< هُوشَع 10 >

إِسْرَائِيلُ جَفْنَةٌ مُمْتَدَّةٌ. يُخْرِجُ ثَمَرًا لِنَفْسِهِ. عَلَى حَسَبِ كَثْرَةِ ثَمَرِهِ قَدْ كَثَّرَ ٱلْمَذَابِحَ. عَلَى حَسَبِ جُودَةِ أَرْضِهِ أَجَادَ ٱلْأَنْصَابَ. ١ 1
इस्राईल लहलहाती ताक है जिसमें फल लगा, जिसने अपने फल की कसरत के मुताबिक़ बहुत सी कु़र्बानगाहें ता'मीर की और अपनी ज़मीन की खू़बी के मुताबिक़ अच्छे अच्छे सुतून बनाए।
قَدْ قَسَمُوا قُلُوبَهُمْ. اَلْآنَ يُعَاقَبُونَ. هُوَ يُحَطِّمُ مَذَابِحَهُمْ، يُخْرِبُ أَنْصَابَهُمْ. ٢ 2
उनका दिल दग़ाबाज़ है। अब वह मुजरिम ठहरेंगे। वह उनके मज़बहों को ढाएगा और उनके सुतूनों को तोड़ेगा।
إِنَّهُمُ ٱلْآنَ يَقُولُونَ: «لَا مَلِكَ لَنَا لِأَنَّنَا لَا نَخَافُ ٱلرَّبَّ، فَٱلْمَلِكُ مَاذَا يَصْنَعُ بِنَا؟». ٣ 3
यक़ीनन अब वह कहेंगे, हमारा कोई बादशाह नहीं क्यूँकि जब हम ख़ुदावन्द से नहीं डरते तो बादशाह हमारे लिए क्या कर सकता है?
يَتَكَلَّمُونَ كَلَامًا بِأَقْسَامٍ بَاطِلَةٍ. يَقْطَعُونَ عَهْدًا فَيَنْبُتُ ٱلْقَضَاءُ عَلَيْهِمْ كَٱلْعَلْقَمِ فِي أَتْلَامِ ٱلْحَقْلِ. ٤ 4
उनकी बातें बेकार हैं। वह 'अहद — ओ — पैमान में झूटी क़सम खाते हैं। इसलिए बला ऐसी फूट निकलेगी जैसे खेत की रेघारियों में इन्द्रायन।
عَلَى عُجُولِ بَيْتِ آوَنَ يَخَافُ سُكَّانُ ٱلسَّامِرَةِ. إِنَّ شَعْبَهُ يَنُوحُ عَلَيْهِ، وَكَهَنَتَهُ عَلَيْهِ يَرْتَعِدُونَ عَلَى مَجْدِهِ، لِأَنَّهُ ٱنْتَفَى عَنْهُ. ٥ 5
बैतआवन की बछियों की वजह से सामरिया के रहने वाले ख़ौफ़ज़दा होंगे, क्यूँकि वहाँ के लोग उस पर मातम करेंगे, और वहाँ के काहिन भी जो उसकी पहले की शौकत की वजह से शादमान थे।
وَهُوَ أَيْضًا يُجْلَبُ إِلَى أَشُّورَ هَدِيَّةً لِمَلِكٍ عَدُوٍّ. يَأْخُذُ أَفْرَايِمُ خِزْيًا، وَيَخْجَلُ إِسْرَائِيلُ عَلَى رَأْيِهِ. ٦ 6
इसको भी असूर में ले जाकर, उस मुख़ालिफ़ बादशाह की नज़र करेंगे। इफ़्राईम शर्मिन्दगी उठाएगा और इस्राईल अपनी मश्वरत से शर्मिन्दा होगा।
اَلسَّامِرَةُ مَلِكُهَا يَبِيدُ كَغُثَاءٍ عَلَى وَجْهِ ٱلْمَاءِ، ٧ 7
सामरिया का बादशाह कट गया है, वह पानी पर तैरती शाख़ की तरह है।
وَتُخْرَبُ شَوَامِخُ آوَنَ، خَطِيَّةُ إِسْرَائِيلَ. يَطْلُعُ ٱلشَّوْكُ وَٱلْحَسَكُ عَلَى مَذَابِحِهِمْ، وَيَقُولُونَ لِلْجِبَالِ: غَطِّينَا، وَلِلتِّلَالِ: ٱسْقُطِي عَلَيْنَا. ٨ 8
और आवन के ऊँचे मक़ाम, जो इस्राईल का गुनाह हैं, बर्बाद किए जाएँगे; और उनके मज़बहों पर काँटे और ऊँट कटारे उगेंगे और वह पहाड़ों से कहेंगे, हम को छिपा लो, और टीलों से कहेंगे, हम पर आ गिरो।
