيَهُودُ: «ٱنْظُرُوا كَيْفَ كَانَ يُحِبُّهُ!». ٣٦ 36
फेर यहूदी माणस कहण लाग्गे, “लखाओ, वो लाजर तै कितना प्यार करै था।”
وَقَالَ بَعْضٌ مِنْهُمْ: «أَلَمْ يَقْدِرْ هَذَا ٱلَّذِي فَتَحَ عَيْنَيِ ٱلْأَعْمَى أَنْ يَجْعَلَ هَذَا أَيْضًا لَا يَمُوتُ؟». ٣٧ 37
पर उन म्ह तै कईयाँ नै कह्या, “के यो जिसनै आंध्याँ ताहीं रोशनी दे दी, के यो लाजर ताहीं मरण तै न्ही बचा सकै था?”
فَٱنْزَعَجَ يَسُوعُ أَيْضًا فِي نَفْسِهِ وَجَاءَ إِلَى ٱلْقَبْرِ، وَكَانَ مَغَارَةً وَقَدْ وُضِعَ عَلَيْهِ حَجَرٌ. ٣٨ 38
यीशु मन म्हए फेर घणाए दुखी होकै कब्र पै आया। वा एक गुफा थी अर एक पत्थर उसपै धरया था।
قَالَ يَسُوعُ: «ٱرْفَعُوا ٱلْحَجَرَ!». قَالَتْ لَهُ مَرْثَا، أُخْتُ ٱلْمَيْتِ: «يَا سَيِّدُ، قَدْ أَنْتَنَ لِأَنَّ لَهُ أَرْبَعَةَ أَيَّامٍ». ٣٩ 39
यीशु नै कह्या, “पत्थर हटादो।” लाजर की बेब्बे मार्था उसतै कहण लाग्गी, “हे प्रभु, उस म्ह तै इब तो बदबू आवै सै, क्यूँके उसनै मरे चार दिन हो लिए सै।”
قَالَ لَهَا يَسُوعُ: «أَلَمْ أَقُلْ لَكِ: إِنْ آمَنْتِ تَرَيْنَ مَجْدَ ٱللهِ؟». ٤٠ 40
यीशु नै उन ताहीं कह्या, “के मन्नै तेरे तै कोनी कह्या था के जै तू बिश्वास करैगी, तो परमेसवर की महिमा नै देक्खैगी।”
فَرَفَعُوا ٱلْحَجَرَ حَيْثُ كَانَ ٱلْمَيْتُ مَوْضُوعًا، وَرَفَعَ يَسُوعُ عَيْنَيْهِ إِلَى فَوْقُ، وَقَالَ: «أَيُّهَا ٱلْآبُ، أَشْكُرُكَ لِأَنَّكَ سَمِعْتَ لِي، ٤١ 41
फेर उननै पत्थर ताहीं हटाया। यीशु नै सुर्ग कान्ही निगांह ठाकै कह्या, “हे पिता, मै तेरा धन्यवाद करुँ सूं, के तन्नै मेरी सुण ली सै।
وَأَنَا عَلِمْتُ أَنَّكَ فِي كُلِّ حِينٍ تَسْمَعُ لِي. وَلَكِنْ لِأَجْلِ هَذَا ٱلْجَمْعِ ٱلْوَاقِفِ قُلْتُ، لِيُؤْمِنُوا أَنَّكَ أَرْسَلْتَنِي». ٤٢ 42
अर मन्नै बेरा था के तू सारी हाण मेरी सुणै सै, पर जो भीड़ आसै-पासै खड़ी सै, उनकै बाबत मन्नै कह्या, ताके वे बिश्वास करै, के तन्नै मेरैताहीं भेज्या सै।”
