< عَامُوس 2 >

هَكَذَا قَالَ ٱلرَّبُّ: «مِنْ أَجْلِ ذُنُوبِ مُوآبَ ٱلثَّلَاثَةِ وَٱلْأَرْبَعَةِ لَا أَرْجِعُ عَنْهُ، لِأَنَّهُمْ أَحْرَقُوا عِظَامَ مَلِكِ أَدُومَ كِلْسًا. ١ 1
यहोवा यह कहता है: “मोआब के तीन क्या, वरन् चार अपराधों के कारण, मैं उसका दण्ड न छोड़ूँगा; क्योंकि उसने एदोम के राजा की हड्डियों को जलाकर चूना कर दिया।
فَأُرْسِلُ نَارًا عَلَى مُوآبَ فَتَأْكُلُ قُصُورَ قَرْيُوتَ، وَيَمُوتُ مُوآبُ بِضَجِيجٍ، بِجَلَبَةٍ، بِصَوْتِ ٱلْبُوقِ. ٢ 2
इसलिए मैं मोआब में आग लगाऊँगा, और उससे करिय्योत के भवन भस्म हो जाएँगे; और मोआब हुल्लड़ और ललकार, और नरसिंगे के शब्द होते-होते मर जाएगा।
وَأَقْطَعُ ٱلْقَاضِيَ مِنْ وَسَطِهَا، وَأَقْتُلُ جَمِيعَ رُؤَسَائِهَا مَعَهُ، قَالَ ٱلرَّبُّ». ٣ 3
मैं उसके बीच में से न्यायी का नाश करूँगा, और साथ ही साथ उसके सब हाकिमों को भी घात करूँगा,” यहोवा का यही वचन है।
هَكَذَا قَالَ ٱلرَّبُّ: «مِنْ أَجْلِ ذُنُوبِ يَهُوذَا ٱلثَّلَاثَةِ وَٱلْأَرْبَعَةِ لَا أَرْجِعُ عَنْهُ، لِأَنَّهُمْ رَفَضُوا نَامُوسَ ٱللهِ وَلَمْ يَحْفَظُوا فَرَائِضَهُ، وَأَضَلَّتْهُمْ أَكَاذِيبُهُمُ ٱلَّتِي سَارَ آبَاؤُهُمْ وَرَاءَهَا. ٤ 4
यहोवा यह कहता है: “यहूदा के तीन क्या, वरन् चार अपराधों के कारण, मैं उसका दण्ड न छोड़ूँगा; क्योंकि उन्होंने यहोवा की व्यवस्था को तुच्छ जाना और मेरी विधियों को नहीं माना; और अपने झूठे देवताओं के कारण जिनके पीछे उनके पुरखा चलते थे, वे भी भटक गए हैं।
فَأُرْسِلُ نَارًا عَلَى يَهُوذَا فَتَأْكُلُ قُصُورَ أُورُشَلِيمَ». ٥ 5
इसलिए मैं यहूदा में आग लगाऊँगा, और उससे यरूशलेम के भवन भस्म हो जाएँगे।”
هَكَذَا قَالَ ٱلرَّبُّ: «مِنْ أَجْلِ ذُنُوبِ إِسْرَائِيلَ ٱلثَّلَاثَةِ وَٱلْأَرْبَعَةِ لَا أَرْجِعُ عَنْهُ، لِأَنَّهُمْ بَاعُوا ٱلْبَارَّ بِٱلْفِضَّةِ، وَٱلْبَائِسَ لِأَجْلِ نَعْلَيْنِ. ٦ 6
यहोवा यह कहता है: “इस्राएल के तीन क्या, वरन् चार अपराधों के कारण, मैं उसका दण्ड न छोड़ूँगा; क्योंकि उन्होंने निर्दोष को रुपये के लिये और दरिद्र को एक जोड़ी जूतियों के लिये बेच डाला है।
ٱلَّذِينَ يَتَهَمَّمُونَ تُرَابَ ٱلْأَرْضِ عَلَى رُؤُوسِ ٱلْمَسَاكِينِ، وَيَصُدُّونَ سَبِيلَ ٱلْبَائِسِينَ، وَيَذْهَبُ رَجُلٌ وَأَبُوهُ إِلَى صَبِيَّةٍ وَاحِدَةٍ حَتَّى يُدَنِّسُوا ٱسْمَ قُدْسِي. ٧ 7
वे कंगालों के सिर पर की धूल का भी लालच करते, और नम्र लोगों को मार्ग से हटा देते हैं; और बाप-बेटा दोनों एक ही कुमारी के पास जाते हैं, जिससे मेरे पवित्र नाम को अपवित्र ठहराएँ।