«مِنْ أَيَّامِ جِبْعَةَ أَخْطَأْتَ يَا إِسْرَائِيلُ. هُنَاكَ وَقَفُوا. لَمْ تُدْرِكْهُمْ فِي جِبْعَةَ ٱلْحَرْبُ عَلَى بَنِي ٱلْإِثْمِ. ٩ 9
ऐ इस्राईल, तू जिब'आ के दिनों से गुनाह करता आया है। वो वहीं ठहरे रहे, ताकि लड़ाई जिब'आ में बदकिरदारों की नस्ल तक न पहुँचे।
حِينَمَا أُرِيدُ أُؤَدِّبُهُمْ، وَيَجْتَمِعُ عَلَيْهِمْ شُعُوبٌ فِي ٱرْتِبَاطِهِمْ بِإِثْمَيْهِمْ. ١٠ 10
मैं जब चाहूँ उनको सज़ा दूँगा और जब मैं उनके दो गुनाहों की सज़ा दूँगा तो लोग उन पर हुजूम करेंगे।
وَأَفْرَايِمُ عِجْلَةٌ مُتَمَرِّنَةٌ تُحِبُّ ٱلدِّرَاسَ، وَلَكِنِّي أَجْتَازُ عَلَى عُنُقِهَا ٱلْحَسَنِ. أُرْكِبُ عَلَى أَفْرَايِمَ. يَفْلَحُ يَهُوذَا. يُمَهِّدُ يَعْقُوبُ. ١١ 11
इफ़्राईम सधाई हुई बछिया है, जो दाओना पसन्द करती है, और मैंने उसकी ख़ुशनुमा गर्दन की दरेग़ किया लेकिन मैं इफ़्राईम पर सवार बिठाऊँगा। यहूदाह हल चलाएगा और या'क़ूब ढेले तोड़ेगा।
«اِزْرَعُوا لِأَنْفُسِكُمْ بِٱلْبِرِّ. ٱحْصُدُوا بِحَسَبِ ٱلصَّلَاحِ. ٱحْرُثُوا لِأَنْفُسِكُمْ حَرْثًا، فَإِنَّهُ وَقْتٌ لِطَلَبِ ٱلرَّبِّ حَتَّى يَأْتِيَ وَيُعَلِّمَكُمُ ٱلْبِرَّ. ١٢ 12
अपने लिए सच्चाई से बीज बोया करो। शफ़क़त से फ़स्ल काटो और अपनी उफ़्तादा ज़मीन में हल चलाओ, क्यूँकि अब मौक़ा' है कि तुम ख़ुदावन्द के तालिब हो, ताकि वह आए और रास्ती को तुम पर बरसाए।
قَدْ حَرَثْتُمُ ٱلنِّفَاقَ، حَصَدْتُمُ ٱلْإِثْمَ، أَكَلْتُمْ ثَمَرَ ٱلْكَذِبِ. لِأَنَّكَ وَثَقْتَ بِطَرِيقِكَ، بِكَثْرَةِ أَبْطَالِكَ. ١٣ 13
तुम ने शरारत का हल चलाया। बदकिरदारी की फ़सल काटी और झूट का फल खाया, क्यूँकि तू ने अपने चाल चलन में अपने बहादुरों के अम्बोह पर तकिया किया।
يَقُومُ ضَجِيجٌ فِي شُعُوبِكَ، وَتُخْرَبُ جَمِيعُ حُصُونِكَ كَإِخْرَابِ شَلْمَانَ بَيْتَ أَرَبْئِيلَ فِي يَوْمِ ٱلْحَرْبِ. اَلْأُمُّ مَعَ ٱلْأَوْلَادِ حُطِّمَتْ. ١٤ 14
इसलिए तेरे लोगों के ख़िलाफ़ हंगामा खड़ा होगा, और तेरे सब किले' ढा दिए जाएँगे, जिस तरह शल्मन ने लड़ाई के दिन बैत अर्बेल को ढा दिया था; जब कि माँ अपने बच्चों के साथ टुकड़े — टुकड़े हो गई।
هَكَذَا تَصْنَعُ بِكُمْ بَيْتُ إِيلَ مِنْ أَجْلِ رَدَاءَةِ شَرِّكُمْ. فِي ٱلصُّبْحِ يَهْلِكُ مَلِكُ إِسْرَائِيلَ هَلَاكًا. ١٥ 15
तुम्हारी बेनिहायत शरारत की वजह से बैतएल में तुम्हारा यही हाल होगा। शाह — ए — इस्राईल अलस् सबाह बिल्कुल फ़ना हो जाएगा।

< هُوشَع 10 >