وَلَمَّا قَالَ هَذَا صَرَخَ بِصَوْتٍ عَظِيمٍ: «لِعَازَرُ، هَلُمَّ خَارِجًا!». ٤٣ 43
न्यू कहकै ठाड्डू आवाज म्ह रुक्का मारया, “हे लाजर, लिकड़ आ।”
فَخَرَجَ ٱلْمَيْتُ وَيَدَاهُ وَرِجْلَاهُ مَرْبُوطَاتٌ بِأَقْمِطَةٍ، وَوَجْهُهُ مَلْفُوفٌ بِمِنْدِيلٍ. فَقَالَ لَهُمْ يَسُوعُ: «حُلُّوهُ وَدَعُوهُ يَذْهَبْ». ٤٤ 44
जो मर लिया था उसके हाथ पैर पट्टियाँ तै बंधे हुए थे, अर उसकै मुँह पै अंगोच्छा लिपटरया था। यीशु नै उन ताहीं कह्या, “उसनै खोलदो अर जाण द्यो।”
فَكَثِيرُونَ مِنَ ٱلْيَهُودِ ٱلَّذِينَ جَاءُوا إِلَى مَرْيَمَ، وَنَظَرُوا مَا فَعَلَ يَسُوعُ، آمَنُوا بِهِ. ٤٥ 45
फेर जो यहूदी मरियम धोरै मिलण आरे थे, अर उसका यो चमत्कार देख्या था, उन म्ह तै घणखरयां नै उसपै बिश्वास करया।
وَأَمَّا قَوْمٌ مِنْهُمْ فَمَضَوْا إِلَى ٱلْفَرِّيسِيِّينَ وَقَالُوا لَهُمْ عَمَّا فَعَلَ يَسُوعُ. ٤٦ 46
पर उन म्ह तै कईयाँ नै फरीसियाँ धोरै जाकै यीशु के काम्मां की खबर दी।
فَجَمَعَ رُؤَسَاءُ ٱلْكَهَنَةِ وَٱلْفَرِّيسِيُّونَ مَجْمَعًا وَقَالُوا: «مَاذَا نَصْنَعُ؟ فَإِنَّ هَذَا ٱلْإِنْسَانَ يَعْمَلُ آيَاتٍ كَثِيرَةً. ٤٧ 47
ज्यांतै प्रधान याजकां अर फरीसियाँ नै यहूदी अगुवां की सभा करी, अर कह्या, “हमनै के करणा चाहिये? यो माणस तो घणे चमत्कार दिखावै सै।
إِنْ تَرَكْنَاهُ هَكَذَا يُؤْمِنُ ٱلْجَمِيعُ بِهِ، فَيَأْتِي ٱلرُّومَانِيُّونَ وَيَأْخُذُونَ مَوْضِعَنَا وَأُمَّتَنَا». ٤٨ 48
जै हम उसनै न्यूए करण द्या, तो फेर सारे उसपै बिश्वास करैगें, अर रोमी सैनिक आकै म्हारे देश अर मन्दर दोनुवां पै कब्जा कर लेवैगें।”
فَقَالَ لَهُمْ وَاحِدٌ مِنْهُمْ، وَهُوَ قَيَافَا، كَانَ رَئِيسًا لِلْكَهَنَةِ فِي تِلْكَ ٱلسَّنَةِ: «أَنْتُمْ لَسْتُمْ تَعْرِفُونَ شَيْئًا، ٤٩ 49
फेर उन म्ह तै काइफा नामका एक माणस नै जो उस साल का महायाजक था, उन ताहीं कह्या, “थम किमे न्ही जाणदे!