وَيَتَمَدَّدُونَ عَلَى ثِيَابٍ مَرْهُونَةٍ بِجَانِبِ كُلِّ مَذْبَحٍ، وَيَشْرَبُونَ خَمْرَ ٱلْمُغَرَّمِينَ فِي بَيْتِ آلِهَتِهِمْ. ٨ 8
वे हर एक वेदी के पास बन्धक के वस्त्रों पर सोते हैं, और दण्ड के रुपये से मोल लिया हुआ दाखमधु अपने देवता के घर में पी लेते हैं।
«وَأَنَا قَدْ أَبَدْتُ مِنْ أَمَامِهِمِ ٱلْأَمُورِيَّ ٱلَّذِي قَامَتُهُ مِثْلُ قَامَةِ ٱلْأَرْزِ، وَهُوَ قَوِيٌّ كَٱلْبَلُّوطِ. أَبَدْتُ ثَمَرَهُ مِنْ فَوْقُ، وَأُصُولَهُ مِنْ تَحْتُ. ٩ 9
“मैंने उनके सामने से एमोरियों को नष्ट किया था, जिनकी लम्बाई देवदारों की सी, और जिनका बल बांजवृक्षों का सा था; तो भी मैंने ऊपर से उसके फल, और नीचे से उसकी जड़ नष्ट की।
وَأَنَا أَصْعَدْتُكُمْ مِنْ أَرْضِ مِصْرَ وَسِرْتُ بِكُمْ فِي ٱلْبَرِّيَّةِ أَرْبَعِينَ سَنَةً لِتَرِثُوا أَرْضَ ٱلْأَمُورِيِّ. ١٠ 10
१०और मैं तुम को मिस्र देश से निकाल लाया, और जंगल में चालीस वर्ष तक लिए फिरता रहा, कि तुम एमोरियों के देश के अधिकारी हो जाओ।
وَأَقَمْتُ مِنْ بَنِيكُمْ أَنْبِيَاءَ، وَمِنْ فِتْيَانِكُمْ نَذِيرِينَ. أَلَيْسَ هَكَذَا يَا بَنِي إِسْرَائِيلَ، يَقُولُ ٱلرَّبُّ؟ ١١ 11
११और मैंने तुम्हारे पुत्रों में से नबी होने के लिये और तुम्हारे कुछ जवानों में से नाज़ीर होने के लिये ठहराया। हे इस्राएलियों, क्या यह सब सच नहीं है?” यहोवा की यही वाणी है।
لَكِنَّكُمْ سَقَيْتُمُ ٱلنَّذِيرِينَ خَمْرًا، وَأَوْصَيْتُمُ ٱلْأَنْبِيَاءَ قَائِلِينَ: لَا تَتَنَبَّأُوا. ١٢ 12
१२परन्तु तुम ने नाज़ीरों को दाखमधु पिलाया, और नबियों को आज्ञा दी कि भविष्यद्वाणी न करें।
«هَأَنَذَا أَضْغَطُ مَا تَحْتَكُمْ كَمَا تَضْغَطُ ٱلْعَجَلَةُ ٱلْمَلْآنَةُ حِزَمًا. ١٣ 13
१३“देखो, मैं तुम को ऐसा दबाऊँगा, जैसे पूलों से भरी हुई गाड़ी नीचे को दबाई जाती है।
وَيَبِيدُ ٱلْمَنَاصُ عَنِ ٱلسَّرِيعِ، وَٱلْقَوِيُّ لَا يُشَدِّدُ قُوَّتَهُ، وَٱلْبَطَلُ لَا يُنَجِّي نَفْسَهُ، ١٤ 14
१४इसलिए वेग दौड़नेवाले को भाग जाने का स्थान न मिलेगा, और सामर्थी का सामर्थ्य कुछ काम न देगा; और न पराक्रमी अपना प्राण बचा सकेगा;
وَمَاسِكُ ٱلْقَوْسِ لَا يَثْبُتُ، وَسَرِيعُ ٱلرِّجْلَيْنِ لَا يَنْجُو، وَرَاكِبُ ٱلْخَيْلِ لَا يُنَجِّي نَفْسَهُ. ١٥ 15
१५धनुर्धारी खड़ा न रह सकेगा, और फुर्ती से दौड़नेवाला न बचेगा; घुड़सवार भी अपना प्राण न बचा सकेगा;
وَٱلْقَوِيُّ ٱلْقَلْبِ بَيْنَ ٱلْأَبْطَالِ يَهْرُبُ عُرْيَانًا فِي ذَلِكَ ٱلْيَوْمِ، يَقُولُ ٱلرَّبُّ». ١٦ 16
१६और शूरवीरों में जो अधिक वीर हो, वह भी उस दिन नंगा होकर भाग जाएगा,” यहोवा की यही वाणी है।

< عَامُوس 2 >