وَلَا تُفَكِّرُونَ أَنَّهُ خَيْرٌ لَنَا أَنْ يَمُوتَ إِنْسَانٌ وَاحِدٌ عَنِ ٱلشَّعْبِ وَلَا تَهْلِكَ ٱلْأُمَّةُ كُلُّهَا!». ٥٠ 50
अर ना ए थमनै इस बात की समझ सै, के इस्से म्ह थारा फायदा सै, के बजाये इसके के सारे माणस ए नाश हो जावै, सब खात्तर एक आदमी नै मरणा होगा।”
وَلَمْ يَقُلْ هَذَا مِنْ نَفْسِهِ، بَلْ إِذْ كَانَ رَئِيسًا لِلْكَهَنَةِ فِي تِلْكَ ٱلسَّنَةِ، تَنَبَّأَ أَنَّ يَسُوعَ مُزْمِعٌ أَنْ يَمُوتَ عَنِ ٱلْأُمَّةِ، ٥١ 51
पर या बात उसनै अपणी ओड़ तै कोन्या कही, पर उस साल का महायाजक होण के नाते या भविष्यवाणी करी, के यीशु उस जात खात्तर मरैगा।
وَلَيْسَ عَنِ ٱلْأُمَّةِ فَقَطْ، بَلْ لِيَجْمَعَ أَبْنَاءَ ٱللهِ ٱلْمُتَفَرِّقِينَ إِلَى وَاحِدٍ. ٥٢ 52
अर ना सिर्फ यहूदी जात खात्तर बल्के ज्यांतै के परमेसवर की खिंड-मिंड ऊलादां नै एक करदे।
فَمِنْ ذَلِكَ ٱلْيَوْمِ تَشَاوَرُوا لِيَقْتُلُوهُ. ٥٣ 53
इस तरियां उस्से दिन तै यहूदी अगुवें उस ताहीं मारण खात्तर साजिस रचाण लाग्गे।
فَلَمْ يَكُنْ يَسُوعُ أَيْضًا يَمْشِي بَيْنَ ٱلْيَهُودِ عَلَانِيَةً، بَلْ مَضَى مِنْ هُنَاكَ إِلَى ٱلْكُورَةِ ٱلْقَرِيبَةِ مِنَ ٱلْبَرِّيَّةِ، إِلَى مَدِينَةٍ يُقَالُ لَهَا أَفْرَايِمُ، وَمَكَثَ هُنَاكَ مَعَ تَلَامِيذِهِ. ٥٤ 54
ज्यांतै यीशु उस बखत तै यहूदी लोग्गां म्ह घाट दिक्खण लागग्या, अर यरुशलेम नगर नै छोड़कै वो जंगल-बियाबान कै धोरै इफ्राईम नामक एक नगर कान्ही चल्या गया, अर अपणे चेल्यां गैल उड़ैए रहण लाग्या।
وَكَانَ فِصْحُ ٱلْيَهُودِ قَرِيبًا. فَصَعِدَ كَثِيرُونَ مِنَ ٱلْكُوَرِ إِلَى أُورُشَلِيمَ قَبْلَ ٱلْفِصْحِ لِيُطَهِّرُوا أَنْفُسَهُمْ. ٥٥ 55
यहूदियाँ का फसह का त्यौहार लोवै था, अर घणेए माणस फसह तै पैहल्या अपणे गाम्मां म्ह तै यरुशलेम नगर म्ह गए, के खुद नै पवित्र करै।
فَكَانُوا يَطْلُبُونَ يَسُوعَ وَيَقُولُونَ فِيمَا بَيْنَهُمْ، وَهُمْ وَاقِفُونَ فِي ٱلْهَيْكَلِ: «مَاذَا تَظُنُّونَ؟ هَلْ هُوَ لَا يَأْتِي إِلَى ٱلْعِيدِ؟». ٥٦ 56
वे यीशु नै टोह्ण लाग्गे अर मन्दर म्ह खड़े होकै आप्पस म्ह बतलाण लाग्गे, “थम के सोच्चो सो? के वो त्यौहार म्ह कोनी आवैगा?”
وَكَانَ أَيْضًا رُؤَسَاءُ ٱلْكَهَنَةِ وَٱلْفَرِّيسِيُّونَ قَدْ أَصْدَرُوا أَمْرًا أَنَّهُ إِنْ عَرَفَ أَحَدٌ أَيْنَ هُوَ فَلْيَدُلَّ عَلَيْهِ، لِكَيْ يُمْسِكُوهُ. ٥٧ 57
अर प्रधान याजकां अर फरीसियाँ नै हुकम दे राख्या था, के जै कोए न्यू जाणै सै, के यीशु कित्त सै तो बतावै, ताके वे उसनै पकड़ ले।

< يوحنَّا 11 >